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- हेल्दी रहना है तो हेल्दी ईटिंग हैबिट को भी बनाना होगा। अगर आप रोजाना पपीता खाली पेट खाते हैं तो ना केवल सेहत दुरुस्त होगी बल्कि कई सारी बीमारियों से भी राहत मिलेगी। पपीते को जरूरी न्यूट्रिएंट्स का पावर हाउस बोला जाता है। इसमे विटामिन ए, सी, ई से लेकर माइक्रो न्यूट्रिएंट्स फोलेट, पोटैशियम, कॉपर और मैग्नीशियम भी रिच मात्रा में होते हैं। वहीं पपीता डाइजेशन के लिए भी अच्छा होता है। तो अगर हेल्दी रहना चाहते हैं तो रोज सुबह ब्रेकफास्ट में पपीता खाना शुरू कर दें। जानें रोज खाली पेट पपीता खाने से सेहत को कितने सारे फायदे होते हैं।कब्ज और डाइजेशन की समस्या का खात्माअगर आपक कब्ज रहती है, खाना नहीं पचता और अपच हो जाती है तो पपीता खाएं. इसमे मौदूद पेपिन एंजाइम कब्ज से छुटकारा दिलाएगा और साथ ही डाइजेशन को भी इंप्रूव करेगा। खाली पेट सुबह पपीता खाने से बॉडी डिटॉक्स करना आसान हो जाता है। आप चाहें तो शाम को भी स्नैक्स में पपीता खा सकते हैं।पोषक तत्वों को तेजी से अब्जॉर्ब करता हैअगर आप शाम को पपीता खाते हैं मतलब कि खाने के करीब दो घंटे बाद पपीता खाते हैं। तो ये जरूरी न्यूट्रिएंट्स को तेजी से शरीर में अब्जॉर्ब करता है।बॉडी को करता है नेचुरल डिटॉक्सपपीते में फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है। जब आप खाली पेट पपीता खाते हैं तो शरीर में फाइबर का कंटेट बढ़ता है और सारे टॉक्सिंस को आसानी से बाहर निकालना आसान हो जाता है। जिससे सारी गंदगी और टॉक्सिंस बॉडी के बाहर हो जाते हैं।ब्लड शुगर लेवल को स्थिर करता हैखाली पेट ब्लड शुगर लेवल के अचानक से बढ़ने का खतरा रहता है। पपीता ब्लड शुगर लेवल को बढ़ने से रोकता है और ग्लाइसेमिक कंट्रोल बनाकर रखता है।भूख करता है शांतअगर आपने पपीता खाली पेट ब्रेकफास्ट में या फिर स्नैक्स में खाया है तो इससे पेट भरता है और भूख शांत होती है। जिससे वेट लॉस में मदद मिलती है।एनर्जी देता हैपपीते में विटामिन सी के साथ ही जरूरी पोषक तत्व होते हैं। जिससे शरीर को पर्याप्त मात्रा में एनर्जी मिलती है और आप एक्टिव बने रहते हैं।स्किन के लिए फायदेमंदविटामिन सी और ई से भरपूर होने की वजह से ये स्किन के लिए भी फायदेमंद होता है। खाली पेट खाने से स्किन के लिए जरूरी न्यूट्रिएंट्स भी बॉडी सोख लेती है। जिससे स्किन चमकती है और टाइट बनी रहती है।
- स्किन को ग्लोइंग और शाइनी, सॉफ्ट बनाना तो लगभग हर लड़का-लड़की चाहते हैं। इसके लिए कई तरह के क्रीम, फेसवॉश और फेसपैक की भगाते हैं। लेकिन अगर आप चाहती हैं कि स्किन पर निखार बस यूं ही दिखता रहे, तो आज से ही इन आदतों को डेली रूटीन में शामिल कर लें। इस चीज को आप नोटिस कर सकती हैं कि जिसकी स्किन ग्लो कर रही है वो इन आदतों को रूटीन में जरूर रखता है। जान लें वो कौन सी हैबिट्स हैं।हेल्दी डाइटग्लोइंग स्किन चाहिए तो अपनी डाइट में क्लीन, हेल्दी खाने को शामिल करें। जिससे कि डाइजेशन सही रहे और आपको जरूरी न्यूट्रिशन मिलते रहें। ऐसा करने से स्किन हेल्दी बनी रहती है और नेचुरली ग्लो करती है।फिजिकल वर्कग्लोइंग स्किन का राज फिजिकल वर्क में भी छिपा है। अगर आप रोजाना एक्सरसाइज करती हैं या फिजिकली वर्क करती है। जिससे पसीना निकलता है और सारे बॉडी पार्ट्स मूव करते हैं। सारे टॉक्सिंस बाहर निकलते हैं और स्किन पर ग्लो दिखता है।हाइड्रेशन है जरूरीरोजाना शरीर की जरूरत के अनुसार दो से तीन लीटर पानी पीना जरूरी होता है। ये ना केवल बॉडी को हाइड्रेट करता है बल्कि स्किन को भी जरूरी हाइड्रेशन देता है। जिससे स्किन शाइन करती है।डेड स्किन हटाना है जरूरीअगर स्किन बहुत ड्राई नहीं रहती है तो डेड स्किन को रोजाना हटाना जरूरी है। जिससे कि स्किन पर ग्लो नजर आए। धूल-मिट्टी, प्रदूषण, पसीने की वजह से चेहरे पर डेड स्किन जम जाती है।पर्याप्त नींद है जरूरीहेल्दी स्किन का राज पर्याप्त नींद में भी छिपा रहता है। नींद पूरी होने से आंखों के आसपास की स्किन डार्क और लूज नहीं होती। साथ ही पूरे फेस पर ग्लो दिखता है।स्ट्रेस से बचेंचिंता चिता समान है। अगर आपको हर वक्त किसी ना किसी बात की चिंता लगी रहती है तो ये स्किन को भी एजिंग की ओर धकेलता है और आप समय से पहले ही बूढ़ी दिख सकती हैं। इसलिए खुश रहें और स्ट्रेस को ना पालें।
- भले ही भारतीय घरों में हर कोई लौकी खाना पसंद ना करता हो, मगर हफ्ते में एक से दो बार तो इसकी सब्जी बनती ही है। क्योंकि लौकी खाने से कई फायदे होते हैं जैसे कि, कैलोरी कम होने से एक्स्ट्रा फेट जमा नहीं होता है। विटामिन, आयरन, मैग्नीशियम जैसे मिनरल होने से वेट कम करने में भी मदद मिलती है। इसे पचाना आसान होने से कब्ज, गैसे और एसिडिटी की समस्या भी नहीं होती है।अब इतने सारे फायदे होने पर घर की रसोई में लौकी बनना बाजिब भी है। तभी लौकी का रायता, कोफ्ते , हलवा या फिर सांभर में डालने के लिए इसका इस्तेमाल होता है। मगर अच्छा स्वाद लेने के लिए लोग इसे घर पर उगाना भी पसंद करने लगे हैं ताकि उन्हें ताजी लौकी खाने के लिए मिले। ऐसे में हम आपको कुछ आसान टिप्स दे रहे हैं, इनकी मदद से इतनी पैदावार होगी कि मोहल्ले वालों को भी पंचायत के प्रधान की तरह लौकी बांटती पड़ जाएगी।कंटेनर का साइज और पॉटिंग मिक्सलौकी के अच्छी ग्रोथ के लिए 14 इंच के कंटेनर या बड़े आकार के ग्रो बैग में लगाना चाहिए। बीज बोने से पहले कंटेनर में अच्छी गुणवत्ता वाला पॉटिंग मिक्सचर डालना होगा। पॉटिंग मिक्स बनाने के लिए मिट्टी, रेत और गोबर की खाद का इस्तेमाल करें। अब पॉटिंग मिक्स को एक गमले में डालने के बाद पानी छिपड़ दें।
- पारंपरिक परिधान के बिना त्योहार की बात पूरी नहीं होती। और पारंपरिक परिधान जेवर और अन्य एक्सेसरीज के बिना प्रभावी नहीं लगता। पर, इन सबके अलावा एक और चीज आपके पारंपरिक लुक को खास बनाती है और वह है, आपका हेयर स्टाइल। साड़ी, सलवार-सूट या फिर लहंगा के साथ आप हेयर स्टाइल कैसा बनाती हैं, इसका असर इस बात पर पड़ता है कि पूरा लुक कितना प्रभावी लग रहा है। ऐसे में आपकी व्यस्तता चाहे कितनी भी ज्यादा क्यों ना हो, अपने पारंपरिक कपड़े के अनुरूप हेयर स्टाइल बनाने के लिए कुछ वक्त जरूर निकाल लें। अनारकली सूट से लेकर मैक्सी ड्रेस तक और साड़ी से लेकर लहंगा तक को पहनने के बाद हेयर स्टाइल के मामले में आपके पास क्या-क्या हैं विकल्प, आइए जानें:पारंपरिक जूड़ा है ना!पारंपरिक त्योहारी लुक को पूरा करने में जूड़े से बेहतर हेयर स्टाइल कुछ और नहीं हो सकता। जूड़ा ऊंचा बनाने की जगह थोड़ा नीचे की ओर बनाएं। इसे अंग्रेजी में लो बन भी कहते हैं। इसे बनाने के लिए सबसे पहले अपने चेहरे के आकार के मुताबिक मांग निकालें। आप बीच या फिर साइड में भी मांग निकाल सकती हैं। बेहतर होगा कि आप अपने बालों को स्ट्रेट कर लें। अब कंघी करते हुए बालों को पीछे की ओर ले जाएं। फिर बालों को रोल करें और हेयर पिन की मदद से उसे जूड़े का आकार दें। जूड़े पर हेयर स्प्रे कर लें ताकि आपके बाल सेट हो जाएं। इस जूड़े पर बन एक्सटेंशन लगा लें। खूबसूरत जूड़ा तैयार है। आप जूड़े पर गजरा या फिर सुंदर-सी कोई हेयर एक्सेसरीज लगाकर उसकी खूबसूरती को और निखार सकती हैं।कमाल की लगेगी फिशटेल चोटीफिशटेल चोटी के लिए शानदार के अलावा किसी और शब्द का इस्तेमाल नहीं किया जा सका। पर, यह भी सच है कि पहली बार देखकर यह काफी जटिल लग सकती है। पर, एक बार सीखने के बाद इसे बनाना बहुत आसान हो जाता है। फिशटेल चोटी सबसे खूबसूरत हेयर स्टाइल में से एक है, जो न सिर्फ आम लोगों के बीच बल्कि सेलिब्रिटीज के बीच भी काफी लोकप्रिय है। फिशटेल चोटी की खासियत यह भी है कि चाहे आपके बाल छोटे हों या लंबे, आप यह चोटी बना सकती हैं। इतना ही नहीं, फिशटेल चोटी को बालों में कई अलग-अलग तरीकों से बनाया जा सकता है, जिसके कारण आप हर बार एक नया लुक तैयार कर सकती हैं। आप फिशटेल चोटी के अलावा, डबल फिशटेल चोटी, फिशटेल जूड़ा और फिशटेल पोनीटेल भी बना सकती हैं। यह चोटी बनाना आप यूट्यूब ट्यूटोरियल से सीख सकती हैं।साइड वाली चोटीचोटी बनाना तो आप जानती ही होंगी। बस, अपने इसी स्किल का इस्तेमाल त्योहारों पर पारंपरिक लुक को निखारने में करें। खास बात यह है कि इसे बनाना भी बेहद आसान है। इसे बनाने के लिए बालों में कंघी करके उसे सुलझाएं। अपने चेहरे के आकार के अनुरूप मांग निकालें और सारे बालों को कंघी करके एक ओर लाएं और चोटी गूंथ लें। अब उंगलियों की मदद से चोटी को बीच में दबाएं और साइड से बालों को हल्का-हल्का बाहर की ओर खींच लें। हेयर स्टाइल तैयार है। आप चाहें तो चोटी के बीच में छोटे-छोटे फूल भी लगा सकती हैं। यह हेयर स्टाइल आपके पारंपरिक लुक में चार-चांद लगा देगा।सीधे बालों का अनूठा अंदाजआप अपने पसंदीदा पारंपरिक पहनावे के साथ स्टाइलिश सीधे बालों वाला हेयर स्टाइल भी अपना सकती हैं। इसके लिए शैंपू किए हुए बालों को हेयर स्ट्रेटनर की मदद से बिल्कुल सीधा कर लें और पनपसंद मांग निकाल लें। बस, तैयार है आपका हेयरस्टाइल! यह एक बिना झंझट वाला हेयर स्टाइल है, जिसे आप किसी भी पारंपरिक पहनावे के साथ आजमा सकती हैं।न भूलें एक्सेसरीज का साथ1) अपने हेयर स्टाइल को निखारने के लिए आप फैंसी हेयरपिन का इस्तेमाल कर सकती हैं, जिसमें नकली फूल, क्रिस्टल या रंग-बिरंगे स्टोन शामिल होते हैं।2) पारंपरिक लुक लिए अपने बालों में फूल लगाना ना भूलें। बालों को आप चमेली से लेकर गुलाब जैसे फूलों तक से सजा सकती हैं।3) यदि आप अपने बालों को थोड़ा और आकर्षक बनाना चाहती हैं, तो ऐसी लेयर्ड या नॉर्मल चेन का इस्तेमाल करें, जिस पर पेंडेंट हों।4) जूड़ा या चोटी की खूबसूरती को निखारने के लिए आप हेयर ब्रोच का इस्तेमाल भी एक्सेसरीज के रूप में कर सकती हैं। सबसे खास बात यह है कि इसे बालों में लगाना भी बहुत आसान है।
- त्योहारों का सीजन चल रहा है। नवरात्रि में डांडिया, गरबा, दुर्गा पूजा के बाद करवा चौथ। लगातार फेस्टिवल्स की धूम है, ऐसे में महिलाओं को स्किन की चिंता सताने लगती है। चेहरे पर कालापन और डलनेस दिखता है तो उसे दूर करने के लिए आज से ही इस फेस पैक को लगाना शुरू कर दें। ये ना केवल चेहरे के दाग-धब्बों और कालेपन को दूर करेगा। बल्कि फाइन लाइंस और रिंकल को भी कम करेगा। तो जानें कैसे बनाएं असरदार फेस पैक।चेहरे के कालेपन और डलनेस को दूर करने वाला फेस पैकएक चौथाई नींबू का टुकड़ाएक चौथाई टमाटर का टुकड़ाएक चौथाई कच्चे छिले आलू का टुकड़ाएक चुटकी हल्दीएक चम्मच बेसन-सबसे पहले मिक्सर जार में नींबू, टमाटर, कच्चा छिला आलू को पानी डालकर पीस लें।-ध्यान रहे कि इतना ही पानी डालें कि गाढ़ा पेस्ट बनकर तैयार हो जाए।-अब इस तैयार पेस्ट में चुटकीभर हल्दी डालें और ासथ में बेसन डालकर गाढ़ा पेस्ट तैयार कर लें।-चेहरे को पहले गुलाबजल की मदद से पोंछ लें। जिससे कि सारी गंदगी साफ हो जाए।-अब तैयार फेस पैक को लगाएं और सूखने के लिए करीब आधा घंटा छोड़ दें।-जब ये पूरी तरह से सूख जाए तो किसी टॉवेल या टिश्यू पेपर को गीला करके धीरे हाथों से रगड़ते हुए साफ करें।-ऐसा करने से डेड स्किन भी आसानी से निकल जाएंगी।-पूरी तरह से साफ करने के बाद पानी से चेहरा धो लें।-फिर कोई लाइट मॉइश्चराइजर लगा लें।-पहली बार में ही चेहरे पर फेस पैक लगाने के बाद चमक दिखना शुरू हो जाएगी।-त्योहारों के सीजन में लगातार ये इस फेस पैक से चेहरा साफ करने पर डलनेस और कालेपन का निशान मिट जाएगा।
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-सीमा उपाध्याय
शारदीय नवरात्रि महापर्व के दौरान कुछ लोग 9 दिन का ही उपवास करते हैं। ऐसे में फलाहारी खाने को खाया जाता है। वैसे तो लोग कुट्टू के आटे से बनी चीजों को इस व्रत में खाते हैं। लेकिन अगर आपको पूड़ी-पकौड़ी जैसी ऑयली आइटम पसंद नहीं है तो आप कुछ दूसरी डिशेज को ट्राई कर सकते हैं। जिनमें तेल-घी की मात्रा कम या फिर ना के बराबर होती है।1) समा के चावल की पुलाव- समा के चावल व्रत में खाए जाते हैं। इनकी मदद से आप टेस्टी पुलाव तैयार कर सकते हैं। इसे कम घी में बनाया जा सकता है और अच्छी बात ये हैं कि ये डिश फटाफट बनकर तैयार हो जाती है। इसमें आप आलू, टमाटर, लौकी और हरी मिर्ची मिला कर बना सकते हैं।2) साबूदाना खिचड़ी- साबूदाना का खिचड़ी दो तरह से बनाई जाती है। एक गीली और दूसरी सूखी। व्रत में आप गीली खिचड़ी बनाकर खाएं। इसमें आलू, टमाटर, काजू, मखाने और किश्मिश भी मिला सकते हैं। ये व्रत में खाने के लिए एक हेल्दी डिश है।3) इडली- साबूदाना और समा के चावल को मिलाकर आप इडली भी बना सकती हैं। व्रत में कुछ हैवी खाने की क्रेविंग हो तो आप इसे बना सकते हैं।4) व्रत वाला डोसा- व्रत में आप डोसा बना सकते हैं। ये कुट्टू के आटे से बनता है। इसमें आप पनीर की फिलिंग कर सकते हैं।5) आलू की चाट- आलू को सेककर आप इसकी चाट बना सकते हैं। अगर आपको व्रत में चटपटा खाने की क्रेविंग हो तो इसे जरूर ट्राई करें।6) आलू पराठा व्रत वाला- व्रत में आलू के पराठे खाए जा सकते हैं। इसे राजगीरा के आटे से बना सकते हैं।7) मखाना चाट- व्रत में कम ऑयली चीज खानी है तो मखाना चाट बनाएं। इसके लिए मखाने को पहले थोड़े घी में सेक लें और फिर दही के साथ कोटिंग करके व्रत वाली खट्टी मीठी चटनी डालकर सेंधा नमक और भुना जीरा छिड़क कर खाएं।8) सिंघाड़े की कढ़ी- सिंघाड़े की कढ़ी की तरह ही बनती है। बस इसमें बेसन की जगह सिंघाड़े के आटे का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें आप राई का तड़का लगाएं और समा चावल के साथ खाएं।9) मखाना खीर- मखाने की खीर भी व्रत में खाई जा सकती हैं। जब आप व्रत में लो एनर्जी महसूस करें तो इस खीर को बनाकर खाएं। -
-संध्या शर्मा
नवरात्रि में कुछ लोग प्याज खाना भी छोड़ देते हैं। ऐसे में सुबह के समय नाश्ता क्या बनाएं इसे लेकर कंफ्यूजन रहती है। तो आइए, नौ दिन के लिए यहां देखें 9 ऑप्शन1) पोहा- नाश्ते के लिए पोहा एक हेल्दी ऑप्शन माना जाता है। इसे आप खूब सारी सब्जियों के साथ मिलाकर बना सकते हैं। इसके स्वाद को इंहेंस करने के लिए कड़ी पत्ते का इस्तेमाल जरूर करें।2) खिचयू- चावल के आटे से बना खिचयू एक गुजराती डिश है। इसे आप नाश्ते में खा सकते हैं। ये एक हेल्दी डिश है जिसे स्टीम करके बनाया जाता है।3) जवे- कुछ लोगों का मानना होता है कि जवे बिना प्याज के अच्छे नहीं लगते हैं। आप टमाटर, हरी मिर्च, मूंगफली और आलू मिलाकर टेस्टी जवे तैयार कर सकते हैं।4) सूजी ढोकला- सूजी से बना ढोकला भी स्वाद में अच्छा लगता है। इसे बनाना भी काफी आसान है। इसमें राई और कड़ी पत्ते का छोंक लगता है। इसे आप चटनी के साथ खा सकते हैं।5) उपमा- जिन लोगों को पाचन से जुड़ी समस्याएं होती हैं वह सूजी से बने नाश्ते को खा सकते हैं। क्योंकि इसे पचाना काफी आसान होता है। ऐसे में सब्जियों और कुछ मेवों के साथ आप उपमा बना सकते हैं।6) बेसन का ढोकला- स्पॉन्जी और रसदार ढोकला स्वाद में काफी अच्छा लगता है। इसे भी नाश्ते के लिए तैयार किया जा सकता है। स्नैक्स के लिए भी ये अच्छा ऑप्शन है।7) नमकीन दलिया- नमकीन दलिया भी नाश्ते में खा सकते हैं। अगर आप हेल्थ फ्रीक हैं तो इसे खाएं। गाजर, बीन्स, मटर जैसी सब्जियों के साथ आप इसे तैयार कर सकते हैं।8) बेसन चीला- बेसन का चीला एक हेल्दी ऑप्शन है। इस आप पनीर, टमाटर, गाजर, धनिया के साथ मिलाकर तैयार कर सकते हैं।9) आलू सैंडविच- आलू की स्टफिंग तैयार करके सैंडविच बनाएं। इसमें आप एक चीज स्लाइस रखें। इसे केचअप या फिर चटनी के साथ सर्व करें। - -सीमा उपाध्यायत्योहारों और मौसम के बदलने पर अधिकतर लोगों के घर में लड्डू बनाए जाते हैं। कुछ घर तो ऐसे होते हैं जहां पर बेसन के लड्डू हमेशा तैयार रहते हैं। वैसे तो लड्डू बनाना बहुत आसान है। लेकिन कई ऐसे लोग हैं जिन्हें लड्डू बनाने में दिक्कत होती है और लाख कोशिशों के बाद भी परफेक्ट स्वाद और शेप नहीं मिलता। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है, तो यहां जानिए कुछ टिप्स, जिनकी मदद से आप हलवाई जैसे परफेक्ट लड्डू बना पाएंगे।भारी तले की कढ़ाई में भूनेंलड्डू अलग-अलग चीजों से बनाएं जाते हैं। बेसन, आटे या मेवा से बने लड्डू को बनाने का पहला स्टेप उन्हें भूनना होता है। ऐसे में आटे को भूनने के लिए हमेशा भारी तले वाली कढ़ाई का इस्तेमाल करें। ऐसा करने से आटा अच्छे से सिकेगा और जलेगा भी नहीं। हालांकि, इसे मीडियम आंच पर भी भूनें।सही समय पर डालें चीनीलड्डू बनाते समय सही समय पर चीनी डालना बहुत जरूरी होता है। कुछ लोग गर्म आटे में चीनी मिला देते हैं जिसकी वजह से मिक्स पतला हो जाता है और फिर लड्डू बांधने में दिक्कत होती है। इसलिए हमेशा आटे को ठंडा होने दें और फिर चीनी के पाउडर को या तगार को मिलाएं। हालांकि, इसे पूरी तरह से ठंडा नहीं करना है, बल्कि ये गुनगुना होना चाहिए।गुनगुने मिक्स से बनाएं लड्डूअगर आप पूरी तरह से ठंडे मिक्स से लड्डू बनाने का सोच रहे हैं तो ऐसा ना करें। क्योंकि लड्डू को सही शेप देने के लिए मिक्स का गुनगुना होना जरूरी है। जब मिक्स न ज्यादा गर्म-ठंडा हो तो लड्डू बनाएं।मिक्स गीला होने पर मिलाएं मेवाकई बार लड्डू बनाने के लिए जो मिक्स तैयार किया जाता है वह काफी ज्यादा गीला हो जाता है। ऐसे में आप इस मिक्स को सही करने के लिए इसमें ड्राई फ्रूट्स के पाउडर को मिला सकते हैं।
- -संध्या शर्मामौसम चाहें कोई भी हो चिल्ड कोल्ड कॉफी का स्वाद हर टाइम अच्छा लगता है। इसे पीते ही मन फ्रेश हो जाता है। वैसे तो लोग इसे बाजार में जाकर पीते हैं, लेकिन हर बार कैफे में जाकर पीना जेब पर बहुत भारी पड़ सकता है। हालांकि, घर पर बनी कॉफी का स्वाद कैफे जैसा नहीं होता फिर चाहें इसे बनाने के लिए रेस्तरां वाले इनग्रेडिएंट्स का इस्तेमाल ही क्यों न हुआ हो। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो आप कुछ टिप्स को अपना सकते हैं। आइए, जानते हैं परफेक्ट कोल्ड कॉपी बनाने की टिप्स-कैसे बनाएं परफेक्ट कोल्ड कॉफी1) दूध में जमाएं हल्की बर्फकोल्ड कॉफी बनाने के लिए फूल क्रीम दूध का इस्तेमाल करें। इसे यूज करने से पहले इसको फ्रीजर में रखें और इसमें हल्की बर्फ जमने दें। बर्फ जमने के बाद इसका इस्तेंमाल कॉफी बनाने के लिए करें।2) कॉफी को करें बीटकोल्ड कॉफी को टेस्टी बनाने के लिए कॉफी को बीट करें। इसे बीट करने के लिए एक ग्लास में या फिर शेकर में कॉफी पाउडर डालें। फिर स्वाद के मुताबिक चीनी और थोड़ा पानी मिलाएं। अब इसे अच्छे से मिक्स करें, जब तक झाग न बन जाए।3) दूध को करें ब्लेंडजिस दूध को फ्रीज में रखा है उसे ब्लेंडर में डालें और फिर मिल्क क्रीम के साथ इसे मिक्स करें। फिर इसमें कुछ बर्फ के टुकड़े डालकर ब्लेंड करें।4) इस ट्रिक से मिलेगा कैफे वाला टेस्टअगर आपको रेस्त्रां या कैफे वाली कॉफी का स्वाद और थिकने अच्छी लगती है तो आईसक्रीम का इस्तेमाल करें। जब आप दूध को ब्लेंड करें को इसी के साथ आईस्क्रीम भी मिला दें। इससे कॉफी को बाजार जैसी थिकनेस मिलेगी।5) कॉफी और दूध को करें मिक्सकॉफी और दूध को सबसे एंड में मिक्स करें। इसे सिर्फ एक ही बार ब्लेंड करें ताकी झाग जो बने हैं वह बने रहें। ग्लास में डालने से पहले चॉकलेट सिरप से इसे सजाएं और फिर सर्व करें।
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अगर आप चाय पीने के शौकीन हैं और हर दूसरे दिन चाय के अलग-अलग फ्लेवर ट्राई करना पसंद करते हैं तो ये खबर आपके पसंद की हो सकती है। जी हां, सुबह के फ्रेश स्टार्ट से लेकर दिन भर की थकान दूर करने के लिए लोग अकसर दूध वाली चाय, ब्लैक टी, ग्रीन टी, फूलों से बनी चाय जैसे टी के कई फ्लेवर ट्राई करते हैं। लेकिन एक चाय ऐसी भी है, जिसके बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं। जी हां, इस चाय का नाम है लोटस लीफ टी। यह चाय खासतौर पर कमल के पत्तों से तैयार की जाती है। जिससे सेहत को कई गजब के फायदे मिलते हैं। इस चाय में मौजूद विटामिन बी1, विटामिन सी जैसे गुण इसे सेहत के लिए औषधि बनाते हैं। तो आइए जानते हैं कमल के पत्तों से बनी चाय पीने से सेहत को मिलते हैं क्या फायदे और क्या है इसे बनाने का सही तरीका।
कमल के पत्तों से बनी चाय पीने के फायदे
संक्रमण से लड़ने में करें मदद
कई अध्ययनों में यह भी पाया गया कि कमल की पत्तियों में कुछ ऐसे कंपाउंड मौजूद होते हैं, जो संक्रमण का कारण बनने वाले बैक्टीरिया के लिए विषाक्त स्थिति पैदा कर देते हैं। ऐसे में कमल की पत्तियों से बनी चाय पीने से संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है।
डायबिटीज को रखें कंट्रोल
कमल के पत्तों में मौजूद कुछ खास प्राकृतिक तत्व रक्त में शर्करा के बढ़े हुए स्तर को कम करने में प्रभावी रूप से काम कर सकते हैं। कुछ अध्ययनों में यह पाया गया कि जो लोग नियमित रूप से कमल को डाइट में शामिल करते हैं उनमें डायबिटीज के लक्षणों में प्रभावी रूप से कमी देखी गई है।
सूजन व लालिमा दूर करने वाले गुण
कमल की पत्तियों में मौजूद कुछ खास तत्व शरीर की सूजन और लालिमा को दूर करने के गुण रखते हैं। जिनकी मदद से अर्थराइटिस, आईबीडी जैसी स्वास्थ्य समस्या होने पर शरीर की अंदरूनी व बाहरी हिस्सों में होने वाली सूजन को कम किया जा सकता है।
तनाव से राहत
कमल की चाय का सेवन करने से तनाव और चिंता को कम किया जा सकता है। यह तनाव की वजह से मन में पैदा होने वाली घबराहट, हाथ-पैरों का ठंडे होने से बचावा करता है। अगर आपको किसी वजह से तनाव महसूस हो रहा है तो नियमित रूप से कमल की चाय का सेवन करें।
याददाश्त रखें बेहतर
मानसिक स्वास्थ्य को भी अच्छा बनाए रखने के लिए कमल की चाय काफी हेल्दी मानी जाती है। यह आपके माइंड को एक्टिव रखते हुए आपकी याददाश्त को अच्छा बनाए रखने में मदद कर सकती है।
कैसे बनाएं कमल की पत्तियों की चाय
कमल की पत्तियों से चाय बनाने के लिए सबसे पहले कमल की पत्तियों को अच्छी तरह धो लें। अब एक पैन में पानी गर्म करके उसमें कमल की पत्तियों को डालकर अच्छी तरह उबाल लें। अब इस पानी में चाय पत्ती डालकर उबाल आने दें। आपकी कमल की पत्ती की चाय बनकर तैयार है। इसे छानकर पी लें। आप चाहे तो इस चाय में स्वाद जोड़ने के लिए इसमें शहद भी मिला सकते हैं। -
ब्रह्म मुहूर्त में जागने का महत्व हमारे पूर्वज जानते थे। इसे 'creator's hour) यानी रचना करने वाले का समय कहा जाता है। अब नई जनरेशन भी धीरे-धीरे सुबह जल्दी उठने के महत्व को समझ रही है। माना जाता है कि सुबह 4 बजे के आसपास का समय प्रोडक्टिविटी के लिए अच्छा होता है। अगर आप 4 बजे नहीं उठ पा रहे तो सूरज निकलने के करीब डेढ़ घंटे पहले का समय भी ठीक है। सुबह उठकर अगर आप 2 काम कर लेंगे तो आपका पूरा दिन और धीरे-धीरे जिंदगी बेहतर होने लगेगी।
बनें नियम के पक्के
सुबह जल्दी उठने के फायदे हमें बचपन से गिनवाए जा रहे हैं। अगर ज्यादातर सफल लोगों की दिनचर्या देखेंगे तो वे सुबह जल्दी उठते हैं और डिसिप्लिन के पक्के होते हैं। आप सुबह उठने का मन बना चुके हैं तो मॉर्निंग रूटीन में 30 मिनट प्राणायाम और 30 मिनट ब्रिस्क वॉक को जरूर शामिल करें।
करें प्रणव प्राणायाम
सुबह के वक्त प्रदूषण नहीं होता और इस वक्त अगर आप प्राणायाम करेंगे तो आपको शुद्ध हवा और ऑक्सीजन मिलेगी। आप अनुलोम-विलोम, भ्रस्तिका, भ्रामरी और प्रणव प्राणायाम कर सकते हैं। इनके अलग-अलग फायदे हैं। प्रणव प्राणायाम को शरीर की बीमारियां हरने वाला प्राणायाम भी माना जाता है। इसमें समाधि की अवस्था में जाकर ओम की ध्वनि पर फोकस करना होता है। सिंपल तरह से इसे करने के लिए गहरी सांस लें और सांस छोड़ते वक्त अ-उ-ओ-म (ओम) बोलें। आपको आंखें बंद रखनी हैं इस ओम को शरीर के अंदर महसूस करना है। यह आपके तनाव को कम करके अच्छे दिन की शुरुआत करने का बेहतरीन तरीका है। प्रणव प्राणायाम से आप गहरी सांस लेने के साथ मंत्र का उच्चारण करेंगे जो कि आपके पूरे सिस्टम को पॉजिटिव वाइब्रेशंस देने के साथ शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाता है।
ब्रिस्क वॉक
स्वस्थ और लंबी उम्र चाहते हैं तो वॉक करना जीवनभर जारी रखें। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि 80 साल तक के लोग ब्रिस्क वॉक कर सकते हैं। बशर्ते उन्हें जोड़ों, सांस या दिल की बीमारी न हो। 80 के बाद नॉर्मल स्पीड से टहलें। अगर ब्रिस्क वॉक में दिक्कत है तो मॉर्निंग वॉक को दिनचर्या में जरूर रखें। ब्रिस्क वॉक में आप एक मिनट में 100 से ज्यादा कदम चलें। टहलन को आदत में डालें और जितने बार भी कुछ खाएं 100 कदम चलने की आदत डालें। -
-सीमा उपाध्याय
साउथ इंडियन डिश खाने के शौकीन लोग ब्रेकफास्ट में इडली खाना पसंद करते हैं। नाश्ते या फिर दिन के खाने में इडली काफी अच्छी लगती है। जो इडली रेस्तरां में मिलती है वह काफी सॉफ्ट होती है। वहीं घर में बनाने पर ये थोड़ी सख्त हो जाती हैं। ऐसे में अगर आप मुलायम इडली बनाना चाहते हैं तो यहां दी गई कुछ सिंपल टिप्स को अपनाकर बनाएं।
1/मुलायम इडली बनाने के लिए इसका घोल तैयार करते वक्त कभी भी बासमती चावल का इस्तेमाल नहीं करें। बेहतर होगा कि आप इसके लिए इडली राइस या पारबॉइल्ड राइस (उसना चावल) का उपयोग करें। मध्यम या छोटे दाने वाले चावल घोल बनाने के लिए इस्तेमाल करें।
2/ इडली का घोल तैयार करते वक्त चावल और धुली उड़द दाल के अनुपात का भी खास ध्यान रखें। हर दो कप चावल के लिए एक कप दाल का इस्तेमाल करें। बेहतर परिणाम चाहती हैं तो उसके लिए फ्रेश दाल का ही इस्तेमाल करें।
3/ भिगोए हुए चावल-दाल को पीसने के लिए फूड प्रोसेसर की जगह वेट ग्राइडंर को इस्तेमाल करें। दाल-चावल को पीसने के लिए उसमें ठंडा पानी डालें। ठंडा पानी इसलिए इस्तेमाल करना चाहिए ताकि पीसते वक्त मिश्रण गर्म न हो। घोल या तो ठंडा या फिर कमरे के सामान्य तापमान पर होना चाहिए।
4/ इडली को मुलायम बनाने में मेथी दाना आपकी काफी मदद कर सकता है। चावल और दाल के साथ डेढ़ से दो चम्मच मेथी दाना को भी भिगोएं और फिर उसे पीस दें। इडली ना सिर्फ मुलायम बनेगी बल्कि उसका स्वाद भी निखरेगा।
5/ मुलायम इडली बनाने के लिए सामग्री को पीसने के बाद उसे हाथों से पांच मिनट तक फेंटें और फिर फर्मेंट होने के लिए छोड़ दें। मिश्रण को फेंटने से उसमें पर्याप्त हवा जाती है, जिससे इडली को मुलायम होने में मदद मिलती है। फर्मेंटेशन के लिए प्लास्टिक या एयरटाइट बरतन का इस्तेमाल ना करें। -
-संध्या शर्मा
शाम के समय आपको किसी एसे स्नेक्स की जरूरत होती है जो झटपट बन जाय और स्वादिष्ट भी हो. आज शाम वेज कटलेट बना कर देखिये.
आवश्यक सामग्री -
आलू- 250 से 300 ग्राम (4 मीडियम आकार के)
शिमला मिर्च - 1 (बारीक कटा हुआ)
फूलगोभी - 1/2 कप (बारीक कटा हुआ)
बंदगोभी - 1/2 कप (बारीक कटा हुआ)
गाजर - 1/2 कप (कद्दूकस किया हुआ)
मैदा - 2 टेबल स्पून
काली मिर्च पाउडर - ¼ छोटी चम्मच से कम
अमचूर पाउडर - ¼ छोटी चम्मच
धनिया पाउडर - 1 छोटी चम्मच
अदरक - 1 इंच टुकड़ा (कद्दूकस किया हुआ) या 1 छोटी चम्मच पेस्ट
हरी मिर्च - 1-2 (बारीक कटी हुई)
नमक - 1 छोटी चम्मच या स्वादानुसार
लाल मिर्च पाउडर - ¼ छोटी चम्मच से कम
हरा धनिया - 2 टेबल स्पून (बारीक कटा हुआ)
ब्रेड स्लाइस - 6
तेल - कटलेट्स तलने के लिए
विधि ---
आलू छील लीजिये. छिले हुये आलू को हाथ से बारीक तोड़ लीजिये.
ब्रैड को तोड़कर मिक्सर जार में डालकर पीसकर चूरा बना लीजिए.
बारीक तोड़े हुए आलू में गाजर, फूलगोभी, बंदगोभी, शिमला मिर्च, हरी मिर्च, अदरक का पेस्ट, धनिया पाउडर, अमचूर, लाल मिर्च पाउडर डाल दीजिए. साथ ही 1/4 छोटी चम्मच नमक मैदा के घोल में डालने के लिए बचाकर बाकी नमक इसमें डाल दीजिए. 3 ब्रेड का चूरा इस मिश्रण में डालकर सारी चीजों को अच्छे से मिला लीजिए. इसमें हरा धनिया भी डालकर मिक्स कर दीजिए. मिश्रण तैयार है.
मैदा का घोल बनाने के लिए मैदा में थोड़ा-थोड़ा पानी डालकर गुठलियां खत्म होने तक पतला घोल बना लीजिए. इसमें तकरीबन 1/4 कप पानी डल जाएगा. घोल में काली मिर्च और बचा हुआ नमक डालकर मिला दीजिये.
पिठ्ठी से उंगलियों की सहायता से थोड़ी सी पिठ्ठी निकालिये, हाथ से दबाकर, गोल या ओवल आकार देकर कटलेट तैयार कीजिये, इस कटलेट को मैदा के घोल में डुबाकर निकालिये और फिर ब्रेड के चूरा में अच्छी तरह लपेटिये. सारे कटलेट इसी तरह बनाकर तैयार करके, प्लेट में रख लीजिये.
कढ़ाही में तेल डालकर गरम कीजिये. तेल गरम हुआ है या नही इसे चैक करने के लिए जरा सा कटलेट का टुकड़ा डालकर देखिए, तेल गरम है तो यह जल्दी से ऊपर उठकर आ जाता है. गरम तेल में 3-4 कटलेट एक एक करके डालिये और तलिये. जब कटलेट दोनों ओर से ब्राउन हो जाय तो, प्लेट में पेपर टावल बिछा कर तले हुये कटलेट कढ़ाही से निकाल कर उस पर रखिये. सारे कटलेट इसी तरह तैयार कर लीजिये.
गरमा गरम कुरकुरे वेज कटलेट तैयार हैं. वेज कटलेट हरे धनिये की चटनी या टमेटो सास के साथ परोसिये और खाइये.
सुझाव
आप चाहे तो आलू को तोड़ने की जगह कद्दूकस भी कर सकते हैं.
आप अपनी पसंद के अनुसार सब्जियां डाल सकते हैं. जो सब्जी पसंद हो, उसे ज्यादा डाल सकते हैं और जो नापसंद हो, तो हटा भी सकते हैं.
आप चाहे तो ब्रेड का चूरा बनाने के बदले ब्रेड को पानी में भिगोकर निचोड़कर भी मिश्रण में मिला सकते हैं.
ब्रेड का चूरा मिश्रण को बाइन्ड करने के लिए डाला जाता है. इससे कटलेट्स तलने पर फटते नही है.
वेज कटलेट्स को कम गरम तेल में ना डालें, यह फट सकते हैं या फिर ज्यादा तेल सोख सकते हैं.
आप अधिक तेल खाना नहीं चाहते हो तो कटलेट्स को शैलो फ्राय भी कर सकते है. इसके लिए तवे पर थोड़ा सा तेल डालकर कटलेट्स को उस पर लगा दें, तेल को चारों तरफ फैला दें और धीमी आग पर दोनों ओर से ब्राउन होने तक सेक लीजिए. -
पौधे हर जगह की खूबसूरती को बढ़ाने का काम करते हैं। ये ना सिर्फ देखने में बेहद अट्रैक्टिव लगते हैं बल्कि हेल्थ के प्वाइंट ऑफ व्यू से भी काफी फायदेमंद होते हैं। घर में पौधे लगाने से घर का माहौल काफी फ्रेश और रिफ्रेशिंग बना रहता है। यही वजह है कि आजकल लोगों में प्लांट्स लगाने का क्रेज काफी बढ़ा है। घर की बालकनी हो या टेरेस, बेडरूम हो या ड्राइंग रूम, बच्चों का स्टडी रूम हो या फिर किचन, हर जगह के अकॉर्डिंग प्लांट्स लगाना लोगों का शौक बन गया है। आज हम आपको कुछ ऐसे प्लांट्स बताने वाले हैं जिन्हें आप अपने घर की खिड़कियों के पास लगा सकते हैं। ये प्लांट्स आपके घर को विंटेज लुक तो देंगे ही साथ में फ्रेश हवा भी घर के अंदर एंटर होगी।
जेब्रा कैक्टस से विंडो को दें विंटेज लुक
जेब्रा कैक्टस की पत्तियां बहुत ही अनोखी और खूबसूरत होती हैं। यह एक तरह का इंडोर प्लांट है, जिसे उगाने के लिए ज्यादा धूप या ज्यादा पानी की जरूरत भी नहीं पड़ती है। यह पौधा आसानी से ग्रो करता है और दिखने में भी बहुत खूबसूरत लगता है। कम देखरेख में आसानी से ग्रो हो जाने वाला ये पौधा आपके घर की विंडो को काफी क्लासी और विंटेज लुक देगा।
डेकोरेशन के साथ सेहत का ख्याल रखेंगे माइक्रोग्रीन्स प्लांट
घर की जिन खिड़कियों पर धूप ज्यादा पड़ती है, उनको माइक्रोग्रीन्स प्लांट से सजाया जा सकता है। ये छोटे-छोटे प्लांट्स काफी आसानी से ग्रो हो जाते हैं और देखने में भी बेहद खूबसूरत लगते हैं। माइक्रोग्रीन्स सेहत के लिहाज से भी काफी अच्छे होते हैं। ऐसे में आप चाहें तो घर की खिड़कियों को सजाने के साथ अपनी सेहत के लिए भी इनका इस्तेमाल कर सकते हैं।
खिड़कियों पर लगाएं हर्ब्स
घर की खिड़कियों पर हर्ब्स भी उगाएं जा सकते हैं। किसी भी कमरे में खिड़की या दरवाजे से होकर ही हवा अंदर आती है। हर्ब्स प्लांट्स जैसे-तुलसी, पुदीना, रोजमेरी आदि हवा को शुद्ध करने का काम करते हैं। ऐसे में इन प्लांट्स को जब विंडो पर लगाया जाता है तो इनसे गुजर कर आने वाली हवा भी फ्रेश हो जाती है। इससे विंडो की खूबसूरती तो बढ़ती ही है, इसके साथ ही कमरे का वातावरण भी अच्छा हो जाता है। इसे रसोई में भी इनका इस्तेमाल किया जा सकता है।
खूबसूरत लुक के लिए लगाएं फूलों वाले प्लांट्स
अगर आप विंडो की खूबसूरती को बढ़ाने के लिए बेस्ट प्लांट्स खोज रहे हैं तो फूलों वाले पौधों से बेहतर भला क्या होगा। हायसिंथ, डैफोडिल्स, जेरेनियम, साइक्लैमेन, कुछ ऐसे प्लांट्स हैं, जिन्हें आसानी से लगाया जा सकता है। इनमें से निकलने वाले खूबसूरत फूलों से किसी भी जगह की सुंदरता बढ़ जाती है। इन पौधों से आप घर के विंडो की डेकोरेशन कर सकते हैं। ये आपकी विंडो को बहुत ही विंटेज लुक देंगे।
- -संध्या शर्माआप काला चना पुलाव बना सकते हैं। स्वाद के साथ यह रेसिपी हेल्थ के लिए भी बहुत अच्छी होती है। काले चने में कैलोरी, शुगर, फैट, प्रोटीन, सोडियम, कार्ब्स और फाइबर होता है, जो बालों के फाॅलिकल्स को मजबूत बनाकर उनका झड़ना कम करता है। इसके अलावा यह विटामिन्स और खनिजों तत्वों का भी खजाना है। जिन लोगों को ब्लड प्रेशर की प्रॉब्लम होती हैं, उन लोगों को चने को डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए। इसके अलावा वेट लॉस के साथ डाइजेशन को बेहतर रखने में भी काले चने बहुत फायदेमंद है।काले चने बनाने की सामग्री-2 कप चावल पके हुए2 टेबलस्पून नींबू का रस1 कप काला चना पका हुआ1 टीस्पून गरम मसाला2 टमाटर2 प्याज2 मिर्च1 टीस्पून लाल मिर्च पाउडर1 टीस्पून जीरानमक स्वादानुसारतेलपानीकाले चने पुलाव बनाने की विधि-इसे बनाने के लिए आपको एक पैन में ऑयल गरम करना है। अब इसमें जीरा और मिर्च डालें. अब कटे हुए प्याज डालें। इसे गोल्डन ब्राउन होने तक तल लें। इसके बाद टमाटर डालकर 2 मिनट तक पकाएं। अब इसमें गरम मसाला, लाल मिर्च पाउडर और नमक डाल लें। जब मसाले अच्छी तरह पक जाएं, तो इसमें काले चने डाल लें। इसे दो मिनट पकाने के बाद चावल डाल दें। अब इसे भी 2-3 मिनट पकाने के बाद सभी मसालों को इसमें मिलने दें। आखिरी में नींबू का रस डालकर गैस ऑफ कर लें। काला चना पुलाव तैयार हो जाएगा।
- -सीमा उपाध्यायबारिश में कुछ चटपटा खाने का मन हो रहा हो तो आलू- भिंडी मसाला सब्जी ट्राई कर सकते हैं। इसके लिए आपको लेना होगा- भिंडी- 3 कप ( 1/2 इंच के टुकड़े में कटी हुई), आलू- 1 कप (कटा हुआ), नमक- स्वादानुसार, तेल- 3 बड़े चम्मच, जीरा- 1 छोटा चम्मच, प्याज़- 1/2 कप (बारीक कटा हुआ), अदरक का पेस्ट- 1/2 छोटा चम्मच (किसी हुई), लहसुन पेस्ट- 1/2 छोटा चम्मच, टमाटर- 1/2 कप (बारीक कटा या प्यूरी), हल्दी पाउडर- 1/2 छोटा चम्मच, धनिया पाउडर- 1 छोटा चम्मच, लाल मिर्च पाउडर- 1 छोटा चम्मच, गरम मसाला पाउडर- 1/2 छोटा चम्मच, अमचूर पाउडर- 1/4 छोटा चम्मच।ऐसे बनाएंपैन में एक बड़ा चम्मच तेल मध्यम आंच पर गर्म करें। इसमें भिंडी और थोड़ा-सा नमक डालकर भूनें। बीच-बीच में चलाते रहें। जब भिंडी का रंग गहरा हो जाए और ये पक जाए तो प्लेट में निकाल लें। इसी पैन में एक बड़ा चम्मच तेल गर्म करें। इसमें आलू और थोड़ा-सा नमक डालकर पकने तक भूनें। इसे भिंडी की प्लेट में निकाल लें। अब इसी पैन में एक बड़ा चम्मच तेल गर्म करके जीरा तड़काएं। इसमें प्याज़ डालकर सुनहरा भूरा होने तक भूनें। अदरक और लहसुन का पेस्ट डालकर भूनें। टमाटर मिलाकर पकाएं। हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर, अमचूर और गरम मसाला पाउडर मिलाकर तीस से चालीस मिनट तक पकाएं। जब यह तेल छोडऩे लगे तो इसमें भिंडी और आलू मिलाकर तीन-चार मिनट तक पकाएं। तैयार भिंडी-आलू की सब्जी को रोटी या पराठे के साथ परोसें।
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-संध्या शर्मा
रोज की भागदौड़ में अक्सर महिलाएं कुछ शॉर्टकट खोजती रहती हैं। जो ना केवल उनके पैसे की बचत करे बल्कि समय भी बचाए। बारिश के मौसम में टमाटर जल्दी से सड़ जाते हैं। सब्जी हो या दाल टमाटर को पकने में भी टाइम लगता है। तो आपके हर प्रॉब्लम का सॉल्यूशन है टमाटर प्यूरी। जिसे स्टोर करने का ये कमाल का तरीका आपकी कुकिंग को बिल्कुल आसान बना देगा बल्कि पैसे की भी बचत करेगा। तो चलिए जानें कैसे बनेगी ये टमाटर की प्यूरी।खास ट्रिक एंड टिप्स-टमाटर की प्यूरी बनाने के लिए जरूरत है आठ से दस या उससे भी ज्यादा टमाटर की। आपको जितनी प्यूरी बनाने की है उसी हिसाब से टमाटर लें।-अब इन सारे टमाटरों को कट कर लें और मिक्सी के जा में डालकर अच्छी तरह से पीस लें। ध्यान रहे कि टमाटर में पर्याप्त मात्रा में पानी होता है। इसलिए अलग से पानी डालने की जरूरत नही है। सारे टमाटर को पीस लें।-अब एक छन्नी की मदद से इसे छान लें। जिससे कि टमाटर पूरी तरह से छन जाए। केवल टमाटर का छिलका और सीड्स ही छन्नी में बचे।-पैन में इस छने हुए प्यूरी को डालें और साथ में नमक डाल दें।-अच्छी तरह से तब तक पकाएं जब तक कि ये पूरी गाढ़ी ना हो जाए।-बस अब ठंडा हो जाने दें। जब रूम टेंपरेचर पर आ जाए तो प्यूरी को बर्फ के मोल्ड में पलटकर डीप फ्रीज कर लें।-टमाटर की प्यूरी से तैयार आइस क्यूब को आप लंबे समय तक रख सकती हैं।-बस जैसे ही सब्जी बनानी हो तो इसे डालें और तैयार है टेस्टी सब्जी।-जब टमाटर काफी महंगे हो तो इस तरह से बनाकर रखी प्यूरी आपके रोज के खाने को टेस्टी और सरल बना सकती है। -
-सीमा उपाध्याय
भारत में त्योहार का अपना अलग महत्व होता है। रक्षाबंधन का त्योहार इस साल 19 अगस्त को मनाया जाएगा। ये दिन भाई-बहन के लिए काफी खास होता है। इस दिन बहन अपने भाई को राखी बांधती है। माना जाता है कि ये एक तरह का रक्षा सूत्र होता है। इस दिन बहन अपने भाई को खास होने का एहसास कराने के लिए काफी कुछ करती है। इस मौके पर वह सुंदर से सुंदर राखी ढूंढने से लेकर भाई के पसंद की मिठाई उन्हें खिलाती हैं। वहीं बहन अपने भाई को गिफ्ट भी देती है। इस रक्षाबंधन अगर आप अपने भाई को मीठाई की जगह कुछ अलग देना चाहती हैं तो उन्हें खुद बनाई चॉकलेट गिफ्ट में दे सकती हैं। यहां सीखिए नट्स से बनी चॉकलेट बनाने का तरीका। ये घर पर आसानी से बनाई जा सकती हैं। आप इन्हें अपने भाई को गिफ्ट में दे सकती हैं या फिर घर पर उनका मुंह मीठा करने के लिए भी बना सकती हैं।चॉकलेट बनाने के लिए मोल्ड--चॉकलेट बनाने के लिए सबसे पहले जो भी मोल्ड आपको पसंद हैं उसे लें और मक्खन से चिकना कर लें। फिर अलग रख दें। अब चॉकलेट को डबल बॉयलर तरीके से पिघलाएं। आप माइक्रोवेव में भी इसे पिघला सकते हैं। पिघलने के बाद आप अपने सभी मेवे और सूखे मेवे काट लें। इसे चॉकलेट में डालें और अच्छी तरह मिलाएं। इसमें से एक चम्मच लेकर अपने तैयार सांचे में भरकर 1 घंटे के लिए डीप फ्रीज में रख दें। फिर निकालें और चॉकलेट रैपिंग पेपर में रैप करें। चॉकलेट को एक बॉक्स में रखें और भाई को गिफ्ट करें। चाहें तो डार्क चॉकलेट की जगह व्हाइट चॉकलेट का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। - घर में रहने वाली महिलाएं अक्सर खुद को वर्किंग वुमन से कमतर समझती हैं। उन्हें लगता है हर दिन वर्किंग वुमन को सजने-संवरने का मौका मिलता है लेकिन ऐसा नही है। घर में रहने वाली महिलाएं भी स्टाइलिश दिख सकती हैं। दरअसल, घरेलू महिलाएं अपने कपड़े पहनने से लेकर सजने-संवरने के मामले में काफी ओल्ड फैशन ट्रेंड को फॉलो करती हैं। जिसकी वजह से वो ट्रेंडी और स्टाइलिश नहीं दिखती लेकिन अगर इन 4 स्टाइल टिप्स को फॉलो करेंगी तो हर दिन स्टाइलिश दिखेंगी। तो चलिए जानें क्या है वो टिप्स।कपड़ों के पैटर्न पर दें ध्यानहाउसवाइफ हैं तो क्या हुआ आप हमेशा बोरिंग कलर और पैटर्न के कपड़े ना पहनें। घर में पहनने के लिए भी ब्राइट कलर, बोल्ड प्रिंट्स या पैटर्न को चुनें। इससे आप ज्यादा ट्रेंडी लुक पा सकती हैं। साथ ही इन वाइब्रेंट कलर का असर मूड और फेस पर भी होता है और आप ज्यादा खुश, खूबसूरत दिखेंगी।इस तरह पहनें कंफर्टेबल कपड़ेघर में काम के दौरान होने वाली परेशानी से बचने के लिए अगर आप कंफर्टेबल कपड़े जैसे नाइट सूट या नाइटी पहनती हैं तो इस आदत को छोड़ दें। बल्कि आजकल कई तरह के कंफर्टेबल कपड़े मार्केट में मिलते हैं, उन्हें पहनने पर फोकस करें। जैसे कफ्तान ड्रेस या कुर्ता, को-आर्ड सेट। इसमें भी तरह-तरह की डिजाइन आती है। जिसे आप खुद के कंफर्ट के हिसाब से चुन सकती हैं। इन कपड़ों को घर में पहनना शुरू कर देंगी तो कम एफर्ट में हमेशा स्टाइलिश दिखेंगी। साथ ही हसबैंड भी इंप्रेस रहेंगे आपसे।अच्छे एप्रेन पर पैसे इन्वेस्ट करें और किचन के डोर पर ही रखें। घर के कामों के दौरान एप्रेन जरूर पहनें। इससे आपके रेगुलर वाले कपड़े दाग-धब्बे और ज्यादा गंदे होने से बचेंगे। साथ ही कपड़ों से आने वाली मसाले, तेल और फूड की महक नहीं आएगी। और आप खुद की महक से महकेंगी।एक्सेसरीज और जरूरी मेकअप प्रोडक्टहर दिन पहनने के लिए कुछ खूबसूरत ज्वैलरी जरूर रखें। नेकपीस, ईयररिंग्स, रिंग, चूड़ियां, कंगन, जो भी कुछ आपको पसंद है। जरूर बदल-बदल कर पहनें। इसके साथ ही ब्राइट या डार्क शेड की लिपस्टिक और हल्का सा गालों पर ब्लश जरूर लगाएं। ये दो मेकअप प्रोडक्ट आपके पूरे लुक को बदल देंगे और कितनी भी थकान के बाद जब आप शीशे के सामने खड़ी होंगी तो खुद की खूबसूरती को देख सारी थकान दूर हो जाएगी।
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-सीमा उपाध्याय
कई बार ऐसा होता है कि घर पर अचानक मेहमान आ जाते हैं, ऐसे में समझ नहीं आता कि उन्हें नाश्ते में क्या परोसा जाए। वैसे तो हर समय बाजार में कुछ ना कुछ आपको मिल ही जाता है लेकिन बहुत से लोग ऐसे होते हैं जो बाजार का बना नाश्ता करना पसंद नहीं करते। बहुत से लोग तो अपने मेहमानों को रेडीमेड मिलने वाला नाश्ता की बजाय घर पर कुछ बनाकर खिलाना पसंद करते हैं।अगर आप भी उन लोगों में से हैं, जिन्हें खाना और खिलाना काफी पसंद है तो ये लेख आपके लिए है। इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे स्नैक्स आइटम्स के बारे में बताएंगे, जिन्हें बनाना काफी आसान है। इन पकवानों को बनाकर आप अपने मेहमानों का दिल जीत सकती हैं। ये ऐसे स्नैक्स हैं जो बड़ों से लेकर बच्चों तक को पसंद आते हैं। तो चलिए देर न करते हुए आपको भी इन स्नैक्स के बारे में बताते हैं।कटलेटआलू के कटलेट खाने में काफी स्वादिष्ट लगते हैं। इसे सूजी या फिर ब्रेड क्रम्स में लपेट कर जब आप सेकेंगे तो ये और भी ज्यादा कुरकुरे बनेंने। चाय के साथ आप इसे परोस सकती हैं।स्प्रिंग रोलबाजार में स्प्रिंग रोल की शीट बनी बनाई मिल जाती हैं। इन शीट से आप तत्काल स्प्रिंग रोल तैयार कर सकती हैं। अगर आपके पास ज्यादा वक्त है तो सब्जियों की जगह आप इसमें नूडल्स बनाकर भर सकती हैं।वेज सैंडविचझटपट बनने वाली चीजों में वेज सैंडविच काफी सही विकल्प है। अगर आपका मन है तो आप इसे सेक भी सकती हैं। वरना ये मेयोनीज वाली सैंडविच खाने बिना सिके भी खाने में स्वादिष्ट लगती है।क्रिस्पी कॉर्नजिनके घर में बच्चे होते हैं, उनके घर में आपको कॉर्न मिल जाएंगे। ऐसे में जब कोई मेहमान आपके घर अचानक आ गया है तो आप उसे क्रिस्पी कॉर्न बनाकर खिला सकती हैं। कोल्ड ड्रिंक के साथ अगर आप इसे परोसेंगी तो लोग आपकी तारीफ जरूर करें। -
मानसून में मौसम में बदलाव के साथ सर्दी-जुकाम और फ्लू के लक्षण बढ़ गए हैं। मानसून में अगर आप भी किसी खास तरह की परेशानी से जूझ रहे हैं और बार-बार बीमार पड़ रहे हैं, तो इससे बचाव करने में अदरक के लड्डू आपकी मदद कर सकते हैं। अदरक के लड्डूओं में प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो इम्यूनिटी को मजबूत बनाकर बीमारियों का खतरा कम करते हैं। आज इस लेख के माध्यम से हम आपको बताने जा रहे हैं अदरक के लड्डूओं की रेसिपी और इसके फायदों के बारे में।
अदरक के लड्डू की रेसिपीसामग्री-ताजा अदरक- आधा किलोइलायची- 2 से 3 पीसड्राई फ्रूट्स- 1 बड़ा बाउलकोकोनट गुड़- 2 बाउलघी- 1 कटोरीअदरक के लड्डू बनाने का तरीका- सबसे पहले अदरक को छीलकर उसे कद्दूकस करके एक बड़े बाउल में निकालकर रख लें।- अब चूल्हे पर कहाड़ी को गर्म करके उसमें कद्दूकस किए हुए अदरक को अच्छे से भून लें।- अदरक को हल्का ब्राउन रंग का भूनने के बाद इसे एक बड़े बाउल में निकालकर ठंडा करें।- अब गर्म कड़ाही में घी को गर्म करके भुना हुआ अदरक और कोकोनट शुगर डालकर मिलाएं।- इस मिश्रण में कटे हुए ड्राई फ्रूट्स और इलायची को डालकर अच्छे से भून लें।- सभी चीजों को एक साथ मिलाने के बाद इसमें पानी की छींटे डालकर लड्डू का मिश्रण तैयार करें।- फिर हाथ में हल्का-हल्का घी लगाकर लड्डू बांध लें। इसके बाद इस लड्डू को एक एयरटाइट कंटेनर में स्टोर कर लें।कब करें अदरक के लड्डू का सेवनअदरक के लड्डूओं की तासीर गर्म होती है, इसलिए दिन में 2 पीस से ज्यादा इसका सेवन न करें। आप सुबह नाश्ते में दूध के साथ इन लड्डूओं का सेवन कर सकते हैं। अगर आप सुबह अदरक के लड्डू नहीं खाना चाहते हैं, रात को सोने से 2 घंटे पहले दूध के साथ खा सकते हैं। मानसून के दौरान होने वाली सर्दी, खांसी और गले की खराश से राहत पाने के लिए भी आप अदरक के लड्डूओं का सेवन कर सकते हैं।अदरक के लड्डू खाने के फायदेअदरक में एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटी इंफ्लेटेरी और एंटीफंगल जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। आइए जानते हैं अदरक के लड्डू खाने के फायदों के बारे में।अदरक में पाए जाने वाले पोषक तत्व मानसून में शरीर को अंदर से गर्म रखते हैं, जिसकी वजह से मानसून में होने वाली बीमारियों का खतरा कम होता है। अदरक में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स बारिश के दिनों में होने वाली सर्दी, खांसी और जुकाम की समस्या से राहत दिलाते हैं। बारिश में भीगने के कारण जिन लोगों को गले की खराश की समस्या होती है, उनके लिए भी अदरक के लड्डू काफी फायदेमंद होते हैं।अदरक में मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी गुण बारिश के दिनों में होने वाली जोड़ों के दर्द से भी राहत दिलाने में मददगार होते हैं। रोजाना 1 अदरक का लड्डू खाने से जोड़ों के दर्द से राहत मिलती है। -
- संध्या शर्मा
मखाने की चर्चा होते ही मन में यह खयाल आता है कि यह तो सर्दियों में खाया जाने वाला ड्राई फ्रूट है। पर, ऐसा है नहीं। कुछ मेवे ठंडी तासीर वाले होते हैं, जिनमें से एक मखाना भी है। मखाना, जिसे अंग्रेजी में फॉक्स नट या लोटस सीड के नाम से भी जाना जाता है। मखाना एक ऐसा मेवा है जिसका इस्तेमाल धार्मिक पर्वों में व उपवास के दौरान खाने के लिए किया जाता है। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक यह सभी को पसंद आता है, भले ही कुछ को नमकीन तो कुछ को मीठा। मुझे तो गुड़ में पगे मखाने बहुत अच्छे लगते हैं। इसके सेवन से पेट को ठंडक मिलती है।
गर्मी के मौसम में लू और डिहाइड्रेशन की समस्या होना आम है। इसके साथ कमजोरी और थकावट भी अधिकांश लोगों पर हावी रहती है। गर्मी की इन समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए अधिकांश लोग शेक और जूस आदि की ओर रुख करते हैं। पर, शरीर की खोई ऊर्जा की भरपाई करने के लिए सेहतमंद चीजों का सेवन करना चाहिए। उसी श्रृंखला में एक नाम है, मखाना। इसमें मौजूद पोषक तत्वों के कारण इसे सुपर फूड भी कहा जाता है। अधिकांश लोग इसको एक सुपर हेल्दी स्नैक्स की तरह खाते हैं क्योंकि इसमें जरूरी पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। साथ ही वीगन और शाकाहारी लोगों के लिए पोषक तत्वों से भरपूरा मखाना एक अच्छा विकल्प है।
कैसा होता है मखाना?
मखाना गोल, छोटा और मोती जैसे सफेद होते हैं। इसकी बनावट चिकनी होती है। बनावट के साथ-साथ उनके आकार के आधार पर मैं इन्हें तीन भागों में वर्गीकृत करती हूं: पहले टाइप का मखाना साबुत, गोल और आकार में थोड़ा बड़ा होते हैं। दूसरे टाइप के मखाने आकार में थोड़े छोटे होते हैं, जिनमें काले छिलके ज्यादा दिखाई देते हैं। तीसरे प्रकार के मकान को ठुर्री मखाना कहते हैं क्योंकि यह बहुत छोटे व सस्ते होते हैं, पर कुछ लोग इनका इस्तेमाल खीर बनाने के लिए करते हैं। ज्यादातर घरों में मखाने का सेवन नाश्ते के रूप में ही किया जाता है। आइए जानें मैं इनका उपयोग अपनी प्रतिदिन की डाइट में कैसे करती हूं:
1 मैं मखाना का प्रयोग अपने भोजन में तीन तरह से करती हूं-पहला कच्चे रूप में, दूसरा भुने और तीसरा पाउडर बनाकर।
2 मखाने से काला छिलका हटाकर मखाने को दो टुकड़ों में करती हूं और फिर पानी में भिगोकर धोकर पंचामृत में डालती हूं ।
3 कच्चे मखानों को साफ करके दो टुकड़े करके एक चम्मच घी में जीरा, राई का तड़का लगाकर ऐसे ही डाल देती हूं। फिर सेंकती हूं। ऊपर से प्याज, टमाटर और खीरा का कचूंबर बनाकर इस मखाने में मिलाती हूं। स्वादिष्ट नाश्ता तैयार है।
4 एक चम्मच घी में 10-12 मिनट धीमी गैस पर क्रिस्पी होने तक मखाने को भूनती हूं। फिर नमक, काली मिर्च, चाट मसाला आदि डालकर ठंडा करके एअर टाइट डिब्बे में रख लेती हूं। चाय के साथ स्नैक्स के रूप में खाने के लिए यह सेहतमंद विकल्प है।
5 मखाने को भून लें। फिर बिना पानी डाले गुड की चाशनी बनाकर उसमें मखाना डालें। मखाने को गुड़ की चाशनी में मिलाएं। ठंडा होकर हर मखाना अलग हो जाता है। बच्चों को यह बहुत पसंद आता है।
6 भुने मखानों का बादाम के साथ पाउडर बनाकर एयर टाइट डिब्बे में रखती हूं। डिनर में सूप के साथ पनीर, मखाने की टिक्की बनाती हूं या रात में दूध में एक चम्मच मखाना पाउडर डालकर पीती हूं।
7 भुने मखाने को खीर में डालें या सब्जी में,स्वाद अच्छा हो जाता है। इसके अलावा भुने मखानों को बारिश के मौसम में पकौड़े वाले बेसन के मिश्रण में डुबोकर डीप फ्राई करें। खाने में मजा आ जाएगा।
8 सलाद के ऊपर मखानों को क्रश करके डालें या साबुत ही तुरंत सर्व करें, अच्छा रहेगा। साथ ही स्मूदीज में, शेक में मखाने के पाउडर का इस्तेमाल करती हूं।
9 रायते में भुने मखाने और पिस्ता डालें। ऊपर से हींग, जीरा पाउडर, नमक और मिर्च आदि डालें। चाहें तो सिर्फ भुने मखानों को चाट की तरह बनाएं या भेलपुरी की तरह। खाने का मजा दोगुना हो जाएगा।
10 मैं काजू रोल की तरह मखाना रोल और लड्डू आदि बनाती हूं। इसके अलावा छिलके सहित भुने चने को पीसकर बराबर मात्रा में मखाना पाउडर, ड्राई फ्रूट और देसी खांड मिलाकर लड्डू बनाती हूं।
यूं करें स्टोर
पैकेट खोलते ही मखानों को एयर टाइट कंटेनर या जिप लॉक बैग में डालें। इससे हवा और नमी कंटेनर में प्रवेश नहीं करेगी ।
ठंडी और सूखी जगह पर स्टोर करें। धूप गर्मी और नमी से दूर रखें ताकि उनका कुरकुरापन बना रहे।
मखानों को रेफ्रिजरेटर में नहीं रखना चाहिए। मखाना खराब हो सकता है।
फायदा मिलेगा भरपूर
मखाने में सोडियम, पोटैशियम, कैल्शियम ,फाइबर,आयरन और विटामिन-सी जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके सेवन से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है और कमजोरी दूर होती है। 100 ग्राम मखाने में 350 ग्राम कैलोरी पाई जाती है। यह वजन कम करने और दिल को सेहतमंद रखने में प्रभावी साबित होता है। -
-सीमा उपाध्याय
बारिश की वजह से घर में नमी काफी ज्यादा आती है। जिसकी वजह से खाने-पीने के सामान को रखने में खास सावधानी रखनी पड़ती है। नहीं तो जरा सी नमी से कीड़े और फफूंद लगना शुरू हो जाती है। घर में अचार बनाकर रखा है तो कई बार नमी की वजह से इनमे भी फफूंद लग जाती है। ऐसे फफूंद लगे अचारों को फौरन फेंकने की बजाय इस तरीके से एक बार सही किया जा सकता है। जिससे कि ये सालभर तक खराब ना हो और खाने लायक बने रहें।
अचार तो होते ही प्रिजरवेटिव है। सब्जियों को प्रिजर्व कर मसाला मिलाकर रखा जाता है। गर्मियों में बने आम, कटहल, मिर्चे जैसे अचार नें अगर फफूंद लग जाती है तो इन्हें ठीक करने का बड़ा ही सरल नुस्खा है। जान लें।
सबसे पहले अचार में पड़ी सारी फफूंद को साफ और सूखे चम्मच की मदद से निकालकर बाहर कर दें। डिब्बे और आसपास जितना भी फफूंद है उसे निकाल दें।
फिर किसी पैन में अचार की मात्रा के हिसाब से सरसों का तेल लें और गर्म करें। जब ये तेल धुआं फेंकने लगे तो गैस की फ्लेम बंद कर दें और तेल को ठंडा हो जाने दें। सरसों का तेल जब पूरी तरह से ठंडा हो जाए तो इसे अचार के ऊपर डालकर रख दें। ढक्कन लगा दें और साफ सूखी जगह पर रख दें।
साथ ही बाहर धूप हो तो कुछ देर के लिए इस अचार को धूप में सुखा दें। लेकिन ध्यान रहे कि पानी की एक भी बूंद ना पड़े।
अचार को खराब होने से बचाने के टिप्स
0 अचार के डिब्बे में कभी भी गीले चम्मच या गीले हाथ नहीं डालने चाहिए। खासतौर पर हाथों को तो बिल्कुल नहीं लगाना चाहिए।
00 अचार रखने के लिए छोटे मुंह के डिब्बे का इस्तेमाल करना ज्यादा अच्छा होता है। इससे अचार जल्दी खराब नहीं होता है।
0 अचार को खराब होने से बचाने के लिए बीच-बीच में धूप दिखाते रहें। जिससे नमी ना पैदा हो और अचार सूखा रहे।
00 इसके साथ ही अचार में पके हुए सरसों का तेल ऊपर तक भरें। सरसों का पका तेल प्रिजरवेटिव का काम करता है। जिससे अचार सालों तक खराब नहीं होता है। - जब बात चटनी की हो तो मुंह में अपने आप पानी आ जाता है। चटनी, भारतीय व्यंजन में साइड डिश की भूमिका निभाती है। लेकिन, अगर चटनी को सही तरीके से बनाया जाए तो उसके आगे सब्जी का स्वाद भी फीका लगता है। इसलिए आज हम आपके लिए हरी मिर्च और लहसुन की चटनी की रेसिपी लेकर आए हैं। हरी मिर्च और लहसुन की चटनी इतनी स्वादिष्ट होती है कि अगर आपने एक बार इसका स्वाद चख लिया तो आप हरी मिर्च और लहसुन की चटनी के लिए सामग्री:1 कप हरी मिर्च, 6-8 लौंग लहसुन,, बारीक कटा हुआ, 1/2 चम्मच कसा हुआ अदरक, 1 बड़ा चम्मच नींबू का रस, 1 बड़ा चम्मच सरसों का तेल, नमक स्वादानुसार, 1/4 कप पानी, इमली का पल्प, गार्निंशिंग के लिए ताज़ा धनियाहरी मिर्च और लहसुन की चटनी कैसे बनाएं?पहला स्टेप: सबसे पहले गैस ऑन करें और उसपर एक पैन रखें। जब पैन गर्म हो जाए तब उसमें 1 चम्मच तेल डालें। उसके बाद उसमें 1 कप हरी मिर्च और 6-8 लौंग लहसुन डालें। इन्हें थोड़ा अच्छी तरह पकने दें। जब मिर्च और लहसुन हल्का पक जाए तो उसे पैन में से निकालें। और इन्हें ठंडा होने दें ।दूसरा स्टेप: अब अगले स्टेप में एक मिक्सर जार में मिर्च और लहसुन को डालें। इसमें बारीक कटा हुआ, 1/2 चम्मच कसा हुआ अदरक भी डालें। अब इसमें पानी डालें और इन्हें दरदरा पीस लें।तीसरा स्टेप: अब अगले स्टेप में एक बाउल में इस चटनी को निकालें और इसमें स्वाद अनुसार नमक, 1 चम्मच निम्बू का रस और आधा चम्मच इमली का पल्प डालें और फिर अच्छी तरह से मिलाएं। ऊपर से ताज़ी हरी धनिया से गार्निश करें। आपका हरी मिर्च और लहसुन का चटनी तैयार है।
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बारिश के मौसम में ज्यादातर लोग होठ फटने की शिकायत करते हैं। दरअसल, इस मौसम में स्किन और होठ काफी ज्यादा ड्राई हो जाते हैं। जिसकी वजह सें रोज लिप बाम लगाने की सलाह दी जाती है। वैसे तो बाजार में खूब लिप बाम मिलते हैं लेकिन ये सभी केमिकल युक्त और टिंट वाले होते हैं। इनके लगाने से लिप्स पर एक रंग भी दिखने लगता है। कुछ लोगों को ये पसंद नहीं होता। अगर आप भी उन लोगों की लिस्ट में शामिल हैं तो खुद के लिए घर पर ही लिप बाम बना सकते हैं। यहां कई तरीकों से लिप बाम बनाने का तरीका बता रहे हैं। देखिए-
1) नारियल लिप बाम बनाने के लिए आपको चाहिए
इस लिप बाम को बनाने के लिए पेट्रोलियम जेली को पिघलाएं और फिर इसनमें नारियल तेल और जोजोबा तेल को एक साथ मिला लें। इस मिक्स को एक कंटेनर में डालें और 20-30 मिनट के लिए जमा दें।
2) नारियल लिप बाम बनाने का दूसरा तरीका
नारियल तेल, वैसलीन और कारनोबा वैक्स को एक पैन में धीमी आंच पर पिघला लें। फिर इस मिश्रण को ठंडा होने दें और इसमें एलोवेरा जेल मिला लें। अब इस मिक्स को डिब्बे में डाल लें और सेट होने दें। आप चाहें लिप बाम स्टिक को साफ करके भी घक ते बनाएं लिप बाम को उसमें डाल सकते हैं।