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- पालनपुर (गुजरात)। गुजरात के बनासकांठा जिले में एक ट्रैक्टर से कार के टकरा जाने से पांच लोगों की मौत हो गई जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने रविवार को बताया कि मृतकों में दो बच्चे हैं। उन्होंने बताया कि हादसे का शिकार हुए चार लोग एक ही परिवार के थे जो कार में सवार थे, जबकि पांचवा व्यक्ति ट्रैक्टर का चालक था। एक अधिकारी ने बताया कि घटना शनिवार देर रात की है। थराड पुलिस थाना के अधिकारी ने कहा, “घटना जिले के पवादासन गांव के पास धनेड़ा और थराड के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुई। कार में दो बच्चों सहित एक ही परिवार के छह लोग सवार थे, जो राजमार्ग पर ट्रैक्टर से टकरा गई। घटना में पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।” उन्होंने बताया कि हादसे में सात साल की बच्ची और उसके पांच साल के भाई, उसके चाचा और दादा की मौत हो गई जबकि बच्ची की मां और दादी गंभीर रूप से घायल हैं और उन्हें पास के अस्पताल ले जाया गया जहां उनका इलाज चल रहा है। अधिकारी ने बताया कि टक्कर इतनी जोरदार थी कि ट्रैक्टर का चालक हवा में उछल गया और सड़क पर गिर गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। उन्होंने बताया, “जिले के धनेड़ा तालुका से कार से परिवार के छह लोग, करीब 12 किलोमीटर दूर अपने पैतृक गांव जा रहे थे तभी यह हादसा हुआ।
- नयी दिल्ली। वाहन ईंधन (एटीएफ) 4.2 प्रतिशत महंगा हो गया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के बीच इस महीने में दूसरी बार एटीएफ के दाम बढ़ाए गए हैं। वहीं वाहन ईंधन यानी पेट्रोल और डीजल के दामों में लगातार 72वें दिन बदलाव नहीं हुआ है। सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों की मूल्य अधिसूचना के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में एटीएफ की कीमतें 3,232.87 रुपये प्रति किलोलीटर या 4.25 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 79,294.91 रुपये प्रति किलोलीटर पर पहुंच गई हैं। नए साल यानी जनवरी में यह एटीएफ कीमतों में दूसरी बढ़ोतरी है। इससे पहले एक जनवरी को विमान ईंधन के दाम 2,039.63 रुपये प्रति किलोलीटर या 2.75 प्रतिशत बढ़ाए गए थे और यह 76,062.04 रुपये प्रति किलोलीटर पर पहुंच गया था। वहीं दिसंबर में एटीएफ कीमतों में दो बार कटौती की गई थी। उस समय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम नीचे आए थे। उसके बाद से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम बढ़ रहे हैं। नवंबर के मध्य में जेट ईंधन 80,835.04 रुपये प्रति किलोलीटर की ऊंचाई पर पहुंच गया था। एक और 15 दिसंबर को एटीएफ कीमतों में कुल मिलाकर 6,812.25 रुपये प्रति किलोलीटर या 8.4 प्रतिशत की कटौती की गई थी। जेट ईंधन की कीमतों में हर महीने की एक और 16 तारीख को संशोधन किया जाता है। वहीं पेट्रोल और डीजल कीमतों में प्रतिदिन संशोधन होता है। लेकिन वाहन ईंधन कीमतों में चार नवंबर, 2021 से बदलाव नहीं हुआ है। उस समय केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क पांच रुपये और डीजल पर 10 रुपये प्रति लीटर घटाया था। हालांकि, इस दौरान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्रेंट कच्चे तेल के दाम में काफी उतार-चढ़ाव रहा है। ब्रेंट कच्चा तेल पांच नवंबर, 2021 को 82.74 डॉलर प्रति बैरल पर था। एक दिसंबर को यह घटकर 68.87 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। उसके बाद से इसके दाम बढ़ रहे हैं और यह 85 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है। फिलहाल दिल्ली में पेट्रोल 95.41 रुपये प्रति लीटर और डीजल 86.67 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। उत्पाद शुल्क कटौती से पहले देशभर में वाहन ईंधन के दाम सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गए थे। ज्यादातर शहरों में पेट्रोल ने ‘शतक' लगा दिया था। वहीं डीजल भी कई शहरों में 100 रुपये प्रति लीटर के पार निकल गया था।
- जयपुर। राजस्थान के अजमेर जिले में 31 वर्षीय एक विवाहिता ने शनिवार को कथित तौर पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। यह जानकारी पुलिस ने रविवार को दी। पुलिस ने बताया कि मृतका ने सुसाइड नोट में जर्मनी में रहने वाले अपने पति और उसके परिजनों पर प्रताडि़त करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने बताया कि महिला अनुराधा की शादी तीन वर्ष पूर्व अनिरूद्ध के साथ हुई थी। पुलिस के अनुसार उसका पति जर्मनी में रहता है जबकि उसके परिजन अजमेर के किशनगढ़ में रहते हैं। पुलिस ने बताया कि अनुराधा अपने ससुराल वालों के साथ विवाद होने के बाद कुछ समय से अजमेर के वैशाली नगर स्थित अपने माता-पिता के साथ रह रही थी। पुलिस के अनुसार अनुराधा ने बीती शाम कथित तौर पर पंखे से लटकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बताया कि अनुराधा के के पिता जब रात में घर लौटे तब इस बारे में उन्हें जानकारी हुई। पुलिस के अनुसार अनुराधा ने सुसाइड नोट में अपने पति और उसके परिजनों के कारण यह कदम उठाने का आरोप लगाया है। पुलिस ने बताया, महिला ने सुसाइड नोट में आरोप लगाया है कि वह अपने पति और उसके परिवार के सदस्यों की वजह से यह कदम उठा रही है। उसने अपने पति पर विवाहेतर संबंध रखने का भी आरोप लगाया है। महिला के परिजनों की ओर से दर्ज शिकायत के आधार पर मामला दर्ज करके जांच की जा रही है।
- नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोविड टीकाकरण अभियान के एक साल पूरा होने पर इससे जुड़े सभी लोगों का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि देश का टीकाकरण कार्यक्रम, कोविड के खिलाफ लडाई में महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। इसने कई लोगों के जीवन की रक्षा करने के साथ-साथ उनकी आजीविका भी बचाई है।प्रधानमंत्री ने कहा कि इस दौरान डॉक्टरों, नर्सों और अन्य स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों की भूमिका असाधारण रही है। उन्होंने कहा कि दूरदराज के इलाकों में बड़ी संख्या में टीकाकरण की सफलता से गर्व का अनुभव होता है। श्री मोदी ने कहा कि महामारी से लड़ने में भारत का दृष्टिकोण हमेशा विज्ञान आधारित रहेगा। उन्होंने कहा कि सरकार, स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे को बढ़ा रही है ताकि सभी नागरिकों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो सकें। श्री मोदी ने कहा कि जब कोविड महामारी आई तब देश को इस संक्रमण के बारे में कोई जानकारी नहीं थी, लेकिन देश के वैज्ञानिकों और नवाचारकर्ताओं ने टीके विकसित करके इस महामारी से लडने का रास्ता साफ किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के लिए गर्व की बात है कि उसने टीके के माध्यम से महामारी से निपटने में योगदान दिया है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे कोविड निर्देशों का पालन करें और महामारी को हराएं।
- नयी दिल्ली। इस साल भारतीय अंतरराष्ट्रीय के बजाय घरेलू पर्यटन स्थलों पर जाना पसंद करेंगे। गोवा भारतीय यात्रियों के लिए सबसे पसंदीदा पर्यटन स्थल है। ओयो ट्रैवलोपीडिया के सर्वे में यह तथ्य सामने आया है।सर्वे के अनुसार, गोवा के बाद भारतीयों का दूसरा पसंदीदा स्थान मनाली है। ओयो ट्रैवलोपीडिया ओयो का वार्षिक उपभोक्ता सर्वे है। इसमें ओयो के प्रयोगकर्ताओं के बीच उनकी यात्रा के पसंदीदा स्थलों की जानकारी ली जाती है।सर्वे में 61 प्रतिशत भारतीयों ने कहा कि वे घरेलू गंतव्यों पर छुट्टियां बिताने जाना चाहेंगे। वहीं 25 प्रतिशत ने कहा था कि वे घरेलू के साथ अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थलों की यात्रा भी करना चाहेंगे।हालांकि, भारतीय यात्रा को लेकर रोमांचित हैं, लेकिन महामारी के बीच सुरक्षा अब भी उनके लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय है। 80 प्रतिशत लोगों ने कहा कि सुरक्षा उनके लिए चिंता का विषय है। हालांकि, इसके साथ ही उनका मानना है कि टीके की बूस्टर खुराक से यात्रा की उम्मीदें बेहतर होंगी।जहां तक पसंदीदा पर्यटक स्थलों की बात है, गोवा पहले स्थान पर रहा है। एक-तिहाई लोगों ने कहा कि वे गोवा जाना चाहेंगे।उसके बाद क्रमश: मनानी, दुबई, शिमला और केरल का नंबर आता है। ओयो ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों की बात की जाए, तो भारतीय मालदीव, पेरिस, बाली और स्विट्जरलैंड जाना चाहेंगे। सर्वे में शामिल 37 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे अपने जीवनसाथी के साथ यात्रा पर जाना चाहेंगे। 19 प्रतिशत का कहना था कि वे अपने दोस्तों के साथ छुट्टियां बिताना पसंद करेंगे। वहीं 12 प्रतिशत ने अकेले यात्रा पर जाने की इच्छा जताई।
- नयी दिल्ली। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने 50 लाख रुपये से अधिक के कथित रिश्वत मामले में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम गेल के निदेशक (विपणन) ई एस रंगनाथन के खिलाफ मामला दर्ज किया है और कथित बिचौलिये तथा कारोबारियों सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कथित रिश्वत का मामला महारत्न कंपनी द्वारा विपणन किए जाने वाले पेट्रो केमिकल उत्पादों को खरीदने वाली निजी कंपनियों को छूट देने से संबंधित है। सीबीआई ने शुक्रवार को मामला दर्ज होने के बाद दिल्ली-एनसीआर में दिल्ली के भीकाजी कामा प्लेस स्थित आरोपी रंगनाथन के कार्यालय और नोएडा के सेक्टर 62 स्थित उनके आवास सहित करीब आठ स्थानों पर छापे मारे। सीबीआई का दावा है कि वह अब तक आरोपी रंगनाथन के परिसर से 1.3 करोड़ रुपये नकद बरामद कर चुकी है।अधिकारियों ने कहा कि आरोपी रंगनाथन के अलावा एजेंसी ने बिचौलियेआरोपी पवन गौर और आरोपी राजेश कुमार, कथित रूप से रिश्वत लेने वाले आरोपी एन रामकृष्णन नायर के साथ-साथ व्यवसायी आरोपियों सौरभ गुप्ता और उनकी पंचकूला (हरियाणा) स्थित कंपनी यूनाइटेड पॉलिमर इंडस्ट्रीज तथा आरोपी आदित्य बंसल और उनकी करनाल (हरियाणा) स्थित कंपनी बंसल एजेंसी के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है। सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी ने कहा, ‘‘सीबीआई ने जाल बिछाया और दिल्ली स्थित एक निजी व्यक्ति (गौर) और एक निजी कंपनी के निदेशक (कुमार) को उस वक्त गिरफ्तार कर लिया, जब उक्त निजी व्यक्ति कथित रूप से गेल के निदेशक (विपणन) की तरफ से 10 लाख रुपये की कथित रिश्वत ले रहा था।'' एजेंसी ने अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है लेकिन आरोपी रंगनाथन को अभी तक हिरासत में नहीं लिया गया है। सूत्रों ने कहा कि उनके परिसर में तलाशी अभी भी जारी है। गिरफ्तार आरोपियों में गौर, कुमार, नायर, गुप्ता और बंसल शामिल हैं। उन्होंने बताया कि बाद में दिल्ली, नोएडा, गुड़गांव, पंचकूला, करनाल आदि में आरोपियों के परिसरों में तलाशी ली गई, जिसमें अब तक लगभग 84 लाख रुपये की बरामदगी हुई।
- नयी दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को छात्रों, परिजनों और शिक्षकों से इस वर्ष के ‘‘परीक्षा पे चर्चा'' कार्यक्रम के लिए पंजीकरण कराने का अनुरोध करते हुए कहा कि यह पहल भारत के ऊर्जावान युवाओं के साथ संवाद स्थापित करने के साथ ही विश्व में शिक्षा के उभरते प्रचलनों का पता लगाने का मौका होता है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने भी गुरुवार को छात्रों, शिक्षकों एवं अभिभावकों को इस वर्ष आयोजित होने वाली ‘‘परीक्षा पे चर्चा'' के पांचवें संस्करण में हिस्सा लेने और प्रधानमंत्री से संवाद करने का अवसर प्राप्त करने के लिये पंजीकरण कराने के लिये आमंत्रित किया था। प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘परीक्षाओं के साथ ही ‘परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम भी नजदीक आ रहा है। आइए, तनाव मुक्त परीक्षा पर चर्चा करते हैं और अपने बहादुर परीक्षार्थियों, उनके परिजन और शिक्षकों का फिर से सहयोग करते हैं।'' उन्होंने ‘‘परीक्षा पे चर्चा'' को सीखने का एक शानदार अनुभव करार दिया और कहा कि यह ऊर्जावान युवाओं से जुड़ने और उनकी चुनौतियों तथा आकांक्षाओं को बेहतर तरीके से समझने का अवसर प्रदान करता है। गौरतलब है कि स्कूल एवं कॉलेज के छात्रों के साथ प्रधानमंत्री के संवाद कार्यक्रम ‘परीक्षा पे चर्चा' का पहला संस्करण 16 फरवरी 2018 में तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित किया गया था । इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए छात्र, शिक्षक एवं अभिभावक माईजीओवी वेबसाइट पर ‘परीक्षा पे चर्चा 2022' खंड में पंजीकरण करा सकते हैं। इस पर प्रतियोगिता के आधार पर 2050 छात्र, शिक्षक एवं अभिभावकों का चयन किया जाएगा और इन्हें ‘परीक्षा पे चर्चा' किट भी भेंट की जाएगी। इसमें नौवीं से 12वीं कक्षा तक के छात्र हिस्सा ले सकते हैं और अधिकतम 500 शब्दों में प्रश्न दर्ज करा सकते हैं। इसमें प्रतियोगिता के संबंध में छात्रों के लिए कुछ विषय तय किए गए हैं जिनमें कोविड-19 के दौरान परीक्षा तनाव प्रबंधन रणनीति, अपने गांव एवं शहर का इतिहास, आत्मनिर्भर भारत के लिए आत्मनिर्भर स्कूल, स्वच्छ भारत हरित भारत, पर्यावरण संरक्षण जैसे विषय शामिल हैं। शिक्षकों के वास्ते विषयों में नए भारत के लिए ‘नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति', ‘कोविड महामारी: अवसर एवं चुनौतियां' शामिल हैं। वहीं, अभिभावकों के लिए ‘बेटी पढ़ाओ देश बढ़ाओ', ‘लोकल से ग्लोबल: वोकल फॉर लोकल' तथा ‘जीवन पर्यंत छात्र' जैसे विषय रखे गए हैं। इसके लिए 20 जनवरी तक पंजीकरण कराया जा सकता है।
- चेन्नई। चार दशक के अपने पत्रकारीय जीवन के दौरान कई मीडिया संगठनों में काम कर चुके वरिष्ठ पत्रकार एस दुरैराज का शनिवार को तमिलनाडु के तिरूचिरापल्ली में निधन हो गया। वह 70 साल के थे। उनके निधन पर शोक प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने कहा कि दुरैराज ने 40 सालों तक आम लोगों के उत्थान एवं उनके अधिकारों को सुरक्षित रखने के लिए अपने पत्रकारीय कार्य का माध्यम की तरह उपयोग किया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के एस अलागिरि, पट्टालि मकक्कल काच्चि के संस्थापक एस रामदास और मद्रास रिपोर्ट्स गिल्ड ने उनके निधन पर शोक प्रकट किया। दुरैराज मद्रास रिपोर्ट्स गिल्ड के पूर्व अध्यक्ष, मद्रास यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट के पदाधिकारी रहे थे। गिल्ड के अध्यक्ष आर रंगराज और सचिव डी सेकर ने कहा कि दुरैराज ने पत्रकार समुदाय की अमूल्य सेवा की। दुरैराज ने अपने मूल स्थान तिरुचिरापल्ली में अंतिम सांस ली । वह पिछले कुछ समय से बीमार थे।
- पुडुचेरी। पांडिचेरी केंद्रीय विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय (डीडीई) ने शनिवार को ऐलान किया कि उसके विद्यार्थियों को डिग्री प्रोग्राम पूरा करने के लिए एक और मौका दिया जा रहा है। विश्वविद्यालय के इस फैसले से उन विद्यार्थियों को राहत मिलेगी जो कोर्स पूरा करने की अधिकतम अवधि की सीमा को पार कर चुके है। विश्वविद्यालय के सहायक रजिस्ट्रार के महेश की ओर से यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि एमबीए (वर्ष 2005-06 से 2015-16 तक), एम कॉम, एमए (अंग्रेजी, समाजशास्त्र और हिंदी) समेत अन्य कोर्स (वर्ष 2014-15 से 2015-16) के विद्यार्थियों को जनवरी 2022 सत्र में कोर्स पूरा करने के लिए एक और मौका दिया गया है। विज्ञप्ति के मुताबिक देशभर में विद्यार्थियों की मांग को देखते हुए ऐसा किया गया। इसमें कहा गया है कि एमबीए विद्यार्थी को वेबसाइट पर दिए गए नये पाठ्यक्रम के अनुरूप समतुल्य पेपर लिखना चाहिए। विज्ञप्ति में कहा गया है कि डीडीई में विद्यार्थियों को दोबारा पंजीकरण कराना होगा। फीस के साथ आवेदन प्राप्त करने की तिथि 21 जनवरी निर्धारित की गई है।
- नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस समारोह के कार्यक्रम अब हर वर्ष 24 जनवरी की बजाय 23 जनवरी से शुरू होंगे। सरकार ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के दिन से इसकी शुरूआत करने का फैसला किया है। सुभाष चंद्र बोस की जयंती देशभर में पराक्रम दिवस के रूप में मनाई जाती है।
- जयपुर। राजस्थान के नागौर जिले में शनिवार सुबह सड़क हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई और दो लोग घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार जोधपुर बाईपास पर यह हादसा एक बस और कार की टक्कर के कारण हुआ। घने कोहरे के बीच नागौर से जोधपुर जा रही कार सामने से आ रही बस से टकरा गई। उन्होंने बताया कि हादसे में सीता (65), संजू (22), राहुल (10) अजय (5) और भालीराम (42) की मौत हो गई, जबकि दो लोग घायल हुए हैं जिन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।-
- हैदराबाद। कोविड-19 के मामलों में तेजी से हो रही वृद्धि के कारण दक्षिण भारतीय फिल्मों के अभिनेता चिरंजीवी की आगामी फिल्म ‘आचार्य' का प्रदर्शन टाल दिया गया है। फिल्म के निर्माताओं ने शनिवार को इसकी घोषणा की। कोरातला शिवा द्वारा निर्देशित तेलगु फिल्म ‘आचार्य' का सिनेमाघरों में चार फरवरी को प्रदर्शन होना था। इस फिल्म का निर्माण चिरंजीवी के अभिनेता-पुत्र रामचरण और निरंजन रेड्डी ने अपने बैनर कोनिडेला प्रोडक्शन कंपनी और मैटिनी एंटरटेनमेंट के तहत किया है। कोनिडेला प्रोडक्शन कंपनी ने ट्विटर पर ‘आचार्य' की प्रदर्शन की तारीख फिर से निर्धारित करने के बारे में खबर साझा की। कंपनी ने ट्वीट में कहा, ‘‘महामारी के कारण ‘आचार्य' की रिलीज टाल दी गई है। जल्द ही रिलीज की तारीख घोषित की जाएगी।'' फिल्म में रामचरण के अलावा काजल अग्रवाल और सोनू सूद भी नजर आएंगे।-
- पटना। बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और दो बार विधानपरिषद के सदस्य रहे विजय शंकर मिश्र का पटना में शनिवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। उन्होंने नूरपर इलाके में स्थित अपने घर में अंतिम सांस ली। वह 76 साल के थे। उनके परिवार में एक बेटी और एक बेटा हैं।बिहार में 1980 के दशक में कांग्रेस सरकार के दौरान वह बीपीसीसी के उपाध्यक्ष रहे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शोक संदेश में मिश्र को एक सक्षम राजनेता और सामाजिक कार्यकर्ता करार देते हुए कहा कि उनकी मौत एक अपूर्णीय क्षति है। मिश्रा को दशकों से जानने वाले नीतीश कुमार ने ईश्वर से शोक संतप्त परिवार को दुख सहने की शक्ति देने की प्रार्थना की।
- नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्टार्टअप इकाइयों को नए भारत का ‘आधार-स्तंभ' बताते हुए शनिवार को कहा कि हर साल 16 जनवरी को राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस के रूप में मनाया जाएगा। प्रधानमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों के स्टार्टअप कारोबारियों को वर्चुअल तरीके से संबोधित करते हुए कहा, ‘‘स्टार्टअप की यह संस्कृति देश के दूरदराज क्षेत्रों तक पहुंचे, इसके लिए 16 जनवरी को अब राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया गया है। ‘आजादी का अमृत महोत्सव' के एक भाग के रूप में, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (डीपीआईआईटी) द्वारा 10 से 16 जनवरी तक एक सप्ताह चलने वाले कार्यक्रम, ‘सेलिब्रेटिंग इनोवेशन इको-सिस्टम', का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत ही प्रधानमंत्री ने स्टार्टअप कारोबारियों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री कार्यालय ने शुक्रवार को बताया था कि यह आयोजन स्टार्टअप इंडिया पहल के शुभारंभ की छठी वर्षगांठ के मौके पर किया जा रहा है। मोदी ने इस मौके पर कहा, ‘‘मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आपके सभी सुझावों, विचारों और नवाचारों को सरकार से पूरा समर्थन मिलेगा।'' उन्होंने कहा कि स्टार्टअप नए भारत का आधार-स्तंभ बनेंगे और देश ‘भारत के लिए नवोन्मेष' और ‘भारत से नवोन्मेष' के मंत्र के साथ आगे बढ़ेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के स्टार्टअप खुद को आसानी से दुनिया के दूसरे देशों तक पहुंचा सकते हैं, इसलिए उन्हें अपने सपनों को स्थानीय (लोकल) नहीं, बल्कि वैश्विक (ग्लोबल) बनाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘वर्ष 2013-14 में जहां चार हजार पेटेंट को स्वीकृति मिली थी, वहीं पिछले वर्ष इनकी संख्या 28 हजार से ज्यादा हो गई। वर्ष 2013-14 में जहां करीब 70 हजार ट्रेडमार्क पंजीकृत हुए थे, वहीं 2020-21 में ढाई लाख से ज्यादा ट्रेडमार्क पंजीकृत किए गए हैं।'' उन्होंने यह भी बताया कि 2013-14 में जहां सिर्फ चार हजार कॉपीराइट दिए गए थे, वहीं पिछले साल इनकी संख्या बढ़कर 16 हजार के भी पार हो गई है। उन्होंने कहा कि आज देश में 60,000 से अधिक स्टार्टअप इकाइयां हैं। बीते साल 42 यूनिकॉर्न (एक अरब डॉलर से अधिक मूल्यांकन वाली इकाइयां) देश में बने हैं। अब भारत तेजी से यूनिकॉर्न का ‘शतक' लगाने की ओर बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हज़ारों करोड़ रुपये की ये कंपनियां आत्मनिर्भर होते, आत्मविश्वासी भारत की पहचान हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं मानता हूं, भारत के स्टार्टअप का स्वर्णिम काल तो अब शुरू हो रहा है। नवोन्मेष को लेकर भारत में जो अभियान चल रहा है, उसी का प्रभाव है कि वैश्विक नवोन्मेषण सूचकांक में भी भारत की रैंकिंग में बहुत सुधार आया है। 2015 में इस रैंकिंग में भारत 81वें नंबर पर था। अब इस सूचकांक में भारत 46वें स्थान पर है।'' मोदी ने कहा, ‘‘भविष्य की प्रौद्योगिकियों के लिए अनुसंधान और विकास में निवेश सरकार की प्राथमिकता है।'' उन्होंने कहा कि इस दशक में नवोन्मेषण, उद्यमिता और स्टार्टअप के पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए सरकार जो बड़े पैमाने पर बदलाव कर रही है, उसके तीन अहम पहलू हैं। ‘‘पहला है उद्यमिता को, नवोन्मेषिता को सरकारी प्रक्रियाओं के जाल से मुक्त कराना; दूसरा, नवोन्मेष को बढ़ावा देने के लिए संस्थागत प्रणाली बनाना तथा तीसरा, युवा नवोन्मेषकों, उद्यमियों को समर्थन देना।'' प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हमारा प्रयास, देश में बचपन से ही विद्यार्थियों में नवाचार के प्रति आकर्षण पैदा करने, नवाचार या नवोन्मेषण को संस्थागत रूप प्रदान करने का है।'' उन्होंने कहा कि चाहे ड्रोन संबंधी नए नियम हों, या फिर नई अंतरिक्ष नीति, सरकार की प्राथमिकता, ज्यादा से ज्यादा युवाओं को नवोन्मेषण का मौका देने की है। इस अवसर पर स्टार्टअप कारोबारियों ने छह विषयों पर प्रस्तुतीकरण भी दिए। इनमें ‘ग्रोइंग फ्रॉम रूट्स', ‘नजिंग द डीएनए', ‘फ्रॉम लोकल टू ग्लोबल', ‘टेक्नोलॉजी ऑफ फ्यूचर', ‘बिल्डिंग चैम्पियंस इन मैन्युफैक्चरिंग' और ‘सस्टेनेबल डेवलपमेंट' शामिल हैं। इन प्रस्तुतियों के लिए 150 से अधिक स्टार्टअप इकाइयों को छह समूहों में बांटा गया था।-
- पुणे। महाराष्ट्र के पुणे जिले में महिलाओं और बच्चों को ले जा रही एक मिनी बस के चालक को अचानक दौरा पड़ गया जिसके बाद बस में सवार 42 वर्षीय एक महिला ने 10 किलोमीटर तक बस चलाकर ड्राइवर को एक अस्पताल में भर्ती कराया। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। यह घटना सात जनवरी को हुई थी जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी प्रसारित हो रहा है।महिला योगिता साटव अन्य महिलाओं और बच्चों के साथ पुणे के निकट शिरूर में एक कृषि पर्यटन स्थल पर पिकनिक मनाने के बाद बस से लौट रही थीं। तभी बस चालक को दौरा पड़ने लगा और उसने एक सुनसान सड़क पर गाड़ी रोक दी। बस में मौजूद बच्चों और महिलाओं को घबराया हुआ देख साटव ने बस का संचालन अपने हाथों में ले लिया और करीब 10 किलोमीटर तक बस चलाकर ड्राइवर को एक अस्पताल में भर्ती कराया। साटव ने कहा, “क्योंकि मुझे कार चलाना आता है, मैंने बस चलाने का फैसला किया। पहला महत्वपूर्ण काम बस चालक को इलाज उपलब्ध कराने का था, इसलिए मैं उसे लेकर पास के एक अस्पताल गई जहां उसे भर्ती कराया गया।” महिला ने इसके बाद बस के अन्य यात्रियों को भी उनके घर छोड़ा।संकट के समय बिना घबराये हुए सूझबूझ से काम लेने के लिये लोग साटव की काफी सराहना कर रहे हैं।
- मुजफ्फनरनगर। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में पुलिस ने शनिवार को एक अवैध हथियार फैक्टरी पर छापेमारी कर अवैध हथियारों का जखीरा बरामद किया और इस सिलसिले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि यह छापेमारी ककरोली थाना अंतर्गत तंदेरा गांव में की गई और इस दौरान एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने हालांकि, आरोपी का नाम नहीं बताया। इसने कहा कि छापेमारी के दौरान 13 पिस्तौल, दो बंदूक, 15 बैरल और कई अर्धनिर्मित हथियार बरामद किए गए।
- नयी दिल्ली। कांग्रेस ने पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को 86 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की। इसमें मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू, उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर रंधावा और ओ पी सोनी समेत कई वरिष्ठ नेताओं के नाम शामिल हैं। मुख्यमंत्री चन्नी चमकौर साहिब से एक बार फिर चुनाव लड़ेंगे। वह रूपनगर जिले की इस सीट से साल 2007 से लगातार विधायक हैं। पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सिद्धू को एक बार फिर से उनके मौजूदा विधानसभा क्षेत्र अमृतसर पूर्व से उम्मीदवार बनाया गया है। वह साल 2017 में इस सीट से निर्वाचित हुए थे। साल 2012 में उनकी पत्नी नवजोत कौर ने इस सीट पर भाजपा के उम्मीदवार के तौर पर जीत हासिल की थी।चन्नी के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल दोनों उप मुख्यमंत्रियों को उनकी वर्तमान सीट से ही टिकट दिया गया है। रंधावा डेरा बाबा नानक और सोनी अमृतसर मध्य से ही चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस ने चार मौजूदा विधायकों को टिकट नहीं दिया है जिनमें बलविंदर सिंह लड्डी भी शामिल है जो पिछले दिनों भाजपा में शामिल होने के छह दिन के भीतर ही पार्टी में वापस आ गए थे। पार्टी ने लड्डी के अलावा मोगा से विधायक हरजोत कमल सिंह, बलुआना से विधायक नाथू राम और मालौट से विधायक और विधानसभा उपाध्यक्ष अजायब सिंह भट्टी के टिकट काटे गए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में गुरुवार को हुई केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में इन नामों को स्वीकृति प्रदान की गई। पंजाब के लिए जारी कांग्रेस 86 उम्मीदवारों की इस सूची में नौ महिला उम्मीदवार शामिल हैं। यानी महिलाओं को करीब 10 प्रतिशत प्रतिनिधित्व मिला है। हालांकि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ने 40 प्रतिशत टिकट महिलाओं को दिये हैं। कांग्रेस ने पंजाब में टिकट वितरण में 'एक परिवार, एक टिकट' का फार्मूला अपनाया है।प्रदेश में कांग्रेस की चुनाव अभियान समिति के प्रमुख सुनील जाखड़ चुनाव नहीं लड़ेंगे। फाजिल्का जिले के अबोहर विधानसभा क्षेत्र से उनके भतीजे संदीप जाखड़ को टिकट दिया गया है। सुनील जाखड़ इस सीट से 2002 से 2017 तक विधायक रहे हैं। राज्य में पार्टी के वरिष्ठ नेता और मंत्री ब्रह्म मोहिंद्रा भी इस बार चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। उनकी मौजूदा सीट पटियाला ग्रामीण से उनके पुत्र मोहित मोहिंद्रा को टिकट दिया है। कुछ महीने पहले तक 75 वर्षीय ब्रह्म मोहिंद्रा पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के सबसे करीबी लोगों में गिने जाते थे और उनके नेतृत्व वाली सरकार में बेहद कद्दावर मंत्री का रुतबा रखते थे। सरकार के अन्य वरिष्ठ मंत्री अपने-अपने क्षेत्रों से ही चुनाव लड़ रहे हैं।वित्त मंत्री मनप्रीत बादल बठिंडा (शहर) से, लोक निर्माण मंत्री विजय इंदर सिंगला संगरूर से, जल आपूर्ति मंत्री रजिया सुल्ताना मलेरकोटला से, उद्योग मंत्री गुरकीरत सिंह कोटली, खन्ना से चुनाव लड़ेंगे। इसी तरह, राणा गुरजीत सिंह कपूरथला विधानसभा क्षेत्र और राजकुमार वेरका अमतृसर पश्चिम से कांग्रेस उम्मीदवार होंगे। पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा कादियान से चुनाव लड़ेंगे। इस सीट से पिछली बार बाजवा के भाई फतेहजंग सिंह बाजवा निर्वाचित हुए थे जो अब भाजपा में शामिल हो चुके हैं। पूर्व उप मुख्यमंत्री रजिंदर कौर भट्टल को संगरूर जिले की लेहरा विधानसभा सीट से लड़ेंगी जहां वह पिछली बार हार गई थीं। हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुईं मालविका सूद मोगा से पार्टी की उम्मीदवार होंगी। वह अभिनेता सोनू सूद की बहन हैं। कांग्रेस ने इस सीट से अपने वर्तमान विधायक हरजोत सिंह कमल का टिकट काटकर मालविका को चुनावी मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने मशहूर पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला को मानसा से उम्मीदवार बनाया है। प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष बरिंदर सिंह ढिल्लन को रूप नगर से टिकट दिया गया है। गौरतलब है कि पंजाब की सभी 117 विधानसभा सीटों के लिए 14 फरवरी को मतदान होना है। 10 मार्च को मतगणना होगी।
- कोलकाता। पश्चिम बंगाल राज्य निर्वाचन आयोग ने कोविड-19 के मामले बढऩे के मद्देनजर चार नगर निगमों के चुनावों को तीन सप्ताह के लिए टालते हुए इन्हें अब 12 फरवरी को कराने का शनिवार को निर्णय लिया। राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) द्वारा जारी एक अधिसूचना के अनुसार, सिलीगुड़ी नगर निगम, चंद्रनगर नगर निगम, बिधाननगर नगर निगम और आसनसोल नगर निगम के चुनाव अब 22 जनवरी के बजाय 12 फरवरी को होंगे। इसमें कहा गया कि मतदान सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक होगा।इससे पहले दिन में, राज्य सरकार ने एसईसी को एक पत्र भेजा था, जिसमें महामारी की मौजूदा स्थिति के कारण चुनाव की तारीखों में बदलाव करने की सहमति दी गई थी। यह पूछे जाने पर कि मतगणना कब होने की संभावना है, उन्होंने कहा कि अब तक कुछ निर्धारित नहीं किया गया है, हालांकि एसईएसी इसके लिए 15 फरवरी की तारीख तय कर सकता है। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने भी आयोग से कोविड के मामले बढऩे के मद्देनजर निकाय चुनाव को चार से छह सप्ताह के लिए स्थगित करने की संभावना तलाशने को कहा था।
- योगी आदित्यनाथ गोरखपुर शहर से लड़ेंगे चुनाव, केशव प्रसाद की सीट का भी ऐलानलखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को जारी अपनी पहली सूची में एक राज्य मंत्री समेत 20 मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए हैं जिनमें चार महिला विधायक भी शामिल हैं।पार्टी ने पहली सूची में दस महिला उम्मीदवारों को मौका दिया है और एक नया प्रयोग करते हुए सामान्य सीट पर दलित बिरादरी के उम्मीदवार को भी उतारा है। पार्टी ने 107 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की। पहली सूची में भाजपा ने चार महिला विधायकों विमला सोलंकी, उषा सिरोही, संगीता चौहान और अनीता राजपूत के टिकट काटे हैं तो वहीं दस महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। भाजपा ने जिन महिलाओं को टिकट दिये हंै उनमें कैराना से मृगांका सिंह, चरथावल से सपना कश्यप, मोदीनगर से डॉ. मंजू सिवाच, खुर्जा से मीनाक्षी सिंह, आगरा ग्रामीण से बेबी रानी मौर्य, बाह से रानी पक्षालिका, बिजनौर से शुचि मौसम चौधरी, चंदौसी से गुलाबो देवी, मिलक से राजबाला और चांदपुर से कमलेश सैनी उम्मीदवार हैं। इनमें चार महिलाएं अनुसूचित जाति वर्ग से आती हैं जबकि एक उम्मीदवार अगड़ी जाति की और बाकी पिछड़ी जाति से आती हैं। पार्टी ने सहारनपुर सामान्य सीट से अनुसूचित जाति के जगपाल सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है। सहारनपुर दलित आबादी बहुल इलाका है।भाजपा ने जिन विधायकों के टिकट काटे हैं उनमें आगरा के फतेहपुर सीकरी के विधायक और योगी सरकार के राज्यमंत्री चौधरी उदयभान सिंह, बरेली से कई बार के विधायक राजेश अग्रवाल, मेरठ कैंट से चार बार के विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल, गोरखपुर से चार बार के विधायक डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल, सिकंदराबाद से दो बार की विधायक विमला सोलंकी, अलीगढ़ के बरौली से विधायक एवं पूर्व मंत्री दलवीर सिंह के नाम प्रमुख हैं। इनके अलावा उप चुनाव में अमरोहा के नौगांवा सादात से जीतीं पूर्व मंत्री एवं क्रिकेटर दिवंगत चेतन चौहान की पत्नी संगीता चौहान तथा बुलंदशहर से भाजपा विधायक दल के मुख्य सचेतक रह चुके दिवंगत वीरेंद्र सिरोही की पत्नी उषा सिरोही का भी पार्टी ने टिकट काट दिया है।इसके अलावा गढमुक्तेश्वर में विधायक कमल मलिक, सिवालखास में जितेंद्र पाल सिंह, डिबाई में अनीता राजपूत, बिथरी चैनपुर में राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल और मथुरा के गोवर्धन में कारिंदा सिंह जैसे विधायकों का भी टिकट काट दिया गया है। भाजपा के प्रदेश चुनाव प्रभारी और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पहली सूची जारी करते हुए पत्रकारों को दिल्ली में बताया, ''आज हमने 107 प्रत्याशियों की घोषणा की है। उसमें वर्तमान विधायक 83 थे। हमने उनमें से 63 को फिर से टिकट दिया है। हमने 20 सीटों पर उन मित्रों को अन्य कामों में नियोजित करना तय किया है।'' भाजपा ने जहां पहली सूची में 60 फीसदी पिछड़े और दलितों को टिकट दिया है तो वहीं सामान्य सीट पर भी दलित उम्मीदवार उतारने का एक नया प्रयोग किया है।भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष और संगठन में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी रहे विधान परिषद सदस्य विजय बहादुर पाठक ने बताया, ''भाजपा अपने संगठनात्मक संरचना में भी हमेशा नये लोगों को मौका देती है और टिकट बंटवारे में भी कई लोगों को दोबारा मौका न मिलने के पीछे अलग-अलग वजह हैं। उन्होंने कहा कि कहीं विधायकों की अधिक उम्र की वजह से टिकट बदले गये हैं तो कहीं अन्य समीकरणों की वजह से दूसरों को मौका मिला है।'' उल्लेखनीय है कि राज्यमंत्री चौधरी उदयभान सिंह, सत्यप्रकाश अग्रवाल, राजेश अग्रवाल आदि विधायक 75 वर्ष की उम्र पार कर चुके हैं। भाजपा ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शामली जिले में कैराना विधानसभा क्षेत्र के पलायन को मुद्दा बनाया है और लोकसभा में पलायन के मामले को सबसे पहले उठाने वाले भाजपा के सांसद रहे दिवंगत हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह को कैराना से मौका दिया है। हालांकि हुकुम सिंह के निधन के बाद लोकसभा चुनाव 2019 से पहले हुए उपचुनाव में मृगांका भाजपा उम्मीदवार के रूप में पराजित हो चुकी हैं। चरथावल विधानसभा क्षेत्र में दिवंगत राज्य मंत्री विजय कश्यप की पत्नी सपना कश्यप को पार्टी ने इस बार मौका दिया है। भाजपा ने पिछली बार राष्ट्रीय लोकदल से चुनाव जीतने के बाद भाजपा में शामिल होने वाले सहेंद्र सिंह रमाला को बागपत जिले की जाट बहुल छपरौली सीट से उम्मीदवार बनाया है तो वहीं उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल और जाटव (दलित) बिरादरी से आने वाली बेबी रानी मौर्य को आगरा ग्रामीण सुरक्षित सीट पर मौका दिया है। हाल में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आने वाले विधायक नरेश सैनी को सहारनपुर की बेहट सीट से मौका मिला है। वहीं पार्टी ने नजीबाबाद में पूर्व सांसद कुंवर भारतेंदु सिंह, नगीना सुरक्षित सीट से पूर्व सांसद डॉ. यशवंत और फतेहपुर सीकरी में पूर्व सांसद चौधरी बाबूलाल को उम्मीदवार घोषित किया है। राज्य सरकार के आयुष मंत्री से इस्तीफा देकर समाजवादी पार्टी (सपा) में शामिल होने वाले धर्म सिंह सैनी की सीट नकुड़ विधानसभा क्षेत्र में भाजपा ने इस बार मुकेश चौधरी को अपना उम्मीदवार बनाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए भाजपा विधायक डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के लिए विधायक शीतला प्रसाद का टिकट कटा है। 1998 से 2017 तक गोरखपुर से पांच बार सांसद रह चुके मुख्यमंत्री योगी पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने 2002 में भाजपा के उम्मीदवार और उस समय राजनाथ सिंह के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री शिवप्रताप शुक्ल (अब राज्यसभा सदस्य) के खिलाफ हिंदू महासभा के उम्मीदवार के रूप में डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल को चुनाव मैदान उतारा था और जीत दिलाई थी। उसके बाद अग्रवाल तीन बार और चुनाव जीते थे। 2014 में फूलपुर से एक बार सांसद रह चुके उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य 2012 में पहली बार सिराथू से विधायक चुने गये थे और उनको मौका देने के लिए इस बार शीतला प्रसाद का टिकट कटा है। माना जाता है कि 2017 में प्रसाद को टिकट दिलाने में मौर्य की ही अहम भूमिका थी। उत्तर प्रदेश सरकार के जिन मंत्रियों को पहली सूची में चुनाव मैदान में उतरने का फिर मौका मिला है, उनमें सुरेश खन्ना को शाहजहांपुर, लक्ष्मी नारायण चौधरी को मथुरा की छाता, सुरेश राणा को शामली में थाना भवन, श्रीकांत शर्मा-मथुरा, कपिलदेव अग्रवाल को मुजफ्फरनगर, अतुल गर्ग-गाजियाबाद, अनिल शर्मा को बुलंदशहर में शिकारपुर, दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पौत्र संदीप सिंह को अलीगढ़ की अतरौली, जीएस धर्मेश को आगरा कैंट, गुलाबो देवी को संभल में चंदौसी, बलदेव सिंह औलख को रामपुर में बिलासपुर और महेश गुप्ता को बदायूं से मौका दिया गया है।-
- उज्जैन । मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में शनिवार को कथित तौर पर पतंग के चाइनीज मांझे से गला कट जाने से एक महिला की मौत हो गई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रवींद्र वर्मा ने बताया कि घटना माधवनगर थाना क्षेत्र के जीरो प्वाइंट पुल पर उस समय हुई जब 20 वर्षीय महिला अपनी एक मित्र के साथ स्कूटी पर जा रही थी। उन्होंने बताया कि स्कूटी से जाते समय एक पतंग के चाइनीज मांझे (चीन से आयातित कांच पाउडर मिश्रित डोरी) से उसका गला कट गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। उन्होंने बताया कि पुलिस मामला दर्ज कर पतंग उड़ाने वाले व्यक्ति की तलाश कर रही है। पुलिस इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। वर्मा ने कहा कि पुलिस द्वारा चाइनीज मांझे के आपूर्तिकर्ताओं और विक्रेताओं के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
- नयी दिल्ली। कोविड-19 मामलों में वृद्धि के बीच, निर्वाचन आयोग ने शनिवार को उन पांच राज्यों में प्रत्यक्ष रैलियों और रोडशो पर रोक 22 जनवरी तक बढ़ा दी जहां विधानसभा चुनाव होने हैं। आयोग ने कहा कि वह बाद में स्थिति की समीक्षा करेगा और नया निर्देश जारी करेगा। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि चुनाव आयोग ने हालांकि, राजनीतिक दलों को यह छूट दी कि अधिकतम 300 व्यक्तियों की भागीदारी या हॉल क्षमता के 50 प्रतिशत या राज्य आपदा प्रबंधन अधिकारियों द्वारा निर्धारित सीमा के तहत बंद स्थानों पर बैठकें आयोजित की जा सकती हैं।चुनाव आयोग ने कहा कि उसने वर्तमान स्थिति, तथ्यों और परिस्थितियों पर गौर करने के बाद निर्णय लिया। साथ ही शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, मुख्य सचिवों और स्वास्थ्य सचिवों और चुनाव वाले राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों के साथ हुई डिजिटल बैठकों में प्राप्त जानकारियों को ध्यान में रखा गया। बयान में कहा गया है, ''22 जनवरी, 2022 तक किसी भी रोडशो, पदयात्रा, साइकिल, बाइक, वाहन रैली और जुलूस की अनुमति नहीं दी जाएगी। आयोग बाद में स्थिति की समीक्षा करेगा और तदनुसार आगे निर्देश जारी करेगा।'' उसने कहा कि 22 जनवरी तक राजनीतिक दलों या संभावित उम्मीदवारों सहित उम्मीदवारों या चुनाव से संबंधित किसी अन्य समूह की किसी भी प्रत्यक्ष रैली को अनुमति नहीं दी जाएगी। हालांकि, आयोग ने कहा, ''अधिकतम 300 व्यक्तियों या हॉल की क्षमता का 50 प्रतिशत या राज्य आपदा प्रबंधन अधिकारियों (एसडीएमए) द्वारा निर्धारित सीमा के साथ बंद स्थान में बैठक को अनुमति दी जाएगी। आयोग ने राजनीतिक दलों को चुनाव संबंधित गतिविधियों के दौरान आदर्श आचार संहिता के प्रावधानों और कोविड-19 उपयुक्त व्यवहार और दिशानिर्देशों का पालन करने का भी निर्देश दिया।शुक्रवार को सपा ने कोविड नियमों की अवहेलना करते हुए लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय परिसर में एक बड़ी जनसभा का आयोजन किया था। लखनऊ में एक अधिकारी ने कहा था कि स्थानीय प्रशासन ''उल्लंघन'' की जांच कर रहा है। चुनाव आयोग ने राज्य और जिला प्रशासन को चुनाव आचार संहिता और महामारी नियंत्रण उपायों से संबंधित सभी निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। आठ जनवरी को चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर, गोवा और पंजाब के लिए विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करते हुए, 15 जनवरी तक सार्वजनिक रैलियों, रोडशो और इसी तरह के प्रत्यक्ष प्रचार कार्यक्रमों पर रोक लगाने का एक अभूतपूर्व कदम उठाया था। विभिन्न क्षेत्रीय दलों ने चुनाव आयोग से प्रत्यक्ष रैलियों पर प्रतिबंध लगाने के मानदंडों में ढील देने का आग्रह करते हुए कहा था कि डिजिटल रैलियों से केवल उन अमीर पार्टियों को मदद मिलेगी जिनके पास आयोजन के लिए अधिक संसाधन हैं। आठ जनवरी को, आयोग ने चुनाव प्रचार के लिए 16-सूत्री दिशानिर्देशों को भी सूचीबद्ध किया था जब उसने सार्वजनिक सड़कों और गोल चक्करों पर 'नुक्कड़ सभाओं' पर प्रतिबंध लगा दिया था, घर-घर प्रचार अभियान के लिए लोगों की संख्या को उम्मीदवार सहित पांच तक सीमित कर दिया गया था तथा मतगणना के बाद प्रत्याशी और विजय जुलूसों पर रोक लगा दी थी।शनिवार की बैठकों के दौरान, मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्र ने चुनाव आयुक्तों राजीव कुमार और अनूप चंद्र पांडेय के साथ वर्तमान स्थिति और कोविड-19 महामारी के अनुमानित रुझानों की व्यापक समीक्षा की जिसमें विशेष जोर उन पांच राज्यों पर रहा जहां चुनाव होने वाले हैं। बयान में कहा गया, ''अग्रिम मोर्चे पर लगे कर्मियों और मतदान कर्मियों के बीच पात्र व्यक्तियों के लिए पहली, दूसरी और बूस्टर खुराक के लिए टीकाकरण को तेजी से पूरा करने के लिए टीकाकरण की स्थिति और कार्य योजना की भी समीक्षा की गई।''पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव 10 फरवरी से 7 मार्च के बीच होंगे और 10 मार्च को मतगणना होगी। उत्तर प्रदेश में सात चरणों में चुनाव होना है और पहले चरण के लिए मतदान 10 फरवरी को होगा।
- लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने शनिवार को अपने जन्मदिन पर उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण की 58 सीटों में से 53 पर प्रत्याशियों की घोषणा की।मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आगामी विधानसभा चुनाव में जीत का दावा करते हुए कहा कि चूंकि वह पार्टी का काम देख रही हैं इसलिए चुनाव नहीं लड़ रही हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पहले चरण की पांच बची हुई सीटों पर प्रत्याशियों के नामों की घोषणा शीघ्र कर दी जाएगी।बसपा कार्यालय द्वारा जारी पहली सूची में नोएडा से कृपाराम शर्मा, दादरी से मनवीर सिंह भाटी और जेवर से नरेंद्र भाटी ‘दादा’ का नाम शामिल है। गौतमबुद्ध नगर जिले में दादरी बसपा सुप्रीमो मायावती का गृह क्षेत्र भी है।बसपा की सूची के अनुसार शामली की कैराना सीट से राजेंद्र सिंह उपाध्याय, शामली सीट से ब्रिजेंद्र मलिक, मुजफफरनगर से पुष्पाकंर पाल, सरधना से संजीव कुमार धामा, मेरठ कैंट से अमित शर्मा तथा मेरठ दक्षिण से कुंवर दिलशाद अली, मुरादनगर से अययूब इदरीशी, गाजियाबाद से सुरेश बंसल तथा मोदीनगर से पूनम गर्ग प्रत्याशी होंगे। सपा 15 जनवरी को मायावती के जन्मदिन को ‘जनकल्याणकारी दिवस’ के रूप में मनाती है।उत्तर प्रदेश में पहले चरण के विधानसभा चुनाव का मतदान 10 फरवरी को है। चुनाव परिणाम 10 मार्च को घोषित किए जाएंगे।
- मदुरै। तमिलनाडु में पोंगल के त्योहार के दौरान बैलों को काबू करने के खेल जल्लीकट्टू के आयोजन की परंपरा है और शनिवार को मदुरै का पालामेडु इन आयोजनों का केंद्र बना जहां प्रतिभागी प्रतियोगिता जीतने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। तमिलनाडु के पालामेडु में पोंगल जल्लीकट्टू का आयोजन पूरे उत्साह से किया गया और प्रतियोगिता के लिए लाए गए 700 बैलों में से सबसे ताकतवर 179 बैलों को उन्हें काबू करने वालों की भीड़ में छोड़ा गया। प्रतियोगिता के दूसरे चरण की शुरुआत सुबह साढ़े सात बजे हुई और इसका उद्घाटन राज्य के मंत्री पी मूर्ति और पीटीआर पलानीवेल त्यागराजन ने किया।प्रतियोगिता में एक-एक कर बैलों को मैदान में छोड़ा गया और उसके तुरंत बाद उन्हें काबू में करने वाले प्रतिभागी इन बैलों की पीठ पर निकले कूबड़ को पकड़ उन्हें काबू में करने की कोशिश करते दिखाई दिए जबकि बैल उनकी चंगुल से बचने के लिए पूरी ताकत लगा रहे थे। जिन बैलों को काबू नहीं कर पाते उन्हें विजेता घोषित किया जाता है।गौरतलब है कि पोंगल के पहले दिन शुक्रवार को यहां के अवनियापुरम में जलकट्टू की पहली प्रतियोगिता आयोजित की गई थी जिसमें करीब 641 बैलों ने हिस्सा लिया था। अवनियापुरम में बैल ने 18 वर्षीय एक दर्शक को कुचल दिया था जिससे उसकी मौत हो गई थी। इसके मद्देनजर पालामेडु में आयोजित जलकट्टू के लिए विस्तृत सुरक्षा व्यवस्था की गई है और पुलिस की तैनाती की गई है। जिला प्रशासन ने पहली बार आयोजन की लाइव स्ट्रीमिंग कराने की व्यवस्था की है।
- मथुरा(उत्तर प्रदेश)। जिले में ‘गैर कानूनी गतिविधियां’ होने की आशंका जताते हुए सीआरपीसी की धारा 144 के तहत तत्काल प्रभाव से निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। जिले के शीर्ष अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। मथुरा के जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने शुक्रवार को कहा, ‘निषेधाज्ञा 12 मार्च तक प्रभावी रहेगी।’’ उन्होंने कहा कि विभिन्न समुदायों के त्योहारों और कुछ प्रतियोगी परीक्षाओं की पृष्ठभूमि में गैरकानूनी गतिविधियां होने की आशंका के मद्देनजर यह आदेश जारी किया गया है।
- नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कृषि, स्वास्थ्य सेवा और अंतरिक्ष उद्योग से जुड़े स्टार्टअप से कल 15 जनवरी को सुबह साढे़ दस बजे वीडियो कान्फ्रेंस के जरिये संवाद करेंगे। इनके अलावा उद्यमिता, उद्योग, सुरक्षा, फिनटेक तथा पर्यावरण से जुड़े स्टार्टअप भी संवाद का हिस्सा होंगे। विषयों के आधार पर 150 से अधिक स्टार्टअप को छह कार्यकारी समूह में बांटा गया है। इनमें जमीनी स्तर पर उभरे, डीएनए, वैश्विक, भविष्य की प्रौद्योगिकी, विनिर्माण तथा सतत विकास से जुड़े स्टार्टअप शामिल हैं। प्रत्येक समूह संवाद के दौरान प्रधानमंत्री के सामने एक प्रस्तुति देगा। संवाद का उद्देश्य राष्ट्रीय आवश्यकता के संबंध में स्टार्टअप के योगदान को समझना है।वाणिज्य मंत्रालय के अधीन उद्योग और घरेलू व्यापार संवर्धन विभाग आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत सप्ताह भर के सेलिब्रेटिंग इनोवेशन इकोसिस्टम का आयोजन कर रहा है। यह आयोजन स्टार्टअप इंडिया अभियान की छठीं वर्षगांठ के अवसर पर किया जा रहा है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा है कि वर्ष 2016 में शुरू हुआ स्टार्टअप इंडिया इसका प्रतीक है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पूरी तरह से मानते हैं कि राष्ट्र की प्रगति में योगदान करने के लिए स्टार्टअप में व्यापक संभावनाएं हैं। सरकार ने स्टार्टअप के विकास और प्रगति को प्रोत्साहन देने के लिए अनुकूल माहौल उपलब्ध कराया है। इसका देश के स्टार्टअप परिदृश्य पर जबरदस्त प्रभाव पड़ा है।