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- शायद ही ऐसी कोई सब्जी हो, जिसको सेहत के लिहाज से अच्छा न माना जाता हो। कुछ सब्जियां साल के 12 महीने मिलती हैं। जबकि कुछ सब्जियां मौसमी होती हैं और उस खास मौसम में ही उनकी उपलब्धता रहती है। ऐसी ही एक मौसमी सब्जी है परवल । गर्मियों का मौसम आ गया है और परवल इस मौसम में सेहत का खजाना है। भले ही आपके घर में मौजूद छोटे बच्चे परवल की सब्जी को देखकर मुंह बनाते हों, लेकिन यह है छोटे से लेकर बड़ों तक की सेहत के लिए बहुत लाभदायक है। आज हम आपके लिए भरवां परवल की एक ऐसी स्पेशल रेसिपी लेकर आए हैं जिसका स्वाद आपको जरूर पसंद आएगा।जानिए क्यों खास हैं परवल ?परवल का बॉटनिकल नाम ट्राइकोसेन्थेस डायोइका रोक्सब है। एनसीबीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह साधारण सी सब्जी संक्रामक रोगों को ठीक करने के साथ-साथ आपके लीवर और पीलिया जैसी बड़ी बीमारियों को ठीक करने की भी क्षमता रखती है। इसकी वजह है परवल में मौजूद विटामिन ए, विटामिन b1, विटामिन b 2, विटामिन सी और कैल्शियम।वेट लॉस में फायदेमंद है परवलजो लोग अपनी वेट लॉस जर्नी पर हैं उनके लिए भी परवल का सेवन काफी ज्यादा लाभदायक हो सकता है। यह फाइबर से भरपूर है और कैलोरी में कम है। इसके अलावा यह मधुमेह और हाई कोलेस्ट्रोल जैसी गंभीर बीमारियों को नियंत्रण में रखने में सक्षम है।क्या कहता है आयुर्वेदआयुर्वेद में परवल के जूस को दिल के लिए टॉनिक का दर्जा दिया गया है। यह प्राकृतिक एंटीबैक्टीरियल है। इसका उपयोग कई प्रकार के संक्रमण के इलाज के लिए किया जा रहा है। जिसमें त्वचा के संक्रमण, बुखार और कब्ज की समस्या शामिल है। अब धीरे-धीरे पश्चिमी देशों के लोग भी इस सब्जी के लाभों को महसूस कर रहे हैं।भरवां परवल की स्पेशल रेसिपीसामग्री- ढाई सौ ग्राम परवल, कच्ची घानी का तेल दो चम्मच ( आप चाहे तो रिफाइंड का भी इस्तेमाल कर सकती हैं), जीरा, बारीक कटी हुई हरी मिर्च, हल्दी-धनिया पाउडर, सौंफ का पाउडर, लाल मिर्च, खटाई, गरम मसाला, हरा धनिया और नमक स्वाद अनुसार।भरावन के लिए मसालासबसे पहले परवल को छीलकर, उसमें बीच में चीरा लगा कर उसका गूदा बाहर कर लें। मध्यम आंच पर कढ़ाही चढ़ाएं और उसमें आधा चम्मच तेल गरम कर लें। तेल गरम होने के बाद जीरा डालें। अब उसमें परवल का गूदा, हल्दी, हरी मिर्च, सौंफ और धनिया का पाउडर डालकर 2 मिनट तक भूनें। उसके बाद उसमें गरम मसाला, खटाई और स्वादानुसार नमक डालकर अच्छी तरह से मिला लें। इसके बाद फिर से 5 मिनट के लिए भूनें। अब गैस बंद कर दें और आपका परवल के अंदर भरने के लिए मसाला पूरी तरह से तैयार है। अब इस मसाले को परवल में भरें। अब एक कढ़ाही में तेल गरम करें। उसमें भरे हुए परवल डालें और 5 मिनट के लिए ढंक दें। 5 मिनट के बाद देखें और उनको पलट दें। पूरी तरह से पकने के बाद आपके भरवां परवल तैयार है। तो इस वीकेंड अपने परिवार के साथ इस स्वादिष्ट सब्जी का आनंद लें।
- मुंह के छाले दर्द और जलन तो देते ही हैं, साथी ही खाना भी दूभर कर देते हैं। न गले से कुछ निगला जाता है और न सही से बात की जाती है। ऐसे में जरूरी हैं इनसे जल्दी छुटकारा पाना, लेकिन इससे पहले ये समझना जरूरी है कि ये छाले होने का कारण क्या है। आपने देखा होगा, जब भी कभी आपका पेट खराब (कब्ज) होता है, तो मुंह में छाले हो जाते हैं, या फिर कई बार ऐसा भी होता है कि ज्यादा मसालेदार और तेल वाला खाना खाने से भी छाले हो सकते हैं। ऐसे में बड़े ही सिंपल से घरेलू उपायों से इनका इलाज किया जा सकता है।मुंह के छाले इन चीजों के जरिए करें दूर1. हरा धनियाछालों से जल्द निजात पानी है तो हरे धनिए को पानी में उबाल लें। इसके बाद इस छने हुए पानी को ठंडा होने के लिए रख दें। थोड़ी देर बाद इससे कुल्ला कर लें। छालों में आराम मिलेगा।2. बर्फकई बार ऐसा होता है कि पेट की गर्मी की वजह से मुंह में छाले हो जाते हैं। ऐसे में बर्फ लगाना सबसे कारगर माना जाता है। बस जीभ पर बर्फ का टुकड़ा हल्का-हल्का घिसते रहें और पानी मुंह में न जानें दे, बल्कि जो लार बने उसे बहने दें। छाले खत्म होने लगेंगे।3. एलोवेरा जेलछालों को एलोवेरा जेल की मदद से भी दूर किया जा सकता है। बस इस जेल को छालों पर लगा लें। इससे आपको ठंडक मिलेगी।4. हरी इलायचीहरी इलायची के दानों को पीस कर, उनमें शहद की कुछ बूंदें मिलाकर छालों पर लगाएं। इससे मुंह की गर्मी दूर होती है।5. नारियल पानीनारियल पानी आपको ठंडक पहुंचा सकता है। साथ ही, छालों में भी आराम दे सकता है। अगर आप इसे मुंह में छालों पर लगाएंगे, तो दर्द में आराम मिलेगा।6. हल्दीहल्दी का उपयेग भी मुंह के छाले खत्म करने में मदद करता है। इसके लिए आपको बस इतना करना होगा कि थोड़ी सी हल्दी को पानी में उबाल लें और उस पानी से सुबह-शाम गरारा कर लें। इससे छाले छूमंतर हो जाएंगे।
- फलों का राजा कहा जाना वाल आम यानी Mango भला किसे पसंद नहीं है. गर्मियों के शुरू होते ही मॉर्केट में ये फल दिखना शुरू हो जाता है. सभी लोग इस फल को बड़े ही चाव से खाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके छिलके भी आपके सेहत लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं. यदि आप Mango खाने के बाद इसके छिलके फेंक देते हैं तो यह गलती कभी न करें. तो चलिए जानते हैं कि Mango के छिलके हमारे लिए किस तरह फायदेमंद हो सकते हैं.क्या Mango के छिलके खाएं जा सकते हैं?मीठे और रसीले फल 'आम' का सेवन करने के दौरान आमतौर पर ज्यादातर लोग इसके छिलके फेंक देते हैं. उनका मानना होता है कि इसके खाने से मैंगो का टेस्ट खराब हो जाता है, लेकिन आप इसके खा सकते हैं. क्योंकि इसके खाने से आपको किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होगी.इन बीमारियों में है मददगाररिपोर्ट के मुताबिक, आम के छिलकों में एंटी-ऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं, जो हमें कैंसर से बचाता है, आम के छिलके लंग्स कैंसर, कोलन कैंसर, ब्रेन कैंसर और ब्रेस्ट कैंसर से बचाने में भी उपयोगी है. बता दें कि आम का छिलका पौधों में पाए जाने वाले फाइटोन्यूट्रिएंट्स से भरपूर होता है.वजन कम करने में भी मददगार हैं आम के छिलकेइसके अलावा यदि आप वजन कम करना चाहते हैं तो आप भी आम के छिलके खा सकते हैं. माना जाता है कि वजन कम करने में भी इसके छिलके काफी उपयोगी हैं. यानी वजन कम करने में लगे लोग आम के छिलके को बिल्कुल भी न फेंके. क्योंकि इससे आपका बढ़ा हुआ वजन कम हो सकता है.
- अजवाइन किचन में आसानी से मिल जाता है, लेकिन कम ही लोग जानते होंगे कि अजवाइन की पत्तियां गठिया के रोग में भी आपकी मदद कर सकती हैं. यदि आपको भी गठिया यानी जोड़ों में दर्द की बहुत शिकायत है तो एक बार अजवाइन की पत्तियां जरूर ट्राई करनी चाहिए. इससे आपके दर्द में राहत मिलेगी. दरअसल, अजवाइन की पत्तियों में एटी-इंफ्लेमेटरी कंपनाउड जैसे गुण होते हैं. जो गठिया के रोग में आपकी मदद कर सकता है.पूराने से पूराना दर्द होगा कंट्रोलबता दें कि अजवाइन की पत्तियों में दर्द को दूर करने के गुण होते हैं, जो गठिया से पीड़ित लोगों को होने वाले दर्द और सूजन को कम करने में मदद करते हैं. तो चलिए जानते हैं कि गठिया के दर्द में अजवाइन की पत्तियां कैसी इस्तेमाल की जाती हैं और जोड़ों में दर्द में राहत दिलाने के अलावा इसके क्या-क्या फायदे हैं.शुगर कंट्रोल करने में मिलेगी मददजोड़ों के दर्द के अलावा शुगर लेवल कंट्रोल रखने में भी अजवाइन की पत्तियां कारगर हैं. यदि आपको भी हाई शुगर की दिक्कत हो जाती है तो आपको अजवाइन की पत्तियों का सेवन करना चाहिए. सभी जानते हैं कि देश में अधिकतर लोग डायबिटीज की समस्या से जूझ रहे हैं. ऐसे में इन लोगों के लिए अजवाइन की पत्तियां उपयोगी हैं.ऐसे करें अजवाइन की पत्तियों का इस्तेमालअजवाइन की पत्तियों को पानी में गर्म करें और उस गर्म पानी में अपने दर्द वाले जोड़ों को डूबाएं और 5-10 मिनट तक उसी अवस्था में रहें. यह सूजन और दर्द को कम करेगा, जो आमतौर पर गठिया से पीड़ित लोगों में देखा जाता है.
- हमारे शरीर को फिट रखने के लिए सभी विटामिन्स का अहम योगदान होता है. सभी जानते हैं कि शरीर के विकास के लिए पोषण युक्त आहार देना बहुत जरूरी होता है. यदि आप अपने शरीर को सही मात्रा में प्रोटीन और विटामिन नहीं देते हैं तो आपको कई प्रकार की दिक्कतें होने लगती हैं. आपको कई प्रकार की बीमारियां घेरने लगती हैं. तो चलिए जानते हैं कि ऐसे कौन से विटामिन हैं, जो आपके शरीर के लिए बहुत जरूरी होते हैं.विटामिन- A शरीर के विकास के लिए है जरूरीविटामिन- ए हमारे शरीर की ग्रोथ के लिए जरूरी होता है. माना जाता है कि विटामिन-ए आंखों से लेकर, स्किन और दांतों के लिए भी फायदेमंद है. विटामिन-A गाजर, ऑरेंज और शकरकंदी में पाया जाता है.विटामिन- बी को अपने आहार में शामिल करेंशरीर के विकास के लिए विटामिन-बी बहुत जरूरी होता है. यदि आप इसे अपनी डाइट में शामिल करेंगे तो आपको जरूर फायदा होगा. आपकी एनर्जी को बढ़ाने से लेकर शरीर में आयरन की मात्रा बढ़ाने में विटामिन-बी का अहम योगदान होता है. विटामिन-बी केला, दाल, मिर्च, बीन्स और खमीर में पाया जाता है.विटामिन-सी की कमी पूरी करेंगी ये चीजेंइसके अलावा विटामिन-सी भी हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी है. विटामिन-सी शरीर को आयरन की कमी को पूरा करता है. इसके साथ ही रक्त वाहिकाओं को मजबूत करता है. विटामिन-सी आमतौर पर अमरूद, लाल और हरी मिर्च, कीवी, संतरा, अंगूर, स्ट्रॉबेरी आदि में पाया जाता है.
- क्या आप जानते हैं कि अश्वगंधा कितना फायदेमंद है। खासतौर पर पुरुषों के लिए यह बहुत फायदेमंद माना जाता है। इससे पुरुषों की कई परेशानियों को दूर किया जा सकता है। माना जाता है कि यदि पुरुष इसे खाते हैं तो इससे उनका सेक्सुअल हेल्थ भी अच्छा रहता है, क्योंकि इसके खाने से मेल हार्मोन को बढ़ाया जा सकता है। यदि आपको भी किसी भी प्रकार की हार्मोन से संबंधित दिक्कत होती है तो आपको अश्वगंधा जरूर ट्राई करना चाहिए।पुरुष को नहीं होगी ये परेशानीमाना जाता है कि अश्वगंधा से पुरुषों में होने वाली इनफर्टिलिटी की परेशानी दूर हो सकती है। साथ ही यह मेल हार्मोन को बढ़ाने में प्रभावी माना जाता है। यही वजह है कि पुरुषों के लिए अश्वंगधा काफी लाभकारी माना जाता है। इसलिए कई आयुर्वेदिक एक्सपर्ट नियमित रूप से पुरुषों को अश्वगंधा का सेवन करने की सलाह देते हैं।बढ़ेगा स्पर्म काउंटबदलते लाइफस्टाइल के चलते पुरुषों में स्पर्म काउंट गिरने की भी दिक्कत होती है। ऐसे में यदि आप अश्वगंधा को खाएंगे तो आपका स्पर्म काउंट भी बढ़ सकता है। बता दें कि ज्यादातर पुरुषों में स्पर्म काउंट के गिरने से इनफर्टिलिटी की समस्या बढ़ती है। ऐसे में उन्हें अश्वगंधा जरूर ट्राई करना चाहिए। इससे उनको इस प्रकार की दिक्कत नहीं होगी।यौन इच्छा बढ़ाने में सहायकइसके अलावा यौन इच्छा बढ़ाने में भी अश्वगंधा काफी फायदेमंद है। माना जाता है कि इसके खाने से टेस्टोस्टेरॉन हार्मोन की कमी दूर होती है। जिससे पुरुषों में यौन इच्छाओं को बढ़ाया जा सकता है। यदि आपकी यौन इच्छाएं कम हो रही हैं तो डॉक्टर की सलाह पर नियमित रूप से अश्वगंधा कैप्सूल और चूर्ण का सेवन कर सकते हैं।
- हल्दी वाला दूध ही नहीं बल्कि हल्दी वाला पानी भी फायदेमंद हो सकता है. यदि आप भी हल्दी का पानी नहीं पीते हैं तो आज ही इसे अपनी आदत बना लीजिए क्योंकि इसके गजब के फायदे आपकी सेहत को फिट बना सकते हैं. इससे शरीर की कई परेशानियां दूर की जा सकती हैं. कहा जाता है कि हल्दी का सेवन दूध के साथ लाभकारी होता है, लेकिन क्या आपने कभी हल्दी के पानी का सेवन किया है. अगर नहीं किया है तो आज से ही इसे आपनी आदत में शुमार कर लीजिए.हर भारतीय किचन में हल्दी का इस्तेमाल किया जाता है. कई तरह की आयुर्वेदिक औषधियों में भी हल्दी का इस्तेमाल होता है. हल्दी न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाती है, बल्कि यह शरीर की गंभीर से गंभीर परेशानियों को दूर करने में भी लाभकारी मानी जाती है. चाहे वह स्किन की खूबसूरती हो या फिर रोग प्रतिरोधक क्षमता, हर तरह से हल्दी का इस्तेमाल करना आपके लिए लाभकारी साबित हो सकता है.हल्दी का इस्तेमाल कई तरीकों से किया जाता है. अधिकतर लोग हल्दी का सेवन दूध में मिक्स करके करते हैं. दरअसल, हल्दी में छिपे एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण शरीर की कई परेशानी को कम कर सकते हैं.आर्थराइटिस में भी है फायदेमंदइसके अलावा हल्दी का पानी घाव को भरने में आपके लिए लाभकारी हो सकता है. आर्थराइटिस में होने वाली समस्याएं जैसे- सूजन और जलन को कम करने में भी हल्दी का पानी प्रभावी है.
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सदाबाहर की पत्तियां डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकती है. माना जाता है कि अगर आपको अपना शुगर कंट्रोल में रखना हैं तो रोजाना सदाबहार की पत्तियां चबानी चाहिए. इससे आपका शुगर लेवल कंट्रोल में रहेगा. बता दें कि सदाबहार के फूल और पत्तियों में एल्कलॉइड नाम का तत्व पाया जाता है, जो पैंक्रियाज की बीटा सेल्स को शक्ति देता है.
शरीर में बनने लगता है इंसुलिन
इसको चबाने से शरीर में इंसुलिन बनने लगता है. बता दें कि खराब लाइफस्टाइल, खानपान के अलावा जेनेटिक कारणों से भी डायबिटीज की समस्या हो जाती है. किसी व्यक्ति के चेहरे, गर्दन या शरीर के दूसरे हिस्से में ब्लैक स्पॉट डायबिटीज का शुरुआती लक्षण हो सकता है. तो चलिए जानते हैं कि इससे बचने के लिए सदाबाहर की पत्तियां कितनी उपयोगी है.
रोज खाली पेट चबाएं 6-7 पत्तियां
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इंसुलिन ब्लड में शुगर की मात्रा को कंट्रोल रखने में सदबाहर का फूल बेहद ही उपयोगी है. माना जाता है कि इस पौधे में करीब 100 से ज्यादा एल्कलॉइड हैं, जो कि बहुत ही फायदेमंद होते हैं. ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए मरीजों को रोज सुब खाली पेट 6-7 पत्तियां चबानी चाहिए.
सदाबहार का ऐसे करें इस्तेमाल
इसके अलावा इस फूलों और पत्तियों का जूस भी पी सकते हैं. स्वाद बढ़ाने के लिए आप इसमें टमाटर, करेला, खीरा भी मिक्स कर सकते हैं. यानी ऐसे मरीज जिन्हें ये पत्ते कड़वे लगते हैं वह भी इसका इस्तेमाल इस तरीके से कर सकते हैं.
इन पत्तियों के खाने से पहले डॉक्टर से जरूर लें सलाह
चाहे तो आप सदाबहार पौधे की पत्तियां का भी उपयोग कर सकते हैं. इसके लिए पत्तियां को पहले सूखाकर पाउडर बना लें. इसके बाद रोजाना इस पाउडर का सेवन पानी के साथ करें. हालांकि, सदाबहार के सेवन करने से पहले आपको डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए. - लैवेंडर आपने कई लोगों के घरों में देखा होगा, लोग वैसे तो इसे इसलिए रखते हैं क्योंकि इसकी खुशबू बेहतरीन होती है और ये घर में भीनी-खुशबू से आपका मन शांत कर देता है। इसकी ताजगी भरी फ्लोरल खुशबू में ताकत होती है बेचैन और अशांत मन को शांत करने की। लैवेंडर ऑयल को स्टीम डिस्टिलेशन प्रोसेस से तैयार किया जाता है। लैवेंडर तेल के कई सारे फायदे हैं ये न केवल माइंड रिलैक्स करती है बल्कि ये बॉडी की थकान को भी दूर करने में आपकी सहायता करता है। इतना ही नहीं इससे स्किन और बालों की कई सारी समस्या भी दूर हो जाती है।लैवेंडर ऑयल के फायदेलैवेंडर का इस्तेमाल वैसे तो लोग बतौर फ्रेशनेर के तौर पर करते हैं , लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी की ये आपके स्वास्थ के लिए भी बहुत फायदेमंद साबित होता है। ऐसे में चलिए जानते हैं आखिर लैवेंडर की मदद से हम किन किन चीजों से छुटकारा पा सकता है और आखिर आप इसका इस्तेमाल और किन चीजों के लिए कर सकते हैं।1. तनाव को करता है दूरलैवेंडर ऑयल में एंटी-एंग्जायटी और एंटी-डिप्रेसन्ट गुण होते हैं जो आपके दिमाग को शांत रखने में काफी हद तक मदद करता है। इसके अलावा अगर आप टी-ट्री ऑयल को मिलाकर जालएंगे तो इसका असर और बेहतरीन होता है। इसके जलाने से मन शांत और स्ट्रेसफ्री होता है।2. अच्छी नींद आती हैइस ऑयल में स्ट्रेस दूर करने की झमता है ऐसे में जाहिर है की जब आपका दिमाग शांत होगा और आप एक रिलेक्स जोन में होंगे तो आपकेो नींद अच्छी आएगी। . इसका इस्तेमाल अरोमाथेरेरी के लिए किया जाता है, इससे आपका पूरा शरीर रिलैक्स हो जाता है। आप चाहें तो अपने तकिए के दोनों तरफ 1 बूंद ऑयल डालें और उसके बाद सोएं आपको अच्छी नींद आएगी।3. सिरदर्द से आरामअगर आपके सिर में दर्द है तो आप लैवेंडर ऑयल की मदद से इससे छुटकारा पा सकते हैं। ये आपके तनाव को दूर करने में कई हद तक कारगर है। माइग्रेन से होने वाले दर्द में भी लैवेंडर ऑयल बहुत फायदेमंद है, बस इसे डिफ्यूज़र में डालकर जलाएं और आप कुछ ही देर में राहत महसूस करेंगे।4. स्किन के लिए फायदेमंदलैवेंडर ऑयर आपके स्किन के लिए बेहतर साबित होता है. लेकिन आप इसे सीधे कभी अपने स्किन पर ना लगाए। इसे हमेशा किसी कैरियर ऑयल या फिर मॉइश्चराइजर के साथ मिलाकर लगाए। इससे आपके चेहरे पर होने वाले पिंपल्स से आपको छुटकारा मिलेगा साथ ही ये एक नैचुरल टोनर के तौर पर भी काम करता है।5. बालों के लिए फायदेमंदअगर आपको स्कैल्प से जुड़ी कोई समस्या है तो आप इसे लैवेंडर ऑयल की मदद से हटा सकती हैं। इसके अलावा ऑलिव ऑयल में लैवेंडर की 2-3 बूंदे मिलाकर लगाएं और अपने स्कैल्प पर अच्छे से मसाज करें कम से कम 3 घंटे तक सिर में तेल लगे रहने दे उसके बाद एंटी-डैंड्रफ शैंपू से बाल धो ले। आपको डैंड्रफ से छुटकारा जल्द मिल जाएगा।
- खराब लाइफस्टाइल की वजह से अच्छी नींद न आना आजकल लोगों के लिए बड़ी समस्या बनती जा रही है। दुनिया में लाखों लोग ऐसे हैं, जो स्लीप डिसऑर्डर की समस्या से जूझ रहे हैं। अगर आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं तो आज हम अनिद्रा से निपटने के लिए यूएस आर्मी का नायाब फॉर्मूला बताते हैं। इस फॉर्मूले को अपनाकर आप केवल 2 मिनट में अच्छी नींद हासिल कर सकते हैं। अमेरिकी सेना युद्ध या फिर खास परिस्थितियों में सोने के लिए इस तकनीक का इस्तेमाल करती है।क्या है ये ट्रिकसबसे पहले अपना फोन बंद करें और फिर अपने बिस्तर के किनारे पर बैठ जाए। इस दौरान आपके बेड के ऊपर की लाइट ऑन रहनी चाहिए। इसके बाद अपने चेहरे की मांसपेशियों को आराम दें। फिर उन्हें सिकोड़ कर टाइट कर लें। टाइट करने के बाद उन्हें धीरे-धीरे ढीला छोड़ दें। यह काम करने के बाद जब अपना चेहरा बेजान सा लगने लगे तो बेड पर बैठे-बैठे अपने कंधों को नीचे की ओर जाने दें। अपने हाथों को नीचे लटक जाने दें और लंबी-लंबी सांस अंदर-बाहर छोड़ें। जब आप सांस को छोड़ें तो उसकी आवाज को सुनने की कोशिश करें। हर सांस के साथ अपनी छाती को रिलेक्स करें।शरीर को ढीला छोड़ देंजब आपका शरीर ढीला पड़ जाए तो अपने दिमाग को कुछ देर के लिए शांत कर दें और कुछ भी न सोचें। अगर आपने आप कुछ विचार आ रहे हैं तो उन्हें आने दें ,लेकिन अपनी ओर से कुछ न सोचें। कुछ ही देर में आपका दिल-दिमाग शांत हो जाएगा।2 मिनट में आ जाएगी गहरी नींदइसके बाद आंखें बंद करके इमैजिन करें कि आप साफ नीले आसमान के नीचे एक शांत झील में किसी नाव में लेटे हुए हैं. या किसी शानदार घाटी में आप मखमली बिस्तर पर आराम कर रहे हैं। करीब एक मिनट तक इन बातों को सोचते रहें। इसके बाद लाइट बंद करके बेड पर लेट जाएंगे.। कुछ ही देर में आप गहरी नींद में सो जाएंगे। दिलचस्प बात ये है कि इस प्रक्रिया में केवल 2 मिनट का वक्त लगता है।अगले दिन उठेंगे एकदम तरोताजाएक्सपर्टों के मुताबिक यह फॉर्मूला एकदम से काम नहीं करता। इसके लिए आपको 4-5 दिन लग सकते हैं। धीरे-धीरे करके आपका शरीर इस फॉर्मूले को मंजूर कर लेगा। उसके बाद बेड पर यह ट्रिक आजमाते ही आपको तुरंत नींद (Good Sleep) आ जाएगी। अगले दिन जब आप उठेंगे तो अपने आपको एकदम तरोताजा महसूस करेंगे।
- सदाबाहर की पत्तियां डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकती है। माना जाता है कि अगर आपको अपना शुगर कंट्रोल में रखना हैं तो रोजाना सदाबहार की पत्तियां चबानी चाहिए। इससे आपका शुगर लेवल कंट्रोल में रहेगा। बता दें कि सदाबहार के फूल और पत्तियों में एल्कलॉइड नाम का तत्व पाया जाता है, जो पैंक्रियाज की बीटा सेल्स को शक्ति देता है।शरीर में बनने लगता है इंसुलिनइसको चबाने से शरीर में इंसुलिन बनने लगता है। बता दें कि खराब लाइफस्टाइल, खानपान के अलावा जेनेटिक कारणों से भी डायबिटीज की समस्या हो जाती है। किसी व्यक्ति के चेहरे, गर्दन या शरीर के दूसरे हिस्से में ब्लैक स्पॉट डायबिटीज का शुरुआती लक्षण हो सकता है। तो चलिए जानते हैं कि इससे बचने के लिए सदाबाहर की पत्तियां कितनी उपयोगी है-रोज खाली पेट चबाएं 6-7 पत्तियांमीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इंसुलिन ब्लड में शुगर की मात्रा को कंट्रोल रखने में सदबाहर का फूल बेहद ही उपयोगी है। माना जाता है कि इस पौधे में करीब 100 से ज्यादा एल्कलॉइड हैं, जो कि बहुत ही फायदेमंद होते हैं। ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए मरीजों को रोज सुब खाली पेट 6-7 पत्तियां चबानी चाहिए।सदाबहार का ऐसे करें इस्तेमालइसके अलावा इस फूलों और पत्तियों का जूस भी पी सकते हैं। स्वाद बढ़ाने के लिए आप इसमें टमाटर, करेला, खीरा भी मिक्स कर सकते हैं। यानी ऐसे मरीज जिन्हें ये पत्ते कड़वे लगते हैं वह भी इसका इस्तेमाल इस तरीके से कर सकते हैं।इन पत्तियों के खाने से पहले डॉक्टर से जरूर लें सलाहचाहे तो आप सदाबहार पौधे की पत्तियां का भी उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए पत्तियां को पहले सूखाकर पाउडर बना लें। इसके बाद रोजाना इस पाउडर का सेवन पानी के साथ करें। हालांकि, सदाबहार के सेवन करने से पहले आपको डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
- स्वस्थ रहने के लिए डॉक्टर रोज एक सेब खाने की सलाह देते हैं। सेब पोषक तत्वों से भरपूर होता है। सेब में प्रोटीन, फाइबर, आयरन और पानी अधिक होता है। लेकिन आज हम बात कर रहे हैं खाली पेट सेब खाने के फायदों के बारे में। खाली पेट सेब खाने से शरीर सेब में मौजूद सभी जरूरी पोषक तत्वों का अवशोषण आसानी से कर लेता है। साथ ही इससे पेट से जुड़े रोग भी दूर होते हैं। खाली पेट सेब खाने से आप अपना वजन भी नियंत्रण में रख सकते हैं। इस लेख में खाली पेट सेब खाने के नुकसान और किन लोगों को खाली पेट सेब नहीं खाना चाहिए, इस बारे में भी जानें।खाली पेट सेब खाना संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। सेब आयरन, प्रोटीन, विटामिन के और विटामिन ई से भरपूर होता है। साथ ही सेब में कार्बोहाइड्रेट भी होता है, जिससे आप पूरे दिनभर एनर्जेटिक रह सकते हैं।1. वजन घटाने में कारगर सेबअगर आप अपना वजन कंट्रोल में रखना चाहते हैं, तो सुबह खाली पेट सेब का सेवन कर सकते हैं। रोज सुबह एक सेब खाने से आप अपना वजन घटाने में कामयाब हो सकते हैं। सेब में फाइबर की अधिक मात्रा होती है, इसे खाने से लंबे समय तक भूख नहीं लगती है। आप ओवरइटिंग से बचते हैं, इससे आपका वजन धीरे-धीरे कम होने लगता है।2. पोषक तत्वों का अवशोषणसेब में भरपूर मात्रा में फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिंस होते हैं। जब खाली पेट सेब खाया जाता है, तो शरीर सेब में मौजूद इन सभी पोषक तत्वों को आसानी से अवशोषित कर लेता है। शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी पूरी होता है। मध्यम आकार के सेब में पोटैशियम और विटामिन सी भी होता है।3. कब्ज की समस्या दूर करे सेबसेब में काफी अधिक मात्रा में फाइबर होता है, ऐसे में रोज सुबह एक सेब खाने से कब्ज की समस्या दूर होती है। अगर आपको कब्ज बनती है तो सेब को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें।4. दिल के लिए फायदेमंद सेबखाली पेट सेब खाने से हृदय स्वास्थ्य भी बेहतर रहता है। सेब में मौजूद फाइबर ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है। इसके अलावा सेब में विटामिन सी और पोटैशियम भी होता है, ये तत्व हृदय रोग के जोखिम को काफी हद तक कम करते हैं।5. सूजन कम करे सेबसेब को हमेशा छिलके सहित ही खाना चाहिए। खाली पेट छिलका सहित सेब खाने से शरीर में सूजन में भी आराम मिलता है। सेब के छिलके में फ्लेवोनोइड क्वेरसेटिन होता है, जो शरीर की सूजन को कम करने में मदद करता है।6. इम्यूनिटी बढ़ाए सेबतरह-तरह के रोगों से लडऩे के लिए शरीर की इम्यूनिटी का मजबूत होना जरूरी होता है। रोज सुबह खाली पेट एक सेब खाकर आप अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बना सकते हैं। सेब में विटामिन सी, प्रोटीन और अन्य पोषक तत्व होते हैं, जो इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं।खाली पेट सेब खाने के नुकसान :वैसे तो खाली पेट सेब खाना सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। लेकिन कुछ लोगों को इससे नुकसान भी पहुंच सकता है। अगर सेब खाने के बाद आपको ये लक्षण नजर आते हैं, तो खाली पेट सेब खाना बंद कर दें, जैसे कि पेट में परेशानी, डायरिया, त्वचा पर दाने और गले या मुंह में खुजली।
- एड़ी का दर्द कई वजहों से होता है। अगर आप भी एड़ी में दर्द की शिकायत से जूझ रहे हैं तो आपको भी एक ऐसे पत्ते के बारे जानना बेहद जरूरी है जो इसका इलाज है। दरअसल, एड़ी के दर्द में 'आक का पत्ता' बेहद असरदार होता है। यानी गंभीर से गंभीर एड़ी का दर्द मात्र इस पत्ते से ठीक किया जा सकता है।इन वजहों से बढ़ता है एडी में दर्दमाना जाता है कि युवाओ में एड़ी का दर्द बढ़े हुए यूरिक एसिड के चलते होता है। इसके अलावा बढ़ते वजन, लंबे समय तक खड़ा रहना या फिर ऊंची एडी वाले जूते या सैंडिल पहनना शामिल है, तो चलिए जानते हैं कि आक का पत्ता कैसे आपकी एड़ी के दर्द में सहायक है।लोग बनाते हैं इस पौधे से दूरीआयुर्वेद में माना गया है कि आक का पत्ता एड़ी के दर्द से छुटकारा दिलाने में सहायक है। वैसे तो लोग इस पौधे से दूरियां बनाए रखते हैं क्योंकि वो इस पौधे को जहरीला मानते हैं, लेकिन बता दें कि ये पौधा बेहद ही लाभकारी है।ऐसे करें आक के पत्तों का इस्तेमालआक के पत्तों का इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले एक पैन में थोड़े से पानी और इस पत्ते को डाल दें। इसके बाद इसमें थोड़ा सा नमक, अजवाइन, सौंफ डाल दें और कुछ देर उबालें। इसके बाद अब इस पीनी से एड़ी को धो लें। इससे आपका एड़ी में दर्द काफी हद तक ठीक होगा। यानी यह पत्ता भले ही जहरीला कहा जाए, लेकिन एड़ी के दर्द में ये बेहद ही उपयोगी है। तो आप भी ये ट्रिक अपना सकते हैं।
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बदलती लाइफस्टाइल के चलते कई लोगों को हाई ब्लड प्रेशर से लेकर हार्ट अटैक, डायबिटीज जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. एक बार जब कोई शख्स इस प्रकार की किसी भी बीमारी का मरीज बन जाए तो उसे काफी चीजों का घ्यान रखना पड़ता है. ऐसा ही कुछ हाई ब्लड प्रेशर में भी होता है. क्या आप जानते हैं कि हाई ब्लड प्रेशर में मरीजों को खान-पान से लेकर कुछ एक्सरसाइज का विशेष ध्यान रखना पड़ता है. माना जाता है कि हाई ब्लड प्रेशर मरीजों को एक्सरसाइज करते वक्त कई बातों का ध्यान रखना चाहिए. तो चलिए जानते हैं कि ऐसी कौन-सी एक्सरसाइज हैं, जो हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को नहीं करनी चाहिए.
हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को दौड़ना नहीं चाहिए
हाइपरटेंशन या हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को दौड़ना नहीं चाहिए. माना जाता है कि तेज दौड़ने से आपके शरीर में ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है, जिससे हाथ से जुड़ी समस्याएं होने की संभावना होती है. हालांकि, इसका अभ्यास करने से आपका ब्लड प्रेशर को कंट्रोल भी किया जा सकता है. इसलिए जितना हो सके दौड़ने से बचें.
बिल्कुल न करें हाई स्ट्रेंथ एक्सरसाइज
हाई स्ट्रेंथ एक्सरसाइज हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को बिल्कुल भी नहीं करनी चाहिए. क्योंकि इससे आपका ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है. माना जाता है कि वेटलिफ्टिंग या फिर बेंच प्रेस इन व्यायाम या फिर एक्सरसाइज करने से खून का फ्लो बहुत ही तेजी से बढ़ जाता है, जो कि आपके दिल के लिए और साथ ही साथ आपके रक्त वाहिकाओं के लिए भी दबाव पैदा करती है जो कि आपके लिए समस्या बन सकती है.
डेडलिफ्ट एक्सरसाइज से भी बनाएं दूरी
डेडलिफ्ट एक्सरसाइज भी बिल्कुल न करें. डेडलिफ्ट आपके फर्श से वजन उठाकर अपनी ताकत को चुनौती देता है, लेकिन इसे करना काफी खतरनाक साबित हो सकता है. हाई ब्लड प्रेशर वाले मरीजों को इसका अभ्यास नहीं करना चाहिए.
बेंच प्रेस से बढ़ सकता है ब्लड प्रेशर
बेंच प्रेस तो हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को कतई नहीं चाहिए, क्योंकि इसमें चेस्ट के ऊपर की मसल्स के लिए बेंच प्रेस एक्सरसाइज बहुत ही फायदेमंद होती है, लेकिन हाइपरटेंशन के मरीजों को इसका अभ्यास नहीं करना चाहिए. - गर्मियों के मौसम ने दस्तक दी है. गर्मी को मात देने के लिए इस मौसम में ठंडे ड्रिंक्स का खूब सेवन किया जाता है. ऐसे में अनहेल्दी और शुगर से युक्त ड्रिंक्स की बजाए आप कई तरह के हेल्दी ड्रिंक्स (Healthy Drink) भी डाइट में शामिल कर सकते हैं. आप प्राकृतिक सामग्री का इस्तेमाल करके घर पर भी ये ड्रिंक्स आसानी से बना सकते हैं. शरबत गर्मियों के लिए एक बेहतरीन ड्रिंक है. आप घर पर सौंफ का शरबत (Saunf Sharbat) भी बना सकते हैं. ये बनाने में बहुत आसान है. ये आपके शरीर को ठंडक पहुंचाने का काम करता है. सौंफ (Saunf) से बने ड्रिंक्स वजन घटाने में भी आपकी मदद करते हैं. ये स्वास्थ्य को कई अन्य तरीकों से भी लाभ पहुंचाता है. आइए जानें इसे बनाने का तरीका और इसके स्वास्थ्य लाभ क्या हैं.घर पर सौंफ का शरबत कैसे बनाएं?---इसे बनाने के लिए आपको 1/4 कप सौंफ बीज, 1/4 कप चीनी, 3 इलायची, 1 छोटा चम्मच काला या सेंधा नमक, 1 बड़ा चम्मच नींबू का रस, 2 बड़े चम्मच तुलसी के बीज और ठंडे पानी की जरूरत होगी.सौंफ का शरबत बनाने की विधि---इसके लिए एक एक ब्लेंडर में सौंफ डालें. तुलसी के बीजों को पानी में भिगोकर एक तरफ रख दें. इसके बाद हरी इलायची और चीनी डालें. पाउडर बनाने के लिए इसे ब्लेंड करें. एक बड़े जग में 3 बड़े चम्मच सौंफ शरबत पाउडर, नमक, नींबू का रस और पानी डालें. इसे अच्छी तरह मिलाएं. मिश्रण को छानकर गिलासों में डालें. भीगे हुए तुलसी के बीज गिलास में डालें और मिलाएं. इसका आनंद लें. गर्मियों के मौसम में इसका सेवन किया जा सकता है.सौंफ शरबत पीने के स्वास्थ्य लाभ--सौंफ में मैंगनीज, मैग्नीशियम, फाइबर और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व होते हैं. इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं. सौंफ का शरीर पर शीतलन प्रभाव पड़ता है. आप अपने गर्मियों के आहार में सौंफ को शामिल कर सकते हैं. सौंफ का शरबत एक गिलास पीने से आपके शरीर को ठंडक मिलेगी और शरीर की गर्मी भी कम होगी. सौंफ के बीज विटामिन, मिरनल और फाइबर से भरपूर होते हैं. ये स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है. सौंफ के बीज पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने का काम करते हैं. गर्मी के मौसम में कई लोगों को पाचन संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. एक गिलास सौंफ का शरबत पीने से पाचन तंत्र बेहतर होता है. ये कब्ज जैसी समस्या से राहत दिलाने का काम करता है. सौंफ में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं. ये संक्रमण और वायरस को दूर रखते हैं. सौंफ में पोटैशियम होता है. ये शरीर में ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मददगार होता है.
- कीड़ा जड़ी एक तरह की मशरुम होती है जो कि एक पैरासाइट के रूप में बड़ी होती है। इसमें काफी सारे एंटी ऑक्सीडेंट्स मौजूद हैं, जो पौष्टिक तत्वों से भरपूर होते हैं। यह मशरूम इन्फ्लेमेशन को ठीक करने में भी सहायक है। इनका सूखा हुआ भाग सप्लीमेंट के रूप में प्रयोग होता है। अगर एक्सरसाइज की परफॉर्मेंस बेहतर बनाना चाहते हैं तो भी कीड़ा जड़ी का सेवन करना लाभदायक रहता है। इसका प्रयोग दवाई के रूप में भी किया जा सकता है और यह कैंसर के इलाज के रूप में प्रयोग होता है। कीड़ा जड़ी महत्वपूर्ण एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटीइंफ्लमेटरी एंजाइम्स और विटामिन के गुणों से भरपूर औषधि है। जिसे बहुत सी गंभीर बीमारियों में इलाज के लिए प्रयोग किया जा सकता है।कैंसर रिस्क को कम करता हैकीड़ा जड़ी में एंटी कैंसर गुण होते हैं। इनमें ऐसे गुण होते हैं जो कैंसर सेल्स की वृद्धि को रोकते हैं, जिससे कैंसर सेल्स शरीर में फैल न सकें। ट्यूमर को छोटा करने में भी यह फायदेमंद है। कीड़ा जड़ी एक तरह से एंटी कैंसर एजेंट का काम करती हैं। इसके इथेनॉल एक्सट्रैक्ट में भी हाई साइटो टॉक्सिक पदार्थ होते हैं जो कैंसर सेल्स को खत्म करने में सहायक होते हैं।एक्सरसाइज परफॉर्मेंस को बढ़ाता हैकीड़ा जड़ी के कुछ एक्टिव कॉम्पोनेंट्स में थकान कम करने वाले गुण होते हैं। इसके सप्लीमेंट का प्रयोग करने से हाई इंटेंस एक्सरसाइज करते समय टॉलरेंस लेवल बढ़ता है। इसके सेवन से शरीर में एटीपी मॉलिक्यूल का उत्पादन बढ़ता है, जो एक्सरसाइज करते समय शरीर में ऑक्सीजन लेवल बढ़ाता है।डायबिटीज में लाभदायककीड़ा जड़ी का प्रयोग करना डायबिटिक लोगों के लिए भी लाभदायक होता है। इसमें मौजूद फ्रूटिंग बॉडी और माइसेलिया उन लोगों की किडनी को सुरक्षित करने में मदद करती हैं, जो डायबिटीज के मरीज हैं और नेफ्रोपैथी से जूझ रहे हैं।एंटी एजिंग गुणों से भरपूरकीड़ा जड़ी में एंटी एजिंग गुण होते हैं, जो उम्र बढऩे के साथ आने वाले लक्षणों को कम करते हैं। यह स्किन की ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं। अगर जेनेटिक कारणों की वजह से स्किन में कोई समस्या है तो उसे ठीक करने में भी यह लाभदायक होते हैं। इसमें काफी सारे ऐसे एंटी ऑक्सीडेंट्स होते हैं जो स्किन के लिए लाभदायक होते हैं।दिल की सेहत के लिए सहायककॉर्डीसेपिन जोकि एक बायो एक्टिव कंपोनेंट है। इसमें लिपिड लोवर गुण होते हैं जो अनियमित धड़कन को सही करने में प्रयोग किए जाते हैं। चूहों में हुई स्टडीज में क्रोनिक दिल की बीमारियों में शामिल दिल की चोट को ठीक करने में भी कीड़ा जड़ी सहायक होती है। इसमें कार्डियो प्रोटेक्टिव गुण होते हैं। साथ ही कुछ ऐसे एंटी ऑक्सीडेंट्स होते हैं जो दिल के लिए सहायक होते हैं।इन्फ्लेमेशन को ठीक करने में लाभदायककीड़ा जड़ी का प्रयोग कई जगह लंग्स और ब्रोंकियल इंफ्लेमेशन को ठीक करने के लिए भी किया जाता है। अस्थमा से जूझ रहे लोगों के एयर वे में आई सूजन को भी ठीक करने में यह सहायक है। इसके मेथेनॉल एक्सट्रेक्ट इंफ्लेमेशन पैदा करने वाले जीन्स को खत्म करने में सहायक माने जाते हैं। इसमें कुछ एंटी इन्फ्लेमेटरी इफेक्ट्स भी होते हैं जो इंफ्लेमेटरी जीन्स को खत्म करने में सहायक होते हैं। कीड़ा जड़ी से काफी सारे स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं। लेकिन कुछ लोगों को इसे खाने के बाद उल्टियां, जी मिचलाना और डायरिया जैसे साइड इफेक्ट्स भी देखने पड़ रहे हैं। इसलिए देख कर ही इसका प्रयोग करें।
- होली पर घर में गुजिया, मिठाईयां और स्वादिष्ट पकवान बनते हैं. ऐसे में कई लोग इतना खा लेते हैं कि उनका पेट खराब हो सकता है. कई लोगों को ज्यादा खाने से गैस, अपच, लूज मोशन जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. यदि आपके सामने भी इस तरह की कोई परेशानी आती है. तो ऐसे में आज हम आपके लिए कुछ घरेलू उपाय लेकर आएं है. जिनकी मदद से आपको जल्दी राहत पहुंच सकती हैं. तो चलिए जानते हैं कि पेट खराब होने पर क्या करें.अदरक का ऐसे करें इस्तेमालअदरक का इस्तेमाल भी आप पेट खराब होने पर इस्तेमाल कर सकते हैं. माना जाता है कि अदरक में एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज होती हैं, जो सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है साथ ही ये पेट के दर्द में काफी आराम पहुंचता है. इसके लिए पहले अदरक का पाउडर बना लें. उसके बाद एक चम्मच पाउडर को एक गिलास दूध में मिलाकर सेवन करे. इससे पेट की समस्या में काफी मदद मिलेगी.केला भी लूज मोशन में फायदेमंदइसके अलावा पेट खराब होने पर केला भी अच्छा माध्यम है. माना जाता है कि केले में पेक्टिन की काफी अच्छी मात्रा मौजूद होती है, जिससे लूज मोशन जैसी समस्याओं में मदद मिलती है. इसके अलावा केले में पोटैशियम भी पाया जाता है, जो सेहत के लिहाज से काफी लाभदायक है.बदहजमी में काम आएगा पुदीनाइसके अलावा आप पुदीना का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. माना जाता है कि पुदीना हमारे पाचन-तंत्र को ठीक रखने और पेट में ठंडक बनाए रखने के लिए काफी असरदार है. इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण और एंटी-ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो अपच, बदहजमी जैसी दिक्कतों को दूर करने में मदद कर सकता है.
- कुछ फलों और सब्जियों के बीज भी आपकी सेहत के लिए वरदान साबित हो सकते हैं. हालांकि, कई लोग ये बीज फेंक देते हैं, लेकिन अगली बार किसी भी सब्जी के बीज फेंकने से पहले जान लेना कि उसका इस्तेमाल कैसे हो सकता है. माना जाता है कि ये बीज बहुत पौष्टिक होते हैं. इनमें पर्याप्त मात्रा में फाइबर, फैट, विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होता है, जिसके चलते इन्हें किसी भी डिश में शामिल किया जा सकता है. तो चलिए जानते हैं कि ऐसी कौन-से बीज हैं, जिसे आपको कचरे के डिब्बे में फेंकने के बजाय इस्तेमाल करना चाहिए.कद्दू के बीज हैं बड़े काम काकद्दू के बीज ज्यादातर लोग फेंक देते होंगे, लेकिन बता दें कि ये बीज बेहद ही काम के होते हैं. माना जाता है कि इनमें फैट और विटामिन बहुत अच्छी मात्रा में मौजूद होती है. इसलिए ये आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजूबत करते हैं. कद्दू के बीजों को कच्चा खाया जा सकता है, लेकिन भुने हुए बीज और भी ज्यादा टेस्टी लगते हैं.पपीते के बीज भी है बड़े काम केइसके अलावा पपीते के बीज भी बड़े काम के होते हैं. माना जाता है कि पपीते के बीज कई बीमारियों का बेहतरीन इलाज हैं. इस बीज में कई बीमारियों और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के जोखिम को रोकने की क्षमता होती है. पपीते के बीज फ्लेवेनॉइड्स और पॉलीफेनॉल्स से भरपूर होते हैं. आप पपीते के बीजों को कच्चा खा सकते हैं, लेकिन इन्हें खाते समय थोड़ा सावधान रहें, क्योंकि इनकी गंध थोड़ी तेज होती है.इमली के बीज से हार्ट रहेगा फिटइसके अलावा कम ही लोग जानते होंगे कि इमली की बीज भी आपके लिए अच्छे साबित हो सकते हैं. माना जाता कि ये बीज न केवल आपके दिल के स्वास्थ्य के लिए अच्छे हैं, दांतों के लिए भी फायदेमंद हैं. इतना ही नहीं इन्हें खाने से संक्रमण होने की संभावना भी कम होती है.
- होली रंगों के साथ खाने पीने का त्योहार है। लेकिन डायबिटीज के मरीजों अगर खुल कर खाएं तो, उनका शुगर बढ़ सकता है और डायबिटीज असंतुलित हो सकती है। इसके अलावा डायबिटीज से जुड़ी कई अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं। इसके अलावा भी कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। ऐसे में प्रश्न ये है कि होली में क्या खाना चाहिए? तो, आज हम आपको ऐसे 5 चीजों के बारे में बताएंगे जिसे डायबिटीज के मरीज आराम से खा सकते हैं।1. कद्दू का हलवाकद्दू का हलवा होली में डायबिटीज वाले मरीजों के लिए फायदेमंद है। दरअसल, कद्दू पेट के लिए बहुत फायदेमंद है। इसका फाइबर कब्ज की समस्या को दूर करता है, तो वहीं इसके बीज में मिलने वाली एंटी ऑक्सीडेंट ब्लड शुगर को अचानक से बढऩे से रोकता है। इसके अलावा इसका विटामिन बी कैरोटिन आंखों को स्वस्थ रखता है और इसका पोटेशियम ब्लड वेसेल्स को हेल्दी रखता है और दिल को हेल्दी रखता है।2. कच्ची हल्दी और नींबू शेकयह पेय अत्यधिक पौष्टिक होता है और इंसुलिन प्रतिरोध को कम करने में मदद करता है। इसमें प्रोबायोटिक्स होती है और यह मेटाबॉलिज्म को ठीक करता है। ये पेट को हेल्दी रखता है। इसे बनाने के लिए कच्ची हल्दी, नींबू, लो फैट दही, अदरक और शहद मिलाएं। सबको ब्लेंड करें और ठंडा करें । फिर इसे छोटे गिलास में डालें और आनंद लें।3. खजूर के बिस्किटखजूर में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है जो कि ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मददगार है। खजूर ब्रेन बूस्टर की तरह भी काम करता है और हड्डियों को मजबूत बनाता है। इसके अलावा खजूर में नेचुरल शुगर भी होता है जो कि शरीर को नुकसान नहीं पहुंचा पाता है। इसे बनाने के लिए खजूर को पीस लें और इसे हल्का दूध में मिलाएं और फ्रिज में रख दें। फिर इसका सेवन करें।4. नारियल ठंडाई पन्ना कोट्टाइस फेस्टिव सीजन में नारियल ठंडाई का सबसे अच्छा मजा लिया जा सकता है। नारियल ठंडाई पन्ना कोट्टा इस फेस्टिव सीजन में नारियल ठंडाई का सबसे अच्छा मजा लिया जा सकता है। इसे बनाने के लिए खजूर, सौंफ, नारियल का दूध, बादाम, काजू और गुलाब की पंखुडिय़ां ले लें। फिर सबको पीस लें और दूध में मिला लें। आप अपने स्वाद और पसंद के अनुसार स्टीविया डालें। एक भारी तले का पैन लें और इस मिश्रण को उबाल लें। जिलेटिन डालें और इसे घुलने तक हिलाएं। इस मिश्रण को फ्रिज में सेट होने के लिए रख दें। इसे ठंडे सिट्रस स्ट्राबेरी सॉस के साथ परोसें।4. कच्चे छेने की मिठाईकच्चे छेने की मिठाई डायबिटीज के लिए फायदेमंद है। कच्चा छेना शरीर के लिए फायदेमंद होता है क्योंकि इसमें प्रोटीन की अच्छी मात्रा होती है। इससे मिठाई बनाने के लिए छेना निकाल लें और फिर इसमें गुड़ मिला लें। अब इसे फ्रिज में सेट कर लें और इसका सेवन करवाएं।5. टार्टलेटटार्टलेट के लिए आप नमक, अजवाइन और थोड़ा सा पानी मिला कर आटा गूंद लें । आटे को लपेट कर आराम करने के लिए एक तरफ रख दीजिये। चाट भरने के लिये आलू को भून लीजिये या उबाल लीजिये। इसमें भूना जीरा पाउडर, नमक और नींबू का रस डालें। प्याज को सुनहरा होने तक भूनें। हरे धनिये की चटनी के लिए, एक ब्लेंडर में हरा धनिया, नमक, नींबू का रस और हरी मिर्च डालें और एक चिकना पेस्ट बना लें। अब इस आटे में इसे भरें और कचौड़ी बना लें। अब इस कचौड़ी को तोड़ लें और इसमें प्याज, दही और नमकीन मिला लें।इस तरह आप डायबिटीज में इन 5 चीजों को खा सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि ज्यादा मात्रा में इसका सेवन ना करें। ये आपको नुकसान हो सकता है। साथ ही खाने के बाद खूब पानी पिएं।
- आजकल छोटी उम्र के बच्चों में भी गैस की परेशानी हो रही है। इसका सबसे बड़ा कारण पाचन तंत्र का सही से काम न करना है, जो ज्यादातर बच्चों में देखा जाता है। इसके अलावा कुछ उल्टा-सीधा खा लेने के कारण भी पेट में ज्यादा गैस बनने लगती है। गैस छोटी आंत में बनती है और यह अपच की स्थिति में होती है। साथ ही अगर आप सुबह का नाश्ता स्किप करते हैं तो इससे भी गैस बनती है। ज्यादा गैस बनती है तो इन चीजों से परहेज करना चाहिए।1. चायबहुत से लोगों को चाय बहुत पसंद होती है। लेकिन खाली पेट में चाय पीने से आपको गैस की शिकायत हो सकती है। साथ ही अगर आपके पेट में ज्यादा गैस बनती है तो, आपको चाय नहीं पीना चाहिए। क्योंकि इससे ज्यादा गैस बन सकती है। इसके अलावा बहुत से लोगों को खाना खाने के बाद चाय पीने की आदत होती है लेकिन अगर आपको गैस की परेशानी है तो, आपको खाने के तुरंत बाद चाय नहीं पीनी चाहिए। इससे शरीर खाने में मौजूद पोषक तत्वों को ठीक से अवशोषित नहीं कर पाता है।2. छोलेछोले-पूड़ी या छोले-भटूरे खाना ज्यादातर लोगों को पसंद होता है लेकिन छोले खाने से पेट में गैस बनती है। खासकर उन लोगों को छोले नहीं खाना चाहिए, जिनका पाचन तंत्र धीरे कम करता है या कब्ज की समस्या रहती है।3. अरबीअरबी एक बेहद स्वादिष्ट सब्जी होती है। इसे कई तरह से पकाकर खाया जाता है लेकिन इसके सेवन से पेट में गैस बनती है क्योंकि इसकी प्रकृति वायु वर्धक होती है। इसलिए जिन लोगों के पेट में ज्यादा गैस बनती है। उन्हें अरबी की सब्जी कम खानी चाहिए। इसके अलावा अगर आप सब्जी का सेवन कर भी रहे हैं तो, उसके साथ आप अजवाइन का सेवन भी जरूर करें। इससे आपके पेट में गैस कम बनेगी और पेट दर्द भी नहीं होगा।4. राजमाराजमा चावल का स्वाद हमें बहुत पसंद आता है लेकिन इसके सेवन से आपके पेट में गैस बन सकती है। अगर आपको कब्ज या गैस की ज्यादा समस्या रहती है तो, आपको राजमा का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए। दरअसल राजमा शरीर में वायु बढ़ाने का काम करता है और इससे पेट में गैस और भारीपन की समस्या हो सकती है।5. फूलगोभी और शिमला मिर्चसर्दियों में कई लोगों को फूलगोभी और शिमला मिर्च की सब्जी बहुत पसंद आती है लेकिन ये सब्जियां बादी होती है। इसको आप आसानी से पचा नहीं सकते हैं। ये उन लोगों के लिए नुकसानदायक हो सकती है, जिनके पेट में ज्यादा गैस बनती है। उनके लिए फूलगोभी और शिमला मिर्च जैसी सब्जियां पचाना मुश्किल हो जाता है।6. सलादअगर आपको बराबर गैस की परेशानी रहती है तो आपको ज्यादा सलाद नहीं खाना चाहिए क्योंकि सलाद भी एक गैस्ट्रिक फूड है। इसके ज्यादा सेवन से पेट में गैस की समस्या हो सकती है। इसलिए इसका संतुलित या कम मात्रा में सेवन करना चाहिए। सलाद के ऊपर आप काला नमक और अजवाइन डालकर खा सकते हैं।7. दूध और ब्रेडदूध और ब्रेड के सेवन से भी गैस की समस्या हो सकती है। अगर आपके पेट में पहले से ही ज्यादा गैस बनती है तो, गर्म दूध न पीएं। साथ ही ब्रेड का सेवन भी न करें। इससे ज्यादा गैस बनने की आंशका रहती है। अगर आपको मन है तो, आप छाछ पी सकते हैं और इसमें जीरा पाउडर का इस्तेमाल कर सकते हैं।साथ ही आप ज्यादा गैस बनने की स्थिति में उड़द, पालक का पत्ता, डेयरी उत्पाद, कोल्ड ड्रिंक और कुछ बादी सब्जियां नहीं खाना चाहिए। इससे आपकी गैस की समस्या और बढ़ सकती है। साथ ही आप अपने खाने में हींग और अजवाइन का सेवन भी कर सकते हैं। इससे खाने का स्वाद भी बढ़ता है और पेट में कब्ज और अपच की समस्या भी कम होती है। आप सुबह-शाम वॉक पर जरूर जाएं और खाने के बाद तुरंत भरपूर मात्रा में पानी न पीएं। इसके अलावा खाना खाने या कुछ हैवी खाने के बाद तुरंत बेड पर न सोने जाएं। थोड़ी देर चहलकदमी जरूर करें। इससे भोजन को पचाने में मदद मिलती है।
- होली का त्योहार बच्चों के लिए काफी खास होता है। इस दिन वे दिनभर अपने दोस्तों के साथ रंगों से खेलना और एक -दूसरे को अबीर-गुलाल लगाना पसंद करते हैं। बच्चे होली के दिन को लेकर काफी उत्साहित होते हैं लेकिन इसका असर उनके स्किन और बालों पर नहीं होना चाहिए। आइए जानते है कि होली खेलने के बाद आप अपने बच्चों की स्किन का कैसे ध्यान रख सकते है।होली के बाद बच्चे की स्किन ऐसे करें साफ1. होली खेलकर आने के बाद बच्चे रंगों में डूबे हुए होते हैं। ऐसे में उनकी सफाई के लिए आप सबसे पहले गुनगुने पानी में उन्हें नहाने को कहें। साथ ही फेस वाश या साबुन की मदद से चेहरे और शरीर को अच्छे से साफ करने को कहें ताकि शरीर से गंदगी, रंग और अतिरिक्त तेल हट सके। इसके लिए आप किसी प्राकृतिक उत्पाद का उपयोग भी कर सकते हैं।2. अगर नहाने के बाद भी बच्चे का रंग नहीं निकलता है, तो इसके लिए आप तिल के तेल या नारियल तेल से स्क्रब करके क्लर्स निकाल सकते हैं। हालांकि बच्चों को नरम त्वचा पर हल्के हाथों से स्क्रब करना चाहिए ताकि उनकी स्किन में खुजली और जलन की समस्या न हो। बार-बार स्क्रब या त्वचा को रगडऩे का प्रयास भी नहीं करना चाहिए।3. अगर आपके बच्चे के बाल बड़े हंै, तो उन्हें खोलकर पहले ढीला कर लें फिर बालों को किसी माइल्ड शैम्पू से धोने के बाद अच्छे कंडीशनर का इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन बालों को कभी गर्म पानी से न धोएं। इससे नुकसान हो सकता है।4. नहाने के बाद बच्चों के पूरे शरीर पर मॉइश्चराइजर और फेस क्रीम लगाएं ताकि स्किन मुलायम और कोमल बनी रहे और रंगों के कारण आया रूखापन भी कम हो जाए। ऐसा न करने पर त्वचा शुष्क और रूखी नजर आती है। जरूरत पडऩे आप उन्हें नियमित अंतराल पर भी मॉइश्चराइजर लगा सकते हैं।5. नहाने के बाद बच्चों को धूप में न जाने दें। इससे बाल और स्किन में कई तरह की परेशानी हो सकती है।इन बातों का भी रखें ध्यान1. बच्चों को होली खेलने जाने से पहले चेहरे और शरीर पर अच्छे से तेल या पेट्रोलियम जेली से मसाज करें ताकि कलर उनके शरीर पर न बैठें और नहाने के बाद उसे साफ करना आसान हो।2. बच्चे के बाल को कवर करने के लिए कैप या किसी रूमाल की मदद से ले सकते हैं।3. बच्चों को फुस स्लीव ड्रेस या कंफर्टेबल कपड़े पहनाकर भेजें ताकि वे रंगों के संपर्क में कम आएं और कलर निकालना आसान हो।4. बच्चों को ऑगेनिक कलर से खेलने के लिए प्रोत्साहित करें ताकि किसी प्रकार का कोई नुकसान न हो।
- बढ़े हुए यूरिक एसिड को कॉफी से कंट्रोल किया जा सकता है माना जाता है कि कॉफी पीने से किडनी सही तरीके से काम करती है, जिसकी वजह से यूरिक एसिड कंट्रोल में रहता है । इसके अलावा चुंकदर, अधिक से अधिक पानी पीने से और संतरे के जूस से यूरिक एसिड को कंट्रोल किया जा सकता है. तो चलिए डिटेल में जानते हैं कि क्यों यूरिक एसिड बढ़ता है और इसको कंट्रोल में कैसे रखा जाए ।इस वजह से बढ़ता है यूरिक एसिडमीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आपके बॉडी में यूरिक एसिड तब बढ़ता है । जब किडनी यूरिक एसिड को सही तरह से शरीर से बाहर नहीं निकाल पाती है । हाई यूरिक एसिड होने पर जोड़ों में दर्द, अकडऩ, सूजन, चलने-फिरने में दिक्कत और जोड़ों का शेप बदलना शमिल है।कॉफी के अलावा इन चीजों के खाने से कंट्रोल रहेगा यूरिक एसिड- काफी पीने के अलावा आप चुकंदर खा सकते हैं। इसको खाने से भी आपका बढ़ा हुआ यूरिक एसिड कंट्रोल में आ सकता है।- अधिक से अधिक पानी पीना चाहिए। पानी सेहत के लिए बेहत सही माना जाता है। माना जाता है कि ज्यादा पानी पीने से शरीर से बढ़ा हुआ यूरिक एसिड बाहर निकलता है।- संतरे का जूस भी आप अपनी डाइट में शामिल कर सकते है। माना जाता है कि यूरिक एसिड कंट्रोल करने के साथ-साथ इसको पीने से आपको गठिया की दिक्कत भी नहीं होगी।
- आमचूर किचन में इस्तेमाल होने वाला ऐसा पाउडर है, जिससे आपकी सब्जी का स्वाद एकदम बदल जाता है। हालांकि, आमचूर का इस्तेमाल सभी सब्जियों में नहीं होता है बल्कि सिर्फ चुनिदां सब्जियों में आमचूर का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये आमचूर आपकी सब्जी का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ आपको वजन भी कम कर सकता है। अब आप सोच रहे हैं होंगे कि भला आमचूर से वजन कैसे कम हो सकता है। तो चलिए हम जानते हैं कि कैसे आमचूर से आप अपना वजन कम कर सकते हैं।इस वजह से आमचूर से वजन होता है कंट्रोलदरअसल, आमचूर में कैल्शियम, विटामिन सी और फैट के साथ-साथ आयरन भी होता है। माना जाता है कि गर्भवती महिलाओं के लिए आमचूर का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके अलावा नियमित रूप से आमचूर का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज की परेशानी कंट्रोल में रहती है।आमचूर खाने से ये भी होंगे फायदे- डायबिटीज कंट्रोल करने में आमचूर बेहद सही माना जाता है। अगर आप भी डायबिटीज के मरीज हैं तो आपको अपने खाने में अमचूर शामिल करना चाहिए।- वजन को कंट्रोल करने में आमचूर का बेहद योगदान है। अगर आप अपना वजन कम करना चाहते हैं, तो आमचूर अपनी डाइट में शामिल कर लें।माना जाता है कि आमचूर पाचन के लिए भी लाभकारी है। पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने में आमचूर लाभकारी माना जाता है। दरअसल, इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हंै।
- किशमिश सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। किशमिश का सेवन शरीर से कई समस्याओं और बीमारियों को दूर करने में भी फायदेमंद होता है। किशमिश और गुड़ के पानी का रोजाना सेवन शरीर के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। लोग कई तरीकों से किशमिश के पानी का सेवन करते हैं लेकिन किशमिश और गुड़ के पानी का एकसाथ सेवन करने से आप मोटापे की समस्या समेत कई गंभीर बीमारियों में फायदा पा सकते हैं। गुड़ और किशमिश में मौजूद पोषक तत्व लो ब्लड प्रेशर की समस्या में उपयोगी माने जाते हैं। फेफड़ों को साफ करने और शरीर का चयापचय दुरुस्त रखने में भी किशमिश और गुड़ के पानी का सेवन बहुत फायदेमंद माना जाता है। आइये जानते हैं रोजाना किशमिश और गुड़ के पानी का सेवन करने के फायदे के बारे में।किशमिश और गुड़ का पानी पीने के फायदेगुड़ और किशमिश दोनों ही सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माने जाते हैं। गुड़ में मैग्नीशियम, कैल्शियम, आयरन, जिंक, पोटेशियम जैसे पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं जो शरीर के लिए बहुत उपयोगी माने जाते हैं। वहीं किशमिश में भी सेहत के लिए उपयोगी माने जाने वाले पोषक तत्व जैसे आयरन, पोटेशियम और कैल्शियम व विटामिन आदि प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। आप रोजाना अगर किशमिश और गुड़ के पानी का सेवन करते हैं तो आपके शरीर को ये फायदे मिल सकते हैं।1. वजन कम करने में फायदेमंदगुड़ और किशमिश का कॉम्बिनेशन वजन कम करने के लिए बहुत उपयोगी माना जाता है। गुड़ में मौजूद पोषक तत्व शरीर को एनर्जी देते हैं और भूख को नियंत्रित करते हैं। किशमिश और गुड़ का पानी रोजाना सुबह खाली पेट पीने से शरीर से एक्स्ट्रा फैट कम करने में लाभ मिलता है और वजन कम होता है। लगभग 30 से 40 दिनों तक लगातार इसका सेवन करने से फायदा मिलता है। किशमिश और गुड़ में मौजूद पोषक तत्व शरीर को पर्याप्त एनर्जी देते हैं जिससे वजन कम करते समय कमजोरी की समस्या से भी नहीं जूझना पड़ता है।2. पाचन तंत्र को मजबूत करने में उपयोगीपाचन तंत्र को मजबूत करने में किशमिश और गुड़ का सेवन बहुत फायदेमंद माना जाता है। किशमिश शरीर में लैक्सटिव के रूप में कार्य करती है। यह पेट में जाकर पानी को अवशोषित करती है। इसका सेवन करने से कब्ज और पाचन से जुड़ी कई समस्याओं में फायदा मिलता है। किशमिश और गुड़ में मौजूद फाइबर गैस्ट्रोइंटेस्टिनल मार्ग से शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं। रोजाना किशमिश और गुड़ का पानी पीने से आपका पाचन तंत्र मजबूत होता है और कब्ज की समस्या, गैस और एसिडिटी जैसी कई गंभीर समस्याओं में फायदा मिलता है।3. हड्डियों के लिए फायदेमंदकिशमिश और गुड़ का पानी पीने से आपको हड्डियां मजबूत होती हैं और हड्डियों से जुड़ी समस्या में फायदा मिलता है। किशमिश और गुड़ दोनों ही कैल्शियम का भंडार होते हैं और इनका सेवन शरीर में कैल्शियम की आपूर्ति के लिए उपयोगी माना जाता है। किशमिश में बोरोन नामक माइक्रोन्यूट्रियंट भी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है जो शरीर में कैल्शियम के अवशोषण और हड्डियों को कैल्शियम की आपूर्ति करने में बहुत उपयोगी माना जाता है। नियमित रूप से किशमिश और गुड़ का पानी पीने से ऑस्टियोपोरोसिस और गठिया की समस्या में फायदा मिलता है।4. एनीमिया की समस्या में बहुत फायदेमंदशरीर में खून की कमी को दूर करने के लिए किशमिश और गुड़ के पानी का सेवन बहुत उपयोगी माना जाता है। किशमिश और गुड़ में पर्याप्त मात्रा में मौजूद आयरन शरीर में एनीमिया की समस्या को दूर करने के लिए फायदेमंद है। रोजाना इसका सेवन करने से शरीर में ब्लड का गठन करने के लिए जरूरी विटामिन की मिलता है। इन सबके अलावा किशमिश में कॉपर भी पाया जाता है जो लाल रक्त कोशिकाओं की कमी को दूर करने और इसका निर्माण करने में बहुत मदद करता है।5. आखों की सेवन के लिए बहुत उपयोगीकिशमिश और गुड़ आंखों के लिए बहुत फायदेमंद माने जाते हैं। आप रोजाना इसका सेवन कर आंखों की रोशनी बढ़ाने में फायदा पा सकते हैं। किशमिश और गुड़ का पानी पीने से इसमें मौजूद पोषक तत्व आंखों को बीमारियों से बचाते हैं और आंख की रोशनी बढ़ाने का काम करते हैं। आंख को हेल्दी रखने के लिए किशमिश और गुड़ के पानी का सेवन बहुत फायदेमंद है।कैसे बनाएं किशमिश और गुड़ पानी....किशमिश और गुड़ का पानी तैयार करने के लिए रात में 6-9 किशमिश को एक कटोरी में पानी में भिगो दें। इसके बाद सुबह में एक गिलास में गुड़ के कुछ टुकड़े लें और इसे पानी में डालकर घोल लें। अब इसमें किशमिश का पानी और किशमिश डाल दें। रोजाना सुबह में खाली पेट इसका सेवन करने से फायदा मिलता है। अगर आप डायबिटीज की समस्या से ग्रसित हैं तो इसका सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
- कच्चा अदरक बेहद ही काम का है. इसको खाने से ब्लड प्रेशर, पेट संबंधित बीमारी के अलावा माइग्रेन दर्द में फायदेमंद होता है. इसके अलावा कोलेस्ट्रॉल में भी कच्चा अदरक काफी फायदेमंद होता है. बता दें कि कच्चा अदरक में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य को काफी लाभ पहुंचाते हैं. कच्ची अदरक में प्रचूर मात्रा में विटामिन ए, विटामिन डी, विटामिन, आयरन जिंक और कैल्शियम जैसे पोषक होते हैं. इसके सेवन से कई बीमारियां दूर होती हैं. वहीं कच्चे अदरक का सेवन करने से सर्दी-खांसी जैसे वायरल इंफेक्शन से काफी हद तक बचा जा सकता है. अगर पुरुषों में किसी भी प्रकार की सेक्सुअली दिक्कत है तो वह कच्चा अदरक खा सकते हैं. क्योंकि माना जाता है कि कच्चा अदरक खाने से पुरुषों के लिए काफी फायदा होता है.पेट संबंधित दिक्कतों में मिलती है राहतपेट के लिए भी कच्चा अदरक काफी फायदेमंद है. माना जाता है कि कच्चा अदरक पेट के लिए काफी फायदेमंद है. वहीं अदरक पाचन तंत्र को मजबूत करता है. साथ ही अगर किसी को पेट में दर्द या मरोड़ जैसे शिकायत होतो है तो आपको कच्चा अदरक जरूर खाना चाहिए. ऐसे में मे अगर आप पेट में दर्द की समस्या से परेशान हैं तो आप कच्ची अदरक का सेवन कर सकते हैं.माइग्रेन में खाएं कच्चा अदरकमाइग्रेन दर्द में भी कच्चा अदरक काफी फायदेमंद है. कच्चा अदरक माइग्रेन के दर्द में काफी फायदेमंद माना जाता है. अगर किसी को माइग्रेन की शिकायत हो तो उसे रोजाना कच्चे अदरक खाना चाहिए क्योंकि माना जाता है कि इसको खाने से आपकी थकान भी कम हो जाती है.कोलेस्ट्रॉल लेवल करता है कमकोलेस्ट्रॉल लेवल भी कम करने में कच्चे अदरक का अहम योगदान है.अदरक के सेवन से कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम किया जा सकता है. अगर किसी को कोलेस्ट्रॉल की शिकायत हो तो इसे उसे रोजाना कच्चे अदरक का सेवन करना चाहिए. इसके अलावा हार्ट के लिए भी कच्चा अदरक फायदेमंद है.