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- नयी दिल्ली । काराकोरम क्षेत्र के ग्लेशियर स्थिर हैं, जबकि गंगा और ब्रह्मपुत्र नदी का पोषण करने वाले ग्लेशियर तेजी से पिघल रहे हैं। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने यह जानकारी दी है। लोकसभा में लिखित प्रश्न के जवाब में मंत्रालय ने कहा कि हिंदूकुश हिमालयी ग्लेशियरों की औसत पीछे हटने की दर 14.9 से 15.1 मीटर प्रति वर्ष थी। पीछे हटने की यह दर सिंधु नदी के लिए 12.7 से 13.2 मीटर प्रति वर्ष, गंगा नदी के लिए 15.5 से 14.4 मीटर प्रति वर्ष और ब्रह्मपुत्र नदी घाटी के लिए प्रति वर्ष 20.2 से 19.7 मीटर रही। मंत्रालय से जुड़े विभिन्न संस्थानों द्वारा किए गए अध्ययनों का हवाला देते हुए मंत्रालय ने कहा, ‘‘काराकोरम क्षेत्र में ग्लेशियर तुलनात्मक रूप से मामूली लंबाई परिवर्तन दिखा रहे हैं, जो स्थिर स्थिति का सूचक है।'' मंत्रालय अपने स्वायत्त संस्थान नेशनल सेंटर फॉर पोलर एंड ओशन रिसर्च (एनसीपीओआर) के माध्यम से वर्ष 2013 से पश्चिमी हिमालय में चंद्रा बेसिन (2,437 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र) में छह ग्लेशियर की निगरानी कर रहा है। वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी (डब्ल्यूआईएचजी) उत्तराखंड में कुछ ग्लेशियरों की निगरानी कर रहा था, जिससे पता चलता है कि भागीरथी बेसिन में डोकरियानी ग्लेशियर वर्ष 1995 से 15 से 20 मीटर प्रति वर्ष की दर से पीछे हट रहा था, जबकि मंदाकिनी बेसिन में चोरबारी ग्लेशियर 2003-2017 के दौरान 9 से 11 मीटर प्रति वर्ष की दर से पीछे हट रहा था। यह भी कहा गया कि ग्लेशियर का हिमालयी नदियों के जल संसाधनों पर काफी प्रभाव पड़ता है। मंत्रालय ने कहा कि ग्लेशियर के पिघलने से झीलों की संख्या और इनके आाकार में बढ़ोतरी होती है, जिससे खतरा बढ़ जाता है। ग्लेशियर झील के फटने से लोगों को बाढ़ का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा इसका उच्च हिमालयी क्षेत्र की कृषि परंपराओं पर भी असर पड़ता है।
- नयी दिल्ली।जोड़ों में दर्द और जकड़न की समस्या ‘ऑस्टियोआर्थराइटिस' का सामना कर रहे 40 वर्ष से कम उम्र के रोगियों में घुटना बदलना नुकसानदेह है और बेहतरी के बजाए इससे नुकसान हो सकता है। डॉक्टरों ने इस बारे में आगाह करते हुए कहा है कि इसके बजाय जोड़ों की हड्डी को तैयार करने के लिए सर्जरी के जरिए लाभ मिल सकता है। गुरुग्राम के पारस अस्पताल के कंसल्टेंट-ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉक्टर शुभम जोशी ने कहा कि ऑर्थोपेडिक सर्जन को उन्नत प्रशिक्षण और अस्पताल के बुनियादी ढांचे में समय के साथ प्रगति होने से सर्जरी के परिणामों में काफी सुधार हुआ है। हालांकि हड्डियों की सुरक्षा से बेहतर कुछ नहीं है। एनएचएस हॉस्पिटल, जालंधर के सीनियर ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जन और निदेशक डॉक्टर शुभांग अग्रवाल ने सुझाव दिया कि ‘कार्टिलेज रीजनरेशन' जैसी सर्जरी इस समस्या से निपटने में मदद कर सकती हैं। डॉक्टर ने कहा, ‘‘गठिया के शिकार ऐसे युवा रोगियों में घुटना बदलने की सर्जरी की आवश्यकता होती है, जिनके घुटने के जोड़ों वाले हिस्से में परिवर्तन होता है। हालांकि हम रोबोटिक सर्जरी करते हैं जिससे पूरी तरह से मिलान हो जाता है और प्रतिरोपण 30 साल तक टिकता है।'' हालांकि, उजाला सिग्नस ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के संस्थापक और निदेशक डॉक्टर शुचिन बजाज ने कहा कि अगर समय पर इलाज किया जाए तो यह हड्डी को विकसित कर सकता है और घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी से बचा जा सकता है।
- नयी दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी के लोकप्रिय जनपथ बाजार में ‘पिंक बूथ' स्थापित किया है जिसमें महिलाओं की मदद के लिए महिला कर्मियों की तैनाती की गई है। पुलिस की इस पहल का दुकानदारों और रेहड़ी पटरी वालों ने प्रशंसा की है और साथ ही इसी तरह के बूथ अन्य बाजारों में खोलने की मांग होने लगी है। इस ‘पिंक बूथ' को स्थापित किए अभी एक हफ्ते भी पूरे नहीं हुए हैं लेकिन इससे महिला खरीदारों और रेहड़ी वालों में सुरक्षा का भाव पैदा हुआ है। राष्ट्रीय राजधानी की एक निजी कंपनी में काम करने वाली आरुषि प्रकाश ने कहा, ‘‘ मैं महसूस करती हूं कि अगर शिकायत नियमित तौर पर आती है तो पुलिस समस्या को समाधान करना चाहिए। महिलाओं से जुड़े मामलों का समाधान सबसे अधिक असुरक्षित वर्ग के तौर पर करना चाहिए। मैं अन्य बाजारों में करीब एक साल से नहीं गई हूं, अगर वहां ऐसे बूथ नहीं हैं तो अधिकारियों को वहां भी इन्हे स्थापित करने पर विचार करना चाहिए।'' उल्लेखनीय है कि कनॉट प्लेस पुलिस थाने के अंतर्गत जनपथ बाजार में ‘पिंक बूथ' का उद्घाटन मंगलवार को संयुक्त पुलिस आयुक्त (नयी दिल्ली रेंज) एके सिंह द्वारा किया गया। पुलिस के मुताबिक इसका उद्देश्य महिलाओं और लड़कियों की शिकायत दर्ज कराने की सुविधा देना और बाजार में महिला पुलिस कर्मियों की उपस्थिति सुनिश्चित कर तत्काल राहत मुहैया कराना है। इस पिंक बूथ की प्रभारी उप निरीक्षक लवली प्रियंका को बनाया गया है और उनकी सहायता के लिए दो कांस्टेबल की तैनाती की गई है। उन्होंने बताया, ‘‘अबतक (शनिवार तक) हमें कोई शिकायत नहीं मिली है लेकिन कई महिलाएं इस बूथ के बारे में जानकारी लेने आई।'' उन्होंने कहा,‘‘अगर महिलाओं का कोई मामला हुआ या वे शिकायत दर्ज कराना चाहती हैं तो बिना पुलिस थाने गए वे यहां ऐसा कर सकती हैं। महिलाओं से जुड़े कई मामले होते हैं जिन्हें वे पुरुष के साथ साझा करने में असहज महसूस करती हैं। हमें अबतक सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है।'' पुलिस उपायुक्त (नयी दिल्ली) दीपक यादव ने बताया कि इस बूथ को महिलाओं में सुरक्षा का भाव मजबूत करने के लिए स्थापित किया गया है और यह सप्ताह में सातों दिन दोपहर 12 बजे से रात 10 बजे खुला रहेगा।
- सतना। मध्य प्रदेश में सतना जिले की धार्मिक नगरी चित्रकूट में रविवार शाम को तीर्थयात्रियों से खचाखच भरी बस पलट गई। इस हादसे में बस में सवार 50 वर्षीय महिला की मौत हो गई जबकि 37 अन्य लोग घायल हो गए, जिनमें से चार की हालत गंभीर है। सतना के जिलाधिकारी अनुराग वर्मा ने बताया कि इस हादसे में एक महिला की मौत हुई है और 37 लोग घायल हुए हैं। उन्होंने बताया कि घायलों में से चार की हालत गंभीर है, जिन्हें सतना जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है जबकि बाकी 33 घायलों का चित्रकूट के जानकीकुण्ड अस्पताल में इलाज चल रहा है। वर्मा ने कहा कि ये लोग उत्तर प्रदेश के आंबेडकर नगर जिले के रहने वाले हैं और चित्रकूट की तीर्थयात्रा पर थे। उन्होंने कहा कि एक ऑटोरिक्शा को बचाने के प्रयास में तीर्थयात्रियों से भरी बस सड़क से फिसल कर पलट गई। हादसा सतना जिला मुख्यालय से करीब 65 किलोमीटर दूर चित्रकूट स्थित प्रसिद्ध गुप्त गोदावरी धाम के पास हुआ। मौके पर मौजूद लोगों के मुताबिक, हादसे के वक्त बस में 65 या उससे ज्यादा लोग सवार थे। इस बीच, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस हादसे पर दु:ख व्यक्त किया है। उन्होंने जिला प्रशासन को घायलों की सहायता के निर्देश दिये हैं।
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नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन-इसरो ने श्री हरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र से ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान पीएसएलवी-सी52 का सफल प्रक्षेपण किया। इस यान से तीन उपग्रह अंतरिक्ष में भेजे गए। इसरो के अध्यक्ष सी.एस. सोमनाथ ने कहा है कि प्रक्षेपण सफल रहा है और इसके सभी चार चरण पूरे हो गये हैं। उन्होंने इसे सफलता के लिए पीएसएलवी टीम का आभार व्यक्त किया।यह 2022 का पहला प्रक्षेपण अभियान है। पीएसएलवी-सी 52 के जरिए धरती पर नजर रखने वाले उपग्रह ईओएस-04 को कक्षा में भेजने के लिए 25 घंटे की उलटी गिनती रविवार सुबह शुरू हो गई थी। ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) अपने साथ दो छोटे उपग्रहों को भी लेकर गया। इसका प्रक्षेपण आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के पहले लॉन्च पैड से सोमवार को सुबह 05:59 बजे हुआ ईओएस-04 एक ‘रडार इमेजिंग सैटेलाइट’ है जिसे कृषि, वानिकी और वृक्षारोपण, मिट्टी की नमी और जल विज्ञान व बाढ़ मानचित्रण जैसे अनुप्रयोगों एवं सभी मौसम स्थितियों में उच्च गुणवत्ता वाली तस्वीरें प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है।इसरो के मुताबिक पृथ्वी अवलोकन सैटेलाइट EOS-04 के साथ ही दो छोटे सैटेलाइट को भी PSLV-C52 रॉकेट से सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया है। ये सैटेलाइट अपनी कक्षा में स्थापित हो गए हैं। इसरो इस साल के शुरुआती तीन महीनों के अंदर पांच लॉन्चिंग की तैयारी में है। पहली तो EOS-4 होगी। इसके बाद PSLV-C53 पर OCEANSAT-3 और INS-2B मार्च में लॉन्च किया जाएगा। अप्रैल में SSLV-D1 माइक्रोसैट की लॉन्चिंग होगी। हालांकि किसी भी लॉन्चिंग की तय तारीख आखिरी वक्त तक बदली जा सकती है। क्योंकि किसी भी लॉन्च से पहले कई तरह के मानकों को देखना होता है।पीएसएलवी अपने साथ में दो छोटे उपग्रहों को भी ले गया, जिनमें कोलोराडो विश्वविद्यालय, बोल्डर की वायुमंडलीय और अंतरिक्ष भौतिकी प्रयोगशाला के सहयोग से तैयार किया गया भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईएसटी) का उपग्रह इन्सपायरसैट-1 भी शामिल है। इसमें एनटीयू, सिंगापुर और एनसीयू, ताइवान का भी योगदान रहा है। इस उपग्रह का उद्देश्य आयनमंडल के गति विज्ञान और सूर्य की कोरोनल ऊष्मीय प्रक्रियाओं की समझ में सुधार करना है।वहीं, दूसरा उपग्रह इसरो का एक प्रौद्योगिकी प्रदर्शक उपग्रह (आईएनएस-2टीडी) है। इसके उपकरण के रूप में एक थर्मल इमेजिंग कैमरा होने से उपग्रह भूमि की सतह के तापमान, आर्द्रभूमि या झीलों के पानी की सतह के तापमान, वनस्पतियों (फसलों और जंगल) और तापीय जड़त्व (दिन और रात) के आकलन में सहायता प्रदान करेगा।
- जकार्ता। इंडोनेशिया के पूर्वी जावा प्रांत में चेतावनी के बावजूद 11 लोग समुद्र तट पर गए जहां शक्तिशाली लहरें उन्हें बहा ले गईं। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। तलाश और बचाव कार्य एजेंसी के अधिकारियों ने बताया कि शनिवार रात को कई गांवों के 24 लोगों का समूह स्थानीय कर्मकांड में भाग लेने समुद्र तट पर पहुंचा। अनुष्ठान के तहत इन लोगों को समुद्र में तैरना भी था। अधिकारयों ने बताया कि जेम्बर जिले में पयांगन तट पर बचाए गए 13 लोगों में दो साल की एक बच्ची भी है। इन लोगों का उपचार किया जा रहा है। बचाव दल के प्रमुख आई वायन सुयंता ने कहा कि स्थानीय नागरिकों को समुद्र में तेज लहरें आने की चेतावनी देते हुए उन्हें समुद्र किनारे जाने से मना किया गया था। उन्होंने बताया कि अचानक आई लहर अपने साथ 23 लोगों को बहा ले गई। इंडोनेशिया की मौसम एजेंसी ने पूर्वी जावा प्रांत सहित कई क्षेत्रों में प्रतिकूल मौसम और तेज लहरें उठने का अनुमान जताया है।
- गुरुग्राम (हरियाणा)। एक दिव्यांग महिला ने गुरुग्राम के साइबर हब में एक मशहूर पब पर उनके व्हीलचेयर पर होने के कारण प्रवेश देने से इनकार करने का आरोप लगाया है। हालांकि, क्लब प्रबंधन ने इस आरोप को खारिज किया है। सृष्टि पांडे के अपने साथ हुए व्यवहार की कहानी बताते हुए किए गए ट्वीट को सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से साझा किया जा रहा है। वहीं, 'रास्ता' पब के प्रबंधक बी. माधव ने दावा किया कि महिला को प्रवेश से इनकार नहीं किया गया बल्कि डांस फ्लोर पर जाने से रोका गया क्योंकि वहां काफी भीड़ थी और उनकी व्हीलचेयर से कोई हादसा हो सकता था।पांडे ने शनिवार को सिलसिलेवार ट्वीट् कर कहा, ''मैं अपनी प्रिय मित्र के साथ गत रात गुरुग्राम के रास्ता पब गयी थी। लंबे समय बाद मैं बाहर निकली थी और मैं मजे करना चाहती थी। भैया (मेरे दोस्त के बड़े भाई) ने चार लोगों के लिए टेबल बुक करने के लिए कहा। वहां मौजूदा कर्मचारियों ने दो बार उन्हें नजरअंदाज कर दिया।'' उसने कहा, ''तीसरी बार उन्होंने कहा तो कर्मचारी ने कहा कि 'व्हीलचेयर अंदर नहीं जाएगी'। हमें लगा कि अंदर तक पहुंचने में कोई दिक्कत होगी लेकिन ऐसा नहीं था। हमने उससे कहा कि हम कुछ व्यवस्था कर लेंगे, आप टेबल बुक कीजिए। इसके बाद उसने जो कहा, उससे हम सभी स्तब्ध रह गए।'' पांडे ने कहा, ''उसने मेरी तरफ इशारा करते हुए कहा 'अंदर कस्टमर्स डिस्टर्ब हो जाएंगे' और हमें प्रवेश करने से रोका दिया। यह एक फैंसी जगह के कर्मचारी ने कहा। काफी देर तक बहस करने के बाद उसने बाहर टेबल रखने को कहा। बाहर बैठना काफी खराब था। बहुत ठंड थी और मैं अपनी हालत की वजह से बहुत देर तक ठंड में बाहर नहीं बैठ सकती।'' पांडे ने पब के कर्मचारी के साथ बहस का एक वीडियो भी पोस्ट किया है। बहरहाल, 'रास्ता' क्लब ने दावा किया कि तथ्यों को तोड़ा मरोड़ा गया है। अभिनेत्री-फिल्म निर्माता पूजा भट्ट ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया, ''मैं बहुत दुखी हूं कि आपको साथ यह हुआ। हम एक समाज के रूप में अनुकम्पा की कमी से जूझ रहे हैं। व्हीलचेयर का अंदर न जा पाना एक बात है लेकिन इस पर निर्भर व्यक्ति को देखकर जाने से इनकार कर देना अलग बात है।'' गुरुग्राम पुलिस ने भी पांडे के ट्वीट पर प्रतिक्रिया दी और उनसे संपर्क की जानकारियां मांगी। बहरहाल, डीएलएफ फेज 2 पुलिस थाने के इंस्पेक्टर पवन मलिक ने कहा, ''इस मामले में हमें अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है।
- जयपुर। राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के राशमी थाना क्षेत्र के मातृकुंडिया में रविवार सुबह एक निर्माणाधीन मंदिर में लकड़ी के बल्ली फंटे के टूट जाने से पांच मजदूर गिर गये। दो मजदूरों की मौत हो गई जबकि तीन अन्य घायल हो गये। थानाधिकारी शिवलाल मीणा ने बताया कि जाट समाज के निर्माणाधीन मंदिर में लकडी के बल्ली फंटे पर काम कर रहे पांच मजदूर बल्लियों के टूटने से गिर गये जिससे दो मजदूर कालूराम गरासिया (23) और राजू (25) की मौत हो गई। तीन अन्य मजदूर घायल हो गये। उन्होंने बताया कि घायलों को उपचार के लिये चित्तौड़गढ़ राजकीय चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया है।उन्होंने बताया कि मृतकों के शवों को अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। परिजनों के यहां पहुंचने पर पोस्टमार्टम करवाया जायेगा। उन्होंने बताया कि इस संबंध में ठेकेदार के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।
- जयपुर,। राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के अंबापुरा थाना क्षेत्र में शनिवार रात एक कमरे से विवाहिता और उसके दो बच्चों के शव फंदे से लटके मिले। पुलिस के अनुसार घटना के समय पति घर पर मौजूद नहीं था। तीनों के शव फंदे से उतारकर पुलिस को सूचित किया गया था। परिजनों ने आशंका जताई है कि विवाहिता ने पहले अपने दो बच्चों की हत्या की होगी फिर खुद फंदा लगाकर जान दे दी होगी। थानाधिकारी गजवीर सिंह ने रविवार को बताया कि मृतकों की पहचान साधना (32), गीता (6) और अमित (4) के रूप में की गई है। सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए। उन्होंने बताया कि प्रथमदृष्टया मामला पारिवारिक कलह का प्रतीत हो रहा है। मृतका के परिजनों की ओर से उसके पति और ससुर के खिलाफ उसे प्रताड़ित करने का मामला दर्ज करवाया गया है। सिंह ने बताया कि दर्ज रिपोर्ट के आधार पर आरोपी पति को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। इस संबंध में सभी दिशाओं में जांच जारी है।
- मेरठ । उत्तर प्रदेश के मेरठ जनपद के बड़ौत मार्ग से दो घंटे के अंदर दो युवकों के शव बरामद किये गये हैं जिसके बाद पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है । एक शव सुबह आठ बजे बरामद किया गया जबकि दूसरा शव दो घंटे के बाद बरामद किया गया । पुलिस ने इसकी जानकारी दी । पुलिस ने बताया कि दोनों शवों की शिनाख्त नहीं की जा सकी है । उन्होंने बताया कि दोनों के हाथ पर टैटू बना हुआ है । उन्होंने बताया कि शिनाख्त के लिए घटनास्थल व आसपास के थानों की पुलिस से सम्पर्क कर लापता युवकों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि दोनों युवकों की हत्या करने के बाद शव यहां फेंक दिया गया है । पुलिस मामले की जांच कर रही है ।
- नयी दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में स्थानीय कारोबारों पर जारी कोविड संबंधी पाबंदियों के असर को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए व्यापारी दुकानों को रात साढ़े नौ बजे तक खोलने की अनुमति समेत पाबंदियों में और ढील देने की मांग कर रहे हैं। विभिन्न बाजारों के व्यापारी संघों ने कहा कि वे पाबंदियों के कारण बढ़ते नुकसान का सामना कर रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि जब दिल्ली में हालात सुधरे हैं तो पाबंदियां जारी रखने की क्या तुक है। मध्य दिल्ली में कनॉट प्लेस बाजार का प्रतिनिधित्व करने वाले ‘नयी दिल्ली व्यापार संघ'(एनडीटीए) ने उपराज्यपाल अनिल बैजल को पत्र लिखकर स्थानीय व्यापारियों के लिए राहत देने की मांग की है। उसने कहा, ‘‘हमें दुकान मालिकों/दुकानदारों से कई पत्र मिल रहे हैं कि उन्हें रात आठ बजे के बजाय रात साढ़े नौ बजे तक दुकानें खोलने की अनुमति दी जाए। रात आठ बजे दुकान बंद करने का मतलब है कि दुकान बंद करने की तैयारी सात बजे शुरू करना, जिससे प्रमुख कारोबारी समय का नुकसान हो रहा है।'' दिल्ली में अन्य व्यापार संघों ने भी ऐसी ही मांगें की हैं।‘खान मार्केट ट्रेड एसोसिएशन' के अध्यक्ष संजीव मेहरा ने कहा कि यह दुकानदारों पर छोड़ना चाहिए कि वे दुकानें खोले रखना चाहते हैं या नहीं। उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि सभी चीजें सामान्य हो गयी है, तो दुकान बंद करने का समय भी सामान्य होना चाहिए। हम कह रहे हैं कि मास्क पहनने जैसे सख्त दिशा निर्देशों में थोड़ी छूट देनी चाहिए।'' ‘सरोजिनी नगर ट्रेडर्स एसोसिएशन' के अध्यक्ष अशोक रंधावा ने दुकानदारों के बढ़ते नुकसान को लेकर निराशा जतायी। उन्होंने कहा, ‘‘हम लंबे समय से कह रहे हैं कि समय में ढील देनी चाहिए। हम इन नियमों के कारण नुकसान झेल रहे हैं। कार्यालय भी खुल गए हैं। लोग आमतौर पर खरीदारी के लिए शाम को निकलते हैं। यह शादियों का समय है इसलिए दुकानों पर पाबंदियां लगाने का कोई मतलब नहीं बनता।''
- नयी दिल्ली। केंद्रीय उत्पाद एवं सेवा कर अधिकारियों ने सरकार से उन्हें समयबद्ध तरीके से पदोन्नति देने की मांग की है। इन अधिकारियों के एक संगठन ने कार्मिक राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह को इस बारे में पत्र लिखा है।अखिल भारतीय केंद्रीय उत्पाद एवं सेवा कर मंत्रिस्तरीय अधिकारी संघ ने मौजूदा सेवा नियमों में ‘संरक्षण प्रावधान' के अभाव का उल्लेख किया है। संघ ने कहा है कि केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) ने 2015 में कार्यकारी सहायकों की नियुक्ति के नियमों को अंशधारकों से टिप्पणियां लिए बिना अंतिम रूप दे दिया था। संघ के महासचिव चित्रसेन गर्ग ने पत्र में कहा कि इन नियुक्ति नियमों के तहत कर सहायक जिसे तीन साल में पहली पदोन्नति मिल रही थी अब उसे पहली पदोन्नति के लिए 10 साल इंतजार करना पड़ रहा है। अधिकारियों ने दावा किया कि इन नियुक्ति नियमों में संरक्षण का प्रावधान गायब है जिसकी वजह से पदोन्नति के लिए उन्हें तीन के बजाय 10 साल का इंतजार करना पड़ रहा है।
- नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व रेडियो दिवस पर रविवार को रेडियो श्रोताओं को शुभकामनाएं दी और कहा कि रेडियो लोगों की जिंदगियों का अभिन्न हिस्सा बना हुआ है और यह लोगों से जुड़ने का शानदार माध्यम है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2012 में 13 फरवरी को विश्व रेडियो दिवस के तौर पर मनाने को स्वीकृति दी थी। मोदी ने ट्वीट किया, सभी रेडियो श्रोताओं और उन लोगों को विश्व रेडियो दिवस की शुभकामनाएं, जिन्होंने अपनी प्रतिभा के साथ ही रचनात्मकता से इस बेहतरीन माध्यम को समृद्ध किया है।'' उन्होंने कहा कि रेडियो लोगों की जिंदगियों का अभिन्न हिस्सा बना हुआ है चाहे वह घर हो, यात्रा के दौरान हो या अन्य किसी भी रूप में हो। प्रधानमंत्री ने कहा, लोगों से जुड़ने का यह बेहतरीन माध्यम है। मन की बात के कारण मैंने निरंतर देखा है कि कैसे रेडियो सकारात्मकता साझा करने के साथ उन लोगों को पहचान देने का शानदार माध्यम हो सकता है जो दूसरों के जीवन में उल्लेखनीय बदलाव लाने के लिए अग्रिम मोर्चे पर काम कर रहे हैं। मैं उन सभी लोगों को भी धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने इस कार्यक्रम में योगदान दिया है।
- नई दिल्ली। बायोलॉजिकल-ई ने भारत के औषधि नियामक से 12 से 18 साल के आयुवर्ग में अपने कोविड-19 टीके ‘कोर्बेवैक्स' के आपात इस्तेमाल की मंजूरी देने की मांग की है। भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीजीसीआई) ने 28 दिसंबर को वयस्कों में आपात स्थिति में कोर्बेवैक्स के सीमित इस्तेमाल की मंजूरी दे दी थी, जो कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ स्वदेशी रूप से विकसित देश का पहला आरबीडी प्रोटीन सब-यूनिट टीका है। डीजीसीआई को नौ फरवरी को भेजे आवेदन में बायोलॉजिकल-ई के गुणवत्ता एवं नियामक मामलों के प्रमुख श्रीनिवास कोसाराजू ने कहा कि कंपनी को सितंबर 2021 में 15 से 18 साल के बच्चों और किशोरों पर कोर्बेवैक्स का दूसरे/तीसरे चरण का क्लीनिकल परीक्षण करने की मंजूरी मिली थी। उन्होंने कहा, ‘अनापत्ति प्रमाणपत्र के आधार पर बायोलॉजिकल-ई ने अक्टूबर 2021 में क्लीनिकल परीक्षण शुरू किया और दूसरे/तीसरे चरण के उपलब्ध सुरक्षा और प्रतिरोधक क्षमता संबंधी परिणामों को आंका, जिससे संकेत मिलता है कि टीका सुरक्षित और प्रभावी है।' कोसाराजू ने कहा, ‘प्रस्तावित आवेदन भारत में मौजूदा महामारी और कोविड-19 टीके की व्यापक जरूरत को देखते हुए 12 से 18 वर्ष साल के किशोरों में आपात स्थिति में कोर्बेवैक्स के सीमित इस्तेमाल की अनुमति प्राप्त करने के लिए दूसरे/तीसरे चरण के क्लीनिकल परीक्षण के अंतरिम परिणामों पर आधारित है।' कोर्बेवैक्स टीका इंट्रामस्क्युलर यानी मांसपेशियों के रास्ते लगाया जाता है। इसकी दो खुराक 28 दिनों के अंतराल पर दी जाती है। कोर्बेवैक्स 0.5 मिलीलीटर (एकल खुराक) और 5 मिलीलीटर (दस खुराक) की शीशी में उपलब्ध है। इसे 2 से 8 डिग्री सेल्सियस पर संरक्षित किया जाता है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, बायोलॉजिकल-ई ने भारत में पहले/दूसरे और दूसरे/तीसरे दौर का क्लीनिकल परीक्षण किया है। मंत्रालय ने कहा कि इसके अलावा कंपनी ने कोविशील्ड के मुकाबले इसकी श्रेष्ठता का मूल्यांकन करने के लिए तीसरे चरण का सक्रिय तुलनीय क्लीनिकल परीक्षण भी किया है।
- फूलबनी (ओडिशा)। ओडिशा के कंधमाल जिले में एक कार रविवार तड़के कोहरे के बीच एक ट्रक से टकरा गयी, जिससे उसमें सवार चार लोगों की मौत हो गयी और चार अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। यह हादसा लाहबाड़ी गांव के समीप बरहामपुर-फूलबनी राजमार्ग पर तड़के तीन बजे हुआ, जब ये लोग तालीपड़ा में जन्मदिन की एक पार्टी में भाग लेने के बाद बड़ीसुगा में अपने घर लौट रहे थे। अधिकारियों ने बताया कि चालक समेत चार लोगों की मौत हो गयी, जबकि घायलों को एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत स्थिर बतायी जा रही है। क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी गति कृष्णा सामंत्रे ने बताया कि शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है।
- जयपुर। राजस्थान के चूरू जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र में रविवार को एक ट्रेन की चपेट में आने से से 25 वर्षीय युवती की मौत हो गई। पुलिस ने इसकी जानकारी दी। थानाधिकारी सतीश यादव ने बताया कि पूनिया कॉलोनी के पास रविवार को हुये हादसे में मरने वाली युवती की पहचान नहीं हो सकी है। उन्होंने बताया कि रेलवे कर्मचारियों की सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर युवती का शव शिनाख्त के लिये अस्पताल के मुर्दाघर में भेज दिया है । उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।
- कटनी (मप्र)। मध्यप्रदेश के कटनी जिले में स्लीमनाबाद के नजदीक एक निर्माणाधीन सुरंग के अचानक धंसने से इसके मलबे से सुरक्षित बचाये गये मजदूर मोतीलाल कोल ने कहा कि उसने जीवित बाहर निकलने की सभी उम्मीदें छोड़ दी थी और मलबे में नीचे फंसे एक अन्य मजदूर से कहा था कि यदि वह मर जाता है तो उसकी मां को ढाढ़स बंधवाना और उसे शांत रहने को कहना। कोल ने रविवार को कटनी जिला अस्पताल में कहा, ‘‘मैंने अपने दोस्त नंदकुमार यादव से कहा था कि वह मेरी मां को बताए कि मैं अगले जन्म में उनकी कोख से ही पैदा होऊंगा।'' कोल का अस्पताल में इलाज चल रहा है। शनिवार को सुरंग धंसने की इस घटना को याद करते हुए मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले के निवासी कोल (30) ने कहा, ‘‘शाम करीब सात बजे मैं एवं मेरे साथी सुरंग के अंदर थे और सुरंग के ऊपर जमीन पर जो लोग काम कर रहे थे, वे मजदूरों को भागने के लिए कह रहे थे। इसी बीच सुरंग धंसने लगी।'' उन्होंने कहा कि यह देख मैं एवं मेरे साथी भी अपने-अपने को बचाने के लिए दीवार की तरफ भागे, ताकि उसकी आड़ में बच जायें । कोल ने बताया कि पल भर में ही इस सुरंग का एक हिस्सा धंस गया।उन्होंने कहा, ‘‘मुझे और यादव को लगा कि अब हम जीवित नहीं बचेंगे। इसी दौरान, ऊपर जमीन पर मौजूद लोगों ने हमसे पूछा कि क्या तुम्हें पीने के लिए पानी की जरूरत है? लेकिन मैंने पानी के लिए मना कर दिया और उनसे अनुरोध किया कि सुरंग में ऑक्सीजन भेजो।'' कोल ने कहा कि रविवार तड़के करीब चार बजे हम दोनों को एक-एक कर बचा लिया गया। सिंगरौली के रहने वाले यादव ने कहा कि जब मैं सुरंग में फंसा हुआ था, तब मुझे लग रहा था कि मैं अब बच नहीं पाऊंगा। जीवित बचे विजय कोल (35) और इंद्रमणी कोल (30) ने भी इसी तरह के अनुभव साझा किया। चारों जीवित बचे लोगों ने कहा कि उन्होंने सुरंग के अंदर फंसे होने के दौरान एक-दूसरे को ढाढ़स बंधाने की कोशिश की। इन चार लोगों के अलावा, तीन अन्य लोगों को भी अब तक सुरक्षित बचाया गया है, जबकि सुरंग में दो मजदूर सिंगरौली जिले के गोरेलाल कोल और महाराष्ट्र के नागपुर के रवि (सुपरवाइजर) अब भी फंसे हुए हैं तथा दोनों से संपर्क नहीं हो पाया है। बचाये गये मजदूरों ने कहा कि उन्होंने गोरे लाल और रवि की आवाज सुरंग के अंदर नहीं सुनी।
- बेंगलुरु । भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के 2022 के पहले प्रक्षेपण अभियान के तहत पीएसएलवी-सी 52 के जरिए धरती पर नजर रखने वाले उपग्रह ईओएस-04 को कक्षा में भेजने के लिए 25 घंटे की उलटी गिनती रविवार सुबह शुरू हो गई। अंतरिक्ष एजेंसी ने यह जानकारी दी। ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) अपने साथ दो छोटे उपग्रहों को भी ले जाएगा। इसका प्रक्षेपण आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के पहले लॉन्च पैड से सोमवार को सुबह 05:59 बजे निर्धारित है।इसरो ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘पीएसएलवी-सी52/ईओएस-04 मिशन: प्रक्षेपण के लिए 25 घंटे 30 मिनट की उलटी गिनती की प्रक्रिया आज सुबह 04:29 बजे शुरू हो गई है।’’ ईओएस-04 एक ‘रडार इमेजिंग सैटेलाइट’ है जिसे कृषि, वानिकी और वृक्षारोपण, मिट्टी की नमी और जल विज्ञान तथा बाढ़ मानचित्रण जैसे अनुप्रयोगों एवं सभी मौसम स्थितियों में उच्च गुणवत्ता वाली तस्वीरें प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है। पीएसएलवी अपने साथ में दो छोटे उपग्रहों को भी ले जाएगा, जिनमें कोलोराडो विश्वविद्यालय, बोल्डर की वायुमंडलीय और अंतरिक्ष भौतिकी प्रयोगशाला के सहयोग से तैयार किया गया भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईएसटी) का उपग्रह इन्सपायरसैट-1 भी शामिल है। इसमें एनटीयू, सिंगापुर और एनसीयू, ताइवान का भी योगदान रहा है। इस उपग्रह का उद्देश्य आयनमंडल के गति विज्ञान और सूर्य की कोरोनल ऊष्मीय प्रक्रियाओं की समझ में सुधार करना है।वहीं, दूसरा उपग्रह इसरो का एक प्रौद्योगिकी प्रदर्शक उपग्रह (आईएनएस-2टीडी) है। इसके उपकरण के रूप में एक थर्मल इमेजिंग कैमरा होने से उपग्रह भूमि की सतह के तापमान, आर्द्रभूमि या झीलों के पानी की सतह के तापमान, वनस्पतियों (फसलों और जंगल) और तापीय जड़त्व (दिन और रात) के आकलन में सहायता प्रदान करेगा। यह पीएसएलवी की 54वीं उड़ान होगी और 6 पीएसओएम-एक्सएल (स्ट्रैप-ऑन मोटर्स) के साथ ‘पीएसएलवी-एक्सएल कॉन्फिगरेशन’ का उपयोग करते हुए 23वां मिशन होगा।
- कटनी (मप्र)। मध्यप्रदेश में कटनी जिले के स्लीमनाबाद के नजदीक एक निर्माणाधीन सुरंग के अचानक धंसने से वहां काम कर रहे नौ मजदूर मलबे में दब गये, जिनमें से सात मजदूरों को रविवार सुबह तक सकुशल बाहर निकाल लिया गया है जबकि दो लोगों को बचाने के प्रयास जारी है।यह घटना बरगी नहर परियोजना के अंतर्गत हो रहे भूमिगत नहर के कार्य के दौरान शनिवार देर रात को हुई। मध्यप्रदेश गृह विभाग के अपर प्रमुख सचिव राजेश राजोरा ने बताया कि सात मजदूरों को अब तक सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। उन्होंने कहा कि अब इस सुरंग में केवल दो मजदूर ही फंसे हुए हैं और उन्हें बचाने के लिए अभियान जारी है। राजोरा ने बताया कि वह भोपाल स्थित वल्लभ भवन स्थिति कक्ष से बचाव कार्य की चौबीसों घंटे निगरानी कर रहे हैं। स्लीमनाबाद के सब डिवीजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) एस एम गौतम एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस (स्लीमनाबाद) मोनिका तिवारी ने बताया कि फंसे हुए मजदूर भी जीवित हैं और उन्हें भी बचाने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। राजोरा ने बताया कि राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) एवं बचाव दल के अन्य सदस्य सुरंग में फंसे हुए दो अन्य मजदूरों को बचाने के लिए जी जान से लगे हुए हैं।अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनोज केडिया ने बताया कि रात से अब तक बचाए गए सात मजदूरों में से छह को जिला अस्पताल कटनी में भर्ती किया गया है। उन्होंने कहा कि उन्हें 'ग्रीन कॉरिडोर' के माध्यम से 25 मिनट में अस्पताल ले जाया गया.। केडिया ने बताया कि बचाया गया एक अन्य मजदूर सदमे की स्थिति में है।. सुरंग के पास उसे प्राथमिक उपचार दिया जा रहा है और ढ़ाढस बंधाया जा रहा है.। उन्होंने कहा कि मलबे से बाहर निकाले जाने के बाद बचाए गए मजदूरों को आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित विशेष एम्बुलेंस में करीब 30 मिनट तक घटनास्थल पर प्रारंभिक उपचार दिया गया और बाद में उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कटनी जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से घटना के बारे में बात की.। राजोरा ने बताया कि मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को घायल मजदूरों के इलाज की उचित व्यवस्था करने का निर्देश दिये हैं।
- नयी दिल्ली। निर्वाचन आयोग ने पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव प्रचार पर कोविड-19 के कारण लगे प्रतिबंधों में शनिवार को ढील देते हुए सीमित संख्या में लोगों के साथ पदयात्राओं की अनुमति दे दी और साथ ही प्रचार अभियान के लिए एक दिन में चार घंटे का समय बढ़ा दिया। आयोग के अनुसार, चुनाव प्रचार अब सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक के बजाय सुबह छह बजे से रात 10 बजे के बीच किया जा सकता है जिसमें कोविड उपयुक्त व्यवहार और राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों के प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। इससे उम्मीदवारों और राजनीतिक दलों को एक दिन में प्रचार करने के लिए चार घंटे और मिलेंगे। निर्वाचन आयोग ने आठ जनवरी को उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, पंजाब और मणिपुर के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करते हुए कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के चलते प्रत्यक्ष रैलियों, रोड शो और पदयात्राओं पर प्रतिबंध लगा दिया था। आयोग समय-समय पर महामारी की स्थिति की समीक्षा कर रहा है और कुछ छूट दे रहा है।निर्वाचन आयोग ने एक बयान में कहा कि राजनीतिक दल और उम्मीदवार निर्धारित खुले स्थानों की क्षमता के अधिकतम 50 प्रतिशत या राज्य आपदा प्रबंधन अधिकारियों द्वारा निर्धारित सीमा, जो भी कम हो, के साथ खुले क्षेत्रों में प्रचार कर सकते हैं। अभी तक सभा और रैलियों जैसे बाहरी आयोजनों की सीमा खुली जगह या मैदान की क्षमता का 30 प्रतिशत थी। पदयात्राओं पर निर्वाचन आयोग ने कहा कि इस तरह के जमावड़े में राज्य आपदा प्रबंधन अधिकारियों द्वारा अनुमत संख्या से अधिक लोग शामिल नहीं हो सकते तथा इसके लिए जिला अधिकारियों से पूर्व अनुमति लेनी होगी। विधानसभा चुनाव 10 फरवरी को शुरू हुए और सात मार्च को समाप्त होंगे। परिणाम 10 मार्च को घोषित किए जाएंगे। निर्वाचन आयोग ने कहा कि उसने शनिवार को देश में, खासकर चुनावी राज्यों में महामारी की स्थिति की समीक्षा की। इसने कहा, "केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव से प्राप्त जानकारी के अनुसार, कोविड की जमीनी स्थिति में काफी सुधार हुआ है और देश में संक्रमण के मामले तेजी से घट रहे हैं। यहां तक कि दर्ज मामलों में भी गैर-चुनावी राज्यों से अधिकतम मामले सामने आए हैं।" आयोग ने कहा कि देश में दर्ज संक्रमण के कुल मामलों में चुनावी राज्यों में काफी कम मामले हैं। इसने कहा कि कोविड मामलों का अखिल भारतीय आंकड़ा 21 जनवरी के लगभग 3.47 लाख मामलों से घटकर शनिवार को लगभग 50,000 हो गया। बयान में कहा गया कि चुनावी राज्यों-उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में इस साल 22 जनवरी को कुल मामलों की संख्या 32,000 से अधिक थी, जो 12 फरवरी को घटकर लगभग 3,000 हो गई। इसमें कहा गया, "आयोग ने देश में और साथ ही चुनावी राज्यों में कोविड के मामलों में पर्याप्त कमी पर गौर किया। तथ्यों और परिस्थितियों, चुनाव में अधिक से अधिक भागीदारी की राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों की आवश्यकता के आधार पर आयोग ने तत्काल प्रभाव से चुनाव प्रचार के प्रावधानों में और ढील दी है।"
- मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में अंतरजातीय युवक से प्रेम संबंध के चलते 20 वर्षीय एक युवती के परिवार के सदस्यों ने कथित रूप से उसकी हत्या कर दी और उसके शव को गांव के बाहर खेतों में फेंक दिया। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है।वहीं युवती के 25 वर्षीय प्रेमी का शव शामली जिले से सटे रेलवे पटरी पर मिला है। दोनों लगभग एक महीने पहले घर छोड़कर चले गए थे। इस बात का संदेह जताया जा रहा है कि अपनी प्रेमिका की मौत का पता चलने के बाद युवक ने आत्महत्या कर ली। थाना प्रभारी नितिन कुमार ने बताया कि इस घटना का उस समय पता चला जब भोरकला थाना क्षेत्र के सिसौली गांव के पानी से भरे खेत में लड़की का अधजला शव मिला। पुलिस के मुताबिक कोमल नाम की लड़की जो ब्राह्मण जाति की थी, वह सुगम नाम के एक जाट युवक से प्रेम करती थी। कोमल का परिवार इस संबंध के खिलाफ था और उन्होंने कोमल का अपहरण करने के आरोप में सुगम के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कराई थी। कोमल और सुगम पिछले गुरुवार को अपने घर लौट आए थे। इसके एक दिन बाद ही कोमल का अधजला शव खेत से मिला। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और मामले की प्राथमिकी जांच के बाद कोमल की मां और उसके चाचा को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।
- नयी दिल्ली/अहमदाबाद। स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) ने शनिवार को कहा कि उसने नौसेना के साथ संयुक्त अभियान में गुजरात तट से दूर अरब सागर में एक जहाज से 800 किलोग्राम से अधिक मादक पदार्थ जब्त किए हैं। बरामद किए गए मादक पदार्थों की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब 2,000 करोड़ रुपये बताई जा रही है।एनसीबी ने एक बयान जारी कर कहा कि जब्त किए गए मादक पदार्थों में 529 किलोग्राम चरस, 234 किलोग्राम क्रिस्टल मेथामफेटामाइन और 15 किलोग्राम हेरोइन भी जब्त की गयी है। इस बात की आशंका जताई जा रही है कि यह मादक पदार्थ संभवत: पाकिस्तान में ही जहाजों में भरे गए थे। एनसीबी ने कहा, "यह पहला ऐसा अभियान है जिसमें समुद्र के बीचों-बीच कार्रवाई की गयी। बीच समुद्र में मादक पदार्थ की तस्करी के बारे में खुफिया जानकारी मिली थी और नौसेना की खुफिया इकाई के साथ साझा किया गया था, जिससे एक संयुक्त अभियान चलाया गया।" मादक पदार्थ की बड़ी खेप की बरामदगी के बाद उसे गुजरात के पोरबंदर तट पर ले जाया गया। एनसीबी के महानिदेशक एस एन प्रधान ने कहा कि लगभग 800 किलोग्राम प्रतिबंधित मादक पदार्थों की अभूतपूर्व और अपनी तरह की पहली जब्ती चार दिवसीय अभियान के बाद हुई। यह अभियान एनसीबी और नौसेना ने मिलकर चलाया। एनसीबी के महानिदेशक प्रधान ने कहा, "मैं आपको बता सकता हूं कि भारतीय एजेंसियों और एनसीबी की यह संयुक्त कार्रवाई जारी रहेगी। एनसीबी नशा मुक्त भारत के लिए लड़ने के लिए प्रतिबद्ध है।"
- भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार ने शनिवार को 49 लाख से अधिक किसानों को फसल बीमा के लिए कुल 7,618 करोड़ रुपए का वितरण किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बैतूल में ऑनलाइन वितरण शुरू करने के बाद कहा कि यह प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बड़ा प्रत्यक्ष लाभ हस्तांरण है। उन्होंने कहा, ‘‘यह एक ऐतहासिक दिन है। 7,618 करोड़ रुपए देश में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत वितरित की गई सबसे बड़ी राशि है।'' उन्होंने कहा कि इससे पहले फसल खराब होने पर मुआवजे के तौर पर 2,876 रुपए किसानों के खाते में जमा किए जा चुके हैं। चौहान ने कहा कि अब तक राज्य सरकार की ओर से किसानों के लिए 10,494 करोड़ रुपए की सहायता राशि जारी की जा चुकी है। कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने डिजिटल रूप से भाग लिया। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि पिछली कांग्रेस सरकार ने बीमा कंपनियों को फसल बीमा के प्रीमियम का भुगतान नहीं किया था। नतीजतन किसानों को बीमा राशि नहीं मिल सकी। पिछले सरकार ने फसल खराब होने का सर्वे भी नहीं कराया था। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री तोमर ने उन्नत प्रौद्योगिकी के महत्व पर जोर दिया और कहा कि ड्रोन का उपयोग खेती के लिए किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पहले ही इस संबंध में एक नीति पेश कर चुकी है।
- नयी दिल्ली,। भारत अगले हफ्ते चार दिवसीय सिंगापुर एयरशो के दौरान अपने स्वदेशी और हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस का प्रदर्शन करेगा। भारत की नजर आगामी सालों में मित्र देशों में इसकी संभावित निर्यात क्षमता पर है। रक्षा मंत्रालय ने यह जानकारी देते हुए कहा कि एयरशो में भारतीय वायुसेना का 44 सदस्यीय दल शामिल होगा। एयरशो का आयोजन 15 से 18 फरवरी तक सिंगापुर में होगा। एलसीए तेजस का निर्माण हिन्दुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने किया है जो हवाई युद्ध और हवाई मदद अभियान के लिहाज से एक ताकतवर विमान है। इसके अलावा टोही और पोत विध्वंसक अभियान इसके द्वितीयक काम हैं। सिंगापुर एयरशो का आयोजन दो साल में एक बार होता है जो वैश्विक विमानन उद्योग को अपने उत्पाद प्रदर्शित करने का मंच मुहैया कराता है। मंत्रालय ने बताया कि भारतीय वायुसेना स्वदेशी विमान तेजस एमके-1 को दुनियाभर के प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले एयरशो में उतारेगी। रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘‘तेजस विमान अपनी संचालन विशेषताओं, निचले स्तर की उड़ान और गतिशीलता से दर्शकों को रोमांचित कर देगा।'' इसके पहले भी भारतीय वायुसेना इस तरह के एयरशो में हिस्सा ले चुकी है। भारत ने मलेशिया के लीमा-2019 और पिछले साल के दुबई एयरशो में अपने स्वदेशी विमान का प्रदर्शन किया था। ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल बिक्री को लेकर फिलीपींस से 37.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर मूल्य के सौदे के बाद भारत अब तेजस लड़ाकू विमान प्रदर्शित करने जा रहा है। पिछले कुछ सालों में मित्र देशों को सैन्य साजोसामन के निर्यात को बढ़ाने के प्रयास में भारत तेजी लाया है। रक्षा मंत्रालय ने वर्ष 2025 तक रक्षा निर्माण में 25 अरब अमेरिकी डॉलर (1.75 लाख करोड़ रुपये) के कारोबार का लक्ष्य रखा है, जिसमें से पांच अरब अमेरिकी डॉलर (35,000 करोड़ रुपये) के सैन्य हार्डवेयर का निर्यात लक्ष्य शामिल है।
- भोपाल। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को दो साप्ताहिक सुपरफास्ट ट्रेनों की ऑनलाइन माध्यम से हरी झंडी दिखाकर शुरुआत की। इस अवसर पर नई दिल्ली से डिजिटल माध्यम से उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत नई ऊंचाइयों को छू रहा है। दो ट्रेनों में रानी कमलापति स्टेशन (भोपाल) से रीवा, और रीवा से रानी कमलापति साप्ताहिक सुपरफास्ट ट्रेन शामिल है जबकि जबलपुर से नैनपुर के लिए दैनिक यात्री ट्रेन सेवा को पुनः: बहाल किया गया है। वैष्णव ने कहा कि रेलवे का तेजी से विकास हो रहा है और यात्रियों की सुविधाओं में विस्तार हो रहा है। उन्होंने कहा कि नई शुरु हुई ट्रेनों से राज्य के लोगों को सुविधा होगी। पश्चिम मध्य रेलवे के भोपाल मंडल की विज्ञप्ति में कहा गया है कि साप्ताहिक सुपरफास्ट ट्रेन संख्या 02195 और 02196 आगामी 19 फरवरी से नियमित तौर पर चलेंगी। अधिकारी ने बताया कि जबलपुर-नैनपुर पैसेंजर ट्रेन का संचालन पहले कोविड-19 मामलों में वृद्धि के कारण रोक दिया गया था।