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- नई दिल्ली। सरकारी कीटनाशक निर्माता कंपनी एचआईएल (इंडिया) लिमिटेड ने ईरान को टिड्डियों को नियंत्रित करने में मदद करने के लिए ईरान को लगभग 25 टन मैलाथियान 95 प्रतिशत यूएलवी की आपूर्ति की है।उर्वरक मंत्रालय ने सोमवार को एक बयान में कहा कि यह खेप, जो सरकार से सरकार के आधार पर आपूर्ति की गई है, 16 जून तक ईरान पहुंचने की उम्मीद है। इसमें कहा, भारत ने हाल ही में क्षेत्र में रेगिस्तान टिड्डियों के खतरे का मुकाबला करने के लिए समन्वित प्रतिक्रिया करने के लिए ईरान और पाकिस्तान से संपर्क किया था। ईरान ने प्रस्ताव पर सहयोग करने की अपनी इच्छा जताई है।इसी के अनुसार, विदेश मंत्रालय ने ईरान को 25 प्रतिशत मैलाथियान 95 प्रतिशत यूएलवी के निर्माण और आपूर्ति करने के लिए एचआईएल को आर्डर दिया था। मैलाथियोन एक रसायन है जिसका उपयोग मुख्य रूप से खाद्य पदार्थ पैदा करने वाले पौधों को कीड़ों से बचाने के लिए किया जाता है। खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) की रिपोर्टों के अनुसार, टिड्डी के हॉपर चरण की आबादी ईरान के सिस्तान-बलूचिस्तान क्षेत्र में बन रही है, जो आने वाले महीनों में भारत में आगे की फसल तबाही का कारण बनेगी। बयान में कहा गया है कि भारत ने अपने प्रजनन स्थल पर टिड्डी को नियंत्रित करने के लिए एक पहल की है और समन्वित प्रयासों के लिए ईरान से संपर्क किया है।
- अहमदाबाद। दक्षिण-पश्चिम मानसून सोमवार को गुजरात और इससे सटे केंद्र शासित दीव तक आगे बढ़ गया, जिसके चलते कई हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश हुई।भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने एक बयान में कहा कि मानसून दक्षिण गुजरात के सभी जिलों, सौराष्ट्र क्षेत्र, दीव और उत्तरी गुजरात के अहमदाबाद, खेड़ा, आणंद, पंचमहल, दाहोद और कच्छ जिले के कुछ हिस्सों समेत कांदला तक पहुंच गया। मानसून की प्रगति के कारण सोमवार सुबह से सौराष्ट्र क्षेत्र में काफी बारिश हुई।इस बीच, गिर सोमनाथ जिले में बिजली गिरने से सोमवार को दो मछुआरों समेत तीन लोगों की मौत हो गई। विभाग के मुताबिक, आने वाले दो दिन के दौरान सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के अलावा राज्य के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होगी। विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में 18-19 जून को भारी से बहुत भारी बारिश होगी।----
- नई दिल्ली। केंद्रीय अनवेषण ब्यूरो- सीबीआई ने ऑनलाइन अग्रिम भुगतान घोटालों और नकली सैनिटाइजर बनाने में मेथनॉल के उपयोग के बारे में इंटरपोल से मिली सूचना के आधार पर सभी राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों की पुलिस को अलर्ट जारी किया है।सीबीआई ने कहा कि इस तरह के घोटालों में पीपीई किट के विक्रेताओं और कोविड -19 से संबंधित अन्य सुरक्षा उपकरण आपूर्तिकर्ताओं के विक्रेताओं से संपर्क करने तथा ग्राहकों के साथ ऑनलाइन व्यापारिक लेन-देन के उदाहरण शामिल हैं। सीबीआई ने कहा है कि बैंक हस्तांतरण के माध्यम से भुगतान प्राप्त करने के बाद, धोखाधड़ी करने वाले विक्रेता इन वस्तुओं का वितरण नहीं करते हैं।सीबीआई ने अन्य देशों में नुकसानदायक हैंड सैनिटाइजर तैयार करने में मेथनॉल के उपयोग के लिए इंटरपोल से प्राप्त जानकारी के आधार पर एक अलर्ट जारी किया है। अन्य देशों में भी ऐसे उदाहरण सामने आए हैं जहां कोविड-19 महामारी के दौरान हैंड सैनिटाइजर की भारी मांग के कारण नकली हैंड सैनिटाइजर बनाने के लिए मेथनॉल के उपयोग का पता चला। मेथनॉल मानव शरीर के लिए अत्यधिक विषाक्त और खतरनाक हो सकता है।----
- नई दिल्ली। केन्द्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड- सी बी आई सी ने आज देशभर के पांच सौ से अधिक सी जी एस टी और सीमा शुल्क कार्यालयों में ई-ऑफिस ऐप शुरू किया। बोर्ड के अध्यक्ष अजीत कुमार ने सी बी आई सी के आठ सौ से अधिक वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों की उपस्थिति में रिमोट से ई-ऑफिस ऐप का उद्घाटन किया।वित्त मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि पचास हजार से अधिक अधिकारी और कर्मचारी आंतरिक कार्यालय प्रक्रियाओं में इस ऐप का उपयोग कर सकेंगे। कार्यालयी प्रक्रियाओं में ई-ऑफिस ऐप का इस्तेमाल करने वाला सी बी आई सी सबसे बड़े सरकारी विभागों में से एक हो जायेगा।इस ऐप के शुरू होने से आंतरिक कार्यालयी प्रक्रियाओं में बुनियादी बदलाव आयेगा जो अभी तक व्यापक रूप से मानव संचालित फाइलों और कागजी कार्रवाई पर आधारित है। इस ऐप से कई अन्य सूचना प्रौद्योगिकी आधारित सुधारों को बल मिलेगा, जिसका मुख्य उद्देश्य व्यापार और उद्योग के लिए कारोबार करना आसान बनाना है।यह ऐप अप्रत्यक्ष कर प्रशासन को कागज रहित और इलैक्ट्रॉनिक रूप देने के लिए प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल की सी बी आई सी की एक और पहल है। इस ऐप को एन आई सी ने विकसित किया है। प्रशासनिक सुधार और जनशिकायत विभाग ने इसके लिए सहायता उपलब्ध कराई है। ई-ऑफिस भारतीय राष्ट्रीय ई- शासन के तहत मिशन मोड की परियोजना है।----
- - 17 जून को 15 राज्यों के सीएम के साथ होगी चर्चानई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल और परसों दोपहर तीन बजे वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ संवाद करेंगे।प्रधानमंत्री कल 21 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों - पंजाब, असम, केरल, उत्तराखंड, झारखंड, छत्तीसगढ़, त्रिपुरा, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, गोआ, मणिपुर, नगालैंड, लद्दाख, पुदुचेरी, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मिजोरम, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दादरा नगर हवेली और दमन दीव, सिक्किम और लक्षद्वीप के मुख्यमंत्रियों से जबकि 17 जून को 15 राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों - महाराष्ट्र, तमिलनाडु, दिल्ली, गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, बिहार, आंध्र प्रदेश, हरियाणा, जम्मू और कश्मीर, तेलंगाना और ओडिसा के मुख्यमंत्रियों से संवाद करेंगे।
- नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि केंद्र सरकार दिल्ली में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगी । आज नई दिल्ली में राजधानी के सभी राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ बैठक में श्अमित शाह ने कहा कि हम सभी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में साथ मिलकर इस महामारी से लडऩा है।केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि दिल्ली में कोरोना से निपटने के लिए कल हुई बैठक में कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए और सभी राजनीतिक दलों को मिलकर निचले स्तर तक इन फैसलों को बेहतर तरीके से पूरा करने में योगदान देना होगा। श्री शाह ने सभी राजनीतिक दलों से अपील करते हुए कहा कि उनके कार्यकर्ता यह सुनिश्चित करें कि केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली की जनता के लिए किये गए निर्णयों का नीचे तक कार्यान्वयन हो। अमित शाह ने कहा कि इस समय सभी राजनीतिक द्वेष को भुलाकार सभी पार्टियां दिल्ली की जनता के हितों के लिए साथ मिलकर काम करें। उन्होने कहा कि सभी दलों की एकजुटता से जनता में विश्वास बढेगा व इस लड़ाई को अधिक बल भी मिलेगा और दिल्ली की स्थिति जल्द ही सामान्य होगी। गृह मंत्री ने यह भी कहा कि हमको नए उपायों से दिल्ली में कोरोना की टेस्टिंग को बढ़ाना है। श्री शाह ने ज़ोर देकर कहा कि एकजुट होकर हम कोरोना महामारी से लड़ेंगे भी और जीतेंगे भी ।बैठक में आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी के साथ ही बहुजन समाज पार्टी के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। इन नेताओं ने कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए कुछ सुझाव दिये और केंद्र सरकार, दिल्ली सरकार और तीनों नगर निगमों को पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में दिल्ली की जनता की सुरक्षा व कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए थे। इनमें दिल्ली में कोरोना से संक्रमित मरीजों के लिए बेड की कमी को देखते हुए दिल्ली को तुरंत 8 हजार बेड वाले 500 रेलवे कोच देने, कन्टेनमेंट जोन में मरीज के संपर्क में आए लोगों की पहचान (कांटेक्ट मैपिंग) के लिए घर-घर जाकर हर एक व्यक्ति का व्यापक स्वास्थ्य सर्वे तथा दो दिन में कोरोना की टेस्टिंग को बढ़ाकर दो गुना किया जायेगा और 6 दिन बाद तीन गुना करना शामिल है। साथ ही दिल्ली के निजी अस्पताओं में कोरोना संक्रमण के इलाज के लिए निर्धारित कोरोना बेड में से 60 प्रतिशत बेड कम रेट में उपलब्ध कराने, कोरोना उपचार और कोरोना की टेस्टिंग के रेट तय करने के लिए नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी के पॉल की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाने और दिल्ली के छोटे अस्पतालों तक कोरोना के लिए सही जानकारी तथा दिशा-निर्देश देने के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में फोन पर मार्गदर्शन प्रदान करने का भी फैसला किया गया था।
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लखीसराय। बिहार के लखीसराय जिले के मेदनीचौकी थाना क्षेत्र में सोमवार को कार और मोटरसाइकिल के बीच टक्कर में चाचा-भतीजे की मौत हो गई। इस हादसे में तीन अन्य घायल हो गए। पुलिस के अनुसार पटना क्षेत्र के मारांची थाना क्षेत्र निवासी 35 वर्षीय धर्मेंद्र तांती अपने भतीजे राहुल कुमार (15) के साथ अपने ससुराल से लौट रहे थे। तभी मेदनी चौके के पास कार और बाइक में टक्कर हो गई। इसमें बाइक सवार धर्मेंद्र तांती और उनके भतीजे राहुल की मौत हो गई। कार सवार तीन लोग घायल हो गए। -
पटना। बिहार में सोमवार सुबह दो सड़क हादसे में सात लोगों की मौत हो गई। हादसे में 19 लोग घायल हो गए। यह घटना गया जिले के आमस की जीटी रोड बिशनपुर के समीप की है, जहां तेज रफ्तार ट्रक ने दो ऑटो रिक्शा को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों ऑटो रिक्शा के परखच्चे उड़ गए। ऑटो में सवार 7 लोगों की कुचलकर मौके पर ही मौत हो गई और 18 लोग घायल हो गए, घायलों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
गया के आमस सड़क दुर्घटना में सात लोग के मरने की पुष्टि एस एसपी राजीव मिश्रा ने की। सड़क हादसे की पुष्टि करते हुए उन्होंने बताया कि मृतकों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है और घायलों का इलाज जारी है। मृतकों की संख्या में वृद्धि हो सकती है। घटना के बारे में जानकारी देते हुए अस्पताल के सिविल सर्जन डॉक्टर ब्रजेश कुमार सिंह ने कहा कि सड़क हादसे में अबतक कुल 7 लोगों की मौत की जानकारी अबतक मिली है। मृतकों का शव पीएचसी में लाया गया है, जबकि दुर्घटना में गंभीर रूप से जख्मी 18 लोग पहुंचे हैं। ज्यादातर घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद जयप्रकाश नारायण अस्पताल, गया रेफर किया गया है। रेफर मरीजों में कईयों की हालत चिंताजनक व नाजुक बताई गई है।
इनकी हुई मौत
कैलाश भूईंयां-30वर्ष, चमारी भूईंयां- 18वर्ष, रामध्यान भूईंयां- 30 वर्ष, विकास- 15-वर्ष, विपिन-08 वर्ष, विक्रम-10वर्ष, चंदारिक भूईंयां-50 वर्ष - मुंबई। मुंबई में आज पश्चिम और मध्य रेलवे की कुछ उप-नगरीय रेल सेवाएं चालू हो गई हैं। ये सेवाएं राज्य सरकार के सिर्फ उन कर्मचारियों के लिए है जो आवश्यक सेवाओं से जुड़़े हैं। पश्चिम रेलवे ने अपने ट्वीट में कहा है कि इन गाडिय़ों के रूकने के स्टेशनों पर टिकट घर खुले रहेंगे।ये सेवाएं आम नागरिकों के लिए उपलब्ध नहीं हैं। एक अनुमान के अनुसार राज्य सरकार के लगभग सवा लाख कर्मचारी इन सेवाओं का लाभ उठाएंगे। पश्चिम रेलवे, चर्च गेट से दहानू रोड और वीरार के लिए 73 जोड़ी गाडियां चलाएगी। मध्य रेलवे छत्रपति शिवाजी टर्मिनल से कसरा, करजट और पनवेल के लिए 200 जोड़ी गाडिय़ां चलाएगी।----
- नई दिल्ली। कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं मुहैया कराने के लक्ष्य से भारतीय रेल ने चार राज्यों में 204 ट्रेन डिब्बे भेजे हैं जो पृथक-वास के काम आएंगे।अधिकारियों ने बताया कि ऐसे ही 54 डिब्बे दिल्ली के शकूरबस्ती रेलवे स्टेशन मेंटिनेंस डिपो में हैं। उनका कहना है कि भविष्य में दिल्ली को कुल मिलाकर ऐसे 500 डिब्बे मुहैया कराए जाएंगे। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार दिन में कहा कि कोविड-19 मरीजों के लिए बिस्तरों की किल्लत दूर करने के लिए केन्द्र दिल्ली को ट्रेन के 500 डिब्बे उपलब्ध कराएगा। भारतीय रेल ने अपने 5 हजार से ज्यादा डिब्बों को करीब दो महीने पहले पृथक-वास के लिए तैयार किया था, फिलहाल उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और दिल्ली ने इनकी मांग की है। उत्तर प्रदेश में ऐसे 70 डिब्बे तैनात किए गए हैं। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन, वाराणसी, भदोई, फैजाबाद, सहारनपुर, मिर्जापुर और झांसी में 10-10 डिब्बे तैनात किए गए हैं। दिल्ली के शकूरबस्ती रेलवे स्टेशन मेंटिनेंस डिपो में 54 डिब्बे खड़े किए गए हैं। तेलंगाना को 60 डिब्बे मिले हैं जबकि 20 अन्य डिब्बे आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा में खड़े किए गए हैं।उत्तर प्रदेश ने ऐसे 24 जगहों पर 240 ऐसे डिब्बों की मांग की है वहीं तेलंगाना ने तीन जगहों के लिए 60 और दिल्ली ने ऐसे 10 डिब्बे मांगे थे। दिल्ली के शकूरबस्ती रेलवे स्टेशन पर 31 मई को 160 बिस्तरों की क्षमता वाले 10 ऐसे डिब्बों की पहली खेप खड़ी की गई। अब बाकी के 44 डिब्बे भी तैनात कर दिए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय और नीति आयोग द्वारा बनायी गई समेकित कोविड योजना के तहत इन डिब्बों का उपयोग वहां किया जाएगा जहां राज्यों के पास कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति या संदिग्ध संक्रमण व्यक्तियों को रखने की जगह नहीं बची होगी। इन डिब्बों में चिकित्सा से जुड़े जरुरी उपकरण जैसे ऑक्सीजन सिलेंडर, कंबल, अन्य मेडिकल सप्लाई और संक्रमण मुक्त किए गए बर्थ उपलब्ध हैं। मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुसार, इन डिब्बों में सिर्फ हल्के लक्षणों वाले लोगों को ही रखा जा सकता है।-
- कोलकाता। आईआईटी खडग़पुर के अधिकारियों ने छात्रावास में फंसे करीब 2,400 छात्रों और शोधार्थियों को 20 जून तक घर चले जाने को कहा है।आईआईटी-खडग़पुर के रजिस्ट्रार बीएन सिंह ने रविवार को कहा कि संस्थान छात्रों की सितंबर तक परिसर में वापसी चाहता है, जब नया सेमेस्टर शुरू होगा। उन्होंने कहा कि परिसर में अभी रह रहे करीब 2,400 छात्रों को 20 जून तक घर चले जाने को कहा गया है।-------------
- टिपरी (भद्रवाह)। जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में करीब 200 प्रगतिशील किसानों ने मक्के की पारंपरिक खेती छोड़ पहाडिय़ों के ढलान पर खुशबूदार लैवेंडर के फूल की खेती शुरू की है जो उनके लिए अपेक्षाकृत अधिक फायदेमंद होने के साथ जिले में बैंगनी क्रांति की भी शुरुआत है।केंद्र सरकार की सुगंध मिशन योजना के तहत लैवेंडर के फूल की खेती करने वाले किसानों ने कहा कि गैर पारंपरिक सुगंधित पौधों की खेती शुरू कर वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार कर रहे हैं।उल्लेखनीय है कि प्राकृतिक उत्पादों से दवा पर शोध करने की प्राथमिक जिम्मेदारी के साथ वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) ने छोटे और सीमांत किसानों की आय बढ़ाने के लिए पूरे देश में सुंगध वाली फसलों के उत्पादन को लोकप्रिय करने और मूल्य संवर्धन उपाय के लिए प्रौद्योगिकी देने के लिए सुगंध मिशन की शुरुआत की है।मूल रूप से यूरोप की प्रजाति लैवेंडर की खेती को भारतीय समवेत औषध संस्थान (आईआईआईएम)ने सीएसआईआर के सुगंध मिशन के तहत 2018 में डोडा, किश्तवाड़ और राजौरी जिले में लोकप्रिय करने की शुरुआत की थी। ठंडी जलवायु और सहायत परिस्थितियों के मद्देनजर डोडा जिले स्थित भद्रवाह क्षेत्र के 200 सीमांत किसानों ने लैवेंडर की खेती शुरू की।सीएसआईआर-आईआईआईएम जम्मू के वरिष्ठ वैज्ञानिक सुमित गैरोला ने बताया, मार्च 2020 तक सीएसआईआर के सुगंध मिशन के तहत 500 किसानों को 100 एकड़ जमीन में लैवेंडर की खेती के लिए आठ लाख पौधे मुफ्त में दिए है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा उन्हें लैवेंडर का तेल निकालने सहित अन्य तकनीकी सुविधा भी दी गई और किसानों ने 2018 से 2020 के बीच 800 लीटर लैवेंडर तेल का उत्पादन किया जिसकी कीमत 80 लाख रुपये है। गैरोला ने बताया कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय की पहल के बाद स्थानीय उद्यमी भी उन्हें प्रोत्साहित कर रहे हैं।--
- नई दिल्ली। कोविड-19 के प्रकोप के चलते शुरू हुए लॉकडाउन के कारण स्कूलों की पढ़ाई और परीक्षाओं पर असर पडऩे के साथ-साथ छात्रों को अब गर्मियों की छुट्टियां भी घर में बंद रहकर बितानी पड़ रही हैं।भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा शुरू की जा रही ऑनलाइन प्रतियोगिताएं स्कूली छात्रों की इस एकरसता को तोडऩे का अवसर लेकर आयी हैं। इसरो साइबरस्पेस प्रतियोगिता (आईसीसी)-2020 नामक इस पहल के अंतर्गत स्कूली छात्रों के लिए चार वर्गों में अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर केंद्रित प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है।इन प्रतियोगिताओं के पहले वर्ग में पहली से तीसरी कक्षा के छात्रों के लिए चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। दूसरे वर्ग में चौथी से आठवीं कक्षा के छात्र विज्ञान शिल्प या मॉडल्स में अपने हाथ आजमा सकते हैं। इसी तरह, नौवीं और दसवीं के छात्रों को निबंध प्रतियोगिता में शामिल होने का अवसर मिल सकता है। जबकि, ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा के छात्र निबंध लेखन के साथ-साथ प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में भी हिस्सा ले सकते हैं। इन प्रतियोगिताओं में शामिल होने के लिए 24 जून 2020 से पहले इसरो की वेबसाइट https://www.isro.gov.in/icc-2020 पर जाकर ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा।यह प्रतियोगिता भारत में पढ़ रहे स्कूली छात्रों के लिए है। चारों वर्गों में शामिल सभी प्रतियोगिताएं अलग-अलग रूप से आयोजित की जाएंगी। किसी वर्ग विशेष की श्रेणी के लिए छात्रों की संबद्धता शैक्षणिक वर्ष 2020-21 के दौरान उनके नामांकन पर आधारित होगी। जिन छात्रों के शैक्षणिक वर्ष 2019-20 के परिणाम अभी नहीं आए हैं, उन्हें भी यह मानकर प्रतियोगिता में शामिल किया जा सकता है कि उन्होंने परीक्षा उत्तीर्ण कर ली है और शैक्षणिक वर्ष 2020-21 में दाखिला ले लिया है। हालाँकि, यह शर्त केवल ऑनलाइन माध्यम से आईसीसी-2020 प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए है और इसे किसी अन्य उद्देश्य के लिए समर्थन के रूप में नहीं लिया जा सकता है।सफल पंजीकरण के लिए एक विशिष्ट पंजीकरण संख्या प्रतियोगियों को प्राप्त होगी। चित्रकला, मॉडल मेकिंग व विज्ञान शिल्प और निबंध प्रतियोगिता में शामिल प्रतिभागियों को पेपर पर अपनी रचनात्मकता को उकेरना है और फिर उसकी फोटो लेकर या स्कैन करके इसरो की वेबसाइट पर अपलोड करना है। प्रतियोगिता का विषय पंजीकृत ईमेल पर भेजा जाएगा और इसरो की वेबसाइट पर भी प्रदर्शित किया जाएगा। स्कैन की हुई फोटो जेपीईजी या फिर पीडीएफ फॉर्मेट में भेजनी होगी। अपलोड की जाने वाली फाइल का नाम प्रतिभागी की पंजीकरण संख्या के नाम पर होगा।चित्रकला प्रतियोगिता में शामिल प्रतिभागियों को ए-3 आकार के पेपर का प्रयोग करना होगा और ड्राइंग के लिए उन्हें वाटर कलर, वैक्स या पेंसिल रंगों का उपयोग करना है। मॉडल-मेकिंग या विज्ञान शिल्प प्रतियोगिता में कार्डबोर्ड, कागज, कपड़े, चिपकाने वाले टेप, रंग और गोंद का उपयोग करके मॉडल बनाना होगा। मॉडल बनाने के लिए किसी अन्य सामग्री के उपयोग की अनुमति नहीं है। इस तरह बनाए गए मॉडल को भी स्कैन करके या फोटो खींचकर इसरो की वेबसाइट पर अपलोड करना होगा।निबंध लेखन प्रतियोगिता में शामिल प्रतिभागियों को पंजीकरण के दौरान चयनित भाषा में एक हजार शब्दों में अपने हाथ से निबंध लिखकर वेबसाइट पर अपलोड करना है। निबंध लिखने के लिए ए-4 आकार के पेपर का उपयोग कर सकते हैं। निबंध लिखने के लिए सिर्फ नीली या काली स्याही का उपयोग करना है। टाइप किए हुए निबंध स्वीकार नहीं किए जाएंगे। इंटरनेट से सामग्री कॉपी की हुई पायी गई तो प्रतियोगी का पंजीकरण निरस्त किया जा सकता है। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के बारे में इसरो के पोर्टल पर तौर-तरीकों का विस्तार से उल्लेख किया जाएगा।प्रतियोगिता में शामिल शीर्ष 500 प्रतिभागियों के नाम की घोषणा इसरो की वेबसाइट पर की जाएगी और उन्हें मेरिट प्रमाण-पत्र ईमेल या फिर पोस्ट के माध्यम से भेजे जाएंगे। अन्य सभी प्रतिभागियों को ईमेल के माध्यम से भागीदारी प्रमाण पत्र दिया जाएगा।----
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-सीआईएमएपी ने औषधीय और सुगंधित पौधों पर फोटोग्राफी प्रतियोगिता की घोषणा की
नई दिल्ली। औषधीय और सुगंधित पौधों ने हमेशा से लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। इनमें से कुछ पौधे अविश्वसनीय रूप से सुंदर होते हैं जबकि कुछ विशेष स्थानों पर ही पाए जाते हैं। मानव और पशुओं के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए उनके महत्व व मूल्य को लोगों की स्वीकार्यता मिली है। लेकिन बहुत से लोग इन पौधों में से अधिकांश की उपयोगिता और औषधीय महत्व से पूरी तरह परिचित नहीं हैं। इन पौधों की उपयोगिता के बारे में जागरूकता पैदा करने के प्रयास के तहत, केंद्रीय औषधीय और सुगंध पौधा संस्थान (सीआईएमएपी) ने औषधीय और सुगंधित पौधों पर एक फोटोग्राफी प्रतियोगिता की घोषणा की है। इस प्रतियोगिता के माध्यम से, सीआईएमएपी इन औषधीय पौधों के संरक्षण का संदेश भी देना चाहता है।प्रतियोगिता का विषय है - अपने औषधीय और सुगंधित पौधे (एमएपी) को जानें। पहले, दूसरे और तीसरे स्थान के विजेताओं को नकद पुरस्कार के रूप में क्रमश: 5000 रुपये, 3000 रुपये और 2000 रुपये दिए जायेंगे। इसके अलावा,1000 रुपये के 10 सांत्वना पुरस्कार भी होंगे।प्रतियोगिता सभी भारतीय शौकिया (ऐमचर) और पेशेवर फोटोग्राफरों के लिए खुली है। प्रत्येक प्रविष्टि के लिए अधिकतम तीन फोटोग्राफ प्रस्तुत किए जा सकते हैं। स्वदेशी पौधों को प्राथमिकता दी जायेगी और संस्थान ने बागवानी या सजावट के सामान्य पौधों की तस्वीरों से बचने का अनुरोध किया है। प्रत्येक तस्वीर में पौधे का सही लैटिन और स्थानीय भाषा में नाम होना चाहिए और 20-30 शब्दों में इसके औषधीय और सुगंधित महत्व के बारे लिखा होना चाहिए। केवल मौलिक व डिजिटल तस्वीरों को ही स्वीकार किया जाएगा, लेकिन प्रविष्टियों को ए4 पृष्ठ पर रंग के साथ छपा होना चाहिए। डिजिटल इमेज, एंट्री 300 डीपीआई के न्यूनतम रिज़ॉल्यूशन के साथ 3 एमबी आकार से कम का नहीं होना चाहिए। तस्वीर जेपीईजी या टीआईएफएफ प्रारूप में होनी चाहिए, डिस्प्ले रिज़ॉल्यूशन 1086 & 768 होना चाहिए और लम्बवत आकार 1086 से अधिक नहीं होना चाहिए। रॉ फ़ाइलों को बाद की तारीख में जमा करने के लिए कहा जा सकता है यदि तस्वीर को पुरस्कार के लिए चुना जाता है।प्रतिभागी को स्व-घोषणा करनी होगी कि फोटो को प्रतियोगिता में प्रवेश पाने के लिए मेल भेजने वाले व्यक्ति द्वारा स्वयं शूट किया गया है। विजेता फोटो का कॉपीराइट फोटोग्राफर के पास रहेगा, लेकिन सीआईएमएपीको प्रविष्टियों को प्रदर्शित करने और औषधीय व सुगंधित पौधों के प्रचार के लिए प्रचार सामग्री के रूप में उपयोग करने का अधिकार होगा।सीएसआईआर-सीआईएमएपी, लखनऊ के निदेशक द्वारा नामित जजों द्वारा विजेताओं को चुना जाएगा। जजों का फैसला अंतिम होगा। विजेताओं की घोषणा सीएसआईआर-सीआईएमएपी के वार्षिक दिवस के अवसर पर की जाएगी। डिजिटल चित्र [email protected] पर ई-मेल किए जाने चाहिए। प्रविष्टि जमा करने की अंतिम तिथि 30 जून, 2020 है। प्रतियोगिता से सम्बंधित अन्य विवरण www.cimap.res.in पर उपलब्ध हैं। - नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के निधन पर शोक व्यक्त किया है।प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा, सुशांत सिंह राजपूत ... एक प्रतिभाशाली युवा अभिनेता ने बहुत जल्द दुनिया को अलविदा कह दिया। उन्होंने टीवी सीरियलों और फिल्मों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। मनोरंजन की दुनिया में उनके अभ्युदय ने कई लोगों को प्रेरित किया और वह अपनी कई यादगार भूमिकाओं के लिए सदैव याद किए जाएंगे। उनके निधन से स्तब्ध हूं। मेरी गहरी संवदेनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति।
- नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोगों से आग्रह किया है कि वे इस महीने प्रसारित होने वाले आकाशवाणी से मन की बात कार्यक्रम के लिए अपने विचार भेजें।उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि मन की बात कार्यक्रम एक ऐसा जीवंत माध्यम है जो 130 करोड़ भारतीयों की शक्ति को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि हालांकि यह कार्यक्रम दो हफ्ते बाद प्रसारित किया जाना है लेकिन लोग अपने विचार फोन पर रिकार्ड करा सकते हैं। नम्बर है 1 8 0 0 1 1 7 8 0 0, लिखित रूप में विचार नमो ऐप पर भी भेजे जा सकते हैं।---
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बिलासपुर। सीपत क्षेत्र के जांजी निवासी वृद्ध की साइकिल से गिरकर मौत हो गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। सीपत पुलिस के अनुसार ग्राम जांजी निवासी 70 वर्षीय कलीराम लहरे पिता स्व. घुरउ लहरे शनिवार को अपनी साइकिल से जिला सहकारी केंद्रीय बैंक पेंशन लेने गए थे। वह दोपहर में वापस घर लौट रहे थे। रास्ते में वह अचानक साइकिल से गिर गए। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना की सूचना पर पुलिस मर्ग कायम कर जांच कर रही है।
- जम्मू। पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। शनिवार देर रात जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के कस्बा और किरनी इलाके में पाकिस्तान ने संघर्ष विराम का उल्लंघन कर गोलीबारी शुरू कर दी। इस दौरान एक जवान शहीद हो गया, जबकि पुंछ में नियंत्रण रेखा के पास तीन अन्य जवान घायल हो गए हैं। तीनों घायलों को उधमपुर स्थित आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुंछ और राजौरी जिलों में इस महीने अग्रिम चौकियों और गांवों पर पाकिस्तानी गोलीबारी में हुई यह तीसरी मौत है। अधिकारियों ने बताया कि अभी यह पता नहीं चल पाया है कि जवाबी कार्रवाई में कोई पाकिस्तानी सैनिक हताहत हुआ है या नहीं।पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा पर शनिवार शाम को भी कीरनी और कस्बा में सेना की चौकियों के साथ रिहायशी इलाकों में गोलाबारी की थी। इसका सेना ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया। गोलाबारी के चलते नियंत्रण रेखा से सटे क्षेत्रों में दहशत का माहौल बना हुआ है। जो लोग खेतों में काम कर रहे थे वे सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। जानकारी के अनुसार शनिवार शाम 6 बजे पाकिस्तानी सेना ने कीरनी और कस्बा सेक्टर में पहले हल्के और फिर बड़े हथियारों से गोलाबारी शुरू कर दी। इस दौरान सेना की चौकियों के साथ ही रिहायशी क्षेत्र को निशाना बनाया गया। इससे नियंत्रण गांव कस्बा, कीरनी, मंधारा, दिगवार तेडवां, डोकरी आदि में मोर्टार गिरने और उनके धमकों का शोर सुनाई देने लगा। पाकिस्तानी सेना की गोलाबारी का सेना ने भी की जवाब दिया। गौरतलब है कि शुक्रवार को भी पाकिस्तानी सेना ने इन्हीं क्षेत्रों में गोलीबारी की थी, जिसका सेना ने जवाब देते हुए पाकिस्तानी सेना की कई चौकियां तबाह करते हुए उनके पांच जवानों को ढेर किया था। उस नुकसान के बावजूद शनिवार को फिर गोलीबारी शुरू कर दी।
- होशियारपुर। पंजाब के होशियारपुर-चिंतपूर्णी मार्ग पर टांडा बाइपास पर सड़क हादसे में एक महिला की मौत हो गई। थाना मॉडल टाउन के एसएचओ बलविंदर सिंह ने बताया कि उनको सूचना मिली कि एक महिला ट्राले की चपेट में आकर घायल हो गई है। इसके बाद वह मौके पर पहुंचे, लेकिन महिला की मौत हो चुकी थी। महिला की पहचान गांव बैंस तानी की निर्मल कौर के रूप में हुई है।पुलिस ने बताया कि महिला अस्पताल से दवाई लेकर एक लड़की के साथ स्कूटी पर गांव लौट रही थी। जैसे ही वह टांडा बाइपास के पास पहुंचीं तो सड़क पर बिखरी बजरी में स्कूटी स्लिप कर गई। इससे पीछे बैठी महिला गिरने से जख्मी हो गई। इस दौरान पीछे से आ रहा ट्राला महिला के ऊपर चढ़ गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे में घायल स्कूटी चला रही लड़की को सिविल अस्पताल होशियारपुर में दाखिल करवाया गया है। एसएचओ बलविंदर सिंह ने बताया कि ट्राला चालक मौके से फरार हो गया है, लेकिन वाहन को जब्त कर लिया गया है।
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नई दिल्ली। वीडियो ब्लॉगिंग प्रतियोगिता माई लाइफ, माई योग के लिए प्रविष्टि जमा करने की अंतिम तारीख 21 जून तक के लिए बढ़ा दी गई है। आयुष मंत्रालय और भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) ने छठे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर डिजिटल प्लेटफॉर्म पर इस वैश्विक प्रतियोगिता का आयोजन किया है। इससे पहले प्रविष्टि जमा करवाने की अंतिम तिथि 15 जून थी। आयुष मंत्रालय ने कहा कि भारत और दूसरे देशों से तारीख बढ़ाने की मांग हो रही थी ताकि योग से जुड़े लोगों को वीडियो बनाने के लिए और समय मिल जाए। सरकार पहले ही कह चुकी है कि इस साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मनाया जाएगा और कोई सामूहिक आयोजन नहीं होगा।
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भुवनेश्वर। ओडिशा में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून शनिवार को सभी 30 जिलों में पहुंच गया। यह जानकारी यहां मौसम विज्ञान केंद्र ने दी। इसने कहा कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुमान के मुताबिक मॉनसून ने गुरुवार को ओडिशा में दस्तक दी और शुक्रवार को प्रदेश के अधिकतर इलाकों में पहुंचा, जिससे छह जिलों को छोड़कर अधिकतर इलाकों में बारिश हुई। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि मॉनसून के आगे बढऩे की अनुकूल स्थितियों को देखते हुए यह शनिवार को ओडिशा के शेष इलाकों तक पहुंच गया और इस प्रकार अब यह पूरे राज्य में पहुंच चुका है। मॉनसून अब सभी 30 जिलों में पहुंच गया है जबकि शुक्रवार तक यह बारगढ़, झारसुगुडा, सुंदरगढ़, संबलपुर, क्योंझर और मयूरभंज जिलों में नहीं पहुंचा था। मौसम विज्ञान विभाग के अनुमान के मुताबिक इस बार मॉनसून मध्य भारत में सामान्य रहेगा। ओडिशा मध्य भारत में स्थित है और मॉनसून सामान्य रहने से कृषि कार्यों को बढ़ावा मिलेगा। -
पुणे। मध्य रेलवे की रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) इकाई ने नोवेल कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनजर महाराष्ट्र के पुणे स्टेशन पर यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग और उनके शरीर का तापमान पता लगाने के लिये एक रोबोट तैनात किया है। मध्य रेलवे की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि अर्जुन नामक यह रोबोट 0.5 सेकंड में ही शरीर का तापमान बता देता है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि अगर यात्री के शरीर सामान्य से अधिक है तो यह रोबोट अलार्म बजा देता है। यह ध्वनि और वीडियो के जरिये संवाद करता है। साथ ही यह स्थानीय भाषा में भी बात कर सकता है। मध्य रेलवे की आरपीएफ के उप महानिरीक्षक आलोक बोहरा ने कहा कि संक्रमण के मामले बढऩे की वजह से बल को रोबोट के जरिये स्क्रींनिंग कराने पर विचार करना पड़ा।
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मुंबई। महाराष्ट्र के अधिकतर इलाकों में मानसून की आमद हो गई है और मुंबई समेत राज्य के कई इलाकों में बारिश हुई। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने कहा कि मानसून के अगले 24 घंटों में महाराष्ट्र के अन्य इलाकों में भी पहुंच जाने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के अधिकतर इलाकों में मानसून पहुंच चुका है। शनिवार को कोंकण के हरनई (रत्नागिरी में), मध्य महाराष्ट्र के अहमदनगर, मराठवाड़ा के औरंगाबाद और विदर्भ के गोंदिया में बारिश हुई। अगले 24 घंटों में महाराष्ट्र के अन्य इलाकों में भी बारिश की संभावना है। उन्होंने कहा कि रत्नागिरी में सुबह साढ़े आठ बजे और तटीय जिले सिंधुदुर्ग में भी कुछ जगहों पर बेहद भारी बारिश दर्ज की गई। अधिकारी ने कहा कि अगले चार-पांच दिनों में कोंकण, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, विदर्भ में भारी से बहुत भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है। इस बीच मुंबई स्थित क्षेत्रीय मौसम केंद्र ने चेतावनी जारी कर मुंबई, पालघर, हिंगोली, परभणी और जालना में अगले कुछ घंटों में गरज-चमक के साथ बौछार और तेज हवाओं के साथ बारिश की आशंका जताई है।
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नई दिल्ली। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कृषि क्षेत्र में निजी निवेश बढ़ाने की जरूरत पर जोर देते हुये कृषि वैज्ञानिकों से क्षेत्र मे उत्पादकता बढ़ाने व कठिनाइयां कम करने पर ध्यान केन्द्रित करने का आह्वान किया। दो वेबिनार में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण, ग्रामीण विकास तथा पंचायती राज मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि देश के वैज्ञानिकों के समक्ष आने वाले समय में बढ़ती आबादी को पोषणयुक्त भोजन उपलब्ध कराने की चुनौती रहेगी। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने आयोजन में मुख्य अतिथि के तौर पर भाग लिया। सरकारी विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है। विज्ञप्ति के मुताबिक तोमर ने मेरठ की ई-संगोष्ठी में कहा कि खाद्यान्न के मामले में भारत न केवल आत्मनिर्भर है, बल्कि अधिशेष उत्पादन की स्थिति में है। किसानों ने साबित किया है कि वे किसी भी कठिन चुनौती का सामना करने में सक्षम है। हमारे सामने आबादी बढऩे की चुनौती है, वर्ष 2050 में देश की जनसंख्या 160 करोड़ तक पहुंचने की संभावना है। उन्होंने कहा कि इस तथ्य के मद्देनजर भारतीय प्लांट ब्रीडर्स के समक्ष गुणवत्तायुक्त खाद्यान्न का उत्पादन बढ़ाने की विशेष चुनौती नजर आती है, वहीं बढ़ती आबादी को समुचित पोषणयुक्त भरपेट भोजन उपलब्ध कराना वैज्ञानिकों के सामने बड़ी चुनौती है। तोमर ने कहा कि खेती क्षेत्र में बड़ा निवेश लाने के संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि आधाररभूत संरचना के लिए एक लाख करोड़ रूपए का प्रावधान किया है। इसके साथ ही मत्स्य पालन, पशुपालन, हर्बल खेती, मधुमक्खी पालन, फूड प्रोसेसिंग आदि सब क्षेत्रों में भारत एक बड़ी छलांग लगाए, इस बात का प्रबंध करोड़ों रू. के पैकेज के माध्यम से करने की कोशिश की है। नए सुधारों व नया निवेश आएगा तो कृषि के क्षेत्र में सभी चुनौतियों से पार पाने में सफल होंगे। नए सुधारों का फायदा भी ग्रामीण क्षेत्र को मिलेगा। कृषक सबसे बड़ा उत्पादनकर्ता है, जिससे निजी क्षेत्र का निवेश आने पर खेती का क्षेत्र बुलंदियों पर होगा। तोमर ने मृदा स्वास्थ्य परीक्षण का महत्व प्रतिपादित करते हुए मृदा परीक्षण कराने पर जोर दिया व इस बारे में जागरूकता लाने की अपील की। संगोष्ठी चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.एन.के.तनेजा, अध्यक्ष प्रो.प्रदीप कुमार शर्मा, संयोजक एवं विभागाध्यक्ष प्रो.एस.एस. गौरव, वैज्ञानिक तथा अन्य प्रतिभागी उपस्थित थे। जूनागढ़ वि.वि. के वेबिनार में कृषि मंत्री तोमर ने कहा कि खेती के क्षेत्र को बेहतर बनाने के लिए किसानों के साथ ही वैज्ञानिकों ने बहुत अच्छा प्रयत्न किया है। आधुनिक प्रौद्योगिकी अपनाकर, बदलती जलवायु के अनुरूप खेती के श्रेष्ठ तरीके अपनाए जाएं। कम पानी में अधिक, गुणवत्तापूर्ण उपज की पैदावार पर ध्यान देने की जरूरत है। सभी प्रतिनिधि यह देखे कि छोटी-छोटी फूड प्रोसेसिंग यूनिट्स कैसी खड़ी हो सकती है, इनमें कृषि छात्रों की भी भूमिका हो सकती है। कृषि मंत्री तोमर ने कहा कि कोविड संकट में, जब दुनिया का पहिया थम गया है, तब ऐसी स्थिति में भी भारत के किसानों ने गांवों में उपलब्ध साधनों से ही बंपर पैदावार की, लाकडाउन में फसल कटाई का काम ठीक से हुआ और पिछली बार से उपार्जन भी अधिक हो गया, ग्रीष्मकालीन फसलें भी पिछली बार से 45 प्रतिशत अधिक बोई गई है। कोरोना वायरस के सामुदायिक विस्तार को भी होने नहीं दिया। ये सब किसानों व हमारे गांवों की ताकत को प्रदर्शित करता है। आजादी के बाद से यह पहली महामारी है, जिसमें हमारी गांवों की व्यवस्था पूरी तरह सफल हुई है। इस व्यवस्था को और ताकतवर कैसे बनाना, इस पर विचार करना चाहिए। तोमर ने इस वेबिनार में भी निजी निवेश पर विस्तृत चर्चा कर सहयोग का आव्हान किया। उन्होंने नए बनने वाले 10 हजार किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) में ज्यादा से ज्यादा छोटे किसानों को जोडऩे पर भी जोर दिया। वेबिनार में गुजरात के कृषि, ग्रामीण विकास एवं परिवहन मंत्री आर.सी. फलदू, कुलपति डा. वी.पी. चोवटिया, कुलसचिव डा. पुष्पेंद्र सिंह चौहान, गुजरात व देश के अन्य कृषि वि.वि. के कुलपतिगण, संकायों के अधिष्ठाता, उच्च शिक्षा संस्थाओं के शिक्षाविद्, देश की अग्रिम कृषि व्यापारी संस्थाओं के प्रतिनिधि, कृषि वैज्ञानिक, प्राध्यापक, किसान तथा कृषि व्यवसायी, छात्र एवं अन्य प्रतिनिधि उपस्थित थे। -
भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार ने घरेलू यात्रियों के लिए अगले सप्ताह से राज्य के राष्ट्रीय उद्यानों को फिर से खोलने का फैसला किया है। मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड (एमपीटीबी) ने एक बयान में कहा कि राज्य के वन विभाग ने 15 जून से राष्ट्रीय उद्यानों को फिर से खोलने के लिए एक परिपत्र जारी किया है और उद्यानों का बफर जोन मानसून के दौरान खुला रहेगा। राज्य सरकार ने पर्यटन स्थलों पर पर्यटन विकास निगम के होटलों, रिसॉर्ट और कई निजी संपत्तियों को फिर से खोल दिया है। बयान में कहा गया कि पर्यटन के लिए काफी प्रचार किया जा रहा है और पर्यटन को खोलने से सामान्य स्थिति में लौटने का एहसास मिलेगा। एमपीटीबी की अतिरिक्त प्रबंध निदेशक सोनिया मीणा ने कहा क िहम वन्यजीव, विरासत, तीर्थयात्रा, छुट्टियां और साहसिक पर्यटन जैसे स्थलों को खोलने के बाद काफी संभावनाएं देख रहे हैं। इस दौरान स्वास्थ्य सुरक्षा और स्वच्छता के संबंध में गृह मंत्रालय के दिशानिर्देशों का पूरी तरह पालन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एमपीटीबी मुख्य रूप से मध्य प्रदेश और पड़ोसी राज्यों के लोगों को आकर्षित करना चाहता है। मीणा ने कहा कि मध्य प्रदेश पांच राज्यों से घिरा हुआ है और उन राज्यों के लोगों के लिए कार से यात्रा करना बहुत आसान है। मध्य प्रदेश के अलावा, राजस्थान जैसे राज्यों ने घरेलू आगंतुकों के लिए पर्यटन स्थलों को फिर से खोल दिया है, जबकि उत्तराखंड ने पर्यटकों के लिए सीमित स्थानों पर अनुमति दी है। कर्नाटक, केरल और उत्तर प्रदेश सहित कई अन्य राज्य भी घरेलू पर्यटन की इजाजत देने के लिए कदम उठा रहे हैं।