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-सीमा उपाध्याय
भारतीय रसोई में हल्दी की खास जगह है। यह पकवानों से लेकर पूजा तक में इस्तेमाल की जाती है। हल्दी कॉस्मेटिक्स का भी हिस्सा है। हल्दी में एंटी-इनफ्लेमट्री गुण होते हैं। आयुर्वेद में भी इसके औषधीय गुण बताए गए हैं। लेकिन हल्दी में जो मिलावट होती है वह जानलेवा साबित हो सकती है। हल्दी का रंग गहरा करने के लिए इसमें जो लेट क्रोमेट जैसे केमिकल मिलाए जाते हैं। ये जहरीले होते हैं और इनसे इससे लेड पॉइजनिंग हो सकती है। साथ ही दिल और दिमाग से जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं, खासकर बच्चों के। अगर आप भी हल्दी को 'खरा सोना' समझकर इस्तेमाल करते हैं तो जान लें असली हल्दी की पहचान।
खुद पिसवाने में भी खतरा
हल्दी में मिलावट की खबरें अक्सर सुर्खियों में रहती हैं। सतर्कता बरतने के लिए कई लोग खुद हल्दी लेकर इसे घर पर पिसवाते हैं। हल्दी की जड़ें खरीदने में भी खतरा होता है। कई बार खराब क्वॉलिटी या जंगली हल्दी को दुकानदार केमिकल से रंगते हैं। आप समझते हैं कि शुद्ध हल्दी ले रहे हैं लेकिन यहां भी मात खा जाते हैं। यहां जानें आप इस जहरीली मिलावट से बचने के लिए क्या कर सकते हैं।
हथेली पर करें टेस्ट
एक चुटकी हल्दी को अंगूठे से 20 सेकंड तक मसलें। हल्दी असली होगी तो चिपक जाएगी। हाथ पर पीला दाग भी पड़ जाएगा।
वॉटर टेस्ट
एक ग्लास में गरम पानी लेकर इसमें हल्दी डालें। पाउडर को 10-15 मिनट तक पड़ा रहने दें। अगर हल्दी तली में बैठ जाती है तो असली है। अगर ऊपर रहती है और डार्क पीला रंग छोड़ती है तो नकली है।
लेड क्रोमेट टेस्ट
एक चम्मच हल्दी को पानी में डालें। तुरंत रंग घुलकर निकलने लगें तो इसमें लेड क्रोमेट मिला हो सकता है। असली हल्दी का रंग पीला होगा लेकिन मिलावटी हल्दी गहरा पीला रंग छोड़ती है। -
महिलाओं के लिए हैंडबैग्स सिर्फ एक्सेसरी का हिस्सा नहीं होते बल्कि वो उनकी पर्सनालिटी को निखारने में अहम रोल भी अदा करते हैं। यह रोजाना यूज करने वाली चीजों में एक जरूरी चीज होते हैं। जिनका इस्तेमाल महिलाएं अपनी हर छोटी-बड़ी चीज को रखने के लिए करती हैं। यही वजह है कि वो कई बार जल्दी मैले होकर गंदे भी दिखने लगते हैं। इतना ही नहीं कई बार तो इनमें बैक्टीरिया पनपने का डर भी बना रहता है। ऐसे में अगर आपके पास भी लक्जरी बैग्स का अच्छा-खास कलेक्शन मौजूद है, जिसे आप लंबे समय तक यूज करना चाहती हैं तो उनकी केयर के लिए अपनाएं ये टिप्स।
महंगे हैंडबैग को लंबे समय तक नया बनाए रखने के लिए अपनाएं ये टिप्स-
1- बटर पेपर और बबल रैप हैंडबैग को सही आकार में रखने में मदद करते हैं, लेकिन अखबारों से दूर रहें। जब बैग्स का इस्तेमाल न हो रहा हो, तो इसे डस्ट बैग में रखना बेहतर होगा। प्लास्टिक बैग्स में लपेटने की भी गलती न करें। वैसे ऐसे महंगे बैग्स अकसर डस्ट बैग्स के साथ आते हैं।
2- बैग्स की समय-समय पर सफाई भी बहुत जरूरी होती है, लेकिन लग्जरी बैग्स को वॉशिंग मशीन में साफ न करें । एक मुलायम कपड़े की मदद से इन्हें साफ करें। हार्ड केमिकल्स से बचें क्योंकि ये बैग की सतह को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
3- बैग को ओवरलोड न करें। बैग को उसकी क्षमता से ज्यादा भरने से भी उसको नुकसान हो सकता है। अपने बैग को पानी के नुकसान और दाग से बचाने के लिए एक सुरक्षात्मक स्प्रे का इस्तेमाल करें। यह बैग और किसी भी संभावित दाग के बीच में बैरियर का काम करेगा।
4- अगर बैग उपयोग में नहीं है, तो उसे ऐसी किसी जगह पर न रखें, जहां सीधी धूप से उस पर पड़े। ज्यादा देर तक धूप के संपर्क में रहने से बैग का रंग फीका पड़ सकता है। बैग को हमेशा नुकीली चीजों से दूर रखें ।
5- क्रीम वाले हाथों से बैग को ना छुएं। ऐसा करने से आपके बैग पर हाथ के निशान लग सकते हैं। अगर कभी क्रीम या ग्रीस का दाग लग जाए तो सूती कपड़े से रगड़कर इन्हें साफ करें। पानी से बैग साफ ना करें। ध्यान रखें कि बैग में मेकअप का सामान या खाने की चीज लीक ना हो। -
हिमाचल प्रदेश का जीभी एक बेहद खूबसूरत डेस्टिनेशन है, जहां पर आप दिसंबर के महीने में जा सकते हैं। जीभी हिमाचल की एक ऐसी डेस्टिनेशन है, जो इंडस्ट्रियल जगहों से दूर है और प्राकृतिक चीजों से घिरी हुई है। यहां घने देवदार के जंगल, शांत मीठे पानी की झीले और प्राचीन मंदिर इस जगह को काफी आकर्षक बनाते हैं। इस आर्टिकल में जानिए जीभी में घूमने की कुछ बेहतरीन जगहों के बारे में।
जलोरी पास
जलोरी पास जीभी से 12 किमी दूर है। इसके टॉप पर महाकाली को समर्पित एक मंदिर है, जहां आप तीर्थन नदी, घाटी और देवदार के जंगल के कुछ मजेदार नजारों को देख सकते हैं। यहां जाने के लिए आप सरकारी बस या प्राइवेट टैक्सी ले सकते हैं।
सेरोलसर झील
जालोरी पास से सिर्फ 5 किमी की दूरी पर सेरोलसर झील है। ये जगह जीभी में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है। अगर आप जालोरी पास जा रहे हैं, तो इसकी प्राकृतिक खूबसूरती को बिल्कुल भी न मिस करें।
रघुपुर किला
रघुपुर किला जलोरी पास से 3 किमी दूर है। किले से आप हिमालय पर्वत श्रृंखलाओं के शानदार नजारों को देख सकते हैं। यहां के घास के मैदान देखने लायक हैं। जब भी ऊपर जाएं तो जालोरी पास से खाना और पानी खरीदकर आगे की ओर बढ़ें। क्योंकि यहां जान के लिए आपको 3 किमी का ट्रैक पूरा करना होगा, जिसमें कम से कम 1 घंटे का समय लगेगा।
जीभी वॉटरफॉल
जीभी वाटरफॉल, घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है। झरने की ओर जाने वाला रास्ता काफी अच्छे से बना हुआ है, ऐसे में आप अपना कार से भी यहां जा सकते हैं। झरने के ठीक नीचे एक पुल भी है, जहां आप नहा सकते हैं। -
-संध्या शर्मा
आलू मटर की सब्जी हो या मटर पुलाव और पनीर, मटर के बिना हर डिश का स्वाद अधूरा बना रहता है। हरी मटर की खासियत यह है कि ये स्वाद ही नहीं बल्कि सेहत का भी पूरा ख्याल रखने में मदद करती है। बता दें, हरी मटर में विटामिन-सी, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम, सोडियम, फास्फोरस, प्रोटीन, सेलेनियम जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो व्यक्ति को कई तरह की बीमारियों से बचाए रखने में मदद कर सकते हैं। लेकिन हरी मटर का सीजन पूरे साल नहीं रहता है। ऐसे में इसके विकल्प के तौर पर लोग फ्रोजन मटर का यूज करते हैं। लेकिन फ्रेश मटर की तुलना में फ्रोजन मटर का टेस्ट अलग होता है। आप भी हरी मटर को लंबे समय के लिए स्टोर कर सकते हैं।
हरी मटर को लंबे समय तक स्टोर करने के टिप्स-
-हरी मटर को स्टोर करने का दूसरा उपाय है कि छीले हुए मटर के दानों पर थोड़ा सा सरसों का तेल लगाकर दोनों हाथों से मसलते हुए पूरी मटर पर तेल लगा लें। मटर पर तेल लगाने से फ्रीजर की बर्फ मटर पर नहीं चिपकेगी। अब तेल लगी इस मटर को जिपलॉक पॉलिथिन में भरकर जिप लगाकर फ्रिजर में रख दें।
-अगर आप चाहते हैं कि स्टोर की हुई मटर जल्दी खराब न हो या उसमें से बदबू ना आए, तो कोशिश करें कि पहले मटर को सुखा लें। नमी के कारण मटर चिपचिपी होकर कुछ समय बाद ही सड़ने लगती है। इस समस्या से बचने के लिए मटर के छिलके उतारने के बाद उन्हें धोकर 2 से 3 घंटे के लिए धूप में सूखने के लिए रख दें। जब मटर अच्छी तरह से सूख जाए तो ही स्टोर करने के लिए फ्रिजर में रखें। अगर आप अधिक मात्रा में मटर को स्टोर कर रही हैं, तो एयरटाइट कंटेनर या एयरटाइट पॉलिथीन का इस्तेमाल करें। -
-सीमा उपाध्याय से जानिए रेसिपी
आप कम समय में बाजार जैसा टेस्टी गाजर का हलवा बनाकर खाना चाहते हैं तो गाजर के हलवे की ये टेस्टी रेसिपी ट्राई कर सकते हैं। ये रेसिपी ना सिर्फ खाने में बेहद टेस्टी है बल्कि बनने में भी बेहद आसान है। गाजर का हलवा स्वादिष्ट होने के साथ पौष्टिक भी होता है। इसे खाने के बाद पेट काफी देर तक भरा हुआ महसूस करता है। आप इस रेसिपी को डिनर पार्टी के बाद डेजर्ट के रूप में भी मेहमानों के आगे सर्व कर सकते हैं। तो आइए बिना देर किए जान लेते हैं कैसे बनाया जाता है बाजार जैसा टेस्टी गाजर का हलवा।
गाजर का हलवा बनाने के लिए सामग्री-
-1 किलो गाजर
-1 ½ लीटर दूध
-8 हरी इलायची
-5-7 बड़े चम्मच घी
-5-7 बड़े चम्मच चीनी
-2 छोटे चम्मच किशमिश
-1 बड़ा चम्मच बादाम
-2 बड़े चम्मच खजूर कटे हुए
गाजर का हलवा बनाने का तरीका-
गाजर का हलवा बनाने के लिए सबसे पहले गाजर अच्छी तरह छीलकर कद्दूकस कर लें। इसके बाद इलायची डालकर दूध को हल्की आंच पर उबालें। भारी कढ़ाही में घी गर्म करके उसमें कद्दूकस की हुई गाजर और दूध मिलाकर उसे हल्की आंच पर कढ़ीब 10-15 मिनट के लिए रखकर छोड़ दें। इसके बाद हलवे में चीनी मिलाकर तब तक पकाएं जब तक इसका रंग बदलकर गहरा लाल रंग का न हो जाए। गाजर अच्छी तरह पक जाने के बाद इसमें कटे हुए ड्राई फ्रूट्स मिलाएं। आपका टेस्टी गाजर का हलवा बनकर तैयार है, इसे गर्मा-गर्म घर आए मेहमानों और परिवार के सदस्यों को सर्व करें। -
-संध्या शर्मा
हेल्दी रहने के लिए लोग पुराने खानपान की तरफ लौट रहे हैं। इसी में से एक है बाजरा, जिसे लोग सर्दियों में खाना काफी पसंद करते हैं। खासतौर पर बाजरे की खिचड़ी का टेस्ट बहुत से लोगों की जुबान से नहीं उतरता। टेस्ट के साथ ही बाजरे की खिचड़ी सेहत के लिए भी फायदेमंद होती है।लेकिन बाजरे की खिचड़ी बनाने के लिए इसके छिलके को उतारना पड़ता है। जो कि काफी मुश्किलभरा काम है। बाजरे की खिचड़ी बनाना आपको भी मुश्किल लगता है तो इस रेसिपी को जान लें। फटाफट कम मेहनत में बाजरे की खिचड़ी हो जाएगी तैयार।
बाजरे की खिचड़ी बनाने की सामग्री------
2 कप बाजरा
1 कप धुली मूंग की दाल
1 चम्मच नमक
2 चम्मच देसी घी
2 चुटकी हींग
1 चम्मच जीरा
2 चम्मच धनिया पाउडर
बारीक कटा हरा धनिया
हरी मिर्च दो बारीक कटी हुई
1 चम्मच लाल मिर्च पाउडर
आधा चम्मच हल्दी पाउडर
एक चौथाई चम्मच गरम मसाला
बाजरे की खिचड़ी बनाने की रेसिपी------
-सबसे पहले बाजरे को मिक्सी में हल्के से ग्राइंड कर लें।
-फिर इसके छिलके और बारीक बाजरा पाउडर को थाली में फटकर बाहर कर दें।
-फिर एक बार मिक्सी में बाजरा को डालकर हल्का सा पानी डालकर फिर से ग्राइंड कर लें।
-दो से तीन बार मिक्सी में चलाकर थाली में फटकने से बाजरे का सारा छिलका उतर जाएगा।
-कुकर में दो चम्मच देसी घी डालें और गर्म करें।
-इसमे जीरा डालकर भूनें और बारीक कटा प्याज डालें।
-तेज आंच पर भूनें और फिर इसमे हरी मिर्च बारीक कटी डालें। साथ में लाल मिर्च पाउडर, हल्दी पाउडर डालकर भूनें।
-जब सारे मसाले भुन जाएं तो इसमे बाजरा डालकर चलाएं। साथ में धुली मूंग की दाल और मनचाही सब्जियों को डालें।
-गरम मसाला, धनिया पाउडर डालें और तेज आंच पर भूनें।
-7-8 कप पानी डालकर कूकर का ढक्कन बंद कर दें।
-करीब 6-7 सीटी में पकाएं और गैस की फ्लेम बंद कर दें।
-गर्मागर्म देसी घी डालकर सर्व करें। -
-सीमा उपाध्याय से जानिए रेसिपी
सुबह नाश्ते में खाने की प्लेट पर गर्मागर्म आलू का पराठा दही के साथ खाने के लिए मिल जाए तो पूरा दिन अच्छा गुजरता है। जी हां, ज्यादातर भारतीय सुबह नाश्ते में पराठे खाना पसंद करते हैं। आपने भी आजतक आलू, गोभी, मूली और मेथी जैसी सब्जियों से बने कई तरह के पराठे सुबह नाश्ते में बनाकर खाए होंगे। लेकिन आज आपके साथ जो पराठे की रेसिपी शेयर करने जा रहे हैं वो पंजाब की रसोई से निकलकर आई है। जी हां, आज की रेसिपी में आपको बताएंगे कैसे बनाया जाता है मसालेदार अमृतसरी आलू पराठा। पराठे की ये पंजाबी रेसिपी खाने में बेहद टेस्टी होने के साथ बनने में भी बेहद आसान है। तो आइए बिना देर किए जान लेते हैं इसे बनाने का तरीका।
अमृतसरी आलू पराठा बनाने के लिए सामग्री-
अमृतसरी आलू पराठा का आटा तैयार करने के लिए-
-4 कप साबुत गेहूं का आटा
-½ चम्मच नमक
-1 बड़ा चम्मच घी
-½ गिलास पानी (आटा गूंथने के लिए)
अमृतसरी पराठे का मसाला तैयार करने के लिए-
-1 बड़ा चम्मच धनिया बीज
-1 बड़ा चम्मच खरबूजे के बीज
1 बड़ा चम्मच जीरा
-1 बड़ा चम्मच काली मिर्च
अमृतसरी आलू पराठा की स्टफिंग के लिए-
-5 मीडियम आकार के आलू
-1 बड़ा चम्मच अमृतसरी मसाला
-½ बड़ा चम्मच मिर्च पाउडर
-½ बड़ा चम्मच चाट मसाला
-1 बड़ा चम्मच धनिया पाउडर
-½ बड़ा चम्मच नमक
-¼ चम्मच अजवायन
-1 बड़ा चम्मच कसूरी मेथी
-½ बड़ा चम्मच सौंफ पाउडर
-2 बड़े चम्मच धनिया पत्ती बारीक कटी हुई
-1 बारीक कटी हरी मिर्च
-तलने के लिए घी
अमृतसरी आलू पराठा बनाने का तरीका-
अमृतसरी आलू पराठा बनाने के लिए सबसे पहले आलू अच्छे से धोकर उबाल लें। इसके बाद उबले हुए आलूओं का छिलका उतारकर उन्हें मैश या कद्दूकस कर लें। इसके बाद अमृतसरी स्पेशल मसाला तैयार करने के लिए खरबूजे के बीज को छोड़कर, अन्य सभी सामग्री को सूखा भूनकर मिश्रण को ठंडा होने के लिए रख दें। जब ये ठंडा हो जाए तो उसे खरबूजे के बीज के साथ दरदरा करके पीस लें। इसके बाद अपने स्वाद के अनुसार नमक मिलाएं। इसके बाद मैश किए हुए आलू में स्वाद के अनुसार ऊपर बताई गई स्टफिंग सामग्री डाल दें। पराठे बनाने के लिए आटे में नमक,तेल मिलाकर गुनगुने पानी की मदद से गूंथ लें। ध्यान रखें कि जब तक आटा नरम और फूला हुआ न हो जाए तब तक आटे को गूंथते रहें। मैश किए हुए आलू के मिश्रण की थोड़ी मात्रा लेकर उसे आटे की लोई के अंदर भरकर बंद कर दें। बेलन की सहायता से आटे को गोलाकार में चारों तरफ से बराबर मोटाई में चपटा बेल लें। अब एक तवे को गरम करके उसमें थोड़ा सा घी या मक्खन डालकर पराठे को दोनों तरफ से सुनहरा होने तक सेकें। आपका टेस्टी अमृतसरी आलू पराठा बनकर तैयार है। आप इसे दही, अचार या अपनी किसी मनपसंद सब्जी के साथ सर्व कर सकते हैं। -
-संध्या शर्मा
घर के खाने को लेकर अक्सर लोग शिकायत करते हैं कि उसमे रेस्टोरेंट जैसा स्वाद नहीं आता। अगर आपकी कुकिंग को लेकर भी घरवाले ऐसी शिकायत करते हैं और तारीफ नहीं मिल पाती। तो इन छोटे-छोटे कीमती कुकिंग टिप्स को हमेशा याद रखें। इससे सिंपल खाना भी परफेक्ट टेस्टी बनेगा और लोग आपकी कुकिंग स्किल की तारीफ करेंगे। जानें कौन से हैं वो सिंपल बट काम के कुकिंग टिप्स।
काम के कुकिंग टिप्स
-प्याज को भूनकर ग्रेवी बना रही हैं तो प्याज भुनते समय उसमे थोड़ा सा नमक डाल दें। इससे प्याज जल्दी भुनता है और कलर भी परफेक्ट आता है।
-बिरियानी के लिए प्याज को फ्राई करते समय अगर परफेक्ट ब्राउन कलर चाहिए तो थोड़ा सा चीनी डाल दें। इससे प्याज का बहुत ही अच्छा ब्राउन कलर आएगा।
-सलाद के लिए सब्जियां धोनी है तो इसे एक बार फिटकरी मिले पानी में धो दें। इससे सब्जियों के ऊपर पेस्टीसाइड और बैक्टीरिया पूरी तरह से निकल जाएंगे।
-पूड़ी के आटे को गूंथने के बाद थोड़ी देर फ्रिज में रख दें। इससे पूड़ियां तेल कम सोखेंगी।
-पराठे अगर नर्म और मुलायम बनाने हैं तो एक उबला आलू आटा गूंथते समय मिला दें। इससे पराठे बिल्कुल मुलायम बनते हैं।
-रायता बनाते वक्त दही में भुना जीरा पाउडर डालने की बजाय हींग और जीरे का तड़का लगाएं। इससे रायते का टेस्ट बढ़ जाएगा।
-कढ़ी में उबाल आने तक चलाते रहना चाहिए नहीं तो कढ़ी बर्तन की तली में चिपक जाती है।
-पकौड़ियों के घोल में चुटकीभर आरारोट और गर्म तेल मिला दें। इससे पकौड़ियां बिल्कुल कुरकुरी बनकर तैयार होती हैं। -
-सीमा उपाध्याय से जानिए रेसिपी
चार दिनों तक चलने वाले छठ कोबड़ी धूमधाम के साथ मनाते हैं। इस महापर्व पर हर एक दिन प्रसाद में कुछ खास बनने का चलन है। इस महापर्व में सूर्य देवता की पूजा की जाती है। छठ की शुरुआत नहाए-खाए से होत है। वहीं, छठ के दूसरे दिन को खरना कहा जाता है और इस दिन घरों में प्रसाद में रसिया बनाया जाता है। इस खीर को आम की लड़की और मिट्टी के चूल्हे पर बनाया जाता है। खरना का प्रसाद रसियाव यानी गुड़ की खीर बनाने के लिए चावल, दूध और गुड़ का इस्तेमाल किया जाता है। इसे रोटी साथ खाया जाता है। इस प्रसाद को बनाने के लिए इन ट्रिक्स को अपनाएं-
-गुड़ की खीर बनाने के लिए सबसे पहले चावल को अच्छी तरह से साफ कर लें और फिर इसे पानी से अच्छी तरह से धो लें। चावल को धोने के बाद इसे भिगो दें। जब चावल भीगे होते हैं तो खीर फटाफट बन जाती है।
- अब दूध को उबाल लें। इसमें फ्लेवर जोड़ने के लिए इलायची पाउडर मिला दें। अब इस दूध को अच्छी तरह से उबलने दें। रंग के लिए केसर मिला दें।
- खीर में गुड़ मिलाने के लिए आप पहले खीर पूरी तैयार कर लें। फिर आंच बंद करें अब इसमें गुड़ मिलाएं। आप आंच बंद कर के भी गुड़ मिला सकते हैं।
- Mobael- no-9300211316 -
-संध्या शर्मा
दिवाली के मौके पर ढेर सारी मिठाईयां गिफ्ट में आती हैं। ऐसे में सबसे ज्यादा समस्या इन्हें खत्म करने की होती है। अगर त्योहार खत्म होने के बाद भी आपके फ्रिज में मिठाईयां बची हुई हैं। और कोई भी इसे खाने को तैयार नही हैं। तो इन्हें फेंकने की बजाय इन टेस्टी तरीकों से इस्तेमाल कर सकती हैं। आगे जानें कैसे करें बची हुई मिठाईयों को दोबारा इस्तेमाल करने का तरीका।
सोनपापड़ी को दोबारा करें इस्तेमाल
घर में गिफ्ट में ढेर सारी सोनपापड़ी आ गई हैं। तो इन्हें दोबारा से इस्तेमाल करने का टेस्टी तरीका पूरनपोली है। दूध में सोनपापड़ी को मिक्स करके पेस्ट बनाएं और इससे पूरनपोली तैयार करें।
मिठाई शेक
खोवे की मिठाई को दूध में मिक्स करके टेस्टी मिठाई शेक तैयार किया जा सकता है। इसके टेस्ट को बच्चे और बड़े सब पसंद करेंगे।
बूंदी की खीर
घर में बूंदी के लड़्डू बच गए हैं तो उन्हें स्मार्टली खीर में कन्वर्ट किया जा सकता है। बस दूध को गाढ़ा करके उसमे बूंदी के लड्डू डाल कर पकाएं। टेस्टी बूंदी खीर बनकर रेडी हो जाएगी।
मिठाई परांठा
किसी भी बची मिठाई को क्रश कर लें। अब आलू के परांठे की तरह मिठाईयां भरकर परांठे सेंक लें। इन टेस्टी पराठों को बच्चे बड़े ही चाव से खाएंगे। तो अगर इस दिवाली आपके फ्रिज में भी ढेर सारी मिठाईयां बच गई हैं तो उन्हें स्मार्टली इन तरीकों से रीयूज किया जा सकता है। -
-सीमा उपाध्याय से जानिए रेसिपी
छठ पूजा बिहार का सबसे बड़ा त्योहार है, जो दिवाली के 6 दिन बाद से शुरू हो जाता है। इस महापर्व का आगमन नहाए-खाए से शुरू होता है। इस दौरान टेस्टी खाना तैयार किया जाता है। छठ पर्व ठेकुआ के बिना अधूरा माना जाता है। प्रसाद में मिलने वाला ठेकुआ का स्वाद में काफी अच्छा लगता है। ये खाने में इतना टेस्टी लगता है कि इसके सामने मिठाई भी फेल हैं। कुछ ट्रिक्स को अपनाकर आप इसे घर पर भी तैयार कर सकते हैं। यहां हम ठेकुआ बनाने के लिए कुछ ट्रिक्स को बता रहे हैं। इन ट्रिक्स से आप एकदम क्रिस्पी और सॉफ्ट ठेकुआ बना सकते हैं।
सही तरह से गूंथे आटा
ठेकुआ बनाने के लिए सही तरह से आटे को गूंथना चाहिए। अगर मैदा के ठेकुआ बना रही हैं, तो ध्यान रखें की आटा गुनगुने पानी का इस्तेमाल करके लगाएं। वहीं सूजी का ठेकुआ नारियल के बुरादे से तैयार होता है। इसके अलावा ठेकुआ के आटे में खोया जरूर मिलाएं।
इस ट्रिक से बनेंगे बिल्कुल सॉफ्ट
सॉफ्ट ठेकुआ बनाने के लिए आटे में ईनो डालें। अगर आप आटा गूंथने से पहले ईनो का इस्तेमाल करेंगे, तो आटा या मैदा सख्त नहीं होगा और ठेकुआ खस्ता बनेंगे। ध्यान रखें की बहुत ज्यादा ईनो का इस्तेमाल भी ठेकुआ के स्वाद को बिगाड़ सकता है।
सही तरह से दें शेप
ठेकुआ को सही शेप देना भी काफी जरूरी है। ज्यादा पतला होने पर यह बनने के बाद सख्त हो जाएंगे और ज्यादा मोटा होने पर स्वाद खराब लगेगा। इसलिए ठेकुआ को सही शेप दें ताकी ये अच्छी तरह से फ्राई हो सकें।
सही से करें फ्राई
ठेकुआ बनाने के लिए तेल न ज्यादा गर्म होना चाहिए और न ही ज्यादा ठंडा। क्योंकि तेल ठंडा होने पर ये तेल ऑब्जर्व करेंगे और ज्यादा गर्म तेल में अंदर से कच्चे रह जाएंगे। इसलिए तेल का मीडियम रखें। -
आदतें एक दिन में नहीं बनतीं हैं। खासकर बात जब बच्चों की हो तो इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि बच्चा किस आदतों में ढल रहा है। कुछ बच्चे बहुत ज्यादा जिद करते हैं। हालांकि, जिद अगर अच्छी चीजों की हो तो उसे कायम रखा जा सकता है। लेकिन गलत चीजों की जिद पर उन्हें रोकना चाहिए। बच्चों को बचपन से ही अच्छी आदतें सिखानी चाहिए। आज बाल दिवस पर जानिए कि बच्चों को बचपन से कौन-सी आदतें सिखानी चाहिए। जो ताउम्र उनके काम आएं।
बच्चों को क्या सिखाएं ----
सिखाएं सेल्फ लव
बच्चों को शरीर से लगाव रखना सिखाएं। खुद पर ध्यान देकर जीना सबसे ज्यादा जरूरी है। जब वह बचपन से खुद के शरीर पर ध्यान देते हैं तो उन्हें इसका आदत लग जाएगी, और यह आदत ताउम्र काम आएगी।
सही समय पर सोना जगना
बच्चों को बचपन से ही रात को जल्दी सोने और सुबह जल्दी उठने की आदत सिखाएं। बच्चों को रात में जल्दी सुलाना और सुबह जल्दी उठाना जरूरी है। ये ऐसी आदत है जो भविष्य में उनके खूब काम आएगी।
सही खाने को समय पर खाएं
खाना एक तय समय पर खाना जरूरी है। कभी भी कुछ भी खा लेना सही नहीं है। बच्चों को भी ये आदत डालें। इससे उम्र बढ़ने पर गैस की परेशानी कम होती है।
साफ-सफाई से रहना
बच्चों को बचपन से ही शरीर की सफाई रखना, साफ कपड़े पहनना, कपड़ों को संभाल कर रखना, नाखूनों की सफाई करना सिखाएं। साफ-सफाई की आदतों को जिंदगी में शामिल करने से फायदा ताउम्र मिलता रहता है।
गेम्स खेलना
आउटडोर गेम्स खेलने की आदत बहुत अच्छी है। बाहर खेलने की आदत जरूर लगवाएं। अगर खेलने की सुविधा न हो तो कम से कम साइक्लिंग के लिए मोटिवेट करें। इस आदत से बच्चों को फिट रहने में मदद मिलेगी। साथ ही बच्चे फिजकली ऐक्टिव भी होंगे। -
-संध्या शर्मा से जानिए रेसिपी
अगर आपके घर में बच्चे हैं, तो आप ये बखूबी जानती होंगी कि खाने के मामले में बच्चे कितने नखरे दिखाते हैं। घर में बना हुआ सादा खाना बच्चों को खिलाना बेहद ही मुश्किल काम होता है। वहीं अगर बात करें फास्ट फूड की तो इसे हर बच्चा काफी मन से खाता है। बच्चों को फास्ट फूड वाली रेसिपी काफी पसंद आती हैं। आलू से बनी डिशेज छोटे से लेकर बड़े बच्चे तक पेट भर के खाते हैं। चाहे फिर वो पोटैटो फ्राइज हों या फिर पोटैटो नगेट्स।
इसी के चलते आज हम आपको आलू से ही बनी एक ऐसी डिश के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे आपका बच्चा तो आराम के खा ही लेगा बल्कि इसे आप अपने मेहमानों के सामने भी परोस सकते हैं। हम बात कर रहे हैं पोटैटो पिलो की। इसे बनाने के लिए आपको ज्यादा सामान की जरूरत भी पड़ेगी। वहीं इसे बनाना भी काफी आसान है। तो आइए देर ना करते हुए आपको पोटैटो पिलो बनाना सिखाते हैं।
सामग्री-----
दो-तीन मीडियम साइज आलू
एक बाउल मैदा
आधा चम्मच काली मिर्च पाउडर
स्वादानुसार नमक
तलने के लिए तेल
विधि ----
सबसे पहले आलू को उबाल कर साफ तरीके से छील लें। छीलने के बाद इसे अच्छे से मैश कर लें। आलू को इस कदर मैश करें कि इसमें गांठ ना बचें। अब इसमें नमक और काली मिर्च मिलाएं। मैदा मिलाने के बाद अब इसे अच्छे से गूंथ लें। इसका एक परफेक्ट सा डो तैयार कर लें। डो को आधे घंटे के लिए साइड में रख दें। इसके बाद इसकी छोटी-छोटी लोई बनाकर हाथ से ही उसे बिस्किट का आकार दें। चाहें को अपने हिसाब से इसे शेप दे सकते हैं।
जब ये तैयार हो जाए तो एक पैन में तेल गर्म करके इसे तल लें। इसे सुनहरा होने तक अच्छे से तलें। बस आपके पोटैटो पिलो तैयार हैं। इसे सॉस और चटनी से साथ गर्म ही परोसें। -
-सीमा उपाध्याय से जानिए रेसिपी
हर साल भारत देश में 14 नवंबर का दिन बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का जन्मदिन होता है। ऐसा कहा जाता है कि पंडित नेहरू को बच्चे काफी ज्यादा प्रिय थे। इसी के चलते उन्हें बच्चे प्यार से चाचा नेहरू कह कर बुलाते थे। उनका मानना था कि बच्चे ही देश का भविष्य होते हैं। यही वजह है कि उनके जन्मदिन के दिन ही बाल दिवस मनाया जाता है।
इस दिन स्कूलों में खास कार्यक्रम आयोजित होते हैं। इसके साथ ही बच्चों को इनाम देकर प्रोत्साहित भी किया जाता है। वैसे तो स्कूल में बच्चे इस दिन को अच्छे से सेलिब्रेट करते ही हैं, लेकिन आप चाहें तो घर पर भी अपने बच्चे को खुश कर सकती हैं। दरअसल, आप अपने बच्चे को कप केक बनाकर सरप्राइज दे सकती हैं। आज हम आपको कप केक बनाने का सिंपल तरीका बताने जा रहे हैं।
कप केक बनाने का सामान--
1 कप मैदा, 1 टी स्पून बेकिंग पाउडर, 3/4 पीसी हुई चीनी, नमक वाला बटर 2 छोटा चम्मच, 3/4 दूध, आधा चम्मच कॉफी पाउडर, आधा टेबलस्पून कोको पाउडर, आधा टीस्पून वनीला एसेंस,
विधि--
अगर आप घर पर ही कप केक बनाने का सोच रही हैं तो सबसे पहले एक 180 डिग्री सेल्सियस पर प्रीहीट कर लें। इसके बाद एक बड़े बाउल में मैदा, बेकिंग पाउडर, कोको पाउडर और चीनी डालकर अच्छे से मिलाएं। इसके बाद इस मिश्रण में मक्खन, वनीला एसेंस, कॉफी पेस्ट और दूध मिलाएं।
इसे मिक्स करते वक्त ध्यान रखें कि इस मिश्रण में किसी तरह की कोई गांठ नहीं पड़नी चाहिए। जब ये मिक्सचर तैयार हो जाए तो कप केक के सांचे पर हल्का सा बटर लगा लें। इसके बाद इस बेटर से आधा-आधा सांचा भर दें।
इसके बाद इन सांचों को 180 डिग्री के लिए 15 से 20 मिनट के लिए ओवन में रख दें। इसे बीच-बीच में चेक करते रहें कि ये सही से पक रहा है या नहीं। अगर चेक करते टूथपिक बिना चिपके बाहर निकल रही है तो मतलब कप केप बन गया है। -
-संध्या शर्मा से जानिए रेसिपी
दिवाली के लिए स्नैक्स आइटम लोग घर पर बनाना पसंद करते हैं। इन स्नैक्स आइटम में मसाला मेवा जरूर शामिल होते हैं। अगर आप मसाला मेवा घर पर ही तैयार कर रही हैं तो आपको कुछ बातों को ध्यान में रखना चाहिए। क्योंकि ज्यादातर महिलाएं इस बात से परेशान रहती हैं कि मसाला मेवा बाजार जैसी नहीं बनती है, साथ ही कई बार मसाला भी बहुत तेज या फिर बहुत कम हो जाता है। जानिए मसाला मेवा बनाने की ट्रिक्स-मसाला काजू बनाने के लिए अपनाएं ये ट्रिक्समसाला काजू खाने में काफी टेस्टी लगते हैं। मेहमानों को सर्व करने के लिए भी ये बेस्ट हैं। हालांकि, घर पर जब इन्हें बनाया जाता है तो महिलाएं शिकायत करती हैं कि इनका स्वाद बाजार जैसा नहीं होता। साथ ही दिखने में भी वह बाजार जैसे नहीं लगते हैं। ऐसा तब होता है जब इन्हें बनाने के लिए सही तरीके को ना अपनाया जाए। जब भी आप मसाला काजू बनाएं तो इन्हें ड्राई रोस्ट करें। इसके अलावा आप एयर फ्राइयर में भी इन्हें रोस्ट कर सकते हैं। रोस्टिंग के बाद ही इसमें मसाला मिलाएं। बाजार जैसे बनाने के लिए इसमे सिर्फ चाट मसाला बनाएं।मसाला बादाम बनाने के लिए अपनाएं ये ट्रिक्समसाले वाले बादाम का स्वाद भी काफी अच्छा लगता है हालांकि, कई लोग शिकायत करते हैं कि ये बनने के बाद काफी चिपचिपे लगते हैं। ऐसा तब होता है जब इसमें बहुत ज्यादा घी हो। ऐसे में बादाम को रोस्ट करने के लिए थोड़े घी का इस्तेमाल ही करें। फिर इसमें काला नमक, चाट मसाला और काली मिर्च पाउडर मिलाएं। ध्यान रखें की घी बहुत कम डालना है। ज्यादा घी स्वाद खराब कर सकता है।मसाला मखाना बनाने के लिए अपनाएं ये ट्रिक्समसाला मखाना बनाने पर अक्सर लोगों की शिकायत रहती है कि वह क्रिस्पी नहीं होते। ऐसा सही से ना भुनने की वजह से होता है। जब भी आप मसाला मखाना बनाएं तो सबसे पहले इसे कम घी में हल्की आंच पर भूनें। अच्छे से जब भुन जाएं तो इसमें मसाला मिलाएं।ध्यान रखें ये बातरोस्टेड मसाला मेवा बना रही हैं तो इसे बनाने के बाद एक प्लेट में निकालें और फिर ठंडा होने दें। जब ये पूरी तरह से ठंडा हो जाए, उसके बाद ही इसे स्टोर करें। इसी के साथ इस बाद का भी ध्यान रखें कि मसाला बहुत ज्यादा या बहुत कम ना डालें। - -सीमा उपाध्याय से जानिए रेसिपीआप भी शाम की चाय के साथ साधारण नमकीन खाते-खाते बोर हो चुके हैं तो ट्राई करें रेस्त्रां स्टाइल क्रिस्पी फ्रेंच फ्राइज बनाने के आसान टिप्स। फ्रेंच फ्राइज बनाने के लिए अपनाए जाने वाले ये टिप्स न सिर्फ आसान हैं बल्कि ये आपकी चाय का स्वाद भी बढ़ा देंगे। बाजार जैसे फ्रेंच फ्राइज घर पर कैसे बनाए जा सकते हैं, इसका सीक्रेट मास्टर शेफ पंकज भदौरिया ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर करके खोल दिया है।फ्रेंच फ्राइज बनाने के लिए अपनाएं ये आसान टिप्स--फ्रेंच फ्राइज बनाने के लिए सबसे पहले आलू के छिलके उतारकर उसे 1/4 मोटे टुकड़ों में काटकर साफ पानी से धोकर अलग रख लें।-इसके बाद फ्रेंच फ्राइज को प्री कुक करने के लिए एक पैन में एक लीटर ठंडा पानी लेकर उसमें एक चम्मच सिरका, एक चम्म्च नमक डालकर उन्हें 7-8 मिनट तक उबाल लेंगे। एक मिनट बाद फ्राईज को उबलते पानी से निकालकर एक कपड़े में निकाल लें।-इसके बाद पके हुए 1/3 आलू को तेज गर्म तेल में लगभग 50 सेकेंट तक फ्राई कर लें।- जब ये तले हुए फ्रेंच फ्राइज एकदम ठंडे हो जाएं तो उन्हें फ्रीज प्रूफ कंटेनर में अलग निकालकर तब तक फ्रीज करें जब तक ये अच्छे से सॉलिड फ्रोजन नहीं हो जाते हैं। ध्यान रखें इन फ्राइज को डीप फ्रोज नहीं करना है।-इसके बाद इन फ्रीज किए हुए फ्राइज को दोबारा तेज गर्म में सुनहरा होने तक तल लें।- इन फ्राई किए हुए फ्रेंच फ्राइज को तुरंत तेल से निकालते ही नमक, मिर्च के साथ सीजनिंग कर लेंगे।
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-सीमा उपाध्याय से जानिए रेसिपी
कोफ्ता बनाना बहुत सारे लोगों को मुश्किल भरा लगता है। वहीं कुछ महिलाएं लौकी या गोभी के पकौड़े बनाकर उसे ग्रेवी में डाल देती हैं। लेकिन अगर आप कोफ्ता बनाने का सही तरीका नहीं जानते हैं तो ये टिप्स आपके काम आ सकती हैं। जिसकी मदद से आप लौकी, गोभी या पनीर, सारे तरीके के कोफ्ता आसानी से बना लेंगे। तो चलिए जानें कोफ्ता बनाने के कुछ खास टिप्स।
कोफ्ता बनाते वक्त रखें इन बातों का ध्यान--
-लौकी का कोफ्ता बनाते वक्त कच्चे बेसन की बजाय बेसन को भूनकर इस्तेमाल करें। इससे कोफ्ते ज्यादा टेस्टी बनते हैं और आसानी से बंधते हैं।
-पनीर का कोफ्ता बनाते वक्त उबले आलू को साथ में कद्दूकस कर लें। फिर दोनों को मिक्स करके बॉल बनाएं।
-इसकी बाइंडिंग के लिए हमेशा मैदे का इस्तेमाल करें। या फिर कॉर्नस्टार्च भी अच्छा ऑप्शन है।
-पनीर के कोफ्ते तलते समय फटे नहीं इसलिए सूखे मैदा में कोफ्ते को लपेटकर दस मिनट के लिए छोड़ दें। फिर इन्हें तले।
-गोभी का कोफ्ता बनाते समय ध्यान रखे कि गोभी अच्छी तरह से कद्दूकस की हुई हो। साथ ही गोभी में नमक डालकर रख दें। जिससे गोभी पानी छोड़ दे और गोभी को निचोड़कर इस्तेमाल करें।
-सफेद ग्रेवी वाले कोफ्ते बनाने के लिए बाइंडिंग के समय मैदा का इस्तेमाल करें।
-कोफ्ता बनाने के लिए कच्चे की बजाय भुने बेसन से स्वाद ज्यादा बढ़िया आता है।
-कोफ्ता को तेल में डालते वक्त ध्यान रखे कि तेल ज्यादा तेजी से गर्म ना हो। नहीं तो कोफ्ते अंदर से नहीं पकेंगे और ऊपर से जल जाएंगे। हमेशा मध्यम गर्म आंच पर ही कोफ्तों को तेल में डालें। -
- संध्या शर्मा से जानिए रेसिपी
जब भी हम कुछ बनाते हैं तो ये कोशिश करते हैं कि घर के बड़े से लेकर बच्चे तक से काफी चाव से खाएं। बड़े तो सब कुछ खा लेते हैं लेकिन बच्चों को कुछ भी खिलाने में काफी परेशानी होती है। बच्चे चाहे कितनी बड़े हो जाएं लेकिन खाने को लेकर इनके नखरे हमेशा होते हैं। खासकर जब बात आती है सब्जी खाने की तो बच्चे इससे दूर भागते हैं। अगर उनके मन की सब्जी बनी हो तब तो ठीक है लेकिन लौकी और तोरई जैसी सब्जी तो शायद ही किसी बच्चे को पसंद होगी। इन्हीं नखरों को देखते हुए आज हम आपको एक ऐसी डिश के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे खाकर आपके बच्चे भी खुश हो जाएंगे और उन्हें पता भी नहीं लगेगा कि ये डिश लौकी से बनी है। दरअसल, आज के लेख में हम आपको लौकी का डोसा बनाना बताने जा रहे हैं, ताकि आप अपने बच्चे को हेल्दी और स्वादिष्ट पकवान घर पर बना कर खिला सकें।
लौकी डोसा बनाने का सामान
लौकी: 1 मीडियम साइज, छीलकर और कद्दूकस कर ली गई
चावल का आटा: 1 कप
सूजी: 1/4 कप
दही: 1/2 कप
हरा मिर्च: 1 बारीक कटा हुआ
हरा धनिया: 2 टेबलस्पून कटा हुआ
हल्दी पाउडर: 1/4 छोटी चम्मच
लाल मिर्च पाउडर: 1/4 छोटी चम्मच
नमक: स्वाद के अनुसार
तेल: डोसा बनाने के लिए
पानी: जरूरत के हिसाब से
विधि
सबसे पहले लौकी को छीलकर और कद्दूकस कर लीजिए। अगर लौकी में ज्यादा पानी है, तो थोड़ा सा प्रेस करके पानी निकाल दीजिए। अब एक बड़े बाउल में कद्दूकस की हुई लौकी, चावल का आटा, सूजी, दही, हरी मिर्च, हरा धनिया, हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, और नमक को मिलाकर अच्छे से मिलाइए।
इसके बाद इस बैटर में थोड़ा-थोड़ा पानी डालकर इसे तैयार करें। बैटर को रेस्ट करने के लिए 15-20 मिनट तक छोड़ दीजिए। इसके बाद एक नॉनस्टिक डोसा तवा को मध्यम आंच पर गरम करें और उसे थोड़ा-थोड़ा करके तेल से लगाइए।
अब तवे पर इस बैटर से डोसा बनाएं। वह सुनहरा और कुरकुरा हो जाए, तो उसे पलट दीजिए और दूसरी ओर से भी सेक लें।
जब ये सही से सुनहरा हो जाए तो डोसा से उतार लें। अब इसे सर्विंग प्लेट पर निकालें और टमाटर की चटनी या नारियल की चटनी के साथ परोसें। - एक्ट्रेस कैटरीन कैफ फिटनेस को लेकर काफी एक्टिव रहती हैं। वे अक्सर इंस्टाग्राम पर फिटनेस से जुड़ी वीडियो शेयर कर फैंस को फिट रहने कि लिए प्रेरित करती रहती हैं। फिलहाल वे अपनी आने वाली फिल्म टाइगर 3 को लेकर काफी मेहनत कर रही हैं। फिल्म टाइगर में जोया का किरदार निभाने के लिए वे आजकल वर्कआउट सेशन ले रही हैं।वर्कआउट सेशन ले रही हैं कैटरीनाहाल ही में कैटरीना कैफ ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर की है, जिसमें वे फिल्म टाइगर 3 के लिए वर्कआउट सेशन लेती नजर आ रही हैं। इस सेशन में वे स्कैव्ट्स और पैरों की कई एक्सरसाइज करती नजर आ रही हैं। वीडियो में वे जिम में स्कैव्ट्स, किक जैसी एक्सरसाइज करती नजर आ रही हैं। इस दौरान उन्होंने कैप्शन में लिखा कि "जब बारी टाइगर की आती है तो ऐसे में मैं अपनी सीमाओं से आगे बढ़ने लगती हूं। उन्होंने कहा कि ऐसे में दर्द से नहीं डरना चाहिए। अगर शरीर को दर्द या कष्ट हो तो ऐसे में उसे एक चुनौती के रूप में लें।स्क्वैट्स और किक करती नजर आईं कैटरीनावीडियो में कैटरीना हाथों में डंबल लेकर स्क्वैट्स करती नजर आ रही हैं। इस दौरान वे पसीने से तर बतर भी दिख रही हैं। यही नहीं वीडियो में वे जिम में किकिंग करती भी नजर आ रही हैं। यह नहीं इस दौरान वे प्लैंक या पुल डाउन जैसी एक्सरसाइज भी करती नजर आ रही हैं। वीडियो में वे वॉक करती हुई हवा में किकिंग कर रही हैं साथ ही साथ जिम ट्रेनर से स्ट्रेचिंग भी करती दिखाई दे रही हैं।स्क्वैट्स और किकिंग करने के फायदे-स्क्वैट्स और किकिंग करना सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती है।-इसे करने से शारीरिक स्टैमिना बढ़ता है साथ ही शरीर एक्टिव रहता है।ëस्क्वैट्स करने कमर का दर्द कम होता है साथ ही शरीर के निचला हिस्सा मजबूत होता है।ëस्क्वैट्स और किकिंग करना वजन घटाने में भी काफी लाभकारी होती है। इसे करने से शरीर में जमा चर्बी कम होती है।ëयह कंधे, कूल्हों के साथ ही पैर की मांसपेशियों को भी मजबूत बनाती हैं।
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-संध्या शर्मा से जानिए रेसिपी
ट्राई करें मुंबई स्टाइल टेस्टी पाव भाजी की ये रेसिपी। सब्जियों को देखकर नाक-मुंह बनाने वाले बच्चे भी इस हेल्दी रेसिपी को चटकारे लेकर खाना पसंद करते हैं। खास बात यह है कि यह रेसिपी न सिर्फ खाने में बेहद टेस्टी है बल्कि इसे बनाना भी बेहद है। तो आइए बिना देर किए जान लेते हैं कैसे बनाई जाती है टेस्टी पाव भाजी रेसिपी।
पाव भाजी बनाने के लिए सामग्री-
-1 आलू टुकड़ों में कटा हुआ
- 1 कप बींस कटा हुआ
- 3 बड़े चम्मच हरे मटर
- एक कप शिमला मिर्च कटी हुई
-3 बड़े चम्मच बैल पेपर कटी हुई
- 1 कप बंदगोभी कटी हुई
- 1 कप गाजर कटी हुई
- 2 कप पानी
- स्वादानुसार नमक
- 1 प्याज कटी हुई
- 2 बड़े चम्मच घी
- 1 ½ बड़ा चम्मच कश्मीरी मिर्च पाउडर
-½ बड़ा चम्मच गरम मसाला
- 2 ½ बड़े चम्मच पाव भाजी मसाला
- 1 कप टमैटो प्यूरी
- ½ बड़ा चम्मच हल्दी पाउडर
- एक कप हरा धनिया बारिक कटा हुआ गार्निशिंग के लिए
-½ टेबलस्पून एक ब्लॉक मक्खन
- 2 पैकेट पाव
पाव भाजी बनाने का तरीका-
पाव भाजी बनाने के लिए सबसे पहले बींस, आलू, हरे मटर, बैल पेपर, शिमला मिर्च, बंदगोभी और गाजर के साथ एक कप पानी और एक बड़ा चम्मच नमक प्रेशर कुकर में डालकर 3 सीटियां लगा लें। इसके बाद इसे ठंडा होने के लिए रख दें। अब एक गहरे पैन में घी गर्म करके उसमें प्याज डालकर हल्का भूरा होने तक पकाएं। अब बचे हुए बैल पेपर और हरे मटर डालकर अच्छी तरह से पकाएं।
अब इसमें कश्मीरी चिली पाउडर,गरम मसाला, नमक, पाव भाजी मसाला और टमैटो प्यूरी डालकर अच्छी तरह चलाते हुए 4-5 मिनट तक पकने दें।अब कुकर का ढक्कन खोलकर एक कप पानी डालकर पकी हुई सब्जियों को मैश कर दें। अब मैश की कई सब्जियों को पैन में डालकर अच्छी तरह से मिक्स करें। इसके बाद इसमें हल्दी पाउडर डालकर मिक्स करें। अगर सब्जियों में कोई बड़ा टुकड़ा दिखता हैं तो उन्हें दोबारा मैश कर लें। अब कटे हुए धनिए से गार्निश करके इसे उबलने दें। अब एक पैन में मक्खन डालकर पाव को बीच में से काट कर उन्हें पैन पर सेकें। हल्का भूरा रंग होने तक पाव को सेकें और भाजी के साथ गरमागरम सर्व करें।-Mobael No- 9098711131
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- सीमा उपाध्याय से जानिए रेसिपी
शाम के समय बच्चे हों या बड़े, हल्की-फुल्की भूख सभी को लगी होती है। ऐसे में अगर आप अपने परिवार के लिए भी कोई चटपटा स्नैक्स ऑप्शन तलाश रहे हैं तो ट्राई कर सकते हैं ये स्ट्रीट स्टाइल आलू टिक्की बर्गर रेसिपी। बर्गर एक ऐसा स्ट्रीट फूड है जो बच्चों से लेकर बड़ों तक को पसंद आता है। इस रेसिपी की खासियत यह है कि ये टेस्टी होने के साथ बेहद कम समय में बनकर तैयार भी हो जाता है। तो आइए बिना देर किए जान लेते हैं कैसे बनाया जाता है टेस्टी आलू टिक्की बर्गर।
आलू टिक्की बर्गर बनाने के लिए सामग्री-
-1 बर्गर बन
-1/4 कप उबली हुई मटर
-1/4 कप उबला हुआ आलू
-1/2 कप मैदा सलरी
-1 लेट्यूस का पत्ता
-1/2 कप ब्रेड क्रम्बस
-4-5 अनियन रिंग्स
-2-3 टमाटर स्लाइस में कटे हुए
-स्वादानुसार नमक
-1/4 छोटी चम्मच कालीमिर्च
-1/4 छोटी चम्मच लाल मिर्च
-1/2 छोटी चम्मच धनिया पाउडर
-2 बड़ी चम्मच मेयोनेज
-2 बड़ी चम्मच टोमैटो सॉस
-1/2 छोटी चम्मच अदरक लहसुन का पेस्ट
आलू टिक्की बर्गर बनाने का तरीका-
आलू टिक्की बर्गर बनाने के लिए सबसे पहले एक बड़े बाउल में उबला हुआ आलू, मटर, अदरक लहसुन का पेस्ट, नमक, लाल मिर्च, जीरा पाउडर, धनिया पाउडर डालकर सभी चीजों को अच्छी तरह मिला लें। अब इस मिश्रण से टिक्की बनाकर मैदा स्लरी में डिप करके ब्रेड क्रम्ब में कोट करें और उसे तेल में फ्राई कर लें। अब मेयोनेज, टोमैटो सॉस को एक साथ मिला लें। बर्गर बन लेकर उनके दोनों हिस्सों पर मेयोनेज और कैचअप का पेस्ट लगाकर एक लेट्यूस का पत्ता रखें और उसके ऊपर टिक्की रख दें। टिक्की के ऊपर अनियन रिंग्स और टमाटर स्लाइस लगाकर बन का दूसरा हिस्सा रख दें। आपका टेस्टी आलू टिक्की बर्गर बनकर तैयार है।-Mobael No-9300211316
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फेस्टिव सीजन में महिलाओं पर काफी काम पड़ जाता है। घर की साफ-सफाई और पकवान बनाने के बीच उन्हें कई बार अपनी ग्रूमिंग का समय नहीं मिलता। करवाचौथ और दिवाली की पूजा पर खासतौर पर महिलाएं सबसे अच्छी दिखना चाहती हैं। अगर आप भी उन लोगों में से हैं जिन्हें पार्लर जाने का वक्त नहीं मिलता या खुद पर ज्यादा पैसे नहीं खर्चना चाहतीं तो घर का बना उबटन बेस्ट तरीका है। यहां जानें उबटन क्यों पार्लर के महंगे ट्रीटमेंट से अच्छा है।
क्यों है कॉस्मेटिक्स से बेहतर
घर का बने उबटन में कोई केमिकल नहीं होते। इसमें ज्यादातर चीजें ऐसी पड़ी होती हैं जो स्किन को हील करती हैं। बाजार के कॉस्मेटिक्स आपको तुरंत तो खूबसूरत दिखा देंगे लेकिन लंबे समय में इनका त्वचा पर बेहद खराब असर पड़ता है।
क्या हैं उबटन के फायदे
उबटन से एक्सफोलिएशन होता है तो आपकी त्वचा की डेड सेल्स निकल जाती हैं, पोर्स में मौजूद अशुद्धियां दूर होती हैं। इसमें हल्दी पड़ी होती है जो कि एंटी-इनफ्लेमट्री होती है। हल्दी आपकी त्वचा में निखार लाती है। इसके साथ ही ब्लड सर्कुलेशन तेज होता है तो चेहरे पर ग्लो भी आता है।
ऐसे बनाए उबटन
बेसन में हल्दी, गुलाब जल, कच्चा दूध, विटामिन ई कैप्सूल (अगर हो तो), नींबू की कुछ बूंदे, शहद और कॉफी इन सबको मिलाकर कुछ देर के लिए रख दें। अब यह पेस्ट चेहरे पर लगाएं। जब सूख जाए तो स्क्रब करके हटा दें। पानी से मुंह धोने के बाद गीले मुंह पर मॉइश्चराइजर लगा लें। उबटन करके धूप में न निकलें। सनस्क्रीन लगाकर और चेहरा कवर करके ही बाहर जाएं। रोजाना उबटन करने की जरूर नहीं है। आप हफ्ते में दो या एक बार उबटन लगा सकते हैं। स्किन ज्यादा एक्सफोलिएट करने से इसकी प्रोटेक्टिव लेयर हट जाती है जिससे नुकसान होता है। -
-संध्या शर्मा से जानिए रेसिपी
बच्चे अक्सर टिफिन में कुछ टेस्टी खाने की डिमांड करते हैं। वहीं मां होने के नाते आप कुछ हेल्दी बनाना चाहती हैं। अगर टेस्टी और हेल्दी दोनों खाना टिफिन में बच्चों को देना चाहती हैं तो शेफ कुनाल कपूर की ये आलू-बींस की सब्जी बनाकर ट्राई करें। फटाफट बनने के साथ ही ये हेल्थ के लिए भी फायदेमंद है। तो चलिए जानें कैसे बनाएं हरी बींस यानी फलियों के साथ आलू की बनी टेस्टी सब्जी।
आलू-बींस की सब्जी बनाने की सामग्री
200 ग्राम बींस या हरी फलियां
2 आलू चौकोर आकार में काट लें
2 चम्मच सरसों का तेल
2 साबुत लाल मिर्च
हींग
हरी मिर्च
सरसों के दाने
जीरा
अदरक 2 इंच टुकड़ा
धनिया पाउडर
अमचूर पाउडर
मेथी पाउडर
गरम मसाला
आलू-बींस की सब्जी बनाने की रेसिपी
-सबसे पहले बींस को धोकर काट लें। साथ में आलू को भी चौकोर आकार में काट लें।
-अब कड़ाही में सरसों का तेल डालकर गर्म करें।
-तेल के गर्म होते ही उसमे साबुत लाल मिर्च डालें। साथ में हींग और हरी मिर्च के टुकड़े डाल दें।
-राई चटकाएं और साथ में जीरा डाल दें।
-बारीक कटा अदरक डालकर भूनें और आलू को डाल दें।
-अच्छे से फ्राई करने के बाद नमक डालें और ढंककर पकाएं।
-करीब पांच पकने के बाद बींस डालें। साथ में हल्दी पाउडर डालकर मिक्स करें।
-गरम मसाला, धनिया पाउडर, मेथी पाउडर डालें। तेज फ्लेम पर सब्जी को भूनें नमक डालकर ढंक दें।
-5-10 मिनट में सब्जी पक जाएगी। इसमे अमचूर मसाला डालकर अच्छी तरह से मिक्स कर लें। बस तैयार है टिफिन में बनने वाली टेस्टी सब्जी। -
- सीमा उपाध्याय से जानिए रेसिपी
खाने की थाली में अगर आप गोभी को शामिल करना चाहते हैं तो गोभी आलू बना सकते हैं। सर्दियों के मौसम में बाजार में गोभी आना शुरू हो जाती हैं, इस दौरान ये काफी ज्यादा सस्ती भी होती है। बिना प्याज-लहसुन के तैयार होने वाले गोभी आलू स्वाद में लाजवाब लगते हैं। अगर आपको ढाबा स्टाइल गोभी आलू की सब्जी पसंद है तो आप इसे घर पर भी तैयार कर सकते हैं। ढाबे में मिलने वाले ये सब्जी थोड़ी लटपटी होती है।
यहां सीखिए ढाबा स्टाइल आलू गोभी बनाने का तरीका-
आलू गोभी बनाने के लिए आपको चाहिए...
- आलू
- गोभी
- टमाटर
- हरी मिर्च
- अदरक
- हरा धनिया
- सरसों का तेल
- लौंग
- तेज पत्ता
- साबुत काली मिर्च
- साबुत लाल मिर्च
- हींग
- जीरा
- नमक
- लाल मिर्च पाउडर
- हल्दी पाउडर
- धनिया पाउडर
- गरम मसाला पाउडर
- अमचूर पाउडर
कैसे बनाएं सब्जी
आलू गोभी की सब्जी बनाने के लिए पहले सभी सब्जियों को धो लें और फिर आलू गोभी को बड़े टुकड़ों में काट लें। इसके अलावा टमाटर, अदरक, हरी मिर्च और हरा धनिया को बारीक काट लें। अब एक कढ़ाई में सरसों का तेल डालें और फिर इसमें तेज पत्ता, जीरा, हींग, लौंग और काली मिर्च डालें और फिर भून लें। अब इसमें टमाटर डालें और गलने तक पकाएं। फिर इसमें कटी हुई हरी मिर्ची और अदरक भी डाल दें। इसे भी अच्छे से पकने दें। फिर इसमें नमक, मिर्ची पाउडर, हरा धनिया पाउडर, और हल्दी पाउडर डाल दें। फिर अच्छे से भुनने के बाद आप इसमें कटे हुए आलू-गोभी डालें और थोड़ा पानी डालें और फिर ढककर पकाएं। सब्जी जब अच्छे से पक जाए तो इसमें गरम मसाला और अमचूर पाउडर डालें। अच्छे से मिलाएं। फिर इसे हरा धनिया से गार्निश करें और फिर सर्व करें। ध्यान रखें की ढाबा स्टाइल सब्जी थोड़ी गली हुई होती है। -
कच्चे दूध से फेशियल, स्किन पर आएगा गजब का निखार
खास त्योहार पर आप चेहरे पर निखार चाहते हैं तो घर में ही फेशियल कर सकते हैं। कच्चा दूध त्वचा और बाल दोनों के लिए फायदेमंद माना जाता है। ऐसे में आप इससे फेशियल कर सकते हैं। कच्चे दूध में लैक्टिक एसिड होता है, जो स्किन को अंदर से ग्लोइंग बनाने में मदद करता है। आइए जानते हैं कैसे करें कच्चे दूध से फेशियल।कच्चे दूध से फेशियल कैसे करेंस्टेप 1- इससे फेशियल करने के लिए सबसे पहले अपने चेहरे को साफ करें। इसके लिए चेहरे को पहले साफ करें और फिर एक बाउल में 1 से डेढ़ चम्मच कच्चा दूध लें और उसमें 2 चुटकी हल्दी मिक्स करें। अच्छे से मिलाएं और फिर कॉटन पैड को इसमें डिप करें और फिर चेहरे को साफ करें। इसको थोड़ा चेहरे पर लगा रहने दें और फिर रगड़ें। बाद में इसे पानी से साफ करें।स्टेप 2- चेहरे को क्लीन करने के बाद, स्क्रब करें। इसके लिए दो चम्मच कच्चा दूध, आधा चम्मच कॉर्न फ्लोर और एक चम्मच चावल का आटा मिक्स करें। फिर पेस्ट अगर ज्यादा गाढ़ा है तो उसे गीला करने के लिए गुलाब जल मिक्स कर दें। इस मिक्स से चेहरे को स्क्रब करें। कुछ देर के लिए सर्कुलर मोशन में रब करें और फिर गीले तौलिये की मदद से क्लीन करें।स्टेप 3- तीसरे स्टेप के लिए एक चम्मच कच्चा दूध लें और उसमें 1 चम्मच शहद मिक्स कर दें। फिर एक कॉटन पैड लें और उसे बाउल में ही डिप कर दें। अब इससे सर्कुलर मोशन में अपने फेस की मसाज करें। फिर गीले तौलिये से अपना चेहरा पोंछें।स्टेप 4-फेस पैक बनाने के लिए कच्चे दूध में केला मिलाएं। फिर फेस पैक को चेहरे पर लगाएं और 10 मिनट के लिए इसे ऐसे ही छोड़ दें। बाद में चेहरा पानी से साफ कर लें। चेहरे को साफ करने के बाद फेस सीरम लगाएं।