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- पका हुआ पपीता आपकी सेहत के लिए फायदेमंद है, उसी तरह कच्चे पपीता भी उपयोगी है. कच्चा पपीता भी पेट के रोगों को ठीक करता है. इसके अलावा जोड़ों की समस्याओं में भी कच्चा पपीते का यूज किया जाता है. वजन कम करने में भी आप कच्चे पपीते का उपयोग कर सकते हैं. बता दें कि कच्चे पपीते में पपैन नाम का पदार्थ होता है, जो आपकी बॉडी के लिए अच्छा होता है. कच्चा पपीता अगर सही मात्रा में खाएं तो ये पाचन के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है. तो चलिए जानते हैं कि इसके अलावा कच्चे पपीते के क्या फायदे हैं.इस तरह करें कच्चे पपीते का उपयोगबता दें कि सुबह के समय फलों का सेवन अच्छा होता है. इसलिए पपीते का सेवन भी सुबह के समय करने से ज्यादा लाभ मिलता है. पपीता आपके पेट के लिए एक उपयोगी फल है. कोशिश करें कि खाली पेट आप कच्चे पपीते का सेवन करें. बता दें कि कई लोग कच्चे पपीते की सब्जी बनाकर भी सेवन करते हैं.किसी भी घाव को भरने में मददगारकच्चे पपीते में मौजूद विटामिन और अन्य पोषक तत्व आपकी त्वचा को हेल्दी बनाते हैं. इसके सेवन से शरीर की किसी भी घाव या जख्म को भरने की क्षमता बढ़ जाती है. तो ऐसे लोग जिन्हें कच्चा पपीता नहीं पसंद वह इसको अपनी पसंद बना सकते हैं.
- जो आप खाते हैं उसका सीधा असर आपकी सेहत पर पड़ता है. बदलती लाइफस्टाइल और बिगड़े खान-पान के चलते लोगों की हेल्थ खराब होने लगती है. ऐसे में कई प्रकार की बीमारियां आपको घेरने लगती हैं. कोलेस्ट्रॉल का बिगड़ना भी बहुत बड़ी परेशानी है.बॉडी में होते हैं 2 तरह के कोलेस्ट्रॉलआपकी बॉडी में दो तरह के कोलेस्ट्रॉल होते हैं. पहला अच्छा और दूसरा खराब. अगर आपकी बॉडी में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगे तो इससे हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ जाता है. ऐसी स्थिति में आपको कोलेस्ट्रॉल को संतुलित बनाए रखना बेहद जरूरी है. आइए जानते हैं कि ऐसे कौन-से ड्राई फ्रूट्स हैं, जिससे आप बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकते हैं.1. खाएं अखरोट'अखरोट' बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल कर सकता है. यह एक ऐसा ड्राई फ्रूट है, जो आपकी बॉडी में बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने का काम करता है. अखरोट में ओमेगा-3 फैटी एसिड और मोनोसैचुरेटेड फैट भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है.2. बादाम खाने की आदत बनाएंआपने देखा होगा कि फिट रहने के लिए रोज बादाम खाने की सलाह दी जाती है. बता दें कि बादाम में एमिनो एसिड होता है, जिससे शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड बनाता है. रोज बादाम का सेवन करने से बैड कोलेस्ट्रॉल तेजी से कम होता है.3. पिस्ता भी डाइट में शामिल करेंपिस्ता भी आपको रोज खाना चाहिए. रोज थोड़े से पिस्ता खाने से गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है और बैड कोलेस्ट्रॉल कम होता है4. सीड्स भी बैड कोलेस्ट्रॉल करता है कमसीड्स भी बॉडी से बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में फायदेमंद हैं. अगर आप अपनी डाइट में सीड्स शामिल करेंगे तो इससे आपको जरूर फायदा मिलेगा.
- कटहल की सब्जी टेस्ट के साथ-साथ हेल्दी भी होती है. इसको बनाने के कई तरीके होते हैं. कटहल में विटामिन A, C, पोटेशियम और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, लेकिन कई बार कुछ लोग कटहल खाने के बाद ऐसी चीजें खा लेते हैं, जिससे तबीयत खराब हो जाती है. आइए जानते हैं कि कटहल खाने के बाद आपको कौन-सी चीजें नहीं खानी चाहिए.पपीता न खाएंआपको कटहल की सब्जी खाने के बाद पपीता नहीं खाना चाहिए. अगर आप ऐसा करते हैं तो इससे स्किन एलर्जी हो सकती हैं. साथ ही आपको लूज मोशन की समस्या हो सकती है.कटहल खाने के बाद न पिएं दूधकई लोग कटहल की सब्जी के बाद दूध पी लेते हैं, लेकिन ऐसा आपको कभी नहीं करना चाहिए. इससे पेट में सूजन आने के साथ आपको स्किन पर रेशैज हो सकते हैं. बता दें कि कई लोगों को सफेद दाग की परेशानी भी होने लगती है. ऐसे लोगों को इससे दूर रहना चाहिए.कभी न खाएं भिंडीभिंडी को भी आपको नहीं खाना चाहिए. अगर आप भी कटहल के बाद भिंडी खाते हैं तो आपको पैरों में दर्द की शिकायत हो सकती है. इसके अलावा एसिडिटी की समस्या का भी सामना कर सकते हैं.बिल्कुल न खाएं पानज्यादातर लोगों को खाना खाने के बाद पान खाने की आदत होती है. ऐसे में अगर आपने कटहल की सब्जी खाई हो उसके बाद पान कभी नहीं खाएं.
- ब्रेकफास्ट करना बहुत जरूरी है। आयुर्वेद के अनुसार ब्रेकफास्ट हमारे पूरे दिन का सबसे महत्वपूर्ण भोजन है। नाश्ता करने से आपको पूरे दिन अन्य कामों को करने लिए एनर्जी मिलती है दिन को ऊर्जा मिलती है, पाचन तंत्र में सुधार होता है और कई स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम कम होता है। नाश्ता करने से आपका दिल स्वस्थ रहता है साथ ही साथ ही शरीर में ब्लड शुगर लेवल भी नियंत्रित रहता है। वहीं, अगर आप ब्रेकफास्ट नहीं करते हैं तो इससे आपकी सेहत को नुकसान पहुंच सकता है।आयुर्वेद के अनुसार हमेशा नाश्ते में कुछ गर्म फूड्स का सेवन करना चाहिए क्योंकि नाश्ते में कुछ ठंडा खाना आपके पूरे दिन को खराब कर सकता है।सुबह के समय सूरज उगता है। सुबह के समय सूर्य अपनी इष्टतम क्षमता के अनुसार कार्य नहीं कर रहा होता है। ठीक ऐसा ही हमारी पाचन अग्नि के साथ होता है। इसलिए पूरे दिन भोजन को पचाने में सक्षम होने और हमारे पेट को तैयार करने के लिए, हल्का और गर्म नाश्ता करना सबसे अच्छा है क्योंकि यह पचाने में हल्का है,और आपके पेट पर ज्यादा दबाव नहीं डालता है। आयुर्वेद के अनुसार गर्म नाश्ता करना आपकी पाचन अग्नि और पेट के लिए एक वार्म-अप व्यायाम की तरह है, जिसे हम अपने शरीर को दोपहर के भोजन को पचाने के लिए तैयार करने के लिए करते हैं, जिसके लिए अधिक ताकत की आवश्यकता होती है। आयुर्वेद दोपहर का भोजन 12 से 2 बजे के बीच करने का सुझाव देता है क्योंकि यही वह समय होता है जब सूर्य आकाश में अपने चरम पर होता है (सबसे शक्तिशाली) और हमारी पाचन क्षमता भी इसी तरह इष्टतम होती है।नाश्ते में ठंडी चीजें क्यों नहीं खानी चाहिएआयुर्वेद के अनुसार नाश्ते में ठंडी चीजों का सेवन करना जलती आग पर पानी डालने जैसा है। जो आपकी पाचन अग्रि को बढ़ाने के बजाए उल्टा इसके ठंडा करने का काम करता है। इसलिए आयुर्वेद सुझाव देता है कि नाश्ते में ताजा पका हुआ दलिया, उबले हुए फल (सेब या नाशपाती), अलग-अलग चीला (पेनकेक्स), उबली हुई फलियां (मूंग, छोले) या सिर्फ उबली हुई सब्जी का सूप जैसे गर्म और हल्के फूड्स का सेवन करें।आयुर्वेद के अनुसार नाश्ते में ठंडी चीजें खाने से पेट से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं, जैसे पेट में सूजन, ब्लोटिंग और ऐंठन, कब्ज। साथ ही आपके पेट में मौजूद आंत अत्यंत गर्मी के प्रति संवेदनशील है, ऐसे में जब आप ठंडी चीजों का सेवन करते हैं तो इससे पूरे शरीर को झटका लगता है। इसके चलते आपको पाचन संवेदनशीलता, थकान और साइनस संक्रमण जैसी अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आयुर्वेद के अनुसार ठंडा नाश्ता केवल उच्च पित्त वाले लोगों के लिए है। दूसरों के लिए गर्म नाश्ता सबसे अच्छा है।
- शरीर को स्वस्थ रखने के लिए रक्त यानी ब्लड की पर्याप्त मात्रा होनी बहुत जरूरी है। शरीर में मौजूद ब्लड में पायी जाने वाली लाल रक्त कणिकाएं यानी रेड ब्लड सेल्स की मात्रा पर्याप्त होनी चाहिए। ब्लड में रेड ब्लड सेल्स की कमी होने की वजह से आपके शरीर में एनीमिया की समस्या हो सकती है। शरीर में खून की कमी या एनीमिया की समस्या से बचने के लिए अच्छी लाइफस्टाइल और खानपान का हेल्दी होना बहुत जरूरी है। दरअसल रेड ब्लड सेल्स शरीर में मौजूद खून की सबसे आम कोशिकाएं हैं। ये कोशिकाएं शरीर के अलग-अलग हिस्सों में ऑक्सीजन पहुँचाने में मदद करती हैं। शरीर की हड्डियों मौजूद अस्थिमज्जा या बोन मैरो रक्त कणों को बनाने के लिए बहुत जरूरी है। एक क्यूबिक मिलीलीटर में लगभग 50 लाख रक्त कणिकाएं मौजूद होती हैं। ये रक्त कणिकाएं अगर आप माइक्रोस्कोप से देखेंगे तो लाल रंग के मोटे-मोटे कण दिखाई देंगे। क्या आप जानते हैं कि स्वस्थ शरीर में रेड ब्लड सेल कितना होना चाहिए?शरीर में पायी जाने वाली रेड ब्लड सेल्स का निर्माण बोन मैरो में होता है। ब्लड की सबसे आम कोशिका के रूप में जानी जाने वाली रेड ब्लड सेल्स कणों के रूप में दिखाई देती हैं। हर व्यक्ति में रेड ब्लड सेल का काउंट अलग-अलग हो सकता है। व्यक्ति के खानपान और लाइफस्टाइल के साथ-साथ उसके स्वास्थ्य से जुड़ी स्थितियां इसके लिए जिम्मेदार मानी जाती हैं। शरीर से कार्बन डाई ऑक्साइड को निकालने के लिए और शरीर के अलग-अलग अंगों में ऑक्सीजन की सप्लाई करने के लिए रेड ब्लड सेल्स बहुत जरूरी होती हैं। आमतौर पर इन कोशिकाओं का जीवनकाल या लाइफ 120 दिनों का होता है। सीनियर फिजिशियन डॉक्टर समीर के मुताबिक एक एडल्ट और हेल्दी व्यक्ति में रेड ब्लड सेल्स का काउंट 4.50 लाख से लेकर 5.50 लाख तक होता है। इन रक्त कणिकाओं की संख्या शरीरिक स्थिति और इंसान के खानपान की वजह से कम या ज्यादा हो सकती है।शरीर में रेड ब्लड सेल्स की कमी दूर करने के उपायशरीर में मौजूद रेड ब्लड सेल्स शरीर के अलग-अलग अंगों में ऑक्सीजन की सप्लाई करने का काम करती हैं। शरीर में खून की कमी के लक्षण दिखने पर आपको खून की जांच जरूर करानी चाहिए। आप जब खून की जांच कराते हैं तो इससे आपको शरीर में मौजूद ब्लड सेल्स के बारे में सटीक जानकारी हो सकती है शरीर में रेड ब्लड सेल्स की कमी होने पर आप इन फूड्स का सेवन कर सकते हैं।1. आयरन की प्रचुर मात्रा वाले फूड्स का सेवन शरीर में रेड ब्लूस सेल्स की कमी को दूर करने का काम करते हैं। शरीर में खून की कमी होने पर आपको डॉक्टर भी आयरन से भरपूर फूड्स का सेवन करने की सलाह देते हैं। आयरन रिच फूड्स का सेवन करने के लिए रेड मीट, फलियां, अंडे, बीन्स और ड्राई फ्रूट्स को अपनी डाइट में शामिल करें।2. पालक में मौजूद गुण शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। इसमें आयरन की भी प्रचुर मात्रा होती है जो आपके लिए बहुत फायदेमंद है। शरीर में रेड ब्लड सेल्स का काउंट बढ़ाने के लिए आप रोजाना पालक का सेवन कर सकते हैं।3. गाजर में मौजूद गुण शरीर में रेड ब्लड सेल्स और खून की कमी की समस्या को दूर करने में फायदेमंद होते हैं। आप अपनी डाइट में गाजर को कई तरीकों से शामिल कर सकते हैं।4. विटामिन सी का सेवन करने से आपके शरीर को आयरन के अवशोषण करने में फायदा मिलता है। विटामिन सी युक्त फूड्स का सेवन आपके शरीर की इम्यूनिटी भी बढ़ाने का काम करते हैं।5. विटामिन बी 12 से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करने से शरीर में रेड ब्लड सेल्स की संख्या बढ़ाने में फायदा मिलता है। विटामिन बी 12 से भरपूर चीजें शरीर में खून बढ़ाने और हीमोग्लोबिन का निर्माण करने में मदद करती हैं।
- गर्मियों में त्वचा को अधिक देखभाल की जरूरत पड़ती है। नॉर्मल स्किन से लेकर कॉम्बिनेशन स्किन वाले लोगों तक के फेस पर एक्स्ट्रा ऑयल देखने को मिलता है। इसकी वजह से चेहरे का खिला रंग दब जाता है। ऐसे में सिर्फ क्लींजिंग, टोनिंग, और मॉइश्चराइजिंग करना काफी नहीं होगा। खास कर अगर आपकी स्किन ऑयली हो तो, क्योंकि इस स्किन टाइप के लोगों को कोई ना कोई परेशानी बनी ही रहती है।इसके साथ ही गर्मियों में तेज धूप, धूल-मिट्टी, और प्रदूषण के कारण हमारी त्वचा की रंगत खो जाती है। इस तरह की परेशानियों से निपटने के लिए लोग मौसमी फलों का इस्तेमाल करते हैं। खाने के अलावा इन फलों का इस्तेमाल अगर आप अपनी त्वचा को निखारने में करें, तो फायदा तुरंत देखने को मिल सकता है। वहीं मौसमी फलों में अंगूर स्किन के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है।इसकी मदद से आप निखरी और जवां त्वचा पा सकती हैं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लामेटरी गुण त्वचा को कमसिन और कोमल बनाए रखने में मदद करते हैं। तो चलिए जानते हैं कि गर्मियों में स्किन केयर के लिए इसका इस्तेमाल कैसे किया जा सकता है।सुबह उठने के बाद चेहरे पर बहुत सारा ऑयल देखने को मिलता है तो आप अंगूर का फेस पैक इस्तेमाल करें। इसके लिए अंगूर का पेस्ट बनाएं और उसमें 1 चम्मच दही मिक्स कर दें। दोनों इंग्रेडिएंट्स को थिक रखने की कोशिश करें। अब इसमें 2 से 3 बूंद नींबू का रस मिलाएं। अब इस फेस पैक को चेहरे पर लगा लें। जब यह सूखने लगे तो गुनगुने पानी से चेहरा धोएं। गर्मियों में इस फेस पैक को ऑयली स्किन और मुंहासों से राहत पाने के लिए रोजाना इस्तेमाल किया जा सकता है।इस तरह त्वचा को बनाएं चमकदारबढ़ती उम्र के लक्षण चेहरे पर ना दिखें, इसके लिए फेस मसाज फायदेमंद मानी जाती है। यह त्वचा को कोमल और चमकदार बनाती है। यही नहीं इससे झुर्रियां और फाइन लाइन्स की समस्या भी ठीक हो सकती है। इसके लिए अंगूर के रस में रोज एसेंशियल ऑयल मिक्स करें। इन दोनों इंग्रेडिएंट्स को मिक्स करने के बाद चेहरे पर अप्लाई करें। अब मसाज रोलर की मदद से मसाज करें। इससे काफी फर्क आएगा और आपकी त्वचा पहले से मुलायम और चमकदार नजर आएगी।डार्क सर्कल की समस्या होगी दूरअगर आपको डार्क सर्कल की समस्या है तो उसके लिए अंगूर के पल्प का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए अंगूर का पेस्ट तैयार करें और उसमें अंगूर के बीज का तेल मिक्स करें। अब इस मिश्रण को आंखों के नीचे लगाएं। 20 से 30 मिनट तक इसे लगाए रखें और फिर ठंडे पानी से साफ कर लें। आप यह काम सोने से पहले या फिर सुबह उठने के बाद कर सकते हैं।ग्लोइंग स्किन के लिए बनाएं शीट मास्कगर्मियों के मौसम में फ्रेश और ग्लोइंग त्वचा चाहती हैं तो अंगूर के रस को शीट मास्क के साथ अप्लाई कर सकते हैं। इसके लिए अंगूर को अच्छी तरह ब्लेंड कर लें और उसका रस निकाल लें। अब इसमें लैवेंडर एसेंशियल ऑयल की 1 बूंद मिक्स कर दें। इसके बाद एक ड्राई शीट मास्क लें और इस मिश्रण में डिप कर दें। अब इसे अपने चेहरे पर अप्लाई करें और 20 मिनट के लिए छोड़ दें। शीट मास्क हटाने के आधे घंटे बाद चेहरे को नॉर्मल पानी धोएं।
- हरी सब्जियों में भरपूर विटामिन्स होते हैं। हर सब्जी की एक खासियत होती है। आइए जाने किस सब्जी में क्या है?घीयाघीया यानी लौकी को बहुत से लोग पसंद नहीं करते हैं। इस सब्जी का नाम लेते ही ज्यादातर लोग मुंह बनाने लग जाते हैं। आप भी अगर इस सब्जी को पसंद नहीं करते, तो आप घीया के कोफ्ते, हलवा या फिर चने की दाल डालकर सब्जी बना सकते हैं। लौकी में कई प्रकार के पोषक तत्व पाऐ जाते हैं। प्रोटीन, विटामिन ए, विटामिन सी, कैल्शियम, आयरन जैसे पोषक तत्वों के लिए आपको इसे जरूर खाना चाहिए।तोरईतोरई की सब्जी को भी बहुत से लोग देखना नहीं चाहते. ऐसे में इस सब्जी से डील करने का तरीका यह है कि आप इसमें चने की दाल या फिर काले चने डालकर बनाएं. आप इसे दही के साथ भी खा सकते हैं। इसमें कैल्शियम, कॉपर, आयरन, पोटेशियम, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं।कद्दूकद्दू की सब्जी को भी ज्यादातर लोग पसंद नहीं करते. कुछ लोगों को यह सब्जी इसलिए पसंद नहीं आती क्योंकि इसमें थोड़ी-सी मिठास होती है। आप कद्दू की सब्जी को पनीर के साथ बना सकते हैं। यह सब्जी चने की दाल के पराठे के साथ बहुत अच्छे लगते हैं। कद्दू में कैलोरी, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, आयरन, फाइबर, सोडियम व फोलेट जैसे पोषक तत्व भरपूर होते हैं।टिंडेटिंडे की सब्जी भी ऐसी ही सब्जियों की लिस्ट में आती है। आप अगर इस सब्जी को पसंद नहीं करते, तो आप भरवां टिंडे यानी स्टफ्ड टिंडे बना सकते हैं। पोषक तत्वों के मामले में टिंडा भी किसी से कम नहीं है। इसमें विटामिन ए, विटामिन सी, थियामिन. नियासिन, रिबोफाल्विन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं।बैंगनकई लोगों को बैगन जरा भी पसंद नहीं आता , तो कई लोग इसकी सब्जी और खासकर के भर्ता बड़े चाव से खाते हैं। बैंगन में विटामिन ए, सी, ई, बी-2, बी-6 के साथ-साथ आयरन और जिंक मौजूद होते हैं।
- भारत में नवरात्रि सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। नवरात्रि में मां दुर्गा की नौ अलग-अलग रूपों में पूजा की जाती है। इस बार चैत्र नवरात्र 2 अप्रैल से शुरू होने जा रहा है। इस दौरान लोग 9 दिनों का उपवास रखते हैं और देवी की पूजा करते हैं। कई लोग व्रत के दौरान खाली पेट में ऐसी चीजों का सेवन करते हैं, जिससे उन्हें गैस और पेट दर्द की परेशानी हो सकती है क्योंकि कुछ फूड्स ऐसे होते हैं, जिसका सेवन व्रत के दौरान आपको खाली पेट में नहीं करना चाहिए। कुछ ऐसे ही फूड्स के बारे में हमको बताने जा रहे हैं, जिसे आपको व्रत के दौरान खाली पेट में नहीं खाना चाहिए।खाली पेट इन चीजों का सेवन न करें1. चायकई लोगों को सुबह उठकर चाय पीने की आदत होती है। फिर चाहे व्रत का दिन ही क्यों न हो। वह सोचकर रखते हैं कि सुबह उठकर सबसे पहले चाय पीना है, लेकिन इससे आपकी परेशानी बढ़ सकती है। दरअसल सुबह खाली पेट में चाय पीने से एसिडिटी, पेट दर्द और जलन की समस्या हो सकती है। इसके अलावा यह पाचन तंत्र को भी प्रभावित कर सकता है और ब्लड शुगर जैसी तकलीफ भी हो सकती है। सबसे जरूरी बात की इसके सेवन से शरीर को किसी तरह का कोई पोषण नहीं मिलता है।2. दूध और दहीकई लोग सुबह खाली पेट में दूध और दही पीना सही मानते हैं कि दूध-दही तो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होती है। ऐसा है भी कि दूध और दही एक अच्छा आहार है, लेकिन इसे व्रत के दौरान खाली पेट में न पीएंं क्योंकि यह शरीर में एसिड का स्तर बढ़ा सकता है। सुबह के समय संतृप्त वसा और प्रोटीन का विपरीत प्रभाव हो सकता है। साथ ही यह आंतों के एंजाइम को भी प्रभावित कर सकते हैं इसलिए सुबह के समय प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ लेने से बचें।3. केलाकेला सबसे अच्छे फलों में से एक होता है। इसका सेवन दिन के समय में किया जा सकता है, ं लेकिन सुबह खाली पेट नहीं क्योंकि एसिडिक चीजों के सेवन से अपच, सीने में जलन और गैस की दिक्कत आ सकती है। केले में मैग्नीशियम की भी प्रचुर मात्रा पाई जाती है, जिससे परेशानी हो सकती है। इसके अलावा अगर सर्दी-जुकाम की समस्या है, तो उस मामले में भी सुबह के समय केले का सेवन नहीं करना चाहिए।4. तले भूने खाद्य पदार्थव्रत के दौरान आपको किसी भी तरह के तले भूने पदार्थ का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे कई तरह की समस्या हो सकती है। हमेशा व्रत के दौरान उबला हुआ खाना खाने की कोशिश करें और स्वस्थ रहें।5. कच्ची सब्जियांव्रत के दौरान कई लोग कुछ सब्जियों भी लेते हैं। ऐसे में कच्ची सब्जियां आपके लिए सही विकल्प नहीं हो सकता है। कच्ची सब्जियां में प्रचुर मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जिसका सुबह के समय सेवन करना आपके लिए सही नहीं हो सकता है इसलिए खाली पेट कच्ची सब्जियों का सेवन न करें। इससे पेट फूलने और दर्द की परेशानी भी हो सकती है।6. साइट्रस फलखट्टे फल अगर सही समय पर खाए जाएं तो ये हमेशा सेहतमंद होते हैं। खाली पेट खट्टे फल खाने से एसिड का उत्पादन बढ़ सकता है। इसके अलावा, फलों में बहुत अधिक फाइबर और फ्रुक्टोज भी खाली पेट खाने पर आपके पाचन तंत्र को धीमा कर सकते हैं। आपको विशेष रूप से सुबह-सुबह अमरूद और संतरे जैसे सख्त रेशों वाले फल खाने से बचना चाहिए। इससे आपका पूरा दिन प्रभावित हो सकता है।इन बातों का रखें ध्यान1. व्रत के दौरान सुबह ही पूजा करके खाना खाने का प्रयास करें ताकि पेट अधिक देर तक खाली न रहे।2. पूरे दिन भरपूर मात्रा में पानी पिएं और हो सके तो जूस या स्मूदी भी ले सकते हैं।3. इसके अलावा बहुत अधिक भागदौड़ वाला काम करने से बचें। इससे ऊर्जा की कमी महसूस हो सकती है।4. हालांकि इस दौरान आप कुछ खास वर्कआउट कर सकते हैं।5. दिन की शुरूआत में आप एलोवेरा का रस, आंवला का रस या भीगे हुए बादाम खा सकते हैं।
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फ्रूट्स खाना सेहत के लिए हमेशा फायदेमंद माना जाता है। क्या आप जानते हैं कि कुछ ऐसे भी फ्रूट्स हैं, जिनकी मदद से आप आपना वजन कम कर सकते हैं। वजन कम कर रहे लोगों को कुछ फ्रूट्स को अपना बेस्ट फ्रेंड बनाना होगा, जिससे आप अपना वजन आसानी कम कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं कि कौन-से फ्रूट्स हैं, जिससे वजन कम करने में आपकी मदद हो सकती है।
Grapefruit से कम होगा वजन
सबसे पहले बात करते हैं संतरे के जैसे दिखने वाले इस Grapefruit के बारे में। रिपोर्ट के मुताबिक, Grapefruit फ्रूट को खाना से आपका वजन कम हो सकता है। यदि आप भी इस फ्रूट को नहीं खाते हैं तो आज ही इसे अपनी डाइट में शामिल करें।
सेब खाने से भी वजन होगा कम
सभी सलाह देते हैं कि रोज एक सेब खाओ, डॉक्टर से दूर रहो। यह हकीकत में सही सलाह है। सेब में कैलोरी भी कम होती है और यह वजन घटाने में सहायक पाया गया है। इसमें लगभग 110 कैलोरी होती है और यह शरीर को एंटीऑक्सीडेंट प्रदान करता है। यह आपके स्वास्थ्य पर भी अधिक प्रभाव डालता है। इससे आपका कोलेस्ट्रॉल सामान्य रहता है।
Berries भी अपनी डाइट में करें शामिल, वजन होगा कम
Berries खा कर भी आप अपना वजन कम कर सकते हैं। अगर अपने आहार में आधा कप Berries खाते हैं, तो यह आपको 42 कैलोरी प्रदान करता है। यह बहुत प्रभावी हो सकता है, क्योंकि यह शरीर में लगभग 12 प्रतिशत विटामिन-सी और मैंगनीज स्तर प्रदान करता है।
कीवी भी खाएं, वजन होगा कम
इसके अलावा माना जाता है कि कीवी से भी आप अपना वजन कम कर सकते हैं। चीकू जैसा दिखने वाला यह फल पौष्टिक होता है। यदि आप रोज इस फल को अपनी डाइट में शामिल करेंगे तो आपको जरूर फायदा मिलेगा। -
हाई ब्लड प्रेशर के मामले देश में लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में काफी संख्या में लोग इससे निपटने के लिए तमाम तरह के उपाय अपना रहे हैं, लेकिन ये बीमारी उनसे दूर नहीं हो पाती है। मजबूर होकर ऐसे लोगों को दवाइयों का सहारा लेना पड़ता है। आपने देखा होगा कि कई बार बीपी या Hypertension अचानक से बढ़ जाता है । ऐसे स्थिति में ज्यादातर लोग घबरा जाते हैं। इससे निपटने के लिए आपको घबराने के बजाय समझदारी से काम लेना चाहिए। तो चलिए जानते हैं कि अचानक से बीपी बढ़ने पर क्या करना चाहिए-----
1. एक्सरसाइज करने की बनाएं आदत
बता दें कि ब्लड प्रेशर बढ़ने पर मरीज को कई तरह की परेशानियां होती हैं, जैसे तेज सिरदर्द, छाती में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, कन्फूजन और स्किन पर लाल रंग के चकत्ते दिखाई देते हैं । ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने के लिए एक्सरसाइज और डाइट दो सबसे जरूरी चीजें होती हैं। माना जाता है कि यदि आप ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखना चाहते हैं तो आपको एक्सरसाइज करने के साथ-साथ डाइट में पौष्टिक चीजें शामिल करनी चाहिए।
2. विटामिन-सी का सेवन करना चाहिए
ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखने के लिए विटामिन-सी का सेवन करना चाहिए। दरअसल, खट्टे फल विटामिन सी, एंटीऑक्सिडेंट और मिनरल से भरपूर होते हैं, जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में असरदार साबित होते हैं। आप खट्टे फलों में अंगूर, संतरे और नींबू का सेवन कर सकते हैं।
3. बेरीज से भी बीपी होगा कंट्रोल
इसके अलावा बेरीज से भी बीपी को कंट्रोल किया जा सकता है। इसके खाने से आपका बीपी कंट्रोल में रहता है। एंटीऑक्सिडेंट और फ्लेवोनोइड से भरपूर बेरीज ना सिर्फ सेहतमंद रखती हैं बल्कि दिल के रोगों का खतरा भी कम करती है। - शायद ही ऐसी कोई सब्जी हो, जिसको सेहत के लिहाज से अच्छा न माना जाता हो। कुछ सब्जियां साल के 12 महीने मिलती हैं। जबकि कुछ सब्जियां मौसमी होती हैं और उस खास मौसम में ही उनकी उपलब्धता रहती है। ऐसी ही एक मौसमी सब्जी है परवल । गर्मियों का मौसम आ गया है और परवल इस मौसम में सेहत का खजाना है। भले ही आपके घर में मौजूद छोटे बच्चे परवल की सब्जी को देखकर मुंह बनाते हों, लेकिन यह है छोटे से लेकर बड़ों तक की सेहत के लिए बहुत लाभदायक है। आज हम आपके लिए भरवां परवल की एक ऐसी स्पेशल रेसिपी लेकर आए हैं जिसका स्वाद आपको जरूर पसंद आएगा।जानिए क्यों खास हैं परवल ?परवल का बॉटनिकल नाम ट्राइकोसेन्थेस डायोइका रोक्सब है। एनसीबीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह साधारण सी सब्जी संक्रामक रोगों को ठीक करने के साथ-साथ आपके लीवर और पीलिया जैसी बड़ी बीमारियों को ठीक करने की भी क्षमता रखती है। इसकी वजह है परवल में मौजूद विटामिन ए, विटामिन b1, विटामिन b 2, विटामिन सी और कैल्शियम।वेट लॉस में फायदेमंद है परवलजो लोग अपनी वेट लॉस जर्नी पर हैं उनके लिए भी परवल का सेवन काफी ज्यादा लाभदायक हो सकता है। यह फाइबर से भरपूर है और कैलोरी में कम है। इसके अलावा यह मधुमेह और हाई कोलेस्ट्रोल जैसी गंभीर बीमारियों को नियंत्रण में रखने में सक्षम है।क्या कहता है आयुर्वेदआयुर्वेद में परवल के जूस को दिल के लिए टॉनिक का दर्जा दिया गया है। यह प्राकृतिक एंटीबैक्टीरियल है। इसका उपयोग कई प्रकार के संक्रमण के इलाज के लिए किया जा रहा है। जिसमें त्वचा के संक्रमण, बुखार और कब्ज की समस्या शामिल है। अब धीरे-धीरे पश्चिमी देशों के लोग भी इस सब्जी के लाभों को महसूस कर रहे हैं।भरवां परवल की स्पेशल रेसिपीसामग्री- ढाई सौ ग्राम परवल, कच्ची घानी का तेल दो चम्मच ( आप चाहे तो रिफाइंड का भी इस्तेमाल कर सकती हैं), जीरा, बारीक कटी हुई हरी मिर्च, हल्दी-धनिया पाउडर, सौंफ का पाउडर, लाल मिर्च, खटाई, गरम मसाला, हरा धनिया और नमक स्वाद अनुसार।भरावन के लिए मसालासबसे पहले परवल को छीलकर, उसमें बीच में चीरा लगा कर उसका गूदा बाहर कर लें। मध्यम आंच पर कढ़ाही चढ़ाएं और उसमें आधा चम्मच तेल गरम कर लें। तेल गरम होने के बाद जीरा डालें। अब उसमें परवल का गूदा, हल्दी, हरी मिर्च, सौंफ और धनिया का पाउडर डालकर 2 मिनट तक भूनें। उसके बाद उसमें गरम मसाला, खटाई और स्वादानुसार नमक डालकर अच्छी तरह से मिला लें। इसके बाद फिर से 5 मिनट के लिए भूनें। अब गैस बंद कर दें और आपका परवल के अंदर भरने के लिए मसाला पूरी तरह से तैयार है। अब इस मसाले को परवल में भरें। अब एक कढ़ाही में तेल गरम करें। उसमें भरे हुए परवल डालें और 5 मिनट के लिए ढंक दें। 5 मिनट के बाद देखें और उनको पलट दें। पूरी तरह से पकने के बाद आपके भरवां परवल तैयार है। तो इस वीकेंड अपने परिवार के साथ इस स्वादिष्ट सब्जी का आनंद लें।
- मुंह के छाले दर्द और जलन तो देते ही हैं, साथी ही खाना भी दूभर कर देते हैं। न गले से कुछ निगला जाता है और न सही से बात की जाती है। ऐसे में जरूरी हैं इनसे जल्दी छुटकारा पाना, लेकिन इससे पहले ये समझना जरूरी है कि ये छाले होने का कारण क्या है। आपने देखा होगा, जब भी कभी आपका पेट खराब (कब्ज) होता है, तो मुंह में छाले हो जाते हैं, या फिर कई बार ऐसा भी होता है कि ज्यादा मसालेदार और तेल वाला खाना खाने से भी छाले हो सकते हैं। ऐसे में बड़े ही सिंपल से घरेलू उपायों से इनका इलाज किया जा सकता है।मुंह के छाले इन चीजों के जरिए करें दूर1. हरा धनियाछालों से जल्द निजात पानी है तो हरे धनिए को पानी में उबाल लें। इसके बाद इस छने हुए पानी को ठंडा होने के लिए रख दें। थोड़ी देर बाद इससे कुल्ला कर लें। छालों में आराम मिलेगा।2. बर्फकई बार ऐसा होता है कि पेट की गर्मी की वजह से मुंह में छाले हो जाते हैं। ऐसे में बर्फ लगाना सबसे कारगर माना जाता है। बस जीभ पर बर्फ का टुकड़ा हल्का-हल्का घिसते रहें और पानी मुंह में न जानें दे, बल्कि जो लार बने उसे बहने दें। छाले खत्म होने लगेंगे।3. एलोवेरा जेलछालों को एलोवेरा जेल की मदद से भी दूर किया जा सकता है। बस इस जेल को छालों पर लगा लें। इससे आपको ठंडक मिलेगी।4. हरी इलायचीहरी इलायची के दानों को पीस कर, उनमें शहद की कुछ बूंदें मिलाकर छालों पर लगाएं। इससे मुंह की गर्मी दूर होती है।5. नारियल पानीनारियल पानी आपको ठंडक पहुंचा सकता है। साथ ही, छालों में भी आराम दे सकता है। अगर आप इसे मुंह में छालों पर लगाएंगे, तो दर्द में आराम मिलेगा।6. हल्दीहल्दी का उपयेग भी मुंह के छाले खत्म करने में मदद करता है। इसके लिए आपको बस इतना करना होगा कि थोड़ी सी हल्दी को पानी में उबाल लें और उस पानी से सुबह-शाम गरारा कर लें। इससे छाले छूमंतर हो जाएंगे।
- फलों का राजा कहा जाना वाल आम यानी Mango भला किसे पसंद नहीं है. गर्मियों के शुरू होते ही मॉर्केट में ये फल दिखना शुरू हो जाता है. सभी लोग इस फल को बड़े ही चाव से खाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके छिलके भी आपके सेहत लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं. यदि आप Mango खाने के बाद इसके छिलके फेंक देते हैं तो यह गलती कभी न करें. तो चलिए जानते हैं कि Mango के छिलके हमारे लिए किस तरह फायदेमंद हो सकते हैं.क्या Mango के छिलके खाएं जा सकते हैं?मीठे और रसीले फल 'आम' का सेवन करने के दौरान आमतौर पर ज्यादातर लोग इसके छिलके फेंक देते हैं. उनका मानना होता है कि इसके खाने से मैंगो का टेस्ट खराब हो जाता है, लेकिन आप इसके खा सकते हैं. क्योंकि इसके खाने से आपको किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होगी.इन बीमारियों में है मददगाररिपोर्ट के मुताबिक, आम के छिलकों में एंटी-ऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं, जो हमें कैंसर से बचाता है, आम के छिलके लंग्स कैंसर, कोलन कैंसर, ब्रेन कैंसर और ब्रेस्ट कैंसर से बचाने में भी उपयोगी है. बता दें कि आम का छिलका पौधों में पाए जाने वाले फाइटोन्यूट्रिएंट्स से भरपूर होता है.वजन कम करने में भी मददगार हैं आम के छिलकेइसके अलावा यदि आप वजन कम करना चाहते हैं तो आप भी आम के छिलके खा सकते हैं. माना जाता है कि वजन कम करने में भी इसके छिलके काफी उपयोगी हैं. यानी वजन कम करने में लगे लोग आम के छिलके को बिल्कुल भी न फेंके. क्योंकि इससे आपका बढ़ा हुआ वजन कम हो सकता है.
- अजवाइन किचन में आसानी से मिल जाता है, लेकिन कम ही लोग जानते होंगे कि अजवाइन की पत्तियां गठिया के रोग में भी आपकी मदद कर सकती हैं. यदि आपको भी गठिया यानी जोड़ों में दर्द की बहुत शिकायत है तो एक बार अजवाइन की पत्तियां जरूर ट्राई करनी चाहिए. इससे आपके दर्द में राहत मिलेगी. दरअसल, अजवाइन की पत्तियों में एटी-इंफ्लेमेटरी कंपनाउड जैसे गुण होते हैं. जो गठिया के रोग में आपकी मदद कर सकता है.पूराने से पूराना दर्द होगा कंट्रोलबता दें कि अजवाइन की पत्तियों में दर्द को दूर करने के गुण होते हैं, जो गठिया से पीड़ित लोगों को होने वाले दर्द और सूजन को कम करने में मदद करते हैं. तो चलिए जानते हैं कि गठिया के दर्द में अजवाइन की पत्तियां कैसी इस्तेमाल की जाती हैं और जोड़ों में दर्द में राहत दिलाने के अलावा इसके क्या-क्या फायदे हैं.शुगर कंट्रोल करने में मिलेगी मददजोड़ों के दर्द के अलावा शुगर लेवल कंट्रोल रखने में भी अजवाइन की पत्तियां कारगर हैं. यदि आपको भी हाई शुगर की दिक्कत हो जाती है तो आपको अजवाइन की पत्तियों का सेवन करना चाहिए. सभी जानते हैं कि देश में अधिकतर लोग डायबिटीज की समस्या से जूझ रहे हैं. ऐसे में इन लोगों के लिए अजवाइन की पत्तियां उपयोगी हैं.ऐसे करें अजवाइन की पत्तियों का इस्तेमालअजवाइन की पत्तियों को पानी में गर्म करें और उस गर्म पानी में अपने दर्द वाले जोड़ों को डूबाएं और 5-10 मिनट तक उसी अवस्था में रहें. यह सूजन और दर्द को कम करेगा, जो आमतौर पर गठिया से पीड़ित लोगों में देखा जाता है.
- हमारे शरीर को फिट रखने के लिए सभी विटामिन्स का अहम योगदान होता है. सभी जानते हैं कि शरीर के विकास के लिए पोषण युक्त आहार देना बहुत जरूरी होता है. यदि आप अपने शरीर को सही मात्रा में प्रोटीन और विटामिन नहीं देते हैं तो आपको कई प्रकार की दिक्कतें होने लगती हैं. आपको कई प्रकार की बीमारियां घेरने लगती हैं. तो चलिए जानते हैं कि ऐसे कौन से विटामिन हैं, जो आपके शरीर के लिए बहुत जरूरी होते हैं.विटामिन- A शरीर के विकास के लिए है जरूरीविटामिन- ए हमारे शरीर की ग्रोथ के लिए जरूरी होता है. माना जाता है कि विटामिन-ए आंखों से लेकर, स्किन और दांतों के लिए भी फायदेमंद है. विटामिन-A गाजर, ऑरेंज और शकरकंदी में पाया जाता है.विटामिन- बी को अपने आहार में शामिल करेंशरीर के विकास के लिए विटामिन-बी बहुत जरूरी होता है. यदि आप इसे अपनी डाइट में शामिल करेंगे तो आपको जरूर फायदा होगा. आपकी एनर्जी को बढ़ाने से लेकर शरीर में आयरन की मात्रा बढ़ाने में विटामिन-बी का अहम योगदान होता है. विटामिन-बी केला, दाल, मिर्च, बीन्स और खमीर में पाया जाता है.विटामिन-सी की कमी पूरी करेंगी ये चीजेंइसके अलावा विटामिन-सी भी हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी है. विटामिन-सी शरीर को आयरन की कमी को पूरा करता है. इसके साथ ही रक्त वाहिकाओं को मजबूत करता है. विटामिन-सी आमतौर पर अमरूद, लाल और हरी मिर्च, कीवी, संतरा, अंगूर, स्ट्रॉबेरी आदि में पाया जाता है.
- क्या आप जानते हैं कि अश्वगंधा कितना फायदेमंद है। खासतौर पर पुरुषों के लिए यह बहुत फायदेमंद माना जाता है। इससे पुरुषों की कई परेशानियों को दूर किया जा सकता है। माना जाता है कि यदि पुरुष इसे खाते हैं तो इससे उनका सेक्सुअल हेल्थ भी अच्छा रहता है, क्योंकि इसके खाने से मेल हार्मोन को बढ़ाया जा सकता है। यदि आपको भी किसी भी प्रकार की हार्मोन से संबंधित दिक्कत होती है तो आपको अश्वगंधा जरूर ट्राई करना चाहिए।पुरुष को नहीं होगी ये परेशानीमाना जाता है कि अश्वगंधा से पुरुषों में होने वाली इनफर्टिलिटी की परेशानी दूर हो सकती है। साथ ही यह मेल हार्मोन को बढ़ाने में प्रभावी माना जाता है। यही वजह है कि पुरुषों के लिए अश्वंगधा काफी लाभकारी माना जाता है। इसलिए कई आयुर्वेदिक एक्सपर्ट नियमित रूप से पुरुषों को अश्वगंधा का सेवन करने की सलाह देते हैं।बढ़ेगा स्पर्म काउंटबदलते लाइफस्टाइल के चलते पुरुषों में स्पर्म काउंट गिरने की भी दिक्कत होती है। ऐसे में यदि आप अश्वगंधा को खाएंगे तो आपका स्पर्म काउंट भी बढ़ सकता है। बता दें कि ज्यादातर पुरुषों में स्पर्म काउंट के गिरने से इनफर्टिलिटी की समस्या बढ़ती है। ऐसे में उन्हें अश्वगंधा जरूर ट्राई करना चाहिए। इससे उनको इस प्रकार की दिक्कत नहीं होगी।यौन इच्छा बढ़ाने में सहायकइसके अलावा यौन इच्छा बढ़ाने में भी अश्वगंधा काफी फायदेमंद है। माना जाता है कि इसके खाने से टेस्टोस्टेरॉन हार्मोन की कमी दूर होती है। जिससे पुरुषों में यौन इच्छाओं को बढ़ाया जा सकता है। यदि आपकी यौन इच्छाएं कम हो रही हैं तो डॉक्टर की सलाह पर नियमित रूप से अश्वगंधा कैप्सूल और चूर्ण का सेवन कर सकते हैं।
- हल्दी वाला दूध ही नहीं बल्कि हल्दी वाला पानी भी फायदेमंद हो सकता है. यदि आप भी हल्दी का पानी नहीं पीते हैं तो आज ही इसे अपनी आदत बना लीजिए क्योंकि इसके गजब के फायदे आपकी सेहत को फिट बना सकते हैं. इससे शरीर की कई परेशानियां दूर की जा सकती हैं. कहा जाता है कि हल्दी का सेवन दूध के साथ लाभकारी होता है, लेकिन क्या आपने कभी हल्दी के पानी का सेवन किया है. अगर नहीं किया है तो आज से ही इसे आपनी आदत में शुमार कर लीजिए.हर भारतीय किचन में हल्दी का इस्तेमाल किया जाता है. कई तरह की आयुर्वेदिक औषधियों में भी हल्दी का इस्तेमाल होता है. हल्दी न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाती है, बल्कि यह शरीर की गंभीर से गंभीर परेशानियों को दूर करने में भी लाभकारी मानी जाती है. चाहे वह स्किन की खूबसूरती हो या फिर रोग प्रतिरोधक क्षमता, हर तरह से हल्दी का इस्तेमाल करना आपके लिए लाभकारी साबित हो सकता है.हल्दी का इस्तेमाल कई तरीकों से किया जाता है. अधिकतर लोग हल्दी का सेवन दूध में मिक्स करके करते हैं. दरअसल, हल्दी में छिपे एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण शरीर की कई परेशानी को कम कर सकते हैं.आर्थराइटिस में भी है फायदेमंदइसके अलावा हल्दी का पानी घाव को भरने में आपके लिए लाभकारी हो सकता है. आर्थराइटिस में होने वाली समस्याएं जैसे- सूजन और जलन को कम करने में भी हल्दी का पानी प्रभावी है.
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सदाबाहर की पत्तियां डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकती है. माना जाता है कि अगर आपको अपना शुगर कंट्रोल में रखना हैं तो रोजाना सदाबहार की पत्तियां चबानी चाहिए. इससे आपका शुगर लेवल कंट्रोल में रहेगा. बता दें कि सदाबहार के फूल और पत्तियों में एल्कलॉइड नाम का तत्व पाया जाता है, जो पैंक्रियाज की बीटा सेल्स को शक्ति देता है.
शरीर में बनने लगता है इंसुलिन
इसको चबाने से शरीर में इंसुलिन बनने लगता है. बता दें कि खराब लाइफस्टाइल, खानपान के अलावा जेनेटिक कारणों से भी डायबिटीज की समस्या हो जाती है. किसी व्यक्ति के चेहरे, गर्दन या शरीर के दूसरे हिस्से में ब्लैक स्पॉट डायबिटीज का शुरुआती लक्षण हो सकता है. तो चलिए जानते हैं कि इससे बचने के लिए सदाबाहर की पत्तियां कितनी उपयोगी है.
रोज खाली पेट चबाएं 6-7 पत्तियां
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इंसुलिन ब्लड में शुगर की मात्रा को कंट्रोल रखने में सदबाहर का फूल बेहद ही उपयोगी है. माना जाता है कि इस पौधे में करीब 100 से ज्यादा एल्कलॉइड हैं, जो कि बहुत ही फायदेमंद होते हैं. ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए मरीजों को रोज सुब खाली पेट 6-7 पत्तियां चबानी चाहिए.
सदाबहार का ऐसे करें इस्तेमाल
इसके अलावा इस फूलों और पत्तियों का जूस भी पी सकते हैं. स्वाद बढ़ाने के लिए आप इसमें टमाटर, करेला, खीरा भी मिक्स कर सकते हैं. यानी ऐसे मरीज जिन्हें ये पत्ते कड़वे लगते हैं वह भी इसका इस्तेमाल इस तरीके से कर सकते हैं.
इन पत्तियों के खाने से पहले डॉक्टर से जरूर लें सलाह
चाहे तो आप सदाबहार पौधे की पत्तियां का भी उपयोग कर सकते हैं. इसके लिए पत्तियां को पहले सूखाकर पाउडर बना लें. इसके बाद रोजाना इस पाउडर का सेवन पानी के साथ करें. हालांकि, सदाबहार के सेवन करने से पहले आपको डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए. - लैवेंडर आपने कई लोगों के घरों में देखा होगा, लोग वैसे तो इसे इसलिए रखते हैं क्योंकि इसकी खुशबू बेहतरीन होती है और ये घर में भीनी-खुशबू से आपका मन शांत कर देता है। इसकी ताजगी भरी फ्लोरल खुशबू में ताकत होती है बेचैन और अशांत मन को शांत करने की। लैवेंडर ऑयल को स्टीम डिस्टिलेशन प्रोसेस से तैयार किया जाता है। लैवेंडर तेल के कई सारे फायदे हैं ये न केवल माइंड रिलैक्स करती है बल्कि ये बॉडी की थकान को भी दूर करने में आपकी सहायता करता है। इतना ही नहीं इससे स्किन और बालों की कई सारी समस्या भी दूर हो जाती है।लैवेंडर ऑयल के फायदेलैवेंडर का इस्तेमाल वैसे तो लोग बतौर फ्रेशनेर के तौर पर करते हैं , लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी की ये आपके स्वास्थ के लिए भी बहुत फायदेमंद साबित होता है। ऐसे में चलिए जानते हैं आखिर लैवेंडर की मदद से हम किन किन चीजों से छुटकारा पा सकता है और आखिर आप इसका इस्तेमाल और किन चीजों के लिए कर सकते हैं।1. तनाव को करता है दूरलैवेंडर ऑयल में एंटी-एंग्जायटी और एंटी-डिप्रेसन्ट गुण होते हैं जो आपके दिमाग को शांत रखने में काफी हद तक मदद करता है। इसके अलावा अगर आप टी-ट्री ऑयल को मिलाकर जालएंगे तो इसका असर और बेहतरीन होता है। इसके जलाने से मन शांत और स्ट्रेसफ्री होता है।2. अच्छी नींद आती हैइस ऑयल में स्ट्रेस दूर करने की झमता है ऐसे में जाहिर है की जब आपका दिमाग शांत होगा और आप एक रिलेक्स जोन में होंगे तो आपकेो नींद अच्छी आएगी। . इसका इस्तेमाल अरोमाथेरेरी के लिए किया जाता है, इससे आपका पूरा शरीर रिलैक्स हो जाता है। आप चाहें तो अपने तकिए के दोनों तरफ 1 बूंद ऑयल डालें और उसके बाद सोएं आपको अच्छी नींद आएगी।3. सिरदर्द से आरामअगर आपके सिर में दर्द है तो आप लैवेंडर ऑयल की मदद से इससे छुटकारा पा सकते हैं। ये आपके तनाव को दूर करने में कई हद तक कारगर है। माइग्रेन से होने वाले दर्द में भी लैवेंडर ऑयल बहुत फायदेमंद है, बस इसे डिफ्यूज़र में डालकर जलाएं और आप कुछ ही देर में राहत महसूस करेंगे।4. स्किन के लिए फायदेमंदलैवेंडर ऑयर आपके स्किन के लिए बेहतर साबित होता है. लेकिन आप इसे सीधे कभी अपने स्किन पर ना लगाए। इसे हमेशा किसी कैरियर ऑयल या फिर मॉइश्चराइजर के साथ मिलाकर लगाए। इससे आपके चेहरे पर होने वाले पिंपल्स से आपको छुटकारा मिलेगा साथ ही ये एक नैचुरल टोनर के तौर पर भी काम करता है।5. बालों के लिए फायदेमंदअगर आपको स्कैल्प से जुड़ी कोई समस्या है तो आप इसे लैवेंडर ऑयल की मदद से हटा सकती हैं। इसके अलावा ऑलिव ऑयल में लैवेंडर की 2-3 बूंदे मिलाकर लगाएं और अपने स्कैल्प पर अच्छे से मसाज करें कम से कम 3 घंटे तक सिर में तेल लगे रहने दे उसके बाद एंटी-डैंड्रफ शैंपू से बाल धो ले। आपको डैंड्रफ से छुटकारा जल्द मिल जाएगा।
- खराब लाइफस्टाइल की वजह से अच्छी नींद न आना आजकल लोगों के लिए बड़ी समस्या बनती जा रही है। दुनिया में लाखों लोग ऐसे हैं, जो स्लीप डिसऑर्डर की समस्या से जूझ रहे हैं। अगर आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं तो आज हम अनिद्रा से निपटने के लिए यूएस आर्मी का नायाब फॉर्मूला बताते हैं। इस फॉर्मूले को अपनाकर आप केवल 2 मिनट में अच्छी नींद हासिल कर सकते हैं। अमेरिकी सेना युद्ध या फिर खास परिस्थितियों में सोने के लिए इस तकनीक का इस्तेमाल करती है।क्या है ये ट्रिकसबसे पहले अपना फोन बंद करें और फिर अपने बिस्तर के किनारे पर बैठ जाए। इस दौरान आपके बेड के ऊपर की लाइट ऑन रहनी चाहिए। इसके बाद अपने चेहरे की मांसपेशियों को आराम दें। फिर उन्हें सिकोड़ कर टाइट कर लें। टाइट करने के बाद उन्हें धीरे-धीरे ढीला छोड़ दें। यह काम करने के बाद जब अपना चेहरा बेजान सा लगने लगे तो बेड पर बैठे-बैठे अपने कंधों को नीचे की ओर जाने दें। अपने हाथों को नीचे लटक जाने दें और लंबी-लंबी सांस अंदर-बाहर छोड़ें। जब आप सांस को छोड़ें तो उसकी आवाज को सुनने की कोशिश करें। हर सांस के साथ अपनी छाती को रिलेक्स करें।शरीर को ढीला छोड़ देंजब आपका शरीर ढीला पड़ जाए तो अपने दिमाग को कुछ देर के लिए शांत कर दें और कुछ भी न सोचें। अगर आपने आप कुछ विचार आ रहे हैं तो उन्हें आने दें ,लेकिन अपनी ओर से कुछ न सोचें। कुछ ही देर में आपका दिल-दिमाग शांत हो जाएगा।2 मिनट में आ जाएगी गहरी नींदइसके बाद आंखें बंद करके इमैजिन करें कि आप साफ नीले आसमान के नीचे एक शांत झील में किसी नाव में लेटे हुए हैं. या किसी शानदार घाटी में आप मखमली बिस्तर पर आराम कर रहे हैं। करीब एक मिनट तक इन बातों को सोचते रहें। इसके बाद लाइट बंद करके बेड पर लेट जाएंगे.। कुछ ही देर में आप गहरी नींद में सो जाएंगे। दिलचस्प बात ये है कि इस प्रक्रिया में केवल 2 मिनट का वक्त लगता है।अगले दिन उठेंगे एकदम तरोताजाएक्सपर्टों के मुताबिक यह फॉर्मूला एकदम से काम नहीं करता। इसके लिए आपको 4-5 दिन लग सकते हैं। धीरे-धीरे करके आपका शरीर इस फॉर्मूले को मंजूर कर लेगा। उसके बाद बेड पर यह ट्रिक आजमाते ही आपको तुरंत नींद (Good Sleep) आ जाएगी। अगले दिन जब आप उठेंगे तो अपने आपको एकदम तरोताजा महसूस करेंगे।
- सदाबाहर की पत्तियां डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकती है। माना जाता है कि अगर आपको अपना शुगर कंट्रोल में रखना हैं तो रोजाना सदाबहार की पत्तियां चबानी चाहिए। इससे आपका शुगर लेवल कंट्रोल में रहेगा। बता दें कि सदाबहार के फूल और पत्तियों में एल्कलॉइड नाम का तत्व पाया जाता है, जो पैंक्रियाज की बीटा सेल्स को शक्ति देता है।शरीर में बनने लगता है इंसुलिनइसको चबाने से शरीर में इंसुलिन बनने लगता है। बता दें कि खराब लाइफस्टाइल, खानपान के अलावा जेनेटिक कारणों से भी डायबिटीज की समस्या हो जाती है। किसी व्यक्ति के चेहरे, गर्दन या शरीर के दूसरे हिस्से में ब्लैक स्पॉट डायबिटीज का शुरुआती लक्षण हो सकता है। तो चलिए जानते हैं कि इससे बचने के लिए सदाबाहर की पत्तियां कितनी उपयोगी है-रोज खाली पेट चबाएं 6-7 पत्तियांमीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इंसुलिन ब्लड में शुगर की मात्रा को कंट्रोल रखने में सदबाहर का फूल बेहद ही उपयोगी है। माना जाता है कि इस पौधे में करीब 100 से ज्यादा एल्कलॉइड हैं, जो कि बहुत ही फायदेमंद होते हैं। ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए मरीजों को रोज सुब खाली पेट 6-7 पत्तियां चबानी चाहिए।सदाबहार का ऐसे करें इस्तेमालइसके अलावा इस फूलों और पत्तियों का जूस भी पी सकते हैं। स्वाद बढ़ाने के लिए आप इसमें टमाटर, करेला, खीरा भी मिक्स कर सकते हैं। यानी ऐसे मरीज जिन्हें ये पत्ते कड़वे लगते हैं वह भी इसका इस्तेमाल इस तरीके से कर सकते हैं।इन पत्तियों के खाने से पहले डॉक्टर से जरूर लें सलाहचाहे तो आप सदाबहार पौधे की पत्तियां का भी उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए पत्तियां को पहले सूखाकर पाउडर बना लें। इसके बाद रोजाना इस पाउडर का सेवन पानी के साथ करें। हालांकि, सदाबहार के सेवन करने से पहले आपको डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
- स्वस्थ रहने के लिए डॉक्टर रोज एक सेब खाने की सलाह देते हैं। सेब पोषक तत्वों से भरपूर होता है। सेब में प्रोटीन, फाइबर, आयरन और पानी अधिक होता है। लेकिन आज हम बात कर रहे हैं खाली पेट सेब खाने के फायदों के बारे में। खाली पेट सेब खाने से शरीर सेब में मौजूद सभी जरूरी पोषक तत्वों का अवशोषण आसानी से कर लेता है। साथ ही इससे पेट से जुड़े रोग भी दूर होते हैं। खाली पेट सेब खाने से आप अपना वजन भी नियंत्रण में रख सकते हैं। इस लेख में खाली पेट सेब खाने के नुकसान और किन लोगों को खाली पेट सेब नहीं खाना चाहिए, इस बारे में भी जानें।खाली पेट सेब खाना संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। सेब आयरन, प्रोटीन, विटामिन के और विटामिन ई से भरपूर होता है। साथ ही सेब में कार्बोहाइड्रेट भी होता है, जिससे आप पूरे दिनभर एनर्जेटिक रह सकते हैं।1. वजन घटाने में कारगर सेबअगर आप अपना वजन कंट्रोल में रखना चाहते हैं, तो सुबह खाली पेट सेब का सेवन कर सकते हैं। रोज सुबह एक सेब खाने से आप अपना वजन घटाने में कामयाब हो सकते हैं। सेब में फाइबर की अधिक मात्रा होती है, इसे खाने से लंबे समय तक भूख नहीं लगती है। आप ओवरइटिंग से बचते हैं, इससे आपका वजन धीरे-धीरे कम होने लगता है।2. पोषक तत्वों का अवशोषणसेब में भरपूर मात्रा में फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिंस होते हैं। जब खाली पेट सेब खाया जाता है, तो शरीर सेब में मौजूद इन सभी पोषक तत्वों को आसानी से अवशोषित कर लेता है। शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी पूरी होता है। मध्यम आकार के सेब में पोटैशियम और विटामिन सी भी होता है।3. कब्ज की समस्या दूर करे सेबसेब में काफी अधिक मात्रा में फाइबर होता है, ऐसे में रोज सुबह एक सेब खाने से कब्ज की समस्या दूर होती है। अगर आपको कब्ज बनती है तो सेब को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें।4. दिल के लिए फायदेमंद सेबखाली पेट सेब खाने से हृदय स्वास्थ्य भी बेहतर रहता है। सेब में मौजूद फाइबर ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है। इसके अलावा सेब में विटामिन सी और पोटैशियम भी होता है, ये तत्व हृदय रोग के जोखिम को काफी हद तक कम करते हैं।5. सूजन कम करे सेबसेब को हमेशा छिलके सहित ही खाना चाहिए। खाली पेट छिलका सहित सेब खाने से शरीर में सूजन में भी आराम मिलता है। सेब के छिलके में फ्लेवोनोइड क्वेरसेटिन होता है, जो शरीर की सूजन को कम करने में मदद करता है।6. इम्यूनिटी बढ़ाए सेबतरह-तरह के रोगों से लडऩे के लिए शरीर की इम्यूनिटी का मजबूत होना जरूरी होता है। रोज सुबह खाली पेट एक सेब खाकर आप अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बना सकते हैं। सेब में विटामिन सी, प्रोटीन और अन्य पोषक तत्व होते हैं, जो इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं।खाली पेट सेब खाने के नुकसान :वैसे तो खाली पेट सेब खाना सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। लेकिन कुछ लोगों को इससे नुकसान भी पहुंच सकता है। अगर सेब खाने के बाद आपको ये लक्षण नजर आते हैं, तो खाली पेट सेब खाना बंद कर दें, जैसे कि पेट में परेशानी, डायरिया, त्वचा पर दाने और गले या मुंह में खुजली।
- एड़ी का दर्द कई वजहों से होता है। अगर आप भी एड़ी में दर्द की शिकायत से जूझ रहे हैं तो आपको भी एक ऐसे पत्ते के बारे जानना बेहद जरूरी है जो इसका इलाज है। दरअसल, एड़ी के दर्द में 'आक का पत्ता' बेहद असरदार होता है। यानी गंभीर से गंभीर एड़ी का दर्द मात्र इस पत्ते से ठीक किया जा सकता है।इन वजहों से बढ़ता है एडी में दर्दमाना जाता है कि युवाओ में एड़ी का दर्द बढ़े हुए यूरिक एसिड के चलते होता है। इसके अलावा बढ़ते वजन, लंबे समय तक खड़ा रहना या फिर ऊंची एडी वाले जूते या सैंडिल पहनना शामिल है, तो चलिए जानते हैं कि आक का पत्ता कैसे आपकी एड़ी के दर्द में सहायक है।लोग बनाते हैं इस पौधे से दूरीआयुर्वेद में माना गया है कि आक का पत्ता एड़ी के दर्द से छुटकारा दिलाने में सहायक है। वैसे तो लोग इस पौधे से दूरियां बनाए रखते हैं क्योंकि वो इस पौधे को जहरीला मानते हैं, लेकिन बता दें कि ये पौधा बेहद ही लाभकारी है।ऐसे करें आक के पत्तों का इस्तेमालआक के पत्तों का इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले एक पैन में थोड़े से पानी और इस पत्ते को डाल दें। इसके बाद इसमें थोड़ा सा नमक, अजवाइन, सौंफ डाल दें और कुछ देर उबालें। इसके बाद अब इस पीनी से एड़ी को धो लें। इससे आपका एड़ी में दर्द काफी हद तक ठीक होगा। यानी यह पत्ता भले ही जहरीला कहा जाए, लेकिन एड़ी के दर्द में ये बेहद ही उपयोगी है। तो आप भी ये ट्रिक अपना सकते हैं।
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बदलती लाइफस्टाइल के चलते कई लोगों को हाई ब्लड प्रेशर से लेकर हार्ट अटैक, डायबिटीज जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. एक बार जब कोई शख्स इस प्रकार की किसी भी बीमारी का मरीज बन जाए तो उसे काफी चीजों का घ्यान रखना पड़ता है. ऐसा ही कुछ हाई ब्लड प्रेशर में भी होता है. क्या आप जानते हैं कि हाई ब्लड प्रेशर में मरीजों को खान-पान से लेकर कुछ एक्सरसाइज का विशेष ध्यान रखना पड़ता है. माना जाता है कि हाई ब्लड प्रेशर मरीजों को एक्सरसाइज करते वक्त कई बातों का ध्यान रखना चाहिए. तो चलिए जानते हैं कि ऐसी कौन-सी एक्सरसाइज हैं, जो हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को नहीं करनी चाहिए.
हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को दौड़ना नहीं चाहिए
हाइपरटेंशन या हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को दौड़ना नहीं चाहिए. माना जाता है कि तेज दौड़ने से आपके शरीर में ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है, जिससे हाथ से जुड़ी समस्याएं होने की संभावना होती है. हालांकि, इसका अभ्यास करने से आपका ब्लड प्रेशर को कंट्रोल भी किया जा सकता है. इसलिए जितना हो सके दौड़ने से बचें.
बिल्कुल न करें हाई स्ट्रेंथ एक्सरसाइज
हाई स्ट्रेंथ एक्सरसाइज हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को बिल्कुल भी नहीं करनी चाहिए. क्योंकि इससे आपका ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है. माना जाता है कि वेटलिफ्टिंग या फिर बेंच प्रेस इन व्यायाम या फिर एक्सरसाइज करने से खून का फ्लो बहुत ही तेजी से बढ़ जाता है, जो कि आपके दिल के लिए और साथ ही साथ आपके रक्त वाहिकाओं के लिए भी दबाव पैदा करती है जो कि आपके लिए समस्या बन सकती है.
डेडलिफ्ट एक्सरसाइज से भी बनाएं दूरी
डेडलिफ्ट एक्सरसाइज भी बिल्कुल न करें. डेडलिफ्ट आपके फर्श से वजन उठाकर अपनी ताकत को चुनौती देता है, लेकिन इसे करना काफी खतरनाक साबित हो सकता है. हाई ब्लड प्रेशर वाले मरीजों को इसका अभ्यास नहीं करना चाहिए.
बेंच प्रेस से बढ़ सकता है ब्लड प्रेशर
बेंच प्रेस तो हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को कतई नहीं चाहिए, क्योंकि इसमें चेस्ट के ऊपर की मसल्स के लिए बेंच प्रेस एक्सरसाइज बहुत ही फायदेमंद होती है, लेकिन हाइपरटेंशन के मरीजों को इसका अभ्यास नहीं करना चाहिए. - गर्मियों के मौसम ने दस्तक दी है. गर्मी को मात देने के लिए इस मौसम में ठंडे ड्रिंक्स का खूब सेवन किया जाता है. ऐसे में अनहेल्दी और शुगर से युक्त ड्रिंक्स की बजाए आप कई तरह के हेल्दी ड्रिंक्स (Healthy Drink) भी डाइट में शामिल कर सकते हैं. आप प्राकृतिक सामग्री का इस्तेमाल करके घर पर भी ये ड्रिंक्स आसानी से बना सकते हैं. शरबत गर्मियों के लिए एक बेहतरीन ड्रिंक है. आप घर पर सौंफ का शरबत (Saunf Sharbat) भी बना सकते हैं. ये बनाने में बहुत आसान है. ये आपके शरीर को ठंडक पहुंचाने का काम करता है. सौंफ (Saunf) से बने ड्रिंक्स वजन घटाने में भी आपकी मदद करते हैं. ये स्वास्थ्य को कई अन्य तरीकों से भी लाभ पहुंचाता है. आइए जानें इसे बनाने का तरीका और इसके स्वास्थ्य लाभ क्या हैं.घर पर सौंफ का शरबत कैसे बनाएं?---इसे बनाने के लिए आपको 1/4 कप सौंफ बीज, 1/4 कप चीनी, 3 इलायची, 1 छोटा चम्मच काला या सेंधा नमक, 1 बड़ा चम्मच नींबू का रस, 2 बड़े चम्मच तुलसी के बीज और ठंडे पानी की जरूरत होगी.सौंफ का शरबत बनाने की विधि---इसके लिए एक एक ब्लेंडर में सौंफ डालें. तुलसी के बीजों को पानी में भिगोकर एक तरफ रख दें. इसके बाद हरी इलायची और चीनी डालें. पाउडर बनाने के लिए इसे ब्लेंड करें. एक बड़े जग में 3 बड़े चम्मच सौंफ शरबत पाउडर, नमक, नींबू का रस और पानी डालें. इसे अच्छी तरह मिलाएं. मिश्रण को छानकर गिलासों में डालें. भीगे हुए तुलसी के बीज गिलास में डालें और मिलाएं. इसका आनंद लें. गर्मियों के मौसम में इसका सेवन किया जा सकता है.सौंफ शरबत पीने के स्वास्थ्य लाभ--सौंफ में मैंगनीज, मैग्नीशियम, फाइबर और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व होते हैं. इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं. सौंफ का शरीर पर शीतलन प्रभाव पड़ता है. आप अपने गर्मियों के आहार में सौंफ को शामिल कर सकते हैं. सौंफ का शरबत एक गिलास पीने से आपके शरीर को ठंडक मिलेगी और शरीर की गर्मी भी कम होगी. सौंफ के बीज विटामिन, मिरनल और फाइबर से भरपूर होते हैं. ये स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है. सौंफ के बीज पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने का काम करते हैं. गर्मी के मौसम में कई लोगों को पाचन संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. एक गिलास सौंफ का शरबत पीने से पाचन तंत्र बेहतर होता है. ये कब्ज जैसी समस्या से राहत दिलाने का काम करता है. सौंफ में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं. ये संक्रमण और वायरस को दूर रखते हैं. सौंफ में पोटैशियम होता है. ये शरीर में ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मददगार होता है.