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- घर को साफ-सुथरा और हर सामान अपनी जगह रखा हुआ करीने सजा हर किसी को पसंद आता है। लेकिन ऐसे घर को देखकर लगता है कि इसे करने में तो पूरा दिन निकल जाएगा। ऐसे में घर के बाकी काम कैसे होंगे। लेकिन ऐसा नही है अगर आप अपने घर को सजा-संवरा और हर सामान को व्यवस्थित करके रखना चाहती हैं तो इन आदतों को अपने रूटीन में शामिल कर लें। ये आदतें आपके घर को खूबसूरत और पिक्चर परफेक्ट बनाने में मदद करेंगी।डेली रूटीन है जरूरीरूटीन सेट करना बेहद जरूरी है। रोजाना कुछ समय पहले उठना , चादरें, कपड़े फोल्ड करना और धोने के लिए रखना, कुर्सी वगैरह ठीक करना और घर में दिखने वाले इधर-उधर रखे सामान को उसकी जगह पर पहुंचाने की आदत लगा लें। इससे आपका घऱ बिखरा हुआ नहीं दिखेगा।हर दिन घर के सामान चेक करेंसप्ताह में एक दिन कुछ मिनट अपने घर के सामान को देखने के लिए निकालें। जिस बीच आप चेक कर लें कि कौन सा ऐसा सामान है जो अब आपके यूज का नही है। जिसे आप डस्टबिन में फेंक सकते हैं या फिर डोनेट कर सकते हैं। पुराने डिब्बे, पुराने कपड़े, कागज,कार्ड्स हर सामान अगर बेकाम का हो गया है तो उसे हटाने की आदत लगाएं। इससे घर में बेकार का सामान इकट्ठा नहीं होगा और जगह बची रहेगी।हर सामान की जगह फिक्स करेंघऱ में रखें हर सामान की जगह फिक्स कर लें। आलमारी, ड्राअर, कंटेनर, शेल्फ सारे सामान को रखने की जगह फिक्स रहने से खोजने में दिक्कत नहीं होगी और आसानी से मिल जाएगा। जिससे घर हमेशा साफ-सुथरा दिखेगा।कम सामान रखेंघर में सामान रखने के मामले में मिनिमिलिस्टिक रहें। जितना कम सामान रहेगा घर उतना ज्यादा व्यवस्थित दिखेगा और आपको घर की साफ-सफाई में भी ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी।स्टोरेज सामान पर इनवेस्ट करेंऐसे फर्नीचर खरीदें जो स्टोरेज में भी अच्छे हों। जैसे कि अंडर बेड स्टोरेज, कपड़े टांगने वाले ऑर्गनाइजर, आलमारियां, ड्राअर पर पैसे खर्च करें। जो आपके सामान को व्यवस्थित कर छिपाकर रखने में मदद करेंगे। इससे घर हमेशा साफ-सुथरा और सिमटा हुआ दिखेगा।बच्चों के लिए हो अलग आलमारीबच्चों के लिए ऐसे ड्राअर खरीदें जिनमे वो खुद से सामान को रखकर उसे बंद कर दें। जिससे कि उनके खिलौने और सामान फैले ना दिखें।
- दही को हेल्दी फूड माना गया है। जिसका इस्तेमाल केवल खाने के लिए ही नहीं किया जाता। बल्कि ये काफी वैराइटी वाला फूड है। जिसको किसी डिश में डालकर जायका बढ़ाने के साथ ही अलग से डिश भी तैयार की जा सकती है। फिर वो चाहे मिस्टी दोई या फिर भापा दोई। वहीं रायता, दही भल्ला जैसी साइड डिश के बिना तो मेन कोर्स अधूरा लगता है। लेकिन कई बार ऐसा मौका आता है जब फ्रिज में दही खत्म हो जाती है और उसकी सबसे ज्यादा जरूरत पड़ती है। अगर आप किसी सब्जी की ग्रेवी बनाने या दही को खटास के लिए इस्तेमाल करना चाहते हैं और दही खत्म हो गई है तो इन फूड्स को दही की जगह पर इस्तेमाल किया जा सकता है।काजू का पेस्टपनीर को क्रीमी टेक्सचर और नटी फ्लेवर देने के लिए ग्रेवी में दही का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन अचानक आपको पता चले कि दही को खत्म हो चुकी है। तो परेशान होकर मार्केट दौड़ने की बजाय काजू को पानी में भिगोकर पेस्ट तैयार कर लें। ये दही के क्रीमी फ्लेवर की कमी को पूरा कर देगा।बादाम मिल्कघर में काजू भी नही है तो आप दूध के साथ बादाम को पीसकर बादाम मिल्क तैयार कर सकते हैं। ये बादाम मिल्क भी दही के क्रीमी फ्लेवर को आराम से तैयार कर देगा।नींबूअगर आप दही का इस्तेमाल खटास के तौर पर करने वाली थीं। लेकिन दही फ्रिज में खत्म हो चुकी है तो आप नींबू की मदद से खटास ला सकती है। ये पूरी तरह से दही की कमी को पूरा कर देगा।नारियल का दूधकुछ डिशेज में आप दही की बजाय नारियल के दूध या दही का भी इस्तेमाल कर सकती है। अगर वीगन डाइट वालों के लिए खास डिश बनानी है दही की बजाय नारियल के दूध का इस्तेमाल स्मार्ट कुकिंग टिप्स है। जिसे जरूर याद रखें।
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-संध्या शर्मा से जानिए रेसिपी
रक्षाबंधन आने वाला है। इस खास दिन पर बहने अपने भाई के लिए तरह-तरह के पकवान बनाती हैं। आप भी अगर भाई के लिए कुछ टेस्टी और डिफरेंट बनाना चाहती हैं तो पनीर कोफ्ता बना सकती हैं। ये लच्छा पराठा, गार्लिक नान के साथ लाजवाब लगते हैं।
जानिए टेस्टी पनीर कोफ्ता बनाने का तरीका
सामग्री
कोफ्ते के लिए
पनीर (कद्दूकस किया हुआ)
शिमला मिर्च
प्याज
कद्दूकस की हुई गाजर
चिली फ्लैक्स
हरी मिर्च
काली मिर्च पाउडर
ऑरिगेनो
नमक
नींबू
मैदा
मक्के का आटा
तलने के लिए तेल
ग्रेवी के लिए
प्याज
टमाटर
तेल
मक्खन
जीरा
लहसुन की कलियां
अदरक
काजू
कश्मीरी लाल मिर्च साबुत
तेल
कश्मीरी लाल मिर्च पाउडर
मसालेदार लाल मिर्च पाउडर
गरम मसाला
हल्दी
धनिया पाउडर
कसूरी मेथी
नमक
मक्खन
क्रीम
कैसे बनाएं
कोफ्ते बनाने के लिए कद्दूकस किया पनीर लें। इसमें बारीक कटी शिमला मिर्च, प्याज, कद्दूकस की हुई गाजर, चिली फ्लैक्स, हरी मिर्च, काली मिर्च पाउडर, ऑरिगेनो, नमक, नींबू डालें और अच्छे से मिक्स करें इसमें थोड़ी मैदा भी मिलाएं। अब कोफ्ते के गोले तैयार करें और कॉर्न फ्लोर से कोटिंग करें। अब तेल गर्म करें और फिर इन कोफ्तों को अच्छे से सेक लें।
अब ग्रेवी तैयार करें। इसके लिए तेल गर्म करें और फिर इसमें मक्खन पिघलाएं और जीरा चटकाएं। अब इसमें प्याज, टमाटर, लहसुन की कलियां, अदरक, काजू, कश्मीरी लाल मिर्च साबुत को सेक लें। फिर इसे ठंडा करें और इसे पीस लें। अब एक पैन में तेल गर्म करें, फिर इसमें ग्रेवी डालें और अच्छे से सेक लें। अच्छे से पक जाने के बाद इसमें कश्मीरी लाल मिर्च पाउडर, मसालेदार लाल मिर्च पाउडर, गरम मसाला, हल्दी, धनिया पाउडर, कसूरी मेथी, नमक डालकर अच्छे से पकाएं। अंत में इसमें मक्खन मिलाएं। अब इसमें कोफ्ते डालें और दो से तीन चम्मच क्रीम मिलाएं। -
-सीमा उपाध्याय से जानिए रेसिपी
लौकी से कई सारी चीजें बनाई जाती है, जैसे भरवां लौकी, सूखी लौकी,ग्रेवी लौकी और लौकी के कोफ्ते। लौकी को जिस भी तरीके से बना लिया जाए लेकिन उसका नाम सुनते ही हर कोई नाक मुंह सिकोड़ने लगता है, खासकर बच्चे। ऐसे में आज हम लौकी के कोफ्ते बनाने की रेसिपी बता रहे हैं। हम ये कोफ्ते एक ट्रिक के साथ बनाने वाले हैं। तो चलिए जानते हैं इसकी रेसिपी-
सामग्री
लौकी, टमाटर, हरी मिर्च, बेसन, अजवायन, नमक, मिर्च पाउडर, हल्दी पाउडर, धनिया पाउडर, गरम मसाला पाउडर, अमचूर पाउडर, जीरा, तेल, हरा धनिया। क्योंकि इसे एक ट्रिक के साथ बना रहे हैं तो आपको इसे बनाने के लिए दही की जरूरत होगी।
ऐसे करें तैयारी
लौकी के कोफ्ते बनाने के लिए सबसे पहले लौकी को कद्दूकस करें। फिर इसे हाथ से अच्छे से निचौड़ कर एक तरफ रख दें। अब एक बर्तन में बेसन लें, इसमें अजवायन, नमक, हल्दी पाउडर, धनिया पाउडर डालें। फिर इसमें निचोड़ी हुई लौकी डालें। अच्छे से मिक्स करें। इसमें जरूरत के मुताबिक पानी डालें और घोल तैयार करें। फिर एक कढ़ाई में तेल गर्म करें। अब लौकी के घोल के छोटे-छोटे पकोड़े तल लें। इसी के साथ टमाटर और हरी मिर्च को ब्लेंड करें। वहीं दही को भी अच्छे से फेंट लें।
ऐसे बनाएं
इसे बनाने के लिए कढ़ाई में थोड़ा सा तेल गर्म करें फिर इसमें जीरा डालें और पीसे हुए टमाटर को भी इसमें डाल दें। अब अच्छे से 4 से 5 मिनट पकने दें। अब इसमें नमक, मिर्च पाउडर, हल्दी पाउडर, धनिया पाउडर डालें और कुछ देर के लिए ढक दें। 5 से 7 मिनट के बाद जब आप ढक्कन हटाएंगे तो मसाले में तेल ऊपर आने लगा होगा, तभी इसमें दही डालें और जरूरत के मुताबिक पानी डालकर चलाते रहें। (अगर आपके हाथ से दही वाली सब्जियां फट जाती हैं तो आप नमक को अंत में डालें) इसे 10 मिनट के लिए अच्छे से उबाल लें। फिर इसमें गरम मसाला और थोड़ा सा अमचूर पाउडर डालें(अगर दही खट्टा है तो अमचूर पाउडर स्किपर करें)। हरे धनिया से गार्निश करें और सर्व करें। -
-संध्या शर्मा से जानिए रेसिपी
शाम की भूख को मिटाने के लिए बच्चों और बड़ों सभी को स्नैक आइटम चाहिए होता है। रोजाना एक जैसा स्नाक खाना किसी को भी पसंद नहीं होता है। ऐसे में अगर आप कुछ नया ट्राई करने के बारे में सोच रही हैं तो घर पर क्रिस्पी पोटैटो बाइट्स बनाकर तैयार कर सकती हैं। बच्चों और बड़ों को ये स्नैक आइटम खूब पसंद आएगा। यहां जानिए क्रिस्पी पोटैटो बाइट्स की रेसिपी-
क्रिस्पी पोटैटो बाइट्स बनाने के लिए आपको चाहिए...
आलू
नमक स्वादानुसार
काली मिर्च पाउडर
ऑरिगेनो
बारीक कटा हरा धनिया
कसा हुआ पनीर
चिली फ्लैक्स
कॉर्न फ्लोर
तेल
कैसे बनाएं
इसे बनाने के लिए सबसे पहले आलू को अच्छे से धो लें। फिर इन्हें छील कर काट लें। इसे लिए एक आलू में से 4 टुकड़े करें। फिर एक बर्तन में पानी गर्म करें और इसमें आलू को उबाल लें। अब उबले आलू को छान लें। फिर इन आलू के ग्राइंडर में डालकर बारीक काट लें, आप हाथ से भी इन्हें काट सकते हैं। अब आलू में नमक, काली मिर्च पाउडर, ऑरिगेनो, बारीक कटा हरा धनिया, कसा हुआ पनीर और चिली फ्लैक्स डालें। इसे अच्छी तरह से मिक्स करें। इसमें कॉर्नफ्लोर डालें और फिर से मिक्स करें। अब इसे पोटैटो बाइट्स की शेप दें। फिर तेल गर्म करें और इसमें सभी पोटैटो बाइट्स गोल्डन ब्राउन होने तक सेक लें। पोटैटो बाइट्स तैयार हैं, इसे सॉस और चटनी के साथ सर्व करें। -
-सीमा उपाध्याय से जानिए रेसिपी
दाल प्रोटीन से भरपूर एक ऐसी डिश है जो ज्यादातर हर भारतीय घर में बनती है। खासकर अरहर की दाल और चावल ऐसा कॉम्बिनेशन है जिसे सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है। हालांकि एक सा टेस्ट होने की वजह से कई बार लोग दाल खाकर बोर भी हो जाते हैं। अगर आप दाल में कुछ टेस्टी ट्विस्ट देना चाहते हैं तो कुछ चीजें ऐड कर सकते हैं। ये दाल की पौष्टिकता तो बढ़ाएंगी साथ ही अलग टेस्ट भी आएगा। अगर आप बाहर अकेले रहते हैं तो आपके लिए यह दाल एकदम परफेक्ट है। यहां जानें बनाने का तरीका।
वेट कंट्रोल के लिए बेस्ट ऑप्शन
दाल लोग कई तरह से बनाते हैं। कुछ लोग सिंपल उबालकर दाल खाना पसंद करते हैं। कुछ हींग-जीरे से तड़का मारते हैं तो कुछ लोग इसे प्याज लहसुन से छौंकते हैं। यहां दाल बनाने का एक और तरीका है जिससे आपको इसमें सब्जियों की पौष्टिकता भी मिल जाएगी। अगर आप वेट कंट्रोल कर रहे हैं तो डिनर में ये दाल बनाना बेस्ट ऑप्शन है। इसके लिए आपको दाल में लौकी, बैंगन, बीन्स, सहजन, मटर, प्याज, टमाटर या जो भी सब्जियां आपके पास हों डाल लें। ठीक वैसे ही जैसे सांबर में डालते हैं। इन सबके साथ नमक, हल्दी और पानी डालकर दाल उबाल लें।
ऐसे लगाएं तड़का
इसे सांबर जितना पतला रखने की जरूरत नहीं। जब दाल और सब्जियां उबल जाएं तो इन्हें थोड़ा घोंट लें। अब इस दाल में घी का तड़का लगाएं। पैन में घी गरम करके हींग, जीरा, खड़ी लाल मिर्च डालकर चटकाएं। इसमें सब्जियों वाली दाल डाल लें। इस दाल में नींबू निचोड़कर चावल के साथ खाएं। यह प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फैट और सब्जियों का बेहतरीन कॉम्बो है। आप साउथ इंडियन टच चाहते हैं तो तड़के में राई और करी पत्ता भी डाल लें। -
-संध्या शर्मा से जानिए रेसिपी
आप लंच में कुछ चटपटा और स्पाइसी बनाने की सोच रहे हैं तो जापानी स्टाइल फ्राइड राइस एक बेस्ट ऑप्शन हो सकता है। यह रेसिपी बनाने में जितनी आसान है खाने में भी उतनी ही टेस्टी होती है। जापानी स्टाइल फ्राइड राइस की खासियत यह है कि इसका स्वाद बच्चों से लेकर बड़ों तक को बेहद पसंद होता है। तो आइए बिना देर किए जान लेते हैं कैसे बनाएं जाते हैं जापानी स्टाइल फ्राइड राइस।
जापानी स्टाइल फ्राइड राइस बनाने के लिए सामग्री-
-4 बड़े चम्मच मक्खन (नमकीन या अनसाल्टेड)
-½ कप प्याज (½ इंच के टुकड़ों में कटा हुआ)
-2 चम्मच बारीक कटा हुआ लहसुन
-¼ कप हरी मटर
-¼ कप कद्दूकस की हुई गाजर (½ इंच के क्यूब्स में कटी हुई)
-4 कप पके और ठंडे सफेद चावल
-½ छोटा चम्मच नमक (स्वादानुसार)
-½ छोटा चम्मच सफेद मिर्च पाउडर (या काली मिर्च पाउडर)
-1 बड़ा चम्मच डार्क सोया सॉस
-1 बड़ा चम्मच भुने हुए तिल का तेल (या कोई अन्य खाना पकाने का तेल)
-गर्निश करने के लिए कटा हुआ हरा प्याज, हरा धनिया, या तिल
जापानी स्टाइल फ्राइड राइस बनाने का तरीका-
जापानी स्टाइल फ्राइड राइस बनाने के लिए सबसे पहले एक बड़ी-चपटी कड़ाही को मध्यम आंच पर तेज गर्म कर लें। अब कढ़ाई में मक्खन डालकर पिघलने तक चलाएं। इसके बाद मक्खन में प्याज और लहसुन डालकर 10-12 सेकेंड तक भूनने के बाद हरी मटर और गाजर डालकर 15-20 सेकेंड तक और भूनें। चावल, नमक, काली मिर्च पाउडर, सोया सॉस और तिल का तेल डालकर सभी चीजों को अच्छी तरह मिला लें। इस स्टेज पर नमक की जांच करके कटे हुए हरे प्याज ,कटा हुआ हरा धनिया और भुने हुए तिल से सजाकर सॉस के साथ गरमागरम परोसें। -
-सीमा उपाध्याय से जानिए रेसिपी
भाई बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन का त्योहार कुछ ही दिनों में आने वाला है। इस दिन को खास बनाने और भाई का मुंह मीठा करवाने के लिए बहनों ने अभी से तैयारियां करनी भी शुरू कर दी होंगी। अगर आप भी इस राखी के त्योहार पर भाई का मुंह मीठा करवाने के लिए घर पर कुछ टेस्टी सा बनाना चाहती हैं तो ट्राई करें केसरी श्रीखंड की ये डिजर्ट रेसिपी। इस रेसिपी को न सिर्फ बनाना बेहद आसान है बल्कि इसका स्वाद भी खाने में बहुत अच्छा होता है। तो आइए बिना देर किए जान लेते हैं घर पर कैसे बनाया जाता है बाजार जैसा टेस्टी केसरी श्रीखंड ।
केसरी श्रीखंड बनाने के लिए सामग्री-
-15-20 केसर के धागे
-50 मिली. ठंडा दूध
-500 ग्राम दही
-100 ग्राम पाउडर चीनी
-1 टी स्पून इलाइची पाउडर
-गार्निशिंग के लिए ड्राई फ्रूट सिल्वर
केसरी श्रीखंड बनाने का तरीका-
केसरी श्रीखंड बनाने के लिए सबसे पहले केसर को 3 से 4 घंटे के लिए दूध में भिगोकर रख दें। उसके बाद दही, पीसी हुई चीनी, इलाइची पाउडर और केसर दूध को एक साथ अच्छे से मिलाकर श्रीखंड को सर्विंग बाउल में निकाल लें। अब उसे सिल्वर ड्राई फ्रूट्स से गार्निश करें और सर्व करने से पहले इसे फ्रिज में ठंडा करने के लिए रख दें। -
-संध्या शर्मा से जानिए रेसिपी
स्पाइसी फूड पसंद करने वाले लोगों को पंजाबी रेसिपीज बेहद होती हैं। ऐसी ही एक रेसिपी का नाम है अमृतसरी छोले। ये रेसिपी खाने में बेहद स्वादिष्ट होने के साथ बनाने में भी बेहद आसान है। अगर आप भी पंजाबी फूड पसंद करते हैं और डिनर में मसालेदार रेसिपी ट्राई करना चाहते हैं तो चावल और पराठे के साथ बना सकते हैं अमृतसरी छोले। आइए जान लेते हैं क्या है इसकी रेसिपी।
पंजाबी छोले बनाने के लिए सामग्री-
छोले भिगोने के लिए-
-1 कप सूखे सफेद छोले
टी वाटर के लिए-
-2 कप पानी
-2 चम्मच चाय की पत्तियां
छोले की ग्रेवी बनाने के लिए-
-2-3 लौंग
-1 साबुत बड़ी इलाइची
-2-3 साबूत हरी इलायची
-1 इंच दालचीनी का टुकड़ा
-5 बड़े चम्मच सरसों का तेल या घी)
-1 कप कद्दूकस किया हुआ प्याज
-2 चम्मच अदरक लहसुन का पेस्ट
-1 कप कद्दूकस किया हुआ टमाटर
-2 बड़े चम्मच छोले मसाला पाउडर
-1 चम्मच धनिया पाउडर
-1 चम्मच कश्मीरी लाल मिर्च पाउडर
-½ चम्मच हल्दी पाउडर
-1 चम्मच जीरा पाउडर
-1 चम्मच अनारदाना पाउडर
-⅛ चम्मच बेकिंग सोडा
-2 चम्मच नमक (या स्वादानुसार)
-1 बड़ा चम्मच कसूरी मेथी
-1 चम्मच इमली का पेस्ट
तड़के के लिए-
-1 बड़ा चम्मच घी
-½ चम्मच हींग
-2-3 हरी मिर्च (आधी कटी हुई)
-1 चम्मच जूलिएन्ड अदरक
पंजाबी छोले बनाने का तरीका-
पंजाबी छोले बनाने के लिए सबसे पहले चने भिगोने के लिए रख दें। इसके बाद छोले का पानी निथारकर उन्हें अच्छी तरह धोकर छानकर एक तरफ रख दें। अब छोले काले करने के लिए पहले चाय बना लें। उसके लिए मध्यम आंच पर एक पैन में पानी गर्म करके उसमें चायपत्ती डालकर एक मिनट तक पकाएं। इसके बाद चाय को छलनी से छानकर एक तरफ रख दें। अब एक प्रेशर कुकर लेकर उसमें लौंग, बड़ी इलायची, हरी इलायची और दालचीनी को मूसल में हल्का सा कुचल लें। इसके बाद मध्यम-तेज आंच पर एक प्रेशर कुकर में तेल गरम करें। तेल गर्म होने पर इसमें पिसा हुआ मसाला डालें और 4-5 सेकेंड तक भून लें। अब कुकर में प्याज डालकर लगातार हिलाते हुए 8-10 मिनट हल्का भूरा होने तक भूनें। अगर पेस्ट कुकर की तली में चिपक जाए तो थोड़ा सा पानी छिड़क लें। अदरक लहसुन का पेस्ट डालकर 2 मिनट तक भूनें। अब टमाटर डालकर लगातार हिलाते हुए एक मिनट तक पकाएं।
अब छोले मसाला पाउडर, धनिया पाउडर, मिर्च पाउडर, हल्दी पाउडर, जीरा पाउडर और अनारदाना पाउडर डालकर तब तक भूनें जब तक कि किनारों से तेल अलग न होने लगे। अब कुकर में भीगे हुए छोले, चाय का पानी, बेकिंग सोडा, नमक और 1 कप सादा पानी डालकर धीरे से हिलाकर कुकर का ढक्कन बंद कर दें। अब तेज आंच पर 1 सीटी आने तक प्रेशर कुक करें और फिर आंच धीमी करके 20 मिनट तक पकाएं। कुकर को आंच से हटाकर 15 मिनट के लिए प्रेशर को अपने आप निकलने दें। इसके बाद कुकर का ढक्कन खोलकर मेथी और इमली का पेस्ट डालकर अच्छी तरह मिलाएं। छोले की ग्रेवी को गाढ़ा करने के लिए कलछी के पिछले भाग का उपयोग करके छोले को थोड़ा सा मैश कर लें। अगर आपको ज्यादा तीखे छोले पसंद हैं तो आप इसमें एक या दो चम्मच इमली का पेस्ट, अमचूर पाउडर या नीबू का रस डालकर अच्छी तरह मिला लें।
चना मसाला का तड़का-
चना मसाला का तड़का बनाने के लिए सबसे पहले मध्यम-तेज आंच पर एक छोटे पैन में तड़का लगाने के लिए घी गरम करें। घी गर्म होने पर हींग, हरी मिर्च और अदरक डालकर 10-12 सेकेंड तक भूनें। तड़के को छोले के ऊपर डालें और अच्छी तरह मिला लें। आपके पंजाबी छोले बनकर तैयार हैं। आप इसे पराठों और चावलों के साथ गर्मा - गर्म परोसें। -
-सीमा उपाध्याय से जानिए रेसिपी
त्योहारों का सीजन शुरू हो चुका है। आपके घर भी रक्षाबंधन तक मेहमानों के आने का सिलसिला चलता रहता है तो उनका मुंह मीठा करने के लिए टेस्टी हलवा बना सकती हैं। बेसन और सूजी को मिलाकर तैयार ये हलवा खाने के बाद सब इसकी रेसिपी पूछेंगे। तो चलिए जानें कैसे बनेगा सूजी और बेसन को मिलाकर टेस्टी हलवा और क्या है बेसन के हलवा की रेसिपी।
बेसन का हलवा बनाने की सामग्री
1 कप बेसन
1 कप सूजी
1 कप दूध
2 कप पानी
1 कप देसी घी
2 कप चीनी
मनपसंद ड्राई फ्रूट्स
बेसन का हलवा बनाने की रेसिपी
-सबसे पहले किसी मोटे तली के पैन में थोड़ा सा देसी घी डालें।
-इसमे सूजी और बेसन की तय मात्रा डालकर धीमी आंच पर भूनना शुरू करें।
-जब ये थोड़ा सा भुनने लगें तो इसमे देसी घी एक कप डाल दें।
-अब धीमी आंच पर सुनहरा होने तक भूनें।
-जब बेसन भुनकर सोंधी महक देने लगे तो इसमे दूध डाल दें।
-लगातार चलाते रहें और गैस की फ्लेम को बिल्कुल धीमा ही रखे।
-लगातार चलाते हुए भूनें जिससे कि गांठ ना पड़े।
-जब दूध अच्छे से मिक्स हो जाए तो इसमे एक कप पानी डालें।
-अच्छी तरह चलाएं और पानी सूख जाने तक भूनते रहें।
-जब पानी अच्छी तरह से सूख जाए तो एक बार फिर से एक कप पानी को डाल दें।
-धीमी गैस फ्लेम पर करछी की मदद से चलाकर भूनें।
-सबसे आखिर में चीनी डालें।
-चीनी गर्म होकर चाशनी बना लेगी और बेसन के साथ अच्छे से भुनेगी।
-भूनकर इसे सुखा लें। और बस तैयार है टेस्टी सूजी और बेसन का हलवा। इसे मनचाहे ड्राई फ्रूट्स डालकर सजाएं और गर्मागर्म सर्व करें। -
-संध्या शर्मा से जानिए रेसिपी
सहजन की फलियों को मोरिंग और मुनगा के नाम से भी काफी सारे लोग जानते हैं। वैसे तो इस फली के बहुत सारे औषधीय गुण हैं लेकिन केवल फली ही नहीं बल्कि सहजन की पत्तियां भी बहुत फायदेमंद होती है। इसकी सब्जी बनाकर खाने से ही विटामिन सी, ए, ई, आयरन, मैग्नीशियम, पोटैशियम, जिंग जैसे जरूर तत्व शरीर को मिलते हैं। सहजन में एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। जो कई तरह के संक्रमण वाली बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं। सहजन की फलियों का सीजन ना होने की वजह से इसकी पत्तियों से ये न्यूट्रिशियस तत्व लिए जा सकते हैं। जानें कैसे बनाएं सहजन की पत्तियों की क्रिस्पी और टेस्टी सब्जी, जिसे बच्चे-बड़े सब आसानी से खा सकेंगे।
सहजन की पत्ती की सब्जी बनाने की सामग्री
सहजन की पत्तियां 500 ग्राम
चावल का आटा 1 कप
नमक स्वादानुसार
1 प्याज बारीक कटा हुआ
2 चम्मच सरसों का तेल
1 चम्मच जीरा
आधा चम्मच लाल मिर्च पाउडर
2 साबुत लाल मिर्च
अदरक-लहसुन-मिर्ची का पेस्ट
आधा चम्मच हल्दी पाउडर
सहजन की पत्तियों की क्रिस्पी सब्जी रेसिपी
-सबसे पहले सहजन की पत्तियों को अच्छी तरह से डंठल से अलग कर लें। फिर इसे दो से तीन पानी से धो लें।
-बारीक-बारीक काट लें।
-अब किसी बड़े बाउल में इन कटी हुई पत्तियों के साथ चावल के आटे को अच्छी तरह से मिक्स करें।
-अब कड़ाही में तेल गर्म करें।
-जब तेल गर्म हो जाए तो इसमे जीरा चटकाएं।
-जीरे के साथ अदरक-लहसुन और मिर्ची का पेस्ट डालकर भूनें।
-जब पेस्ट भुन जाए तो प्याज डालें।
-साथ में साबुत लाल मिर्च भी डाल दें।
-धीमी आंच पर अच्छी तरह से प्याज भुनने के बाद चावल के आटे में मिक्स मोरिंगा लीव्स को डालकर चलाएं।
-नमक भी डाल दें।
-अच्छी तरह से धीमी आंच पर पकाएं।
-बस तैयार है टेस्टी क्रिस्पी मोरिंग लीव्स की सब्जी। इसे दाल-चावल के साथ सर्व करें। बस टेस्ट पसंद करेंगे। -
-सीमा उपाध्याय से जानिए रेसिपी
खास स्टाइल से रबड़ी मालपुआ तैयार करिए। इसका स्वाद चखने के बाद हर किसी के मुंह से केवल आपकी तारीफ ही निकलेगी। जानें कैसे बनाएं टेस्टी और सॉफ्ट मालपुआ।
मालपुआ बनाने की सामग्री
1 कप मैदा
एक चौथाई कप सूजी
1 कप दूध
2 चम्मच चीनी
1 चम्मच सौंफ
1 कप पानी
2 कप घी
चाशनी बनाने के लिए
2 कप चीनी
2 कप पानी
1-2 लच्छा केसर
1 चम्मच इलायची पाउडर
2 चम्मच बादाम
मालपुआ बनाने की विधि
सबसे पहले किसी बड़े बाउल में मैदा लें। इसमे चीनी मिला लें। साथ में दूध डालकर अच्छी तरह से फेंटे। फेंटते समय बाउल को किसी बर्फ से भरे बर्तन में रख लें। जिससे कि पेस्ट बिल्कुल ठंडा रहे। अच्छी तरह से फेंट कर मालपुआ के पेस्ट को फ्लपी बना लें। बिल्कुल क्रीमी टेक्सचर बनाने के बाद इसे साइड में रख दें।
चाशनी बनाएं
चाशनी बनाने के लिए किसी मोटे तले के बर्तन में चीनी और पानी डालें। जब इसमे उबाल आने लगे तो केसर के रेशे और इलायची पाउडर डालकर गाढ़ा कर लें। चाशनी जब गाढ़ा ही जाए तो गैस बंद कर दें।
मालपुआ बनाने के लिए पैन को गैस पर रखें और देसी घी डालें। देसी घी गर्म होने लगे तो इसमे पैनकेक के आकार में बैटर डालकर धीमी आंच पर पकाएं। दोनों तरफ सुनहरा पकाने के बाद तैयार मालपुआ को चाशनी में डाल दें। करीब एक घंटे तक चाशनी में डुबोने के बाद प्लेट में निकालें और ऊपर से रबड़ी और बारीक कटे ड्राई फ्रूट्स, सूखे गुलाब के फूल डालकर सर्व करें। -
पानी शरीर के लिए बहुत जरूरी होता है। अगर आप कम मात्रा में पानी पीते हैं तो कई सारी बीमारियों के पैदा होने का डर रहता है। क्योंकि पानी शरीर से टॉक्सिंस को आसानी से बाहर निकालने में मदद करता है। साथ ही शरीर के सारे बॉडी पार्टस भी स्मूदली वर्क कर पाते हैं। पानी की कमी से दिल की सेहत पर बुरा असर पड़ता है। वहीं यूरिन इंफेक्शन, कब्ज, इनडाइजेशन की समस्या बढ़ जाती है। वहीं चेहरे पर एक्ने भी पानी की कमी से दिखते हैं। कई बार शरीर में पानी की कमी तो होती है लेकिन उसे हम समझ नहीं पाते। ऐसे में शरीर में दिख रहे इन लक्षणों समझें कि आप है डिहाइड्रेशन के शिकार।
यूरिन का कलर
अगर आपको खुलकर यूरिन नहीं हो रही और यूरिन का कलर पीलापन लिए है। तो ये आपके शरीर में पानी की कमी का संकेत है। जरूरी है कि पानी पीने की मात्र को बढ़ा दिया जाए।
मुंह से बदबू
पानी की कमी की वजह से मुंह में लार कम बनती है और मुंह से बदबू आती है। दांतों और मुंह की सफाई के बाद भी मुंह बदबू करता है तो पानी ज्यादा पीना शुरू करें।कद
स्किन और होंठ ड्राई
अगर स्किन हमेशा ड्राई रहती है और होंठ के आसपास का हिस्सा सूखा सा लगता है तो शरीर में पानी की कमी है। इसे पूरा करने के लिए लिक्विड और पानी की मात्रा को बढ़ा दें।
कमजोरी और सुस्ती
डिहाइड्रेशन की वजह से ब्लड प्रेशर लो हो जाता है। जिसकी वजह से थकान और सुस्ती लगती है और सिर चकराता है। इसलिए सुस्ती और सिर चकराने पर पानी पीना बेहद जरूरी होता है।
नींद ज्यादा लगना और थकान
अगर आपको बहुत ज्यादा थकान महसूस हो रही है और नींद आ रही है तो ये शरीर में पानी की कमी का संकेत है। डिहाड्रेशन को दूर करने के लिए लिक्विड और पानी ज्यादा मात्रा में पिएं।
मसल्स क्रैंप
पानी की कमी और डिहाइड्रेशन की वजह से इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बिगड़ जाता है और मसल्स में क्रैंप होता है। ये सिचुएशन भी डिहाइड्रेशन की निशानी है। -
हेल्दी रहना है तो सही खानपान और डाइट के साथ ही रूटीन का भी सही होना जरूरी है। इसमे सोना का नियम भी शामिल है। अच्छी नींद सेहत को किस तरह से फायदा पहुंचाती है। ये तो बहुत सारे रिसर्च और स्टडी में पता चल चुका है। लेकिन रात की अच्छी नींद के साथ ही दिन में सोना भी फायदेमंद हो सकता है। इस बारे में ज्यादातर एक्सपर्ट की राय अलग-अलग होती है। लेकिन अगर आपकी आदत दिन में सोने की है तो इस खबर को जरूर पढ़ लें। दिन में सोना दो तरह का होता है। जिसके बारे में पूरी जानकारी जरूरी है।
दिन में इतनी देर सोना है फायदेमंद
दिन में झपकी मारना और सोना, दोनों अलग बाते हैं। अगर आप केवल आधे घंटे या फिर उससे कम देर के लिए सो रहे हैं तो ये सेहत के लिए अच्छा है। इंडिया टुडे में छपी रिपोर्ट के मुताबिक रिसर्च में बताया गया है कि दिन में मात्र 26 मिनट की छोटी सी नैप आपकी सेहत पर पॉजिटिव असर डालती है।
झपकी से दिमाग होगा तेज
अगर आप दिन के मात्र आधा घंटा सोते हैं तो ये दिमाग को तेजी से काम करने में मदद करता है। उम्र बढ़ने के साथ दिमाग में खास तरह के स्नैप्स बनने लगते हैं। जो कि दिमाग को तेजी से काम करने में रुकावट पैदा करते हैं। अगर रोजाना मात्र आधे घंटे की नींद ली जाती है तो इसका लंबे समय में असर देखने को मिलता है। और समय के साथ याददाश्त तेज रहती है और दिमाग को एकाग्र होने में दिक्कत नहीं आती। साथ ही स्ट्रेस लेवल कम होता है और आंखों को भी रेस्ट मिलता है।
ज्यादा देर सोना है नुकसानदेह
अगर दिन में आधे घंटे से ज्यादा आप सोते हैं या पूरे दिन सोते ही रहते हैं तो ये बैड हेल्थ का संकेत है। जिसकी वजह रात की नींद पूरी ना होना हो सकता है। रात की नींद अगर डिस्टर्ब होती है तो डायबिटीज, स्ट्रेस, मोटापा और स्ट्रोक का खतरा रहता है। जो कि स्लीप एप्निया का कारण है। -
-संध्या शर्मा से जानिए रेसिपी
मील्स के बीच में कुछ स्नैक्स लेना अच्छा रहता हैं, ताकि थोड़ी भूख को शांत किया जा सके। बच्चों के लिए भी ये काफी जरूरी होता है, क्योंकि ये ना केवल उनकी भूख को शांत करता है, बल्कि ओवरआल न्यूट्रिएंट इंटेक के लिए भी जरूरी है। बच्चे पिज्जा खाने के शौकीन होते हैं। ऐसे में स्नैक्स के लिए आप ब्रेड पिज्जा बॉल्स बना सकते हैं। आइए, जानते हैं इसे बनाने की रेसिपी-
ब्रेड पिज्जी बॉल्स बनाने के लिए आपको चाहिए...
ब्रेड, चीज, स्वीट कॉर्न, प्याज, शिमला मिर्च, पिज्जा पास्ता सॉस,ऑरिगेनो, चिली फ्लैक्स, पिज्जा सीजनिंग नमक, तेल, पानी
कैसे बनाएं
ब्रेड पिज्जा बॉल्स बनाने के लिए सबसे पहले प्याज और शिमला मिर्ट को बारीक काट लें। अब एक बर्तन में प्याज, शिमला मिर्च, उबले हुए स्वीट कॉर्न डालें। इसी के साथ इसमें कद्दूकस किया चीज, चीली फ्लैक्स, ऑरिगेनो और नमक डालें। अच्छे से मिक्स करें और फिर इसमें पिज्जा पास्ता सॉस मिलाएं और खूब अच्छे से इसे मिला दें। अब ब्रेड स्लाइस लें और फिर इसे चारों तरफ से काट दें। सभी ब्रेड के कोनों को निकाल दें। अब एक ब्रेड स्लाइस को पानी में भिगोएं और फिर इसे दोनों हाथो से दबा दें। अब इसमें तैयार किया मिक्स मिलाएं और फिर इसे सभी तरफ से लपेट दें और बॉल बनाएं। सभी ब्रेड का इसी तरह से बॉल बनाएं और फिर सभी ब्रेड के साथ ऐसा करके बॉल्स तैयार करें। अब तेल गर्म करें और फिर इसे गोल्डन ब्राउन होने तक सेक लें। अब ब्रेड पिज्जा बॉल्स तैयार हैं इन्हें सॉस के साथ सर्व करें। -
-सीमा उपाध्याय से जानिए रेसिपी
ब्रेकफास्ट में कुछ हेल्दी और टेस्टी बनाकर खाना चाहते हैं तो ट्राई कर सकते हैं मूंग दाल चीले की ये टेस्टी रेसिपी। ये रेसिपी न सिर्फ खाने में बेहद टेस्टी लगती है बल्कि बनाने में भी बेहद आसान है। जो लोग अपनी वेट लॉस जर्नी पर हैं उनके लिए यह एक परफेक्ट रेसिपी हो सकती है। तो आइए बिना देर किए जान लेते हैं कैसे बनाया जाता है मूंग दाल चीला।
मूंग दाल चीला बनाने के लिए सामग्री-
चीला बनाने के लिए
-1 कप धुली हुई पीली मूंग दाल
-1 चम्मच नमक
-1 चम्मच कटा हुआ अदरक
-1 हरी मिर्च
-¼ कप कटा हुआ प्याज
-1 बड़ा चम्मच कटा हरा धनिया
-तलने के लिए तेल
चीले की स्टफिंग के लिए-
-1 बड़ा चम्मच तेल
-1 चम्मच जीरा
-¼ कप कटा हुआ प्याज
-1 चम्मच कटी हुई हरी मिर्च
-नमक स्वादानुसार
-¼ चम्मच हल्दी पाउडर
-1 कप कसा हुआ पनीर
-1 बड़ा चम्मच कटा हरा धनिया
मूंग दाल चीला बनाने का तरीका-
मूंग दाल चीला बनाने के लिए सबसे पहले 1 कप पीली मूंग दाल को अच्छी तरह धोकर 4-5 कप पानी में 5-6 घंटे के लिए भिगोने के लिए रख दें। इसके बाद दाल का पानी निकालकर भीगी हुई दाल को ग्राइंडर में 1 इंच अदरक का टुकड़ा, 1 हरी मिर्च और ¼ कप पानी के साथ डालकर पीसकर चिकना पेस्ट तैयार कर लें। अब मूंग दाल के पेस्ट एक बड़े मिक्सिंग बाउल में डालकर 1 चम्मच नमक, ¼ कप कटा हुआ प्याज, 1 बड़ा चम्मच कटा हरा धनिया और लगभग ½ कप पानी डालकर डोसे जैसा बैटर तैयार कर लें। -
-संध्या शर्मा से जानिए रेसिपी
हर दिन अगर आप नाश्ते में पोहा, उपमा, पराठे खा रहे हैं तो हो सकता है कि एक समय पर आकर आप इन सभी चीजों से बोर हो जाएं। अगर आप कुछ चटपटा खाने के मूड में हैं तो मूंग से टेस्टी कटलेट बनाएं। ये कटलेट प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होते हैं। वेट लॉस कर रहे लोग भी आसानी से इन कटलेट को बना सकते हैंं और खा सकते हैं। यहां जानिए इसे बनाने का तरीका-
इसे बनाने के लिए आपको चाहिए...
रात भर भीगी हुई हरी मूंग
दही
पनीर
हरी मिर्च
अदरक
लहसुन
धनिया
भुना हुआ जीरा पाउडर
नमक स्वाद अनुसार
कैसे बनाएं
कटलेट बनाने के लिए रात भर भीगी हुई मूंग को ब्लेंडर में दही(इस्तेमाल कर रहे दही को कुछ देर के लिए सूती कपड़े में डालकर रखें, जब पानी निकल जाए तब इसका इस्तेमाल करें), पनीर, हरी मिर्च, लहसुन, अदरक, भुना जीरा पाउडर और स्वादानुसार नमक के साथ ब्लेंड करें। ब्लेंड करने के लिए एक्सट्रा पानी न डालें वर्ना कटलेट बनाना मुश्किल हो जाएगा। मिक्स तैयार हो जाने के बाद इसके छोटे-छोटे कटलेट बनाकर तवे पर थोड़े से घी के साथ फ्राई करें। इसे दोनों तरफ से ब्राउन होने दें और हरी चटनी, केचप या दही के साथ परोसें। -
-सीमा उपाध्याय से जानिए रेसिपी
सुबह के वक्त अक्सर बच्चों का टिफिन पैक करने और ब्रेकफास्ट बनाने में देर हो जाती है। ऐसे में समझ नहीं आता कि एक डिश कौन सी तैयार करें जो बच्चे-बड़े सब पसंद करें और चाव से खा लें। अगर आपके साथ ही अक्सर ऐसा होता है तो बस दो इंग्रीडिएंट्स की मदद से चीज पराठा तैयार कर सकती हैं। जो बच्चों के टिफिन में देने के साथ ही बड़ों को ब्रेकफास्ट में आसानी से दे सकती हैं। साथ ही इसे बनाने में ज्यादा टाइम या मेहनत भी नहीं लगती। तो चलिए जानें कैसे बनाएं केवल दो मेन इंग्रीडिएट से टेस्टी चीज पराठा। जिसे टोमैटो सॉस या फिर ऐसे भी खाना सब पसंद करेंगे।
चीज पराठा बनाने की सामग्री--
एक कप गेहूं का आटा
चीज की स्लाइस
ऑरगेनो
कुटी लाल मिर्च
नमक
सेंकने के लिए बटर या घी
चीज पराठा बनाने की विधि
-सबसे पहले गेहूं के आटे को गूंथ लें। आटा थोड़ा नर्म ही रखें।
-बस आटे की लोई लेकर रोटी बेल लें।
-फिर इसके बीच में चीज की एक स्लाइस रखें।
-स्लाइस के ऊपर ऑरेगेनो मिक्स और कुटी हुई लाल मिर्च डालें। स्वादानुसार नमक भी डाल सकते हैं।
-अब, चारों तरफ से रोटी को फोल्ड कर चौकोर पार्सल बना लें।
-ऊपर से सूखा आटा छिड़कें और हल्के हाथ से बेल लें।
-बेलने के बाद इसके ऊपर गार्लिक और बटर मिक्स को लगाएं।
-तवे को गर्म करें और तैयार चीज स्टफ पराठे को डालें। दोनों तरफ से बटर या घी लगाकर सुनहरा सेंक लें।
-बस रेडी है टेस्टी चीज पराठा। इसे टोमैटो सॉस या फिर ऐसे ही खाएं। -
हेल्दी रहने और बहुत सारी बीमारियों को कोसों दूर रखने के लिए न्यूट्रिशियस फूड्स खाना जरूरी होता है। इसमे फल-सब्जियों से लेकर ड्राई फ्रूट्स और नट्स शामिल हैं। साथ ही कुछ खास तरह के बीजों को भी हेल्थ के लिए फायदेमंद माना जाता है। जैसे चिया सीड्स, फ्लैक्स सीड्स, पंपकिन सीड्स, सनफ्लावर सीड्स। वहीं कुछ बीज ऐसे होते हैं जिन्हें अगर खा लिया जाए तो सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए हेल्दी चीजों के अंदर पाए जाने वाले इन बीजों से दूरी बनाकर रखने में ही भलाई है। आगे जाने कौन से हैं वो सीड्स, जिन्हें ना खाने में ही भलाई है।
टमाटर के बीज
टमाटर के बीज काफी छोटे होते हैं और अधिकतर गूदे में लिपटे रहते हैं। जिन्हें अलग करने का काम कोई नहीं करता। फिर चाहे सब्जी हो या सलाद, प्यूरी से लेकर ग्रेवी तक में आराम से शामिल कर दिए जाते हैं। लेकिन ये टमाटर के बीज ही हैं जो किडनी में स्टोन बनाने वाले कंपाउंड को रखते हैं। दरअसल, टमाटर के बीज में ऑक्सलेट होता है जो किडनी स्टोन को बनने में मदद करता है। हालांकि ये बात तो आप अच्छे से समझते होंगे कि रोजाना बहुत ज्यादा मात्रा में टमाटर के बीजों को खाने पर ही ये स्टोन बनाएंगे।
सेब के बीज
सेब तो बहुत ही फायदेमंद फ्रूट है। जिसे लगभग हर किसी को खाने की सलाह दी जाती है। लेकिन आप जानते हैं कि इतने हेल्दी सेब का बीज जहरीला होता है। सेब के बीजों में खास तरह का कंपाउड अमिगडैलिन होता है। अगर सेब के बीज को खा लिया जाए तो पचते समय ये कंपाउंड हाइड्रोजन साइनाइड बनाने लगता है। जिसकी वजह से मौत होने के भी चांस रहते हैं। लेकिन जानने वाली बात है कि शरीर में हाइड्रोजन साइनाइड की मात्रा जब हर एक किलो पर 15.2 मिलीग्राम होगी। तब ही मौत का खतरा होता है। अगर आपने एक दो बीज सेब के खा लिए तो चिंता की बात नही है।
इन फलों के बीज भी होते हैं नुकसानदेह
सेब के अलावा प्लम, खुबानी, चेरी, आलूबुखारा के बीज भी हेल्दी समझकर नहीं खाना चाहिए। इन सबमे जहरीले कंपाउड होते हैं। इसलिए इन सारे फ्रूट्स को खाते समय बीज को खाने से पूरी तरह बचना सही है।
लीची के बीज
चेरी और खुबानी जैसे फलों के साथ ही लीची के बीज भी नहीं खाने चाहिए। अक्सर लोग जामुन के फायदेमंद गुठली की तरह लीची के बीजों को भी फायदेमंद समझते हैं। लेकिन ये अनहेल्दी होते हैं। स्टडी में पता चला है कि लीची के बीजों में खास तरह का अमीनो एसिड होता है जो ब्लड ग्लूकोज लेवल को प्रभावित करता है। साथ ही ये दिमाग में सूजन का कारण भी बनते हैं।
लाल राजमा
लाल वाले राजमा को कभी भी कच्चा खाने की गलती नहीं करनी चाहिए। इसीलिए हमेशा मम्मी राजमा को भिगोकर पकाने के बाद ही खाने को देती हैं। दरअसल, लाल राजमा में ऐसे कंपाउंड होते हैं जो रेड ब्लड सेल्स का थक्का बनाने लगते हैं। जो कि बहुत ही खतरनाक कंडीशन है। अगर आप 4-5 कच्चे लाल राजमा को भी चबाकर खा जाते हैं तो ये उल्टी और डायरिया का कारण बन जाते हैं। भिगोकर उबालने से राजमा के ये हार्मफुल कंपाउंड खत्म हो जाते हैं और इसका न्यूट्रिशन शरीर को मिलता है। -
हेल्दी और बेहतर जीवन के लिए एक अच्छी डाइट के साथ प्रॉपर रूटीन और रेगुलर हेल्थ चेकअप का होना काफी जरूरी होता है। लेकिन आजकल के व्यस्त लाइफस्टाइल की वजह से युवा पीढ़ी हेल्दी फूड ही नहीं बल्कि रेगुलर हेल्थ चेकअप को भी नजरअंदाज कर देती हैं। जिसकी खामियाजा कई बार उन्हें चुकाना भी पड़ता है। हालांकि एक्सपर्ट्स युवाओं को अपनी फिटनेस बनाए रखने के लिए खानपान पर ध्यान देने के साथ रेगुलर हेल्थ चेकअप करवाने की सलाह जरूर देते हैं। आइए जानते हैं इसके पीछे छिपे अहम कारण।
अच्छे खानपान के फायदे-
पोषक तत्व-
एक्सपर्ट्स की मानें तो संतुलित भोजन अच्छे स्वास्थ्य का प्रमुख आधार होता है। ऐसे युवा जिनका शारीरिक विकास अभी हो रहा है, उनके लिए तो पोषणयुक्त आहार और भी ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाता है। पोषक तत्वों से भरपूर भोजन करने से शरीर के लिए जरूरी विटामिन, खनिज पदार्थ और अन्य मैक्रोन्यूट्रिएंट्स व्यक्ति को मिल जाते हैं जो उसके शरीर को सही प्रकार से काम करने में सक्षम बनाने के लिए जरूरी होते हैं।
ऊर्जा एवं विकास-
कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन और हेल्दी फैट्स किसी भी एक्टिव युवा को जरूरी ऊर्जा प्रदान करने में मदद करते हैं। प्रोटीन से मांसपेशियों के विकास में मदद मिलती है जबकि कार्बोहाइड्रेट्स से शारीरिक एवं मानसिक गतिविधियों के लिए जरूरी ऊर्जा मिलती है।
विटामिन और खनिज-
युवाओं के शारीरिक विकास के लिए तरह-तरह के विटामिन और बोन हेल्थ, इम्युनिटी तथा अन्य जरूरी ग्रोथ के लिए खनिजों की आवश्यकता होती है। जो कि कैल्शियम, विटामिन डी, आयरन और विटामिन सी रिच फूड खाने से युवाओं को मिलते हैं।
हाइड्रेशन-
शरीर हाइड्रेट रहने से कॉग्निटिव फंक्शन, पाचन और शरीर का तापमान बनाए रखने में मदद मिलती है। ऐसे में युवाओं को किसी भी तरह के मीठे पेय के सेवन के बाद पानी के सेवन के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
एंटीऑक्सीडेंट्स-
रंग-बिरंगे फलों और सब्जियों से एंटीऑक्सीडेंट्स मिलते हैं, जिससे ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस तथा इंफ्लेमेशन से निपटने में मदद मिलती है, जो आगे चलकर क्रोनिक रोगों का जोखिम कम करते हैं।
नियमित हेल्थ चेकअप क्यों है जरूरी?
अच्छी डाइट के साथ नियमित मेडिकल चेकअप करवाने से व्यक्ति के शरीर में पनप रहे रोगों या अन्य किसी विकार के जोखिम का पता समय पर लगने से बचाव हो सकता है। आइए जानते हैं रेगुलर हेल्थ चेकअप के फायदे।
शीघ्र निदान-
नियमित हेल्थ चेकअप करवाने से स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां शीघ्र पकड़ में आ जाती हैं। जिसकी वजह से रोग के गंभीर हाने से पहले ही उनके इलाज की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है। उदाहरण के लिए नियमित रूप से ब्लड प्रेशर, कलेस्ट्रोल लेवल और ब्लड शुगर जैसे रोगों की जांच करवाने से उच्च रक्तचाप, मधुमेह तथा हृदय रोगों के जोखिमों की शुरुआती दौर में ही पहचान करके उनके इलाज में मदद मिलती है।
टीकाकरण-
युवाओं को नियमित रूप से वैक्सीनेशन का पालन करने की सलाह दी जाती है ताकि वे उन रोगों से बच सकें जिनसे बचाव मुमकिन है। वैक्सीन न सिर्फ रोगों से बचाव करती है बल्कि इम्यूनिटी को भी बेहतर बनाए रखने में मदद करती है।
जीवनशैली संबंधी मार्गदर्शन-
नियमित हेल्थ चेकअप करवाने से हेल्थ एक्सपर्ट्स व्यक्ति को सेहतमंद जीवनशैली अपनाने के बारे में निजी तौर पर उचित सलाह दे सकते हैं। इसमें व्यायाम संबंधी रूटीन, नींद संबंधी आदतें, तनाव प्रबंधन और मानसिक स्वास्थ्य संबंधी सहायता शामिल हैं।
स्वास्थ्य शिक्षा-
समय-समय पर अपना हेल्थ चेकअप करवाने से युवाओं को अपने शरीर के बारे में जानने का मौका मिलता है और वे अपनी सेहत से जुड़े फैसले आसानी से ले पाते हैं। डॉक्टर भी आपको आपके जीवन में सेहतमंद विकल्पों को चुनने के बारे में सही जानकारी प्राप्त करने में मदद करते हैं। -
-संध्या शर्मा से जानिए रेसिपी
वैसे तो पूरे सावन में शिवलिंग का दूध, दही और शहद से अभिषेक किया जाता है और फल, फूल चढ़ाएं जाते हैं। हालांकि, सावन में आने वाले सोमवार में महिलाएं और पुरुष व्रत रखते हैं। इस दिन शिव जी की अराधना करते हैं। माना जाता है, सावन के सोमवार में व्रत रखने से मनोकामनाएं पूरी होती है। इस दिन व्रत रखने पर कुछ लोगों को कमजोरी महसूस हो सकती है। ऐसे में आप खजूर के लड्डू बनाकर खा सकते हैं। ये आसानी से बन जाते हैं और स्वाद में भी अच्छे लगते हैं। जानिए खजूर से कैसे बनाएं व्रत के लड्डू।
खजूर के लड्डू बनाने के लिए आपको चाहिए...
खजूर
बादाम
काजू
अखरोट
पिस्ता
मूंगफली
नारियल
कैसे बनाएं
लड्डू बनाने के लिए सबसे पहले बादाम, काजू, अखरोट, पिस्ता, मूंगफली को अच्छी तरह से ड्राई रोस्ट करें और फिर ठंडा होने दें। अब खजूर के बीज निकाल लें और एक पैन में डालें। इसे गर्म होने दें ताकी ये थोड़ा सॉफ्ट हो सके। जब तक खजूर पक रहा है, तब तक आप नारियल को कद्दूकस करें। अब इस नारियल को भी खजूर के साथ मिक्स करें। अच्छे से मिक्स करें। अब हाथों से इसे अच्छे से मसलें। चाहें तो मिक्सर में ब्लेंड कर सकते हैं। इसी के साथ सभी ड्राई रोस्ट किए गए मेवा को भी ब्लेंड करें। इसे खजूर के साथ अच्छी तरह से मिक्स करें और छोटे-छोटे लड्डू बना लें। अब व्रत के दिन सुबह नाश्ते में इन लड्डू को खाएं। इसके साथ एक गिलास दूध भी पी सकते हैं। -
-सीमा उपाध्याय से जानिए रेसिपी
राजस्थान की बहुत सारी डिश फेमस है। जिसे लोग खाना पसंद करते है। इसी लिस्ट में शामिल है नागौरी दाल तड़का, जिसका स्वाद लोगों को जुबान पर चढ़ जाता है। अगर डिनर में कुछ स्पेशल बनाने का मन है तो बिना ज्यादा मेहनत के फटाफट नागौरी दाल तड़का बनाकर रेडी करें। ये चावल, रोटी या पराठा हर किसी के साथ टेस्टी लगती है। जानें क्या है नागौरी दाल तड़का बनाने की इजी रेसिपी।
नागौरी दाल तड़का बनाने की सामग्री
1 कप मसूर की दाल
आधा कप मूंग की दाल
एक चम्मच हल्दी पाउडर
नमक स्वादानुसार
एक चम्मच जीरा
एक चम्मच सौंफ
सूखी साबुत लाल मिर्च
धनिया की पत्तियां
बारीक कटे 2 प्याज
कसूरी मेथी
कश्मीरी लाल मिर्च पाउडर
अमचूर पाउडर एक चम्मच
पानी दो कप
नागौरी दाल तड़का बनाने की रेसिपी
सबसे पहले मसूर और मूंग की दाल को अच्छी तरह से धोकर करीब आधे घंटे के लिए भिगोकर रख दें। फिर इन दोनों भीगी दाल के पानी को छानकर प्रेशर कूकर में डालें। दो कप पानी, नमक और हल्दी पाउडर डालें। थोड़ा सा तेल डालें और सीटी लगा दें। दो से तीन सीटी बजने के बाद गैस की फ्लेम को बंद कर दें।
करें तड़के की तैयारी
तड़का लगाने के लिए पैन या कड़ाही लें। उसमे तेल डालकर गर्म करें। जब तेल गर्म हो जाए तो जीरा चटकाएं। साथ में सौंफ और साबुत लाल मिर्च भी डालें। हींग डालकर बारीक कटा प्याज डालें। अच्छी तरह से सुनहरा होने तक भूनें। जब प्याज सुनहरा होने लगे तो इसमे बारीक कटी धनिया हरा मिर्चा, कश्मीरी लाल मिर्च और कसूरी मेथी डालें। साथ में अमचूर पाउडर डालकर पकी हुई दाल को मिला दें। अच्छी तरह मिक्स करें और बस रेडी है टेस्टी नागौरी दाल तड़का। इसे चावल, रोटी या पराठा के साथ गर्मागर्म सर्व करें। -
सुस्त लाइफस्टाइल और खानपान में गड़बड़ी की वजह से शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। जो आगे चलकर सेहत से जुड़ी कई समस्याओं का कारण बनने लगती है। ऐसी ही एक समस्या का नाम है एनीमिया। दरअसल, शरीर में खून की कमी को एनीमिया कहते हैं। यह वह स्थिति है, जिसमें शरीर के ऊतकों में पर्याप्त ऑक्सीजन ले जाने वाली लाल रक्त कोशिकाओं की कमी होने लगती है। एनीमिया होने पर व्यक्ति को थकान, सिर दर्द, बदन दर्द, चक्कर आने जैसे लक्षण महसूस होने लगते हैं। ऐसे में इस समस्या से राहत पाने के लिए पौष्टिक आहार के साथ कुछ सप्लीमेंट दवाओं और योग की मदद ली जा सकती है। आइए जानते हैं आयरन की कमी होने पर कौन से 3 योगासन आपकी मदद कर सकते हैं।
अनुलोम-विलोम प्राणायाम-
अनुलोम-विलोम प्राणायाम करने से शरीर में ऑक्सीजन लेवल बढ़ने के साथ मांसपेशियों में लचीलापन आता है और फेफड़े मजबूत होते हैं। यह प्राणायाम तनाव और चिंता कम करके नाड़ियों को खोलकर शरीर में रक्त प्रवाह को बेहतर बनाने के साथ लाल रक्त कोशिकाओं के बनने की प्रक्रिया को भी बेहतर करता है। अनुलोम-विलोम प्राणायाम करने से एनीमिया रोग को भी तेजी से दूर किया जा सकता है।
कैसे करें अनुलोम-विलोम प्राणायाम-
अनुलोम-विलोम प्राणायाम करने के लिए सबसे पहले योग मैट पर पद्मासन या सुखासन में बैठकर अपनी रीढ़ और गर्दन को सीधा रखें और आंखें बंद कर लें। अब दिमाग में आने वाले हर तरह के विचारों को अपने दिमाग से हटा लें और कलाइयों को बाहर घुटनों पर टिकाकर शुरुआत करें। सबसे पहले अपने दाहिने हाथ की मध्यमा और तर्जनी को हथेली की ओर मोड़ें। अंगूठे को अपने दाहिने नथुने पर और अनामिका को बाएं नथुने पर रखें। दाहिने नथुने को अंगूठे से बंद करें और बाएं नथुने से धीरे-धीरे गहराई से श्वास लें। फेफड़े में श्वास भरने तक खींचते रहें। ऐसा करते हुए श्वास की गति पर ध्यान केंद्रित करते हुए अपना अंगूठा छोड़ें और अनामिका से बाएं नथुने को बंद करें।दाहिने नथुने से धीरे-धीरे सांस छोड़ें। अब इसे उल्टा करें, इस बार दाएं नथुने से सांस लें और बाएं से सांस छोड़ें।
कपालभाति प्राणायाम-
कपालभाति प्राणायाम तेजी से पेट की चर्बी कम करके मोटापे से होने वाले रोगों का खतरा भी कम करता है।इसके अलावा कपालभाति रक्त से जुड़ी समस्याओं को भी तेजी से दूर करके एनीमिया रोगियों को फायदा पहुंचाता है।
कैसे करें कपालभाति-
कपालभाति करने के लिए सबसे पहले वज्रासन या पद्मासन में बैठकर अपने दोनों हाथों से चित्त मुद्रा बनाएं। अब एक गहरी सांस भीतर की ओर खींचते हुए झटके से सांस छोड़ते हुए पेट को अंदर की ओर खींचें। अगर आप कपालभाति की शुरुआत कर रहे हैं, तो 35 से शुरू करते हुए धीरे-धीरे इसे बढ़ाते जाएं।
सूर्यभेद प्राणायाम-
सूर्यभेद प्राणायाम को करने से शरीर में ऊर्जा बढ़ने के साथ रक्त से जुड़े विकार तेजी से कम होते हैं। सूर्यभेद प्राणायाम शरीर में लाल रंग कोशिकाओं के निर्माण में मदद करके कफ, दमा, खांसी, साइनस, ह्रदय, पाइल्स जैसी समस्याओं में भी राहत देता है।
कैसे करें सूर्यभेदी प्राणायाम-
सूर्यभेदी प्राणायाम करने के लिए सबसे पहले पद्मासन या सुखासन में बैठकर अपनी कमर, गर्दन, पीठ को बिल्कुल सीधा रखते हुए बाएं हाथ की उंगलियों को बाएं पैर पर ज्ञान मुद्रा में रखते हुए दाएं हाथ की दो उंगलियों को बाएं नासिका छिद्र को बंद कर दें। अब दाईं नासिका छिद्र से सांस लेते हुए दोनों हाथ की उंगलियों से दाईं नासिका को बंद करके क्षमतानुसार सांस रोकें। इस प्रक्रिया को 10 बार दोहराएं। -
कई बार देखा गया है कि सिर पर दिख रहे मात्र एक से दो बालों को छिपाने के लिए भी लड़के और लड़कियां कलर लगा लेते हैं। जिसका केमिकल बाकी बालों को भी धीरे-धीरे सफेद करने लगता है। वहीं घरेलू नुस्खे भी ज्यादा काम नहीं आते। ऐसे में अपने बालों की रंगत से कॉम्प्रोमाइज करने की बजाय ये ईजी ट्रिक फॉलो करें। जिसकी मदद से फटाफट बालों की सेहत को नुकसान पहुंचाए बिना ही सफेद बालों को छिपाया जा सकता है। आगे जानें कौन से हैं वो खास ट्रिक।
लगाएं आईशैडो
पार्टी में जाने से पहले सिर पर एक-दो सफेद बाल दिखने लगे तो परेशान ना हो। बालों के कलर से मैच करते आईशैडो को उंगलियों की मदद से बालों पर रगड़ लें। ऐसा करने से बालों पर रंग चढ़ जाएगा और वो बाकी काले बालों के साथ ही मिक्स हो जाएंगे।
हाईलाइटर करेगा मदद
अपने सफेद बालों को आप स्टाइलिश तरीके से भी छिपा सकते हैं। बस किसी भी कलर के हाईलाइटर को सफेद बालों पर लगा लें। या फिर नेचुरल बालों के कलर से मैच करता हाईलाइटर भी बालों में आसानी से लगाया जा सकता है।
स्प्रे पाउडर लगाएं
एक-दो सफेद बाल दिख रहे हैं तो मार्केट में मिलने वाले सेटिंग पाउडर या स्प्रे को छिड़क लें। ये सफेद बालों को छिपा ले जाएगा।
नेचुरल कलर
चुकंदर का पेस्ट बनाकर इसे उबाल लें। इस नेचुरल पेस्ट को लगाने से भी बाल नेचुरली कलर हो जाएंगे। और दिखने में अट्रैक्टिव लगेंगे।
मस्कारा लगाएं
सिर पर एक दो सफेद बाल दिख रहे हैं तो बालों को पकड़कर उसे मस्कारे की मदद से कोट कर दें। इससे बाल फटाफट काले दिखने लगेंगे। -
एक्ट्रेस भाग्यश्री भले ही फिल्मों में एक्टिव ना हो लेकिन सोशल मीडिया पर अक्सर उनके वीडियोज और फोटोज आते रहते हैं। जिसमे वो कई बार घरेलू नुस्खे भी बताती हैं। पिछले दिनों भाग्यश्री ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर कर तेजपत्ता से जुड़ा घरेलू नुस्खा बताया। जिसे आजमाकर स्ट्रेस और थकान को दूर किया जा सकता है।
तेजपत्ता को जलाने से होगा फायदा
तेजपत्ता का इस्तेमाल अक्सर इंडियन कुकिंग में किया जाता है। सब्जी हो या पुलाव तेजपत्ता के तड़के से खास महक आती है। जो खाने के टेस्ट को और भी ज्यादा बढ़ा देती है। साथ ही तेजपत्ता हेल्थ के लिए भी फायदेमंद होता है। लेकिन तेज पत्ता को जलाने से स्ट्रेस में राहत मिलती है।
एक्ट्रेस भाग्यश्री ने बताया नुस्खा
एक्ट्रेस भाग्यश्री ने वीडियो शेयर फैंस को ये खास होम रेमेडी शेयर की। तेजपत्ते को अगर जलाकर इसकी महक को सूंघा जाए तो ये स्ट्रेस और एंजायटी को दूर करने में मदद करती है। साथ ही थकान भी दूर होती है। दरअसल, तेजपत्ता में खास तरह का केमिकल लीनालूल होता है जो दिमाग को शांत रखने में मदद करता है। जिससे स्ट्रेस और थकान में राहत मिलती है।
रिसर्च में खुलासा
हेल्थलाइन में छपी रिपोर्ट के मुताबिक कई सारी रिसर्च में पता चला है कि तेजपत्ता को जलाने से मिलने वाले फायदे लेवैंडर ऑयल की महक जितना ही काम करते हैं। जिससे दिमाग को शांत करने में मदद मिलती है। लीनालूल की महक एंजायटी, चिंता, तनाव से रिलैक्स करता है। साथ ही गुस्सा और आक्रामकता में कमी आती है।
कैसे करें तेजपत्ते का इस्तेमाल
-सूखे तेजपत्ता को किसी मिट्टी के पॉट में रखकर जलाएं और इसमे से निकलने वाली महक को सूंघें।
-इसके अलावा स्ट्रेस और एंजायटी को दूर भगाने के लिए तेजपत्ता को पानी में उबालकर पीने से भी फायदा होता है।