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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री ने उस पल को भी याद किया जब हाल ही में विश्व नेता एकसाथ राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धाजंलि अर्पित करने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि यह इस बात का बडा प्रमाण है कि महात्मा गांधी के विचार दुनिया भर में आज भी प्रासंगिक हैं। श्री मोदी ने कहा कि गांधी जयंती के अवसर पर देशभर में स्वच्छता संबंधी अनेक कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है। केन्द्र सरकार के प्रयासों से, पूरे उत्साह के साथ स्वच्छता ही सेवा अभियान चलाया जा रहा है। भारतीय स्वच्छता लीग में महत्वपूर्ण भागीदारी देखी जा रही है। उन्होंने कहा कि पहली अक्तूबर को महा स्वच्छता कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने लोगों से स्वच्छता अभियान में भाग लेने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि स्वच्छता की कार्याजंलि महात्मा गांधी को सच्ची श्रंद्धाजंलि होगी। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर लोगों से खादी से बनी चीजें खरीदने का अनुरोध किया।
प्रधानमंत्री ने मन की बात के श्रोताओं को त्योहारों के दौरान स्थानीय उत्पादों की खरीद का मंत्र भी याद दिलाया। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि लोगों को भारत में बनी चीजें खरीदनी चाहिए, भारत में बने उत्पाद उपयोग करने चाहिए और केवल भारत में बनी चीजें ही उपहार में देनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने लोगों को नवरात्र और दशहरे की शुभकामना भी दी। - नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि हाल ही में जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान अफ्रीकी संघ को समूह का पूर्ण सदस्य बनने पर भारत ने अपनी नेतृत्व क्षमता सिद्ध की है। आज आकाशवाणी से मन की बात कार्यक्रम में श्री मोदी ने कहा कि शिखर सम्मेलन के दौरान घोषित भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा आने वाले सैकड़ों वर्षों के लिए विश्व व्यापार का आधार बनेगा। यह गौरव की बात है कि इतिहास सदैव यह याद रखेगा कि इस आर्थिक गलियारे की पहल भारतीय भूमि से हुई थी। उन्होंने इस गलियारे की तुलना सिल्क रूट से, जो भारत के अत्यधिक समृद्ध काल में व्यवसाय और व्यापार का प्रमुख माध्यम था।प्रधानमंत्री ने कहा कि दिल्ली जी-20 का आयोजन स्थल भारत मंडपम अपने आप में सेलिब्रिटी की तरह हो गया है। उन्होंने लोगों की सराहना करते हुए कहा कि वे भारम मंडपम के साथ सेल्फी ले रहे हैं और गौरव के साथ सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे हैं। श्री मोदी ने जी-20 के साथ भारत की युवा शक्ति के जुडाव का विशेष जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जी-20 युनिवर्सिटी कनेक्ट प्रोग्राम दिल्ली में होने जा रहा है। इस कार्यक्रम के जरिए देशभर के विश्वविद्यालयों के लाखों विद्यार्थी एक-दूसरे से जुडेंगे। आई.आई.टी., आई.आई.एम., एन.आई.टी. और मेडिकल कॉलेज जैसे अनेक प्रतिष्ठित संस्थान भी इस कार्यक्रम से जुडेंगे। प्रधानमंत्री ने कॉलेज के विद्यार्थियों से कहा कि 26 सितम्बर को इस कार्यक्रम को देखें और इससे जुडें। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के दौरान कॉलेज के विद्यार्थियों से बातचीत करने की वे उत्सुकता से प्रतीक्षा कर रहे हैं।प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में और विशेष रूप से जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान भारत की तरफ आकर्षण बहुत बढा है। उन्होंने कहा कि जी-20 के लिए एक लाख से अधिक प्रतिनिधि भारत आए। उन्होंने 27 सितम्बर को मनाए जाने वाले विश्व पर्यटन दिवस की भी बात की।प्रधानमंत्री ने कहा कि रोजगार सृजन पर्यटन का बहुत बडा पहलू है। श्री मोदी ने कहा कि पर्यटन क्षेत्र कम-से-कम निवेश के साथ अधिक-से-अधिक लोगों को रोजगार देता है। उन्होंने कहा कि शिखर सम्मेलन के दौरान विदेशी प्रतिनिधियों को भारत की विविधता, विभिन्न परम्पराओं, खानपान और विरासत को देखने को अवसर मिला। उन प्रतिनिधियों को इस दौरान जो अनुभव हुआ, उससे पर्यटन और बढेगा।प्रधानमंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि भारत में विश्व विरासत स्थलों की संख्या लगातार बढ रही है। हाल ही में, शांति निकेतन और कर्नाटक के होएसला मंदिर समूह को विश्व विरासत स्थलों की सूची में शामिल किया गया है। 2018 में शांति निकेतन की यात्रा को याद करते हुए श्री मोदी ने कहा कि गुरुदेव रविन्द्रनाथ ठाकुर शांति निकेतन से जुडे रहे। उन्होंने कहा कि कर्नाटक के होयसला मंदिरों को तेरहवीं सदी की उत्कृष्ट वास्तुकला के रूप में जाना जाता है। श्री मोदी ने कहा कि कि इन मंदिरों को यूनेस्को की पहचान मिलने से मंदिर निर्माण की भारतीय परम्परा को भी सम्मान मिला है। भारत में विश्व विरासत स्थलों की संख्या अब 42 हो गई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहा है कि ज्यादा से जयादा ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों को विश्व विरासत स्थलों की सूची में शामिल किया जाए। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि जब भी वे किसी नई जगह जाएं तो, भारत की विविधता को देखें, विभिन्न राज्यों की संस्कृति को समझें और विरासत स्थलों को देखें।प्रधानमंत्री ने कहा कि चन्द्रयान-तीन का चन्द्रमा पर उतरना देश के लिए एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि देशभर के लोग उत्सुकता से प्रतीक्षा कर रहे थे कि कब चन्द्रयान का लैंडर चांद की धरती को स्पर्श करेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस ऐतिहासिक घटना को 80 लाख से अधिक लोगों ने इसरो के यू-ट्यूब लाइव चैनल पर देखा जो अपने आप में रिकॉर्ड है। श्री मोदी ने कहा कि इससे चन्द्रयान-तीन के साथ भारतीयों के गहरे जुडाव का पता चलता है।प्रधानमंत्री ने इस समय चलाई जा रही प्रश्नोत्तरी चन्द्रयान-तीन महा क्विज की भी बात की। माई-गव पोर्टल पर इस प्रतियोगिता में अब तक पन्द्रह लाख से अधिक लोगों ने भागीदारी की है। यह इस पोर्टल के आरम्भ के बाद से अब तक किसी भी प्रतियोगिता में सबसे बडी भागीदारी है। प्रधानमंत्री ने अधिक-से-अधिक लोगों से इस प्रतियोगिता में भाग लने का आग्रह किया, क्योंकि यह अभी छह दिन और चलेगी।प्रधानमंत्री ने बताया कि भारतीय गाने गाकर जर्मनी की 21 वर्ष की लडकी कैसमी इंस्टाग्राम पर लोकप्रिय हो गई है। उन्होंने कहा कि कैसमी भारत कभी नहीं आयी, लेकिन वह भारतीय गीत-संगीत की प्रशंसक है। भारतीय संगीत में उसकी रूचि अत्यधिक प्रेरणादायी है। प्रधानमंत्री ने कैसमी की सराहना करते हुए कहा कि बचपन से ही दृष्टिहीन होने के बावजूद कोई भी उसे असाधारण उपलब्धियां हासिल करने से नहीं रोक सका। उन्होंने कहा कि कैसमी तबलावादक है और संस्कृत, हिंदी, मलयालम तमिल, कन्नड और असमिया जैसी कई भारतीय भाषाओं में गाती है।प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में शिक्षा को सदैव सेवा माना जाता रहा है। उन्होंने उत्तराखण्ड के कुछ युवाओं के बारे में बात की जो, जन-सेवा की भावना से बच्चों की शिक्षा के लिए कार्य कर रहा है। नैनीताल जिले के इन युवाओं ने बच्चों के लिए अनोखा घोडा-पुस्तकालय शुरू किया है। इस पुस्तकालय की सबसे बडी खूबी यह है कि दूर-दराज के क्षेत्रों के बच्चों तक पुस्तकें पहुंच रही हैं और पूरी तरह निशुल्क हैं। अब तक, नैनीताल के 12 गांव तक यह पुस्कालय पहुंचा है।श्री मोदी ने हैदराबाद में भी इसी तरह के प्रयास की बात की। उन्होंने बच्चों के लिए सात पुस्कालय चला रही 11 वर्षीय आकर्षण सतीश की सराहना की। इस बच्ची को दो वर्ष पहले इस पुस्तकालय की प्रेरणा मिली जब वह अपने माता-पिता के साथ कैंसर अस्पताल में गई। आकर्षण के पिता वहां जरूरतमंद लोगों की सहायता करने गए थे, तो वहां मौजूद बच्चों ने उनसे कलरिंग बुक मांगी। यह बात आकर्षण के मन को छू गई और उसने पडोसियों, रिश्तेदारों और दोस्तों से बच्चों के लिए पुस्तकें एकत्र करने शुरू कर दी। अब, इन सात पुस्तकालयों में लगभग छह हजार किताबें हैं। ये पुस्कालय जरूरतमंद बच्चों के लिए अलग-अलग स्थानों पर खोले गए हैं।प्रधानमंत्री ने कहा कि यह डिजिटल तकनीक का युग है और ई-पुस्तकें अब भी लोगों के जीवन में अच्छे मित्र की भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों को पुस्तकें पढने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए।वन्य जीव संरक्षण के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ वर्ष में शेर, बाघ, तेंदुओं और हाथियों की संख्या में उत्साहजनक वृद्धि हुई। धरती के अन्य जीव-जन्तुओं को बचाने के अनेक प्रयास किए जा रहे हैं। राजस्थान के पुष्कर में इसी तरह के प्रयास को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वहां सुखदेव भट्ठ और उनकी टीम मिलकर वन्य जीवों को बचाने में जुटे हैं। सुखदेव की टीम में अनेक लोग शामिल हैं, जो फोन पर सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचते हैं और अपने मिशन में जुट जाते हैं। इस टीम ने अब तक तीस हजार से अधिक विषैले सापों को बचाया है। ये लोग, बीमार पशुओं की सेवा भी करते हैं।प्रधानमंत्री ने ऑटों चालक एम. राजेन्द्र प्रसाद का भी जिक्र किया, जो पिछले 25-30 वर्ष से तमिलनाडु के चेन्नई में कबूतरों की सेवा कर रहे हैं। राजेन्द्र प्रसाद के घर में दो सौ से अधिक कबूतर हैं। वह पक्षियों के भोजन, पानी और स्वास्थ्य जैसी सभी जरूरतें पूरी करते हैं।श्री मोदी ने कहा कि आजादी का अमृतकाल प्रत्येक भारतीय के लिए कर्तव्य काल भी है। उन्होंने उत्तर प्रदेश में सम्भल के लोगों का उदाहरण दिया, जहां विलुप्त हो चुकी सोत नदी में जलधारा वापस लाने के लिए सत्तर से अधिक गांव एकजुट हो गए। सम्भल के लोगों ने इस मिशन को पूरा करने का प्रण लिया। पिछले वर्ष दिसम्बर में सत्तर से अधिक ग्राम पंचायतों ने सोत नदी के जीर्णोद्धार का अभियान शुरू किया। केवल छह महीने के अंदर ही इन लोगों ने सौ किलोमीटर से अधिक दूरी तक नदी की जलधारा वापस लाने में सफलता पाई। लोगों ने नदी के तटों पर बांस के दस हजार से अधिक पौधे लगाए हैं और तटों को पूरी तरह सुरक्षित किया है। नदी में तीस हजार से अधिक गम्बूसिया मछली छोडी गई है, जो मच्छर को पनपने नहीं देती।प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल की शकुंतला सरदार की भी सराहना की, जो कई महिलाओं के लिए प्रेरणा बन चुकी है। शकुंतला अपने परिवार के साथ जंगल महल के शातनाला गांव में रहती है। उसका परिवार मजदूरी करके जीवन-यापन करता था। शकुंतला ने नया रास्ता अपनाया और सफलता हासिल कर सबको हैरान कर दिया। उसने सिलाई मशीन के जरिए साल की पत्तियों पर खूबसूरत डिजाइन बनाने शुरू किए। अब वह अनेक महिलाओं को इसका प्रशिक्षण दे रही है।
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नई दिल्ली। केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रत्येक पंचायत में एक प्राथमिक कृषि ऋण समिति होगी और इस तरह अगले पांच वर्षों में देश में तीन लाख प्राथमिक कृषि ऋण समितियां गठित की जाएंगी। श्री अमित शाह कल मुंबई में, मुंबई विश्वविद्यालय और सहकार भारती द्वारा आयोजित प्रतिष्ठित लक्ष्मणराव इनामदार स्मृति व्याख्यानमाला को संबोधित कर रहे थे। श्री शाह ने कहा कि इन समितियों की भूमिका बहुआयामी होगी तथा ये डेयरी, मछुआरा समाज के कार्यों का निर्वहन कर सकती है। इसके साथ ही पेट्रोल पंप, रसोई गैस एजेंसी और यहां तक कि सस्ते खाद्यान्न और दवाई की दुकानें भी चला सकती है। उन्होंने कहा कि हमने 20 और गतिविधियां को शामिल कर इन समितियों को व्यावहारिक बनाया है तथा इससे संबंधित मॉडल उपनियम ही राज्यों को भेजे गए। श्री अमित शाह ने कहा कि अगर हम बदलते समय के साथ सहकारिता गतिविधियों को आधुनिक तकनीक के साथ जोड़कर आगे बढ़ाएंगे तो भारत जैसे देश में रोजगार सृजन के साथ-साथ अर्थव्यवस्था सुदृढ करने का इससे बेहतर तरीका कोई नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार आने वाले दिनों में सहकारिता क्षेत्र में कई नये कदम उठाने जा रही है। इस अवसर पर राज्यपाल श्री रमेश बैस और मुख्यमंत्री श्री एकनाथ शिंदे सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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18 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट
नागपुर। महाराष्ट्र के नागपुर में गुरुवार से लगातार बारिश हो रही है। शनिवार को यहां 4 घंटे में ही 4 इंच यानी 100 मिलीमीटर बारिश हो गई। अंबाझरी लेक ओवरफ्लो होने के कारण निचले इलाकों में पानी घुस गया है। इससे शहर में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। जिले के सभी विद्यालय (जिला एवं महानगर क्षेत्र) कलेक्टर डॉ. विपिन इटनकर ने आज छुट्टी की घोषणा की है.
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेन्द्र फडणवीस ने बताया कि टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं। अब तक करीब 500 लोगों का रेस्क्यू किया गया है। राहत बचाव के लिए सेना की दो यूनिट पहुंची हैं। मौसम विभाग ने नागपुर सहित महाराष्ट्र के कई हिस्सों में आज भी बारिश की संभावना जताई है। मध्यप्रदेश, राजस्थान समेत 18 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट है। -
नई दिल्ली। सरकार ने रेल दुर्घटनाओं और अवांछित घटनाओं में मृतकों और घायल यात्रियों के आश्रितों को दी जाने वाली अनुग्रह राशि में संशोधन किया है। रेल मंत्रालय ने कहा कि मृतक व्यक्ति के परिजनों को पांच लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 2 लाख 50 हजार रुपये की राशि दी जाएगी। सामान्य रूप से घायलों को 50 हजार रुपए की राशि दी जाएगी।
रेल मंत्रालय ने कहा कि किसी भी अवांछित घटना में मृतक के परिजन को 1 लाख 50 हजार रुपये, गंभीर चोट के लिए 50 हजार रुपये और सामान्य चोट के लिए पांच हजार रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान की जाएगी। मंत्रालय ने कहा कि गंभीर रूप से घायल श्रेणी के अंतर्गत अस्पताल में भर्ती यात्रियों को 30 दिनों के लिए अतिरिक्त अनुग्रह राशि भी प्रदान की जाएगी। मंत्रालय ने कहा कि तत्काल राहत के रूप में अधिकतम 50 हजार रुपये की राशि का नकद भुगतान किया जाएगा। -
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि महिला आरक्षण विधेयक या नारी शक्ति वंदन अधिनियम एक साधारण कानून नहीं है, बल्कि नये भारत की नई लोकतांत्रिक प्रतिबद्धता की घोषणा है। नई दिल्ली के भाजपा मुख्यालय में नारी शक्ति वंदन अभिनन्दन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने संसद में इस विधेयक के पारित होने पर देश की सभी महिलाओं को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि इस निर्णय को लेकर उत्सव मनाया जाएगा और आने वाली पीढियां इसे याद करेंगी। उन्होंने इस ऐतिहासिक विधेयक को पूरे उत्साह के साथ पारित करवाने के लिए दोनों सदनों, सभी राजनीतिक पार्टियों और सांसदों को धन्यवाद भी दिया। प्रधानमंत्री ने कहा है कि इससे पहले इस विधेयक को पारित कराने के लिए कोई प्रयास नहीं किये गए, लेकिन इस विधेयक को लेकर हर कोई दिखावा करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस विधेयक का पारित होना इसका संकेत है कि देश को आगे ले जाने के लिए पूर्ण बहुमत की एक सशक्त और निर्णायक सरकार की जरूरत है।
श्री मोदी ने कहा कि इस विधेयक को पारित कराने के लिए सरकार ने दशकों पुरानी बाधाओं से पारदर्शिता और नेक नीयत के साथ निपटकर सकारात्मक परिणाम हासिल किए हैं।महिला सशक्तिकरण के लिए सरकार की विभिन्न पहलों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मातृ वंदना योजना के जरिये गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली माताओं को उनके बैंक खातों में सीधे धन प्राप्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार मातृत्व मृत्यु दर नियंत्रित करने पर विशेष ध्यान भी दे रही है। श्री मोदी ने कन्या भ्रूण हत्या को रोकने में बेटी बचाओ-बेटी पढाओ योजना के महत्व और देश में स्त्री-पुरुष अनुपात सुधारने पर बल दिया है।इस अवसर पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने कहा कि महिलाओं को सशक्त बनाने पर केन्द्रित निर्णय भारत के परिदृश्य में परिवर्तन लाएंगे।संसद ने 128 वां संविधान संशोधन विधेयक 2023 पारित कर दिया। यह विधेयक लोकसभा, राज्य विधानसभाओं और दिल्ली विधानसभा में महिलाओं के लिए कुल सीटों की एक तिहाई सीटों पर आरक्षण का प्रावधान करता है। -
नई दिल्ली। भारत के मेडिकल स्नातक विद्यार्थी अब अमरीका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे देशों में स्नातकोत्तर और प्रेक्टिस कर सकते हैं। भारत के राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग -एनएमसी को 10 वर्षों के कार्यकाल के लिए प्रतिष्ठित वर्ल्ड फेडरेशन फॉर मेडिकल एजुकेशन-डब्ल्यूएफएमई मान्यता दर्जा से सम्मानित किया गया है। भारत के सभी मौजूदा 706 आयुर्विज्ञान कॉलेज डब्ल्यूएफएमई मान्यता प्राप्त होंगे, जबकि आगामी दस वर्षों में स्थापित होने वाले नए आयुर्विज्ञान कॉलेज स्वत: डब्ल्यूएफएमई मान्यता प्राप्त हो जायेंगे।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार इस पुरस्कार से भारतीय आयुर्विज्ञान स्कूलों और पेशेवरों के अंतरराष्ट्रीय पहचान और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। इससे शैक्षणिक सहयोग और इसके आदान-प्रदान में भी सुविधा मिलेगी। यह आयुर्विज्ञान शिक्षा में सतत सुधार और नवाचार को बढ़ावा देने के साथ चिकित्सा शिक्षकों और संस्थानों में गुणवत्तापूर्ण संस्कृति को प्रोत्साहन देगा। वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त मानकों के कारण भारत अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थियों के लिए भारत पसंदीदा देश बन सकता है।एनएमसी भारत में आयुर्विज्ञान शिक्षा और प्रैक्टिस के निरीक्षण के लिए भारत का अग्रणी नियामक निकाय है। यह निकाय देश भर में गुणवत्तापूर्ण आयुर्विज्ञान शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करता है। इसी प्रकार डब्ल्यूएफएमई एक वैश्विक संस्था है जिसका मुख्य उद्देश्य आयुर्विज्ञान शिक्षा में उच्च वैज्ञानिक तथा नीतिपरक मानकों को बढ़ावा देने के साथ विश्व भर में आयुर्विज्ञान शिक्षा की गुणवत्ता को बढाना है। - नई दिल्ली। बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप (बीसीजी) की एक रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका चीन से अपने आयात में भारी कटौती करना चाह रही है, और भारत इस संदर्भ में अमेरिकी कंपनियों के लिए भविष्य की उभरती निर्यात शक्तियों में से एक है।भारत, मैक्सिको और दक्षिण पूर्व एशिया बहुत तेजी से निर्यात विनिर्माण के पावरहाउस बनकर उभर रहे हैं। ये तीनों ही प्रतिस्पर्धी लागत संरचनाएं, श्रम की व्यापक उपलब्धता और विविध उद्योगों में बढ़ती हुई स्केल और क्षमताएं प्रदान करते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के पास संभावित रूप से एक विशाल घरेलू बाजार होने का अतिरिक्त लाभ भी है।बीसीजी का कहना है कि भारत तेजी से इंजन और टर्बाइन निर्माता के रूप में विकसित हो रहा है और उसके पास एक विशाल घरेलू बाजार होने का अतिरिक्त लाभ भी है।यह रिपोर्ट बताती है कि असेंबल करने की कुछ ऊंची लागतें और श्रम संबंधी रुकावटें अमेरिका में निरंतर चिंता का कारण रहती हैं। रिपोर्ट कहती है, “ऐसे में एक विकल्प जो पहले से बेहतर मज़बूती के साथ तेज लीड टाइम को जोड़ता है, वह होगा कि फाइनल असेंबली और सिस्टम्स को मैक्सिको में और पुर्जों को जर्मनी में स्थानांतरित कर दिया जाए। दूसरा विकल्प, जो लागत घटाने पर केंद्रित है, वह होगा कि असेंबली और खरीद को भारत में स्थानांतरित कर दिया जाए। हालांकि मेक्सिको-जर्मनी वाले विकल्प या मौजूदा स्थिति की तुलना में इसमें बाजार तक पहुंचने का समय धीमा होगा, लेकिन इसमें संभावित लागत बचत 25 प्रतिशत से 40 प्रतिशत तक होगी।”रिपोर्ट के अनुसार, “हालांकि, भारत बहुत लागत प्रतिस्पर्धी है और इसने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया और संयुक्त अरब अमीरात के साथ व्यापार समझौते किए हैं। हालांकि भारत अभी एक प्रमुख निर्यातक के रूप में उभरना शुरू ही कर रहा है, लेकिन इसका एक बड़ा मैन्युफैक्चरिंग बेस है जो इलेक्ट्रिक वाहनों और भारी वाहनों से लेकर घरेलू बाजार के लिए मशीनरी और रसायनों तथा उपकरणों तक हर चीज की आपूर्ति करता है।”इस अध्ययन के अनुसार, निर्यात के एक मंच के रूप में भारत को प्रत्यक्ष विनिर्माण लागत में मजबूत बढ़त हासिल है। बीसीजी की गणना के अनुसार, अगर अमेरिका में भारत निर्मित और आयातित वस्तुओं की औसत पहुंच लागत की बात करें, जिसमें कि उत्पादकता, लॉजिस्टिक्स, टैरिफ, ऊर्जा के लिए समायोजित फैक्ट्री वेतन भी शामिल है, तो अमेरिका में निर्मित वस्तुओं की तुलना में वह 15 प्रतिशत कम है। इसकी तुलना में चीनी आयात से होने वाला यह लाभ केवल 4 प्रतिशत है।नतीजतन, भारत पिछले पांच वर्षों में वैश्विक विनिर्माण के विजेताओं में से एक के रूप में उभरा है। अमेरिका में इसके निर्यात में 23 बिलियन डॉलर की बढ़ोतरी हुई है, जो 2018 से 2022 तक 44 प्रतिशत की बढ़ोतरी है। इसी अवधि में चीन से होने वाले अमेरिकी आयातों में 10 प्रतिशत की गिरावट आई है।चीन से अमेरिका का यांत्रिक मशीनरी का आयात 2018 से 2022 तक 28 प्रतिशत कम हो गया, लेकिन मेक्सिको से 21 प्रतिशत, आसियान से 61 प्रतिशत और भारत से 70 प्रतिशत तक बढ़ गया। file photo
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नयी दिल्ली. सूचना और प्रसारण मंत्रालय (एमआईबी) ने बृहस्पतिवार को सभी टीवी समाचार चैनल को सलाह दी कि वे प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े लोगों या आतंकवाद और गंभीर आपराधिक मामलों का सामना करने वालों को मंच मुहैया कराने से बचें। सभी निजी टीवी चैनल के लिए जारी एक परामर्श में, मंत्रालय ने कहा कि उसके संज्ञान में आया है कि विदेशी में "एक व्यक्ति" आतंकवाद सहित गंभीर आपराधिक मामलों का सामना कर रहा है, उसे एक टेलीविजन चैनल पर चर्चा के लिए आमंत्रित किया गया था। मंत्रालय ने कहा कि चर्चा के दौरान उस व्यक्ति ने कई ऐसी टिप्पणियां कीं जो भारत की संप्रभुता और अखंडता, इसकी सुरक्षा और विदेशी राष्ट्र के साथ मैत्रीपूर्ण संबंधों को नुकसान पहुंचाने वाली हैं। हालांकि, मंत्रालय ने उस व्यक्ति या चैनल का नाम नहीं बताया है। मंत्रालय ने कहा कि उस व्यक्ति की टिप्पणी से देश में लोक व्यवस्था भंग होने की भी आशंका थी।
मंत्रालय ने कहा कि सरकार मीडिया की स्वतंत्रता का समर्थन करती है और संविधान के तहत उसके अधिकारों का सम्मान करती है, लेकिन टीवी चैनलों को केबल टेलीविजन नेटवर्क (विनियमन) अधिनियम 1995 के प्रावधानों का पालन करना होगा और उसके तहत ही सामग्री प्रसारित करनी होगी। -
नयी दिल्ली. सरकार ने परिवहन वाहनों के लिए पंजीकृत ऑटोमेटेड परीक्षण स्टेशन (एटीएस) के माध्यम से अनिवार्य फिटनेस परीक्षण की तारीख चार महीने बढ़ाकर एक अक्टूबर, 2024 कर दी है। पिछले साल अप्रैल में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने कहा था कि एक जून, 2024 से भारी, मध्यम और हल्के माल और यात्री वाहनों को अनिवार्य रूप से स्वचालित परीक्षण स्टेशनों पर जांचा जाना चाहिए। मंत्रालय ने कहा, “अनिवार्य परीक्षण की तारीख अब एक अक्टूबर 2024 अधिसूचित की गई है।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने बयान में कहा, "यह भी अनिवार्य है कि वाहन का फिटनेस परीक्षण केवल एटीएस के माध्यम से किया जाएगा। -
खंडवा . मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बृहस्पतिवार को 2,141 करोड़ रुपये की लागत वाली 'स्टैच्यू ऑफ वननेस' परियोजना के तहत राज्य के खंडवा जिले के ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य की 108 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया। खंडवा जिले में नर्मदा नदी किनारे स्थित ओंकारेश्वर मंदिरों का शहर है। भगवान शिव को समर्पित 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक ओंकारेश्वर में स्थित है। आठवीं शताब्दी के दार्शनिक आदि शंकराचार्य की 108 फुट ऊंची प्रतिमा का नाम एकात्मता की प्रतिमा रखा गया है। यह विशाल प्रतिमा नर्मदा नदी के किनारे सुरम्य मांधाता पहाड़ी के ऊपर स्थित है। मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं।
मांधाता पहाड़ी पर 2,141 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना में 36 हेक्टेयर में फैले अद्वैत लोक संग्रहालय, वेदांत संस्थान और अद्वैत वन की स्थापना भी शामिल है। चौहान ने इस अवसर पर धार्मिक नेताओं की एक विशाल सभा को संबोधित करते हुए कहा, "आदि शंकराचार्य के कारण भारत आज सांस्कृतिक रूप से एकजुट है।" सरकारी विज्ञापन में कहा गया है कि आदि शंकराचार्य केरल से निकले और मध्य प्रदेश पहुंचे, जहां ओंकारेश्वर के पवित्र द्वीप पर अपने गुरु गोविंदा भगवत्पाद से ज्ञान प्राप्त किया। उन्होंने अद्वैतवाद दर्शन की वकालत करते हुए सनातन धर्म को पुनर्जीवित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। चौहान ने कहा, "आज स्टैच्यू ऑफ वननेस की स्थापना की गई है और अद्वैत लोक की आधारशिला भी रखी गई है। -
नयी दिल्ली. संसद की एक समिति ने कहा है कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा संरक्षित स्मारकों की सूची में कई छोटे स्मारक शामिल हैं और सिफारिश किया कि सूची में स्मारकों को उनके राष्ट्रीय महत्व, वास्तुशिल्प मूल्य और विशिष्ट विरासत तत्वों के आधार पर वर्गीकृत किया जाना चाहिए। परिवहन, पर्यटन और संस्कृति विभाग संबंधी संसद की स्थायी समिति की यह रिपोर्ट एएसआई के कामकाज पर केंद्रित है जिसे बृहस्पतिवार को संसद में पेश किया गया। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘समिति का मानना है कि केंद्रीय संरक्षित स्मारकों की सूची में कई समस्याएं हैं। सूची में बड़ी संख्या में ऐसे छोटे स्मारक शामिल हैं जिनका कोई राष्ट्रीय महत्व नहीं है।'' समिति ने कहा कि सभी संरक्षित स्मारकों और पुरातात्विक स्थलों और अवशेषों के आसपास 100 मीटर के निषिद्ध क्षेत्र और 300 मीटर के विनियमित क्षेत्र का प्रावधान आम जनता के लिए असुविधा का कारण है। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘यह प्रावधान इसके आसपास रहने वाले स्थानीय समुदाय के लिए समस्या का कारण बनता है। कुछ मामलों में, पूरा गांव 300 मीटर के दायरे में है जिससे पूरे गांव के लिए अपने घरों की आवश्यक मरम्मत कराना भी मुश्किल हो जाता है।'' समिति ने सुझाव दिया है कि प्रासंगिक नियमों की समीक्षा और उन्हें यथार्थवादी बनाना आज समय की मांग है। उसने कहा कि देखा गया है कि आज तक, 3,693 केंद्रीय संरक्षित स्मारकों में से 531 स्मारकों यानी 14.4 प्रतिशत का अतिक्रमण किया गया है। समिति ने कहा कि 3,691 स्मारकों की वर्तमान सूची में औपनिवेशिक युग के सैनिकों या बिना किसी विशेष महत्व के अधिकारियों की 75 कब्रें शामिल हैं। इसका एक उदाहरण कर्नाटक के कुमटा में स्थित एक छोटी ईंट की दीवार का घेरा है जिसमें दो कब्रें हैं। रिपोर्ट के अनुसार, ये संरक्षित हैं और एएसआई द्वारा उनकी देखभाल की जाती है। ये कब्रें लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर जॉन अल्बर्ट कोप (मृत्यु 1880 में) और हेनरी गैसेन (मृत्यु 1877) की हैं, जो एक कपास ओटने वाली कंपनी के लिए काम करते थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस संरचना का कोई वास्तुशिल्पीय महत्व नहीं है, और उन व्यक्तियों का भी कोई ऐतिहासिक महत्व नहीं है। समिति ने सिफारिश की कि एएसआई के पास मौजूद स्मारकों की सूची को उनके राष्ट्रीय महत्व, अद्वितीय वास्तुशिल्प मूल्य और विशिष्ट विरासत तत्वों के आधार पर वर्गीकृत किया जाना चाहिए। -
भुवनेश्वर. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 24 सितंबर को ओडिशा की दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे, जो पुरी-राउरकेला-पुरी मार्ग पर परिचालित होगी। रेलवे के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। दक्षिण पूर्व रेलवे की एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि इस ट्रेन को प्रधानमंत्री देशभर में अन्य वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों के साथ वर्चुअल माध्यम से हरी झंडी दिखाएंगे। इस ट्रेन से पुरी से राउरकेला के बीच की दूरी साढ़े सात घंटे में तय होगी। यह सेमी हाई स्पीड ट्रेन पुरी से सुबह पांच बजे रवाना होगी और दोपहर पौने एक बजे राउरकेला पहुंचेगी। वापसी यात्रा में ट्रेन राउरकेला से दोपहर दो बजकर 10 मिनट पर रवाना होगी और रात्रि नौ बजकर 40 मिनट पर पुरी पहुंचेगी। यह ट्रेन सप्ताह में शनिवार को छोड़कर सभी छह दिन परिचालित होगी। यह अपनी यात्रा में खुर्दा रोड, भुवनेश्वर, कटक, ढेंकनाल, अंगुल, संबलपुर शहर और झारसुगुड़ा स्टेशनों पर रुकेगी। प्रधानमंत्री ने ओडिशा में पहली वंदे भारत एक्सप्रेस को इस वर्ष मई में हरी झंडी दिखाई थी जो पुरी और हावड़ा के बीच शुरू हुई थी।
- नयी दिल्ली. गृह मंत्रालय ने नवंबर 2022 से अगस्त 2023 तक मासिक आधार पर "स्वच्छता" अभियान सहित अन्य लंबित मामलों को कम करने के लिए एक विशेष अभियान चलाया है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, मंत्रालय द्वारा जनता से सीधे जुड़ाव वाले कार्यालयों को खास ध्यान में रखते हुए विभिन्न जगहों पर कुल 3,438 ‘स्वच्छता' अभियान चलाए गए हैं। इस अवधि के दौरान, सांसदों के 632 संदर्भों, 37 संसदीय आश्वासनों, छह कैबिनेट प्रस्तावों, राज्य सरकार के 213 संदर्भों और प्रधानमंत्री कार्यालय के 47 संदर्भों का निपटारा किया गया है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि नवंबर 2022 से अगस्त 2023 के बीच प्राप्त कुल 38,550 शिकायतों का मंत्रालय द्वारा निपटारा किया गया है। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के कार्यालयों में कुल 25,504 वर्ग फुट जगह खाली की गई है। इसके अलावा, मंत्रालय के भीतर सभी प्रभागों के साथ कुशल समन्वय के लिए, एक अंतर-मंत्रालय पोर्टल विकसित किया गया है।
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मथुरा . तीर्थयात्रियों की बड़े पैमाने पर आमद की उम्मीद के मद्देनजर राधा रानी की भूमि बरसाना में आगामी 23 सितंबर को शुरू हो रहे राधा अष्टमी समारोह के अवसर पर आराध्य के समुचित दर्शन और अन्य अनुष्ठानों में सुविधा के लिए व्यापक व्यवस्था की जा रही है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। जिलाधिकारी शैलेन्द्र सिंह ने बृहस्पतिवार को बताया, ‘‘राधा अष्टमी पर भगवान के दर्शन और पूजा-अर्चना के लिए बरसाना के पूरे मेला क्षेत्र को सात क्षेत्रों और 16 सेक्टरों में विभाजित किया गया है।'' उन्होंने कहा कि राधा अष्टमी के दिन लाखों तीर्थयात्री बरसाना आते हैं, इसलिए शहर के हर प्रवेश बिंदु पर स्थापित पार्किंग स्थलों से आगे किसी भी वाहन को जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। बरसाना की ओर जाने वाले विभिन्न मार्गों पर 125 बसें चलायी जाएंगी। दानघाटी मंदिर गोवर्धन के पुजारी पवन कौशिक ने बताया कि राधा अष्टमी राधा रानी के जन्म के उपलक्ष्य में मनाई जाती है और दिल्ली, हरियाणा, मध्य प्रदेश, पंजाब, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश से भक्त इसे मनाने के लिए यहां के मंदिरों में आते हैं। मुख्य लाडली मंदिर के पुजारी और वर्तमान में मंदिर के रिसीवर रास बिहारी गोस्वामी ने कहा, ‘‘चूंकि राधा रानी का जन्म मूल नक्षत्र (एक अशुभ क्षण) के दौरान हुआ था इसलिए मूल शांति समारोह (अशुभ सितारों के बुरे प्रभाव को निष्क्रिय करना) मंदिर के गर्भगृह में एक घंटे के लिए किया जाएगा। यह 23 सितंबर को सुबह चार बजे से शुरू होगा।'' पुजारी ने बताया कि विभिन्न सामग्री के साथ भगवान का अभिषेक समारोह सुबह लगभग छह बजे मंदिर के ‘जगमोहन' (गर्भगृह के सामने का स्थान) में आयोजित किया जाएगा, ताकि भक्त इस समारोह को देख सकें। जिलाधिकारी ने राधा अष्टमी के लिए की गई व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा, ‘‘प्रकाश, पेयजल और प्राथमिक चिकित्सा बॉक्स से सुसज्जित 39 पार्किंग स्थापित की जा रही हैं। लाडली मंदिर में प्रवेश के लिए वन-वे व्यवस्था, मार्ग में 10 स्थानों पर भक्तों के आवागमन को नियंत्रित करने की व्यवस्था, तीन निकास द्वार, 10 एम्बुलेंस के साथ 13 चिकित्सा शिविर और प्रांतीय सशस्त्र सीमा बल (पीएसी) की कंपनियां पूरे मेले में तैनात की जाएंगी।'' पुजारी रास बिहारी गोस्वामी ने कहा कि बरसाना और नंदगांव मंदिर के पुजारियों द्वारा संयुक्त रूप से बधाई समारोह (राधा के माता-पिता को उनके जन्म की बधाई) भी किया जाएगा और दोपहर एक बजे मंदिर के कपाट बंद कर दिये जाएंगे। उन्होंने कहा कि दोपहर के सत्र में मंदिर के पुजारियों द्वारा भगवान को रथ में बैठाकर शहनाई और ढोल आदि की मधुर ध्वनि के बीच खुले में मंदिर की सफेद छतरी तक ले जाया जाएगा, ताकि भक्त भगवान के प्रति अपनी श्रद्धा अर्पित कर सकें। पुजारी ने कहा कि तीर्थयात्रियों को देवता के प्रति अपनी श्रद्धा अर्पित करने का अवसर देने के लिए उन्हें फिर से मंदिर के ‘जगमोहन' में वापस लाया जाएगा। बाद में रात नौ बजे महाआरती के साथ मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि अगले छह दिनों तक प्रसिद्ध मोरकुटी सहित आधा दर्जन स्थानों पर रास लीला का मंचन और प्रदर्शन किया जाएगा। रावल में लाडली मंदिर के पुजारी राहुल कल्ला ने कहा, ‘‘चूंकि राधा रानी का जन्म रावल में उनके मामा के घर में हुआ था, इसलिए रावल के लाडली मंदिर में भी विशेष अभिषेक किया जाएगा।'' पुजारी ने कहा कि सुबह के सत्र के दौरान गोकुलनाथ मंदिर गोकुल के प्रसिद्ध संत गुरुशरणानंद महराज और पंकज महराज भी रावल मंदिर में भगवान की पूजा करते हैं। राधा अष्टमी के अवसर पर मंदिर के सामने मेले का आयोजन किया जाता है।
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नई दिल्ली। भारत ने ई-वीजा सहित कनाडा में वीजा सेवा पर अस्थाई रूप से रोक लगा दी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिन्दम बागची ने कहा कि यह निर्णय हिंसा भडकाये जाने और कनाडा प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई न किये जाने तथा कनाडा में भारतीय उच्चायोग और वाणिज्य दूतावास के लिए कामकाज के माहौल में व्यवधान डालने के कारण लिया गया है।
उन्होंने कहा कि किसी तीसरे देश में रहने वाले कनाडा के नागरिक भारतीय वीजा के लिए आवेदन नहीं कर पाएंगे। हालांकि वैध वीजा या अन्य दस्तावेज रखने वाले व्यक्ति भारत आ सकते हैं। भारत में कनाडा के राजनयिकों को लेकर एक सवाल पर श्री बागची ने कहा कि भारत ने दोनों देशों के राजनयिकों की समान संख्या रखने की बात कही है, इसलिए कनाडा की ओर से राजनयिकों की संख्या कम की जाएगी।हरदीप निज्जर विवाद पर श्री बागची ने कहा कि कनाडा ने इस संबंध में अभी तक कोई विशेष जानकारी नहीं दी है, जबकि भारत ने कनाडा की जमीन पर आपराधिक गतिविधियों के बारे में कनाडा को पुख्ता सबूत दिये हैं लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। श्री बागची ने इस मुद्दे पर कनाडा सरकार के बयान को राजनीति से प्रेरित बताया है। उन्होंने कहा कि कनाडा आतंकवादियों के लिए सुरक्षित ठिकाना बन गया है। उन्होंने कनाडा प्रशासन से ऐसा और न करने का आग्रह किया है। श्री बागची ने कहा कि भारत पिछले कई वर्षों से आतंकी गतिविधियों में संलिप्त 25 आरोपियों के प्रत्यर्पण या उनके खिलाफ कार्रवाई में कनाडा से सहायता की मांग कर रहा है लेकिन इसमें कोई सफलता नहीं मिली है।भारत में विदेशी राजनयिकों की सुरक्षा से जुड़े सवाल पर श्री बागची ने कहा कि भारत वियना संधि को बहुत गंभीरता से लेता है और वह विदेशी राजनयिकों को आवश्यक सुरक्षा उपलब्ध करायेगा तथा कनाडा से भी यही अपेक्षा करता है। उन्होंने कहा कि भारत अपने मित्र देशों और भागीदारों के साथ भी संपर्क में है। भारत-कनाडा विवाद पर पाकिस्तान के बयान पर श्री बागची ने कहा कि पाकिस्तान को कोई गंभीरता से नहीं लेता है। - नयी दिल्ली।कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को यहां आनंद विहार रेलवे स्टेशन पहुंचकर कुलियों से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं। गांधी कुलियों की लाल कमीज पहने और सिर पर सामान उठाते हुए भी दिखे। इसके बाद वह कुलियों के साथ बैठ गए और उनसे उनकी समस्याएं पूछीं। कांग्रेस ने ‘एक्स’ पर गांधी की कुलियों से बातचीत की तस्वीर साझा करते हुए लिखा, “जननायक राहुल गांधी जी आज दिल्ली के आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर अपने कुली मित्रों से मिले। हाल में एक वीडियो काफी प्रसारित हुआ था जिसमें रेलवे स्टेशन के कुली मित्रों ने उनसे मिलने की इच्छा जताई थी।”पार्टी ने लिखा, “आज, राहुलजी उनके बीच पहुंचे और उनकी बात सुनी… भारत जोड़ो यात्रा जारी है।” राहुल गांधी मिस्त्रियों से लेकर छात्रों तक, समाज के विभिन्न वर्गों के साथ बातचीत कर चुके हैं। उनका कहना है कि कन्याकुमारी से कश्मीर तक की उनकी भारत जोड़ो यात्रा इस तरह की बातचीत के माध्यम से जारी रहेगी। राहुल गांधी ने हाल में लद्दाख पहुंचकर विभिन्न सामाजिक समूहों से बातचीत की थी।
- आजमगढ़। उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के महराजगंज थाना क्षेत्र के सरदहा बाजार में बुधवार सुबह कपड़ा व्यवसायी पिता-पुत्र की बदमाशों ने उनकी दुकान में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक (एसपी) अनुराग आर्य सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा और घटना की छानबीन के साथ ही बदमाशों की तलाश में जुट गई। पुलिस के मुताबिक महाराजगंज थाना क्षेत्र के गोपालपुर गांव निवासी रशीद अहमद (55) सरदहा बाजार में अपने मकान में रेडीमेड कपड़े का व्यवसाय करते थे। बुधवार सुबह करीब आठ बजे वह अपने छोटे बेटे शोएब (22) के साथ दुकान खोल कर साफ-सफाई कर रहे थे, तभी मोटरसाइकिल सवार तीन बदमाश मौके पर पहुंचे और दुकान में घुसकर रशीद पर गोलियां चलानी शुरू कर दी। पुलिस के मुताबिक बेटा जान बचाने के लिए दुकान के दूसरे हिस्से में निर्माणाधीन मकान की तरफ भागा तो बदमाशों ने उसे भी गोली मार दी, जिससे मौके पर ही दोनों की मौत हो गई। स्थानीय लोग जब तक कुछ समझ पाते बदमाश हवा में गोली चलाते हुए मौके से फरार हो गए।दोहरे हत्याकांड की सूचना मिलते ही जिला मुख्यालय से पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य, पुलिस अधीक्षक नगर शैलेंद्र लाल, फॉरेंसिक टीम व भारी संख्या में पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस घटना की छानबीन के साथ ही बदमाशों की तलाश में जुट गयी है। ऐसी आशंका व्यक्त की जा रही है कि पुरानी रंजिश के कारण पिता और पुत्र की गोली मारकर हत्या की गई है।
- नयी दिल्ली। राष्ट्रीय खनिज अन्वेषण ट्रस्ट (एनएमईटी) ने खनिजों की तलाश के लिए अब तक 2,100 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत वाली 309 परियोजनाओं को मंजूरी दी है। एक आधिकारिक बयान में बुधवार को यह जानकारी दी गई। एनएमईटी के कामकाज की समीक्षा के लिए कोयला एवं खनन मंत्रालयों की सलाहकार समिति की बैठक में इस जानकारी से अवगत कराया गया। कोयला एवं खनन मंत्री प्रल्हाद जोशी ने इस बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार खनिज अन्वेषण को बढ़ावा देने और भारत को खनिज उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए राज्य सरकारों को पर्याप्त वित्तीय और तकनीकी सहायता दे रही है। खान मंत्रालय ने एक बयान में इस बैठक का हवाला देते हुए कहा, "एनएमईटी ने विभिन्न अधिसूचित अन्वेषण एजेंसियों और अधिसूचित निजी अन्वेषण एजेंसियों द्वारा देश के विभिन्न हिस्सों में क्षेत्रीय और विस्तृत अन्वेषण के लिए 2,100.14 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत वाली 309 परियोजनाओं को मंजूरी दी है।" इस बयान के अनुसार, एनएमईटी की तरफ से स्वीकृत 309 परियोजनाओं में से अब तक 151 परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं, जबकि बाकी प्रगति पर हैं। एनएमईटी खनिजों की तलाश के अलावा भूविज्ञान आंकड़ों के सृजन से जुड़ी परियोजनाओं को वित्तपोषित कर रहा है। देश में खनिज अन्वेषण में तेजी लाने के लिए केंद्र सरकार ने एनएमईटी की स्थापना की थी।
- नयी दिल्ली। देश के 27 राज्यों में भारतीय उच्च रक्तचाप नियंत्रण पहल (आईएचसीआई) के तहत जून 2023 तक लगभग 58 लाख उच्च रक्तचाप के रोगियों का इलाज किया जा रहा था। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की एक हालिया रिपोर्ट में इसका उल्लेख करते हुए दवाओं की उपलब्धता को “बड़ी चुनौती” करार दिया गया। आईएचसीआई का लक्ष्य उच्च रक्तचाप प्रबंधन और नियंत्रण के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए साक्ष्य-आधारित रणनीतियों के माध्यम से 2025 तक गैर-संचारी रोगों से मृत्यु दर को 25 प्रतिशत तक कम करने के सरकार के उद्देश्य को प्राप्त करना है। यह पहल 2017 में शुरू की गई थी और इसमें स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद, राज्य सरकारें और डब्ल्यूएचओ-भारत शामिल है। आईएचसीआई के समक्ष चुनौतियों का उल्लेख करते हुए रिपोर्ट में कहा गया कि दवाओं की उपलब्धता सबसे बड़ी चुनौती बनकर उभरी, जिससे कुछ क्षेत्रों में मरीज जांच केंद्रों पर दोबारा आने से हतोत्साहित हुए। डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि दुनियाभर में 30-79 वर्ष की उम्र के लगभग एक तिहाई वयस्क उच्च रक्तचाप से प्रभावित हैं। इनमें से केवल 54 प्रतिशत में इस स्थिति का पता चला, 42 प्रतिशत का इलाज किया जा रहा है और 21 प्रतिशत ने अपने उच्च रक्तचाप को नियंत्रित किया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि उच्च रक्तचाप का इलाज संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) 3.4 को पूरा करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण हस्तक्षेपों में से एक है, जो प्रमुख गैर-संचारी रोगों से समयपूर्व मृत्यु दर में एक तिहाई की कमी लाने पर लक्षित है।
- नयी दिल्ली। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बुधवार को कहा कि सात मोहल्ला क्लीनिक में तैनात सात चिकित्सक और 19 कर्मचारियों को सेवा से हटा दिया गया है क्योंकि यह पाया गया कि उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक उपस्थिति प्रणाली में हेरफेर करने का प्रयास किया था। भारद्वाज ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि चिकित्सकों के देर से आने की शिकायतें थीं। दिल्ली में प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए मोहल्ला क्लीनिक अरविंद केजरीवाल सरकार की प्रमुख पहलों में से एक है। एक सामान्य मोहल्ला क्लीनिक में एक चिकित्सक, एक दाई-सह-नर्स और अन्य सहायक कर्मचारी होते हैं, और वहां आने वाले मरीजों को कई प्रकार की जांच सेवाएं और आवश्यक दवाएं मुफ्त प्रदान की जाती हैं। भारद्वाज ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘चिकित्सकों और कर्मचारियों को सुबह आठ बजे से अपराह्न दो बजे तक मोहल्ला क्लीनिक में उपस्थित रहना होता है। हमने उपस्थिति रिकॉर्ड की जांच करायी...यह पाया गया कि इलेक्ट्रॉनिक उपस्थिति प्रणाली में हेरफेर किया जा रहा था।'' उन्होंने कहा कि कुछ कर्मचारी देर से आते थे लेकिन सिस्टम यह ‘‘दिखाता था'' कि वे सुबह आठ बजे पहुंच गए थे। उन्होंने कहा, ‘‘(हमारी जांच में) सात मोहल्ला क्लीनिक में अनियमितताएं पाई गईं - पांच दक्षिण पश्चिम जिले में, एक उत्तरपूर्व जिले में और एक शाहदरा में। कुल मिलाकर सात चिकित्सकों सहित 26 कर्मचारियों को पैनल से हटा दिया गया है।'' वर्तमान में दिल्ली में कुल 533 आम आदमी मोहल्ला क्लीनिक कार्यरत हैं।भारद्वाज ने कहा कि प्रस्तुत की गई छवियों में विसंगतियां या विषमताएं पाए जाने के बाद अनियमितताएं देखी गईं, जैसे कि उसी दिन कपड़ों में बदलाव या स्कैन छवि में किसी तस्वीर से ली गई फोटो का मिलना। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि सात चिकित्सकों के अलावा, हटाए गए शेष कर्मचारियों में छह फार्मासिस्ट, छह क्लीनिक सहायक और सात अन्य कर्मचारी शामिल हैं। दिल्ली के मंत्री ने कहा कि केजरीवाल सरकार और स्वास्थ्य विभाग इस मामले पर "बहुत गंभीर" है कि ऐसे क्लीनिक में तैनात कर्मचारी जिम्मेदारी से अपने कर्तव्यों का पालन करें और कोई लापरवाही पाए जाने पर कार्रवाई की चेतावनी दी। यह पूछे जाने पर कि सिस्टम के साथ ऐसी छेड़छाड़ कैसे हुई होगी, उन्होंने कहा कि उन लोगों के साथ तालमेल बनाए रखने के लिए तकनीकी उन्नयन की आवश्यकता है जो सिस्टम में हेरफेर करने की कोशिश कर सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम अपनी तकनीक को अद्यतन करते रहते हैं।''
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नई दिल्ली। सरकार ने कहा है कि इस वर्ष जुलाई में कर्मचारी राज्य बीमा योजना के अन्तर्गत लगभग 20 लाख नये कर्मियों का पंजीकरण हुआ है तथा योजना के लाभ 52 ट्रांसजेंडर कर्मियों तक बढाये गये हैं। श्रम और रोजगार मंत्रालय ने बताया है कि नये पंजीकृत कर्मियों में लगभग 48 प्रतिशत कर्मचारी 25 वर्ष की आयुवर्ग के हैं। मंत्रालय ने कहा है कि इन आंकडों से पता चलता है कि युवाओं के लिए और अधिक नौकरियां पैदा हुई हैं। इस वर्ष जुलाई में योजना के अन्तर्गत 27 हजार से अधिक नये प्रतिष्ठान पंजीकृत हुए हैं। मंत्रालय ने कहा है कि जुलाई महीने में महिला सदस्यों का पंजीकरण तीन लाख 82 हजार रहा है।
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कोलकाता. भारत के सूर्य मिशन ‘आदित्य एल1' ने एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया के पश्चात ‘लैग्रेंज बिंदु-1' की ओर अपनी यात्रा शुरू करने के बाद अंतरिक्ष में सौर हवा में ऊर्जा कणों का अध्ययन करना शुरू कर दिया है, और यह अपनी शेष कार्य अवधि के दौरान भी इस काम को जारी रखेगा। एक तारा-भौतिकविद् ने यह बात कही। सौर पवन और सूर्य से आवेशित कणों के निरंतर प्रवाह का अध्ययन सुप्रा थर्मल एंड एनर्जेटिक पार्टिकल स्पेक्ट्रोमीटर (स्टेप्स) नामक उपकरण की मदद से किया जाएगा, जो ‘आदित्य सोलर विंड पार्टिकल एक्सपेरिमेंट' (एएसपीईएक्स) का एक हिस्सा है। भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला (पीआरएल) में अंतरिक्ष और वायुमंडलीय विज्ञान के प्रोफेसर डॉ दिब्येंदु चक्रवर्ती ने कहा, ‘‘स्टेप्स अब अंतरिक्ष से काम कर रहा है। हालांकि, यह पहले बेकार नहीं बैठा था। इसने 10 सितंबर से पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र के भीतर काम करना शुरू कर दिया है, जब आदित्य हमारे ग्रह से 52,000 किलोमीटर ऊपर था।'' ‘स्टेप्स' को पीआरएल द्वारा अहमदाबाद स्थित अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र (एसएसी) के सहयोग से विकसित किया गया था। उन्होंने कहा कि स्टेप्स का मुख्य उद्देश्य ‘एल1' बिंदु पर अंतरिक्ष यान की स्थिति से लेकर इसके कार्य करने तक ऊर्जा कणों के वातावरण का अध्ययन करना है। अंतरिक्ष वैज्ञानिक ने कहा, "लंबे समय में स्टेप्स के डेटा से हमें यह समझने में भी मदद मिलेगी कि अंतरिक्ष का मौसम कैसे बदलता है।" भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने गत दो सितंबर को ‘आदित्य-एल1' का प्रक्षेपण किया था जो पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर दूर पहले ‘लैग्रेंजियन' बिंदु तक जाएगा। वैज्ञानिकों के अनुसार, पृथ्वी और सूर्य के बीच पांच ‘लैग्रेंजियन' बिंदु (या पार्किंग क्षेत्र) हैं, जहां पहुंचने पर कोई वस्तु वहीं रुक जाती है। लैग्रेंजियन बिंदुओं का नाम इतालवी-फ्रांसीसी गणितज्ञ जोसेफ-लुई लैग्रेंज के नाम पर रखा गया है। अंतरिक्ष यान इन बिंदुओं का इस्तेमाल अंतरिक्ष में कम ईंधन खपत के साथ लंबे समय तक रहने के लिए कर सकते हैं।
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नयी दिल्ली. पहला सी-295 मध्यम सामरिक परिवहन विमान बुधवार को वडोदरा में उतरा। कुछ दिन पहले ही स्पेन के दक्षिणी शहर सिवेले में इसे भारतीय वायु सेना को सौंपा गया था। विमान को 25 सितंबर को दिल्ली के पास हिंडन में एक समारोह में आधिकारिक तौर पर वायुसेना में शामिल किया जाएगा। वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने 13 सितंबर को पहले सी295 विमान को प्राप्त किया था। भारतीय वायु सेना के आधुनिकीकरण के उद्देश्य से सरकार ने ‘एयरबस डिफेंस एंड स्पेस कंपनी' के साथ दो साल पहले 21,935 करोड़ रुपये में 56 सी295 परिवहन विमानों को खरीदने का सौदा किया था। ये विमान पुराने होते एवरो--748 बेड़े का स्थान लेंगे। वायुसेना ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर कहा, “ वायुसेना का पहला सी-295 एमडब्ल्यू विमान आज वडोदरा में उतरा। माननीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह 25 सितंबर 2023 को एएफ स्टेशन हिंडन में एक औपचारिक समारोह में विमान को वायुसेना को सौंपेगे।” इस समझौते के तहत एयरबस 2025 तक सेविले में शहर में अपने उत्पादन संयंत्र से ‘फ्लाई-अवे' (उड़ान के लिये तैयार) स्थिति में पहले 16 सी295 विमानों की आपूर्ति करेगा। इसके बाद शेष 40 विमानों का निर्माण और संयोजन भारत में टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड(टीएएसएल) द्वारा वड़ोदरा में किया जाएगा। यह दोनों कंपनियों के बीच हुई एक औद्योगिक साझेदारी के हिस्से के रूप में किया जाएगा।
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नयी दिल्ली. पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदर्शिता और नेतृत्व की सराहना की तथा कहा कि जब वह सत्ता में हैं तो देश "निस्संदेह सुरक्षित हाथों में" है। प्रधानमंत्री के जीवन और योगदान पर एक पुस्तक के विमोचन के लिए आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कोविंद ने मोदी को "असाधारण व्यक्तित्व और महान आत्मा" वाला व्यक्ति बताया। उन्होंने कहा कि मोदी के व्यक्तित्व और जनता के साथ संवाद करने की उल्लेखनीय क्षमता ने उन्हें एक स्वीकार्य नेता बनाया। कोविंद ने नरेन्द्र मोदी सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला और कहा कि यह उनकी दृष्टि और नीतियों के कारण है कि भारत प्रवासी भारतीयों के लिए गौरव और कई देशों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने कहा कि मोदी हमेशा आम लोगों के लिए सोचते हैं। पूर्व राष्ट्रपति ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हम निस्संदेह सुरक्षित हाथों में हैं।'