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मुंबई. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बढ़ती महंगाई को काबू में लाने के लिये बुधवार को प्रमुख नीतिगत दर रेपो को 0.5 प्रतिशत बढ़ाकर 4.9 प्रतिशत कर दिया। आरबीआई के इस कदम से कर्ज महंगा होगा और कर्ज की मासिक किस्त यानी ईएमआई बढ़ेगी।
इससे पहले, चार मई को आरबीआई ने अचानक से रेपो दर में 0.4 प्रतिशत की वृद्धि की थी।
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) के निर्णय की जानकारी देते हुए कहा कि एमपीसी ने आम सहमति से नीतिगत दर में 0.5 प्रतिशत की वृद्धि का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि महंगाई दर चालू वित्त वर्ष की पहली तीन तिमाहियों में छह प्रतिशत से ऊपर बने रहने की आशंका है। आरबीआई मौद्रिक नीति पर विचार करते समय मुख्य रूप से खुदरा महंगाई दर को ध्यान में रखता है। खुदरा मुद्रास्फीति अप्रैल में आठ साल के उच्च स्तर 7.79 प्रतिशत रही। यह केंद्रीय बैंक के संतोषजनक स्तर से कहीं अधिक है। आरबीआई को खुदरा महंगाई दो से छह प्रतिशत के दायरे में रखने की जिम्मेदारी मिली हुई है। आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष 2022-23 में आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को 7.2 प्रतिशत पर बरकरार रखा है। -
नई दिल्ली। भारतीय रिज़र्व बैंक ने व्यक्तिगत आवासीय ऋण की वर्तमान सीमा में बढ़ोत्तरी कर दी है। सहकारी बैंकों को भी यह सुविधा उपलब्ध होगी। भारतीय रिज़र्व बैंक ने एक बयान में बताया है कि प्राथमिक नगरीय सहकारी बैंकों - यूसीबी के लिए प्रथम श्रेणी के नगरों के लिए ये सीमा दोगुनी करके 30 लाख से 60 लाख और द्वितीय श्रेणी के नगरों के लिए 70 लाख से एक करोड़ 40 लाख रुपये कर दी गई है। सौ करोड़ रुपये से कम की कुल राशि वाले ग्रामीण सहकारी बैंकों के लिए यह सीमा 20 लाख से 50 लाख तय की गई है। जबकि, शेष ग्रामीण सहकारी बैंकों के लिए यह सीमा 30 लाख से बढ़ाकर 75 लाख कर दी गई है। रिज़र्व बैंक ने कहा है कि 2011 में प्राथमिक सहकारी बैंकों और 2009 में आवासीय ऋण की सीमा में वृद्धि की गई थी। इसी के मद्देनज़र इस वर्ष भी इस प्रकार के ऋणों की सीमा बढाई गई है।इसी तरह उचित मूल्य में आवासीय भवनों की बढ़ती जरूरत को देखते हुए बैंक ने राजकीय सहकारी बैंकों और जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों को कॉमर्शियल रियल इस्टेट-रिहायशी आवासीय भवनों के लिए वित्त उपलब्ध कराने की अनुमति देने का निर्णय लिया है। इस बारे में बाद में विस्तार से अधिसूचना जारी की जाएगी। भारतीय रिज़र्व बैंक ने शहरी सहकारी बैंकों को अपने ग्राहकों को उनके द्वार तक बैंक सेवाएं बढ़ाने की अनुमति देने का निर्णय लिया है। सूचीबद्ध व्यवसायिक बैंकों को इसकी पहले से ही अनुमति दी जा चुकी है। -
नयी दिल्ली. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि राज्यों के वाहन ईंधन पर मूल्य वर्धित कर (वैट) घटाने से मुद्रास्फीतिक दबाव को कम करने में मदद मिलेगी। केंद्र सरकार पहले ही राज्यों से पेट्रोल और डीजल पर वैट घटाने का आग्रह कर चुकी है। अब रिजर्व बैंक के गवर्नर ने भी केंद्र के सुर में सुर मिलाते हुए वाहन ईंधन पर वैट घटाने की वकालत की है। उन्होंने बुधवार को चालू वित्त वर्ष की तीसरी द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा पेश करने के बाद कहा कि राज्यों के पेट्रोल और डीजल पर लगाए जाने वाले मूल्य वर्धित कर को घटाने से मुद्रास्फीतिक दबाव को कम करने में मदद मिलेगी। सरकार ने पिछले महीने पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में आठ रुपये और डीजल पर छह रुपये लीटर की कटौती की थी। इससे आम लोगों को कुछ राहत मिली है। सरकार ने लोगों को और राहत देने के लिए राज्यों से भी वैट घटाने का अनुरोध किया था। हालांकि, ज्यादातर राज्यों ने सरकार के इस अनुरोध को अनदेखा किया है। दास ने कहा कि 21 मई को ईंधन पर उत्पाद शुल्क में कटौती के बाद शहरी परिवारों के बीच एक सर्वेक्षण में पाया गया कि इस कदम से उनकी मुद्रास्फीति अपेक्षाओं में उल्लेखनीय कमी आई है। उन्होंने कहा, ‘‘इस स्थिति में राज्यों का पेट्रोल और डीजल पर वैट घटाना मुद्रास्फीति के साथ-साथ अपेक्षाओं के दबाव को कम करने में मदद कर सकता है।'' इससे पहले केंद्रीय वित्त मंत्री र्निमला सीतारमण और पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पूरी समेत मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों ने भी राज्यों से ईंधन पर वैट घटाने की अपील की थी। - मुंबई। शेयर बाजारों में बुधवार को लगातार चौथे कारोबारी सत्र मे गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स 214.85 अंक और नीचे आ गया। भू-राजनीतिक संकट और आपूर्ति श्रृंखला में बाधाओं के बीच भारतीय रिजर्व बैंक के नीतिगत दर में 0.50 प्रतिशत की वृद्धि के फैसले के बाद बाजार नुकसान के साथ बंद हुए। विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी जारी रहने और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी से भी बाजार पर असर पड़ा। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 214.85 अंक यानी 0.39 प्रतिशत की गिरावट के साथ 54,892.49 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 60.10 अंक यानी 0.37 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16,356.25 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के शेयरों में भारती एयरटेल के शेयर में सबसे अधिक 3.31 प्रतिशत की गिरावट हुई। आईटीसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एशियन पेंट्स, इंडसइंड बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और कोटक महिंद्रा के शेयर भी नुकसान में रहे। वहीं, दूसरी तरफ लाभ में रहने वाले शेयरों में टाटा स्टील, भारतीय स्टेट बैंक, डॉ. रेड्डीज, बजाज फाइनेंस, टीसीएस, टाइटन और मारुति शामिल हैं। रिजर्व बैंक की छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति ने मुद्रास्फीति को काबू में लाने के लिये बुधवार को रेपो दर में 0.5 प्रतिशत की वृद्धि की। इससे मकान, वाहन और अन्य कर्ज की मासिक किस्त यानी ईएमआई बढ़ेगी। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, ‘‘गवर्नर का यह बयान कि अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है और पुनरुद्धार गति पकड़ रहा है, बाजार के नजरिये से उत्साहजनक है।'' उन्होंने कहा, ‘‘आरबीआई ने 2022-23 के लिये आर्थिक वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत और मुद्रास्फीति 6.7 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। यह बताता है कि मौद्रिक नीति वास्तविकताओं पर आधारित है। मुद्रास्फीति का अधिक अनुमान यह दर्शाता है कि केंद्रीय बैंक महंगाई को लेकर काफी गंभीर है।'' इसके अलावा बीएसई स्मॉलकैप में 0.33 प्रतिशत और मिडकैप में 0.15 प्रतिशत की गिरावट आई।एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट, जापान का निक्की और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त में रहे जबकि दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में रहा। यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में गिरावट का रुख था जबकि अमेरिकी शेयर बाजार मंगलवार को मजबूती लेकर बंद हुआ। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.93 उछलकर 121.69 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। शेयर बाजारों के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को 2,293.98 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
- नयी दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने प्रौद्योगिकी आधारित नयी विश्व व्यवस्था की चुनौतियों एवं अवसरों का जिक्र करते हुए बुधवार को कहा कि प्रत्यक्ष नकद अंतरण, आधार, यूपीआई जैसे कदमों के जरिये भारत ने प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपनी ताकत का प्रदर्शन किया है और अब हमें इसके आधार पर ‘‘भविष्योन्मुखी कार्यबल'' बनाने की जरूरत है जो औद्योगिक क्रांति 4.0 से उत्पन्न बदलाव से निपटने में सक्षम हो । केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपतियों एवं राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों के निदेशकों की विजिटर कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन प्रधान ने कहा कि देश में यूनिकार्न की बढ़ती संख्या मजबूत होते उद्यमिता के माहौल का परिचायक है । उन्होंने छात्रों को रोजगार मांगने वाला नहीं बल्कि रोजगार प्रदाता बनने का आह्वान किया । शिक्षा मंत्री ने डिजिटल शिक्षा के क्षेत्र में सरकार द्वारा उठाये गए विभिन्न कदमों का उल्लेख किया और शिक्षा को औपनिवेशिक काल से बाहर निकालने के लिये प्रौद्योगिकी के उपयोग की जरूरत बतायी । प्रौद्योगिकी आधारित नयी विश्व व्यवस्था की चुनौतियों एवं अवसरों का जिक्र करते हुए धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि प्रत्यक्ष नकद अंतरण, आधार, यूपीआई जैसे कदमों के जरिये भारत ने प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपनी ताकत का प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा, ‘‘ अब हमें इसके (प्रौद्योगिकी) आधार पर ‘‘भविष्योन्मुखी कार्यबल'' बनाने की जरूरत है जो औद्योगिक क्रांति 4.0 से उत्पन्न बदलाव से निपटने में सक्षम हो ।'' शिक्षा मंत्री ने एलुमनी नेटवर्क को और मजबूत बनाने तथा भारत में पढ़ो कार्यक्रम सहित भारतीय शिक्षा के अंतरराष्ट्रीयकरण की दिशा में उठाये जा रहे प्रयासों से जुड़ने पर जोर दिया। विजिटर कांफ्रेंस का उद्घाटन मंगलवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में किया था ।इस सम्मेलन के विभिन्न सत्रों के दौरान उच्च शिक्षण संस्थानों की अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग, अकादमिक संस्थानों एवं उद्योगों के बीच गठजोड़, स्कूलों का संयोजन, उच्च एवं व्यवसायिक शिक्षा, उभरती प्रौद्योगिकियों में बीच शिक्षा एवं शोध जैसे विषयों पर चर्चा हुई । गौरतलब है कि राष्ट्रपति 161 उच्च शिक्षा के केंद्रीय संस्थानों के विजिटर हैं।
- न्यूयॉर्क/मॉस्को। सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी आईबीएम ने रूस में कर्मचारियों की छंटनी के साथ अपने कारोबार को व्यवस्थित तरीके से समेटना शुरू कर दिया है। आईबीएम के भारतीय मूल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अरविंद कृष्णा ने यह जानकारी देते कहा कि कंपनी देश में अपने कर्मचारियों के साथ खड़ी रहेगी। इससे पहले मार्च में कंपनी ने यूक्रेन पर सैन्य हमले की वजह से रूस में अपने कारोबार को बंद करने की घोषणा की थी। इस दौरान कई पश्चिमी देशों ने भी रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए थे। आईबीएम ने मंगलवार को कहा कि उसने रूस में अपने कारोबार को व्यवस्थित रूप से बंद करने का निर्णय लिया है। आईबीएम के चेयरमैन कृष्णा ने एक बयान में कहा, ‘‘मैंने सात मार्च को यूक्रेन युद्ध के कारण रूस में कंपनी के कारोबारी परिचालन को बंद करने का अपना निर्णय साझा किया था। प्रभावित क्षेत्रों में कर्मचारियों तथा उनके परिवारों की सुरक्षा और देखभाल पर महीनों से हमारा ध्यान केंद्रित है।
- मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को कहा कि सरकार मुद्रास्फीति की वर्तमान स्थिति को लेकर सचेत है। उन्होंने यह भी कहा कि यह केंद्र पर निर्भर है कि वह कीमतों में वृद्धि को काबू में लाने के लिए आपूर्ति व्यवस्था में और सुधार करे। दास ने केंद्रीय बैंक के मुख्यालय में आयोजित संवादाता सम्मेलन में कहा, ‘‘मुझे यकीन है कि सरकार मुद्रास्फीति की वर्तमान स्थिति को लेकर सर्तक है और अब सरकार को आगे आपूर्ति-पक्ष से जुड़े उन उपायों पर निर्णय लेना है.... जिन्हें वे आवश्यक समझते हैं।’’ दास की तरफ से यह बयान आरबीआई के चालू वित्त वर्ष के लिए अपने मुद्रास्फीति के अनुमान को एक प्रतिशत बढ़ाकर 6.7 प्रतिशत करने के बाद आया है। इससे पहले यह अनुमान 5.7 प्रतिशत पर था।उल्लेखनीय है कि सरकार ने पिछले महीने ईंधन पर उत्पाद शुल्क में 9.5 रुपये लीटर की कटौती की थी। इससे आम लोगों को राहत मिलने के साथ कच्चे माल की लागत कम हुई। इसके अलावा गेहूं और चीनी जैसे खाद्य पदार्थों के निर्यात पर पाबंदी या उसे कम करने के भी उपाए किए। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि सटीक उपाय क्या हो सकते हैं, इस पर विचार या टिप्पणी करना उनका काम नहीं है।उन्होंने कहा, ‘‘इस पर निर्णय लेना सरकार पर निर्भर करता है और मुझे भरोसा है कि वह निर्णय लेंगे। जब भी जरुरत होगी सरकार कदम उठाएगी।’’इससे पहले, दास ने मौद्रिक नीति समिति के निर्णय की जानकारी देते हुए राज्य सरकारों की तरफ से लगाये जाने वाले वैट में कटौती की वकालत की थी। उन्होंने कहा कि केंद्र के उत्पाद शुल्क में कटौती से शहरी महंगाई को लेकर दबाव कम होने की उम्मीद है।गवर्नर ने कहा, ‘‘देश भर में पेट्रोल और डीजल पर राज्यों द्वारा लगाए जाने वाले मूल्य वर्धित कर (वैट) में और कमी निश्चित रूप से मुद्रास्फीति के साथ-साथ अपेक्षाओं के दबाव को कम करने में मदद कर सकता है।’’उन्होंने कहा सरकार और आरबीआई के बीच हर मुद्दे को लेकर लगातार संवाद होता है और इसमें क्रिप्टोकरेंसी जैसे मुद्दे भी शामिल है। आरबीआई के डिप्टी गवर्नर टी रबी शंकर ने कहा कि केंद्रीय बैंक वित्त वर्ष के अंत तक डिजिटल मुद्रा की शुरुआत के साथ सरकार की घोषणा को लागू करेगा।
- नयी दिल्ली। जर्मनी की स्पोर्ट्स लग्जरी कार कंपनी पोर्श ने भारत में पुरानी यानी सेकेंड हैंड कारों के बाजार में कदम रखा है।पोर्श 'अप्रूव्ड' कार्यक्रम अब पुरानी कारों पर 12 माह की न्यूनतम वृहद वॉरंटी के साथ देशभर में उपलब्ध है। इसमें सड़क किनारे 24 घंटे की सेवा भी शामिल है।पोर्श इंडिया के ब्रांड निदेशक मैनोलिटो वुजिसिक ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य आने वाले वर्षों में भारत की सड़कों पर पोर्श वाहनों की संख्या को बढ़ाना है।उन्होंने कहा, ‘‘पोर्श इंडिया के लिए सेकेंड हैंड कारों के बाजार में अपनी सेवाओं का विस्तार एक महत्वपूर्ण कदम है। यह कार की बिक्री के बाद ग्राहकों को संतुष्ट करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। साथ ही यह उन ग्राहकों के प्रति भी हमारी प्रतिबद्धता को बताता है जिनके पास कभी पोर्श वाहन नहीं रहा है।’’ उन्होंने बताया कि पोर्श ‘अप्रूव्ड’ कार्यक्रम के तहत उच्च स्तर की गुणवत्ता की पेशकश की जाती है। प्रत्येक पुरानी पोर्श गाड़ी को 111 जांच के बिंदुओं से गुजरना पड़ता है।
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मुंबई। रेटिंग एजेंसी इक्रा ने चालू वित्त वर्ष के लिए घरेलू हवाई अड्डों पर अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की संख्या के अपने अनुमान को संशोधित किया है। एजेंसी ने सोमवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की संख्या 2022-23 में कोविड-19 महामारी-पूर्व के 80-85 प्रतिशत के स्तर पर पहुंच जाएगी। इससे पहले यह अनुमान 70 से 75 प्रतिशत का था। वहीं मई में अंतराष्ट्रीय यात्रियों की संख्या पहले से ही महामारी पूर्व के 72 प्रतिशत पर पहुंच गई है। इक्रा ने एक विज्ञप्ति में कहा कि मार्च के अंत में अंतराष्ट्रीय अनुसूचित उड़ानों का संचालन फिर से शुरू होने से अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की संख्या में वृद्धि हुई है। रेटिंग एजेंसी के अनुसार अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए प्रमुख स्थान दक्षिण-पूर्व एशिया, पश्चिमी एशिया और यूरोप हैं। गौरतलब है कि कोविड महामारी के बीच दो साल के अंतराल के बाद 27 मार्च, 2022 को अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का वाणिज्यिक संचालन फिर से शुरू हुआ था। इससे पहले ‘बायोबबल' समझौते के तहत अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का संचालन किया जा रहा था। इक्रा में कॉरपोरेट रेटिंग के वरिष्ठ विश्लेषक अभिषेक लाहोटी ने कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक उड़ानों का संचालन फिर से शुरू करने से यातायात में तेजी से सुधार आया है।'' उन्होंने कहा, ‘‘पिछले दो माह में अंतरराष्ट्रीय यातायात में स्वस्थ वापसी या भरपाई को ध्यान में रखते हुए वित्त वर्ष 2022-23 में अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की संख्या महामारी-पूर्व के 80 से 85 प्रतिशत तक पहुंचने की उम्मीद है। इससे पहले यह अनुमान 70 से 75 प्रतिशत था। -
नयी दिल्ली। टाटा मोटर्स ने सोमवार को कहा कि उसे ब्लूस्मार्ट इलेक्ट्रिक मोबिलिटी से 10,000 एक्सप्रेस-टी ईवी इकाइयों की आपूर्ति का ऑर्डर मिला है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि 10,000 इकाइयों का यह सौदा भारत का अबतक का सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) बेड़े का ऑर्डर है। यह ऑर्डर, दोनों कंपनियों के बीच पिछले साल अक्टूबर में 3,500 एक्सप्रेस-टी ईवी की आपूर्ति के लिए हुए सौदे के अतिरिक्त है। इनकी आपूर्ति जल्द शुरू होगी। टाटा मोटर्स पैसेंजर वेहिकल्स के प्रबंध निदेशक शैलेश चंद्रा ने कहा, ‘‘टाटा मोटर्स क्षेत्र के तेजी से विद्युतीकरण की दिशा में सक्रियता से कदम बढ़ा रही है। और यह खुशी की बात है कि जानेमाने फ्लीट एग्रिगेटर हरित परिवहन को बढ़ावा देने के लिए हमारे साथ हैं।'' उन्होंने कहा कि कंपनी को ब्लूस्मार्ट इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के साथ जुड़ाव जारी रखने की खुशी है और इसके तहत 10,000 एक्सप्रेस-टी ईवी को देशभर में तैनात किया जाएगा।
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नयी दिल्ली। मारुति सुजुकी इंडिया ने हरियाणा में अपने मानेसर कारखाने में 20 एमडब्ल्यूपी (मेगावॉट पीक) क्षमता का सौर बिजली संयंत्र लगाया है। कंपनी ने सोमवार को बयान में कहा कि इस इकाई से सालाना 28,000 मेगावॉट बिजली का उत्पादन होगा। यह कारखाने में सालाना 67,000 से अधिक कारों के उत्पादन के लिये बिजली की जरूरत को पूरा करने के बराबर है। मारुति सुजुकी इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) हिसाशी ताकेयूची ने बयान में कहा ‘‘नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग समय की जरूरत है। हम देश को नवीकरणीय ऊर्जा संसाधनों के मामले में समृद्ध बनाने के सरकार के दृष्टिकोण को लेकर प्रतिबद्ध हैं।'' उन्होंने कहा कि यह कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने की दिशा में उठाया गया कदम है। ताकेयूची ने कहा, हमारी कंपनी परिचालन को अनुकूलतम बनाने के लिये सतत ऊर्जा विकल्पों के उपयोग को लेकर प्रतिबद्ध है। सौर ऊर्जा संयंत्र से उत्पादित बिजली मानेसर कारखाने की 11.5 प्रतिशत जरूरत को पूरा करेगी।'' मारुति सुजुकी ने कहा कि वह 2014 से सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा दे रही है। उस समय उसने मानेसर कारखाने में एक एमडब्ल्यूपी क्षमता की इकाई लगायी थी। इस संयंत्र की क्षमता बढ़ाकर बाद में 1.3 एमडब्ल्यूपी कर दी गयी। मानेसर में इस नये संयंत्र के साथ कंपनी की सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता बढ़कर 26.3 एमडब्ल्यूपी हो गयी है। कंपनी के अनुसार, इस नये बिजली संयंत्र से सालाना 20,000 टन कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी। -
बेंगलुरु। सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी इंफोसिस की परोपकारी एवं कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) इकाई इंफोसिस फाउंडेशन ने लागत प्रभावी निदान समाधान सुविधा देने के लिए सोमवार को चार मोबाइल प्रयोगशालाएं शुरू करने की घोषणा की है। इसे 'लैब बिल्ट ऑन व्हील्स' नाम दिया गया है। फाउंडेशन ने इन प्रयोगशालाओं को बनाने के लिए रोटरी बेंगलुरु साउथवेस्ट चैरिटेबल ट्रस्ट (रोटरी ट्रस्ट) के साथ एक सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। प्रयोगशालाओं को बनाने के लिए चार करोड़ रुपये की सहायता दी जाएगी। रोटरी ट्रस्ट और इंफोसिस ने मिलकर इन मोबाइल प्रयोगशालाओं को कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को सौंपा। इस कार्यक्रम में इंफोसिस के मानव संसाधन विकास के समूह प्रमुख एवं कार्यकारी उपाध्यक्ष कृष्ण शंकर और रोटरी ट्रस्ट समेत सरकार के अन्य उच्च पदाधिकारी भी उपस्थित थे। इंफोसिस फाउंडेशन ने एक बयान में कहा, "रोटरी ट्रस्ट ने साइकॉर्प हेल्थ टेक्नोलॉजीज (एसएचटीपीएल) के साथ गठजोड़ किया है।" -
नयी दिल्ली। आईटी समाधान प्रदाता साइंट ने सोमवार को कहा कि वह पुर्तगाल स्थित वायरलेस इंजीनियरिंग सेवा फर्म सेलफिनेट को 4.1 करोड़ यूरो (लगभग 340 करोड़ रुपये) में एक नकद सौदे के तहत अधिग्रहित करेगी। इस अधिग्रहण के साथ हैदराबाद मुख्यालय वाली साइंट का लक्ष्य अपने वायरलेस इंजीनियरिंग व्यवसाय को मजबूत करना है। साइंट इस सौदे की 65 प्रतिशत राशि शुरुआत में देगी तथा बाकी 35 प्रतिशत राशि दो वर्षों में दी जाएगी, जो कपंनी के प्रदर्शन पर निर्भर है। साइंट के प्रबंध निदेशक और सीईओ कृष्णा बोडानापु ने एक बयान में कहा, "सेलफिनेट की गहरी विशेषज्ञता और लंबे समय से चले आ रहे ग्राहक संबंध हमारी क्षमताओं को और बढ़ाएंगे। हम 5जी रोलआउट के लिए वायरलेस नेटवर्क में अपनी प्रौद्योगिकी को मजबूत करते हैं।
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मुंबई। घरेलू शेयर बाजारों में सोमवार को लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स 94 अंक टूटकर बंद हुआ। इस सप्ताह भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समीक्षा से पहले विदेशी संस्थागत निवेशकों की लगातार बिकवाली और कच्चे तेल के दाम में तेजी से निवेशक सतर्क नजर आये। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स एक समय 450 अंक तक नीचे चला गया था। अंत में यह 93.91 अंक यानी 0.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 55,675.32 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 14.75 अंक यानी 0.09 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16,569.55 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के शेयरों में एशियन पेंट्स सबसे अधिक 2.36 प्रतिशत नीचे आया। इसके अलावा अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फिनसर्व, नेस्ले इंडिया, लार्सन एंड टुब्रो, एक्सिस बैंक, डॉ. रेड्डीज और हिंदुस्तान यूनिलीवर भी प्रमुख रूप से नुकसान में रहे। इस रुख के उलट टाटा स्टील, इंडसइंड बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, आईटीसी, कोटक महिंद्रा बैंक, इन्फोसिस और आईसीआईसीआई बैंक 0.99 प्रतिशत तक लाभ में रहे। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 21 नुकसान में रहे। आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के इक्विटी शोध प्रमुख (बुनियादी) नरेंद्र सोलंकी ने कहा, ‘‘एशियाई बाजारों में मिले-जुले रुख के बीच घरेलू बाजार गिरावट के साथ खुले। दोपहर के कारोबार में बाजार कुछ बढ़त में आया। बाजार में आरबीआई की मौद्रिक नीति समीक्षा से पहले अनिर्णय की स्थिति बनी हुई है।'' आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तीन दिन की बैठक सोमवार को शुरू हुई। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास बुधवार को मौद्रिक नीति समिति की बैठक में किये गये निर्णय की जानकारी देंगे। कोटक सिक्योरिटीज लि. के इक्विटी शोध प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा, ‘‘इस सप्ताह मौद्रिक नीति समीक्षा से पहले निवेशक सतर्क रुख अपना रहे हैं। इसीलिए निवेशकों ने रियल्टी जैसे ब्याज दर से संबंधित क्षेत्रों में निवेश कम किया है।'' एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की, चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में तेजी का रुख रहा। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.61 प्रतिशत की बढ़त के साथ 120.4 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 3,770.51 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे। -
नई दिल्ली। केनरा बैंक और करुड़ वैश्य बैंक ने सोमवार को कहा कि उन्होंने अपनी ऋण दरों में संशोधन किया है, जिसके चलते इनसे जुड़े कर्ज की मासिक किस्त (ईएमआई) में बढ़ोतरी होगी। सार्वजनिक क्षेत्र के केनरा बैंक ने एक साल की अवधि वाली कोष की सीमांत लागत आधारित ऋण दर (एमसीएलआर) को 0.05 प्रतिशत बढ़ाकर 7.40 प्रतिशत कर दिया है। बैंक ने छह महीने की अवधि के लिए एमसीएलआर दर भी 7.30 फीसदी से बढ़ाकर 7.35 फीसदी कर दी है।
केनरा बैंक ने शेयर बाजार को बताया कि नई दरें सात जून से प्रभावी हैं। ज्यादातर ऋण एक साल की अवधि वाले एमसीएलआर से जुड़े होते हैं। इस बीच, निजी क्षेत्र के करुड़ वैश्य बैंक ने शेयर बाजार को बताया कि उसने बेंचमार्क प्रधान ऋण दर (बीपीएलआर) को 0.40 प्रतिशत बढ़ाकर 13.75 प्रतिशत और आधार दर को भी 0.40 प्रतिशत बढ़ाकर 8.75 प्रतिशत कर दिया है। बीपीएलआर, एमसीएलआर व्यवस्था से पहले उधार देने का पुराना मानक है। दरों में बढ़ोतरी रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक के नतीजे आने से कुछ दिन पहले हुई है। अनुमान है कि आरबीआई गवर्नर की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) मुद्रास्फीति पर काबू पाने के लिए बुधवार को दरें बढ़ा सकती है। -
नयी दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय एल्युमीनियम संस्थान (आईएआई) ने सोमवार को सतीश पाई को अपना नया चेयरमैन नियुक्त करने की घोषणा की है। पाई आदित्य बिड़ला समूह की कंपनी हिंडाल्को इंडस्ट्रीज लिमिटेड के प्रबंध निदेशक हैं। वह अल्को कॉरपोरेशन के मुख्य नवाचार अधिकारी बेन कहर्स की जगह लेंगे। आईएआई का उद्देश्य एल्युमीनियम उद्योग के सतत विकास को बढ़ावा देना है। इसके साथ ही एल्युमीनियम उत्पादों की विशिष्ट और मूल्यवान संपत्तियों के बारे में जागरूकता बढ़ाकर उनकी मांग को बढ़ाना है। आईएआई वैश्विक प्राथमिक एल्युमीनियम उद्योग का प्रतिनिधित्व करता है।
आईएआई ने एक बयान में कहा कि हिंडाल्को को पूरी तरह से एकीकृत एल्युमीनियम कंपनी में बदलने में सतीश का मुख्य योगदान रहा है। -
नयी दिल्ली। वैश्विक बाजारों में मजबूती के रुख के बीच दिल्ली सर्राफा बाजार में सोमवार को सोना 43 रुपये की तेजी के साथ 50,908 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। इससे पिछले कारोबारी सत्र में सोना 50,865 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।
चांदी की कीमत भी 850 रुपये बढ़कर 62,211 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई। पिछले कारोबारी सत्र में चांदी 61,361 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा, ‘‘न्यूयॉर्क स्थित जिंस एक्सचेंज कॉमेक्स में सोने की कीमतों में मजबूती के अनुरूप दिल्ली में 24 कैरेट हाजिर सोना के भाव में 43 रुपये की तेजी आई।'' अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना तेजी के साथ 1,852 डॉलर प्रति औंस हो गया जबकि चांदी का भाव 22.28 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रहा। पटेल ने कहा कि मुद्रास्फीतिक चिंताओं और कमजोर डॉलर सूचकांक की वजह से सोने की कीमतों में तेजी आई। -
चेन्नई. फास्ट फूड श्रृंखला केएफसी इंडिया ने चेन्नई में ‘केएफकॉन्शियस' रेस्तरां शुरू किया है। कंपनी का दावा है कि यह शहर का सबसे पर्यावरण के अनुकूल रेस्तरां हैं और इसमें ऊर्जा दक्षता पर ध्यान दिया गया है। साथ ही इसके लिए पर्यावरण के अनुकूल सामग्रियों का इस्तेमाल किया गया है। कंपनी ने कहा कि उसकी योजना देश में 20 और ऐसे आउटलेट खोलने की है। कंपनी ने बयान में कहा, ‘‘यह देश का पहला ऐसा त्वरित सेवा रेस्तरां हैं। यह रेस्तरां चेन्नई के त्यागरायनगर (टी नगर) में खोला गया है। बयान में कहा गया है कि केएफकॉन्शियस केएफसी की वैश्विक स्तर पर 2030 तक ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में 46 प्रतिशत कमी के लक्ष्य के अनुरूप है। कंपनी ने कहा कि इस रेस्तरां के डिजाइन और परिचालन को ऊर्जा दक्षता के साथ एकीकृत किया गया है। साथ ही इसमें पर्यावरण की दृष्टि से अनुकूल सामान का इस्तेमाल हुआ है। यमुनानगर एक्सप्रेसवे पर भी कंपनी के एक फूड कोर्ट में ऊर्जा दक्षता का ध्यान रखा गया है। केएफसी की योजना 2022 तक 20 और ऐसे रेस्तरां खोलने की है। कंपनी ने कहा कि इससे हमारे ग्राहक अधिक जिम्मेदार तरीके से केएफसी के व्यंजनों का आनंद ले सकेंगे। केएफसी इंडिया के प्रबंध निदेशक समीर मेनन ने कहा, ‘‘हम अपने ग्राहकों, समुदायों और पर्यावरण का बेहतर भविष्य सुनिश्चित करने को प्रतिबद्ध हैं। केएफकॉन्शियस हमारी इसी सोच को आगे बढ़ाता है। -
नयी दिल्ली. टाटा मोटर्स चालू वित्त वर्ष में मौजूदा कर्मचारियों के कौशल विकास के साथ ही नई भर्ती के जरिये अपनी शोध एवं विकास (आरएंडडी) क्षमताओं को मजबूत करने की तैयारी कर रही है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस कवायद का मकसद इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) खंड सहित विभिन्न व्यावसायिक कार्यक्षेत्रों में दक्षता को बढ़ाना है। कंपनी ईवी खंड में बैटरी पैक और वाहन के रंगरूप को लेकर अपनी विशेषज्ञता बढ़ाने पर विचार कर रही है।
टाटा मोटर्स के अध्यक्ष (यात्री वाहन और इलेक्ट्रिक वाहन) शैलेश चंद्रा ने विश्लेषकों के साथ बातचीत में कहा, ‘‘जहां तक आरएंडडी में भर्ती की बात है, हम इस साल खासतौर से जोरदार भर्ती करने जा रहे हैं, लेकिन इसके साथ ही एक अन्य क्षेत्र है, जहां हम बहुत गहराई से काम कर रहे हैं और वह है आरएंडडी के भीतर मौजूदा इंजीनियरों का कौशल विकास।'' उन्होंने कहा कि कंपनी बेहद गंभीरता के साथ अपने आरएंडडी आधार का विस्तार करने की योजना बना रही है।
चंद्रा ने कहा कि क्षमताओं को बढ़ाने के लिए जेएलआर सहित अन्य समूह संस्थाओं के साथ सहयोग बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘जेएलआर सहित विभिन्न टाटा कंपनियों के साथ कई तरह के गठजोड़ होंगे। इसलिए क्षमताएं केवल टाटा मोटर्स के भीतर ही सीमित नहीं होंगी, बल्कि जेएलआर सहित दूसरी टाटा कंपनियों के साथ तालमेल के अवसरों पर भी विचार किया जाएगा। जैसे सॉफ्टवेयर के क्षेत्र में बहुत अधिक क्षमता है। ये ऐसे क्षेत्र हैं, जहां हम ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।' - नई दिल्ली । कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी अपनी लोकप्रिय कॉम्पैक्ट एसयूवी विटारा ब्रेजा को जल्द लॉन्च करने की तैयारी में है। रिपोर्ट के मुताबिक अपडेटेड विटारा ब्रेजा 30 जून को भारत में लॉन्च की जा सकती है । मारुति सुजुकी विटारा ब्रेजा का नाम भी बदल सकता है। इस एसयूवी का नाम अब सिर्फ ब्रेजा रहने की उम्मीद है। यह इस साल अर्टिगा और XL6 फेसलिफ्ट की लॉन्चिंग के बाद ब्रांड की तीसरी प्रमुख लॉन्च होगी।मारुति सुजुकी विटारा ब्रेजा कंपनी के सबसे ज्यादा बिकने वाले मॉडलों में से एक है। यह कॉम्पैक्ट एसयूवी भारतीया बाजार में लॉन्चिंग के बाद से कंपनी की सबसे ज्यादा बिकने वाली कारों में शामिल रही है। अपकमिंग अपडेटेड मॉडल के एक्सटीरियर लुक और डिजाइन के साथ ही केबिन के अंदर कई अपडेट्स के साथ आने की उम्मीद है। उम्मीद है कि यह एसयूवी में उसी 1.5-लीटर K-Series पेट्रोल इंजन के साथ आएगी जो अपडेटेड उम्मीद है कि एसयूवी के फ्रंट ग्रिल में बदलाव किया जाएगा और यह पहले के मुकाबले इसका लुक शार्प होगा। इंटीग्रेटेड एलईडी डे-टाइम रनिंग लाइट्स के साथ शार्प और क्रिस्प एलईडी प्रोजेक्टर हेडलैंप होंगे। फ्रंट और रियर में अपडेटेड बंपर होंगे। जबकि अलॉय व्हील्स के भी नए डिजाइन के साथ आने की उम्मीद है। यह पहली बार सनरूफ के साथ आ सकता है। यानी इन बदलावों के साथ मौजूदा मॉडल की तुलना में नई ब्रेजा प्रीमियम हो जाएगी। केबिन के अंदर भी, नई ब्रेजा में कई नए डिजाइन अपडेट्स मिलने की उम्मीद है। केबिन के अंदर डैशबोर्ड और ओवरऑल लेआउट बदल सकता है, साथ ही नए फीचर्स भी होंगे। यह नए XL6 और Ertiga से लिए गए 9.0-इंच के टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम के साथ आ सकता है। नए मॉडल के फीचर्स की बात करें तो इसमें 360 डिग्री कैमरा, वेंटिलेटेड सीटें, एचयूडी डिस्प्ले, ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल, वायरलेस चार्जिंग, एंबिएंट लाइटिंग, 6 एयरबैग जैसे फीचर्स शामिल हो सकते हैं। टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम सुजुकी की कनेक्टेड कार टेक्नोलॉजी के साथ आने की उम्मीद है।
- नई दिल्ली । टीवीएस मोटर कंपनी ने भारतीय बाजार में अपने लोकप्रिय स्कूटर NTorq 125 के टॉप-स्पेक XT वैरिएंट की कीमत में कटौती का एलान किया है। इस स्कूटर को पहले 1.03 लाख रुपये की एक्स-शोरूम कीमत पर लॉन्च किया गया था। अब इसकी एक्स-शोरूम कीमत घटाकर 97,061 रुपये कर दी गई है। NTorq के XT ट्रिम पर लगभग 5,000 रुपये की कमी निश्चित रूप से ग्राहकों को पसंद आएगी। क्योंकि यह स्कूटर का सबसे महंगा वैरिएंट है। इससे कंपनी को ज्यादा खरीदारों को आकर्षित करने में भी मदद मिलेगी क्योंकि इससे XT और Race XP ट्रिम के बीच का अंतर कम हुआ है जो घटकर 8,000 रुपये रह गया है।NTorq XT टॉप-ऑफ-द-लाइन वैरिएंट है। इस वजह से इसमें कुछ बहुत ही हाई-स्पेक फीचर्स मिलते हैं। इनमें सबसे खास इसका डुअल-स्क्रीन सेटअप है जिसमें एक LCD और एक TFT स्क्रीन शामिल है। इसके अलावा, इसमें कंपनी का पेटेंट TVS का SmartXonnect सिस्टम भी मिलता है जो ब्लूटूथ के जरिए स्मार्टफोन के साथ जुड़ता है। इसके साथ ही इस स्कूटर में SmartXtalk (स्मार्टएक्सटॉक) और SmartXtrack (स्मार्टएक्सट्रैक) जैसे फंक्शन भी मिलते हैं। SmartXtalk वॉयस असिस्टेंस के एडवांस्ड वर्जन के तौर पर काम करता है। जबकि SmartXtrack मौसम, समाचार, क्रिकेट, सोशल मीडिया आदि से जुड़े हुए नोटिफिकेशन भेजता है।TVS मोटर ने टेक्नोलॉजी में एक नया बेंचमार्क बनाया है। नए TVS NTORQ 125 XT स्कूटर में अब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म अलर्ट की भी सूचना मिलेगी। स्कूटर आपको फूड डिलीवरी स्टेटस को ट्रैक करने की सुविधा भी देता है, जो भारत में पहली बार दोपहिया वाहनों पर देखी जाने वाली एक सुविधाजनक फीचर है। राइडर एंगेजमेंट पर मुख्य फोकस के साथ, TVS NTORQ 125 XT नए ट्रैफिक टाइम स्लाइडर स्क्रीन के साथ आता है जो आपको क्रिकेट और फुटबॉल स्कोर पर नजर रख सकते हैं, ट्रैफिक सिग्नल पर इंतजार करते हुए लाइव AQI, समाचार और बहुत कुछ पर नजर रख सकते हैं।TVS NTORQ 125 XT TVS SmartXonnectTM से लैस है। यह एक इनोवेटिव ब्लूटूथ-इनेूबल्ड टेक्नोलॉजी है जिसे एक एक्सक्लूसिव TVS कनेक्ट मोबाइल एप के साथ पेयर किया जाता है, जो Android और iOS प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। नए TVS NTORQ 125 XT वैरिएंट के लिए TVS SmartXonnect TM एप से जुड़े फीचर्स का मकसद स्ट्रीट और स्पोर्ट मोड के साथ ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाना है। यह एक नए यूआई और इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर और कस्माइज कर सकने वाली राइड रिपोर्ट के लिए कई इंटरफेस मुहैया करता है। इसमें एचीवमेंट स्क्रीन भी हैं, जिसमें IntelliGO से जुड़े कार्बन सेविंग स्क्रीन भी शामिल है। जिसे यूजर आसानी से अपने मित्रों और परिवार के साथ साझा कर सकते हैं।नए वैरिएंट में अब काफी बेहतर वॉयस असिस्ट फीचर शामिल किया गया है। राइडर अपनी आवाज के कमांड से अब मोड बदल सकते हैं, स्क्रीन की ब्राइटनेस को एडजस्ट कर सकते हैं, अपनी मंजिल पर नेविगेशन कर सकते हैं और अपने पसंदीदा गाने को बजा सकते हैं। स्कूटर अब नए फीचर्स के साथ राइडर से बात कर सकता है। राइडर को कम ईंधन की चेतावनी, ईंधन की बर्बादी, बारिश की चेतावनी, फोन की बैटरी का चार्ज कम होने की चेतावनी, और बहुत कुछ ऑडियो फीडबैक के जरिए जानकारी मिलती है।
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नयी दिल्ली। खनन क्षेत्र की दिग्गज कंपनी वेदांत लिमिटेड की इकाई केयर्न ऑयल एंड गैस अपने राजस्थान स्थित तेल क्षेत्रों से कच्चा तेल गुजरात ले जाने वाली पाइपलाइन को 2025 तक सौर ऊर्जा में बदलेगी। फर्म ने एक बयान में कहा कि 2025 तक पाइपलाइन के साथ सभी 36 एजीआई (जमीन के ऊपर की स्थापना) में सोलर रूफटॉप पीवी को स्थापित कर दिया जाएगा। मंगला पाइपलाइन दुनिया की सबसे लंबी लगातार गर्म रहने वाली पाइपलाइन है, जो राजस्थान के तेल क्षेत्रों से गुजरात में रिफाइनरियों तक विस्तृत है और इसकी कुल लंबाई 705 किलोमीटर है। बयान में कहा गया कि कार्बन फुटप्रिंट को कम करने की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप केयर्न बिजली के अधिक प्रदूषणकारी स्रोतों पर निर्भरता कम कर रही है।
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नयी दिल्ली। सरकार ने एनटीपीसी, जेएसडब्ल्यू स्टील, हिंडाल्को, वेदांता और नाल्को समेत 16 कंपनियों को कोयला ब्लॉक के संचालन में देरी के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है। कारण बताओ नोटिस उन कंपनियों को समय-समय पर जारी किए जाते हैं जो कोयला ब्लॉक के समय पर संचालन के लिए समझौते पर निर्धारित समयसीमा का पालन नहीं कर रही हैं या कोयला उत्पादन के लक्ष्य को हासिल नहीं कर पा रही हैं। कोयला मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, ‘‘जांच समिति ने हाल ही में आयोजित अपनी 17वीं बैठक में 24 कोयला खदानों के मामलों की समीक्षा की है। समिति ने बैठक के बाद 22 कोयला ब्लॉक के लिए 16 कंपनियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।'' वेदांता और एनटीपीसी को तीन-तीन ब्लॉकों के उत्पादन में देरी के लिए नोटिस जारी किए गए। जबकि बिड़ला कॉर्प लिमिटेड और कर्नाटक पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड को दो-दो ब्लॉक के लिए कारण बताओ नोटिस दिया गया। इसके अलावा जिन अन्य कंपनियों को नोटिस जारी किये गये, उनमें दामोदर घाटी निगम, वेस्ट बंगाल पावर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन, बी एस इस्पात लिमिटेड और सनफ्लैग आयरन एंड स्टील कंपनी लिमिटेड शामिल हैं। मंत्रालय ने मामलों के आधार पर कारण बताओ नोटिस जारी करने और आवंटियों से प्राप्त उत्तरों पर विचार करने के लिए एक जांच समिति का गठन किया है। यह जांच समिति उन मामलों में दंड की सिफारिश करती है जिनमें आवंटियों की तरफ से देरी की जाती है। -
नयी दिल्ली। आईनॉक्स विंड ने शुक्रवार को कहा कि उसने इक्विटी शेयर और परिवर्तनीय वारंट जारी कर 400 करोड़ रुपये से अधिक जुटाए है। आईनॉक्स विंड ने शेयर बाजार को भेजी सूचना में कहा कि उसने दो जून को 402.50 करोड़ रुपये के इक्विटी शेयरों और परिवर्तनीय वारंट का आबंटन पूरा कर लिया है। इन्हें क्रमशः 126 और 132 रुपये के निर्गम मूल्य पर जारी किया गया है। इससे पहले, अप्रैल में पवन ऊर्जा कंपनी के निदेशक मंडल ने तरजीही आधार पर इक्विटी शेयर और परिवर्तनीय वारंट जारी कर 402.5 करोड़ रुपये जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। आईनॉक्स विंड देश की अग्रणी पवन ऊर्जा समाधान प्रदान करने वाली कंपनियों में से एक है। कंपनी के गुजरात, हिमाचल प्रदेश और मध्य प्रदेश में तीन उत्पादन संयंत्र हैं। -
कोलकाता। भारतीय चाय उद्योग के अगले दो-तीन साल में एक अरब डॉलर का निर्यात लक्ष्य हासिल करने की संभावना है जिसके लिए केंद्र की मदद की भी जरूरत होगी। भारतीय चाय निर्यातक संघ के चेयरमैन अंशुमान कनोड़िया ने शुक्रवार को कहा कि चाय की पैदावार के लिए अंतरराष्ट्रीय एमआरएल कानूनों को तर्कसंगत बनाने के लिए केंद्र की मदद की जरूरत होगी। एमआरएल का आशय खाद्य उत्पादों की फसल पर इस्तेमाल किए गए कीटनाशकों की तैयार उत्पाद में बची रह गई मात्रा से है। चाय के निर्यात के लिए एमआरएल की कम मात्रा होना जरूरी है। कनोड़िया ने कहा कि विदेशी बाजारों के लिए उगाई गई चाय का आयातक देशों के मानकों के अनुरूप होना जरूरी है। उन्होंने कहा, "यह ध्यान रखना जरूरी है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय चाय की गुणवत्ता बनी रहे और दुनिया भर में हमारी चाय को लोग पसंद करें।" भारत ने साल 2021 में 19.59 करोड़ किलोग्राम चाय का निर्यात किया था। भारत से चाय खरीदने वाले देशों में रूस और ईरान जैसे देश शामिल हैं।