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नयी दिल्ली। केंद्र देश में सहकारिता क्षेत्र को मजबूत करने पर चर्चा के लिए 30 जून को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सहकारिता मंत्रियों की बैठक करेगा। केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह यहां भारत मंडपम में 'मंथन बैठक' की अध्यक्षता करेंगे।
बैठक में सरकार की सभी प्रमुख पहलों पर चर्चा होगी, जिसमें अंतिम छोर तक ग्रामीण सेवा वितरण को मजबूत करने के लिए दो लाख नई बहुउद्देश्यीय प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (पीएसीएस), डेयरी और मत्स्य पालन सहकारी समितियों की स्थापना शामिल है। इसके अलावा सहकारी क्षेत्र में दुनिया की सबसे बड़ी अनाज भंडारण योजना पर विचार-विमर्श भी होगा।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि बैठक प्रगति की समीक्षा करने, विचारों का आदान-प्रदान करने और देश में सहकारी क्षेत्र को मजबूत करने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगी। इस आयोजन का मकसद आपसी तालमेल के जरिये प्रधानमंत्री के 'सहकार से समृद्धि' के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए एक साझा समझ को बढ़ावा देना है। तीन नई राष्ट्रीय बहु-राज्य सहकारी समितियों, राष्ट्रीय सहकारी निर्यात लिमिटेड (एनसीईएल), राष्ट्रीय सहकारी जैविक लिमिटेड (एनसीओएल) और भारतीय बीज सहकारी समिति लिमिटेड (बीबीएसएसएल) की गतिविधियों में राज्यों की भूमिका की भी समीक्षा की जाएगी। -
नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि भारत अपने संतों और ऋषियों के अमर विचारों व दर्शन के कारण दुनिया की सबसे प्राचीन जीवंत सभ्यता है। जैन आध्यात्मिक गुरु आचार्य विद्यानंद महाराज की जयंती के शताब्दी समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी और विभिन्न क्षेत्रों में उनके योगदान को याद किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार की कई कल्याणकारी योजनाएं आचार्य विद्यानंद महाराज के विचारों से प्रेरित हैं। उन्होंने कहा कि चाहे घर उपलब्ध कराना हो, पेयजल उपलब्ध कराना हो या स्वास्थ्य बीमा, सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि उसकी कल्याणकारी योजनाएं हर व्यक्ति तक पहुंचे ताकि कोई भी इससे वंचित न रहे। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन से पहले दिए गए एक जैन संत के संबोधन का भी उल्लेख किया और कहा कि वह ऑपरेशन सिंदूर को आशीर्वाद दे रहे थे। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में ‘ऑपरेशन सिंदूर' का जिक्र करते हुए जैसे ही ये कहा कि ‘‘जो हमें छेड़ेगा...'', तो वहां मौजूद लोगों ने जोरदार तरीके तालियां बजानी शुरू कर दीं। हालांकि मोदी ने इस बारे में और अधिक बात नहीं की। उन्होंने कहा कि हजारों साल पहले जब दुनिया ने हिंसा का जवाब हिंसा से देने का मार्ग चुना था तब भारत ने दुनिया को ‘‘अहिंसा'' की ताकत से परिचित कराया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने देश को ‘‘गुलामी की मानसिकता'' से मुक्त करने का संकल्प लिया है।
उन्होंने अपने नौ संकल्पों को दोहराया और लोगों से उनका पालन करने का आग्रह किया। ये संकल्प हैं: पानी बचाना, मां की याद में एक पेड़ लगाना, स्वच्छता, स्थानीय उत्पादों के इस्तेमाल को बढ़ावा देना, देश के विभिन्न स्थानों की यात्रा करना, प्राकृतिक खेती को अपनाना, स्वस्थ जीवन शैली अपनाना, खेल और योग अपनाना और गरीबों की मदद करना। - पुरी ।पुरी में रथ यात्रा शुरू होने के एक दिन बाद शनिवार को भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ के रथ अपने गंतव्य गुंडिचा मंदिर पहुंच गए। गुंडिचा मंदिर को देवताओं की ‘मौसी' का घर माना जाता है जो हर साल जगन्नाथ मंदिर से निकलकर अपनी ‘मौसी' के घर जाते हैं। गुंडिचा मंदिर 12वीं सदी के जगन्नाथ मंदिर से 2.6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। देवता नौ दिन बाद मुख्य मंदिर चले जाएंगे। वापसी की रथ यात्रा को ‘बहुदा यात्रा' कहा जाता है जो इस साल पांच जुलाई को होगी। इससे पहले दिन में ‘‘जय जगन्नाथ'' और ‘‘हरि बोल'' के जयकारों के बीच श्रद्धालुओं ने शनिवार सुबह लगभग 10 बजे तीनों रथों को फिर से खींचना शुरू किया। पुरी में 27 जून की रात रथयात्रा रोक दी गई थी। रथों को शुक्रवार शाम तक गुंडिचा मंदिर पहुंचना था, लेकिन भगवान बलभद्र का तालध्वज रथ के एक मोड़ पर फंस जाने के कारण श्रद्धालुओं को ग्रैंड रोड पर रुकना पड़ा, जिससे अन्य दो रथ भी आगे नहीं बढ़ सके। परंपरा के अनुसार, सबसे आगे ‘तालध्वज' रहता है, उसके बाद देवी सुभद्रा का रथ ‘दर्पदलन' और भगवान जगन्नाथ का रथ ‘नंदीघोष' रहता है। विधि मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन, मुख्य सचिव मनोज आहूजा, पुलिस महानिदेशक वाई. बी. खुरानिया और अन्य वरिष्ठ अधिकारी को भगवान जगन्नाथ के ‘नंदीघोष' रथ को खींचते दिखे। रथों के अपने गंतव्य पहुंचने पर इन्हें गुंडिचा मंदिर के बाहर रखा गया।औपचारिक शोभायात्रा के बाद देवताओं को रविवार को मंदिर के अंदर ले जाया जाएगा।श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) के मुख्य प्रशासक अरबिंद पाधी ने कहा, ‘‘हम रथ यात्रा के संचालन के लिए श्रद्धालुओं समेत सभी हितधारकों को धन्यवाद देते हैं।'' इस बीच, डीजीपी वाई. बी. खुरानिया ने कहा कि रथों की सुरक्षा और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सभी प्रबंध किए गए । शनिवार को रथ यात्रा के दौरान बीमार पड़े 600 से अधिक श्रद्धालुओं का पुरी के विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया गया। कई लोग धक्का-मुक्की के कारण घायल हो गए जबकि 200 से अधिक लोग गर्मी और उमस भरे मौसम के कारण बेहोश हो गए। अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को वार्षिक रथ यात्रा में लगभग 10 लाख श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया था और लगभग पांच लाख श्रद्धालु शनिवार को पुरी में मौजूद थे। उन्होंने बताया कि शनिवार को हल्की बारिश हुई। ओडिशा पुलिस, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ), राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के लगभग 10,000 जवानों की तैनाती के साथ कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच वार्षिक रथ यात्रा आयोजित की जा रही है। पुलिस ने रथ यात्रा के सुचारू संचालन के लिए सभी प्रबंध किए हैं। पुलिस महानिदेशक खुरानिया ने बताया कि भीड़ पर नजर रखने के लिए 275 से अधिक एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) से लैस सीसीटीवी कैमरे लगाए गए ।
- पुरी। अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी और उनके परिवार के सदस्य शनिवार को यहां रथ यात्रा में शामिल हुए और पूजा-अर्चना की। पत्नी प्रीति, बेटे करण और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ अदाणी ने गुंडिचा मंदिर के पास भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ के रथों के सामने खड़े होकर पूजा-अर्चना की। गुंडिचा मंदिर को देवताओं की मौसी का घर माना जाता है। अदाणी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर कहा, “भगवान श्री जगन्नाथ जी की कृपा से हमें पुरी धाम की पवित्र रथ यात्रा में सेवा करने का अवसर मिला है। आज से शुरू हो रही यह दिव्य यात्रा वह क्षण है जब भगवान स्वयं अपने भक्तों के बीच आकर उन्हें अपने दिव्य दर्शन देते हैं।” उन्होंने कहा, “मैं प्रार्थना करता हूं कि भगवान श्री जगन्नाथ जी की कृपा हम सभी पर सदैव बनी रहे। मानवता की सेवा ही ईश्वर की सेवा है, और सेवा ही आध्यात्मिक साधना है। जय जगन्नाथ!” प्रशासन और सेवादारों ने उद्योगपति का स्वागत किया और उन्हें ‘पट्टा वस्त्र' और फूल भेंट किए।
- अयोध्या,। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने शनिवार को बताया कि मंदिर निर्माण का कार्य अपने अंतिम चरण में है और निर्माण से संबंधित सभी प्रमुख कार्यों के जुलाई के अंत तक पूरा होने की संभावना है। मंदिर निर्माण समिति की बैठक में भाग लेने शनिवार को अयोध्या पहुंचे मिश्र ने संवाददाताओं को बताया कि मंदिर और उसके परकोटे के लिए 14 लाख घन फुट बंसी पहाड़पुर पत्थर की जरूरत थी, जिसमें से 13 लाख घन फुट पत्थर लग चुके हैं। उन्होंने कहा कि अब केवल एक लाख घन फुट पत्थर ही लगने शेष हैं।मिश्र ने कहा कि मंदिर के लगभग 800 फुट लंबे निचले चबूतरे के 500 फुट हिस्से पर राम कथा को दर्शाने वाले भित्ति चित्र तैयार हो चुके हैं। उन्होंने दावा किया कि आस-पास के घेरे में प्रस्तावित 80 में से 45 कांस्य भित्ति चित्र स्थापित किये जा चुके हैं। उन्होंने कहा, "भारत में पहली बार किसी मंदिर की खिड़कियों में टाइटेनियम धातु का इस्तेमाल किया जा रहा है। यह अपने आप में अनूठी बात है।" मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष ने कहा कि इस धातु की असाधारण मजबूती 1,000 साल से भी ज्यादा समय तक टिकी रह सकती है। उन्होंने कहा, "राम मंदिर निर्माण समिति को उम्मीद है कि जुलाई के अंत तक सभी बड़े निर्माण कार्य पूरे हो जाएंगे।"
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नई दिल्ली। बिहार राज्य निर्वाचन आयोग ने आधुनिक तकनीक की ओर एक और कदम बढ़ाया है। अब मतदान और भी स्मार्ट, सुरक्षित और सुलभ होगा। बिहार देश का ऐसा पहला राज्य बनने जा रहा है, जहां मोबाइल के जरिए ऑनलाइन वोटिंग होगी।
यह ई-वोटिंग शनिवार 28 जून को बिहार की नगरपालिका आम और उप-निर्वाचन 2025 के लिए होगीयह ई-वोटिंग शनिवार 28 जून को बिहार की नगरपालिका आम और उप-निर्वाचन 2025 के लिए होगी। बिहार राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, “नगरपालिका आम और उप निर्वाचन 2025 के दौरान निर्वाचन प्रक्रिया में उन्नयन नवाचारों की कड़ी को आगे बढ़ाते हुए ई-वोटिंग प्रणाली की नींव रखी है, जिसके माध्यम से पहली बार मतदाता ई-वोटिंग से मतदान करने का गौरव प्राप्त करेंगे।”पंजीकृत मतदाता 28 जून को मोबाइल ऐप से घर बैठे ही मतदान कर सकेंगेआयोग ने बताया कि ई-वोटिंग से मतदान करने वाले पंजीकृत मतदाताओं की कुल संख्या 51,157 है, जिसमें प्राथमिक रूप से वरिष्ठ नागरिक, शारीरिक रूप से दिव्यांग, असाध्य रोग से ग्रसित, गर्भवती महिलाएं एवं प्रवासी मजदूर मतदाता शामिल हैं। ये पंजीकृत मतदाता 28 जून को मोबाइल ऐप से घर बैठे ही मतदान कर सकेंगे।माना जा रहा है कि यह मौका राज्य निर्वाचन आयोग और बिहार की निर्वाचन प्रक्रिया में नवाचार आधारित मतदान के लिए ऐतिहासिक क्षण होगामाना जा रहा है कि यह मौका राज्य निर्वाचन आयोग और बिहार की निर्वाचन प्रक्रिया में नवाचार आधारित मतदान के लिए ऐतिहासिक क्षण होगा। पटना, पूर्वी चंपारण, रोहतास, गया, बक्सर, बांका, सारण और सिवान की नगरपालिकाओं में होने वाले इन चुनावों में सबसे ज्यादा पंजीकरण बक्सर से हुआ है।आयोग का मानना है कि ई-वोटिंग स्मार्ट, पारदर्शी और सुलभ चुनाव प्रक्रिया हैई-वोटिंग के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने तीन दिन पहले वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये जिला निर्वाचन अधिकारियों के साथ रणनीति और तकनीकी पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की थी। आयोग का मानना है कि ई-वोटिंग स्मार्ट, पारदर्शी और सुलभ चुनाव प्रक्रिया है। मतदाता अब मोबाइल के जरिये घर बैठे वोट डाल सकेंगे, जो सुरक्षित और भरोसेमंद है।राज्य निर्वाचन आयुक्त दीपक प्रसाद ने बताया कि आयोग का सदैव प्रयास रहा है कि प्रत्येक मतदाता को स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी, उत्तरदायित्वपूर्ण और सुलभ मतदान प्रक्रिया उपलब्ध कराई जाएराज्य निर्वाचन आयुक्त दीपक प्रसाद ने बताया कि आयोग का सदैव प्रयास रहा है कि प्रत्येक मतदाता को स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी, उत्तरदायित्वपूर्ण और सुलभ मतदान प्रक्रिया उपलब्ध कराई जाए। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए ई-वोटिंग का प्रयोग किया जा रहा है। देश में बिहार में पहली बार ई-वोटिंग अपनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि यह ऐच्छिक सुविधा है, जो इसे लेना चाहते हैं वही लेंगे। राज्य निर्वाचन आयोग ने एक नई पहल शुरू की है, जिससे मतदाता अब अपने मोबाइल फोन के जरिए भी वोट डाल सकेंगे। उन्होंने कहा कि इसका इस्तेमाल करने से पहले पंजीकरण कराना होता है। -
नई दिल्ली। देशभर में आज शनिवार को भारत रत्न से सम्मानित पूर्व प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिम्हा राव की जयंती पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर कई केंद्रीय और राज्य स्तरीय नेताओं ने उन्हें याद करते हुए उनके दूरदर्शी नेतृत्व, विद्वता और आर्थिक सुधारों में किए गए योगदान की प्रशंसा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए लिखा, “विकास पथ के महत्वपूर्ण चरण के दौरान उनके प्रभावी नेतृत्व के लिए भारत उनका आभारी है। उनकी बुद्धि, ज्ञान और विद्वत्तापूर्ण स्वभाव की भी व्यापक रूप से प्रशंसा की जाती है।” उन्होंने राव को भारत के आर्थिक और राजनीतिक इतिहास में एक प्रेरणास्रोत बताया। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने उन्हें “देश की अर्थव्यवस्था को नई दिशा देने वाला नेतृत्वकर्ता” बताते हुए लिखा, “लोकप्रिय राजनेता एवं भारत के पूर्व प्रधानमंत्री, ‘भारत रत्न’ पी.वी. नरसिम्हा राव की जयंती पर कोटि-कोटि नमन। देश की अर्थव्यवस्था को नई दिशा दिखाने के अभिनव प्रयासों के लिए आपको सदैव याद किया जाएगा।”
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने पी.वी. नरसिम्हा राव को सच्चा राष्ट्रभक्त बताते हुए कहा कि “वह आधुनिक अर्थशास्त्र की गहरी समझ रखने वाले, राष्ट्रभक्त, विद्वान और युगद्रष्टा थे। उनकी नीतियां और विचार आज भी राष्ट्र निर्माण की प्रेरणा हैं।” हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने राव को “आर्थिक सुधारों का शिल्पकार” बताते हुए कहा कि “उनके नेतृत्व में भारत ने एक नई आर्थिक दिशा की ओर कदम बढ़ाया। वह दूरदर्शी राजनीतिज्ञ, कुशल प्रशासक और प्रशासनिक दक्षता के प्रतीक थे। वैश्विक स्तर पर भारत की पहचान को सुदृढ़ करने में उनका योगदान अमूल्य रहा है। उनके विचार भारत के युवाओं को सदैव प्रेरणा देते रहेंगे।” गौरतलब है कि पी.वी. नरसिम्हा राव 1991 से 1996 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे। उनके कार्यकाल में भारत ने उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण की दिशा में कदम बढ़ाया, जिससे देश की अर्थव्यवस्था का कायाकल्प हुआ। -
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने पंजाब कैडर के 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी पराग जैन को भारत की विदेशी खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) का नया प्रमुख नियुक्त किया है। वह मौजूदा प्रमुख रवि सिन्हा की जगह लेंगे, जिनका कार्यकाल 30 जून 2025 को समाप्त हो रहा है। पराग जैन 1 जुलाई से दो साल के लिए यह जिम्मेदारी संभालेंगे। पराग जैन को आतंकवाद निरोधक विशेषज्ञ माना जाता है, विशेषकर अफगानिस्तान-पाकिस्तान क्षेत्र में उनकी गहरी समझ और पकड़ है। सीमा पार आतंकी नेटवर्क को समझने और डिकोड करने में उनकी विशेषज्ञता के कारण उन्हें रॉ के अगले प्रमुख के तौर पर चुना गया है। वह वर्तमान में एविएशन रिसर्च सेंटर का नेतृत्व कर रहे हैं और उन्हें ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत खुफिया प्रयासों को सफलतापूर्वक संचालित करने का श्रेय भी दिया जाता है। इस ऑपरेशन के तहत भारतीय सेना ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर तबाह किया था।
पराग जैन की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े कई संवेदनशील मुद्दे सामने हैं। उनकी विशेषज्ञता और अनुभव से रॉ को भविष्य की चुनौतियों से निपटने में नई दिशा और मजबूती मिलने की उम्मीद है। रॉ (RAW) भारत की मुख्य विदेशी खुफिया एजेंसी है, जिसे 1968 में गठित किया गया था। इससे पहले इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) ही देश के अंदर और बाहर खुफिया जानकारी एकत्र करती थी। लेकिन 1962 के भारत-चीन युद्ध और 1965 के भारत-पाक युद्ध के बाद यह महसूस किया गया कि विदेशी खुफिया जानकारी के लिए अलग एजेंसी की जरूरत है। इसी जरूरत को पूरा करने के लिए रॉ की स्थापना हुई।रॉ का मुख्य कार्य भारत की सीमाओं के बाहर गतिविधियों पर नजर रखना, राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए गुप्त अभियानों को अंजाम देना और भारत की सुरक्षा को खतरा पहुंचाने वाले तत्वों को निष्क्रिय करना है। यह एजेंसी उन विदेशी समूहों पर भी नजर रखती है जो भारत की एकता और अखंडता के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं। -
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शनिवार को दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में जैन मुनि आचार्य विद्यानंद जी महाराज की 100वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान पीएम ने उन्हें भारतीय परंपरा का “आधुनिक प्रकाश स्तंभ” बताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को विकास और विरासत दोनों को साथ लेकर आगे बढ़ना है। इसी सोच के साथ सरकार देश के सांस्कृतिक और धार्मिक स्थलों का विकास कर रही है। पीएम मोदी ने आचार्य विद्यानंद जी की विचारधारा और कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्राकृत भाषा भगवान महावीर के उपदेशों की भाषा है, लेकिन समय के साथ इसकी उपेक्षा हुई। उन्होंने बताया कि सरकार ने प्राकृत भाषा को ‘शास्त्रीय भाषा’ का दर्जा दिया और भारत की प्राचीन पाण्डुलिपियों को डिजिटाइज करने का काम भी शुरू किया है। पीएम ने कहा, “हमने आचार्य विद्यानंद जैसे संतों के प्रयासों को अब पूरे देश का प्रयास बना दिया है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि आचार्य विद्यानंद जी का मानना था कि “जीवन तभी धर्ममय हो सकता है, जब वह सेवामय हो जाए।” यही विचार जैन दर्शन की मूल आत्मा है, और यही भारत की चेतना का हिस्सा है। उन्होंने कहा, “भारत सेवा प्रधान और मानवता प्रधान देश है। दुनिया जब हिंसा से हिंसा को मिटाने में लगी थी, तब भारत ने अहिंसा की शक्ति का मार्ग दिखाया।” पीएम मोदी ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे प्राचीन जीवंत सभ्यता है और यह इसलिए संभव हो पाया है क्योंकि हमारे विचार, दर्शन और चिंतन अमर हैं। उन्होंने कहा, “हमारे ऋषि-मुनि, संत और आचार्य ही इस दर्शन के स्रोत हैं और आचार्य विद्यानंद जी महाराज उसी परंपरा के आधुनिक प्रकाश स्तंभ हैं।”इस अवसर पर कार्यक्रम आयोजकों ने प्रधानमंत्री को ‘धर्म चक्रवर्ती’ की उपाधि प्रदान की। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पीएम मोदी ने कहा, “मैं खुद को इस उपाधि के योग्य नहीं मानता, लेकिन यह हमारे संस्कार हैं कि संतों द्वारा दी गई हर चीज को प्रसाद समझकर स्वीकार किया जाता है। इसलिए मैं इसे विनम्रतापूर्वक स्वीकार करता हूं और मां भारती को अर्पित करता हूं।” प्रधानमंत्री ने बताया कि यह दिन और भी खास इसलिए है क्योंकि 28 जून 1987 को ही आचार्य विद्यानंद जी को आचार्य पद की उपाधि मिली थी। यह केवल एक पदवी नहीं थी बल्कि एक आध्यात्मिक प्रवाह की शुरुआत थी जो विचार, संयम और करुणा से जुड़ी हुई थी। पीएम मोदी ने आचार्य विद्यानंद जी का नमन करते हुए उनके आशीर्वाद की प्रार्थना की। समारोह के दौरान प्रधानमंत्री ने आचार्य विद्यानंद जी की जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में विशेष डाक टिकट और स्मृति सिक्के भी जारी किए। यह आयोजन भारत की सांस्कृतिक विरासत को सम्मान देने और संतों के योगदान को जन-जन तक पहुंचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम रहा।-( -
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भारत को प्रतिष्ठित वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स 2029 की मेजबानी मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इसे हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण बताया है। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत में विकसित विशाल खेल अवसंरचना की वैश्विक मान्यता है। साथ ही, उन्होंने अहमदाबाद को इस बड़े आयोजन का स्थल चुने जाने को शहर की खेल क्षेत्र में बढ़ती प्रतिष्ठा का प्रमाण बताया। अपने एक्स पोस्ट में गृहमंत्री ने लिखा, “भारत को प्रतिष्ठित 2029 वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स की मेजबानी सौंपा जाना हर भारतीय के लिए अत्यंत गर्व का विषय है। यह हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में निर्मित भव्य खेल ढांचे की वैश्विक स्तर पर मान्यता है। अहमदाबाद को इस आयोजन का स्थल चुना जाना इसे अंतरराष्ट्रीय खेल मानचित्र पर स्थापित करता है।”
वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स का इतिहास और महत्ववर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स एक द्विवर्षीय (हर दो साल में) आयोजन है जिसकी शुरुआत 1985 में हुई थी। अब तक इसके 20 संस्करण हो चुके हैं, जिनमें से अमेरिका में 8 बार, कनाडा में 5 बार, यूरोप में 4 बार, ब्रिटेन में 2 बार और चीन में 1 बार यह आयोजन हुआ है। ये खेल पुलिस, अग्निशमन, आपातकालीन चिकित्सा सेवा, आपदा सेवा और अन्य फर्स्ट रिस्पॉन्डर्स के लिए आयोजित किए जाते हैं।भारत की भागीदारी और उपलब्धियांभारतीय पुलिस की टीम ने पहली बार 2007 में एडिलेड में आयोजित वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स में भाग लिया था। तब से लेकर अब तक भारत ने इन खेलों के 8 संस्करणों में भाग लेकर कुल 1400 से अधिक पदक जीते हैं। सबसे हालिया 20वें संस्करण का आयोजन 26 जुलाई से 6 अगस्त 2023 के बीच कनाडा के विनिपेग (Winnipeg) में हुआ था, जिसमें भारतीय पुलिस के 133 खिलाड़ियों ने हिस्सा लेकर 343 पदक जीते जिनमें 224 स्वर्ण, 82 रजत और 37 कांस्य पदक शामिल हैं। यह भारतीय दल के लिए अब तक का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन था।वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स के लिए भारतीय टीम का चयन सालाना ऑल इंडिया पुलिस गेम्स के दौरान खिलाड़ियों के प्रदर्शन के आधार पर किया जाता है। देश में पुलिस खेलों का संचालन ऑल इंडिया पुलिस स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड करता है, जिसके अंतर्गत 53 सदस्य संगठन हैं, जिनमें केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPFs), राज्य पुलिस बल और अन्य सुरक्षा एजेंसियां शामिल हैं। यह बोर्ड हर वर्ष 40 राष्ट्रीय स्तर के पुलिस खेल आयोजन करता है, और इनमें से हर खेल के स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय टीम के लिए चुना जाता है। भारत को 2029 के संस्करण की मेजबानी मिलना न केवल देश की खेल क्षमताओं का प्रमाण है, बल्कि यह पुलिस और आपातकालीन सेवाओं से जुड़े कर्मचारियों के समर्पण और कौशल को भी वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करने का सुनहरा अवसर प्रदान करेगा।- -
नई दिल्ली। केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रल्हाद जोशी ने बेंगलुरु के बिदादी औद्योगिक क्षेत्र में बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (बीईएसएस) विनिर्माण सुविधा केंद्र का उद्घाटन किया। जोशी ने इस कारखाने के शुभारंभ को स्वच्छ ऊर्जा के लिए, अधिक ग्रिड लचीलेपन के लिए और वैश्विक ऊर्जा भंडारण बाजार में भारत के नेतृत्व के लिए एक वादा बताया।
5 गीगावाट प्रति घंटे की वार्षिक विनिर्माण क्षमता के साथ, यह देश में सबसे बड़ी और सबसे उन्नत बीईएसएस सुविधाओं में से एक हैप्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 2030 तक 500 गीगावाट गैर-जीवाश्म ईंधन क्षमता के लक्ष्य को रेखांकित करते हुए, जोशी ने कहा कि जैसे-जैसे हमारे ग्रिड में अधिक अक्षय ऊर्जा आती है, विश्वसनीय भंडारण होना पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है। जोशी ने कहा, “आज हम जिस सुविधा केंद्र का उद्घाटन कर रहे हैं, वह बहुत महत्वपूर्ण है। वे हमारे विजन को वास्तविकता में बदलने के लिए महत्वपूर्ण हैं। यह बीईएसएस प्लांट वास्तव में एक अत्याधुनिक प्रतिष्ठान है। 5 गीगावाट प्रति घंटे की वार्षिक विनिर्माण क्षमता के साथ, यह देश में सबसे बड़ी और सबसे उन्नत बीईएसएस सुविधाओं में से एक है।”जोशी ने विश्वास व्यक्त किया कि इस तरह की प्रणालियां ग्रिड स्थिरता का समर्थन करेंगी और नवीकरणीय एकीकरण को सक्षम बनाएगीजोशी ने कहा, “इसकी पूरी तरह से स्वचालित सेल-टू-पैक असेंबली लाइन न्यूनतम मानवीय हस्तक्षेप लेकिन अधिकतम दक्षता और स्थिरता के साथ सटीकता-संचालित, उच्च-गुणवत्ता वाले उत्पादन की ओर बदलाव को दर्शाती है।” जोशी ने विश्वास व्यक्त किया कि इस तरह की प्रणालियां ग्रिड स्थिरता का समर्थन करेंगी, नवीकरणीय एकीकरण को सक्षम करेंगी, पीक डिमांड का प्रबंधन करेंगी और फ्रीक्वेंसी विनियमन को बनाए रखने में मदद करेंगी।भारत ऊर्जा भंडारण गठबंधन के अनुसार, देश के ऊर्जा भंडारण क्षेत्र में 2032 तक 4.79 लाख करोड़ रुपए का निवेश आने की संभावना हैउन्होंने कहा कि भारत ऊर्जा भंडारण गठबंधन के अनुसार, देश के ऊर्जा भंडारण क्षेत्र में 2032 तक 4.79 लाख करोड़ रुपए का निवेश आने की संभावना है। सीईए का अनुमान है कि 2032 तक ऊर्जा भंडारण प्रणालियों की 411.4 गीगावाट (पीएसपी से 175.18 गीगावाट और बीईएसएस से 236.22 गीगावाट) की परियोजना की आवश्यकता होगी।मोदी सरकार 30 गीगावॉट बैटरी स्टोरेज सिस्टम की स्थापना में सहायता करने के लिए व्यवहार्यता अंतर निधि के रूप में अतिरिक्त 5,400 करोड़ रुपए देने की योजना बना रही हैउन्होंने कहा, “मेरा दृढ़ विश्वास है कि इस सुविधा केंद्र के माध्यम से पेस डिजिटेक केवल बैटरी ही नहीं बनाएगा, बल्कि यह भारत के ऊर्जा भविष्य का निर्माण करेगा। यह उच्च-स्तर वाले रोजगार का सृजन करेगा, नवोन्मेषण को बढ़ावा देगा और मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत के विजन के अनुरूप हमारे घरेलू विनिर्माण इको-सिस्टम को सुदृढ़ बनाएगा।” बैटरी स्टोरेज सिस्टम स्थापित करने की दिशा में मोदी सरकार के प्रयासों का उल्लेख करते हुए, जोशी ने कहा, “मोदी सरकार 30 गीगावॉट बैटरी स्टोरेज सिस्टम की स्थापना में सहायता करने के लिए व्यवहार्यता अंतर निधि के रूप में अतिरिक्त 5,400 करोड़ रुपए देने की योजना बना रही है। यह मौजूदा वीजीएफ योजना के तहत पहले से दिए जा रहे 3,700 करोड़ रुपए से अलग है, जिसके माध्यम से 13.2 गीगावॉट बीईएसएस परियोजनाओं को पहले से ही क्रियान्वित किया जा रहा है।”हमारी अक्षय ऊर्जा क्षमता तेजी से बढ़ रही है, हम हर साल 25-30 गीगावॉट जोड़ रहे हैंउन्होंने कहा, “जहां भारत बैटरी स्टोरेज के लिए वीजीएफ योजना शुरू कर रहा है और स्टोरेज बाजार को बढ़ाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के हितधारकों के साथ काम कर रहा है, इस तरह का विश्व स्तरीय विनिर्माण होना बहुत महत्वपूर्ण होगा। यह बढ़ती मांग को पूरा करने, आयात को कम करने और हमारे पावर ग्रिड को अधिक कुशल बनाने में मदद करेगा।” हमारी अक्षय ऊर्जा क्षमता तेजी से बढ़ रही है: हम हर साल 25-30 गीगावॉट जोड़ रहे हैं। लेकिन भंडारण के बिना, हम या तो उस ऊर्जा को नष्ट कर देंगे या अक्षय ऊर्जा कम होने पर कोयले पर निर्भर हो जाएंगे। बीईएसएस के जरिए हम अपने ग्रिड को मज़बूत, स्थिर और स्मार्ट बनाते हैं।भारत बैटरी और इनवर्टर से लेकर सॉफ्टवेयर और कंट्रोल सिस्टम तक बीईएसएस के लिए वैश्विक विनिर्माण केंद्र बन सकता हैउन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि भारत बैटरी और इनवर्टर से लेकर सॉफ्टवेयर और कंट्रोल सिस्टम तक बीईएसएस के लिए वैश्विक विनिर्माण केंद्र बन सकता है। 2022 और 2032 के बीच, भारत की योजना 47 गीगावाट से अधिक बैटरी भंडारण क्षमता जोड़ने की है, जिसमें कुल निवेश लगभग 3.5 लाख करोड़ रुपए होगा।” सरकार द्वारा मजबूत नीतिगत समर्थन, साथ ही निजी क्षेत्र के निवेश से प्रदर्शित होता है कि भारत अक्षय भविष्य के बारे में गंभीर है। साथ ही, हम उस भविष्य को स्थिर और भरोसेमंद बनाने के लिए आवश्यक भंडारण प्रणालियों का निर्माण कर रहे हैं। -
नयी दिल्ली. भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने रोगजनकों विषाणुओं के प्रकोप से निपटने की क्षमताओं को बढ़ाने और विशेष रूप से दूरदराज व दुर्गम क्षेत्रों में सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा को मजबूत बनाने के लिए दो और बीएसएल-3 (एमबीएसएल-3) चल प्रयोगशालाओं की खरीद की प्रक्रिया शुरू की है। ‘रामबाण' नामक दो ऐसी प्रयोगशालाएं फिलहाल आईसीएमआर के दो संस्थानों, पुणे में राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान और उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में आरएमआरसी में संचालित हैं। ‘रामबाण' अपनी तरह की पहली ‘रैपिड एक्शन मोबाइल' बीएसएल-3 प्रयोगशाला है और पूरी तरह से स्वदेशी है। इसे स्वास्थ्य संस्थानों के बाहर भी तैनात किया जा सकता है। इसे जोखिम वाले ज्ञात व अज्ञात उच्च रोगजनकों के प्रकोप के दौरान बढ़ी हुई जरूरतों को पूरा करने के लिए तैयार किया गया है। आईसीएमआर ने कहा कि ये प्रयोगशालाएं प्रधानमंत्री-आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के संरक्षण में क्लेनजाइड्स कंटैमिनेशन कंट्रोल्स प्राइवेट लिमिटेड, मुंबई के साथ साझेदारी के तहत विकसित की गई हैं। संस्थान ने कि एमबीएसएल-3 को पहली बार सितंबर 2023 में केरल के कोझिकोड में निपाह वायरस (एनआईवी) प्रकोप के दौरान और फिर जुलाई 2024 में राज्य के मलप्पुरम जिले में सफलतापूर्वक तैनात व संचालित किया था।
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नयी दिल्ली. दूरसंचार विभाग ने मोबाइल फोन नंबरों के जरिये की जाने वाली धोखाधड़ी को रोकने के लिए साइबर सुरक्षा नियमों में बदलाव का प्रस्ताव रखा है। विभाग की तरफ से 24 जून को प्रकाशित मसौदा साइबर सुरक्षा नियमों में फोन नंबर सत्यापन के लिए एक नया मंच बनाने की बात कही गई है। इसमें वे संस्थाएं भी शामिल होंगी जो ग्राहकों की पहचान के लिए फोन नंबर का इस्तेमाल करती हैं। इनमें बैंक भी शामिल हैं जो यूपीआई लेनदेन के लिए फोन नंबर का उपयोग करते हैं। नई व्यवस्था में 'एमएनवी मंच' शामिल किया जाएगा जिसके जरिये अधिकृत संस्थाएं और लाइसेंसधारक फोन नंबर का सत्यापन कर सकेंगे। इससे यह जांचा जा सकेगा कि किसी उद्यम या उपयोगकर्ताओं का मोबाइल नंबर किसी अधिकृत संस्था या लाइसेंसधारी के डेटाबेस में मौजूद है या नहीं। नए साइबर सुरक्षा नियमों में उन इकाइयों के लिए भी प्रावधान किए गए हैं जो ग्राहकों या उनके लेनदेन की पहचान के लिए फोन नंबर का उपयोग करती हैं। नए नियम में केंद्र या राज्य सरकारों की तरफ से अधिकृत इकाई द्वारा संचालित दूरसंचार डेटाबेस में मोबाइल नंबर की स्थिति के सत्यापन के लिए प्रति अनुरोध 1.5 रुपये का शुल्क सुझाया गया है। नए संशोधनों के लागू होने के बाद किसी अन्य इकाई को मोबाइल नंबर सत्यापन के लिए प्रति अनुरोध तीन रुपये का भुगतान करना होगा। दूरसंचार विभाग ने मसौदा नियमों के प्रकाशन के 30 दिनों के भीतर मसौदे पर इच्छुक पक्षों से टिप्पणियां मांगी हैं।
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कोलकाता. वैंकूवर-कोलकाता-दिल्ली हवाई मार्ग पर उड़ान भरने वाला एअर इंडिया का एक विमान बृहस्पतिवार को रवाना होने के कुछ ही समय बाद एक यात्री के बीमार हो जाने के कारण कोलकाता वापस लौट आया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। विमान में 162 यात्री और चालक दल के सदस्य थे। वैंकूवर से उड़ान भरने वाला एआई 186 विमान अपने निर्धारित ‘तकनीकी ठहराव' के लिए कोलकाता में उतरा था और बाद में दिल्ली के लिए रवाना हुआ। पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र के बंद होने सहित विभिन्न भू-राजनीतिक घटनाओं के कारण एअर इंडिया को अपनी कुछ अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का मार्ग बदलना पड़ा है। एअर इंडिया के एक अधिकारी ने बताया कि 25 मिनट से अधिक समय तक उड़ान भरने के बाद विमान को वापस लौटना पड़ा और एहतियातन उतरना पड़ा, क्योंकि एक यात्री बीमार हो गया था। विमानन कंपनी के प्रवक्ता के अनुसार, यात्री की तबीयत ठीक नहीं थी, इसलिए विमान वापस आ गया ताकि यात्री को चिकित्सा सहायता प्रदान की जा सके। उन्होंने कहा कि बीमार यात्री को उतारने के बाद विमान रात 8.30 बजे दिल्ली के लिए रवाना हो गया।
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जबलपुर. मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय ने बलात्कार के एक मामले में अनदेखी कर नोटिस की तामील न करने के लिए सतना जिले के एक पुलिस अधिकारी को दो महीने के भीतर कम से कम 1,000 फलदार पौधे लगाने का निर्देश दिया है। न्यायमूर्ति विवेक अग्रवाल और न्यायमूर्ति एके सिंह की खंडपीठ ने मंगलवार को सतना के शहर कोतवाली पुलिस थाने के प्रभारी रवींद्र द्विवेदी को यह निर्देश दिया। न्यायालय ने बलात्कार पीड़िता को अदालत का नोटिस देने में देरी के लिए अधिकारी को सतना जिले के चित्रकूट में एक जुलाई से 31 अगस्त के बीच कम से कम 1,000 पौधे लगाने का आदेश दिया। इसमें कहा गया है कि थाना प्रभारी इस पर होने वाले का खर्च का खुद वहन करेंगे।
पीठ ने कहा कि थाना प्रभारी द्विवेदी ने समय पर पीड़िता के मामले में नोटिस की तामील नहीं करने के लिए अदालत के समक्ष माफी मांगी है। आदेश में कहा गया है, ‘‘उन्होंने (पुलिस अधिकारी) न केवल पुलिस महानिरीक्षक द्वारा लगाए गए 5,000 रुपये की लागत का भुगतान करने का वादा किया है, बल्कि एक जुलाई से 31 अगस्त 2025 के बीच कम से कम 1,000 पेड़ लगाने का भी वादा किया है।'' आदेश में कहा गया है, ‘‘आम, जामुन, महुआ, अमरूद आदि फलदार पेड़ लगाए जाएं और उनकी तस्वीरों को जीपीएस लोकेशन के साथ अनुपालन रिपोर्ट के समर्थन में रजिस्ट्री (उच्च न्यायालय) को भेजा जाए।'' नाबालिग लड़की से बलात्कार मामले में उम्रकैद की सजा सुनाने के विशेष अदालत के आदेश को चुनौती देने वाले एक दोषी की आपराधिक अपील पर सुनवाई के दौरान अदालत ने ये निर्देश दिए। -
पटना. निर्वाचन आयोग की एक टीम ने बृहस्पतिवार को बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण की तैयारियों की समीक्षा की। निर्वाचन आयोग टीम का नेतृत्व वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त मनीष गर्ग कर रहे हैं।
बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, ‘‘वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त की अध्यक्षता में निर्वाचन आयोग की टीम ने बृहस्पतिवार को अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक को संबोधित करते हुए गर्ग ने कहा कि आगामी विधानसभा आम चुनाव 2025 के मद्देनजर बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण प्रक्रिया की जानी है। बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों को विशेष प्रस्तुति के माध्यम से निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के बारे में बताया गया। विशेष गहन पुनरीक्षण को समय-सीमा के भीतर पूरा करने के लिए प्रक्रिया से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। -
नयी दिल्ली. भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा ने कहा कि अंतरिक्ष यात्रा इंसान की सोच को बदल देती है और उसे दुनिया को इस नजरिए से देखने पर मजबूर करती है कि यह ग्रह सबका है, किसी एक का नहीं। शर्मा ने अपने विचार एक रिकॉर्ड किए गए पॉडकास्ट में साझा किए, जिसे रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को जारी किया जब 41 साल बाद फिर से एक भारतीय अंतरिक्ष यात्री ने अंतरिक्ष की ओर कदम बढ़ाए। बुधवार को भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला और तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री एक ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशन पर रवाना हुए हैं। शर्मा ने 1984 में तत्कालीन सोवियत संघ के सैल्यूट-7 अंतरिक्ष स्टेशन की कक्षा में आठ दिन बिताए थे।
शुक्ला ने एक्सिओम स्पेस के वाणिज्यिक मिशन के तहत अमेरिका, पोलैंड और हंगरी के तीन अन्य यात्रियों के साथ अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन रवाना होकर इतिहास रच दिया। बुधवार रात जारी पॉडकास्ट में शर्मा ने कहा कि अपने चयन के समय वह भारतीय वायु सेना में एक परीक्षण पायलट थे। बाद में वह भारतीय वायुसेना से विंग कमांडर के पद से सेवानिवृत्त हुए।शर्मा ने कहा, "उस समय मैं जवान था, फिट था और योग्य भी था, इसलिए मेरा चयन हो गया। इसके बाद हम मॉस्को के पास स्टार सिटी गए, जहां हमें प्रशिक्षण मिला।" उन्होंने कहा, "यह प्रशिक्षण 18 महीने तक चला, जो अंत में 1984 के भारत-सोवियत संयुक्त अंतरिक्ष मिशन में बदल गया। यह आठ दिनों का मिशन था, जिसमें हमने कई वैज्ञानिक प्रयोग किए।" शर्मा ने याद किया कि पूरा प्रशिक्षण, तथा कक्षा में रहने के दौरान चालक दल के सदस्यों और मिशन नियंत्रण के बीच संचार रूसी भाषा में हुआ था। उन्होंने कहा, "प्रशिक्षण शुरू करने से पहले हमें भाषा सीखनी थी और समय की कमी के कारण यह आसान नहीं था। इसलिए, हमें भाषा सीखने में लगभग दो महीने लगे।" भारत-सोवियत अंतरिक्ष मिशन एक ऐसे दौर में हुआ था जब बहुत कम लोगों के पास टेलीविजन हुआ करता था, वहीं एक्सिओम-4 मिशन की उड़ान को दुनिया भर के लोगों ने टीवी स्क्रीन और मोबाइल फोन पर लाइव देखा। कई विलंब के बाद, अरबपति कारोबारी एलोन मस्क के स्पेसएक्स के फाल्कन-9 रॉकेट ने दोपहर 12 बजकर एक मिनट पर एक्सिओम मिशन के अंतरिक्ष यात्रियों के लेकर फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से आईएसएस के लिए उड़ान भरी। पॉडकास्ट में जब शर्मा से पूछा गया कि अंतरिक्ष से दुनिया और भारत को देखकर उन्हें कैसा महसूस हुआ, तो उन्होंने कहा, "ओह डियर! बहुत सुंदर।" उन्होंने कहा, "हमारे देश में हमें सब कुछ मिला है, हमें लंबी तटरेखा मिली है, हमें घाटों का क्षेत्र मिला है, हमें मैदान मिले हैं, हमें उष्णकटिबंधीय वन मिले हैं, हमें पहाड़ मिले हैं, हिमालय मिला है। यह एक खूबसूरत नजारा है, अलग-अलग रंग, अलग-अलग बनावट।" शर्मा ने कहा कि अंतरिक्ष में दिन और रात बहुत ही असामान्य होते हैं, क्योंकि सूर्योदय और सूर्यास्त केवल 45 मिनट के अंतराल पर होते हैं। उन्होंने कहा कि जबकि अंतरिक्ष यात्रा की तकनीक बदल गई है, लेकिन इंसान ज्यादा नहीं बदले हैं।शर्मा ने कहा, "अंतरिक्ष में जाने से सोच बदल जाती है। इंसान दुनिया को एक अलग तरीके से देखने लगते हैं। उन्हें समझ आता है कि ब्रह्मांड कितना बड़ा है।" भारतीय वायुसेना ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि शुक्ला एक ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशन पर रवाना हुए हैं, जो राष्ट्र के गौरव को पृथ्वी से परे ले जाएंगे। वायुसेना ने कहा, "पृथ्वी से बाहर तिरंगा लहराने वाले स्क्वाड्रन लीडर राकेश शर्मा के मिशन के 41 साल बाद यह भारत के लिए अद्भुत क्षण आया है। यह एक मिशन से कहीं बढ़कर है - यह भारत की निरंतर बढ़ती क्षमताओं की पुष्टि करता है।" भारतीय अंतरिक्ष यात्रा के भविष्य के बारे में पूछे जाने पर शर्मा ने कहा, "हम पृथ्वी ग्रह से और भी आगे जाएंगे।" उन्होंने रेखांकित किया, "हमारे पास जो कुछ है, हमें उसे संरक्षित करने की आवश्यकता है,हमें आपसी झगड़े खत्म करने होंगे और हथियारों को भूल जाना होगा... यह ग्रह सभी का है, यह किसी एक के लिए संरक्षित नहीं है।" शर्मा ने कहा कि अंतरिक्ष अन्वेषण "आगे बढ़ता रहेगा।"उन्होंने कहा, "मुझे उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में भारत एक आधुनिक नेता होगा और अपने (अंतरिक्ष) मिशन में सफल होगा। मुझे पूरा विश्वास है कि हम सफल होंगे।" शर्मा ने बताया कि मिशन से लौटने के बाद वह भारतीय वायु सेना में वापस चले गए।उन्होंने कहा, "कुछ वर्षों के बाद, मैं मुख्य परीक्षण पायलट के रूप में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड चला गया।" उन्होंने हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) 'तेजस' के विकास के साथ अपने जुड़ाव को याद किया। -
देहरादून. देहरादून जिले में चकराता मार्ग पर डाकपत्थर के समीप बृहस्पतिवार को एक कार के गहरी खाई में गिरने से उसमें सवार तीन व्यक्तियों की मृत्यु हो गयी तथा एक अन्य घायल हो गया । पुलिस ने यहां बताया कि हादसा जजरेड़ में हुआ जहां वाहन अनियंत्रित होकर 400 मीटर गहरी खाई में गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया । दुर्घटना की सूचना मिलने पर पुलिस तथा राज्य आपदा प्रतिवादन बल की टीमें मौके पर पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया । तीन व्यक्तियों की मौके पर ही मृत्यु हो गयी जबकि एक अन्य को घायल अवस्था में खाई से बाहर निकाला गया । हादसे का शिकार हुए सभी व्यक्ति स्थानीय हैं ।
घायल व्यक्ति की पहचान चकराता तहसील के रहने वाले 22 वर्षीय मयंक चौहान के रूप में हुई है । मृतकों में चकराता के कोटी कनासर गांव के मुकेश राणा (21), सहसपुर निवासी प्रियांशु चौहान (22) और भाऊवाला के दीपक सती (25) शामिल हैं । -
हैदराबाद. हैदराबाद के बाहरी इलाके में बृहस्पतिवार सुबह एक महिला ने रेल की पटरियों पर कार चलाई, जिससे ट्रेन सेवाएं बाधित हुईं। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि महिला ने यहां शंकरपल्ली में करीब आठ किलोमीटर तक कार चलाई।
पुलिस के अनुसार महिला मानसिक रूप से परेशान लग रही थी और उसने कार रोकने पर पुलिसकर्मियों से झगड़ा करने की कोशिश की। एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने उसे काबू करके मेडिकल जांच के लिए भेज दिया।उन्होंने कहा कि महिला एक सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करती है।अधिकारी ने कहा कि रेलवे पुलिस घटना के संबंध में मामला दर्ज करेगी।रेलवे सूत्रों ने प्रारंभिक जानकारी का हवाला देते हुए कहा कि दो मालगाड़ियां और दो यात्री ट्रेन लगभग 20 मिनट तक बाधित रहीं। - बारिश का मौसम शुरू होते ही देशभर में मौजूद ज्यादातर नेशनल पार्क बंद हो जाते हैं। इसका कारण है जानवरों के साथ ही टूरिस्ट की सेफ्टी। दरअसल, बारिश होते ही नेशनल पार्क के जंगल हरियाली और तरह-तरह के पेड़-पौधे और कीड़े-मकोड़ों से भर जाते हैं। वहीं ये टाइम नेचर का होता है जब वो पूरी तरह से खुद की हील करता है। पेड़-पौधों के साथ ही पशु-पक्षी अपनी जनसंख्या बढ़ाने में लगे होते हैं। ऐसे वक्त में इंसानों का दखल उनके नेचुरल एन्वायरमेंट को बिगाड़ देता है। इसलिए काफी सारे नेशनल पार्क को मानसून के वक्त बंद कर दिया जाता है। वहीं बारिश की वजह से कीचड़, फिसलन और जंगल में जहरीले कीड़े-मकोड़ों के घूमने की वजह से भी टूरिस्ट की एंट्री रोक दी जाती है। हालांकि ऐसा नहीं है कि सारे नेशनल पार्क मानसून में बंद होते हैं। कुछ नेशनल पार्क को टूरिस्ट के लिए बारिश के मौसम में भी खोला जाता है। जहां पर नेचर लवर प्रकृति की खूबसूरती को करीब से निहार सकते हैं।बांधवगढ़ नेशनल पार्क, मध्य प्रदेशबांधवगढ़ नेशनल पार्क का काफी सारा एरिया जिधर जंगली जानवर ब्रीडिंग कर रहे होते हैं और घने जंगल होते है। उन जगहों को बंद रखा जाता है। लेकिन कुछ खास बफर जोन मानसून में भी टूरिस्ट के एक्सेस में होता है। जहां पर वो बारीश, हरियाली और जानवरों को जंगल के माहौल में देख सकते हैं।रणथंभौर नेशनल पार्क, राजस्थानराजस्थान का फेमस नेशनल पार्क रणथंभौर भी नेचर लवर को अट्रैक्ट करता है। मानसून में यहां का कुछ हिस्सा टूरिस्ट के लिए खोला जाता है। जोन 7,8,9 और 10 जोन हर मौसम में खुले रहते हैं और टाइगर स्पॉट भी खुले रहते हैं। जहां इन जंगली जानवरों को खुले में घूमते देखा जा सकता है।जिम कार्बेट नेशनल पार्कजिम कार्बेट नेशनल पार्क का ज्यादातर एरिया बारिश में बंद रहता है। लेकिन फिर भी टूरिस्ट जंगल के कुछ हिस्सों झिरना जोन और सीताबनी बफर जोन में सफारी का लुत्फ उठा सकते हैं।पेरियार नेशनल पार्क, केरलमानसून के मौसम में अगर केरल घूमने का प्लान बना रखे हैं तो पेरियार नेशनल पार्क को लिस्ट में जरूर शामिल कर लें। यहां बारिश में हाथी और बंदरों के झुंड आराम से देख सकते हैं। मानसूम में ये नेशनल पार्क खुला रहता है और यहां पर नेचर की सुंदरता को करीब से देखा जा सकता है।हालांकि काफी सारे नेशनल पार्क जहां बारिश में बंद कर दिए जाते हैं तो वहीं कई सारे नेशनल पार्क मानसून में खुले भी रहते हैं। जहां पर आप बारिश के मौसम में जंगली-जानवरों को देखने का लुत्फ उठा सकते हैं।
- हैदराबाद. हैदराबाद के बाहरी इलाके में बृहस्पतिवार सुबह एक महिला ने रेल की पटरियों पर कार चलाई, जिससे ट्रेन सेवाएं बाधित हुईं। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि महिला ने यहां शंकरपल्ली में करीब आठ किलोमीटर तक कार चलाई।पुलिस के अनुसार महिला मानसिक रूप से परेशान लग रही थी और उसने कार रोकने पर पुलिसकर्मियों से झगड़ा करने की कोशिश की। एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने उसे काबू करके मेडिकल जांच के लिए भेज दिया। उन्होंने कहा कि महिला एक सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करती है। अधिकारी ने कहा कि रेलवे पुलिस घटना के संबंध में मामला दर्ज करेगी। रेलवे सूत्रों ने प्रारंभिक जानकारी का हवाला देते हुए कहा कि दो मालगाड़ियां और दो यात्री ट्रेन लगभग 20 मिनट तक बाधित रहीं।
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फाइल फोटो
भुवनेश्वर. बीजू जनता दल प्रमुख नवीन पटनायक की 22 जून को रीढ़ की हड्डी की सर्जरी के बाद हालत में सुधार है और उन्हें कुछ दिनों में मुंबई के अस्पताल से छुट्टी मिलने की उम्मीद है। डॉ. रमाकांत पांडा ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। प्रसिद्ध हृदय शल्य चिकित्सक और मुंबई में एशियाई हृदय संस्थान के अध्यक्ष डॉ. पांडा को सर्जरी से पहले पटनायक का चिकित्सक नियुक्त किया गया था। पांडा ने ‘ बताया, ‘‘पटनायक की हालत में सुधार है और उन्हें रविवार या सोमवार को छुट्टी मिलने की उम्मीद है।'' उन्होंने कहा कि 22 जून को मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में पूर्व मुख्यमंत्री की ग्रीवा रीढ़ की सर्जरी कोयंबटूर के गंगा अस्पताल के डॉ. एस राजशेखरन ने की थी। उन्होंने कहा कि पटनायक की शल्य चिकित्सा करीब चार घंटे तक चली और वह इससे उबर रहे हैं।पांडा ने कहा, ‘‘अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उन्हें ठीक होने के लिए नियमित फिजियोथेरेपी करानी होगी।'' इस बीच, बुधवार को बीजद के वरिष्ठ नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने आईसीयू से निजी कमरे में स्थानांतरित किए जाने के बाद पटनायक से मुलाकात की। सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री के बड़े भाई प्रेम पटनायक ने एक वीडियो संदेश के माध्यम से बताया था कि बीजद प्रमुख की हालत में सुधार हो रहा है। पटनायक ने कहा, ‘‘रविवार को नवीन का ऑपरेशन हुआ था, और उनकी हालत में सुधार हो रहा है। वह खुद ही बाथरूम तक कुछ कदम चलने में सक्षम हैं। मैं उनके ठीक होने की प्रार्थना करने के लिए सभी का तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूं। भगवान जगन्नाथ के आशीर्वाद और आपकी शुभकामनाओं से वह जल्दी ठीक हो जाएंगे ।-- - देहरादून. देहरादून जिले में चकराता मार्ग पर डाकपत्थर के समीप बृहस्पतिवार को एक कार के गहरी खाई में गिरने से उसमें सवार तीन व्यक्तियों की मृत्यु हो गयी तथा एक अन्य घायल हो गया । पुलिस ने यहां बताया कि हादसा जजरेड़ में हुआ जहां वाहन अनियंत्रित होकर 400 मीटर गहरी खाई में गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया । दुर्घटना की सूचना मिलने पर पुलिस तथा राज्य आपदा प्रतिवादन बल की टीमें मौके पर पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया । तीन व्यक्तियों की मौके पर ही मृत्यु हो गयी जबकि एक अन्य को घायल अवस्था में खाई से बाहर निकाला गया ।हादसे का शिकार हुए सभी व्यक्ति स्थानीय हैं । घायल व्यक्ति की पहचान चकराता तहसील के रहने वाले 22 वर्षीय मयंक चौहान के रूप में हुई है । मृतकों में चकराता के कोटी कनासर गांव के मुकेश राणा (21), सहसपुर निवासी प्रियांशु चौहान (22) और भाऊवाला के दीपक सती (25) शामिल हैं ।
- नयी दिल्ली. दूरसंचार विभाग (डीओटी) ने असम सर्किल में ग्राहक सत्यापन नियमों के उल्लंघन के लिए भारती एयरटेल को 6.48 लाख रुपये के जुर्माने का नोटिस भेजा है। भारती एयरटेल ने बृहस्पतिवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि वह इसके सुधार और नोटिस की वापसी के लिए उचित कार्रवाई करेगी। कंपनी को 25 जून को ‘दूरसंचार विभाग, असम एलएसए' से ‘ग्राहक सत्यापन मानदंडों के कथित उल्लंघन के लिए 6,48,000 रुपये का जुर्माना लगाने' का नोटिस मिला। एयरटेल ने कहा, “दूरसंचार विभाग ने मार्च, 2025 को समाप्त तिमाही के लिए एक नमूना सीएएफ (उपभोक्ता आवेदन पत्र) ऑडिट किया और लाइसेंस समझौते के तहत ग्राहक सत्यापन मानदंडों के संबंध में नियमों और शर्तों के उल्लंघन का आरोप लगाया है।” भारती एयरटेल ने कहा कि कंपनी पर अधिकतम वित्तीय प्रभाव लगाए गए जुर्माने की सीमा तक होगा। उसने कहा, “कंपनी नोटिस से सहमत नहीं है और इसमें सुधार/वापसी के लिए उचित कार्रवाई करेगी।
- नयी दिल्ली. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अगले सप्ताह वाशिंगटन डीसी में होने वाली ‘क्वाड' समूह की महत्वपूर्ण बैठक से पहले बृहस्पतिवार को अपनी ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष पेनी वोंग के साथ फोन पर बातचीत की। जयशंकर, वोंग, जापान के विदेश मंत्री ताकेशी इवाया और अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो नवंबर में भारत में होने वाले क्वाड शिखर सम्मेलन की तैयारियों के तहत व्यापक वार्ता करेंगे। जयशंकर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री वोंग के साथ आज सुबह अच्छी चर्चा हुई।'' उन्होंने कहा, ‘‘हमारे द्विपक्षीय सहयोग और हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर विचारों का आदान-प्रदान हुआ।''क्वाड में भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान शामिल हैं। यह एक प्रमुख समूह के रूप में उभरा है, जो मुख्य रूप से हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और स्थिरता पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। वाशिंगटन डीसी में क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक में समूह के वार्षिक शिखर सम्मेलन के एजेंडे पर व्यापक रूप से विचार-विमर्श होने की संभावना है। शिखर सम्मेलन में समुद्री क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए उठाये जाने वाले कदमों पर भी विचार-विमर्श होने की उम्मीद है। इसके अलावा, जयशंकर ने कतर के प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी से भी फोन पर बातचीत की। अल थानी कतर के विदेश मंत्री भी हैं।जयशंकर ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘कतर के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री अल थानी के साथ गर्मजोशी से बातचीत हुई। क्षेत्रीय स्थिति के उनके आकलन की सराहना की। हमारे द्विपक्षीय एजेंडे पर चर्चा हुई।''