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नई दिल्ली। अमेरिका के व्हाइट हाउस ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बहुत सम्मान करते हैं। उन्होंने बताया कि ट्रंप और मोदी के बीच अक्सर बातचीत होती रहती है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा कि ट्रंप भारत-अमेरिका संबंधों को लेकर बहुत सकारात्मक हैं और उन्हें दोनों देशों के बीच के रिश्तों पर गहरा विश्वास है। उन्होंने बताया कि ट्रंप और पीएम मोदी कई मुद्दों पर सीधी बातचीत करते हैं। उन्होंने कहा, “मुझे पता है कि राष्ट्रपति प्रधानमंत्री मोदी का बहुत सम्मान करते हैं और वे अक्सर बातचीत करते हैं।”
लेविट ने हाल ही में व्हाइट हाउस में मनाई गई दीपावली और सर्जियो गोर को अमेरिका के नए भारत राजदूत के रूप में नियुक्त किए जाने का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि यह सब ट्रंप के भारत के साथ मजबूत रिश्ते की इच्छा को दिखाता है, जो द्विपक्षीय संबंधों को लेकर “काफी सकारात्मक और दृढ़” हैं। पिछले महीने, राष्ट्रपति ट्रंप ने व्हाइट हाउस में खास दीपावली कार्यक्रम आयोजित किया था। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक महान व्यक्ति बताया और कहा कि उन्हें भारत के लोगों से बहुत प्रेम है।इस कार्यक्रम में भारत के राजदूत विनय क्वात्रा, सर्जियो गोर, एफबीआई निदेशक काश पटेल और राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गैबार्ड सहित कई भारतीय मूल के प्रमुख व्यवसायी भी शामिल थे। ट्रंप ने ओवल ऑफिस में दीप जलाया और इसे “अंधकार पर प्रकाश की जीत का प्रतीक” बताया। उन्होंने भारत के लोगों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं दी।लेविट ने यह भी बताया कि व्यापार से जुड़े मुद्दों पर भी ट्रंप सरकार और भारत के बीच गंभीर चर्चा जारी है। दोनों देशों की टीमें इस विषय पर लगातार बातचीत कर रही हैं। बता दें कि अमेरिका और भारत के बीच व्यापारिक संबंध हाल में उतार-चढ़ाव वाले रहे हैं, जिसमें ट्रंप द्वारा भारत पर ट्रेड टैरिफ लगाने से लेकर रूस से तेल खरीदने को लेकर दोनों देशों के विभिन्न नजरिए जैसी चीजें शामिल रही हैं। -
नई दिल्ली। राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने महिलाओं से जुड़े साइबर अपराधों को रोकने के लिए मौजूदा कानूनों में बदलाव की सिफारिश की है। यह सिफारिश विधि एवं न्याय मंत्रालय, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय और गृह मंत्रालय को भेजी गई है।
रिपोर्ट एक राष्ट्रीय परामर्श का नतीजा है। इसका मकसद भारत के साइबर कानूनों को महिलाओं के नजरिए से मजबूत बनाना है। परामर्श में पंजाब, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, असम, गुजरात, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ में आठ क्षेत्रीय बैठकें हुईं। इसके बाद नई दिल्ली के विज्ञान भवन और गुवाहाटी के राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय में दो राष्ट्रीय बैठकें आयोजित की गईं।एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष विजया राहतकर ने कहा कि डिजिटल दुनिया ने महिलाओं को सीखने, कारोबार करने और अपनी बात कहने के नए मौके दिए हैं। लेकिन, इससे खतरे भी बढ़े हैं। हमें सुनिश्चित करना होगा कि तकनीक महिलाओं को सशक्त बनाए, न कि शोषण का जरिया बने। इस रिपोर्ट से हम एक ऐसे साइबर वातावरण की कल्पना करते हैं, जहां कानून अपराधियों को सजा दें और महिलाओं की इज्जत बचाएं। जागरूकता से डर खत्म हो और हर महिला आत्मविश्वास से डिजिटल दुनिया में कदम रखे।अंतिम बैठक में विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल मौजूद थे। उन्होंने एनसीडब्ल्यू के प्रयासों की तारीफ की और महिलाओं की डिजिटल सुरक्षा के लिए सुधारों को आगे बढ़ाने का वादा किया। परामर्श में न्यायाधीश, वरिष्ठ वकील, तकनीकी विशेषज्ञ, पुलिस अधिकारी, शिक्षाविद और नागरिक समाज के सैकड़ों लोग शामिल हुए। उनकी सलाह से दो सौ से ज्यादा व्यावहारिक सिफारिशें तैयार हुईं। ये सिफारिशें कानूनी और संस्थागत कमियों को दूर कर महिलाओं पर लक्षित साइबर अपराधों से निपटने में मदद करेंगी।सिफारिशों में सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000 के तहत महिलाओं और बच्चों पर अपराधों के लिए धारा 66, 66सी, 66डी और 67 में सख्त सजा का प्रस्ताव है। निजी फोटो साझा करने की धमकी पर कार्रवाई और पीड़ितों के लिए मुआवजा फंड बनाना शामिल है। जिला स्तर पर मनोवैज्ञानिक और फोरेंसिक विशेषज्ञ नियुक्त करने की बात कही गई है।आईटी नियम 2021 में यूजर डेटा तीन सौ साठ दिन तक रखना और गोपनीयता मजबूत करना प्रस्तावित है। खाता सत्यापन अनिवार्य करना और एआई से बनी फर्जी तस्वीरों को नियमों में शामिल करना जरूरी बताया गया है। लिंग आधारित उत्पीड़न, प्लेटफॉर्म पारदर्शिता, एआई जांच, पीड़ित मदद और विदेशी कंटेंट नियंत्रण के नए नियम सुझाए गए हैं।डिजिटल व्यक्तिगत डेटा संरक्षण अधिनियम 2023 में संवेदनशील डेटा और लिंग आधारित नुकसान की परिभाषा दी जाए। सख्त सहमति और 24 घंटे में उल्लंघन रिपोर्ट करना अनिवार्य हो। 12 घंटे में गैर सहमति कंटेंट हटाना जरूरी बताया गया है। डेटा दुरुपयोग पर ग्रेडेड सजा और गुमनाम शिकायत का विकल्प रखा जाए। पीओएसएच अधिनियम 2013 में डिजिटल उत्पीड़न और वर्क फ्रॉम होम को कवर करना शामिल है।आंतरिक समितियों के लिए डिजिटल सबूत नियम और तकनीकी मदद दी जाए। महिलाओं का अश्लील चित्रण अधिनियम 1986 में ऑनलाइन और ओटीटी कंटेंट शामिल हो। 48 घंटे में कार्रवाई और प्लेटफॉर्म की जवाबदेही सुनिश्चित की जाए। पीओसीएसओ अधिनियम 2012 में डिजिटल हेरफेर और ऑनलाइन ग्रूमिंग को अपराध माना जाए। सजा बढ़ाई जाए और बच्चे की गुमनामी सुरक्षित रहे। रिपोर्ट न करने पर सोशल मीडिया को सजा का प्रावधान हो।भारतीय न्याय संहिता 2023 में शिकायतकर्ता की पहचान छिपाई जाए। साइबरबुलिंग, ट्रोलिंग, डीपफेक और गोपनीयता उल्लंघन शामिल हों। प्लेटफॉर्म को छत्तीस घंटे में हानिकारक कंटेंट हटाना पड़े। भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 में मेटाडेटा को सबूत माना जाए और तेज फोरेंसिक जांच हो। भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 में पीड़ित बयान जल्द रिकॉर्ड हों और डिजिटल सबूत प्रबंधन बेहतर हो।रिपोर्ट डिजिटल अधिकार, गोपनीयता, प्लेटफॉर्म जवाबदेही, फोरेंसिक क्षमता और जागरूकता पर जोर देती है। यह 2024-25 कानून समीक्षा के लिए सबसे बड़ी समीक्षा है। -
नैनीताल. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को प्रसिद्ध नैना देवी मंदिर और कैंची धाम में दर्शन किए। उत्तराखंड के तीन दिवसीय दौरे के आखिरी दिन मुर्मू ने दिन की शुरूआत नैनीताल शहर में स्थित शक्तिपीठ मां नैना देवी मंदिर में पूजा अर्चना के साथ की जहां उन्होंने देश की खुशहाली, शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थना की। मंदिर पहुंचने पर मंदिर समिति के सदस्यों ने राष्ट्रपति का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। इस दौरान राज्य के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) भी मौजूद रहे। नैना देवी मंदिर से राष्ट्रपति बाबा नीम करोरी आश्रम कैंची धाम के लिए रवाना हुईं। कैंची धाम में भी उन्होंने देश की सुख एवं समृद्धि की कामना की। कैंचीधाम मंदिर समिति के सदस्यों ने राष्ट्रपति का गुलदस्ता देकर स्वागत और अभिनंदन किया। इस मौके पर राज्यपाल और राज्य के कैबिनेट मंत्री धनसिंह रावत भी उपस्थित रहे।
राष्ट्रपति मुर्मू के नैना देवी और कैंची धाम में दर्शन के दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी और नैनीताल-अल्मोड़ा मार्ग पर यात्रियों एवं वाहनों को अनेक स्थानों पर रोका गया था। -
नयी दिल्ली. मंगलवार को घोषित क्यूएस यूनिवर्सिटी रैंकिंग के अनुसार एशिया के शीर्ष शिक्षण 100 संस्थानों में पांच भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी), बेंगलुरु और दिल्ली विश्वविद्यालय शामिल हैं। आईआईटी-दिल्ली, आईआईटी-मद्रास, आईआईटी-मुंबई, आईआईटी-कानपुर और आईआईटी-खड़गपुर शीर्ष 100 एशियाई संस्थानों की सूची में शामिल हैं। लंदन स्थित ‘क्यूएस' ने एक बयान में कहा, ‘‘क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी एशिया रैंकिंग में सात भारतीय संस्थान शीर्ष 100 में, 20 शीर्ष 200 में और 66 शीर्ष 500 में हैं।'' उसने कहा कि पिछले साल की रैंकिंग की तुलना में 36 भारतीय संस्थानों में सुधार हुआ है, 16 समान रहे और 105 में गिरावट आई है। क्यूएस ने कहा, ‘‘रैंकिंग का विस्तार इस वर्ष के परिणामों में देखी गई अधिक अस्थिरता से जुड़ा है।'' इसमें कहा गया है, ‘‘कुल मिलाकर, 41 भारतीय संस्थान विश्वविद्यालयों के शीर्ष 80 पर्सेंटाइल में शामिल हैं। पीएचडी कर्मियों के मामले में एशिया में भारत सर्वश्रेष्ठ स्थान पर है।'' आईआईटी-दिल्ली इस वर्ष 59वें स्थान पर था। उसे लगातार पांचवें वर्ष सर्वश्रेष्ठ भारतीय संस्थान घोषित किया गया।
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नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि बिहार की जनता ने यह सुनिश्चित करने का मन बना लिया है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) आगामी विधानसभा चुनावों में पिछले 20 वर्षों के अपने जीत के रिकॉर्ड को तोड़े और राज्य में ‘जंगल राज' की वापसी न हो। मोदी ने कहा कि बिहार में ‘जंगल राज' लाने वाले लोगों को आगामी चुनावों में अब तक की सबसे बुरी हार का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि दोनों “राजकुमार” पूरे राज्य में घूम रहे हैं और दिल्ली वाले ने तो ‘छठी मैया' का अपमान भी किया है। प्रधानमंत्री ने महिलाओं से आग्रह किया कि वे बड़े पैमाने पर मतदान करें, ताकि राजग की बड़ी जीत सुनिश्चित हो सके और ‘छठी मैया' का अपमान करने वालों तथा बिहार में ‘जंगल राज' लाने वालों की जमानत जब्त हो सके। मोदी ने ‘नमो ऐप' के जरिये बिहार में भाजपा-राजग की महिला कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, “बिहार भाजपा की महिला कार्यकर्ता ‘मेरा बूथ, सबसे मजबूत' के संकल्प के साथ शानदार काम कर रही हैं।” बिहार में विधानसभा चुनाव पहले चरण के लिए प्रचार मंगलवार को समाप्त हो गया।
मोदी ने कहा कि वह बिहार में जनसभाओं को संबोधित कर रहे हैं और हर रैली में भीड़ के मामले में पिछली रैली का रिकार्ड टूट रहा है तथा महिलाएं इनमें बड़ी संख्या में शामिल हो रही हैं। उन्होंने कहा, “मैं चुनावों पर करीबी नजर रख रहा हूं और यह स्पष्ट है कि राजग जीत रहा है और वह भारी अंतर से जीत हासिल करने जा रहा है। इसलिए मुझे जीत पर कोई संदेह नहीं है, लेकिन (मैं चाहता हूं कि) अधिक से अधिक मतदान होना चाहिए।” बिहार में राजग के प्रति जबरदस्त उत्साह होने का दावा करने वाली एक भाजपा कार्यकर्ता से बात करते हुए मोदी ने कहा कि उसके शब्द गरीबों, दलितों, महादलितों, पिछड़ों और अति पिछड़ों में व्याप्त भावना को प्रतिध्वनित करते हैं। उन्होंने कहा, “बिहार के लोगों ने राजग के पिछले 20 वर्षों के जीत के रिकॉर्ड को तोड़ने का मन बना लिया है, जबकि ‘जंगल राज लाने वाले लोगों' को राज्य में अपनी सबसे बुरी हार का सामना करना पड़ेगा।” मोदी बिहार में महागठबंधन पर हमला करने के लिए ‘जंगल राज' शब्द का इस्तेमाल करते आए हैं। ‘जंगल राज' शब्द का स्पष्ट संदर्भ उस समय से है, जब बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद और उनकी पत्नी राबड़ी देवी का शासन था। प्रधानमंत्री ने कहा कि राजग सरकार महिलाओं के जीवन को आसान बनाने और उनका सशक्तीकरण करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, “जब राज्य में सुशासन और कानून का राज स्थापित होता है, तो महिलाओं को आगे बढ़ने के अवसर मिलते हैं। यही कारण है कि बिहार की बेटियां अब स्वरोजगार के माध्यम से रोजगार प्रदाता बन रही हैं।” मोदी ने कहा कि ‘जंगल राज' के दौर में महिलाओं के लिए घर से बाहर निकलना मुश्किल था, लेकिन अब ऐसी स्थिति नहीं है। उन्होंने कहा, “अब महिलाएं अस्पतालों, रेलवे स्टेशन और अन्य जगहों पर रात के समय भी निडर होकर काम करती हैं।” प्रधानमंत्री ने कहा, “बिहार की महिलाएं ‘जंगल राज' के खिलाफ दीवार की तरह खड़ी हैं। उन्होंने उस अराजक दौर को कभी वापस न आने देने का संकल्प लिया है।” उन्होंने कहा, “यही कारण है कि ‘जंगल राज' के समर्थक बिहार की महिलाओं से तरह-तरह के झूठ बोलने में व्यस्त हैं।” बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए दो चरणों में छह और 11 नवंबर को मतदान होगा, जबकि मतों की गिनती 14 नवंबर को की जाएगी। विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया' ने बिहार चुनाव में राजद नेता और लालू के बेटे तेजस्वी यादव को अपना मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया है। - गुवाहाटी. जानेमाने बांसुरी वादक दीपक शर्मा का सोमवार को चेन्नई के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह लंबे समय से लीवर की बीमारी से पीड़ित थे। उनके परिवार ने यह जानकारी दी। वह 57 वर्ष के थे।दीपक शर्मा पिछले कुछ वर्षों से लीवर की गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे और पिछले महीने उन्नत उपचार के लिए चेन्नई गए थे। उनके निधन की सूचना मिलने के बाद असम के सांस्कृतिक जगत में गहरा शोक छा गया। शर्मा जानेमाने बांसुरी वादक पंडित हरिप्रसाद चौरसिया के शिष्य थे। उन्होंने भूपेन हजारिका और जुबिन गर्ग सहित असम के कुछ महान सांस्कृतिक हस्तियों के साथ काम किया था। शर्मा ने न केवल भारत में, बल्कि दुनिया भर में भी अपनी प्रस्तुतियां दीं। वह कई हिंदी और क्षेत्रीय फिल्मों से भी जुड़े रहे। असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने शर्मा के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया।उन्होंने कहा, "असम ने एक प्रतिष्ठित संगीतज्ञ खो दिया है, जिनका भारतीय शास्त्रीय संगीत में, विशेष रूप से वैश्विक मंचों पर बांसुरी को लोकप्रिय बनाने में योगदान, पीढ़ियों तक याद रखा जाएगा।" आचार्य ने कहा कि शर्मा की भावपूर्ण प्रस्तुतियों और संगीत कला के प्रति समर्पण ने राज्य और राष्ट्र की सांस्कृतिक विरासत पर एक अमिट छाप छोड़ी है। उन्होंने कहा, "उनका निधन संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है।" मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि उन्हें प्रख्यात बांसुरी वादक के असामयिक निधन के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बांसुरी वादक ने असमिया संगीत में बहुत योगदान दिया और बांसुरी को एक वाद्य यंत्र के रूप में लोकप्रिय बनाया। उन्होंने कहा, ‘‘शोक संतप्त परिवार और शुभचिंतकों के प्रति मेरी गहरी संवेदना। ओम शांति।''
- नयी दिल्ली. निर्वाचन आयोग (ईसी) ने सोमवार को कहा कि प्रवर्तन एजेंसियों ने चुनावी राज्य बिहार और अन्य प्रदेशों, जहां विधानसभा उपचुनाव होने हैं, से 100 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की नकदी, मादक पदार्थ, शराब और अन्य वस्तुएं जब्त की हैं। आयोग ने कहा कि तीन नवंबर तक विभिन्न राज्यों से 9.62 करोड़ रुपये नकद, 42.14 करोड़ रुपये कीमत की (9.6 लाख लीटर) शराब, 24.61 करोड़ रुपये के मादक पदार्थ, 5.8 करोड़ रुपये की कीमती धातुएं और 26 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की अन्य वस्तुएं शामिल हैं। आयोग के अनुसार इनकी कुल कीमत 108.19 करोड़ रुपये से अधिक है। बिहार में दो चरणों में छह और 11 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं।जम्मू-कश्मीर, ओडिशा, झारखंड, मिजोरम, पंजाब, तेलंगाना और राजस्थान में आठ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान 11 नवंबर को होगा। विधानसभा और उपचुनावों के लिए मतगणना 14 नवंबर को होगी। सी-विजिल' ऐप पर दर्ज शिकायतों पर 100 मिनट के भीतर कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए पूरे बिहार में 824 उड़नदस्ते तैनात किए गए हैं। निर्वाचन आयोग ने यह भी कहा कि उसने सभी प्रवर्तन अधिकारियों को चुनाव के दौरान नकदी, मादक पदार्थ, शराब और प्रलोभन संबंधी अन्य वस्तुओं की आवाजाही पर कड़ी निगरानी रखने और उसे रोकने का निर्देश दिया है।
- नयी दिल्ली. पहली बार विश्व कप जीतने वाली भारतीय महिला क्रिकेट टीम का अभिनंदन करते हुए खेलमंत्री मनसुख मांडविया ने सोमवार को कहा कि यह जीत भारत की नारी शक्ति का सम्मान है , उसकी जीत है । हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारतीय महिला टीम ने रविवार को नवी मुंबई में खेले गए फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 52 रन से हराकर लगभग पांच दशक के इंतजार को खत्म करते हुए पहली बार आईसीसी विश्व कप जीता । भारतीय हॉकी के सौ साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की घोषणा के लिये आयोजित कार्यक्रम से इतर मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम पर खेलमंत्री ने कहा ,‘‘भारतीय महिला क्रिकेट टीम का अभिनंदन है । हमारी महिला क्रिकेट टीम ने कल कमाल कर दिया और विश्व विजेता बनकर नारी शक्ति का परिचय दिया ।'' उन्होंने कहा,‘‘ उनकी यह जीत देश की नारी शक्ति का सम्मान है , उनकी विजय है ।''मांडविया ने दोहराया ,‘‘देश खेलों में आगे बढ रहा है । देश बदल रहा है और नये भारत का निर्माण हो रहा है जिसमे हमारा लक्ष्य 2036 तक दुनिया के दस शीर्ष और 2047 तक शीर्ष पांच खेल देशों में शामिल होना है ।'' सात नवंबर को भारतीय हॉकी के सौ साल पूरे हो रहे हैं और इस अवसर पर हॉकी इंडिया के साथ मिलकर सात नवंबर को ध्यानचंद स्टेडियम से जश्न की शुरूआत होगी । मांडविया ने कहा ,‘‘सौ साल में हॉकी ने देश को गौरव और सम्मान दिलाया है । इस अवसर पर पूरे देश में 550 से अधिक जिलों में 1400 से अधिक हॉकी मैचों का आयोजन किया जायेगा जिसमें 36000 से अधिक खिलाड़ी भाग लेंगे ताकि देश के युवा हॉकी को समझे और इसके इतिहास से परिचित हो ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ यह भारतीय हॉकी के सौ साल के सफर को याद करने और इससे प्रेरणा लेकर आगे बढने का संकल्प लेने का अवसर है ।अतीत के सारे महान खिलाड़ियों को याद करने और आने वाले दिनों में नयी ऊर्जा के साथ भारतीय हॉकी को और आगे ले जाना और देश में उसका इकोसिस्टम तैयार करने का संकल्प लेने का अवसर है ।'' इस मौके पर खेलमंत्री एकादश और हॉकी इंडिया एकादश के बीच ध्यानचंद स्टेडियम पर 30 मिनट के मैच का भी आयोजन किया जायेगा जिसमें शीर्ष महिला और पुरूष खिलाड़ी भी भाग लेंगे । इसके बाद पिछले सौ साल के सफर में आठ स्वर्ण समेत 13 ओलंपिक पदक जीतकर ओलंपिक में भारत को सबसे कामयाब देश बनाने वाले दिग्गज पूर्व खिलाड़ियों को भी सम्मानित किया जायेगा । भारत हॉकी के 1928 के एम्सटर्डम ओलंपिक से पेरिस ओलंपिक तक के सफर की दुर्लभ तस्वीरें भी स्टेडियम में एक नुमाइश में रखी जायेंगी । हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने कहा कि भारतीय हॉकी के सौ साल पूरे होने का सफर गर्व और जज्बात से भरा है । उन्होंने कहा ,‘‘ इस अवसर पर हम अतीत के धुरंधरों को सम्मानित करके भावी पीढी को प्रेरित करना चाहते हैं । भारतीय हॉकी ने हमेशा एकता, श्रेष्ठता और दृढता की मिसाल दी है और हमारा फोकस जमीनी स्तर पर खेल को मजबूत बनाकर फिर विश्व हॉकी का सिरमौर बनाने पर है ।'' हॉकी इंडिया के महासचिव भोलानाथ सिंह ने कहा ,‘‘ हॉकी इंडिया पिछले कुछ वर्षों में पारदर्शी, जवाबदेह और भविष्योन्मुखी संगठन बनकर उभरा है ।हमारा फोकस सिस्टम को मजबूत बनाने पर है और हम कोचिंग और बुनियादी ढांचे पर भी काफी निवेश कर रहे हैं
- नयी दिल्ली. राजनेता शशि थरूर ने शाहरुख खान के जन्मदिन पर उन्हें अनोखा शुभकामना संदेश दिया। उन्होंने कहा कि रविवार को अपना 60वां जन्मदिन मनाने वाले खान की उम्र बढ़ने की बजाए ‘बेंजामिन बटन' की तरह घट रही है और वह हर दिन जवान हो रहे हैं। थरूर ने 2008 में आई ब्रैड पिट अभिनीत फिल्म का जिक्र करते हुए कहा कि किसी भी तरह से शाहरुख 60 साल के नहीं दिखते। उन्होंने कहा कि बॉलीवुड में शाहरुख डेविड फिंचर निर्देशित ‘द क्यूरियस केस ऑफ बेंजामिन बटन' के नायक की तरह दिखते हैं। उन्होंने लिखा, ‘‘बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान को 60वें जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। मुझे यह 60 संख्या बहुत संदिग्ध लग रही है। थरूर ने लिखा, ‘‘ शाहरुख खान के 60 वर्ष के होने का दावा तथ्यात्मक रूप से मुझे सही नहीं लगता।''थरूर ने कहा कि जब शाहरुख 70 साल के हो जाएंगे, तब तक वह किशोर अवस्था की भूमिकाओं के लिए ऑडिशन दे रहे होंगे। उन्होंने मजाकिया लहजे में लिखा, ‘‘ उनकी उम्र लगातार घट रही है और जब वह बाल कलाकारों की भूमिका निभाएंगे, तब तक मैं संभवत: यहां नहीं रहूंगा।'' थरूर ने आगे लिखा,‘‘ इस अभूतपूर्व उपलब्धि के लिए शुभकामनाएं! शाहरुख, ऐसे ही आप भौतिकी और जीव विज्ञान को चकमा देते रहें और अपनी उम्र को लेकर हम सब को भुलावे में डाले रहें।''
- मुंबई. देश में कार्यालयों की भर्ती गतिविधियों में अक्टूबर में सालाना आधार पर नौ प्रतिशत की गिरावट आई। सोमवार को जारी नौकरी जॉबस्पीक सूचकांक रिपोर्ट के अनुसार दिवाली-दशहरा के त्योहारों के कारण नियुक्ति गतिविधियों में अस्थायी रूप से कमी आने के कारण ऐसा हुआ। नौकरी जॉबस्पीक एक मासिक सूचकांक है, जो भारतीय नौकरी बाजार और भर्ती गतिविधियों का प्रतिनिधित्व करता है। इसे नौकरी डॉट कॉम के ‘रिज्यूमे डेटाबेस' पर भर्ती करने वालों द्वारा नौकरी की सूचना देने और नौकरी से संबंधित खोजों के आधार पर तैयार किया जाता है।इसमें कहा गया कि त्योहारी सत्र के कारण व्यापक सुस्ती देखी गई, लेकिन लेखा तथा वित्त (15 प्रतिशत), शिक्षा (13 प्रतिशत) और बीपीओ/आईटीईएस (छह प्रतिशत) जैसे क्षेत्रों ने सकारात्मक वृद्धि दर्ज की। रिपोर्ट में कहा गया कि शिक्षा क्षेत्र की नियुक्तियों में वृद्धि नए और स्टार्टअप नियुक्तियों से प्रेरित थी। इसमें हैदराबाद (47 प्रतिशत), चेन्नई (34 प्रतिशत) और बेंगलुरु (31 प्रतिशत) का विशेष योगदान था। इसमें कहा गया कि एआई/एमएल (कृत्रिम मेधा और मशीन लर्निंग) भूमिकाओं में पेशेवरों की मांग में भी लगातार वृद्धि जारी रही। इसमें सालाना आधार पर 33 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि हुई। हालांकि, अग्रणी आईटी (15 प्रतिशत) और बैंकिंग (24 प्रतिशत) जैसे क्षेत्रों में भर्ती गतिविधियों में कमी आई। रिपोर्ट से यह भी पता चला कि इस महीने आईटी यूनिकॉर्न के भीतर नियुक्ति गतिविधियां स्थिर रही। नौकरी के मुख्य व्यवसाय अधिकारी पवन गोयल ने कहा, ''एक ही महीने में दिवाली और दशहरा जैसे प्रमुख त्योहारों के होने से अक्टूबर में भर्तियों में नरमी अपेक्षित थी। उत्साहजनक बात है कि शिक्षा और बीपीओ क्षेत्र अपनी वृद्धि गति को बनाए हुए हैं।''
- रामगढ़/गुमला. झारखंड के रामगढ़ और गुमला जिलों में हुई तीन अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में कम से कम चार लोगों की मौत हो गयी। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। पहली दुर्घटना रविवार देर रात रामगढ़ के भदानीनगर थाना क्षेत्र के बंगदा गांव के पास हुई। भदानीनगर थाने के प्रभारी अख्तर अली ने बताया, "मृतकों की पहचान आनंद मुंडा (29) और प्रदीप मुंडा (42) के रूप में हुई है, जो रामगढ़ के मुर्रामकला गांव के रहने वाले थे जबकि घायल बच्चे की पहचान मंगरा मुंडा के रूप में हुई है।"अली के अनुसार, यह दुर्घटना तब हुई जब वे रामगढ़ से भुरकुंडा जा रहे थे तभी एक वाहन से आगे निकलने की कोशिश के दौरान उनकी मोटरसाइकिल दूसरी 'लेन' पर चली गई। पुलिस ने बताया कि एक अन्य घटना में जिले के गोला-सिकिदिरी मार्ग पर एक व्यक्ति के पेट में ट्रैक्टर से निकली लोहे की छड़ घुस जाने से उसकी मौत हो गई। गुमला में बसिया थाना क्षेत्र में रविवार देर रात एक अज्ञात वाहन की चपेट में आने से एक मोटरसाइकिल सवार की मौत हो गई। बसिया थाना प्रभारी युधिष्ठिर कुमार प्रजापति ने बताया, "मृतक की पहचान 56 वर्षीय जय सिंह राम के रूप में हुई है जो खूंटी जिले के जरियागढ़ के रेग्रे गांव के निवासी थे।
- इंफाल. मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला और पूर्व मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने भारतीय महिला क्रिकेट टीम को पहला विश्व कप जीतने पर बधाई दी है। राजभवन ने राज्यपाल भल्ला की ओर से ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "भारत ने इतिहास रच दिया! पहली बार आईसीसी एकदिवसीय विश्व कप जीतने पर भारतीय महिला क्रिकेट टीम को हार्दिक बधाई। आपके समर्पण, टीमवर्क और जज्बे ने देश को गौरवान्वित किया है।" उन्होंने कहा कि यह जीत "भारतीय खेलों और बड़े सपने देखने वाली हर युवा लड़की के लिए एक शानदार क्षण" है।पूर्व मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने भी टीम के शानदार प्रदर्शन की सराहना की और कहा कि उनकी सफलता ने देश को बहुत गर्व महसूस कराया है। उन्होंने 'एक्स' पर लिखा, "टीम के बेहतरीन प्रदर्शन और दृढ़ संकल्प ने हमारे राष्ट्र को गौरवान्वित किया है। यह उल्लेखनीय उपलब्धि कई लोगों को खेलों में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए प्रेरित करेगी।" मणिपुर के एकमात्र राज्यसभा सदस्य लीशेम्बा सनाजाओबा ने भी टीम को बधाई देते हुए कहा, "भारतीय महिला टीम ने दुनिया को नीले रंग से रंग दिया। दक्षिण अफ्रीका को 52 रन से हराकर 52 साल में पहली बार विश्व कप जीता।”
- मुंबई. महाराष्ट्र सरकार ने स्थानीय रोजगार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों (डीसीसीबी) में 70 प्रतिशत नौकरियां संबंधित जिले के निवासी आवेदकों के लिए आरक्षित करने का निर्देश दिया है। सरकार ने यह निर्णय भी लिया है कि राज्यभर के सभी डीसीसीबी में भविष्य की भर्तियां केवल बैंकिंग कार्मिक चयन संस्थान (आईबीपीएस), टीसीएस-आयन (टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज) या महाराष्ट्र नॉलेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एमकेसीएल) जैसी संस्थाओं के माध्यम से ही की जाएंगी, ताकि चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता व निष्पक्षता सुनिश्चित की जा सके।31 अक्टूबर को जारी एक सरकारी आदेश (जीआर) में कहा गया है, “70 प्रतिशत पद संबंधित जिले के स्थानीय (डोमिसाइल) अभ्यर्थियों के लिए आरक्षित रहेंगे। जबकि शेष 30 प्रतिशत पद अन्य जिलों के परीक्षार्थियों के लिए होंगे। जीआर में कहा गया है कि यदि बाहरी जिलों के उपयुक्त अभ्यर्थी उपलब्ध नहीं होते हैं, तो वे पद भी स्थानीय परीक्षार्थियों से भरे जा सकते हैं। जीआर के अनुसार, यह निर्देश उन बैंकों पर भी लागू होगा जिन्होंने इस आदेश से पहले भर्ती विज्ञापन जारी किए हैं। सरकार ने कहा कि ऑनलाइन भर्ती से पारदर्शिता बढ़ेगी और जनता का भरोसा मजबूत होगा।
- बाराबंकी (उप्र) .उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में सोमवार देर रात एक ट्रक और कार की आमने-सामने की टक्कर में छह लोगों की मौत हो गई और दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि यह हादसा देवा-फतेहपुर मार्ग पर बिशुनपुर कस्बे के निकट ग्राम कुतुलुपुर के पास हुआ, जब एक तेज रफ्तार ट्रक और अर्टिगा कार की आमने-सामने टक्कर हो गई। उसने कहा कि टक्कर इतनी जोरदार थी कि चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो घायलों ने देवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। सूचना मिलते ही जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी और पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय मौके पर पहुंच गए। राहत दल और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घायलों को बाहर निकाला और उन्हें एंबुलेंस से जिला अस्पताल भेजा। मृतकों की पहचान की जा रही है।जिलाधिकारी त्रिपाठी ने हादसे में छह लोगों की मौत की पुष्टि की। अपर पुलिस अधीक्षक (उत्तरी) विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि प्राथमिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि दोनों वाहन तेज रफ्तार में थे। उन्होंने बताया कि घटना में घायल हुए दो लोगों जिला अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। चश्मदीदों के अनुसार, ट्रक बहुत तेज रफ्तार में था और चालक ने सामने से आ रही कार को देखकर नियंत्रण खो दिया, जिससे यह टक्कर हुई। पुलिस ने ट्रक को जब्त कर लिया है।
- नयी दिल्ली. भारत और रोमानिया के बीच कुशल पेशेवरों की आवाजाही बढ़ाने के लिए बनी सहमति के तहत हर साल लगभग 30,000 भारतीय पेशेवरों को रोमानिया में काम करने का अवसर मिलेगा। वाणिज्य मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय ने कहा कि यह पहल रोमानिया की श्रम बाजार जरूरतों के अनुरूप होगी। रोमानिया को हर साल लगभग एक लाख गैर-यूरोपीय संघ कामगारों की जरूरत होती है। इस समझौते के तहत भारत, रोमानिया की इस मांग को पूरा करने में एक प्रमुख साझेदार के रूप में उभरेगा।वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री जितिन प्रसाद की रोमानिया यात्रा के दौरान इस बारे में सहमति बनी। प्रसाद ने रोमानिया के श्रम, परिवार, युवा और सामाजिक एकजुटता मंत्री पेट्रे-फ्लोरिन मैनोले से विस्तृत चर्चा की। मंत्रालय ने कहा, “दोनों पक्षों ने लगभग 30,000 कुशल और महत्वाकांक्षी भारतीय पेशेवरों की सालाना आवाजाही के लिए एक मार्ग तैयार करने पर सहमति जताई है, जो रोमानिया की क्षेत्रीय श्रम बाजार जरूरतों के अनुरूप होगा।” दोनों नेताओं ने पेशेवर योग्यताओं की पारस्परिक मान्यता पर अधिकारियों को संभावनाएं तलाशने का निर्देश भी दिया। उन्होंने सामाजिक सुरक्षा में निश्चितता लाने के लिए एक समझौते पर भी चर्चा की, जिससे प्रवासी कामगारों को दोहरी कर या योगदान की समस्या से राहत मिल सके। बैठक के दौरान मंत्रियों ने इस बात पर जोर दिया कि भारत और रोमानिया के बीच साझेदारी को सुरक्षित, व्यवस्थित, नियमित और जिम्मेदार प्रवासन के सिद्धांतों पर आधारित बनाया जाएगा। दोनों देशों ने भर्ती प्रक्रिया, भाषा एवं व्यावसायिक प्रशिक्षण, मानकीकृत रोजगार अनुबंध और नियोक्ताओं की जिम्मेदारियों जैसे पहलुओं पर सहयोग को भी मजबूत करने पर सहमति जताई। इसके अलावा विश्वसनीय नियोक्ताओं के लिए शीघ्र प्रक्रियागत व्यवस्था विकसित करने पर भी चर्चा हुई।
- जबलपुर . राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने सोमवार को कहा कि आज पूरी दुनिया संकट के दौर से गुजर रही है और वह भारत की ओर आशा भरी निगाहों से देख रही है। यहां ‘जीवन उत्कर्ष महोत्सव' को संबोधित करते हुए भागवत ने कहा कि दुनिया भारत से यह अपेक्षा इसलिए करती है क्योंकि भारत धर्म व संस्कृति के मार्ग पर चलता है। उन्होंने कहा, ‘‘सामान्य भाषा में संस्कृति का अर्थ है—संस्कारयुक्त आचरण। जब एक-दूसरे के प्रति सद्भावना और आत्मीयता का भाव होता है, तभी समाज में सौहार्द बना रहता है। अन्यथा, शत्रुतापूर्ण संबंध बनते हैं और झगड़े बढ़ते हैं।'' संघ प्रमुख ने कहा कि भारत ने अपनी संस्कृति और आध्यात्मिकता की धरोहर को आज भी संजोकर रखा है और समय-समय पर दुनिया को सही मार्ग दिखाने का दायित्व निभाया है।उन्होंने कहा, ‘‘वास्तव में हम सब एक हैं, आपस में जुड़े हुए हैं। यह जुड़ाव भारत के पास है, दुनिया के पास नहीं। इसलिए आज जब दुनिया संकट में है, तो वह भारत से अपेक्षा कर रही है।'' भागवत ने कहा कि दुनिया के पास भारत के अलावा कोई और मार्ग नहीं है, क्योंकि भारत धर्म और संस्कृति के सिद्धांतों पर आधारित जीवन जीता है। उन्होंने कहा कि अब दुनिया यह सीखना चाहती है कि आध्यात्मिकता और आचरण के समन्वय से जीवन कैसे जिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि संतों का आचरण समाज को दिशा देता है, इसलिए आरएसएस विभिन्न माध्यमों से संतों की सेवा में लगा रहता है। ‘जीवन उत्कर्ष महोत्सव' के पांच दिवसीय आयोजन के उद्घाटन सत्र में भागवत के साथ बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था के ईश्वरचरण स्वामी भी उपस्थित थे। यह आयोजन विश्वविख्यात बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था के आध्यात्मिक अधिष्ठाता महंत स्वामी महाराज के जीवन, उपदेशों और सेवा कार्यों को समर्पित है। महंत स्वामी महाराज का जन्म 13 सितंबर 1933 को जबलपुर में हुआ था। इस अवसर पर मोहन भागवत ने स्वामी भद्रेशदास की एक पुस्तक का विमोचन भी किया और उनके विचारों तथा शिक्षाओं को आज के समाज के लिए अत्यंत प्रासंगिक बताया।
- नयी दिल्ली. उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) जोन के वरिष्ठ रेलवे अधिकारियों को न्यू वाराणसी-खजुराहो वंदे भारत एक्सप्रेस की उद्घाटन यात्रा के लिए दो स्टेशनों पर व्यवस्था करने को कहा गया है जिसे शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हरी झंडी दिखाएंगे। रेलवे ने कहा कि अधिकारी बैठने की व्यवस्था, स्वागत और कार्यक्रम के लिए टेंट व कुर्सियां लगवाने का काम संभालेंगे। एनसीआर जोन के प्रयागराज मंडल के एक आंतरिक परिपत्र के अनुसार, प्रधानमंत्री सात नवंबर को वाराणसी से वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। उन्होंने बताया कि वाराणसी और खजुराहो से यात्रा के दौरान जब ट्रेन विंध्याचल और प्रयागराज छिवकी स्टेशनों पर रुकेगी तो वहां भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक को गणमान्य व्यक्तियों के लिए बैठने की उपयुक्त व्यवस्था, जलपान और पानी की व्यवस्था करने का कार्य सौंपा गया है, जबकि वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (समन्वय) को मंच, कुर्सियां, और वाटरप्रूफ टेंट की व्यवस्था करने को कहा गया है। परिपत्र में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देश दिया गया है कि वे कार्यक्रम के दौरान दवाओं और प्राथमिक चिकित्सा सामग्री के साथ एक चिकित्सा अधिकारी की उपस्थिति सुनिश्चित करें। परिपत्र में कहा गया है, "सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के लिए यात्रियों की आवाजाही वाले क्षेत्रों, प्लेटफॉर्म और ट्रेन में वॉकी-टॉकी के साथ आरपीएफ (रेलवे सुरक्षा बल) कर्मियों को तैनात किया जाएगा।" इस आदेश में मंडल के अन्य वरिष्ठ रेलवे अधिकारियों को निमंत्रण पत्र छपवाने, भाषणों का प्रारूप तैयार करने, फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की व्यवस्था करने, सांसदों, विधायकों के स्वागत का समन्वय करने जैसी गतिविधियों में शामिल किया गया है।
- मथुरा (उप्र). मथुरा छावनी रेलवे स्टेशन पर राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने सैन्य वर्दी पहनकर ट्रेन और प्लेटफॉर्म पर यात्रियों का सामान चोरी करने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। जीआरपी कार्यालय द्वारा जारी बयान के अनुसार, आरोपी की पहचान अमेठी जिले के जोरावर गांव के निवासी राजन गुप्ता के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि वह पिछले छह महीनों से खेरिया मोड़ के पास किराए के मकान में रह रहा था और खुद को आगरा के लाल किले में तैनात सिपाही बताता था। उप-निरीक्षक मोहित कुमार और त्रिमोहन सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने उसे पार्सल कार्यालय के पास प्लेटफॉर्म संख्या-छह के नजदीक से गिरफ्तार किया। पुलिस ने उसके पास से ‘अग्निवीर' के दो फर्जी पहचान पत्र, चार पैन कार्ड, दो आधार कार्ड, एक ड्राइविंग लाइसेंस, 11 डेबिट और क्रेडिट कार्ड, भारतीय सेना के चिह्न वाली पोशाक, बेल्ट और जूते बरामद किए। जीआरपी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ आगरा छावनी थाने में संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।
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नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने देशभर में तेजी से बढ़ रहे साइबर अपराधों और विशेष रूप से “डिजिटल अरेस्ट” (Digital Arrest) जैसे ठगी के मामलों पर गंभीर चिंता जताई है। अदालत ने कहा कि इन अपराधों के कारण अब तक 3,000 करोड़ रुपये से अधिक की रकम लोगों से ठगी जा चुकी है, जिनमें कई वरिष्ठ नागरिक भी शामिल हैं। अदालत ने स्पष्ट कहा कि यदि समय रहते कड़ी कार्रवाई नहीं की गई, तो स्थिति और गंभीर हो सकती है।
यह टिप्पणी जस्टिस सूर्यकांत, जस्टिस उज्ज्वल भुयान और जस्टिस जॉयमाल्या बागची की पीठ ने एक स्वतः संज्ञान (suo motu) मामले की सुनवाई के दौरान की। यह मामला उन धोखाधड़ी गिरोहों से जुड़ा है जो पुलिस या न्यायिक अधिकारी बनकर नकली कोर्ट आदेश दिखाते हैं और लोगों को डिजिटल तरीके से “गिरफ्तार” करने की धमकी देकर पैसे वसूलते हैं।सुनवाई के दौरान अदालत को बताया गया कि यह गिरोह सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि म्यांमार और थाईलैंड जैसे देशों से भी संचालित किए जा रहे हैं। गृह मंत्रालय की साइबर क्राइम डिविजन और CBI ने अपनी सीलबंद रिपोर्ट में बताया कि इन अंतरराष्ट्रीय नेटवर्कों पर जांच जारी है।सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने अदालत को जानकारी दी कि CBI ने कई मामलों की जांच शुरू कर दी है, जिसमें गृह मंत्रालय की तकनीकी सहायता ली जा रही है। अदालत ने इस मामले में एक अमिकस क्यूरी (न्यायालय सहायक) भी नियुक्त किया है और अगली सुनवाई 10 नवंबर को होगी। पहले की सुनवाई में अदालत ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से ऐसे मामलों से संबंधित FIR की जानकारी देने को कहा था। अदालत ने यह भी संकेत दिया कि यदि जरूरत पड़ी तो पूरे मामले की जांच CBI को सौंपी जा सकती है, क्योंकि यह अपराध देशभर में या सीमा पार तक फैला हुआ प्रतीत होता है। -
नई दिल्ली। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को बीमा कंपनियों और अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि फसल बीमा दावों में हो रही सभी गड़बड़ियों को तुरंत दूर किया जाए और किसानों को उनका पूरा पैसा समय पर मिले। उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में किसानों को प्रक्रिया की कमी या लापरवाही के कारण परेशानी नहीं होनी चाहिए।
राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए मंत्री ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) की समीक्षा की और उन मामलों पर नाराजगी जताई, जहां किसानों को बहुत कम मुआवजा राशि मिली है। उन्होंने कहा कि किसानों को 1 रुपये, 3 रुपये या 5 रुपये जैसे दावे देना किसानों का मजाक उड़ाने जैसा है, और ऐसी हरकतें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।शिवराज सिंह चौहान ने ऐसे सभी मामलों की जांच के आदेश दिए और बीमा कंपनियों तथा राज्य सरकारों के अधिकारियों से जवाबदेही तय करने को कहा। उन्होंने यह भी जोर देकर कहा कि फसल नुकसान का मूल्यांकन वैज्ञानिक और विश्वसनीय तरीकों से किया जाना चाहिए।बैठक के दौरान उन्होंने महाराष्ट्र के किसानों से वर्चुअल बातचीत की, जिन्हें भारी नुकसान के बावजूद बहुत कम मुआवजा मिला था। मंत्री ने राज्य और केंद्र के अधिकारियों से इन मामलों में हुई गड़बड़ियों पर सवाल पूछे और तुरंत सुधार करने को कहा।उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि उनके संसदीय क्षेत्र मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में भी कुछ किसानों को केवल 1 रुपये का मुआवजा मिला, जबकि उनका नुकसान दर्ज किया गया था। उन्होंने इसे सीधा अन्याय बताया और चेतावनी दी कि जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होगी।समस्या के समाधान के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के सीईओ को निर्देश दिया कि जहां भी 1 से 5 रुपये तक के दावे किए गए हैं, उन सभी मामलों की मौके पर जांच की जाए। साथ ही आदेश दिया कि फसल सर्वे के दौरान बीमा कंपनी के प्रतिनिधियों की मौजूदगी अनिवार्य हो, ताकि पारदर्शिता बनी रहे।मंत्री ने यह भी कहा कि कुछ राज्य सरकारें अपनी हिस्सेदारी का बीमा प्रीमियम समय पर नहीं दे रही हैं, जिसकी वजह से किसानों को मुआवजा नहीं मिल पा रहा। उन्होंने साफ कहा कि केंद्र सरकार को राज्यों की इस लापरवाही के लिए दोषी नहीं ठहराया जा सकता और अब अगर राज्य देरी करेंगे, तो उनसे 12 प्रतिशत ब्याज वसूला जाएगा।उन्होंने अधिकारियों को तकनीक का अधिक उपयोग करने, पारदर्शिता बढ़ाने और किसानों को दावा प्रक्रिया की पूरी जानकारी देने के निर्देश भी दिए। शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “मैंने किसानों के हित में सख्त आदेश दिए हैं — दावों का भुगतान जल्दी और एक साथ हो, और सारी गड़बड़ियों को ठीक किया जाए।” -
नई दिल्ली। केंद्रीय संचार और पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को इंडो-फ्रेंच नॉर्थ-ईस्ट इन्वेस्टमेंट फोरम को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्वोत्तर भारत तेजी से भारत और फ्रांस के सहयोग का नया केंद्र बन रहा है। उन्होंने इस फोरम को दृष्टि और निवेश को जोड़ने वाला एक “पुल” बताया और कहा कि भारत और फ्रांस का रिश्ता सिर्फ समझौतों नहीं, बल्कि आपसी विश्वास पर आधारित है।
सिंधिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत और फ्रांस के रिश्ते दुनिया की सबसे मजबूत रणनीतिक साझेदारियों में शामिल हो चुके हैं, जहां रणनीति के साथ भावनाएं और नवाचार के साथ सबको साथ लेने का दृष्टिकोण दिखाई देता है। उन्होंने बताया कि रक्षा, अंतरिक्ष, स्वच्छ ऊर्जा, डिजिटल तकनीक और टिकाऊ शहरों के निर्माण जैसे क्षेत्रों में दोनों देशों का सहयोग लगातार आगे बढ़ रहा है।उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में हुई कई महत्वपूर्ण उपलब्धियों का उल्लेख किया। इनमें 2015 में पीएम मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद द्वारा शुरू किया गया इंटरनेशनल सोलर अलायंस, स्मार्ट सिटी और शहरी विकास में सहयोग, राफेल विमान सौदा जो आत्मनिर्भर भारत की सोच से जुड़ा है, और 2024 में पेरिस के आइफिल टॉवर पर यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) की शुरुआत शामिल हैं, जिसने भारत की फिनटेक क्रांति को यूरोप तक पहुंचाया।सिंधिया ने कहा कि अब वही रोशनी पूर्वोत्तर भारत की ओर बढ़ रही है, जिसे पहले ‘लैंड-लॉक्ड’ कहा जाता था, लेकिन अब वह ‘लैंड-लिंक्ड और फ्यूचर रेडी’ बन गया है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार की 10 प्रतिशत GBS फंडिंग के तहत अब तक पूर्वोत्तर क्षेत्र में 6.2 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया जा चुका है। इसके तहत लगभग 6,500 किलोमीटर नई सड़कें बनाई गई हैं, 900 किलोमीटर रेल लाइन का निर्माण हुआ है, 17 हवाई अड्डे शुरू किए गए हैं और भारतनेट परियोजना के माध्यम से लगभग 96 प्रतिशत गांवों को इंटरनेट से जोड़ा गया है।सिंधिया ने यह भी बताया कि कई बड़ी फ्रेंच कंपनियां पहले से ही पूर्वोत्तर के विकास में भूमिका निभा रही हैं। इनमें टोटल एनर्जीज, एयरबस, डसॉल्ट सिस्टम्स, डेकाथलॉन और पोमा जैसी कंपनियां शामिल हैं, जो हरित ऊर्जा, विमानन, डिजाइन नवाचार, रिटेल और सस्टेनेबल ट्रांसपोर्ट जैसे क्षेत्रों में काम कर रही हैं। -
जयपुर. जयपुर के हरमाड़ा इलाके में तेज रफ्तार डंपर ने सोमवार दोपहर तबाही मचा दी। डंपर ने अपने सामने आए कई वाहनों को टक्कर मारी जिसमें 13 लोगों की मौत हो गई व 10 घायल हो गए। जयपुर के जिला कलेक्टर जितेंद्र कुमार सोनी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह डंपर रोड नंबर 14 से लोहा मंडी पेट्रोल पंप की ओर तेज गति से जा रहा था और रास्ते में आने वाले वाहनों को टक्कर मारता चला गया। सोनी ने बताया, "13 लोगों की मौत हो गई और 10 घायल हो गए। घायलों का एसएमएस अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में इलाज किया जा रहा है और कई की हालत गंभीर है।" मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा तथा पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने घटना पर दुख व्यक्त किया है। शर्मा ने 'एक्स' पर लिखा, “जयपुर के हरमाड़ा स्थित लोहामंडी क्षेत्र में हुई सड़क दुर्घटना में जनहानि अत्यंत दुखद एवं पीड़ादायक है। संबंधित अधिकारियों को घायलों का समुचित उपचार सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया है।” पुलिस के अनुसार, यह भीषण टक्कर लोहा मंडी के पास हुई जब कथित तौर पर शराब के नशे में धुत डंपर चालक ने कम से कम 17 वाहनों को टक्कर मारी और फिर एक अन्य ट्रेलर से टकराकर रुक गया। हादसा इतना भयावह था कि डंपर की चपेट में आने वाले लोगों के शव सड़क पर ईधर-उधर पड़े थे। कई मोटरसाइकिल डंपर के पहियों के नीचे आकर कुचल गईं। अनेक कारें भी चकनाचूर हुईं। प्रत्यक्षदर्शियों ने इस दृश्य को 'नरसंहार' से कम नहीं बताया।
स्थानीय दुकानदार महेश शर्मा ने कहा, "हमने लोगों को क्षतिग्रस्त कारों से एक के बाद एक शव निकालते देखा। कुछ अंदर फंसे हुए थे, कुछ सड़क पर पड़े थे। चारों ओर अफरा-तफरी, चीख-पुकार और खून ही खून था।" घटनास्थल पर मौजूद अतिरिक्त पुलिस आयुक्त राजीव पचार ने बताया कि डम्पर चालक लापरवाही से गाड़ी चला रहा था और उसने एक कार को टक्कर मार दी, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने उसका पीछा किया। उनके मुताबिक, उसने डंपर को और तेज रफ्तार से चलाया और सड़क पर पैदल चल रहे लोगों और बाइक सवारों को टक्कर मार दी। उन्होंने बताया कि इसके बाद, दिल्ली-अजमेर राजमार्ग पर एक ट्रेलर ट्रक और एक कार से टकराने के बाद वह रुक गया। चालक के शराब के नशे में होने पर उन्होंने कहा, “चूंकि आरोपी चालक खुद घायल है। मेडिकल जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। लेकिन जिस तरह की दुर्घटना है वह निश्चित रूप से किसी नशे में हो सकता है या कोई मेडिकल कारण हो सकता है।” सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में डंपर को 100 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा की रफ़्तार से दौड़ते हुए वाहनों को टक्कर मारते और मोटरसाइकिल सवारों को कुचलते हुए देखा जा सकता है। स्थानीय लोगों ने चालक को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। पीड़ितों में आगरा के एक परिवार के सदस्य - नानजी भाई, उनके भाई, दो महिलाएं और एक बच्चा - शामिल हैं, जो खाटूश्यामजी से पूजा-अर्चना करके लौट रहे थे। नानजी भाई ने कहा, "हमारी कार सड़क किनारे खड़ी थी तभी डंपर ने उसे पीछे से टक्कर मार दी। परिवार के पांच लोग घायल हो गए हैं।" मृतक महेंद्र (38) के रिश्तेदार राकेश ने बताया कि उनके बड़े भाई की दो बेटियां वर्षा (19) और भानु (5) अपने चाचा के साथ दिवाली मनाने जयपुर आई थीं और छुट्टियों के बाद महेंद्र दोनों बच्चियों को बस स्टैंड पर बस में चढ़ाने गया था, तभी यह हादसा हुआ। उन्होंने बताया कि वर्षा ट्रॉमा सेंटर में भर्ती है जबकि महेंद्र और भानु की मौत हो गई है।
इस दुर्घटना के बाद इलाके के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया और निवासियों ने सड़क सुरक्षा कानूनों को सख्ती से लागू करने की मांग की। राजस्थान में दो दिन में यह दूसरी बड़ी सड़क दुर्घटना है। रविवार को फलोदी इलाके में टेम्पो ट्रैवलर के खड़े ट्रेलर से टकरा जाने से 10 महिलाओं और चार बच्चों समेत कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। -
नयी दिल्ली. निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता सूचियों को अद्यतन करने की कवायद ‘विशेष गहन पुनरीक्षण' (एसआईआर) मंगलवार को नौ राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों में शुरू होगी। इन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में एसआईआर प्रक्रिया सात फरवरी 2026 को अंतिम मतदाता सूची के प्रकाशन के साथ समाप्त होगी। इन राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 51 करोड़ मतदाता हैं। बिहार के बाद एसआईआर का यह दूसरा चरण है। बिहार में अंतिम मतदाता सूची 30 सितंबर को प्रकाशित की गई थी। बिहार में करीब 7.42 करोड़ नामों को मतदाता सूची में शामिल किया गया था। दूसरे चरण में, जिन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में एसआईआर की कवायद होगी, उनमें अंडमान निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, केरल, मध्यप्रदेश, पुडुचेरी, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल शामिल हैं। इनमें से तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल और पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। असम में भी 2026 में चुनाव होने हैं, लेकिन वहां मतदाता सूची के पुनरीक्षण की घोषणा अलग से की जाएगी, क्योंकि राज्य में नागरिकता सत्यापित करने के लिए उच्चतम न्यायालय की निगरानी में प्रक्रिया चल रही है। साथ ही नागरिकता कानून का एक अलग प्रावधान असम में लागू होता है।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने 27 अक्टूबर को एसआईआर के नये चरण की घोषणा करते हुए कहा था, ‘‘नागरिकता अधिनियम के तहत, असम में नागरिकता के लिए अलग प्रावधान हैं। उच्चतम न्यायालय की निगरानी में नागरिकता की जांच का काम पूरा होने वाला है। 24 जून का एसआईआर आदेश पूरे देश के लिए था। ऐसी परिस्थितियों में, यह असम पर लागू नहीं होता।'' एसआईआर की प्रक्रिया चार नवंबर को शुरू होगी और चार दिसंबर तक जारी रहेगी। निर्वाचन आयोग नौ दिसंबर को मतदाता सूची का मसौदा जारी करेगा और अंतिम मतदाता सूची सात फरवरी को प्रकाशित की जाएगी। इससे पहले 2002-04 में एसआईआर किया गया था।
आयोग का मानना है कि एसआईआर से यह सुनिश्चित होगा कि कोई भी पात्र मतदाता छूट न जाए और किसी भी अपात्र मतदाता का नाम मतदाता सूची में नहीं रहे। एसआईआर का प्राथमिक उद्देश्य अवैध विदेशी प्रवासियों के जन्म स्थान की जांच करके उन्हें सूची से बाहर निकालना है। बांग्लादेश और म्यांमा सहित अवैध प्रवासियों के खिलाफ विभिन्न राज्यों में कार्रवाई के मद्देनजर यह कदम महत्वपूर्ण है। जून में बिहार में एसआईआर शुरू किया गया था, तो कई राजनीतिक दलों ने दावा किया था कि दस्तावेजों के अभाव में करोड़ों पात्र नागरिक मताधिकार से वंचित हो जाएंगे। जब मामला उच्चतम न्यायालय पहुंचा, तो आयोग ने मतदाता सूची को अद्यतन करने के अपने फैसले का बचाव किया और आश्वासन दिया कि भारत का कोई भी पात्र नागरिक नहीं छूटेगा। अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित होने के बाद, एसआईआर और आयोग पर विपक्ष का हमला शांत हो गया है। -
हैदराबाद. तेलंगाना के रंगारेड्डी जिले में बजरी से लदे एक ट्रक और एक बस की सोमवार को आमने-सामने की टक्कर होने से 13 महिलाओं एवं एक बच्ची समेत कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई और 22 अन्य लोग घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। ट्रक हैदराबाद से करीब 50 किलोमीटर दूर चेवेल्ला के पास तेलंगाना सड़क परिवहन निगम (आरटीसी) की बस से टकरा गया जिसके बाद बजरी बस पर गिर गई। एक जिला अधिकारी ने बताया कि दुर्घटना में 22 लोग घायल हो गए।
उपराष्ट्रपति सी पी राधाकृष्णन ने सोमवार को तेलंगाना में सड़क दुर्घटना में लोगों की मौत होने पर शोक व्यक्त किया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस दुर्घटना में लोगों की मौत होने पर शोक व्यक्त किया और मृतकों के परिजन को दो-दो लाख रुपये एवं घायलों को 50-50 हजार रुपए की अनुग्रह राशि दिए जाने की घोषणा की। साइबराबाद पुलिस आयुक्त अविनाश मोहंती ने बताया कि दुर्घटना में दोनों वाहनों के चालकों की मौत हो गई।
उन्होंने कहा कि आमने-सामने की टक्कर तब होती है जब कोई वाहन गलत दिशा में होता है। उन्होंने कहा कि दुर्घटना का कारण जांच के बाद पता चलेगा। बस पर बजरी गिरने से कई यात्री वाहन के अंदर फंस गए और अधिकारियों ने मशीनों की मदद से बचाव एवं राहत अभियान चलाया। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि बस में सवार यात्रियों को वाहन से बाहर निकाल लिया गया है। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, ‘‘तेलंगाना के रंगारेड्डी जिले में हुई दुर्घटना में लोगों की मौत होना बेहद दुखद है। इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएं प्रभावित लोगों और उनके परिवारों के साथ हैं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।'' बयान में कहा गया है, ‘‘प्रत्येक मृतक के निकटतम परिजन को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50-50 हजार रुपये दिए जाएंगे।'' तेलंगाना के परिवहन मंत्री पोन्नम प्रभाकर ने चेवेल्ला स्थित उस सरकारी अस्पताल का दौरा किया, जहां दुर्घटना के पीड़ितों को भर्ती कराया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘दुर्घटना में 19 लोग मारे गए हैं।'' प्रभाकर ने बताया कि राज्य सरकार मृतकों के परिजन को पांच-पांच लाख रुपये और घायलों को दो-दो लाख रुपये की सहायता राशि देगी। उन्होंने बताया कि टीजीएसआरटीसी की ओर से मृतकों के परिजन को दो-दो लाख रुपये की सहायता राशि भी दी जाएगी। बस कंडक्टर के अनुसार, दुर्घटना के समय बस में 72 यात्री सवार थे। बस तांडूर से हैदराबाद जा रही थी।
मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने दुर्घटना को लेकर मंत्रियों और अधिकारियों के साथ टेली-कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक की। उन्होंने कहा कि सरकार घायलों को उन्नत चिकित्सा सुविधा प्रदान करेगी और मृतकों के परिवारों को शवों के अंतिम संस्कार में भी सहायता प्रदान करेगी। सरकार ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि उन्होंने मंत्रियों और अधिकारियों को राहत कार्य शुरू करने के निर्देश दिए जिसमें आरटीसी द्वारा प्रदान किए गए बीमा के अलावा, मृतकों के परिवारों को मुआवजा प्रदान करना भी शामिल है। तेलंगाना में हुए एक भीषण हादसे में जीवित बचे लोगों में से एक ने बताया कि बस चालक के पीछे की सीटों पर बैठे अधिकतर यात्रियों की दुर्घटना में मौत हो गई जबकि कंडक्टर के पीछे वाली सीटों पर बैठे लोग बच गए। जीवित बचे व्यक्ति ने इस भयावह घटना के बारे में बताया कि वह बस में सो रहा था तभी एक जोरदार धमाके से उसकी आंख खुली और उसने स्वयं को बजरी में आधा दबा पाया। उसने मीडिया से कहा, ‘‘कई लोग बजरी के नीचे दब गए। ट्रक विपरीत दिशा से आ रहा था। मैं बस के बाईं ओर बैठा था। हम तो किसी तरह बाहर निकल गए लेकिन बस चालक के पीछे बैठे लोग नहीं निकल पाए और उनमें से कुछ की मौत हो गई। मैं कंडक्टर से तीन पंक्तियां पीछे बैठा था।'' व्यक्ति ने बताया कि वह एक खिड़की खोलकर बाहर आ गया तथा उसके पीछे छह और लोग भी थे।
उसने बताया कि बाद में एक अन्य व्यक्ति ने और यात्रियों को बाहर निकलने में मदद करने के लिए खिड़की के शीशे तोड़े। चेवेल्ला के सरकारी अस्पताल में एक चिकित्सक ने बताया कि दुर्घटना के शिकार कई लोगों की हड्डियां टूट गई हैं और उनके चेहरे, पेट एवं पैरों में चोटें आई हैं। घायलों का इलाज जारी है और उन्हें हैदराबाद के बड़े सरकारी अस्पतालों में रेफर किया गया है।
टेलीविजन पर प्रसारित तस्वीरों में दिख रहा है कि बस का आधा हिस्सा बजरी से भर गया जिसके कारण यात्री अंदर ही फंस गए। अधिकारियों ने बस का मलबा हटाने के लिए मशीनों का इस्तेमाल किया।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि बचाव अभियान के दौरान चेवेल्ला के निरीक्षक श्रीधर के पैर पर एक खुदाई मशीन चढ़ जाने से उन्हें मामूली चोटें आईं। चेवेल्ला के विधायक काले यादैया ने सोमवार को चेवेल्ला के पास हुई दुर्घटना के लिए सड़क के संकरे होने को जिम्मेदार ठहराया। तेलंगाना के राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा, केंद्रीय मंत्रियों जी किशन रेड्डी एवं बंदी संजय कुमार, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राज्य इकाई के अध्यक्ष एन रामचंदर राव, भारत राष्ट्र समिति के कार्यकारी अध्यक्ष के टी रामा राव और कई अन्य नेताओं ने दुर्घटना में लोगों की मौत होने पर दुख व्यक्त किया। -
नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारत उच्च जोखिम और उच्च प्रभाव वाली अनुसंधान एवं विकास परियोजनाओं का समर्थन कर रहा है और इस क्षेत्र में निजी निवेश को बढ़ावा दे रहा है ताकि देश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक महाशक्ति के रूप में उभर सके। नीति निर्माताओं, नवप्रवर्तकों और वैश्विक दूरदृष्टि वाले लोगों के वार्षिक प्रमुख आयोजन के तहत पहले ‘उभरते विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार सम्मेलन (ईएसटीआईसी) का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने देश में नवाचार के आधुनिक परिवेशी तंत्र के विकास के लिए महत्वपूर्ण सुधार पेश किए हैं। सम्मेलन में प्रधानमंत्री ने अनुसंधान एवं विकास में निजी क्षेत्र के निवेश को बढ़ावा देने के लिए एक लाख करोड़ रुपये के अनुसंधान, विकास एवं नवाचार कोष का भी आरंभ किया। उन्होंने कहा, ‘‘इस महत्वपूर्ण निवेश का उद्देश्य जनता को लाभ पहुंचाना और अवसरों के नए रास्ते खोलना है।
मोदी ने कहा कि सरकार का लक्ष्य निजी क्षेत्र में भी अनुसंधान और विकास की संस्कृति को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा, ‘‘पहली बार उच्च-जोखिम और उच्च-प्रभाव वाली परियोजनाओं के वास्ते विशेष रूप से पूंजी आवंटित की जा रही है जिससे अभूतपूर्व प्रयासों के लिए समर्थन सुनिश्चित हो रहा है।'' उन्होंने कहा कि सरकार ‘अनुसंधान में सुगमता' पर ध्यान केंद्रित कर रही है ताकि भारत में नवाचार का एक आधुनिक परिवेशी तंत्र विकसित हो सके। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हमारी सरकार ने वित्तीय नियमों और खरीद नीतियों में महत्वपूर्ण सुधार किए हैं। इसके अलावा हमने प्रयोगशाला से बाजार तक प्रारूप के परिवर्तन को तेज करने के लिए प्रोत्साहन और आपूर्ति श्रृंखला ढांचे को सुव्यवस्थित किया है।'' प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले एक दशक में भारत का अनुसंधान एवं विकास व्यय दोगुना हो गया है जो नवाचार के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने कहा, ‘‘पंजीकृत पेटेंट की संख्या में 17 गुना की प्रभावशाली वृद्धि हुई है। स्टार्टअप के क्षेत्र में भारत वैश्विक स्तर पर तीसरे सबसे बड़े परिवेशी तंत्र के रूप में उभरा है।
मोदी ने कहा कि सरकार ने विश्वविद्यालयों में अनुसंधान एवं नवाचार को बढ़ावा देने और विकास एवं उन्नति के नए अवसर पैदा करने के लिए ‘अनुसंधान रिसर्च फाउंडेशन' की स्थापना की है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब नवाचार समावेशी होता है तो उसके नेता सबसे बड़े लाभार्थी बनकर उभरते हैं और भारतीय महिलाएं इसका एक प्रमुख उदाहरण हैं। उन्होंने कहा, ‘‘उनके योगदान को, विशेष रूप से अंतरिक्ष अन्वेषण में भारत की प्रगति पर चर्चाओं में व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त है। एक दशक पहले भारत में महिलाओं द्वारा दायर पेटेंट की संख्या सालाना 100 से भी कम थी। आज, यह संख्या प्रति वर्ष बढ़कर 5,000 से अधिक हो गई है।'' प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में एसटीईएम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) की शिक्षा प्राप्त करने वालों में 43 प्रतिशत महिलाएं हैं, जो वैश्विक औसत से काफी ऊपर है। मोदी ने कहा कि महान उपलब्धियों की नींव तब पड़ती है जब विज्ञान का पैमाना व्यापक होता है, नवाचार समावेशी होता है और तकनीक परिवर्तन को गति देती है। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले 10 से 11 वर्षों में भारत ने इस दृष्टिकोण को व्यवहार में साकार किया है। भारत अब केवल तकनीक का उपभोक्ता नहीं रह गया है। यह तकनीक के माध्यम से परिवर्तन का अग्रणी बन गया है।



























