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नयी दिल्ली. फिल्म निर्माता राकेश रोशन ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि उन्हें पता चला कि मस्तिष्क तक जाने वाली उनकी दोनों कैरोटिड धमनियां (जो मस्तिष्क तक खून पहुंचाती हैं) ‘‘75 प्रतिशत से अधिक ब्लॉक'' हो गई हैं, जिसके बाद वे इलाज करवाने के लिए अस्पताल गए थे। अभिनेता-फिल्म निर्माता राकेश रोशन (75) ने अस्पताल से एक तस्वीर के साथ स्वास्थ्य संबंधी जानकारी साझा करते हुए कहा कि अब वह घर वापस आ गए हैं और पूरी तरह से ठीक हैं। रोशन ने ‘इंस्टाग्राम' पर कहा, ‘‘यह हफ्ता वाकई चौंकाने वाला रहा है, नियमित स्वास्थ्य जांच के दौरान हृदय की सोनोग्राफी कर रहे डॉक्टर ने मुझे गर्दन की भी सोनोग्राफी करवाने का सुझाव दिया। संयोग से हमें पता चला कि मस्तिष्क तक जाने वाली मेरी दोनों कैरोटिड धमनियां 75 प्रतिशत से अधिक ब्लॉक थीं। हालांकि इसके लक्षण नहीं दिख रहे थे।'' निर्देशक ने खुलासा किया कि अगर इस स्थिति को नजरअंदाज किया जाता तो यह बेहद खतरनाक हो सकती है।
निर्देशक ने कहा, ‘‘मैं तुरंत अस्पताल में भर्ती हो गया और इलाज करवाया। अब मैं पूरी तरह से ठीक होकर घर वापस आ गया हूं और जल्द अपने काम पर लौटने की उम्मीद करता हूं। मुझे उम्मीद है कि इससे दूसरों को भी अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने की प्रेरणा मिलेगी, खासकर जहां दिल और दिमाग का सवाल है।'' अभिनेता ऋतिक रोशन के पिता रोशन ने कहा कि 45 साल से ऊपर के सभी लोगों को नियमित रूप से ‘हार्ट सीटी स्कैन' और ‘कैरोटिड ब्रेन आर्टरी सोनोग्राफी' जैसे स्कैन करवाने चाहिए, जिन्हें ‘‘अक्सर पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया जाता है।'' रोशन ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह याद रखना जरूरी है कि बचाव हमेशा इलाज से बेहतर होता है। मैं आप सभी के लिए एक स्वस्थ और सतर्क, सचेत वर्ष की कामना करता हूं।'' रोशन को ‘करण अर्जुन', ‘कहो ना... प्यार है', और ‘कोई... मिल गया' जैसी हिट फिल्मों और इसके सीक्वल के लिए जाना जाता है। वह ऋतिक द्वारा निर्देशित आगामी फिल्म ‘कृष 4' के सह-निर्माता होंगे। -
मुंबई. मामी मुंबई फिल्म महोत्सव, 2025 में नहीं होगा और इसके बजाय अगले साल एक "गतिशील दृष्टि और एक नयी टीम" के साथ यह महोत्सव वापस आएगा। महोत्सव के निदेशक शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर ने सोमवार को यह जानकारी दी। मामी मुंबई फिल्म महोत्सव, मुंबई में सिनेमा प्रेमियों के लिए एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है।
सोशल मीडिया पर साझा की गई एक पोस्ट में डूंगरपुर ने महोत्सव के प्रशंसकों से उनके "समर्थन" के लिए कहा। डूंगरपुर ने इंस्टाग्राम पर लिखा, "आपको सूचित किया जाता है कि 2025 में मामी मुंबई फिल्म महोत्सव का आयोजन नहीं होगा, क्योंकि हम एक गतिशील दृष्टिकोण और नयी टीम के साथ महोत्सव को नया रूप देने की प्रक्रिया में हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि महोत्सव भारत और दुनिया भर के स्वतंत्र, क्षेत्रीय और क्लासिक सिनेमा के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए एक प्रमुख शोकेस के रूप में लौटे। उन्होंने लिखा, "हम महोत्सव को पुनर्निर्धारित करने के लिए लगन से काम कर रहे हैं और 2026 संस्करण की नयी तारीखों की घोषणा जल्द से जल्द करेंगे। आपकी समझ और समर्थन के लिए धन्यवाद" फिल्म निर्माता तनुजा चंद्रा ने कहा कि यह दुखद है कि इस वर्ष यह महोत्सव नहीं होगा।
उन्होंने कहा, "यह साल का वह हिस्सा है जिसे हममें से कई लोगों ने पसंद किया है। और अधिक मजबूत होकर वापसी करने के लिए शुभकामनाएं।" मामी मुंबई फिल्म महोत्सव का आयोजन मुंबई एकेडमी ऑफ मूविंग इमेज (मामी) द्वारा किया जाता है। यह महोत्सव 1997 से ही समकालीन विश्व सिनेमा और प्रतिभाओं को शहर में लाने के लिए जाना जाता है। - मुंबई। बॉलीवुड एक्टर शाहिद कपूर की पत्नी मीरा राजपूत एक बार फिर अपने लेटेस्ट वेकेशन फोटोज को लेकर चर्चा में हैं। मीरा ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर समुंदर किनारे की अपनी कुछ खूबसूरत तस्वीरें शेयर की हैं, जिन्हें देखकर फैंस उनके लुक्स की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं.।मीरा राजपूत ने वेकेशन के दौरान समंदर की लहरों के बीच फूलों वाले आउटफिट में बेहद ग्लैमरस अवतार में पोज दिए, जिसे देखने के बाद फैंस तारीफें करते नहीं थक रहे हैं.। इन तस्वीरों में देखा जा सकता है, कि मीरा ने ओपन हेयर, स्टाइलिश चश्मा और नैचुरल ब्यूटी से अपने इस लुक को और भी ग्लैमरस बना दिया है। फोटोज शेयर करते हुए, मीरा ने बेहद खास कैप्शन में लिखा, 'स्द्यश2द्य4 ष्ठह्म्द्बद्घह्लद्बठ्ठद्द' यानी धीरे-धीरे बहती जा रही हूं।शाहिद कपूर लवलाइफ मीरा राजपूत की इन फोटोज पर फैंस जमकर कमेंट कर रहे हैं। किसी ने उन्हें 'नेचुरल ब्यूटी' कहा तो किसी ने 'ऑसम' लिखकर उनकी तारीफ की। कई यूजर्स का कहना है, कि मीरा की खूबसूरती के आगे बड़ी-बड़ी हीरोइनें भी फीकी पड़ जाती हैं।बता दें कि शाहिद कपूर और मीरा राजपूत ने इसी महीने 7 जुलाई को अपनी शादी की 10वीं एनिवर्सरी सेलिब्रेट की है.। दोनों ने साल 2015 में शादी की थी, और अब ये कपल दो बच्चों बेटी मीशा और बेटा जैन के पेरेंट्स है।जहां शाहिद कपूर अपनी अपकमिंग फिल्मों की तैयारियों में बिजी हैं, वहीं मीरा राजपूत ने भी प्रोफेशनल फ्रंट पर नई शुरुआत की हैं. उन्होंने हाल ही में अपना खुद का ब्रांड 'धुन' लॉन्च किया है।
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नई दिल्ली। साउथ के सुपरस्टार विजय देवरकोंडा की अगली पैन-इंडिया फिल्म 'साम्राज्य' (हिंदी वर्जन ऑफ 'Kingdom') का फर्स्ट लुक सामने आ चुका है. यह फिल्म 31 जुलाई 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है. पोस्टर में विजय देवरकोंडा बेहद इंटेंस और रफ अंदाज में नजर आ रहे हैं, जो दर्शकों को इशारा करता है कि यह एक पावर-पैक्ड ड्रामा होने वाला है. यह फिल्म 'Kingdom' का हिंदी वर्जन है, जिसे 'साम्राज्य' नाम से उत्तर भारत में रिलीज किया जाएगा. दिलचस्प बात यह है कि फिल्म में तीन भाषाओं में अलग-अलग वॉयसओवर होंगे — Jr NTR (तेलुगु), Suriya (तमिल), और Ranbir Kapoor (हिंदी).
फिल्म का निर्देशन 'जर्सी' फेम गौतम तिन्ननुरी कर रहे हैं, जबकि इसका निर्माण नागा वामसी और साई सौजन्या ने किया है. संगीत दिया है अनिरुद्ध रविचंदर ने, जो हाल ही में 'जवां' और 'लीओ' जैसे सुपरहिट एलबम दे चुके हैं. उत्तर भारत में इसकी डिस्ट्रीब्यूशन AA Films करेगी, जबकि हिंदी रिलीज की जिम्मेदारी अडवाइज मूवीज और आदित्य भाटिया की है. फिल्म में राजनीति, युद्ध, धोखे और सत्ता के लिए संघर्ष की गाथा दिखेगी.फिलहाल फर्स्ट लुक ने सोशल मीडिया पर खूब चर्चा बटोरी है. अब देखना होगा कि 31 जुलाई को 'साम्राज्य' बॉक्स ऑफिस पर कैसा परफॉर्म करती है. - नयी दिल्ली/ बॉक्स ऑफिस ने 2025 के पहले छह महीनों में 5,723 करोड़ रुपये कमाए, जो साल-दर-साल 14 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। फिल्म उद्योग पर एक नयी रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। ऑरमैक्स मीडिया द्वारा शनिवार को जारी 'इंडिया बॉक्स ऑफिस रिपोर्ट: जनवरी-जून 2025' में बताया गया है कि जनवरी और जून के बीच बॉक्स ऑफिस पर 17 फिल्मों ने 100 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार किया, जबकि 2024 की पहली छमाही के दौरान केवल 10 फिल्मों ने ही यह उपलब्धि हासिल की थी। रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘जनवरी से जून तक फिल्म रिलीज के जरिये बॉक्स ऑफिस ने 5,723 करोड़ रुपये की कमाई की, जो 2024 की इसी अवधि की तुलना में 14 प्रतिशत अधिक है और 2022 की समान अवधि के रिकॉर्ड से सिर्फ 12 करोड़ रुपये कम है।'' वर्ष 2025 में, अब तक बॉक्स ऑफिस पर कम ही बड़ी ब्लॉकबस्टर फिल्में देखने को मिली हैं। सिर्फ एक फिल्म ही 250 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर पाई।वहीं, 100 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई करने वाली फिल्मों की संख्या अधिक है। इस साल अब तक की सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्म ‘‘छावा'' है, जो विक्की कौशल अभिनीत एक ऐतिहासिक एक्शन-ड्रामा है, जिसने 693 करोड़ रुपये की शानदार कमाई की। इसके बाद, दूसरे नंबर पर दग्गुबाती वेंकटेश अभिनीत तेलुगु फिल्म ‘‘संक्रांतिकी वस्तुनम'' है। इस फिल्म ने भी देश भर में अच्छी कमाई की। रिपोर्ट के अनुसार, अकेले जून महीने ने साल की पहली छमाही में 900 करोड़ रुपये से अधिक का योगदान दिया, जिसमें ‘‘सितारे जमीन पर'' और ‘‘हाउसफुल 5'' महीने की सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्में रहीं। इनमें से प्रत्येक ने करीब 200 करोड़ रुपये की कमाई की।तमिल-तेलुगु भाषाओं में रिलीज फिल्म ‘‘कुबेर'' और ब्रैड पिट अभिनीत हॉलीवुड की फार्मूला वन फिल्म ‘‘एफ1'' भी इस महीने शीर्ष कमाई करने वाली फिल्मों में शामिल रहीं।रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर यही गति जारी रही, तो 2025 के अंत तक यह रिकॉर्ड 13,500 करोड़ रुपये की कमाई कर सकती है, जिससे यह भारतीय सिनेमा बाजार के लिए अब तक की सबसे अधिक कमाई वाला साल बन जाएगा। हालांकि, यह साल की दूसरी छमाही में रिलीज होने वाली कई प्रमुख फिल्मों के बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन पर निर्भर करता है। इनमें ऋषभ शेट्टी की ‘‘कांतारा: चैप्टर 1'', ऋतिक रोशन और जूनियर एनटीआर अभिनीत ‘‘वॉर 2'', रजनीकांत की ‘‘कुली'', नंदमुरी बालकृष्ण अभिनीत ‘‘अखंड 2'', आयुष्मान खुराना की ‘‘थामा'' और पवन कल्याण अभिनीत ‘‘ओजी'' शामिल हैं। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि बॉक्स ऑफिस पर कुल कमाई में 40 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ हिंदी सिनेमा का दबदबा बना हुआ है, उसके बाद तेलुगु (20 प्रतिशत) और तमिल (15 प्रतिशत) का स्थान है। हॉलीवुड ने 2022 के बाद पहली बार दोहरे अंकों में हिस्सेदारी (10 प्रतिशत से अधिक) हासिल की है।
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मुंबई. नवोदित कलाकार अहान पांडे की फिल्म ‘सैयारा' ने पहले दिन घरेलू बॉक्स ऑफिस पर 21.25 करोड़ रुपये की कमाई की है। निर्माताओं ने शनिवार को यह जानकारी दी। मोहित सूरी द्वारा निर्देशित और यश राज फिल्म्स (वाईआरएफ) द्वारा निर्मित इस ‘रोमांटिक-ड्रामा' को आलोचकों और दर्शकों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। इस फिल्म में अनीत पड्डा भी मुख्य भूमिका में हैं। पड्डा इससे पहले वेब सीरीज ‘बिग गर्ल्स डोंट क्राई' और अभिनेत्री काजोल की फिल्म ‘सलाम वेंकी' में भी अभिनय कर चुकी हैं। फिल्म शुक्रवार को सिनेमाघरों में प्रदर्शित हुई।
फिल्म निर्माता कंपनी ने एक बयान में कहा, "वाईआरएफ और मोहित सूरी की 'सैयारा' ने पहले दिन भारत में 21.25 करोड़ रुपये की कमाई के साथ ऐतिहासिक शुरुआत की है।" निर्माताओं ने कहा कि फिल्म 8 हजार 'स्क्रीन्स' पर प्रदर्शित की गई। - मुंबई। बॉलीवुड एक्ट्रेस संगीता बिजलानी के पुणे जिले के मावल में स्थित फार्महाउस में चोरी और तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया गया है. चोरों ने बंगले का दरवाजा और अंदर का सामान भी तोड़फोड़ किया.चोरी को अंजाम देने से पहले सभी सुरक्षा कैमरों को तोड़ दिया गया, ताकि चोरों की पहचान न हो सके. पुलिस को आशंका है कि यह पूरी घटना पूर्व नियोजित और योजनाबद्ध थी.घटना के दिन सुबह संगीता दो नौकरों के साथ फार्महाउस पहुंचीं. उन्होंने देखा कि मुख्य गेट को जबरन तोड़ा गया है और भीतर सभी कमरों में तोड़फोड़ की गई थी. बताया जा रहा है की करीब 50 हजार रूपए कैश भी चुरा लिए गए है.इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया @fpjindia नाम के हैंडल से शेयर किया गया है.पुलिस के अनुसार, चोरों ने एक टीवी चुरा लिया, जबकि दूसरा टूटा हुआ मिला. घर के फर्नीचर, बेड और फ्रिज को भी क्षतिग्रस्त किया गया है. ऊपरी मंज़िल पर आग के निशान भी पाए गए हैं, जिससे अंदेशा है कि वहां कुछ जलाया गया होगा.लोणावला ग्रामीण थाना प्रभारी दिनेश तायड़े ने बताया कि पुलिस की टीम मौके पर पहुंच चुकी है और पंचनामा के बाद एफआईआर दर्ज की जा रही है. चोरों की तलाश के लिए स्थानीय पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है.इस मामले में संगीता के करीबी सहयोगी मोहम्मद मुजीब खान ने शिकायत दर्ज करवाई है. उन्होंने बताया कि पुणे ग्रामीण एसपी संदीप गिल और उनकी टीम ने उन्हें पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है.
- नई दिल्ली। 56वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (56th International Film Festival of India), गोवा के लिए संचालन समिति की पहली बैठक शुक्रवार को मुंबई स्थित राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडीसी) मुख्यालय में आयोजित की गई। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में IFFI 2025 के लिए कार्यनीतिक योजना पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिसमें प्रोग्रामिंग, आउटरीच, प्रतिभाओं को जोड़ने और महोत्सव की समावेशिता, वैश्विक स्थिति और जन सहभागिता को बढ़ाने के उद्देश्य से नवोन्मेषी पहलों पर विस्तृत चर्चा हुई। आईएफएफआई का 56वां संस्करण 20 से 28 नवंबर, 2025 तक गोवा में आयोजित किया जाएगा।ह महोत्सव क्यूरेटेड मास्टरक्लास, उद्योग कार्यशालाओं और नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से छात्र फिल्म निर्माताओं और युवा कंटेंट क्रिएटर्स के लिए नए अवसर सामने लाएगा, जो नई प्रतिभाओं को वैश्विक मार्गदर्शकों से जोड़ेंगे। बैठक में सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सचिव संजय जाजू, महोत्सव निदेशक शेखर कपूर, एनएफडीसी के प्रबंध निदेशक प्रकाश मगदुम, गोवा सरकार, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और एनएफडीसी के वरिष्ठ अधिकारी तथा भारतीय एवं वैश्विक फिल्म उद्योग से जुड़े संचालन समिति के सदस्यों के एक प्रतिष्ठित पैनल ने भाग लिया।आईएफएफआई के साथ-साथ हाल ही में फिर से ब्रांड किए गए दक्षिण एशिया के सबसे बड़े फिल्म बाज़ार और भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म पहुंच के एक महत्वपूर्ण घटक- वेव्स फिल्म बाज़ार का भी आयोजन हो रहा है। फिल्म बाज़ार के वेव्स फिल्म बाज़ार के रूप में पुनः ब्रांडिंग पर संचालन समिति द्वारा चर्चा की गई और उसे अनुमोदित किया गया। यह भारत को कंटेंट, सृजनशीलता और सह-निर्माण के एक वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करने की एक व्यापक रणनीतिक दृष्टि का हिस्सा है।आपको बता दें, महोत्सव के डिज़ाइन में अधिक समावेशिता और रचनात्मक अंतर्दृष्टि को बढ़ावा देने के लिए, संचालन समिति का उल्लेखनीय रूप से विस्तार किया गया है—सदस्यों की संख्या 16 से बढ़ाकर 31 कर दी गई है, जो इसे अधिक विविध और उद्योग का एक प्रतिनिधि निकाय बनाता है। समिति में अनुपम खेर, गुनीत मोंगा कपूर, सुहासिनी मणिरत्नम, खुशबू सुंदर, पंकज पाराशर और प्रसून जोशी जैसे बड़े नाम शामिल हैं, जो सिनेमा, प्रोडक्शन, मीडिया और सांस्कृतिक क्षेत्रों के विख्यात विशेषज्ञ हैंIFFI 2025 रचनात्मक अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने, मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र में स्टार्टअप्स की सहायता करने और एकल-खिड़की सुविधा एवं प्रोत्साहन-आधारित नीतियों के माध्यम से ग्लोबल प्रोडक्शनों को भारत में शूटिंग के लिए प्रोत्साहित करने के भारत के व्यापक विजन के अनुरूप है। अपने महत्वाकांक्षी कार्यक्रमों, समावेशी दृष्टिकोण और सिनेमाई उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता के साथ, आईएफएफआई का 56 वां संस्करण एक ऐतिहासिक महोत्सव- एक ऐसा उत्सव जो एक जुड़ी हुई, रचनात्मक और सहयोगात्मक विश्व में सिनेमा के उभरते अर्थ को दर्शाता है-
- नई दिल्ली। अभिनेत्री रेणुका शहाणे ने महाराष्ट्र में चल रहे मराठी और हिंदी भाषा विवाद पर अपनी राय रखी है. हाल ही में एक पॉडकास्ट में उन्होंने साफ कहा कि किसी भाषा का सम्मान हिंसा या जबरदस्ती से नहीं बढ़ाया जा सकता, बल्कि इसके लिए संवाद और सम्मान जरूरी है. रेणुका ने कहा, "अगर आप किसी जगह पर लंबे समय से रह रहे हैं तो वहां की भाषा और संस्कृति को समझना और उसका सम्मान करना बेहद जरूरी होता है. यह जरूरी नहीं कि आप उस भाषा में पारंगत हों, लेकिन यह भावना होनी चाहिए कि आप उसे सम्मान देना चाहते हैं."उन्होंने यह भी कहा कि, "मुझे बिल्कुल पसंद नहीं कि कोई व्यक्ति मराठी न बोलने पर गुस्से में दो-तीन लोगों को थप्पड़ मार दे. इससे भाषा का भला नहीं होगा. भाषा को इस तरह लोगों तक पहुंचाएं कि वे उसे आसानी से स्वीकार करें. जबरन थोपा गया कोई भी चीज़ लंबे समय तक नहीं टिकती. मैं हिंदी को महाराष्ट्र में जबरन लागू करने के खिलाफ रही हूं. भाषा को चुनने की आजादी होनी चाहिए."रेणुका के पति और अभिनेता अशुतोष राणा ने भी हाल ही में कहा, "भाषा संवाद का विषय है, विवाद का नहीं. भारत संवाद में विश्वास करता है, विवाद में नहीं." रेणुका और अशुतोष की यह प्रतिक्रिया ऐसे वक्त में आई है जब महाराष्ट्र में भाषा को लेकर तनाव बढ़ता जा रहा है. अप्रैल 2025 में राज्य सरकार ने स्कूलों में हिंदी को तीसरी अनिवार्य भाषा बनाने का निर्णय लिया था, जिसे भारी विरोध के चलते वापस लेना पड़ा. इसके बाद महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) से जुड़े कुछ लोगों द्वारा गैर-मराठी बोलने वालों से बदसलूकी की घटनाएं सामने आई थीं.
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नई दिल्ली। : बॉलीवुड में हॉरर और थ्रिलर फिल्मों की अपनी एक खास ऑडियंस है, लेकिन ऐसी कहानियां कम ही बनती हैं जो डराने के साथ सोचने पर भी मजबूर कर दें. कुश सिन्हा ने बतौर डायरेक्टर अपने करियर की शुरुआत ‘निकिता रॉय’ से की है और उन्होंने इस सुपरनैचुरल थ्रिलर में डर और समाज के अंधविश्वास को बड़े दिलचस्प तरीके से मिलाया है. यह फिल्म ना तो सिर्फ डराती है, ना ही महज रहस्य बनाकर छोड़ती है, बल्कि दोनों के बीच एक ऐसी कहानी कहती है जो आपको आखिर तक बांधे रखती है.
फिल्म की कहानी अर्जुन रामपाल के किरदार से शुरू होती है, जो अपने घर में किसी अनजानी दहशत से घिरा है. यहां डर किसी चीख-चिल्लाहट या हॉरर क्लिच से नहीं आता, बल्कि आपके भीतर उतरता है. कुश सिन्हा ने डर और रहस्य को बेहद संयमित तरीके से गढ़ा है, जिससे हर सीन में आप बेचैनी और सस्पेंस को महसूस करते हैं.सोनाक्षी सिन्हा इस फिल्म में निकिता रॉय के किरदार में ऐसी पत्रकार बनी हैं, जो फर्जी बाबाओं और झूठे धार्मिक दावों का पर्दाफाश करती है. लेकिन जब उसकी अपनी जिंदगी में दर्दनाक मोड़ आता है, तो वह उसी दलदल में फंस जाती है जिससे वह दूसरों को बचाने की कोशिश करती थी. सोनाक्षी ने अब तक का सबसे गंभीर और असरदार अभिनय इस फिल्म में किया है.सुहैल नय्यर, जो फिल्म में सोनाक्षी के एक्स-पार्टनर बने हैं, उनके किरदार को देखकर लगता है कि वह कहानी में ज्यादा असर नहीं छोड़ेंगे, लेकिन जैसे-जैसे फिल्म आगे बढ़ती है, उनके और निकिता के बीच का इमोशनल कनेक्शन कहानी में गहराई जोड़ता है. यह रिश्ता फिल्म के ट्विस्ट को और ज्यादा असरदार बना देता है.परेश रावल ने अमरदेव के रूप में एक ऐसे आध्यात्मिक गुरु का किरदार निभाया है जिसकी मासूम मुस्कान के पीछे खतरनाक सच्चाई छुपी है. उनकी एक्टिंग में जो ठहराव और खामोशी है, वही दर्शकों के रोंगटे खड़े कर देती है. उनका हर सीन स्क्रीन पर डर और रहस्य का नया रंग भरता है.फिल्म में जहां एक ओर कहानी और प्रस्तुति तारीफ के काबिल है, वहीं कुछ खामियां भी नजर आती हैं. खासकर फर्स्ट हाफ थोड़ा खिंचा-खिंचा और धीमा लगता है, जिससे दर्शक पूरी तरह कहानी से जुड़ नहीं पाते. इसके अलावा, अर्जुन रामपाल जैसे दमदार अभिनेता को फिल्म में अपेक्षाकृत कम स्क्रीन स्पेस मिला है, जबकि उनके किरदार में और गहराई लाई जा सकती थी, जिससे कहानी और भी प्रभावशाली बन सकती थी.कुश सिन्हा ने पहली ही फिल्म में यह साबित कर दिया कि वह हॉरर को सिर्फ डर दिखाने की विधा नहीं समझते. उन्होंने कहानी को परत-दर-परत खोलने का तरीका अपनाया है. इसके लिए उन्होंने घिसे-पिटे हॉरर एलिमेंट्स से बचते हुए कहानी और किरदारों की गहराई पर ध्यान दिया है.'निकिता रॉय' का ट्रेलर:पवन कृपलानी की स्क्रिप्ट और शानदार सिनेमेटोग्राफी मिलकर कहानी में ऐसा माहौल बनाते हैं जो डर को महसूस कराता है. हर सीन में प्रोडक्शन क्वालिटी दिखती है. निक्की विक्की भगनानी फिल्म्स और अन्य प्रोड्यूसर्स ने मिलकर इस फिल्म को टेक्निकली भी बेहद मजबूत बनाया है.‘निकिता रॉय’ सिर्फ एक डरावनी फिल्म नहीं है. यह समाज में फैले अंधविश्वास, फर्जी गुरुओं और उनपर आंख मूंदकर विश्वास करने वालों पर सवाल उठाती है. सोनाक्षी का शानदार अभिनय, परेश रावल की खामोश पर डरावनी मौजूदगी और कुश सिन्हा की सोच से भरी डायरेक्शन इस फिल्म को अलग बनाते हैं. यह फिल्म डराने के साथ सोचने पर भी मजबूर करती है और यही इसकी मजबूत कड़ी है. -
नई दिल्ली। सर डेविड एटनबरो द्वारा प्रस्तुत वन्यजीव शृंखला ‘एशिया’ का आज से भारत में बीबीसी प्लेयर पर प्रसारण किया जाएगा।
एक प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक ‘एशिया’ टाटा प्ले बिंज पर भी उपलब्ध होगा और प्राइम वीडियो इंडिया पर ‘सब्सक्रिप्शन पर विज्ञापन’ के साथ उपलब्ध होगा।सात कड़ियों वाली इस सीरीज में भारत के सबसे उल्लेखनीय परिदृश्यों और ऊंचाई पर स्थित चाय बागानों में रहने वाले हाथियों की कहानी को प्रमुखता से दिखाया गया है।सीरीज में ‘एशिया’ महाद्वीप के सामने मौजूद वन्य जीव संरक्षण की चुनौतियों को रेखांकित किया गया है और क्षेत्र के संरक्षण नायकों द्वारा उठाए जा रहे संभावित समाधानों को उजागर किया गया है।इसे दुनिया की सबसे पुरानी और गहरी झील बैकाल झील, उत्तरी रूस में फैले विशाल टैगा जंगल, ईरान के लुट रेगिस्तान, बोर्नियो के जंगलों, हिंद महासागर के प्रवाल सागरों और कई व्यस्त एशियाई शहरों: तोक्यो, बैंकाक, ताइपे, भोपाल, हनोई और सिंगापुर में फिल्माया गया है। बीबीसी स्टूडियो नेचुरल हिस्ट्री यूनिट इसकी निर्माता कंपनी है। ‘एशिया’ का निर्माण मैथ्यू राइट ने किया है और बीबीसी अमेरिका, फ़्रांस टेलीविज़न्स और ज़ेडडीएफ सह निर्माता हैं जबकि कार्यकारी निर्माता रोजर वेब हैं। - नई दिल्ली। अभिनेत्री और टेलीविजन हस्ती अर्चना पूरन सिंह ने हाल ही में अपने पति परमीत सेठी और बेटों आर्यमान और आयुष्मान सेठी के साथ दुबई की यात्रा के दौरान एक ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार होने के बारे में खुलासा किया। अपने हालिया व्लॉग में अर्चना ने बताया कि उन्होंने iFly दुबई में इनडोर स्काईडाइविंग अनुभव के लिए स्लॉट बुक किए थे, लेकिन वहां पहुंचने पर उन्हें पता चला कि उनके नाम से कोई बुकिंग नहीं हुई थी। .अर्चना अपने व्लॉग में खुलासा करते हुए कहती हैं कि हमने iFly दुबई में तीन स्लॉट बुक किए थे, लेकिन यह महिला कह रही है कि हमारी कोई बुकिंग नहीं है.। हमारे साथ धोखाधड़ी हुई है क्योंकि जिस वेबसाइट से हमने भुगतान किया था, वह उनकी नहीं है। . दुबई में हमारे साथ धोखाधड़ी हुई है। . हमने पहले ही भुगतान कर दिया है और टिकट सस्ते नहीं हैं... दुबई में हमारे पैसे डूब गए.। एक्ट्रेस ने अविश्वास जताते हुए कहा- ‘मुझे उम्मीद नहीं थी कि दुबई में ऐसा होगा,। वहां इतने सख्त नियम-कानून हैं। . लोग ऐसी हरकतें करने से डरते हैं।वहीं उनके पति परमीत सेठी कहते हैं कि मैं स्तब्ध हूं… हजारों रुपए चले हो गए, पता चला यही स्कैम है। . उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि स्थिति पर भरोसा करना कठिन है। उनके बेटे आर्यमन ने भी बुकिंग प्रक्रिया के दौरान अपनी शंकाएं साझा कीं। . उन्होंने देखा कि वेबसाइट पर दिखाई गई यात्रा की अवधि भुगतान पृष्ठ पर चार मिनट से बदलकर दो मिनट हो गई थी। लेकिन उस समय उन्होंने इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया. उन्होंने कहा- मुझे लगा कि मुख्य वेबसाइट पर यह घोटाला नहीं हो सकता। इस व्लॉग ने कई दर्शकों को प्रभावित किया है, जिसमें बताया गया है कि कैसे सतर्क यात्री भी, दुबई जैसे सख्त नियमों वाले स्थानों पर भी, परिष्कृत ऑनलाइन घोटालों का शिकार हो सकते हैं.। बहरहाल वर्कफ्रंट की बात करें तो अर्चना को आखिरी बार 'नादानियां' में मिसेज ब्रगेंजा मल्होत्रा के रूप में देखा गया था और वह 'द ग्रेट इंडियन कपिल शो' में एक स्थायी अतिथि के रूप में दर्शकों का मनोरंजन करती रहती हैं।
- नई दिल्ली। सुरों के जादूगर सुखविंदर सिंह किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। सुखविंदर सिंह ने अपनी दमदार आवाज और अनोखी गायन शैली से भारतीय सिनेमा को अनगिनत यादगार गाने दिए हैं.। उनकी कला ने न सिर्फ भारत बल्कि विश्व स्तर पर भी उन्हें ख्याति दिलाई है।. 1990 के दशक में जलवा बिखरने वाले सुखविंदर सिंह आज भी भारतीय संगीत जगत के एक प्रमुख स्तंभ माने जाते हैं।. सुखविंदर सिंह 18 जुलाई को अपना 54वां जन्मदिन मना रहे हैं।सुखविंदर सिंह का जन्म 18 जुलाई 1971 को पंजाब के अमृतसर में हुआ.। उन्होंने छोटी उम्र में ही गाना शुरू कर दिया था। मात्र 8 साल की उम्र में उन्होंने स्टेज पर फिल्म 'अभिनेत्री' का गाना "सा रे गा मा पा" गाया और दर्शकों के दिलों में पहली बार जगह बनाई। 1990 के दशक के मध्य में उन्होंने विश्व भ्रमण कर विभिन्न संगीत शैलियों को समझने की कोशिश की। इसके बाद उन्होंने पंजाबी एल्बम 'मुंडा साउथहॉल दा' रिलीज की और मशहूर संगीतकार जोड़ी लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल के साथ भी काम किया। उनका पहला बॉलीवुड गीत "आ जा सनम" था, जो 1991 की 'खिलाफ' फिल्म में गाया गया, लेकिन ये गाना ज्यादा चर्चित नहीं रहा। हालांकि, साल 1998 में मणिरत्नम की फिल्म ‘दिल से’ का गाना ‘छैंया-छैंया’ उनके करियर का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। इस गाने ने सुखविंदर सिंह को रातों-रात स्टार बना दिया।इस गीत के लिए उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला. यहां से सुखविंदर सिंह के हिट गानों का सिलसिला चलता ही गया.। उन्होंने '1947: अर्थ', 'बीवी नंबर 1', 'दिल्लगी', 'जानवर', और कई अन्य फिल्मों में हिट गाने दिए। सुखविंदर सिंह ने शाहरुख खान, सलमान खान, अजय देवगन, अक्षय कुमार, रणबीर कपूर और अन्य बड़े सितारों के लिए भी प्लेबैक किया है। संगीतकार ए.आर. रहमान के साथ उनकी साझेदारी बेहद सफल रही, जिसमें 'रामता जोगी', 'ताल से ताल मिला', 'रुत आ गई रे' जैसे कई सुपरहिट गाने शामिल हैं।. सुखविंदर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान तब मिली जब उन्होंने एआर रहमान के साथ फिल्म ‘स्लमडॉग मिलियनेयर’ के लिए ‘जय हो’ गाया. इस गीत ने उन्हें ऑस्कर, ग्रैमी और क्रिटिक्स चॉइस अवॉर्ड दिलाए।सुखविंदर सिंह की सफलता के साथ एक दिलचस्प किस्सा भी जुड़ा हुआ है.। जानकर हैरानी होगी कि इस दिग्गज सिंगर से एक बार खुद एआर रहमान को भी माफी मांगनी पड़ी थी.। वाकया यह है कि जब एआर रहमान को 'जय हो' गाने के लिए ऑस्कर अवॉर्ड मिला था। तब वह सुखविंदर सिंह का नाम लेना भूल गए थे, जो इस गाने के गायक थे। बाद में एआर रहमान ने इस पर एक इंटरव्यू में अफसोस जताते हुए सुखविंदर सिंह से माफी मांगी थी। अपनी दमदार आवाज और जोशीले अंदाज से उन्होंने भारतीय संगीत को एक नई ऊंचाई दी। वे आज भी एक लोकप्रिय पार्श्वगायक के रूप में पहचाने जाते हैं.।
- मुंबई. अभिनेता सलमान खान की मानें तो आगामी फिल्म ‘बैटल ऑफ गलवान' शारीरिक रूप से उनके करियर की अब तक की सबसे ज्यादा चुनौतीपूर्ण फिल्मों में से एक है। यह बहुप्रतीक्षित फिल्म 2020 में भारत और चीन के सैनिकों के बीच गलवान घाटी में हुए संघर्ष पर आधारित है और इसका निर्देशन ‘शूटआउट एट लोखंडवाला' से मशहूर हुए अपूर्व लाखिया कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “यह शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण है। हर साल, हर महीने, हर दिन यह और भी मुश्किल होता जा रहा है। मुझे अब (प्रशिक्षण के लिए) ज्यादा समय देना होगा। पहले, मैं इसके (प्रशिक्षण) लिए एक या दो सप्ताह का समय लेता था, अब मैं दौड़ लगा रहा हूं और वह सबकुछ कर रहा हूं जिसकी जरूरत है।'' खान ने कहा, “उदाहरण के लिए ‘सिकंदर' में एक्शन अलग था, किरदार अलग था। लेकिन यह शारीरिक रूप से कठिन है। इसके अलावा, लद्दाख में ऊंचाई पर और ठंडे पानी में शूटिंग करना (एक और चुनौती है)।” अभिनेता ने कहा कि वह इस फिल्म को करने के लिए उत्साहित है।सलमान ने फिल्म की घोषणा जुलाई की शुरुआत में की थी।सलामन (59)ने कहा, “जब मैंने फिल्म साइन की थी, तो मुझे लगा था कि यह अद्भुत है लेकिन यह एक बहुत ही मुश्किल फिल्म है। मुझे लद्दाख में 20 दिन (काम) करना है और फिर ठंडे पानी में सात से आठ दिन (शूटिंग) करनी है। हम इसी महीने शूटिंग शुरू करेंगे।” मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, ‘बैटल ऑफ गलवान' ईद पर नहीं बल्कि अगले साल जनवरी या जून में सिनेमाघरों में रिलीज होगी। इसके बारे में पूछे जाने पर सलमान ने कहा, “हां, जनवरी में।” सलमान की ज्यादातर फिल्में ईद पर रिलीज होती हैं। अभिनेता ने 2015 में आई फिल्म ‘बजरंगी भाईजान' का अगला भाग बनने की भी पुष्टि की।
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नई दिल्ली। दक्षिण भारतीय फिल्मों की जानी-मानी अदाकारा बी. सरोजा देवी के निधन की दुखद खबर सामने आई है। इस एक्ट्रेस ने लगभग सात दशक तक फिल्मों में अभिनय किया। करीब 7 दशक तक बतौर एक्ट्रेस सिनेमा जगत में राज करने वाली बी सरोजा देवी को उनके सुनहरे एक्टिंग करियर के लिए हमेशा याद किया जाएगा।
लगभग 200 से अधिक फिल्में करनी वाली बी. सरोजा देवी के निधन की खबर से दक्षिण भारतीय सिनेमा में शोक की लहर है। उन्होंने कन्नड़, तेलुगु, तमिल के अलावा हिंदी फिल्मों में भी काम किया। बॉलीवुड में दिलीप कुमार के अलावा जाने-माने अभिनेताओं के साथ अभिनय किया था। सरोजा देवी को कन्नड़ सिनेमा में पहली सुपरस्टार दर्जा भी मिला था। जानिए, इस उम्दा अदाकारा के अभिनय के सफर के बारे में।अभिनय के लिए परिवार से मिला प्राेत्साहनबी. सरोजा देवी का जन्म (7 जनवरी 1938) मैसूर राज्य (आज का बेंग्लुरु, कर्नाटक) के एक मध्यवर्गीय परिवार में हुआ। पिता एक पुलिस ऑफिसर थे और मां गृहिणी। परिवार ने ही सरोजा को डांस सीखने के लिए मोटिवेट किया। फिल्मों में जाने के लिए उन्हें मनाही नहीं थी। सरोजा ने भी क्लासिकल डांसर के तौर पर ट्रेनिंग ली। जब वह 13 साल की थीं तो एक कार्यक्रम में गाना गा रही थीं, तब प्रोड्यूसर कृष्णमूर्ति की नजर उन पर पड़ी। आगे चलकर 17 साल की उम्र में उन्हें कन्नड़ फिल्म ‘महाकवि कालिदास (1955)’ से काम करने का मौका मिला, फिल्म में उन्होंने सपोर्टिंग रोल किया। यह फिल्म हिट हुई और सरोजा को इंडस्ट्री में पहचान मिली। 161 फिल्मों में किया लीड हीरोइन का रोलआगे चलकर बी. सरोजा देवी ने कई हिट दक्षिण भारतीय फिल्मों में काम किया। वह 1955 से 1984 के बीच लगभग 29 साल तक लीड हीरोइन के रोल में नजर आईं। लगभग 161 फिल्मों में लीड हीरोइन बनी थीं। वह ऐसा करने वाली अकेली हीरोइन हैं। उन्होंने साउथ के मशहूर एक्टर एनटीआर के साथ भी कई फिल्में कीं। बड़े पर्दे पर इनकी जोड़ी को दर्शकों ने खूब पसंद किया। साथ ही एम जी रामचंद्रन, जैमीनी गणेशन जैसे चर्चित दक्षिण भारतीय अभिनेताओं के साथ भी कई फिल्में सरोजा देवी ने कीं।हिंदी फिल्मों में जाने-माने अभिनेताओं संग किया कामदक्षिण भारतीय फिल्मों के अलावा सरोजा देवी ने हिंदी फिल्मों में भी उम्दा अभिनय से दर्शकों का दिल जीता था। वह हिंदी फिल्म ‘पैगाम(1959)’ में दिलीप कुमार के साथ नजर आईं। साथ ही राजेंद्र कुमार, सुनील दत्त, शम्मी कपूर जैसे अभिनेताओं के साथ सरोजा देवी ने हिट फिल्में दी थीं। राज कपूर के साथ भी काम करने का मौका फिल्म ‘नजराना(1961)’ में सरोजा देवी को मिला, मगर डायरेक्टर सी.वी श्रीधर के साथ विवाद के कारण फिल्म से उन्हें रिप्लेस कर दिया गया। बाद में फिल्म में सरोजा देवी जगह वैजयंतीमाला को लिया गया। शादी के बाद भी सरोजा देवी ने फिल्मों में अभिनय जारी रखा, उन्होंने श्री हर्षा से साल 1967 में शादी की, सरोजा देवी के पति पेशे से इंजीनियर थे। साल 2019 में उन्होंने कन्नड़ फिल्म ‘नटसर्वभूमा’ में कैमियो किया, सरोजा देवी के तौर पर ही फिल्म का हिस्सा बनीं।सरोजा देवी को मिले ये सम्मानसरोजा देवी ने सिनेमा में जो योगदान दिया, उसके लिए उन्हें सम्मानित भी किया गया। भारत सरकार द्वारा उन्हें साल 2008 में लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड दिया गया। साल 1992 में पद्म भूषण और 1969 पद्म श्री से सम्मानित किया गया। साल 1994 में फिल्मफेयर ने उन्हें लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड (साउथ) से सम्मानित किया। -
नयी दिल्ली. सिद्धार्थ मल्होत्रा और जान्हवी कपूर अभिनीत फिल्म ‘परम सुंदरी' अगस्त में दुनियाभर के सिनेमाघरों में रिलीज होगी। केरल की बैकवाटर पृष्ठभूमि पर आधारित यह फिल्म “हंसी, हलचल और अप्रत्याशित मोड़ों से भरी एक रोलरकोस्टर सवारी” के रूप में प्रस्तुत की जा रही है। फिल्म का निर्माण दिनेश विजान द्वारा बैनर मैडॉक फिल्म्स के तहत किया गया है।
पहले यह फिल्म 25 जुलाई को रिलीज होने वाली थी, लेकिन अब इसे अगस्त तक के लिए टाल दिया गया है। हालांकि, निर्माताओं ने अभी तक फिल्म रिलीज होने की सही तारीख की घोषणा नहीं की है। तुषार जलोटा द्वारा निर्देशित इस फिल्म में सिद्धार्थ मल्होत्रा ‘परम' और जान्हवी कपूर ‘सुंदरी' की भूमिका निभा रही हैं। जान्हवी कपूर की आगामी फिल्मों की बात करें तो वह जल्द ही वरुण धवन के साथ रोमांटिक कॉमेडी ‘सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी' में नजर आएंगी। इस फिल्म का निर्देशन शशांक खेतान ने किया है, जो ‘हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया' और ‘बद्रीनाथ की दुल्हनिया' जैसी फिल्मों के लिए जाने जाते हैं। फिल्म का निर्माण करण जौहर के धर्मा प्रोडक्शंस और खेतान के मेंटॉर डिसाइपल एंटरटेनमेंट ने किया है।
दीपक मिश्रा और अरुणाभ कुमार द्वारा निर्देशित ‘वीवीएएन – फोर्स ऑफ द फॉरेस्ट' में भी मल्होत्रा नजर आएंगे। इस फिल्म में उनके साथ तमन्ना भाटिया होंगी। इस फिल्म के 15 मई, 2026 को सिनेमाघरों में रिलीज होने की संभावना है। इसका निर्माण बालाजी टेलीफिल्म्स लिमिटेड और द वायरल फीवर के सहयोग से किया जा रहा है।
- नई दिल्ली। सिद्धांत चतुर्वेदी और तृप्ति डिमरी की अपकमिंग फिल्म ‘धड़क 2’ का बहुप्रतीक्षित ट्रेलर आखिरकार रिलीज हो गया है. फिल्म को शाजिया इकबाल ने डायरेक्ट किया है और यह एक इंटेंस लव स्टोरी के साथ कास्टिज्म जैसे सेंसिटिव मुद्दे को भी टच करती है. निर्माताओं ने जानकारी दी है कि फिल्म 1 अगस्त 2025 को सिनेमाघरों में दस्तक देगी. ट्रेलर में सिद्धांत और तृप्ति की केमिस्ट्री दमदार नजर आ रही है, जो फिल्म को खास बनाती है. कहानी राजस्थान की पृष्ठभूमि पर आधारित है, जहां दो अलग-अलग जातियों से ताल्लुक रखने वाले युवा प्यार में पड़ते हैं. ट्रेलर में दिखाया गया है कि उनका प्यार सिर्फ एक निजी रिश्ता नहीं बल्कि सामाजिक बंधनों और रुढ़ियों के खिलाफ बगावत भी है.विजुअल्स खूबसूरत हैं, बैकग्राउंड म्यूजिक इमोशंस को और गहराई देता है. सिद्धांत चतुर्वेदी अपने इंटेंस अंदाज में इंप्रेस करते हैं, वहीं तृप्ति डिमरी का स्क्रीन प्रेजेंस भी काफी स्ट्रॉन्ग है. डायरेक्शन शाजिया इकबाल का है, जिनकी नजर ट्रेलर में साफ नजर आती है – कहानी को सिर्फ लव स्टोरी तक सीमित नहीं रखा गया बल्कि समाज की जटिलताओं को भी दिखाने की कोशिश की गई है.फिल्म 1 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज होगी. देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह फिल्म दर्शकों के दिल को छू पाएगी और बॉक्स ऑफिस पर पहले पार्ट जैसी सफलता दोहरा पाएगी या नहीं. फिलहाल ट्रेलर ने फैन्स की एक्साइटमेंट जरूर बढ़ा दी है।
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मुंबई. अभिनेत्री चित्रांगदा सिंह सलमान खान की अगली फिल्म “बैटल ऑफ गलवान” में अभिनय करेंगी। बृहस्पतिवार को इसकी जानकारी दी गई। “शूटआउट एट लोखंडवाला” फिल्म के निर्देशक अपूर्वा लाखिया के निर्देशन में बनने वाली यह फिल्म 2020 में भारत और चीन के सैनिकों के बीच गलवान घाटी में हुई झड़प पर आधारित है। लाखिया ने एक बयान में कहा, “मैंने 'हजारों ख्वाहिशें ऐसी' और फिर 'बॉब बिस्वास' में चित्रांगदा का अद्भुत अभिनय देखा था, तब से मैं उनके साथ काम करना चाहता था।” उन्होंने कहा, "हम बैटल ऑफ गलवान की टीम में चित्रांगदा सिंह का स्वागत करते हुए बेहद उत्साहित महसूस कर रहे हैं। चित्रांगदा पर्दे पर जोश और संवेदनशीलता का एक अनोखा मिश्रण लेकर आती हैं।” सलमान ने अपने सोशल मीडिया खातों पर पिछले सप्ताह फिल्म की आधिकारिक घोषणा की थी।
निर्माताओं के अनुसार, यह फिल्म एक ऐसी लड़ाई पर आधारित है, जिसमें एक भी गोली नहीं चली थी। समुद्र तल से 15,000 फुट ऊंचाई पर हुई यह लड़ाई भारत की अदम्य वीरता का प्रमाण है। जून 2020 में गलवान घाटी में हुई झड़पों में भारतीय सेना के 20 जवानों ने प्राणों की आहुति दी थी। यह दशकों बाद भारत और चीन के बीच सबसे गंभीर सैन्य संघर्ष था। -
मुंबई. स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म प्राइम वीडियो ने बुधवार को "जीरो से रीस्टार्ट" के प्रीमियर की घोषणा की, जो विधु विनोद चोपड़ा के निर्देशन वाली फिल्म "12वीं फेल" के निर्माण पर आधारित एक डॉक्यूमेंट्री है। एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि जसकुंवर सिंह कोहली द्वारा संपादित और निर्देशित डॉक्यूमेंट्री विनोद चोपड़ा फिल्म्स के बैनर तले बनाई गई है और अब प्राइम वीडियो पर भारत और 200 से अधिक देशों व क्षेत्रों में स्ट्रीमिंग के लिए उपलब्ध है। "जीरो से रीस्टार्ट" में दर्शकों को फिल्म निर्माण प्रक्रिया से रूबरू कराया गया है। इसमें "12वीं फेल" के निर्माण को दिखाया गया है, जिसमें विक्रांत मैसी और मेधा शंकर मुख्य भूमिकाओं में थे। अक्टूबर 2023 में रिलीज हुई इस फिल्म को काफी पसंद किया गया था। फिल्म लेखक अनुराग पाठक के उपन्यास पर आधारित थी, जिसमें आईपीएस अधिकारी मनोज कुमार शर्मा और आईआरएस अधिकारी श्रद्धा जोशी की यात्रा का वर्णन किया गया था। चोपड़ा ने कहा, "'जीरो से रीस्टार्ट' शुरू में एक डॉक्यूमेंट्री लग सकती है - और यह वाकई है भी। लेकिन मुझे उम्मीद है कि इसे देखने पर एक ज्यादा दमदार कहानी सामने आएगी। शुरुआत में मुझे '12वीं फेल' को कैसे फिल्माया जाए, इसका ज़रा भी अंदाजा नहीं था - फिर भी, यह फिल्म काफी सफल साबित हुई।"
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मुंबई. तमिल अभिनेता धनुष ने अपनी 54वीं फीचर फिल्म की शूटिंग शुरू कर दी है। निर्माताओं ने बृहस्पतिवार को इसकी घोषणा की। ‘ईशारी के गणेश ऑफ वेल्स फिल्म इंटरनेशनल' के सहयोग से बन रही इस फिल्म का निर्देशन क्राइम थ्रिलर ‘‘पोर थोज़िल'' से आलोचकों की प्रशंसा बटोरने वाले विग्नेश राजा ने किया है। निर्माता कंपनी ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट साझा करते हुए यह खबर दी।
‘वेल्स फिल्म इंटरनेशनल' ने ‘टीजर पोस्टर' के साथ धनुष को ‘टैग' करते हुए लिखा ‘‘कभी-कभी खतरनाक होना ही जीवित रहने का एकमात्र तरीका होता है''....डी54 - आज से ‘फ्लोर्स' पर। धनुष की फिल्मों में कई ‘हिट' गाने दे चुके प्रसिद्ध गीतकार जीवी प्रकाश इस फिल्म में भी संगीत देंगे।गणेश ने अपने एक बयान में कहा ‘‘धनुष, विग्नेश राजा और जीवी प्रकाश जैसी असाधारण प्रतिभाओं के साथ काम करना मेरे लिए हमेशा खुशी की बात होती है। हम ‘वेल्स फिल्म इंटरनेशनल' में दर्शकों तक सार्थक और मनोरंजक सिनेमा पहुंचाने की कोशिश करते हैं और यह फिल्म तो सच में खास है। इस सपने को साकार होता देख हम काफी उत्साहित है और हमारे चाहने वालों तक जल्दी अधिक बातें साझा करने के लिए इंतजार नहीं कर सकते। '' धनुष हाल ही में रश्मिका मंदाना, नागार्जुन और जिम सर्भ के साथ "कुबेरा" में नज़र आए थे।निर्माताओं ने फिलहाल फिल्म के आधिकारिक नाम और उससे जुड़ी अन्य जानकारी का खुलासा नहीं किया है।धनुष निर्माता और निर्देशक आनंद एल राय की आगामी ‘रोमांस-ड्रामा' फिल्म ‘‘तेरे इश्क में'' में भी दिखाई देंगे। पूर्व में राय और धनुष की जोड़ी ‘‘रांझना'' (2013) और “अतरंगी रे” (2021) जैसी फिल्मों में भी साथ काम कर चुके हैं। वह ‘‘तान्हाजी'' के निर्देशक ओम राउत की फिल्म में ‘एयरोस्पेस' वैज्ञानिक और पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम का किरदार निभाएंगे। -
नयी दिल्ली. अभिनेता सुनील शेट्टी अमेजन एमएक्स प्लेयर की सीरीज ‘हंटर' के दूसरे सीजन में एसीपी विक्रम सिन्हा के रूप में वापसी करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। इसका हाल ही में एक ‘टीजर' भी जारी किया गया है। यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, यह शो सिन्हा के इर्द-गिर्द घूमता है जो अपनी बेटी को बचाने के लिए अपराध जगत के खिलाफ जाता है। विज्ञप्ति में कहा गया कि इस दूसरे सीज़न में सिन्हा ‘एक नए चक्रव्यूह में फंस जाता है जो कहीं ज़्यादा पेचीदा है और उसका सामना एक खलनायक से होता है। शेट्टी ने एक बयान में कहा, ‘‘सीजन -1 खास था। इसमें इस दुनिया का और विक्रम के सफर का रोमांच था। दर्शकों ने उसे न्याय की रक्षा के लिए अपने अतीत से भागते देखा। लेकिन सीजन 2 में वह अतीत सबसे अकल्पनीय तरीके से सामने आता है। विक्रम टूट जाता है। वह एक मिशन पर निकला पिता है, जिसके पास खोने के लिए कुछ नहीं बचा है..।'' जैकी श्रॉफ और शेट्टी वास्तविक जीवन में दोस्त हैं और उन्होंने ‘बॉर्डर', ‘हलचल', ‘अपना सपना मनी मनी', ‘आन' समेत कई अन्य फिल्मों में साथ काम किया है। सेल्समैन का नकारात्मक किरदार निभा रहे श्रॉफ ने कहा कि जब उन्हें इस भूमिका का प्रस्ताव दिया गया तो वह इसके लिए तैयार हो गए। प्रिंस धीमान और आलोक बत्रा द्वारा निर्देशित इस कार्यक्रम का निर्माण यूडली फिल्म्स द्वारा किया गया है। ‘हंटर' सीजन -2 में अनुषा दांडेकर और बरखा बिष्ट भी हैं और इसका प्रीमियर जल्द ही अमेज़न एमएक्स प्लेयर पर होगा।
- नई दिल्ली। टेलीविजन इंडस्ट्री की सबसे आइकॉनिक बहू तुलसी वीरानी एक बार फिर पर्दे पर लौट आई हैं। जी हां, 25 साल बाद स्मृति ईरानी अपने सबसे चर्चित किरदार में वापसी कर रही हैं। क्योंकि सास भी कभी बहू थी २ज् के हाल ही में रिलीज हुए प्रोमो और फर्स्ट लुक ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है।प्रोमो में जैसे ही स्मृति ईरानी तुलसी वीरानी के अंदाज में एक बार फिर तुलसी को जल चढ़ाते हुए नजर आईं। फैंस काफी खुश हो गए वर्षों बाद उनके उसी अंदाज को देखकर। मेकर्स ने जो प्रोमो शेयर किया है उसमें बताया गया है कि २९ जुलाई से शो रात १०:३० बजे आएगा। इसी प्रोमो पर एक यूजर ने लिखा, 'बचपन वापस आ गया।' वहीं दूसरे ने कमेंट किया, 'ओजी लौट आए हैं।'इंटरनेट पर तुलसी की वापसी से एक और दिलचस्प बहस शुरू हो गई है- अनुपमाबनाम तुलसी। कई यूजर्स का मानना है कि तुलसी की वापसी के बाद अब अनुपमा को बंद कर देना चाहिए। एक यूजर ने लिखा, 'अब अनुपमा को रिप्लेस कर दो, इस शो को प्राइम टाइम पर लाओ।' वहीं एक दूसरे यूजर ने लिखा, 'अनुपमा का बुरा दौर शुरू हो गया है।'इस बार क्योंकि सास भी कभी बहू थी टीवी पर नहीं, बल्कि ओटीटी प्लेटफॉर्म जियो हॉटस्टार पर स्ट्रीम किया जाएगा। २९ जुलाई से ये शो लाइव होगा। दर्शकों को अब हर हफ्ते टीवी का इंतजार नहीं करना पड़ेगा, बल्कि वो जब चाहें तब इसे देख सकेंगे। मेकर्स की इस नई रणनीति को काफी सराहा जा रहा है।जहां एक ओर शो में स्मृति ईरानी, अमर उपाध्याय और अपरा मेहता जैसे पुराने सितारे वापसी कर रहे हैं, वहीं कुछ कलाकार अब हमारे बीच नहीं हैं। सुधा शिवपुरी (बा), समीर शर्मा, नरेंद्र झा और इंदर कुमार जैसे कलाकारों की कमी इस बार शो में महसूस की जाएगी। हालांकि शो की स्क्रिप्ट को नए कलाकारों और पुराने किरदारों के संतुलन से रचा गया है, जिससे दर्शकों को फिर से वही अनुभव मिल सके जो कभी उन्होंने पहले सीजन में महसूस किया था।
- नयी दिल्ली। अभिनेता आर. माधवन ने प्रियंका चोपड़ा जोनास की हालिया फिल्म ‘हेड्स ऑफ स्टेट' के विश्व स्तर पर सबसे अधिक ट्रेंड करने वाली फिल्म बनने पर उनकी सराहना की। माधवन ने इंस्टाग्राम पर फिल्म का पोस्टर साझा किया, जिस पर ‘वन ऑन प्राइम वीडियो वर्ल्डवाइड' लिखा था। उन्होंने लिखा, ‘‘आप पर गर्व है कि आपने नई ऊंचाइयों को छुआ और वो सब किया जिसका हम सपना देखते हैं। फिल्म में आपका काम शानदार है। आपकी जीत खुद की जीत सी लगती है।'' प्रियंका ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में माधवन को धन्यवाद देते हुए लिखा, ‘‘धन्यवाद दोस्त। आपके उत्साहवर्धक शब्दों का आभार।'' मशहूर फिल्म ‘नोबडी' के निदेशक इलिया नैशुलर ने इस फिल्म का निर्देशन किया है। यह फिल्म दो जुलाई को प्राइम वीडियो पर रिलीज हुई। इस फिल्म में जॉन सीना और इद्रिस एल्बा ने भी अभिनय किया हैं। प्रियंका ने इसमें एमआई-छह एजेंट नोएल बिसेट की भूमिका निभाई है।
- नयी दिल्ली। अमिताभ बच्चन ने अपने बेटे अभिषेक बच्चन की हालिया फिल्म ‘कालीधर लापता' में उनके अभिनय की सराहना की। यह फिल्म मधुमिता सुंदररमन द्वारा निर्देशित है और शुक्रवार को जी5 पर रिलीज़ हुई। अमिताभ बच्चन ने रविवार को सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा कि फिल्म और अभिषेक के अभिनय को दर्शकों द्वारा खूब सराहा जा रहा है। उन्होंने लिखा, "‘कालीधर लापता' और अभिषेक के लिए जिस तरह की सराहना मिल रही है, उससे मैं गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं।" यह फिल्म एक मध्यम आयु वर्ग के व्यक्ति की कहानी है, जिसे एक बीमारी है। जब उसे पता चलता है कि उसका परिवार उसे मेले में छोड़ने की योजना बना रहा है, तो वह वहां से भागने की कोशिश करता है। इसी सफर में उसकी मुलाकात एक अनाथ बच्चे से होती है और दोनों के बीच एक गहरा रिश्ता बनता है। ‘कालीधर लापता' में मोहम्मद जीशान अय्यूब और निमरत कौर ने भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं अदा की हैं। यह फिल्म वर्ष 2019 में रिलीज़ हुई तमिल फिल्म 'केडी – ए करुप्पुदुरई' का हिंदी रीमेक है, जिसमें एम. रामास्वामी मुख्य भूमिका में थे।
- जबलपुर।' अभिनेता सैफ अली खान और उनके परिवार को झटका देते हुए मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने संपत्ति मामले में दो दशक पहले दिए गए अधीनस्थ अदालत के फैसले को खारिज कर दिया और मामले में फिर से सुनवाई का आदेश दिया है। सैफ अली और उनके परिवार को भोपाल के पूर्व शासकों की 15,000 करोड़ रुपये की संपत्ति विरासत में मिली थी। तीस जून को दिये अपने आदेश में, न्यायमूर्ति संजय द्विवेदी की एकल पीठ ने अधीनस्थ अदालत के फैसले और डिक्री को खारिज कर दिया, जिसमें पटौदी (सैफ अली खान, उनकी मां शर्मिला टैगोर और उनकी दो बहनों सोहा और सबा) को संपत्तियों का मालिक माना गया था।इसने निचली अदालत को एक साल के भीतर मामले की सुनवाई पूरी करने और फैसला देने के लिए हर संभव प्रयास करने का निर्देश दिया। नवाब हमीदुल्लाह भोपाल रियासत के अंतिम शासक नवाब थे। उनकी और उनकी पत्नी मैमूना सुल्तान की तीन बेटियां - आबिदा, साजिदा और राबिया - थीं। साजिदा ने इफ्तिखार अली खान पटौदी से शादी की और भोपाल की नवाब बेगम बन गईं। उनके बेटे मंसूर अली खान पटौदी ने शर्मिला टैगोर से शादी की। मंसूर भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान थे। नवाब हमीदुल्लाह की सबसे बड़ी बेटी आबिदा के पाकिस्तान चले जाने के बाद, साजिदा इन संपत्तियों की मालिक बन गईं। बाद में, उनके बेटे मंसूर अली खान पटौदी इन संपत्तियों के उत्तराधिकारी बन गए। इन संपत्तियों की अनुमानित कीमत लगभग 15,000 करोड़ रुपये है, जो सैफ अली और उनके परिवार को विरासत में मिली। दो अपीलें - एक बेगम सुरैया राशिद एवं अन्य द्वारा और दूसरी नवाब मेहर ताज साजिदा सुल्तान एवं अन्य द्वारा दायर की गईं, जो सभी दिवंगत नवाब हमीदुल्लाह के उत्तराधिकारी हैं।इन अपील में कहा गया कि निचली अदालत ने शाही संपत्ति के अनुचित विभाजन के खिलाफ उनके मुकदमों को खारिज कर दिया। अपनी दलीलों में उन्होंने कहा कि भोपाल जिला न्यायालय के 14 फरवरी, 2000 के फैसले और डिक्री ने उनके मुकदमों को अनुचित तरीके से खारिज कर दिया। उनके वकीलों ने दलील दी कि उनकी (नवाब की) निजी संपत्ति का बंटवारा मुस्लिम पर्सनल लॉ के अनुसार उनके और प्रतिवादी सैफ अली, शर्मिला और 16 अन्य उत्तराधिकारियों के बीच होना चाहिए था। न्यायमूर्ति द्विवेदी ने कहा, ‘‘मामले को नए सिरे से तय करने के लिए अधीनस्थ अदालत को वापस भेजा जाता है।'' अदालत ने आदेश दिया, ‘‘यदि आवश्यक हो, तो अधीनस्थ अदालत बाद के घटनाक्रम और बदली हुई कानूनी स्थिति को देखते हुए पक्षों को आगे सबूत पेश करने की अनुमति दे सकती है।'' न्यायाधीश ने कहा, ‘‘मेरा विचार है कि अधीनस्थ अदालत ने मामले के अन्य पहलुओं पर विचार किए बिना ही मुकदमों को खारिज कर दिया, वह भी उस फैसले पर भरोसा करते हुए जिसे उच्चतम न्यायालय ने पहले ही खारिज कर दिया है। इस प्रकार, मेरी राय में, विवादित फैसले और डिक्री को खारिज किया जाना चाहिए और इसलिए इसे रद्द किया जाता है।'