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नयी दिल्ली. चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर, 2022 की अवधि में गर्मी देने वाले उपकरणों की मांग में, एक साल की समान अवधि की तुलना में 33 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है। प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनी, फ्लिपकार्ट ने मंगलवार को यह जानकारी दी है। फ्लिपकार्ट के अनुसार, दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों और आरा, दरभंगा, दिल्ली, गया, गाजियाबाद, लखनऊ, मुजफ्फरपुर और पटना जैसे शहरों सहित पूरे देश में हीटिंग उपकरणों की मांग में वृद्धि हुई है। फ्लिपकार्ट ने बयान में कहा, ‘‘अक्टूबर-दिसंबर की अवधि में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में हीटिंग उपकरण खंड की मांग में 33 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है।'' फ्लिपकार्ट के मुताबिक, उपभोक्ता स्मार्ट और सुरक्षित उत्पादों पर खर्च करने के इच्छुक हैं।
फ्लिपकार्ट के बड़े उपकरण खंड के उपाध्यक्ष, हरि कुमार ने कहा, ‘‘देशभर में और विशेष रूप से उत्तर में ग्राहकों के बीच हीटिंग उपकरणों की मांग एक-तिहाई बढ़ी है। हम स्मार्ट हीटिंग उपकरणों को खरीदने के प्रति उपभोक्ताओं के बढ़ती रुचि देख रहे हैं।'' - नई दिल्ली। विश्व बैंक ने भारतीय अर्थव्यवस्था में फिर विश्वास व्यक्त किया है। बैंक ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि विश्व की सात सबसे बडी उभरती अर्थव्यवस्थाओं और विकासशील देशों में भारत के सबसे तेजी से बढने वाली अर्थव्यवस्था बनने की उम्मीद है। विश्व बैंक ने वैश्विक अर्थव्यवस्था की निराशाजनक छवि प्रस्तुत की है, लेकिन कहा है कि भारत की अर्थव्यवस्था वित्त वर्ष 2023-24 में छह दशमलव छह प्रतिशत की दर से बढने की आशा है। विश्व बैंक ने कहा है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था इस वर्ष तक मंदी के कगार तक पहुंच जाएगी। इसने अमरीका, यूरोप और चीन सहित विश्व की शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में वृद्धि दर कम होने का अनुमान व्यक्त किया है। ग्लोबल इकनोमिक प्रोस्पेक्ट्स शीर्षक से अपनी रिपोर्ट में विश्व बैंक ने कहा है कि वार्षिक आधार पर वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही में भारत की वृद्धि दर में नौ दशमलव सात प्रतिशत की बढोतरी हुई। विश्व बैंक ने इस वर्ष वैश्विक वृद्धि दर के अपने पहले के तीन प्रतिशत के अनुमान को घटाकर एक दशमलव सात प्रतिशत कर दिया है।
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नयी दिल्ली। लक्जरी कार कंपनी बीएमडब्ल्यू इंडिया ने अपनी नई बीएमडब्ल्यू थ्री सीरीज ग्रैन लिमोजिन मंगलवार को भारतीय बाजार में उतारी है। इसकी शुरुआती शोरूम कीमत 57.9 लाख रुपये है। बीएमडब्ल्यू इंडिया ने बयान में कहा कि भारत में बनी यह कार पेट्रोल और डीजल दोनों संस्करणों में उपलब्ध है। इसके पेट्रोल संस्करण की शोरूम कीमत 57.9 लाख रुपये और डीजल संस्करण की 59.5 लाख रुपये है।
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नयी दिल्ली। कोविड-19 महामारी के बाद अर्थव्यवस्था की स्थिति सुधरने से देश के प्रमुख आठ शहरों में आवासीय बिक्री 34 प्रतिशत बढ़कर नौ साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई। संपत्ति सलाहकार फर्म नाइट फ्रैंक ने मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में यह आकलन पेश किया। देश के शीर्ष आठ शहरों के संपत्ति बाजारों पर आधारित पिछले छह महीनों की स्थिति पर यह रिपोर्ट तैयार की गई है।
इसके अनुसार, पिछले साल कुल कार्यालय स्थलों की मांग 36 प्रतिशत बढ़कर 5.16 करोड़ वर्ग फुट रही। इस रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल शीर्ष आठ शहरों में आवासीय इकाइयों की बिक्री 34 प्रतिशत बढ़कर 3,12,666 इकाई हो गई। यह पिछले नौ साल का उच्च स्तर है। नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा कि घरों की कीमत बढ़ने और आवासीय ऋण पर ब्याज दरें बढ़ने के बावजूद वर्ष 2022 में आवासीय इकाइयों की बिक्री बढ़ी है।
आंकड़ों के अनुसार, मुंबई 85,169 इकाइयों के साथ आवासीय बिक्री के मामले में शीर्ष पर रहा। यह आंकड़ा वर्ष 2021 की तुलना में 35 प्रतिशत अधिक है। वहीं दिल्ली-एनसीआर में आवासीय संपत्तियों की मांग 67 प्रतिशत बढ़कर 58,460 इकाई हो गई जबकि बेंगलुरु में मांग 40 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 53,363 इकाई पर पहुंच गई। आलोच्य अवधि के दौरान पुणे में आवास की बिक्री 17 प्रतिशत बढ़कर 43,410 इकाई रही। इसी तरह हैदराबाद में आवासीय संपत्तियों की बिक्री 28 प्रतिशत बढ़कर 31,046 इकाई हो गई।
चेन्नई में बिक्री 19 प्रतिशत और अहमदाबाद में 58 प्रतिशत बढ़कर क्रमश: 14,248 इकाई तथा 14,062 इकाई हो गई। पिछले वर्ष के दौरान कोलकाता एकमात्र ऐसा शहर रहा जहां आवासीय बिक्री में गिरावट देखी गई। यह 10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 12,909 इकाई रहा। इसके साथ ही नाइट फ्रैंक इंडिया ने कहा कि भू-राजनीतिक चुनौतियों के बावजूद देश में कार्यालय क्षेत्र की मांग में जबरदस्त सुधार हुआ है। पिछले वर्ष के दौरान कार्यालय स्थान की मांग के संदर्भ में, बेंगलुरू 1.45 करोड़ वर्ग फुट के साथ सबसे आगे रहा।
इसके बाद दिल्ली-एनसीआर ने 89 लाख वर्ग फुट को कार्यालय स्थल पट्टे पर दिया। बैजल ने कहा, ''हमने एक दशक से अधिक समय में पहली बार सभी प्रमुख रियल एस्टेट खंडों में एक साथ वृद्धि देखी है। वर्ष 2022 में आवासीय, कार्यालय, गोदाम एवं खुदरा रियल एस्टेट सभी खंडों में बिक्री बढ़ी है। -
नयी दिल्ली. अनुराग कुमार को इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ईसीआईएल) का नया चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक नियुक्त किया गया है। कार्मिक मंत्रालय ने सोमवार को एक आदेश में यह जानकारी दी। कुमार, वर्तमान में ईसीआईएल के कार्यकारी निदेशक हैं।
इस आदेश में कहा गया है कि मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति (एसीसी) ने कुमार की सेवानिवृत्ति की तारीख यानी 31 जनवरी 2026 तक के लिए इस पद पर नियुक्ति को मंजूरी दी है। - नई दिल्ली। दिल्ली सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोने का भाव 105 रुपये की गिरावट के साथ 56,160 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। इससे पिछले कारोबारी सत्र में सोना 56,265 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।चांदी भी 833 रुपये टूटकर 68,725 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के एक विश्लेषक ने कहा, ''अमेरिकी डॉलर में गिरावट से बाजार को समर्थन मिलने के बाद मंगलवार को कॉमेक्स सोने की कीमतों में गिरावट का रुख रहा। विदेशी बाजारों में सोना 1,872 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रहा जबकि चांदी गिरावट के साथ 23.47 डॉलर प्रति औंस रह गई। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (कॉमोडिटीज रिसर्च) नवनीत दमानी ने कहा, ''सात सप्ताह के उच्च स्तर के आसपास पहुंचने के बाद सोने की कीमतों में स्थिरता रही क्योंकि निवेशकों का ध्यान मुख्य रूप से अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल के भाषण पर केंद्रित रहा। एलकेपी सिक्योरिटीज के वीपी और रिसर्च एनालिस्ट जतीन त्रिवेदी के अनुसार सोने की कीमतें कमजोर रहीं क्योंकि रुपये की सकारात्मक गति ने घरेलू कीमतों को 55,700 से नीचे रखा। इसमें 135 रुपये की गिरावट आई क्योंकि कॉमेक्स सोना 1880 डॉलर के करीब तटस्थ रहा।
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नयी दिल्ली. एचडीएफसी बैंक और इंडिया ओवरसीज बैंक (आईओबी) ने सीमांत लागत पर दिए जाने वाले ऋण (एमसीएलआर) के तहत अपनी ब्याज दरों में सोमवार को 0.25 फीसदी तक की वृद्धि की। एचडीएफसी की नई दरें सात जनवरी से और आईओबी की दस जनवरी से प्रभाव में आएंगी। एचडीएफसी बैंक की वेबसाइट के अनुसार एक दिन की एमसीएलआर दर 8.30 फीसदी से बढ़कर अब 8.50 फीसदी, एक महीने की एमसीएलआर पहले की 8.30 फीसदी से बढ़ाकर 8.55 फीसदी कर दी गई। वहीं एक साल की एमसीएलआर में 0.25 फीसदी की वृद्धि करके इसे 8.85 फीसदी कर दिया गया है जो पहले 8.60 फीसदी थी। दो वर्ष की अवधि वाली एमसीएलआर 8.70 फीसदी से बढ़कर 8.95 फीसदी, तीन वर्ष वाली एमसीएलआर 8.80 फीसदी से बढ़कर अब 9.05 फीसदी हो जाएगी। आईओबी ने भी विभिन्न अवधि की एमसीएलआर दर बढ़ाई है। बैंक ने शेयर बाजारों को सूचित किया कि उसकी दरें पहले की 7.70 फीसदी से बढ़कर अब 8.45 फीसदी हो गईं है।
- नयी दिल्ली। भुवनेश्वर जा रहा एक विस्तारा विमान तकनीकी खराबी (हाइड्रोलिक सिस्टम की समस्या) के बाद सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी लौटा और डीजीसीए इस घटना की जांच कर रहा है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों ने कहा कि विमान में दिल्ली हवाईअड्डे पर सुरक्षित उतर गया। उन्होंने बताया कि इसमें करीब 140 यात्री सवार थे । डीजीसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि विस्तारा का ए320 विमान वीटी-टीएनवी हाइड्रोलिक सिस्टम की समस्या के कारण वापस लौटा। उन्होंने बताया कि विमान को प्राथमिकता के आधार पर दिल्ली हवाईअड्डे पर उतारा गया। अधिकारी ने बताया कि नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) घटना की जांच करेगा।एयरलाइन के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि विमान के उड़ान भरने के तुरंत बाद एक मामूली तकनीकी खराबी का पता चला था। प्रवक्ता ने कहा, "एहतियात के तौर पर, पायलटों ने पीछे मुड़ने का फैसला किया और विमान दिल्ली के आईजीआई हवाईअड्डे पर सुरक्षित उतारा गया। तुरंत एक वैकल्पिक विमान की व्यवस्था की गई है, जो जल्द ही रवाना होगा।"
- नयी दिल्ली। दूरसंचार विभाग के सचिव के राजारमन ने सोमवार को संबंधित उद्योग जगत, विभाग के कौशल परिषद, राज्यों और विभिन्न पक्षों से क्षेत्र की जरूरतों को पूरा करने वाले सभी कौशल को बढ़ाने और सुदृढ़ करने के लिए हर संभव प्रयास करने का आह्वान किया। उन्होंने यह बात 5जी सेवा की शुरूआत के बीच कही है। दूरसंचार को महत्वपूर्ण क्षेत्र बताते हुए राजारमन ने कहा कि ''डिजिटल कनेक्टिविटी में नेटवर्क और खुदरा क्षेत्र के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों में कुशल मानव बल की भारी मांग है। '' उन्होंने दूरसंचार क्षेत्र कौशल परिषद (टीएसएससी) के एक कार्यक्रम में यह बात कही।राजारमन ने 'सही तरीके के कौशल' की जरूरत पर बल दिया और उद्योग व अन्य सभी संबद्ध पक्षों से कौशल की जरूरतों को पूरा करने के लिए संयुक्त रूप से समाधान तलाशने के लिए कहा।
- मुंबई। देश की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर निर्यातक कंपनी टीसीएस ने दिसंबर 2022 की तिमाही में कुल कर्मियों की संख्या में गिरावट आने के बावजूद कहा है कि वह वित्त वर्ष 2023-24 में 1.25 लाख से अधिक लोगों को नौकरी देगी। सॉफ्टवेयर कंपनी के कर्मचारियों की संख्या अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 2,197 घटकर 6.13 लाख हो गई।कंपनी के मुख्य कार्यपालक और प्रबंध निदेशक राजेश गोपीनाथन ने संवाददाताओं से कहा, ''अगर आप भर्तियों के हमारे कुल रुझान को देखेंगे तो हम लगभग समान स्तर पर भर्तियां कर रहे हैं। हमें अगले वित्त वर्ष में 1,25,000 से 1,50,000 तक लोग भर्ती करने चाहिए।'' वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी ने 1.03 लाख नए लोगों को नौकरी दी और अक्टूबर-दिसंबर की तिमाही में 2,197 लोगों के कम हो जाने के बावजूद वित्त वर्ष 2023 में अभी तक शुद्ध रूप से लगभग 55,000 लोगों को भर्ती कर चुकी है। कंपनी के मुख्य मानव संसाधन अधिकारी मिलिंद लक्कड़ ने कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 में अभी तक 42,000 नए लोगों को भर्ती कर चुके हैं।
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नयी दिल्ली। दूरसंचार कंपनी रिलायंस जियो ने सोमवार को 10 अन्य शहरों में अपनी 5जी सेवाएं शुरू करने की घोषणा की। जियो ने बयान में कहा कि इन शहरों में आगरा, कानपुर, मेरठ, प्रयागराज, तिरुपति, नेल्लोर, कोझिकोड, त्रिशूर, नागपुर और अहमदनगर शामिल हैं। ये शहर महत्वपूर्ण पर्यटन और वाणिज्य स्थलों के साथ-साथ देश के प्रमुख शिक्षा केंद्र भी हैं।
इन शहरों में जियो उपयोगकर्ताओं को बिना किसी अतिरिक्त लागत के एक जीबीपीएस-प्लस गति पर असीमित डेटा के लाभ के लिए जियो वेलकम ऑफर में आमंत्रित किया जाएगा। इसके साथ ही जियो की 5जी सेवाएं अब 85 शहरों में उपलब्ध हो गई हैं।
कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, ''हमें चार राज्यों के इन 10 शहरों में जियो ट्रू 5जी सेवा को पहुंचाने पर गर्व है। हमारी मंशा है कि साल 2023 में प्रत्येक जियो उपयोगकर्ता 5जी सेवा के लाभों का आनंद ले सके। -
नयी दिल्ली. आर एस सोढ़ी ने सोमवार को गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड (जीसीएमएमएफ) के प्रबंध निदेशक के पद से इस्तीफा दे दिया। जीजीएमएमएफ अमूल ब्रांड के तहत अपने उत्पादों का विपणन करती है। इस बारे में संपर्क करने पर सोढ़ी ने इस बात की पुष्टि की कि उन्होंने प्रबंध निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं सेवा विस्तार पर था। निदेशक मंडल ने मेरा इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।
सोढ़ी 40 साल से अधिक समय पहले एक बिक्री अधिकारी के रूप में जीसीएमएमएफ में शामिल हुए थे और जून, 2010 में इसके प्रबंध निदेशक बने थे। वह पिछले दो साल से सेवा विस्तार पर थे। वह भारतीय डेयरी संघ के अध्यक्ष भी हैं। -
नयी दिल्ली। देश की डिजिटल भुगतान और वित्तीय सेवा कंपनी पेटीएम का दिसंबर, 2022 में ऋण वितरण चार गुना हो गया। कंपनी ने सोमवार को शेयर बाजारों को भेजी एक सूचना में कहा कि पेटीएम का संचालन करने वाली कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड ने दिसंबर 2022 में 3,665 करोड़ रुपये मूल्य के 37 लाख ऋण वितरित किए। यह सालाना आधार पर 330 प्रतिशत अधिक है।
इसमें कहा गया है, ''बीते अक्टूबर-दिसंबर तिमाही का कुल संवितरण 357 प्रतिशत की बढ़त के साथ 9,958 करोड़ रुपये रहा।'' दिसंबर, 2022 में ऋणों की कुल संख्या सालाना आधार पर 117 प्रतिशत बढ़कर 37 लाख हो गयी। वहीं बीती दिसंबर तिमाही में कुल ऋण आवंटन सालाना 137 प्रतिशत बढ़कर 1.05 करोड़ रहा।
कंपनी के मासिक लेनदेन करने वाले उपयोगकर्ताओं (एमटीयू) की संख्या पिछले महीने सालाना आधार पर 32 प्रतिशत बढ़कर 8.5 करोड़ हो गया। दिसंबर 2021 में यह 6.4 करोड़ रहा था। पेटीएम के जरिये सकल व्यापार मूल्य (जीएमवी) पिछले महीने सालाना 38 प्रतिशत बढ़ा और यह 3.46 लाख करोड़ रुपये हो गया। -
नयी दिल्ली। वाहन कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड (एमएंडएम) ने अपने स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहन (एसयूवी) ‘थार' का नया संस्करण सोमवार को पेश किया। इसकी शुरुआती शोरूम कीमत 9.99 लाख रुपये है। कंपनी ने बयान में कहा है कि नया संस्करण मैनुअल और ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ दो इंजन विकल्पों में उपलब्ध होगा।
डीजल से चलने वाले दो मैनुअल रियर व्हील ड्राइव संस्करण की कीमत 9.99 लाख रुपये और 10.99 लाख रुपये है, जबकि पेट्रोल मॉडल की कीमत 13.49 लाख रुपये है। महिंद्रा एंड महिंद्रा के अध्यक्ष (ऑटोमोटिव खंड) विजय नाकरा ने कहा, ‘‘हमने अपनी पेशकश को और बेहतर बनाने के लिए अपने ग्राहकों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए महत्वपूर्ण सुधारों के साथ थार का नया संस्करण तैयार किया है।'' -
नयी दिल्ली। वाणिज्यिक वाहन खंड में देश की अग्रणी कंपनी टाटा मोटर्स ने ग्राहकों को अपने मिनी ट्रक ‘ऐस' के इलेक्ट्रिक संस्करण की आपूर्ति शुरू कर दी है। इसकी शुरुआती शोरूम कीमत 9.99 लाख रुपये है। कंपनी ने सोमवार को यह जानकारी दी। टाटा मोटर्स के कार्यकारी निदेशक गिरीश वाघ ने यहां संवाददाताओं से कहा कि कंपनी अभी 10 शहरों में वाणिज्यिक रूप से इलेक्ट्रिक मिनी ट्रक पेश करेगी। इसकी शुरुआत दिल्ली, पुणे और मुंबई से होगी।
बाद में इसे बेंगलुरु, हैदराबाद और चेन्नई के बाजारों में उतारा जायेगा। ऐस ईवी के 25 वाहनों का पहला बेड़ा ई-कॉमर्स, रोजमर्रा के उपयोग की वस्तुएं (एफएमसीजी) बनाने वाली कंपनियों और कूरियर कंपनियों तथा उनके लॉजिस्टिक सेवा प्रदाताओं को दिया गया। इनमें अमेजन, डेल्हीवरी, डीएचएल (एक्सप्रेस और आपूर्ति श्रृंखला), फेडएक्स, फ्लिपकार्ट, जॉनसन एंड जॉनसन कंज्यूमर हेल्थ, मूविंग, सेफएक्सप्रेस और ट्रेंट लिमिटेड शामिल हैं।
टाटा मोटर्स ने पिछले साल मई में ऐस ईवी को पेश किया था। इस दौरान प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनियों मसलन अमेजन, बिगबास्केट, सिटी लिंक, डॉट, फ्लिपकार्ट, लेट्सट्रांसपोर्ट, मूविंग और येलो ईवी से उसे 39,000 इकाइयों के ऑर्डर के मिले थे। -
नई दिल्ली। जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड मोनेट पावर को परिचालन में लाने के लिए 1,500 करोड़ रुपये तक का निवेश करेगी। जेएसपीएल ने हाल में मोनेट पावर का अधिग्रहण किया है।
कंपनी के प्रबंध बिमलेंद्र झा ने यह जानकारी दी। उन्होंने एक न्यूज एजेंसी कहा कि यह निवेश अगले 12 से 18 माह की अवधि में किया जाएगा। दिसंबर, 2022 में इस्पात विनिर्माता ने दिवाला मार्ग से 410 करोड़ रुपये में कर्ज से बोझ से दबी मोनेट पावर का अधिग्रहण किया था। 1,050 मेगावॉट की निर्माणाधीन कोयला आधारित बिजली परियोजना ओडिशा के अंगुल में जेएसपीएल के इस्पात संयंत्र के पास स्थित है। झा ने कहा, हम संयंत्र को चालू करने के लिए 1,500 करोड़ रुपये तक का नया निवेश करेंगे। यह राशि अगले 12-18 महीनों की अवधि में लगाई जाएगी। यह संयंत्र पूरा होने के बाद अंगुल में जेएसपीएल के इस्पात संयंत्र को बिजली प्रदान करेगा। मोनेट पावर के लिए कोयला जेएसपीएल की उत्कल बी1 और बी2 खदानों से लिया जाएगा। पिछले साल जेएसपीएल ने ई-नीलामी प्रक्रिया में अंगुल के पास लगभग 34.7 करोड़ टन भंडार के दो कोयला ब्लॉक हासिल किए थे। ओपी जिंदल समूह का इकाई जेएसपीएल की दुनियाभर में 90,000 करोड़ रुपये के निवेश के साथ इस्पात, बिजली और खनन क्षेत्रों में महत्वपूर्ण उपस्थिति है।
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नयी दिल्ली. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि लोगों की बुनियादी जरूरतों को पूरा कर उनके जीवन को बेहतर बनाने के साथ ही उन्हें सशक्त करना मोदी सरकार की स्पष्ट सोच है। सीतारमण ने शुक्रवार को एक पुस्तक विमोचन समारोह में कहा, ''इस सरकार में 'सशक्तिकरण क्या है' बनाम 'हकदारी क्या है' को लेकर स्पष्ट धारणा है। यदि आप लोगों को सशक्त बनाने की सोच रहे हैं, तो हकदारी की कोई जरूरत नहीं। आप उनकी बुनियादी जरूरतें पूरी करते हैं तो लोग अपना जीवन बेहतर बनाने के लिए अपना रास्ता खोज लेते हैं।'' उन्होंने कहा कि कम आय वर्ग के लोगों के लिए कम दरें सुनिश्चित करने को सरकार सात कर स्लैब वाली वैकल्पिक आयकर व्यवस्था लाई गई है। उन्होंने कहा कि पुरानी कर व्यवस्था के साथ ही सरकार एक वैकल्पिक प्रणाली लेकर आई है जिसमें कोई छूट नहीं है, लेकिन यह सरल है और इसकी कर दरें भी कम हैं। उन्होंने कहा कि पुरानी कर व्यवस्था में प्रत्येक करदाता लगभग 7-10 छूट का दावा कर सकता है और आय सीमा के आधार पर आयकर की दरें 10, 20 और 30 प्रतिशत के बीच होती हैं। सीतारमण ने कहा, ''मुझे सात स्लैब इसलिए बनाने पड़े कि कम आय वर्ग के लोगों के लिए कम दरें हों।
आम बजट 2020-21 में वैकल्पिक आयकर व्यवस्था शुरू की गई थी जिसमें व्यक्तियों और हिंदू अविभाजित परिवारों (एचयूएफ) पर कम दरों के साथ कर लगाया गया। हालांकि, इस व्यवस्था में किराया भत्ता, आवास ऋण के ब्याज और 80सी के तहत निवेश जैसी अन्य कर छूट नहीं दी जाती है। इसके तहत 2.5 लाख रुपये तक की कुल आय कर मुक्त है। इसके बाद 2.5 लाख रुपये से पांच लाख रुपये तक की कुल आय पर पांच फीसदी, पांच लाख रुपये से 7.5 लाख रुपये तक की कुल आय पर 10 फीसदी, 7.5 लाख रुपये से 10 लाख रुपये तक की आय पर 15 फीसदी, 10 लाख रुपये से 12.5 लाख रुपये तक की आय पर 20 फीसदी, 12.5 लाख रुपये से 15 लाख रुपये तक आय पर 25 फीसदी और 15 लाख रुपये से ऊपर आय पर 30 फीसदी की दर से कर लगाया जाता है। पुरानी कर व्यवस्था के तहत भी 2.5 लाख रुपये तक की आय कर मुक्त है। इसके बाद 2.5 लाख रुपये से पांच लाख रुपये के बीच की आय पर पांच प्रतिशत कर लगता है, जबकि पांच लाख रुपये से 10 लाख रुपये के बीच 20 प्रतिशत कर लगाया जाता है। इसके बाद 10 लाख रुपये से अधिक की आय पर 30 फीसदी कर लगता है। सीतारमण ने कहा कि पुरानी कर व्यवस्था के लाभ को हटाया नहीं गया है, बल्कि नयी छूट मुक्त कर व्यवस्था आयकर रिटर्न प्रणाली का एक वैकल्पिक रूप है। उन्होंने कहा कि उत्पीड़न खत्म करने के लिए कर विभाग ने आयकर रिटर्न के ‘फेसलेस' यानी बिना आमने-सामने आये आकलन की व्यवस्था की है।
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नयी दिल्ली। चीनी विपणन सत्र 2022-23 में देश का चीनी उत्पादन 3.45 करोड़ टन रह सकता है जो एक साल पहले की तुलना में 3.63 प्रतिशत कम है। चीनी उद्योग के निकाय एआईएसटीए ने यह संभावना जताई है। चीनी के प्रमुख उत्पादक देश भारत में चीनी का उत्पादन विपणन सत्र 2021-22 के दौरान 3.58 करोड़ टन रहा था। चीनी का विपणन सत्र अक्टूबर-सितंबर महीने का होता है।
अखिल भारतीय चीनी व्यापार संघ (एआईएसटीए) ने मौजूदा सत्र के अपने पहले अनुमान में कहा है कि उत्पादन में गिरावट का अनुमान होने से निर्यात भी घटकर लगभग 70 लाख टन रह सकता है। पिछले सत्र 2021-22 में देश से 1.12 करोड़ टन चीनी का निर्यात हुआ था। एआईएसटीए ने कहा, ‘‘वर्ष 2022-23 सत्र के दौरान भारतीय चीनी उत्पादन करीब तीन करोड़ 45 लाख टन रहने का अनुमान है।''
महाराष्ट्र में चीनी उत्पादन 2022-23 सत्र में 1.24 करोड़ टन होने का अनुमान है जो पिछले सत्र के 1.37 करोड़ टन से कम है। इसका कारण गन्ने की पैदावार 9-10 टन प्रति हेक्टेयर कम होने का अनुमान है। इसी तरह, कर्नाटक में चीनी उत्पादन पहले के 62 लाख टन के मुकाबले कम होकर 57 लाख टन रहने का अनुमान है। इसकी वजह यह है कि राज्य में कई मिलों ने इथेनॉल उत्पादन के लिए अतिरिक्त या नई डिस्टिलरी लगाई हैं और इससे चीनी उत्पादन के अंतिम आंकड़ों पर असर पड़ेगा।
हालांकि, उत्तर प्रदेश में चीनी उत्पादन वर्ष 2022-23 सत्र में पिछले सत्र के 1.02 करोड़ टन की तुलना में थोड़ा अधिक बढ़कर 1.05 करोड़ टन होने का अनुमान है। उत्तर प्रदेश में गन्ना की खेती का रकबा मामूली रूप से बढ़ा है लेकिन उपज कम होने से लाभ की स्थिति बेअसर हो सकती है। महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक देश के शीर्ष तीन चीनी उत्पादक राज्य हैं। एआईएसटीए के अनुसार, लगभग 50 लाख टन सुक्रोज का इस्तेमाल भारी शीरा, चीनी सिरप और गन्ना रस से इथेनॉल बनाने के लिए किया जाएगा।
इसमें कोई भी बदलाव उत्पादन अनुमानों को प्रभावित करेगा। देश में लगभग 3.45 करोड़ टन के अनुमानित उत्पादन और 60 लाख टन के शुरुआती स्टॉक के साथ, चीनी की कुल उपलब्धता 2022-23 सत्र के दौरान 4.05 करोड़ टन रह सकती है जो वर्ष 2021-22 के 4.45 करोड़ टन से कम है। - नई दिल्ली । घरेलू शेयर बाजारों में शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन गिरावट दर्ज की गई । बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) आज जहां 60 हजार के नीचे बंद हुआ, वहीं NSE Nifty भी कारोबार की समाप्ति पर 18 हजार से नीचे था। विदेशी निवेशकों की बाजार से निकासी का सिलसिला जारी रहने के बीच आईटी, बैंक और वित्तीय शेयरों में बिकवाली से बाजार लगातार तीसरे दिन नीचे आया।तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स शुरुआती बढ़त को बरकरार नहीं रख पाया और 452.90 अंक यानी 0.75 प्रतिशत की गिरावट के साथ 59,900.37 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 60,537.63 और 59,669.91 के दायरे में रहा।नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (Nifty) भी 50.80 अंक यानी 0.28 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,992.15 पर बंद हुआ।पिछले कारोबारी सत्र में तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 304.18 अंक यानी 0.50 प्रतिशत की गिरावट के साथ 60,353.27 अंक पर बंद हुआ था। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 50.80 अंक यानी 0.28 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,992.15 अंक पर बंद हुआ था।नुकसान में रहने वाले अन्य शेयरों में टीसीएस, इंडसइंड बैंक, बजाज फिनसर्व, टेक महिंद्रा, बजाज फाइनेंस, और इंफोसिस शामिल हैं। दूसरी तरफ महिंद्रा एंड महिंद्रा, रिलायंस इंडस्ट्रीज, नेस्ले, आईटीसी और लार्सन एंड टुब्रो के शेयरों में बढ़त दर्ज की गई।एशिया के अन्य बाजारों में सोल, टोक्यो और शंघाई के सूचकांक बढ़त के साथ बंद हुए जबकि हांगकांग का सूचकांक नुकसान में रहा। यूरोप के शेयर बाजारों में कारोबार मिला-जुला रहा। अमेरिकी बाजार गुरुवार को नुकसान में रहे थे। अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.15 प्रतिशत चढ़कर 78.81 डॉलर प्रति बैरल हो गया।इस बीच, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) का भारतीय बाजारों से निकासी का सिलसिला कायम है। शेयर बाजार में उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी निवेशकों ने गुरुवार को 1,449.45 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की थी।
- नई दिल्ली। टाटा और महिंद्रा जैसी देसी ऑटोमोबाइल कंपनियों ने लोगों की जरूरतों का ध्यान रखते हुए एक से बढ़कर एक कारें पेश की हैं, जो कि माइक्रो एसयूवी, सेडान और एसयूवी सेगमेंट में हैं। टाटा पंच, टाटा नेक्सॉन, टाटा अल्ट्रोज, महिंद्रा स्कॉर्पियो-एन, महिंद्रा एक्सयूवी700 और महिंद्रा एक्सयूवी300 जैसी कारों में 5 स्टार सेफ्टी फीचर्स की भरमार है। ग्लोबल एनकैप ने इन कारों को क्रैश टेस्ट में 5 स्टार रेटिंग्स दी हैं।हाल ही में महिंद्रा एंड महिंद्रा की पॉपुलर एसयूवी स्कॉर्पियो-एन को ग्लोबल एनकैप कार क्रैश टेस्ट में 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग्स मिली हैं। इससे पहले महिंद्रा एक्सयूवी700 और महिंद्रा एक्सयूवी300 जैसी एसयूवी को भी 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली थी। ऐसे में महिंद्रा का फोकस है कि वह लोगों के सामने ऐसी-ऐसी कारें पेश करें, जो सेफ्टी के मामले में जबरदस्त हों और हादसे की स्थिति में उनकी जान बच सके। टाटा मोटर्स भी कारों में सेफ्टी फीचर्स पर अब खासा जोर दे रही है और ऐसे में टाटा नेक्सॉन, टाटा पंच और टाटा अल्ट्रोज जैसी कारों को ग्लोबल एनकैप ने 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग्स दी हैं।पिछले साल फॉक्सवैगन टाइगुन और स्कोडा कुशाक जैसी कॉम्पैक्ट एसयूवी को ग्लोबल एनकैप ने 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग्स दी हैं। मारुति सुजुकी, होंडा, टोयोटा, फॉक्सवैगन, रेनो और निसान समेत अन्य कंपनियों की कई कारों हैं, जिन्हें 4 स्टार सेफ्टी रेटिंग्स मिली हैं।
- नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कपंनी मारुति सुजुकी ने अब ग्रैंड विटारा को एस-सीएनजी टेक्नोलॉजी के साथ लॉन्च कर दिया है। ग्रैंड विटारा एस-सीएनजी की लॉन्चिंग का एलान करते हुए मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी, मार्केटिंग एंड सेल्स शशांक श्रीवास्तव ने कहा, "सितंबर 2022 में लॉन्च होने के बाद से, ग्रैंड विटारा को भारतीय उपभोक्ताओं से शानदार प्रतिक्रिया मिली है। एसयूवी की अपील को भविष्य के लिए तैयार कई पावरट्रेन द्वारा कंप्लीमेंट किया गया है। एस-सीएनजी विकल्प की शुरूआत ने ग्रैंड विटारा की अपील को और बढ़ा दिया है। ग्रैंड विटारा एस-सीएनजी हमारी ग्रीन-पावरट्रेन पेशकशों को बड़ा करने की हमारी आक्रामक योजना में योगदान देगी, जिसका विस्तार 14 मॉडलों तक होगा।"मारुति सुजुकी ग्रैंड विटारा में नेक्स्ट-जेन के-सीरीज 1.5-लीटर, डुअल जेट, डुअल वीवीटी इंजन मिलता है। ग्रैंड विटारा एस-सीएनजी एसयूवी 5500 rpm पर 64.6kW का पीक पावर आउटपुट जेनरेट करता है और सीएनजी मोड में 4200 rpm पर 121.5 Nm का अधिकतम टॉर्क जेनरेट करता है। 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स के साथ पेश की गई ग्रैंड विटारा एस-सीएनजी में 26.6 किमी प्रति किलोग्राम के माइलेज का दावा किया गया है।ग्रैंड विटारा में कई पावरट्रेन ऑप्शंस, क्लास-लीडिंग फीचर्स हैं, और यह ड्राइविंग का एक शानदार एक्सपीरियंस देती है। यह ग्राहकों के लिए 6-एयरबैग वैरिएंट की पेशकश करने वाली एकमात्र प्रीमियम सीएनजी एसयूवी भी है। ग्रैंड विटारा नेक्स्ट-जेन टेक्नोलॉजी जैसे स्मार्टप्ले प्रो+ इंफोटेनमेंट सिस्टम, वायरलेस एपल कारप्ले और एंड्रॉइड ऑटो, और इन-बिल्ट नेक्स्ट जेन सुजुकी कनेक्ट, 40+ कनेक्टेड फीचर्स के साथ पेश करेगी।कितनी है कीमतMaruti Suzuki Grand Vitara S-CNG को दो वैरिएंट्स - Delta (MT) और Zeta (MT) में पेश किया गया है। Delta (MT) वैरिएंट की कीमत 12.85 लाख रुपये रखी गई है। वहीं, Zeta (MT) वैरिएंट की कीमत 14.84 लाख रुपये तय की गई है। दोनों कीमत एक्स-शोरूम हैं।
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भुवनेश्वर। सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल 2024 में 5जी सेवाएं शुरू करेगी। केंद्रीय दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बृहस्पतिवार को यह कहा। बीएसएनएल ने 4जी नेटवर्क शुरू करने के लिए टीसीएस और सी-डॉट के नेतृत्व वाले परिसंघ को चुना है, जिसे अनुबंध के तहत ऑर्डर देने के लगभग एक साल के भीतर 5जी में बदला जाएगा।
वैष्णव ने ओडिशा में जियो और एयरटेल की 5जी सेवाएं शुरू करने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, ''बीएसएनएल 2024 में 5जी सेवाएं शुरू करेगा।'' दूरसंचार मंत्री ने कहा, ''पूरे ओडिशा में दो साल के भीतर 5जी सेवाएं शुरू की जाएंगी। आज भुवनेश्वर और कटक में ये सेवाएं शुरू की गई हैं।'' उन्होंने 26 जनवरी से पहले राज्य में 5जी सेवाएं शुरू करने का वादा किया था। -
भुवनेश्वर। दूरसंचार सेवा प्रदाता कंपनियों जियो और भारती एयरटेल ने बृहस्पतिवार से ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में अपनी 5जी सेवाएं शुरू कर दीं। केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने यहां एक कार्यकम में दोनों कंपनियों की 5जी सेवा की शुरुआत की।
वैष्णव ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने ओडिशा में दूरसंचार सेवाओं के लिए कुल 5,600 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं, इसके अलावा विश्व स्तरीय संचार सेवाएं देने के लिए राज्यभर में 5,000 मोबाइल टॉवर लगाए जाएंगे। उन्होंने पहले यह वादा किया था कि राज्य में 5जी सेवाएं 26 जनवरी से पहले शुरू हो जाएंगी।
दूरसंचार सचिव के राजारमन ने कहा कि सरकार ने राज्य के ग्रामीण इलाकों में 4जी सेवाओं के लिए 100 टॉवर भी समर्पित किए हैं। उन्होंने ‘शिक्षा ओ अनुसंधान' विश्वविद्यालय में जियो के सहयोग से 5जी अनुसंधान प्रयोगशाला स्थापित करने की भी घोषणा की। -
नई दिल्ली। वाहन कलपुर्जा प्रदर्शनी-2023 में 800 से अधिक कंपनियां भाग लेंगी। भारतीय वाहन कलपुर्जा विनिर्माता संघ (एसीएमए) ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। महामारी के कारण तीन साल के बाद इस प्रदर्शनी का आयोजन 12-15 जनवरी, 2023 के बीच राजधानी के प्रगति मैदान में किया जा रहा है।
प्रदर्शनी का आयोजन एसीएमए, भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) और सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) मिलकर करते हैं।
प्रदर्शनी में कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इजराइल, इटली, जापान, पोलैंड, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, स्विट्जरलैंड, ताइवान, थाइलैंड, ब्रिटेन और अमेरिका सहित 15 देशों की कंपनियां भाग ले रही हैं। एसीएमए के महानिदेशक विन्नी मेहता ने कहा कि इस बार प्रतिभागियों की संख्या 2020 में पिछले आयोजन की तुलना में 200 अधिक है।
उन्होंने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जब प्रदर्शनी को अंतिम रूप दिया जा रहा था, तब चीन के लिए वीजा नहीं खुला था। इसलिए इस बार चीन से कोई भागीदारी नहीं होगी। इस प्रदर्शनी के पिछले आयोजन (2020) में महामारी के कारण कोई चीनी प्रतिभागी शामिल नहीं हुआ था।
एसीएमए के अध्यक्ष संजय कपूर ने कहा कि निर्यात के आंकड़ों से स्पष्ट है कि भारत में बने कलपुर्जों की मांग बढ़ रही है। पिछले साल निर्यात 43 प्रतिशत बढ़कर 19 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया। - हैदराबाद। प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के चेयरमैन विवेक देबरॉय ने बुधवार को कहा कि देश का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 2047 तक 20,000 अरब डॉलर तथा प्रति व्यक्ति आय अमेरिकी मुद्रा के वर्तमान मूल्य पर 10,000 डॉलर हो जाएगी। द इंडियन इकनॉमेट्रिक सोसायटी (टीआईईएस) के हैदराबाद विश्वविद्यालय में आयोजित 57वें सालाना सम्मेलन को ‘ऑनलाइन' संबोधित करते हुए देबरॉय ने कहा कि हालांकि कोविड-19 महामारी संभवत: खत्म हो गयी है, लेकिन चीन की स्थिति, रूस-यूक्रेन युद्ध, यूरोप तथा अमेरिका में आर्थिक वृद्धि की संभावनाएं जैसी चीजों को देखते हुए ऐसा लगता है कि अब भी वैश्विक स्तर पर कई अनिश्चितताएं हैं। देबरॉय के हवाले से आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘अमेरिकी मुद्रा के आज के मूल्य के हिसाब से वर्ष 2047 तक भारत की प्रति व्यक्ति आय 10,000 डॉलर होगी। जीडीपी का औसत आकार 20,000 अरब डॉलर होगा। यानी भारत एक परिवर्तित समाज होगा।'' उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों समेत लोगों को बुनियादी आवश्यकताएं प्रदान की गई हैं। भारत में कोविड बाद आर्थिक संकेतकों में सुधार हुआ है। हर कोई अब 2023-24 में वृद्धि दर और 2047 तक अर्थव्यवस्था की वृद्धि को देखना चाहता है। देबरॉय ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध, यूरोप तथा अमेरिका में आर्थिक वृद्धि की संभावना जैसी चीजों से वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता के कारण देश को विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार और पूंजी बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत कोई इनसे अलग-थलग नहीं है। ऐसे में हमें भी अस्थिरता का सामना करना होगा। विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार, पूंजी बाजार और विनिमय दरों में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ेगा। मुद्रास्फीति पर भी इन अनिश्चितताओं का असर होगा।'' देबरॉय ने कहा कि भारत को एक सरलीकृत माल एवं सेवा कर (जीएसटी) और प्रत्यक्ष कर की आवश्यकता है। ये ऐसे क्षेत्र हैं, जिन पर हर किसी को सोचना चाहिए।