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- कोयंबटूर। तमिलनाडु के कोयंबटूर में पुलिस ने सामूहिक रूप से झगड़ा कर रहे महाविद्यालय के छात्रों को अनोखी सजा देते हुए उनसे संत-कवि तिरुवल्लुवर के दोहे लिखवाए। घटना रविवार को मदुक्करई में भगवान अयप्पा के वार्षिक उत्सव के अवसर पर हाथियों के जुलूस के दौरान हुई। कार्यक्रम स्थल पर युवकों के बीच कहासुनी हो गई जो जल्द ही मारपीट में बदल गई। इस घटना को देख रहे लोगों में से किसी ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस वहां पहुंची और 10 युवकों को अपने साथ थाने ले गई। बाद में उनकी पहचान छात्रों के रूप में हुई। थाने के कर्मियों ने कहा कि मामला दर्ज करने पर उनके भविष्य पर पड़ने वाले प्रभाव पर विचार करते हुए छात्रों को एक अच्छा और कठोर सबक सिखाया गया और उसने कुरल के कुल 1,330 में कम से कम 50 दोहे लिखने को कहा गया। छात्र थाने में मुश्किल से 10 या 12 दोहे लिख पाए। यह जानते हुए भी कि वे कम से कम 50 दोहे नहीं लिख पाए, पुलिस ने उन्हें जाने दिया। लेकिन पुलिस ने उनके माता-पिता को थाने बुलाया और बच्चों को अनुशासन सिखाने का अनुरोध किया।==
- इंदौर। मध्यप्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने मंगलवार को घोषणा की कि वह राज्य के सबसे बड़े शहर इंदौर में पानी बचाने के लिए ‘‘जल हठ'' के नाम से सामाजिक मुहिम शुरू करेंगे। सिलावट ने पत्रकारों से संवाद के एक कार्यक्रम में कहा कि इस मुहिम के तहत शहर की नदियों, तालाबों, कुंओं और बावड़ियों का संरक्षण कर उन्हें उनके पुराने स्वरूप में लाने की कोशिश की जाएगी। इसके साथ ही, स्थानीय नागरिकों को पानी बचाने और वर्षा जल संचयन के प्रति प्रेरित किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘हम इंदौर में जल हठ मुहिम के तहत भविष्य की जरूरतों का आकलन कर पानी का प्रबंधन और नियोजन भी करेंगे।'' जल संसाधन मंत्री ने कहा कि इंदौर की कान्ह नदी को प्रदूषण से मुक्त करना राज्य सरकार के सामने चुनौती है और इसे स्वीकारते हुए नदी को साफ करने की दिशा में काम जारी है। गौरतलब है कि कान्ह नदी इंदौर के पास स्थित धार्मिक नगरी उज्जैन की पवित्र क्षिप्रा नदी में मिलती है। कान्ह नदी के कारण क्षिप्रा में भारी प्रदूषण को लेकर साधु-संतों ने स्थानीय प्रशासन के सामने हाल ही में गहरी नाराजगी जताई थी।
- कानपुर (उप्र)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश में विकास का श्रेय भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन (केंद्र व राज्य) की सरकार को देते हुए कहा कि जिस उत्तर प्रदेश (यूपी) को हथियारबंद गिरोहों के लिए बदनाम किया गया, वही आज सुरक्षा के लिए रक्षा गलियारा बना रहा है। कानपुर में मेट्रो रेल परियोजना और ऊर्जा ईंधन को समर्पित बीना-पनकी पाइपलाइन परियोजना की शुरुआत करने के बाद कानपुर नगर के निराला नगर स्थित रेलवे ग्राउंड में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ''जिस यूपी को कभी अवैध हथियारों वाले गैंग के लिए बदनाम किया गया था, वही उत्तर प्रदेश, देश की सुरक्षा के लिए डिफेंस कॉरिडोर बना रहा है, इसीलिए यूपी के लोग कह रहे हैं फर्क साफ है।'' केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''ये फर्क योजनाओं और परियोजनाओं का ही नहीं बल्कि काम करने के तरीके का भी है।'' उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के कार्यकाल में कानून-व्यवस्था की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘किसी राज में निवेश के लिए, उद्योगों के फलने फूलने के लिए सबसे जरूरी है कानून व्यवस्था का राज। यूपी में पहले जो सरकारें रहीं, उन्होंने माफियावाद का पेड़ इतना फैलाया कि उसकी छांव में सारे उद्योग-धंधे चौपट हो गए।'' उन्होंने कहा, ''यूपी में पहले जिन लोगों ने सरकार चलाई उन लोगों ने कभी समय की अहमियत नहीं समझी। 21वीं सदी के इस कालखंड में यूपी को जिस तेज गति से प्रगति करनी थी, उस अमूल्य समय को पहले की सरकारों ने गंवा दिया, क्योंकि उनकी प्राथमिकताओं में यूपी का विकास नहीं था, उनकी प्रतिबद्धता यूपी के लोगों के लिए नहीं थी।'' मोदी ने कहा, ''आज उत्तर प्रदेश में जो डबल इंजन की सरकार चल रही है, वह बीते कालखंड में समय का जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई में जुटी है, हम डबल स्पीड से काम कर रहे हैं।'' उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार जिस काम का शिलान्यास करती है, उसका उद्घाटन भी समय से करती है। प्रधानमंत्री ने पूर्ववर्ती सरकारों पर हमला बोलते हुए कहा, ‘‘आजादी के बाद दशकों तक हमारे देश में एक सोच रही कि जो कुछ भी नया होगा, अच्छा होगा वह तीन चार बड़े शहरों में ही होगा। देश के बड़े मेट्रो शहरों के अलावा जो शहर थे उन्हें अपने हाल पर छोड़ दिया गया।'' मोदी ने कहा, ''इन शहरों में रहने वाले लोगों की कितनी बड़ी ताकत है, उन्हें सुविधा देना कितना जरूरी है, यह पहले सरकार चलाने वाले समझ नहीं पाये, इन शहरों की आकांक्षाओं पर पहले जो सरकार में थे उन्होंने ध्यान ही नहीं दिया।'' मोदी ने अकेले मेट्रो के क्षेत्र में अपनी सरकार की उपलब्धियां बताते हुए कहा, ''साल 2014 से पहले यूपी में जितनी मेट्रो चलती थी उसकी कुल लंबाई नौ किलोमीटर थी और साल 2014 से 2017 के बीच मेट्रो की लंबाई हुई 18 किलोमीटर और आज कानपुर मेट्रो को मिला दें तो यूपी में मेट्रो की लंबाई 90 किलोमीटर से ज्यादा हो चुकी है।'' उन्होंने कहा, ''2014 के पहले देश के सिर्फ पांच शहरों में मेट्रो की सुविधा थी लेकिन आज अकेले यूपी के पांच शहरों में मेट्रो चल रही है और देश के 27 शहरों में मेट्रो पर काम चल रहा है।'' मोदी ने कहा, ''जो पहले सरकार में थे वो इस मानसिकता के साथ सरकार चलाते थे कि पांच साल के लिए लॉटरी लगी है, जितना हो सके यूपी को लूटते चलो, लूट लो।'' उन्होंने कहा ''आपने खुद देखा है कि यूपी में पहले की सरकारें जो परियोजनाएं शुरू करती थीं उनमें कैसे हजारों करोड़ के घोटाले हो जाते थे, इन लोगों ने कभी यूपी के लिए बड़े लक्ष्यों पर काम नहीं किया, बड़े विजन के साथ काम नहीं किया, इन लोगों ने खुद को कभी यूपी की जनता के लिए जवाबदेह माना ही नहीं। आज डबल इंजन की सरकार पूरी ईमानदारी से, पूरी जवाबदेही के साथ यूपी को नई ऊंचाई तक ले जाने के लिए काम कर रही है।'' कानपुर की विशेषता बताते हुए मोदी ने कहा कि '' यह कानपुर है जिसने दीनदयाल उपाध्याय, सुंदर सिंह भंडारी और अटल बिहारी वाजपेयी जैसे ‘विजनरी' (दूरदृष्टि वाले) नेताओं को गढ़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पुराने दिनों की स्मृतियों को साझा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा ''जब संगठन के काम के लिए मेरा आपके बीच आना होता था तो खूब सुनता था- ''झाड़े रहो, कलेक्टरगंज।'' उन्होंने पूछा '' आजकल आप लोग बोलते हैं या नयी पीढ़ी के लोग भूल गए।
- नयी दिल्ली। प्रमुख दवा निर्माता सिप्ला को भारतीय दवा महानियंत्रक (डीसीजीआई) से देश में कोविड-19 के इलाज में उपयोगी एंटीवायरल दवा मॉलनुपिरेविर के आपातकालीन उपयोग की अनुमति मिली है। उसकी योजना इस दवा को सिप्मोलनु ब्रांड नाम के तहत पेश करने की है। सिप्ला के प्रबंध निदेशक एवं वैश्विक मुख्य कार्यकारी अधिकारी उमंग वोहरा ने एक बयान में कहा कि कोविड के इलाज के लिए जरूरी उपचारों को उपलब्ध कराने के तहत यह एक नई पेशकश की गई है। इस दवा को भारत के अलावा निम्न एवं मध्यम आय वाले 100 से अधिक देशों में भी मुहैया कराने की योजना है। इससे पहले दिन में सरकार ने कोविड-19 के इलाज में मॉलनुपिरेविर (गोली) के आपात स्थिति में नियंत्रित उपयोग की अनुमति दी थी। इसे वयस्क मरीजों और बीमारी से ज्यादा खतरे वाले लोगों को दिया जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने ट्वीट किया, ‘‘कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई को और मजबूत करते हुए, केन्द्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने एक दिन में तीन स्वीकृति दी हैं। कोवोवैक्स एवं कोर्बेवैक्स टीके और ‘मॉलनुपिरेविर' दवा को कुछ शर्तों के साथ आपात उपयोग की अनुमति दी गई है।'' दवा कंपनी सन फार्मा को भी मॉलनुपिरेविर के विपणन के लिए डीसीजीआई की मंजूरी मिल गई है। कंपनी ने मंगलवार को कहा कि उसकी सहायक कंपनी को डीसीजीआई से विनिर्माण और विपणन के लिए ईयूए मिला है। ऑप्टिमस फार्मा ने भी एक या दो दिन में भारतीय बाजार में मोलनुपिराविर पेश करने की घोषणा की है।
- हैदराबाद। टीका विनिर्माता बायोलॉजिकल ई. लिमिटेड (बीई) की अपने कोविड-19 टीके कॉर्बेवैक्स का उत्पादन 7.5 करोड़ खुराक प्रति महीने की दर से करने की योजना है। बीई ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि फरवरी, 2022 से वह कॉर्बेवैक्स टीके की हर महीने 10 करोड़ से अधिक खुराकों का उत्पादन कर पाने की स्थिति में होगी। ऐसा होने पर वह भारत सरकार को अपने वादे के अनुरूप 30 करोड़ खुराकों की आपूर्ति कर पाएगी। कॉर्बेवैक्स टीके को भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीजीसीआई) ने मंगलवार को ही अनुमति दी है। यह भारत का स्वदेश में विकसित पहला प्रोटीन आधारित कोविड टीका है। नियामकीय अनुमति मिलने के फौरन बाद जारी बयान में कंपनी ने कहा कि वह वैश्विक स्तर पर इस टीके की एक अरब से अधिक खुराकों के उत्पादन की योजना बना रही है। बायोलॉजिकल ई. ने कहा, ‘‘हम महीने में 7.5 करोड़ खुराकों की रफ्तार से उत्पादन लक्ष्य को हासिल करना चाहते हैं। फरवरी से हमारी उत्पादन दर 10 करोड़ खुराक प्रति महीने हो जाने की उम्मीद है। ऐसा होने पर हम भारत सरकार को वादे के अनुरूप 30 करोड़ खुराक की आपूर्ति कर पाएंगे।'' इस टीके का विकास बायोलॉजिकल ई. लिमिटेड ने टेक्सास चिल्ड्रंस हॉस्पिटल के टीका विकास केंद्र के साथ मिलकर किया है। इसके अलावा टेक्सास के ह्यूस्टन स्थित बेलॉर कॉलेज ऑफ मेडिसिन ने भी इसमें अहम भूमिका निभाई है। बीई लिमिटेड की प्रबंध निदेशक महिमा दातला ने कहा, ‘‘हम वर्षों से गुणवत्ता वाले टीके एवं दवाइयां बनाते रहे हैं। हमने कोविड-19 का भी एक किफायती एवं असरदार टीका बनाने का विचार किया और अब यह एक हकीकत बन चुका है।'' कॉर्बेवैक्स अपने क्लिनिकल परीक्षण के दो दौर पूरा कर चुका है जिसमें भारत के 33 स्थानों पर 18-80 वर्ष की उम्र के 3,000 से अधिक लोग शामिल हुए। कंपनी ने कहा कि इन परीक्षणों में टीका पूरी तरह सुरक्षित पाया गया। उसके मुताबिक, कॉर्बेवैक्स कोविशील्ड की तुलना में प्रतिरोधक क्षमता दिखाने में कहीं आगे रहा।
- डिंडोरी (मध्यप्रदेश)।) मध्य प्रदेश के डिंडोरी जिले के वन क्षेत्र में एक बाघिन और एक जंगली भैंसा संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाए गए। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि सरस्ताल वन क्षेत्र में सोमवार को ग्रामीणों ने एक बाघिन का शव देखा और उसके पास ही एक जंगली भैंसा भी मृत पाया गया। उप मंडलाधिकारी (वन) ए के शर्मा ने कहा कि 10 वर्षीय बाघिन वन क्षेत्र में एक सड़क के किनारे मृत पाई गई। उन्होंने कहा कि इस इलाके में जो भैंसा मृत हालत में मिला संभवत उसे बाघिन ने मार डाला हो। अधिकारी ने कहा कि वन कर्मियों का एक दल जानवरों की मौत का सही कारण पता लगाने के लिए शव का परीक्षण करेगा।
- श्रीनगर। संक्षिप्त राहत के बाद पिछले दो दिनों में बर्फबारी एवं बारिश के चलते कश्मीर घाटी में मंगलवार को शीतलहर लौट आयी एवं पारा हिमांक बिंदु के नीचे चला गया जबकि श्रीनगर उसका अपवाद रहा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उनके अनुसार उत्तरी कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटन केंद्र गुलमर्ग में पारा शून्य के नीचे 9.4 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया। आज का न्यूनतम तापमान कल की तुलना में 3.4 डिग्री कम रहा। वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए आधार शिविर के रूप में उपयोग में आने वाले पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से 7.9 डिग्री नीचे रहा जबिक उसकी पिछली रात यह शून्य के नीचे 4.1 डिग्री था। अधिकारियों के मुताबिक केवल श्रीनगर में न्यूनतम तापमान हिमांक के ऊपर रहा, यहां पारा 1.4 डिग्री तक लुढका । सोमवार को शहर में न्यूनतम तापमान शून्य के नीचे 2.2 डिग्री था। उनके अनुसार घाटी का प्रवेश द्वारा समझे जाने वाले काजीगुंड में न्यूनतम तापमान शून्य के नीचे 0.4 डिग्री दर्ज किया गया। दक्षिण कश्मीर के निकटस्थ कोकरनागर में पारा शून्य के नीचे 2.5 डिग्री तक लुढक गया। उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा में न्यूनतम तापमान एक डिग्री सेल्सियस रहा। कश्मीर घाटी फिलहाल 40 दिनों की भयंकर सर्दी के दौर में दाखिल हुई जिसे ‘चिल्ल-ई-कलां' कहा जाता है। ‘चिल्ल-ई-कलां' एक ऐसा काल है जब सर्दी पूरे क्षेत्र में अपने गिरफ्त में लिये रखती है और तापमान काफी घट जाता है। यहां डल झील समेत घाटी के जलाशय एवं जलापूर्ति लाइनों में पानी बर्फ बन जाता है। इस दौरान हिमपात की संभावना अक्सर रहती हैं तथा ज्यादातर क्षेत्रों खासकर ऊंचाई वाले इलाकों में भारी से बहुत अधिक हिमपात होता है। कश्मीर में ‘चिल्ल-ई-कलां' 31जनवरी को खत्म होगा लेकिन उसके बाद भी शीतलहर रहती है और फिर 20 दिनों का ‘चिल्लई-खुर्द' और 10 दिनों का ‘चिल्लई बच्चा' का दौर आता है।
- मुंबई। देश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वास्तविक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष (2021-22) और अगले वित्त वर्ष (2022-23) में नौ प्रतिशत रहने का अनुमान है। एक रिपोर्ट में यह कहा गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 के नए स्वरूप ओमीक्रोन को लेकर चिंता के बावजूद अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर ऊंची रहने का अनुमान है। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही जुलाई-सितंबर में आर्थिक वृद्धि दर 8.4 प्रतिशत रही है। वहीं पहली तिमाही अप्रैल-जून में अर्थव्यवस्था 20.1 प्रतिशत की दर से बढ़ी थी। घरेलू रेटिंग एजेंसी इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने एक रिपोर्ट में कहा, ‘‘हम अर्थव्यवस्था के संगठित और असंगठित क्षेत्रों के बीच स्पष्ट ‘के' आकार के पुनरूद्धार के साथ चालू वित्त वर्ष में नौ प्रतिशत की वृद्धि दर के अपने अनुमान पर कायम हैं।'' ‘के' आकार के पुनरुद्धार से आशय नरमी के बाद अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग पुनरुद्धार के स्तर से है। उन्होंने कहा कि अगले वित्त वर्ष में भी भारतीय अर्थव्यवस्था नौ प्रतिशत की दर से बढ़ेगी।नायर ने उम्मीद जताई कि मार्च, 2022 तक दोनों टीके लगा चुके वयस्कों की संख्या बढ़कर 85-90 प्रतिशत हो जाएगी। उन्होंने कहा कि बूस्टर खुराक और 15-18 आयु वर्ग के लिए टीकों की घोषणा का स्वागत है, लेकिन अभी यह देखा जाना बाकी है कि क्या मौजूदा टीके ओमीक्रोन के खिलाफ सुरक्षा देने में सक्षम रहेंगे या नहीं, जिससे देश में महामारी की तीसरी लहर को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए कई राज्यों द्वारा अंकुश लगाए जा रहे हैं जिससे आर्थिक पुनरुद्धार अस्थायी रूप से बाधित हो सकता है। विशेषरूप से इससे चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में संपर्क-गहनता वाले क्षेत्र प्रभावित हो सकते हैं। नायर ने कहा कि अगले वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था का विस्तार अधिक अर्थपूर्ण और मूर्त होगा। यह चालू वित्त वर्ष में आधार प्रभाव की वजह से हुए विस्तार की तरह नहीं होगा। रेटिंग एजेंसी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के जो आंकड़े उपलब्ध हैं उनसे इस बात का स्पष्ट प्रमाण नहीं मिलता कि मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) का सतत और टिकाऊ वृद्धि का मानदंड पूरा हुआ है, जिसके आधार पर वह फरवरी, 2022 में नीतिगत रुख में बदलाव कर इसे तटस्थ करे।-
- नयी दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की कनवर्जेन्स एनर्जी सर्विसेज लिमिटेड (सीईएसएल) ने ग्राम उजाला कार्यक्रम के तहत 50 लाख एलईडी बल्ब वितरित करने की महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। बिजली मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लि. (ईईएसएल) की पूर्ण अनुषंगी इकाई सीईएसएल ने ग्राम उजाला कार्यक्रम की परियोजना करोड़ के तहत 50 लाख एलईडी बल्ब वितरित करने की महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। ग्राम उजाला योजना बिहार, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना के ग्रामीण परिवारों में लागू की जा रही है। सीईएसएल ने इस वर्ष मार्च में गांवों में सस्ती कीमत यानी 10 रुपये में एलईडी बल्ब वितरित करने की योजना शुरू की थी। इस महीने राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस, 2021 के अवसर पर सीईएसएल ने एक दिन में ही 10 लाख एलईडी बल्ब वितरित करने का महत्वपूर्ण लक्ष्य हासिल किया। सीईएसएल परंपरागत बल्बों के बदले 10 रुपये प्रति बल्ब की कीमत पर तीन साल की गारंटी के साथ उच्च गुणवत्ता के सात वॉट और 12-वॉट के एलईडी बल्ब उपलब्ध करा रही है। इस कार्यक्रम के तहत प्रत्येक परिवार अधिकतम पांच बल्ब प्राप्त कर सकता है। इससे उक्त राज्यों के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रति वर्ष 71,99,68,373.28 यूनिट बिजली बचत का अनुमान है। इससे लागत के रूप में सालाना करीब 250 करोड़ रुपये की बचत होगी। यह कार्यक्रम 31 मार्च, 2022 तक चलेगा। सीईएसएल की प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी महुआ आचार्य ने कहा, ‘‘यह कार्यक्रम ग्रामीण परिवेश के समग्र विकास को सुनिश्चित करने के लिए चलाया जा रहा है... कार्बन क्रेडिट के वित्तीय मॉडल पर काम करते हुए हम ‘परियोजना करोड़' के पूरा होने पर अन्य राज्यों के गांवों में भी इस कार्यक्रम का विस्तार करेंगे।
- नोएडा (उप्र) । उपनगर के थाना एक्सप्रेस-वे क्षेत्र में कार में लिफ्ट देकर लोगों से लूटपाट करने वाले एक गैंग के पांच बदमाशों को पुलिस ने बीती रात को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया। अपर पुलिस उपायुक्त (जोन प्रथम) रणविजय सिंह ने बताया कि बीती रात चेकिंग के दौरान पुलिस को एक कार आती हुई दिखाई दी, जब उसे रुकने का इशारा किया तब चालक ने रूकने के बजाय कार भगा दी। उन्होंने बताया कि पुलिस के पीछा करने पर पांच बदमाश कार से उतरकर पुलिस पर गोली चलाने लगे। सिंह ने बताया कि पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की जिसमें एक बदमाश के पैर में लगी है तथा उसके बाद पुलिसकर्मियों ने अन्य चार बदमाशों को भी दबोच लिया। अपर उपायुक्त ने बताया कि इन बदमाशों के पास से पुलिस ने दो देसी तमंचा, कारतूस, बिना नंबर प्लेट की कार बरामद की। पूछताछ के दौरान इन गिरफ्तार बदमाशों ने पुलिस को बताया है कि उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में कार में लिफ्ट देकर लूटपाट की दर्जनों वारदातें की है। पुलिस के अनुसार ये बदमाश इससे पूर्व भी लूटपाट, हत्या के प्रयास, अवैध हथियार रखने, समेत विभिन्न धाराओं में जेल जा चुके हैं।
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नई दिल्ली। कोविड-19 के बढते मामलों को देखते हुए दिल्ली में स्कूल, कॉलेज, सिनेमा हॉल, जिम, मल्टीप्लेक्स, बैंक्वेट हॉल, ऑडिटोरियम और स्पोर्टस कॉम्पलेक्स तत्काल प्रभाव से बंद कर दिए गए हैं। दिल्ली में रात का कर्फ्यू दस बजे से लेकर सुबह पांच बजे तक लागू रहेगा। ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान- ग्रैप के अंतर्गत दिल्ली में घोषित येलो अलर्ट के मद्देनज़र ये प्रतिबंध लागू किए गए हैं।
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण- डीडीएमए के आदेश के अनुसार दिल्ली मेट्रो और बसें बैठने की पचास प्रतिशत क्षमता के चलेंगी और इनमें खडे होकर यात्रा नहीं की जा सकेंगी। रेस्त्रां को पचास प्रतिशत क्षमता के साथ सुबह आठ बजे से रात दस बजे तक और बार को भी पचास प्रतिशत क्षमता के साथ दोपहर 12 बजे से रात दस बजे तक ही काम करने की अनुमति दी गई है।राजनीतिक, धार्मिक और त्यौहारों के समारोहों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। अंतिम संस्कार और विवाह कार्यक्रम में अधिकतम बीस लोग शामिल हो सकेंगे। डीडीएमए के आदेश में कहा गया है कि शादी केवल घर में की जा सकेंगी। मॉल में दुकानें ऑड ई-वन आधार पर खुलेंगी। धार्मिक स्थल खुले रहेंगे लेकिन उनमें किसी श्रद्धालू को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। सार्वजनिक पार्कों और बागीचों में केवल सैर करने, दौड़ने और खेलने की अनुमति होगी।अंतर्राजीय बस सेवा के अंतर्गत बसों में पचास प्रतिशत की क्षमता तक यात्री बैठ कर यात्रा कर सकेंगे। दिल्ली सरकार के कार्यालयों में ग्रुप-ए के अधिकारियों और अनुभाग अधिकारियों की शत-प्रतिशत उपस्थिति होगी, जबकि ग्रुप-ए से कम दर्जे के पचास प्रतिशत कर्मचारियों को कार्यालय आना होगा। निजी कार्यालयों में भी पचास प्रतिशत कर्मचारियों की उपस्थिति की अनुमति दी गई है। ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान- ग्रैप, पॉजिटिविटी रेट की दर, कोविड के नए मामलों और ऑक्सीजन बेड की संख्या पर आधारित है। ग्रैप के अंतर्गत चार श्रेणियां निर्धारित की गई हैं, ये हैं- येलो, एम्बर, ऑरेन्ज और रेड। दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से कोविड के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है और लगातार दो दिन से पॉजिटिविटी रेट शून्य दशमलव पांच प्रतिशत से अधिक बनी हुई है। इसके अलावा कोविड के नए वैरिेएंट ओमिक्रॉन के मामले भी बढ़ रहे हैं। - जयपुर। राजस्थान पुलिस नए साल पर शराब पीकर वाहन चलाने वालों को हतोत्साहित करने के लिए इन दिनों लोगों को ‘‘बुलाती है, मगर जाने का नहीं'' की नसीहत दे रही है। दरअसल राजस्थान पुलिस ने 'ड्रिंक एंड ड्राइव' के खिलाफ अभियान के तहत ट्वीट पर एक संदेश दिया है, जिसमें मशहूर शायर राहत इंदौरी की उक्त पंक्तियों का इस्तेमाल किया गया है। इसमें कहा गया है, ‘‘बुलाती है मगर जाने का नहीं ... (मदिरा) पीकर गाड़ी चलाने का नहीं।'' पुलिस ने लोगों से नए साल पर शराब पीकर गाड़ी चलाने से परहेज करने की अपील की है। इससे पहले भी राजस्थान पुलिस लोगों को जागरुक करने के लिए इस तरह के रचनात्मक संदेश सोशल मीडिया पर साझा करती रहती है।
- नोएडा (उत्तर प्रदेश) । नोएडा के थाना सेक्टर 39 क्षेत्र के तहत सेक्टर 94 के पास तेज गति से जा रही एक कार अनियंत्रित होकर गहरे नाले में गिर गई। इस घटना में एक इंजीनियर की मौत हो गई, जबकि उसका साथी गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पुलिस आयुक्त आलोक सिंह के मीडिया प्रभारी पंकज कुमार ने बताया कि जयपुर के मानसरोवर कॉलोनी के रहने वाले हार्दिक (25) पुत्र सुनील वर्मा तथा उनका दोस्त स्नेहिल बीती रात करीब डेढ बजे कार से सेक्टर 94 के पास से गुजर रहे थे। उन्होंने बताया कि तेज गति से जा रही कार अनियंत्रित होकर सेक्टर 94 के पास नाले में जा गिरी। कुमार ने बताया कि घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस क्रेन की सहायता से करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद कार को नाले से बाहर निकालने में कामयाब हुई। उन्होंने बताया कि कार के अंदर फंसे हार्दिक वर्मा और स्नेहिल को पुलिस ने उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया, जहां चिकित्सकों ने हार्दिक को मृत घोषित कर दिया, जबकि स्नेहिल की हालत काफी नाजुक बनी हुई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर मामले की जांच कर रही है। मृतक हार्दिक के पिता राजस्थान में पत्रकारिता से जुड़े हुए हैं।
- कोल्लम। केरल के कोल्लम जिले के चावड़ा में मंगलवार तड़के एक मिनी बस और एक वैन के बीच टक्कर में चार मछुआरों की मौत हो गई, जबकि 20 अन्य घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। मछुआरे विझिंजम से उत्तरी कोझिकोड जिले के बेपोर जा रहे थे, तभी उनकी मिनी बस एक वैन से टकरा गई, जो नींडकारा जा रही थी। मिनी बस से टकराते ही वैन पलट गई। पुलिस ने कहा कि सभी घायल व्यक्तियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
- कोलकाता। बीसीसीआई अध्यक्ष और भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के बाद शहर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है हालांकि उनकी हालत अब स्थिर बताई गई है। गांगुली को कोरोना टीके के दोनों डोज लग चुके हैं और वह लगातार यात्रा कर रहे थे ।वुडलैंड्स अस्पताल द्वारा जारी एक बयान के अनुसार ,‘‘ बीसीसीआई अध्यक्ष और भारत के पूर्व क्रिकेट कप्तान सौरव गांगुली को 27 दिसंबर की देर शाम कोरोना संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया ।'' बयान में कहा गया ,‘‘उन्हें कल रात ही मोनोक्लोनल एंटीबॉडी कॉकटेल थेरेपी दी गई और फिलहाल उनका रक्तचाप और ह्र्दयगति स्थिर (हायमोडायनामिकली स्टेबल) है ।'' इसमें आगे कहा गया ,‘‘डॉक्टर सरोज मंडल, डॉक्टर सप्तर्षि बासु और डॉक्टर सौविक पांडा की टीम डॉक्टर देवी शेट्टी और डॉक्टर आफताब खान से सलाह लेकर उनके स्वास्थ्य पर नजर रखे हुए है ।'' गांगुली को इस साल की शुरूआत में दो बार अस्पताल में भर्ती कराया गया था । ह्र्दय से जुड़ी परेशानियों के बाद उनकी आपात एंजियोप्लास्टी कराई गई थी ।
- नयी दिल्ली। आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को इंटेल फाउंड्री सर्विसेज के अध्यक्ष रणधीर ठाकुर के एक पोस्ट के बाद भारत में इंटेल का ‘‘स्वागत'' करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया। ठाकुर ने अपनी पोस्ट में भारत सरकार द्वारा हाल में घोषित सेमीकंडक्टर डिजाइन और विनिर्माण नीति की तारीफ की थी। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 15 दिसंबर को देश में सेमीकंडक्टर (अर्धचालक) और डिस्प्ले बोर्ड के विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए 76,000 करोड़ रुपये की उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना को मंजूरी दी थी। इस योजना के तहत अगले चार वर्षों में 1.7 लाख करोड़ रुपये का निवेश मिलने और 1.35 लाख रोजगार के अवसरों के सृजन की उम्मीद है। यह घोषणा ऐसे वक्त में हुई, जब इलेक्ट्रॉनिक चिप की दुनिया भर में कमी है और कई सेमीकंडक्टर कंपनियां अपनी क्षमता को बढ़ा रही हैं। आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को ट्वीट किया, ‘‘इंटेल - भारत में आपका स्वागत है।'' यह ट्वीट, इंटेल के ठाकुर के एक ट्वीट के जवाब में था, जिसमें लिखा था, ‘‘इलेक्ट्रॉनिक और सेमीकंडक्टर केंद्र के रूप में भारत में सेमीकंडक्टर डिजाइन और विनिर्माण प्रोत्साहन के लिए इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव और राजीव चंद्रशेखर को बधाई।'' ठाकुर ने आगे लिखा: ‘‘आपूर्ति श्रृंखला के सभी पहलुओं - प्रतिभा, डिजाइन, विनिर्माण, परीक्षण, पैकेजिंग और लॉजिस्टिक, के लिए एक योजना को देखकर खुशी हुई।
- जयपुर। राजस्थान पुलिस के अपराध अन्वेषण विभाग (सीआईडी-क्राइम ब्रांच) के दल ने मंगलवार को पाली जिले में अवैध अंग्रेजी शराब की 355 पेटियां जब्त की और मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया। जब्त शराब की कीमत 50 लाख रुपये आंकी गई है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (अपराध) रवि प्रकाश ने बताया कि सीआईडी क्राइम ब्रांच की टीम ने पाली के सदर थाना क्षेत्र में गुजरात ले जाई जा रही अवैध अंग्रेजी शराब की 355 पेटियां जब्त की और दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह शराब एक ट्रक में लदी थीं, उसे भी जब्त कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि अवैध शराब ट्रक में आलू की बोरियों के नीचे छिपा कर रखी गई थी। चालक ने बताया कि वह ये अवैध शराब सीकर जिले के निमोड़ी कुशलपुरा से लाया था और उसे गुजरात के जामनगर में पहुंचाने जा रहा था। चालक अवैध अंग्रेजी शराब की तस्करी के मामले में पहले भी गिरफ्तार हो चुका है। जब्त अवैध अंग्रेजी शराब की कीमत 50 लाख रुपये आंकी गई है। पुलिस ने चालक सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है और मामले की जांच की जा रही है।
- नई दिल्ली। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि कोविड वैक्सीन लगावाने के इच्छुक लोगों को अगले महीने की पहली तारीख से को-विन पोर्टल पर स्वयं को पंजीकृत कराना होगा। मंगलवार को मंत्रालय ने कहा है कि लाभार्थी, वॉक इन रजिस्ट्रेशन सुविधा का उपयोग भी कर सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल ही में घोषणा की थी कि पंद्रह से अठारह वर्ष आयु वर्ग के लिए टीकाकरण अगले महीने की तीन तारीख से शुरू किया जाएगा। कमजोर श्रेणियों को ऐहतियाती तौर पर तीसरी खुराक अगले महीने की दस तारीख से दी जाएगी।इस बीच, स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के साथ तालमेल से सम्भावित लाभार्थियों का टीकाकरण शुरू करने की समीक्षा के प्रयास तेज कर दिए हैं। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने टीकाकरण शुरू करने की समीक्षा के लिए आज सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों की कार्यशाला की अध्यक्षता की।स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को केवल कोवैक्सीन की खुराक दी जाएगी और कोवैक्सीन की अतिरिक्त खुराक उन्हें भेजी जाएगी। राज्यों को सूचित किया गया है कि उनके पास कुछ कोविड टीकाकरण केन्द्रों को पन्द्रह से अठारह वर्ष आयु वर्ग के टीकाकरण केन्द्र को विशेष केन्द्र बनाने का विकल्प होगा और उन्हें को-विन पोर्टल में अलग से दिखाया जाएगा। श्री भूषण ने बताया कि केवल उन ही लोगों को ऐहतियाती खुराक दी जाएगी जिनको नौ महीने या इससे पहले दूसरी खुराक दी जा चुकी है।कोविड टीकाकरण केन्द्र में साठ वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों में अन्य बीमारी होने से सम्बंधित डॉक्टर द्वारा दिए जाने वाले प्रमाण पत्र की आवश्यकता को लेकर मीडिया में फैलाए जा रहे दुष्प्रचार पर स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि केन्द्र ने इस बारे में कोई निर्देश जारी नहीं किया है। उन्होंने यह भी कहा कि ऐहतियाती खुराक देने के लिए कोविड टीकाकरण केन्द्र में प्रमाण पत्र या दवा की पर्ची दिखाना अनिवार्य नहीं है। उन्होंने बताया कि ऐहतियाती खुराक के लिए सभी पात्र लाभार्थिेयों को को-विन से संदेश दिया जाएगा और यह डिजिटल वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट में भी दिखाई देगा।
- शामली। उत्तर प्रदेश के शामली जिले के भबिसा गांव में जंगल में एक पशु विक्रेता का शव एक पेड़ से लटका मिला। पशु विक्रेता शनिवार से लापता था। पुलिस सूत्रों ने कहा कि कांधला थानांतर्गत क्षेत्र के जंगल में सोमवार शाम 50 वर्षीय मुमताज का शव मिला। थाना प्रभारी गजेंद्र सिंह भाटी के अनुसार, शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और जांच जारी है। भाटी ने कहा कि मृतक के बेटे फरमान ने शनिवार से अपने पिता के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी। इस बीच कल, मुजफ्फरनगर जिले में बुढ़ाना थानांतर्गत इलाके के इटावा गांव में खेत में एक महिला का शव मिला। पुलिस ने कहा कि शव की पहचान अभी नहीं हो सकी है और उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस को शक है कि किसी ने महिला की हत्या कर शव वहां फेंक दिया।
- नयी दिल्ली। पंजाब विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पूर्व भारतीय क्रिकेटर दिनेश मोंगिया और कांग्रेस के मौजूदा विधायक फतह सिंह बाजवा केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की मौजूदगी में मंगलवार को यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए।कादियां से विधायक बाजवा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा के भाई हैं। बाजवा के अलावा पंजाब से कांग्रेस के मौजूदा विधायक बलविंदर सिंह लड्डी भी मंगलवार को भाजपा में शामिल हो गए।ये नेता ऐसे समय में भाजपा में शामिल हुए हैं जब एक दिन पहले पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखदेव सिंह ढींढसा ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद भाजपा और इन दोनों नेताओं के दलों के औपचारिक गठबंधन की घोषणा की गयी। भाजपा में नेताओं का स्वागत करते हुए शेखावत ने कहा कि अन्य दलों के नेता भाजपा में शामिल हो रहे हैं क्योंकि पार्टी की पंजाब में पकड़ मजबूत हो रही है। पिछले कई दिनों में भाजपा पंजाब में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए नेताओं और प्रतिष्ठित शख्सियतों को पार्टी में शामिल कर रही है।
- जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के कलेक्टर ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर बड़ी संख्या में नागरिकों की शिकायतों के निस्तारण में हो रही देरी से नाराज होकर कुछ अन्य अधिकारियों के साथ अपना स्वयं का दिसंबर माह का वेतन रोकने का आदेश दिया है। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। सोमवार को जारी विज्ञप्ति के अनुसार जिला कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने जिला कोषाध्यक्ष को इस आशय के आदेश का पालन करने का निर्देश दिया है। आदेश में कलेक्टर ने शिकायतों को 100 दिनों से अधिक समय तक लंबित रखने पर अधिकारियों का इस महीने का वेतन रोकने का निर्देश दिया है। अधिकारी ने बताया कि शर्मा ने सोमवार को जिला पंचायत कार्यालय में हुई बैठक के दौरान मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर लंबित शिकायतों की विभागवार समीक्षा करते हुए यह निर्देश जारी किए। कलेक्टर ने अधिकारियों को संवेदनशील होकर शिकायतों का समय सीमा में निस्तारण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एक भी शिकायत को अनसुना नहीं छोड़ा जाना चाहिए। शर्मा ने सफाई व हेल्पलाइन से जुड़े मामलों में लापरवाही बरतने पर नगर निगम के उपायुक्तों का वेतन रोकने के भी निर्देश दिए। विज्ञप्ति में कहा गया है कि राजस्व मामलों के निस्तारण में लापरवाही के लिए कुछ तहसीलदारों और विभिन्न मामलों से निपटने में सुस्ती के लिए कार्यपालन अभियंता की वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश दिए हैं। बैठक में शामिल नहीं होने पर जिला विपणन अधिकारी को कारण बताओं नोटिस भी जारी किया गया है।शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन या समाधान से संबंधित सभी शिकायतों को समय सीमा के अंदर निपटाया जाए और 31 दिसंबर तक 100 दिनों से अधिक समय से लंबित शिकायतों को निपटाने को कहा।
- नयी दिल्ली। भारत की कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई को व्यापक करते हुए केन्द्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने ‘सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया' (एसआईआई) के कोविड-19 रोधी टीके ‘कोवोवैक्स' और ‘बायोलॉजिकल ई' कम्पनी के टीके ‘कोर्बेवैक्स' को कुछ शर्तों के साथ आपात स्थिति में उपयोग की अनुमति दे दी है। साथ ही, कोविड-19 रोधी दवा ‘मोलनुपिराविर' (गोली) के आपात स्थिति में नियंत्रित उपयोग को भी अनुमति मिल गई है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने सीडीएससीओ की कोविड-19 संबंधी विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) द्वारा ‘कोवोवैक्स' और ‘कोर्बेवैक्स' को कुछ शर्तों के साथ आपात स्थिति में उपयोग की अनुमति देने की सिफारिश किए जाने के एक दिन बाद यह घोषणा की। साथ ही, कोविड-19 रोधी दवा ‘मोलनुपिराविर' (गोली) के आपात स्थिति में नियंत्रित उपयोग को भी अनुमति मिल गई है। इसे वयस्क मरीजों और जिन्हें बीमारी से बहुत ज्यादा खतरा है, उन्हें दिया जाएगा। मांडविया ने ट्वीट किया, ‘‘मुबारक हो भारत। कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई को और मजबूत करते हुए, केन्द्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने एक दिन में तीन स्वीकृति दी हैं..कोवोवैक्स, कोर्बेवैक्स टीके और दवा ‘मोलनुपिराविर' को कुछ शर्तों के साथ आपात स्थिति में उपयोग की अनुमति दे दी है।'' इस मंजूरी के साथ, देश में आपात स्थिति में उपयोग होने वाले कोविड-19 रोधी टीकों की संख्या बढ़कर आठ हो गई है। ‘सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया' का ‘कोविशील्ड', भारत बायोटेक का ‘कोवैक्सीन', जायडस कैडिला का ‘जायकोव-डी, रूस का ‘स्पुतनिक वी' और अमेरिका का ‘मॉडर्ना' एवं ‘जॉनसन एंड जॉनसन' वे अन्य छह टीके हैं, जिन्हें भारतीय दवा नियामक पहले ही आपात स्थिति में इस्तेमाल की मंजूरी दे चुका है। मांडविया ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘ ‘कोर्बेवैक्स' भारत का पहला स्वदेशी रूप से विकसित आरबीडी प्रोटीन सब-यूनिट कोविड-19 रोधी टीका है। इस हैदराबाद की ‘बायोलॉजिकल ई' कम्पनी ने बनाया है। यह हैट्रिक है। यह भारत में निर्मित तीसरा टीका है।'' उन्होंने कहा कि ‘नैनोपार्टिकल' टीके ‘कोवोवैक्स' का निर्माण पुणे के ‘सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया' में ही किया जाएगा। मांडविया ने कहा, ‘‘कोविड-19 रोधी दवा ‘मोलनुपिराविर' (गोली) का आपात स्थिति में नियंत्रित उपयोग के लिए देश में 13 कम्पनियों द्वारा निर्माण किया जाएगा...इसे वयस्क मरीजों और जिन्हें बीमारी से बहुत ज्यादा खतरा है उन्हें दिया जाएगा।'' मंत्री ने कहा कि इस स्वीकृति से वैश्विक महामारी के खिलाफ दुनिया की लड़ाई और मजबूत होगी।मांडविया ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कोविड-19 वैश्विक महामारी के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व किया। इन सभी मंजूरियों से वैश्विक महामारी के खिलाफ दुनिया की लड़ाई को और मजबूती मिलेगी। हमारा औषधि उद्योग पूरी दुनिया के लिए लाभकारी है।'' आपात स्थिति में टीके के उपयोग के लिए एसआईआई के आवेदन की सोमवार को दूसरी बार समीक्षा करने वाली सीडीएससीओ की विशेषज्ञ समिति ने गहन अध्ययन के बाद ‘कोवोवैक्स' के उपयोग की सिफारिश की थी। एक आधिकारिक सूत्र ने कहा था, ‘‘समिति ने इस बात पर गौर किया कि टीके का निर्माण नोवावैक्स की प्रौद्योगिकी के आधार पर किया गया है और यह सशर्त विपणन प्राधिकरण के लिए यूरोपीय मेडिसिन एजेंसी द्वारा अनुमोदित है। साथ ही, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसे आपात स्थिति में इस्तेमाल की भी मंजूरी दे दी है।'' एसआईआई में सरकार और नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने इसके संबंध में पहला आवेदन अक्टूबर में दिया था। भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) कार्यालय ने 17 मई को एसआईआई को ‘कोवोवैक्स' टीके के निर्माण और भंडारण की अनुमति दे दी थी। डीसीजीआई की मंजूरी के आधार पर ही अभी तक पुणे स्थित कम्पनी टीके की खुराक का निर्माण और भंडारण कर रही है। अगस्त 2020 में, अमेरिका की टीका बनाने वाली कम्पनी ‘नोवावैक्स इंक' ने एनवीएक्स-सीओवी2373 (कोविड-19 रोधी संभावित टीका) के विकास और व्यावसायीकरण के लिए एसआईआई के साथ एक लाइसेंस समझौते की घोषणा की थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 17 दिसंबर को ‘कोवोवैक्स' टीके के आपात स्थिति में इस्तेमाल की अनुमति दे दी थी। वहीं, सीडीएससीओ ने कोविड-19 रोधी दवा ‘मोलनुपिराविर' के आपात स्थिति में नियंत्रित उपयोग को भी स्वीकृति दी है। अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने हाल ही में ‘मर्क' कम्पनी की कोविड-19 रोधी ‘मोलनुपिराविर' दवा को संक्रमण के उन मरीजों के इलाज के लिए अधिकृत कर दिया था, जिन्हें इस बीमारी से खतरा अधिक है। इससे पहले, नवंबर में ब्रिटेन ने ‘मर्क' की दवा को सशर्त अधिकृत किया गया था, जो कोविड-19 के सफलतापूर्वक इलाज के लिए बनाई गई पहली गोली है। पृथक-वास में रहने वाले मामूली या हल्के लक्षण वाले मरीजों को इस गोली को पांच दिन तक दिन में दो बार लेना होगा।
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नयी दिल्ली। शिक्षा निदेशालय ने सोमवार को बताया कि दिल्ली सरकार के प्राथमिक विद्यालयों में 1 से 15 जनवरी तक सर्दियों की छुट्टी रहेगी और इस दौरान कोई ऑनलाइन या ऑफलाइन कक्षाएं या अन्य गतिविधियों का संचालन नहीं होगा। निदेशालय ने हालांकि कहा कि छात्रों ने 2021-22 के शिक्षण सत्र में अभी तक हुई पढ़ाई के दौरान क्या-क्या सीखा है, इसे याद रखने और उसे दोहराने के लिहाज से विद्यार्थियों को ‘असाइनमेंट' दिए जाएंगे। सरकार द्वारा जारी आदेश के अनुसार, ‘‘सभी सर्वोदय विद्यालयों के प्रमुखों को सूचित किया जाता है कि प्राथमिक कक्षाओं के लिए 1 से 15 जनवरी, 2022 तक सर्दियों की छुट्टियां रहेंगी और उस दौरान कोई ऑनलाइन या ऑफलाइन पढ़ाई नहीं होगी।''
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बेंगलुरु।कर्नाटक के मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई ने सोमवार को इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखायी। ये राज्य की पहली ई-बसें हैं। बिजली से चलने वाली इन बसों का उपयोग सार्वजनिक परिवहन में किया जाएगा। जेबीएम ऑटो लि. बेंगलूर महानगर परिवहन निगम (बीएमटीसी) की पहली इलेक्ट्रिक बस परियोजना के तहत 90 इलेक्ट्रिक बस की आपूर्ति करेगी। कंपनी ने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘जेबीएम ईको-लाइफ इलेक्ट्रिक बसें स्मार्ट सिटी पहल के तहत मेट्रो फीडर सेवाओं के तहत चलेंगी। जेबीएम ऑटो को इस साल की शुरुआत में बेंगलुरु शहर के लिए 90 बिना एसी वाली इलेक्ट्रिक बसों का ऑर्डर मिला था।'' विज्ञप्ति के अनुसार, कंपनी ने बीएमटीसी को 40 बसों की आपूर्ति की है। इसमें 25 बसों को आज हरी झंडी दिखायी गयी। बाकी 50 ई-बसों की आपूर्ति अगले कुछ महीनों में की जाएगी।
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नयी दिल्ली। कोविड महामारी के कारण देरी होने के बाद दिल्ली के एक निजी अस्पताल में 30 इराकी बच्चों के दिल की सर्जरी की गई। अस्पताल द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, मैक्स हेल्थकेयर ने इराक के स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ मिलकर ये सर्जरी की है। अगले 10 दिनों में ऐसी और सर्जरी होनी है। साकेत स्थित मैक्स सुपर स्पेशियालिटी अस्पताल के मुख्य सर्जन डॉक्टर कुलभूषण सिंह डागर ने इन बच्चों के स्वास्थ्य के संबंध में कहा कि कोविड के कारण इन्हें समय पर इलाज नहीं मिला, जिससे चीजें जटिल हो गईं। उन्होंने कहा, ‘‘महामारी के कारण लगी यात्रा पाबंदियों की वजह से इन बच्चों को आने में देरी हुई जिससे उनका स्वास्थ्य और बिगड़ गया। उन्हें तत्काल सर्जरी की जरूरत थी और सर्जरी के बाद उनकी देखभाल भी बड़ी चुनौती थी।'