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कोहिमा. नगालैंड के त्सेमिन्यु जिले में बुधवार को ट्रक के टक्कर मारने के बाद एक कार (एसयूवी) खाई में गिर गई जिससे आठ लोगों की मौत हो गई है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह दुर्घटना राज्य की राजधानी कोहिमा से 65 किलोमीटर दूर ‘के. स्टेशन' के पास तड़के हुई। उन्होंने बताया कि टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि ट्रक भी सड़क से नीचे फिसल गया और फिर खाई में कार के ऊपर जा गिरा। त्सेमिन्यु के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) लानू एयर ने बताया कि जब हादसा हुआ उस वक्त कार कोहिमा से कोकोकचुंग की ओर जा रही थी जबकि बालू से लदा ट्रक मेरापानी से कोहिमा की तरफ जा रहा था। उन्होंने बताया कि सात लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि एक अन्य ने अस्पताल ले जाने के दौरान रास्ते में दम तोड़ दिया। एएसपी ने बताया, “ टक्कर के कारण कार कुछ दूरी तक राजमार्ग पर घिसटती चली गई और फिर राजमार्ग से कई फुट नीचे गिर गई। रेत से लदे ट्रक ने कार को पूरी तरह से कुचल दिया और सभी कार यात्री अंदर फंस गए थे। दुर्घटना के कारण का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी गई है।
मृतकों में वह तीन महिलाएं भी शामिल हैं जिन्होंने हाल में नगालैंड कर्मचारी चयन बोर्ड की परीक्षा पास की थी और उन्हें ग्रेड-3 कर्मी के तौर पर सरकारी सेवा में शामिल होने के लिए नियुक्ति पत्र मिल गया था। मृतकों में कुल छह महिलाएं और चालक समेत दो पुरुष शामिल हैं। एएसपी ने बताया कि ट्रक के चालक और उसके सहायक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने इन मौतों पर शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों के लिए दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की। उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना भी व्यक्त की। नगा स्टूडेंट्स फेडरेशन (एनएसएफ) ने भी घटना पर गहरा दुख जताया है। -
नई दिल्ली। लोकसभा में महिला आरक्षण विधेयक पर बुधवार को चर्चा हुई। विधेयक में लोकसभा और राज्य विधानसभाओें में महिलाओं के लिए एक तिहाई सीटें आरक्षित करने का प्रावधान है। संविधान (128वां) संशोधन विधेयक-2023 कल नये संसद भवन में लोकसभा की कार्यवाही के पहले दिन पेश किया गया था। प्रस्तावित कानून को नारी शक्ति वंदन अधिनियम कहा जाएगा।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि महिला आरक्षण विधेयक पारित होने के साथ महिलाओं के नेतृत्व में विकास की शुरूआत होगी। उन्होंने कहा कि इस विधेयक से नीति-निर्माण में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित होगी। श्री शाह ने कहा कि महिला सशक्तिकरण कई दलों के लिए राजनीतिक मुद्दा हो सकता है लेकिन भारतीय जनता पार्टी के लिए यह राजनीतिक मुद्दा नहीं बल्कि उसकी कार्य संस्कृति है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में इस सरकार के गठन के बाद से महिलाओं की सुरक्षा, गरिमा और भागीदारी पर विशेष ध्यान दिया गया है। जन धन खाते का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि 70 प्रतिशत खाताधारक महिलाएं हैं। उन्होंने कहा कि देशभर में 11 करोड 72 लाख शौचालय बनाये गये हैं जो महिलाओं के सशक्तिकरण को दिखाता है। श्री शाह ने कहा कि महिलाओं के लिए तीन करोड मकान बनाये गये और 12 करोड घरों को नल से जल की सुविधा से जोड़ा गया है। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अन्तर्गत तीन करोड महिलाएं लाभान्वित हुई हैं।इससे पहले विधेयक पेश करते हुए केन्द्रीय विधि और न्याय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने इसे महिला सशक्तिकरण की दिशा में ऐतिहासिक कदम बताया। उन्होंने कहा कि इससे महिलाओं के लिए समानता के अवसर बढेंगे। श्री मेघवाल ने कहा कि सरकार ने देश में सामाजिक और आर्थिक असमानताएं दूर करने के लिए अनेक उपाय किये हैं।चर्चा की शुरूआत करते हुए कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी ने कहा कि उनकी पार्टी विधेयक का समर्थन करती है। उन्होंने कहा कि भारतीय नारी का धैर्य समुद्र के समान है और वह नदी की तरह सबके कल्याण के लिए काम करती है। सरोजिनी नायडू, अरुणा आसफ अली, राजकुमारी अमृत कौर जैसी महान विभूतियों के योगदान की याद दिलाते हुए श्रीमती सोनिया गांधी ने कहा कि महिलाओं ने स्वतंत्रता आंदोलन और आधुनिक भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया। श्रीमती गांधी ने मांग की कि जाति-जनगणना कराकर तथा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछडे वर्गों के उप कोटे के साथ महिला आरक्षण विधेयक तत्काल लागू किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि इस विधेयक को देरी से लागू करना भारतीय महिलाओं के प्रति अन्याय होगा। उन्होंने कहा कि सरकार को इस विधेयक के प्रभावकारी कार्यान्वयन के मार्ग में आने वाली सभी रुकावटें दूर करनी चाहिए।कांग्रेस के राहुल गांधी ने कहा कि महिला आरक्षण विधेयक एक बडा कदम है और इस सदन में सब इस बात पर सहमत हैं कि यह देश की महिलाओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण कदम है। जाति आधारित जनगणना की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि विधेयक में अन्य पिछडा वर्ग को आरक्षण दिया जाना चाहिए और यह विधेयक तत्काल लागू किया जाना चाहिए।डीएमके की कनीमोझी करूणानिधि ने भी विधेयक का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण विधेयक भारतीय जनता पार्टी का चुनावी वादा है लेकिन इस विधेयक को लाने और पारित कराने के लिए कई नेताओं को उनसे आग्रह करना पडा। उन्होंने विधेयक के वास्तविक कार्यान्वयन को लेकर सवाल उठाये। उन्होंने जनगणना नहीं कराये जाने को लेकर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर परिसीमन, जनगणना के आधार पर होगा तो इससे दक्षिण राज्यों का प्रतिनिधित्व कम हो जायेगा। जनता दल यूनाइटेड के राजीव रंजन सिंह ने कहा कि विधेयक के अंतर्गत अन्य पिछडा वर्गों को आरक्षण देने का प्रावधान होना चाहिये। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार जातिगत जनगणना का विरोध कर रही है।तृणमूल कांग्रेस के काकोली घोष दस्तीदार ने महिलाओं पर अत्याचार का मुद्दा उठाते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सुप्रिय सुले ने विधेयक के अंतर्गत अनुसूचित जाति, अनुसूचि जनजाति और अन्य पिछडा वर्ग के लिए आरक्षण देने की मांग की।समाजवादी पार्टी की डिम्पल यादव ने भी यही मांग उठाई। उन्होंने पूछा कि क्या विधेयक के प्रावधान राज्यसभा और विधान परिषद पर भी लागू होंगे? उन्होंने 2024 के आम चुनाव से पहले विधेयक के प्रावधान तत्काल लागू करने पर चिन्ता व्यक्त की।शिरोमणि अकाली दल की हरसिमरत कौर बादल ने जनगणना में देरी का मुददा उठाते हुए कहा कि यह अभी स्पष्ट नहीं है कि महिला आरक्षण विधेयक वास्तव में कब लागू होगा।भाजपा के डॉक्टर निशिकांत दुबे ने कहा कि विधेयक के प्रावधान निश्चित तौर पर लागू होंगे। कांग्रेस पार्टी के आरोप का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि जनगणना और परिसीमन कराया जायेगा तथा उसके अनुरूप महिलाओं को आरक्षण दिया जायेगा। केन्द्रीय मंत्री और अपना दल की सांसद अनुप्रिया पटेल ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज लोकसभा में महिलाओं का प्रतिनिधित्व 14 प्रतिशत और राज्यसभा में 11 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढाने के लिए यह विधेयक महत्वपूर्ण कदम है। भाजपा के जगदम्बिका पाल ने इस विधेयक को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि नीति निर्माण और प्रशासन में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढेगा।महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि इस विधेयक से महिलाओं की स्थिति मजबूत होगी।वाई एस आर कांग्रेस, बीजू जनता दल, बहुजन समाज पार्टी, भारत राष्ट्र समिति, शिवसेना, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, ए आई एम आई एम तथा अन्य दलों के सदस्यों ने भी विधेयक पर अपने विचार रखे। - कोहिमा। नगालैंड के त्सेमिन्यु जिले में बुधवार को ट्रक के टक्कर मारने के बाद एक कार (एसयूवी) खाई में गिर गई जिससे आठ लोगों की मौत हो गई है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह दुर्घटना राज्य की राजधानी कोहिमा से 65 किलोमीटर दूर ‘के. स्टेशन' के पास तड़के हुई। उन्होंने बताया कि टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि ट्रक भी सड़क से नीचे फिसल गया और फिर खाई में कार के ऊपर जा गिरा। त्सेमिन्यु के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) लानू एयर ने बताया कि जब हादसा हुआ उस वक्त कार कोहिमा से कोकोकचुंग की ओर जा रही थी जबकि बालू से लदा ट्रक मेरापानी से कोहिमा की तरफ जा रहा था। उन्होंने बताया कि सात लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि एक अन्य ने अस्पताल ले जाने के दौरान रास्ते में दम तोड़ दिया। एएसपी ने बताया, “ टक्कर के कारण कार कुछ दूरी तक राजमार्ग पर घिसटती चली गई और फिर राजमार्ग से कई फुट नीचे गिर गई। रेत से लदे ट्रक ने कार को पूरी तरह से कुचल दिया और सभी कार यात्री अंदर फंस गए थे। दुर्घटना के कारण का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी गई है।मृतकों में वह तीन महिलाएं भी शामिल हैं जिन्होंने हाल में नगालैंड कर्मचारी चयन बोर्ड की परीक्षा पास की थी और उन्हें ग्रेड-3 कर्मी के तौर पर सरकारी सेवा में शामिल होने के लिए नियुक्ति पत्र मिल गया था। मृतकों में कुल छह महिलाएं और चालक समेत दो पुरुष शामिल हैं। एएसपी ने बताया कि ट्रक के चालक और उसके सहायक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने इन मौतों पर शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों के लिए दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की। उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना भी व्यक्त की। नगा स्टूडेंट्स फेडरेशन (एनएसएफ) ने भी घटना पर गहरा दुख जताया है।
- नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 23 सितंबर को राष्ट्रीय राजधानी स्थित विज्ञान भवन में भारतीय विधिज्ञ परिषद (बीसीआई) द्वारा आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय अधिवक्ता सम्मेलन 2023 का उद्घाटन करेंगे। बीसीआई ने बताया कि उद्घाटन समारोह के दौरान प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ मुख्य अतिथि होंगे और केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल तथा ब्रिटेन के न्याय मंत्री एलेक्स चॉक केसी विशिष्ट अतिथि होंगे। परिषद के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ अधिवक्ता मनन कुमार मिश्रा ने बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में बताया कि समारोह का उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी करेंगे। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 24 सितंबर को समापन समारोह में मुख्य अतिथि होंगे।
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नयी दिल्ली। लोकसभा ने बुधवार को ‘नारीशक्ति वंदन विधेयक' को मंजूरी दे दी जिसमें संसद के निचले सदन और राज्य विधानसभाओं में 33 प्रतिशत सीट महिलाओं के लिए आरक्षित करने का प्रावधान है। इससे संबंधित ‘संविधान (एक सौ अट्ठाईसवां संशोधन) विधेयक, 2023' पर निचले सदन में करीब आठ घंटे की चर्चा और विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल के जवाब के बाद मत विभाजन के जरिए इसे स्वीकृति दी गई। विधेयक के पक्ष में 454 वोट पड़े और विरोध में 2 वोट पड़े। विधेयक पारित किए जाने के दौरान सदन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मौजूद थे।
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने विधेयक पर चर्चा की शुरुआत की। राहुल गांधी, गृह मंत्री अमित शाह, महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी समेत कुल 60 सदस्यों ने इस विधेयक पर चर्चा में भाग लिया। इनमें 27 महिला सदस्य शामिल हैं। मेघवाल ने चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि सरकार ने इस बार ऐसी व्यवस्था की है कि महिलाओं को इस बार इंतजार नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने तकनीकी मुद्दों पर कहा, ‘‘आप (विपक्ष) चाहते हैं कि यह विधेयक तकनीकी कारणों से फंस जाये, लेकिन हम इस बार इसे फंसने नहीं देंगे।'' उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास नीति भी है, नीयत भी और मोदी जी जैसा नेतृत्व भी।'' ‘नारीशक्ति वंदन विधेयक' के कानून बन जाने के बाद 543 सदस्यों वाली लोकसभा में महिला सदस्यों की संख्या मौजूदा 82 से बढ़कर 181 हो जाएगी। राज्य विधानसभाओं में भी महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत सीट आरक्षित हो जाएंगी। मेघवाल ने मंगलवार को लोकसभा में कहा था कि विधेयक में फिलहाल 15 साल के लिए आरक्षण का प्रावधान किया गया है और संसद को इसे बढ़ाने का अधिकार होगा। केंद्रीय मंत्री ने स्पष्ट किया था कि महिलाओं की आरक्षित सीट में भी अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षण होगा।
- नयी दिल्ली । केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने मंगलवार को कहा कि नए संसद भवन में स्थानांतरित होना भारत के संसदीय लोकतंत्र के इतिहास में एक निर्णायक मोड़ है। उन्होंने कहा कि यह 17वीं लोकसभा के वर्तमान सांसदों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है क्योंकि "हमें अपने कार्यकाल का एक हिस्सा पुराने संसद भवन की इमारत में और आज से कार्यकाल का दूसरा हिस्सा नए संसद भवन की इमारत में बिताने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है।'' कार्मिक राज्य मंत्री सिंह ने कहा, "यह दिन भारत के संसदीय लोकतंत्र के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ है।"
- श्रीनगर ।जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मंगलवार को केंद्र शासित प्रदेश के लोगों से कहा कि उन्हें प्रदेश में जारी शांति और विकास प्रक्रिया को बाधित करने की कोशिश कर रहे लोगों की बातों में आकर गुमराह नहीं होना चाहिए। सिन्हा ने मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।कमरिया स्टेडियम में एक विशाल सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने लोगों से ऐसे लोगों की बातों में आकर गुमराह नहीं होने का आह्वान किया जो शांति और विकास प्रक्रिया में व्यवधान पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। उपराज्यपाल ने नागरिकों के लिए सुगम जीवनयापन को सुनिश्चित करने के लिए कई दशकों के विकास संबंधी अंतराल को दूर करने के प्रति केंद्रशासित प्रशासन की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा कि 2019 से पहले देरी आम बात थी, लेकिन अब परियोजनाओं को तेजी से पूरा करना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सिन्हा ने कहा कि 1,500 परियोजनाएं पूरी की गई हैं जिनमें पांच से 20 साल की देरी हुई थी।
- गोंडा (उत्तर प्रदेश)। जिले के मनकापुर क्षेत्र में मंगलवार को ततैया के हमले में दो बच्चों की मौत हो गई। हादसे में गंभीर रूप से घायल उनकी दादी का जिला अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि मनकापुर थाना क्षेत्र के मदनापुर गांव निवासी उत्तमा (65) अपने दो पौत्रों युग (चार) और योगेश (छह) के साथ दुकान से राशन लाने जा रही थी। रास्ते में उन पर अचानक ततैया के झुंड ने हमला बोल दिया। ततैया के डंक मारने से तीनों की हालत गंभीर हो गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे परिजन उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनकापुर ले गए, जहां पहुंचते ही युग की मौत हो गई। डॉक्टरों ने योगेश और उत्तमा की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। वहां इलाज के दौरान योगेश की भी मौत हो गई। सूत्रों ने बताया कि उत्तमा का उपचार किया जा रहा है। file photo
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बलरामपुर (उप्र). जिले के गौरा चौराहा थाना क्षेत्र अंतर्गत भुसेलवा गांव में एक अधेड़ व्यक्ति की महिला से अवैध संबंध के शक में पीट पीट कर हत्या कर दी गई। पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक (एसपी) केशव कुमार ने बताया की सोमवार रात गौरा चौराहा थाना क्षेत्र के ग्राम भुसेलवा निवासी राज कुमार वर्मा (45) की एक महिला से अवैध संबंधों के शक में लाठी-डंडों से पीट पीट कर हत्या कर दी गई। उन्होंने बताया कि वर्मा के बेटे रमेश वर्मा ने गांव के ही तीन लोगों पर हत्या का मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने मंगलवार को तीनों को गिरफ्तार कर लिया।
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नोएडा. उत्तर प्रदेश में गौतमबुद्धनगर के थाना बिसरख क्षेत्र में स्थित एक सोसायटी में रहने वाले 12 वीं कक्षा के छात्र की 24 वीं मंजिल से संदिग्ध अवस्था में गिरने की वजह से मौत हो गई है। पुलिस ने यह जानकारी दी है। बिसरख के प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार सिंह ने बताया कि आज सुबह 6:30 बजे सूचना मिली कि गौर सौदर्यम सोसायटी में रहने वाला 17 वर्षीय किशोर प्रणव की 24 वीं मंजिल से गिरने की वजह से संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई है। उन्होंने बताया कि मृतक के परिजनों ने पुलिस को बताया है कि वह अपने दोस्तों के साथ रात के समय पार्टी करने के लिए छुपकर चला जाता था। उन्होंने बताया कि पुलिस को शक है कि वह रात के समय परिजनों से छुपकर बालकनी के रास्ते दोस्तों के यहां पार्टी करने गया, तथा आज सुबह लौटा। सिंह ने कहा कि आशंका है की बालकनी के रास्ते अपने फ्लैट में जाते समय असंतुलित होने की वजह से वह नीचे गिर गया तथा उसकी मौत हो गई। पुलिस आत्महत्या और हादसा दोनों कोण को ध्यान में रखकर मामले की जांच कर रही है।
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बारासात. पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में मंगलवार को बांग्लादेश सीमा के पास से 14 करोड़ रुपये के सोने के बिस्कुट जब्त किए गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि खुफिया सूचना पर कार्रवाई करते हुए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की 68वीं बटालियन के जवानों ने बगदाह पुलिस थाना क्षेत्र के रोंगहाट गांव में एक मोटरसाइकिल को रोका। अधिकारियों ने बताया कि मोटरसाइकिल की तलाशी लेने पर जवानों को 23 किलोग्राम सोने के बिस्कुट बरामद हुए जिनकी कीमत 14 करोड़ रुपये है। उन्होंने बताया कि सोने के बिस्कुट की बांग्लादेश से भारत में तस्करी की जा रही थी जिसमें मोटरसाइकिल सवार को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।
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शाहजहांपुर . जिले में लूटपाट के इरादे से घर में घुसे अज्ञात बदमाशों ने सोमवार की रात एक निजी कॉलेज के लेक्चरर की धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी तथा दो महिलाओं और तीन बच्चों समेत सात लोगों को गंभीर रूप से घायल कर दिया। पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा ने मंगलवार को बताया कि कटरा थाना क्षेत्र में रहने वाले आलोक कुमार गुप्ता एक निजी कॉलेज में लेक्चरर थे। सोमवार की रात उनके घर में बदमाश घुस गए। आहट मिलने पर आलोक जाग गए तो बदमाशों ने धारदार हथियारों से इन पर कई बार किये जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। उन्होंने बताया कि इसके बाद बदमाशों ने आलोक कुमार की पत्नी खुशबू, पिता सुधीर गुप्ता तथा भाई प्रशांत तथा उसकी पत्नी रुचि समेत तीन बच्चों को भी धारदार हथियारों से हमला कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया जिन्हें गंभीर हालत में बरेली के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मीणा ने बताया कि वह स्वयं घटनास्थल पर मौजूद है तथा पुलिस महानिदेशक बरेली, राकेश कुमार ने भी घटनास्थल का मौका मुआयना किया है। उन्होंने बताया कि मामले की जांच के लिए दो टीमों का गठन किया गया है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस ने आलोक कुमार गुप्ता के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
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नयी दिल्ली. संसद का नया भवन वैदिक काल से लेकर वर्तमान समय तक भारत की लोकतांत्रिक परंपराओं की कहानियां चित्रित करता है। संसद के नये भवन में मंगलवार को लोकसभा और राज्यसभा की प्रथम बैठक हुई।
नये भवन के ‘कांस्टीट्यूशन हॉल' में लोकतंत्र की विकास यात्रा को विभिन्न वस्तुओं और चित्रों के माध्यम से प्रदर्शित किया गया। संसद का नया भवन श्रीयंत्र से प्रेरित है जिसका इस्तेमाल हिंदू परंपराओं में पूजा के लिए होता है और इसे पवित्र ऊर्जा का स्रोत माना जाता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, ‘‘भारत के जीवंत लोकतंत्र में नये अध्याय की शुरुआत करते हुए नया संसद भवन आशा और प्रगति के प्रकाशस्तंभ के रूप में खड़ा है। यह हमारे राष्ट्र की आकांक्षाओं को और हमारे भविष्य की अनंत संभावनाओं को प्रतिबिंबित करता है।'' ‘कांस्टीट्यूशनल हॉल' में भारतीय संविधान की एक डिजिटल प्रति रखी गयी है जिसमें आधुनिकता का भाव है। इसमें फूको लोलक (फौकॉल्ट पेंडुलम)भी रखा गया है जो पृथ्वी के परिक्रमण को दर्शाता है। यह लोलक ‘कांस्टीट्यूशनल हॉल' की त्रिभुजाकार छत से एक बड़े स्काईलाइट से लटका है और ब्रह्मांड के साथ भारत के विचार को झलकाता है। लोकसभा और राज्यसभा के सदनों में डिजिटल मतदान प्रणाली, आधुनिक दृश्य-श्रव्य प्रणाली के साथ बेहतर एकॉस्टिक (ध्वनि अनुकूल) व्यवस्था है। नये भवन में तीन खंडों में महात्मा गांधी, चाणक्य, गार्गी, सरदार वल्लभ भाई पटेल, बी आर आंबेडकर के साथ ही कोणार्क के सूर्य मंदिर में स्थित सूर्य चक्र की बड़ी कांस्य छवियां हैं। नये भवन के प्रवेश मार्ग तीन गैलरी की ओर जाते हैं जिनमें भारत की नृत्य, गीत और संगीत परंपराओं को दर्शाने वाली संगीत गैलरी, देश के वास्तु-शिल्प को दर्शाने वाली स्थापत्य गैलरी और विभिन्न राज्यों की हथकरघा परंपराओं को दर्शाने वाली शिल्प गैलरी हैं। नये भवन में पेंटिंग, भित्तिचित्रों, पत्थर की मूर्तियों और धातु की कृतियों समेत करीब 5000 कलाकृतियां हैं। लोकसभा चैंबर का आंतरिक स्वरूप राष्ट्रीय पक्षी मोर पर आधारित है, वहीं राज्यसभा का स्वरूप राष्ट्रीय पुष्प कमल पर आधारित है। अधिकारियों के अनुसार संगीत गैलरी के लिए अनेक महान संगीतज्ञों के परिजनों ने उनके वाद्ययंत्र प्रदान किये हैं जिनमें उस्ताद अमजद अली खान, पंडित हरप्रसाद चौरसिया, उस्ताद बिस्मिल्ला खान और पंडित रविशंकर शामिल हैं। -
रूद्रप्रयाग. केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहित और व्यवसायी 10 साल पहले आपदा में तबाह हुए अपने घरों और दुकानों का मालिकाना हक दिए जाने सहित चार सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं । केदारनाथ मंदिर के तीर्थ पुरोहित समाज की मुख्य संस्था केदार सभा के आह्वान पर पिछले चार दिनों से यह आंदोलन चल रहा है । मंगलवार को भी खराब मौसम के बीच आंदोलनस्थल पर टेंटों में दो तीर्थ पुरोहित आमरण अनशन पर बैठे रहे। केदारसभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी ने कहा कि तीर्थ पुरोहित और व्यवसायी पिछले 10 साल से आपदा की भेंट चढ़ गए भवनों, दुकानों और भूमि का मालिकाना हक दिए जाने की मांग कर रहे हैं लेकिन इस पर उत्तराखंड सरकार का रवैया टालमटोल वाला रहा है। उन्होंने बताया कि जिन चार सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन किया जा रहा है उनमें मुख्य रूप से 2013 की आपदा में पूरी तरह बह गए घरों के मालिकों को भूस्वामित्व के साथ नए भवन देने की मांग शामिल है। उनके मुताबिक, इसके अलावा मंदिर के चबूतरे के निर्माण के लिए जिन परिवारों की भूमि अधिग्रहीत की गई थी, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर भूस्वामित्व के साथ भवन दिए जाएं तथा जिन तीर्थ पुरोहितों का अनुबंध के आधार पर भवन अधिग्रहण किया गया है, उनके भवन जल्द तैयार कर भूस्वामित्व के साथ सौंपे जाएं। उन्होंने कहा कि केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में लगाए गए सोने की उच्च स्तरीय जांच की मांग भी इनमें शामिल है। तिवारी ने कहा कि केदारनाथ में चार दिन से आंदोलन चल रहा है लेकिन सरकार का रवैया अभी भी उदासीनता से भरा हुआ है । केदार सभा के पूर्व अध्यक्ष किशन चंद्र बगवाड़ी ने भी सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार इस मामले पर बातचीत के लिए आगे क्यों नहीं आ रही है? उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार का ऐसा ही रुख रहा तो बृहस्पतिवार से केदारनाथ में चल रहे कार्यों को बंद कराने के लिए मजबूर होना पड़ेगा । केदारनाथ में आंदोलन के चलते एक दिन बाजार बंद रखा गया और एक दिन का क्रमिक अनशन भी केदार सभा के सदस्य कर चुके हैं। सोमवार से दो तीर्थ पुरोहित--संदीप सेमवाल और कमल तिवारी आंदोलन स्थल पर एक टेंट के भीतर आमरण अनशन पर बैठे हैं। केदार सभा के अध्यक्ष तिवारी का कहना है कि आमरण अनशन पर बैठे एक साथी का स्वास्थ्य ठीक नहीं है।
आंदोलनरत लोगों ने कहा कि 2013 में आयी केदारनाथ आपदा के समय पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त भवनों व दुकानों को पुनः बना कर देने का वादा किया गया था लेकिन यह आज तक पूरा नहीं हुआ । उन्होंने कहा कि कुछ भवनों को बनाया गया है लेकिन उनका मालिकाना हक नहीं मिलने से लोग भविष्य को ले कर आशंकित है । उन्होंने कहा कि मांगे पूरी होने तक आंदोलन जारी रखा जाएगा । -
मथुरा . मथुरा में एक बुजुर्ग ने अपनी बहू और उसके परिजनों के उत्पीड़न से तंग आकर कथित रूप से ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दे दी। पुलिस ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बुजुर्ग के पास से मिले सुसाइड नोट से पता चला कि अपनी बहू और उसके चार परिजनों द्वारा की गई मारपीट, अभद्रता तथा मानसिक उत्पीड़न से तंग आकर उन्होंने आत्महत्या का कदम उठाया। पुलिस अधीक्षक (एसपी) नगर मार्तंड प्रकाश सिंह ने बताया कि सोमवार को नरहौली पुल के समीप एक वृद्ध के ट्रेन के आगे छलांग लगाकर जान देने की सूचना मिली थी। मृतक की जेब से मिले दस्तावेजों से उसकी शिनाख्त हाईवे थाना क्षेत्र के गांव बाजना-परखम निवासी 60 वर्षीय किसान स्वरूप सिंह के रूप में हुई। सिंह के पुत्र ने पत्नी सहित उसके मायके के चार लोगों पर पिता को मारने-पीटने, जलील करने और उनका उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है। पुलिस सुसाइड नोट व उसमें लगाए गए आरोपों की जांच कर रही है। सिंह ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि बुजुर्ग की बहू आए दिन उनसे विवाद करती थी। घर में रहने नहीं देती थी और कुछ दिन पूर्व उसने अपने मायके वालों को बुलाकर स्वरूप सिंह की पिटाई भी करा दी थी। इससे वह काफी आहत थे और सोमवार को बिना बताए घर से बाहर निकल गए थे। एसपी ने बताया कि सिंह की जेब से मिले सुसाइड नोट की जांच की जा रही है। सिंह के बेटे ने भी अपनी पत्नी व उसके मायके के चार लोगों के खिलाफ शिकायत दी है। जांच कर मामला दर्ज किया जाएगा।
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रांची. उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उसके आसपास के इलाकों में निम्न दबाव वाला क्षेत्र बनने से झारखंड के कुछ हिस्सों में बुधवार से अगले तीन दिनों तक भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि निम्न दबाव का क्षेत्र बनने के कारण 22 सितंबर तक मुख्य रूप से झारखंड के दक्षिणी, मध्य और पश्चिमी हिस्सों में मूसलाधार बारिश होने का अनुमान है। रांची मौसम विज्ञान केंद्र के प्रभारी अभिषेक आनंद ने कहा, "अगले 48 घंटे में उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और आसपास के क्षेत्र में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, जिससे झारखंड के बड़े हिस्से में पानी बरसेगा। राज्य के कुछ हिस्सों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।" मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी बुलेटिन के मुताबिक, बुधवार को दक्षिणी और मध्य झारखंड के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश होने की आशंका है, जिसमें रांची समेत अन्य आठ जिले शामिल हैं। अगले दिन कम दबाव वाले क्षेत्र का असर राज्य के पश्चिमी और मध्य हिस्से पर पड़ सकता है। बुलेटिन के अनुसार, 22 सितंबर को झारखंड के उत्तर-पश्चिम और उत्तर-पूर्वी हिस्सों में भारी बारिश होने का अनुमान है। आनंद ने बताया कि झारखंड में अभी तक औसत से 34 फीसदी कम बारिश हुई है। उन्होंने कहा कि बारिश के ताजा दौर से राज्य में बारिश की कमी के आंकड़ा घट सकता है।
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मुंबई. महाराष्ट्र में 10 दिवसीय गणेश उत्सव धूमधाम के साथ मंगलवार को शुरू हो गया। गणेश चतुर्थी के साथ शुरू हुए इस उत्सव के तहत पूरे राज्य में धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ समृद्धि और बुद्धि के देवता भगवान श्री गणेश की मूर्तियां घरों और पंडालों में स्थापित की गई हैं। राज्य में इस सार्वजनिक उत्सव की शुरुआत 1890 के दशक में तब हुई थी जब राष्ट्रवादी नेता बाल गंगाधर तिलक और अन्य लोगों ने आम जनता को संगठित करने के लिए इसका इस्तेमाल करने का फैसला किया। राजधानी मुंबई और राज्य के अन्य प्रमुख शहरों में गणेश मंडल भगवान श्री गणेश की विशाल मूर्तियों को ढोल-ताशा की थाप के साथ शोभायात्रा निकालकर अपने पूजा पंडालों में ले गए। राज्य में ज्यादातर लोग अपने-अपने घरों में भगवान श्री गणेश की मूर्तियां सोमवार की रात या मंगलवार की सुबह 'गणपति बप्पा मोरया' के जयकारों के साथ लेकर आए। इस अवसर पर फूल, पूजा सामग्री, मिठाई और सजावटी सामान खरीदने के लिए लोगों की सब्जी और फूल बाजारों, मिठाई की दुकानों और सड़क किनारे लगी दुकानों पर भीड़ उमड़ी पड़ी। मुंबई में लोगों ने अपने घरों और पंडालों में चंद्रयान-3 के प्रक्षेपण से लेकर अयोध्या के राम मंदिर समेत कई विषयों पर आधारित सजावट की, जिनमें भगवान श्री गणेश की विभिन्न आकृतियों और आकारों की मूर्तियां स्थापित की गईं। बच्चों के साथ-साथ वरिष्ठ नागरिकों सहित परिवार के अन्य सदस्य 'गणपति बप्पा मोरया' के जयकारों और ढोल की थाप के बीच अपने प्यारे 'बप्पा' को घर लाने के लिए सुबह-सुबह अपने घरों से बाहर निकले। कई लोगों को ऑटोरिक्शा, कार और परिवहन के अन्य साधनों में मूर्तियों को ले जाते देखा गया।
इस अवसर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई में अपने-अपने आधिकारिक आवासों पर भगवान श्री गणेश की मूर्ति स्थापित की। पुणे में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने 10 दिवसीय उत्सव के पहले दिन गणेश चतुर्थी के अवसर पर महाराष्ट्र के प्रसिद्ध दगडूशेठ गणपति पंडाल में विशेष (प्राण प्रतिष्ठान) पूजा की। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने परिवार के सदस्यों के साथ अपने आधिकारिक निवास 'वर्षा' में भगवान श्री गणेश की पूजा करने के बाद कहा, ‘‘मैंने भगवान श्री गणेश से राज्य के लोगों के लिए समृद्धि और शांति की कामना की है।'' फडणवीस ने अपने सरकारी निवास सागर में भगवान श्री गणेश की मूर्ति स्थापित की। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि भगवान का आशीर्वाद 'महायुति' (भाजपा के नेतृत्व वाला महागठबंधन) के साथ है। फिल्म और टेलीविजन जगत से जुड़ी कई हस्तियों ने भी अपने-अपने घरों में भगवान गणेश का स्वागत किया।
गणेश चतुर्थी उत्सव पुणे में भी धूमधाम के बीच शुरू हुआ, जिसमें प्रमुख गणेश मंडलों या समूहों ने भगवान श्री गणेश के स्वागत के लिए बड़ी-बड़ी शोभायात्राएं निकालीं। सुबह-सुबह शुरू हुई शोभायात्राओं में पारंपरिक ढोल-ताशा (ड्रम) मंडलियां शामिल हुईं।
भव्य तरीके से सजाए जाने के कारण मुंबई के जीएसबी सेवा मंडल के 'महागणपति' हमेशा शहर में चर्चा का विषय बने रहते हैं। जीएसबी सेवा मंडल ने इस बार भगवान गणेश की मूर्ति को 66.5 किलोग्राम सोने के आभूषण, 295 किलोग्राम से अधिक चांदी के साथ ही अन्य कीमती सामान से सजाया है। मुंबई के किंग सर्किल में स्थित जीएसबी सेवा मंडल के एक प्रवक्ता ने बताया कि इस बार सुरक्षा व्यवस्था के तहत लोगों के चेहरे की पहचान करने वाले कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा अन्य प्रसिद्ध गणेश मंडल चिंचपोकली, गणेश गली और तेजुकाया में हैं। इनके अलावा लोगों को गिरगांव के खेतवाड़ी इलाके में शहर के सबसे ऊंचे 45 फुट के गणेश भी देखने को मिलेंगे। बीएमसी की एक विज्ञप्ति में कहा गया कि केंद्र सरकार की स्वच्छता प्रतियोगिता 'इंडियन क्लीननेस लीग 2.0' के एक भाग के रूप में रविवार को मुंबई में एक विशेष सफाई अभियान चलाया गया। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि गणेश उत्सव के मद्देनजर मुंबई में सुरक्षा के लिए 13,750 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। उन्होंने कहा कि इनमें 11,726 सिपाही, उपनिरीक्षक से लेकर सहायक आयुक्त स्तर तक के 2,024 अधिकारी और 15 उपायुक्त शामिल हैं। मुंबई में सुबह-सुबह ही कई प्रसिद्ध गणेश पंडालों में मूर्तियां स्थापित की गयीं, जिनमें सबसे प्रसिद्ध लालबागचा राजा भी शामिल हैं जबकि कई मूर्तियों को शोभायात्रा के साथ कार्यशालाओं से पंडालों तक ले जाया गया। इस संबंध में एक आयोजक ने कहा कि मुहूर्त के अनुसार भगवान श्री गणेश की पूजा करने के बाद पंडालों में लोगों को देवता के दर्शन करने की अनुमति दी जाएगी। बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने कहा कि कुल 2,729 'सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों' को 'पंडाल' बनाकर सार्वजनिक रूप से गणेश उत्सव आयोजित करने की अनुमति दी गई है। यह उत्सव तटीय कोंकण क्षेत्र में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है जिसमें ठाणे, रत्नागिरी, सिधुदुर्ग, रायगढ़ और मुंबई जिले शामिल हैं। कोंकण रेलवे ने लोगों के त्योहार के लिए अपने मूल स्थानों की यात्रा करने के वास्ते मुंबई से गोवा तक कोंकण के लिए विशेष ट्रेन संचालित की हैं। पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘गणेश उत्सव के दौरान बड़ी संख्या में लोगों के घरों से बाहर निकलने और पूजा पंडालों में आने की उम्मीद है। पुलिस किसी भी प्रकार की कानून-व्यवस्था की समस्या से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।'' यातायात पुलिस द्वारा जारी अधिसूचना में महानगर में वाहनों के सुचारू प्रवाह के लिए कई कदम सूचीबद्ध किए गए हैं, जिनमें कुछ दिन तक भारी वाहनों पर प्रतिबंध भी शामिल है। पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘दक्षिण मुंबई में 21, 24, 26 और 29 सितंबर को निजी बसों और भारी वाहनों के संचालन पर प्रतिबंध रहेगा। दक्षिण मुंबई में 21, 24, 26 और 29 सितंबर को छोड़कर 19 से 29 सितंबर के बीच, सभी प्रकार के भारी वाहनों को आधी रात से सुबह सात बजे के बीच संचालन की अनुमति है।'' उन्होंने कहा, ‘‘दक्षिण मुंबई को छोड़कर 20, 23 और 25 सितंबर को सभी प्रकार के भारी वाहनों और निजी बसों के प्रवेश और सड़कों पर चलने पर पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न एक बजे तक पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।'' अधिकारी ने कहा कि विसर्जन के दिन सड़कों पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा। -
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में एक किलोमीटर से अधिक लंबे रामबन फ्लाईओवर के पास दो लेन के पुल निर्माण का काम इस महीने के अंत तक या अक्टूबर के शुरू में पूरा होने की संभावना है। उम्मीद है कि अक्टूबर के मध्य तक इसे खोल दिया जाएगा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा नियुक्त निर्माण कंपनी गैमन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के इंजीनियरों ने कहा कि जामिया मस्जिद और बोवाली बाजार रामबन के पास गर्डर बिछाने का काम पूरा हो गया है और केवल अंतिम दो गर्डरों पर कंक्रीट स्लैब बिछाने का काम जारी है। 140 करोड़ रुपये की लागत से बना यह पुल उधमपुर-रामबन राजमार्ग खंड पर स्थित है और इससे श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की निर्बाध आवाजाही संभव हो पायेगी।
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नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने आज अपने सौर मिशन आदित्य-एल1 का एक महत्वपूर्ण कार्य सफलतापूर्वक पूरा कर लिया। अंतरिक्ष यान ने अब एल1 तक पहुंचने की लगभग 110 दिन की यात्रा शुरू कर दी है। इसरो ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा है कि 110 दिन के बाद एक प्रक्रिया के माध्यम से इसे सूर्य और पृथ्वी के बीच एल1 प्वाइंट के आसपास की कक्षा में स्थापित किया जाएगा।
आदित्य-एल1 पहली भारतीय अंतरिक्ष-आधारित वेधशाला है जो पृथ्वी से लगभग 15 लाख किमी दूर स्थित लैग्रेंजियन प्वाइंट (एल1) के चारों ओर एक प्रभामंडल कक्षा से सूर्य का अध्ययन करेगा। सूर्य गैस का एक विशाल गोला है और आदित्य-एल1 सूर्य के बाहरी वातावरण का अध्ययन करेगा।इसरो के अनुसार, L1 प्वाइंट के चारों ओर प्रभामंडल कक्षा में स्थापित अंतरिक्ष यान बिना किसी बाधा के लगातार सूर्य को देखने में सक्षम हो पायेगा। इससे वास्तविक समय में सौर गतिविधियों और अंतरिक्ष मौसम पर इसके प्रभाव को देखा जा सकेगा। -
नई दिल्ली। एक खालिस्तानी अलगाववादी नेता की जून में हुई हत्या (Nijjar Killing Case) से भारत के ‘‘संभावित’’ संबंध के आरोपों का हवाला देकर एक भारतीय अधिकारी को कनाडा से निष्कासित किए जाने के कुछ ही घंटे बाद भारत ने एक कनाडाई राजनयिक को निष्कासित करने की मंगलवार को घोषणा की।
भारत में कनाडा के उच्चायुक्त को विदेश मंत्रालय द्वारा तलब किया गया और वरिष्ठ कनाडाई राजनयिक को निष्कासित करने के फैसले के बारे में सूचित किया गया। मंत्रालय ने कहा कि कनाडाई राजनयिक को निष्कासित करने का फैसला ‘‘हमारे आंतरिक मामलों में कनाडाई राजनयिकों के हस्तक्षेप और भारत विरोधी गतिविधियों में उनकी संलिप्तता’’ को लेकर भारत की बढ़ती चिंता को दर्शाता है।उसने एक बयान में कहा, ‘‘संबंधित राजनयिक को अगले पांच दिन में भारत से जाने का निर्देश दिया गया है।’’ इससे पहले, भारत ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के इन आरोपों को ‘‘बेतुका’’ और ‘‘बेबुनियाद’’ बताकर सिरे से खारिज कर दिया था कि खालिस्तानी अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत सरकार के एजेंट का ‘‘संभावित हाथ’’ है।ट्रूडो द्वारा संसद में Nijjar Killing के संबंध में आरोप लगाए जाने के बाद कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने घोषणा की कि ‘‘एक वरिष्ठ भारतीय राजनयिक’’ को कनाडा से निष्कासित कर दिया गया है। कनाडाई नागरिक निज्जर की दो अज्ञात बंदूकधारियों ने गत 18 जून को कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी थी।ट्रूडो ने संसद में कहा था कि जून में हुई निज्जर की हत्या और भारत सरकार के एजेंट के बीच ‘‘संभावित संबंध के पुख्ता आरोपों’’ की कनाडा की सुरक्षा एजेंसियां पूरी सक्रियता से जांच कर रही हैं।विदेश मंत्रालय ने भारत पर लगाए गए आरोपों को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कनाडा में हिंसा के किसी भी कृत्य में भारत की संलिप्तता के आरोप ‘‘बेतुके’’ और ‘‘बेबुनियाद’’ हैं। -
नई दिल्ली। सरकार ने संसद के निचले सदन, राज्य विधानसभाओं और दिल्ली विधानसभा में महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण प्रदान करने से संबंधित ऐतिहासिक नारीशक्ति वंदन विधेयक को मंगलवार को लोकसभा में पेश कर दिया। विधि एवं न्याय मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अर्जुनराम मेघवाल ने विपक्ष के शोर-शराबे के विपक्ष संविधान (एक सौ अट्ठाईसवां संशोधन) विधेयक, 2023 पेश किया। नए संसद भवन में पेश होने वाला यह पहला विधेयक है।
मेघवाल ने विधेयक पेश करते हुए कहा कि यह विधेयक महिला सशक्तीकरण से संबंधित विधेयक है और इसके कानून बन जाने के बाद 543 सदस्यों वाली लोकसभा में महिला सदस्यों की मौजूदा संख्या (82) बढ़कर 181 हो जाएगी। इसके पारित होने के बाद विधानसभाओं में भी महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत सीट आरक्षित हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि विधेयक में फिलहाल 15 साल के लिए आरक्षण का प्रावधान किया गया है और संसद को इसे बढ़ाने का अधिकार होगा।मेघवाल ने 2010 में महिला आरक्षण विधेयक राज्यसभा में पारित होने के बाद उसे लोकसभा से पारित न कराने को लेकर तत्कालीन मनमोहन सिंह सरकार की मंशा पर संदेह व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि राज्यसभा में पारित होने के बावजूद महिला आरक्षण विधेयक लोकसभा में पारित नहीं कराया जा सका, यह तत्कालीन मनमोहन सिंह सरकार की नाकामी को दर्शाता है।इस बीच अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि विधेयक पर चर्चा बुधवार को होगी। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा को संबोधित करते हुए कहा की उनकी सरकार लोकसभा एवं राज्य विधानसभाओं में महिला आरक्षण के प्रावधान वाले ‘‘नारीशक्ति वंदन विधेयक’’ को कानून बनाने के लिए संकल्पबद्ध है। मोदी ने कहा, ‘‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम के माध्यम से हमारा लोकतंत्र और मजबूत होगा। मैं देश की माताओं, बहनों और बेटियों को नारी शक्ति वंदन अधिनियम के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।’’ -
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत का सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरना कोई संयोग नहीं है क्योंकि इसके सरल और टिकाऊ समाधानों ने कमजोर और वंचित लोगों को देश की विकास गाथा का नेतृत्व करने के लिए सशक्त बनाया है। सूचना और प्रसारण मंत्रालय की ई-बुक, 'पीपुल्स जी-20' में एक लेख में, श्री मोदी ने कहा कि भारत के लिए, जी-20 की अध्यक्षता केवल एक उच्च स्तरीय राजनयिक प्रयास नहीं है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की जननी और विविधता के मॉडल के रूप में इसने दुनिया के लिए इस अनुभव के द्वार खोले। भारत नवंबर तक अध्यक्ष पद पर बना रहेगा और दिसंबर से ब्राजील इसकी अध्यक्षता करेगा। प्रधान मंत्री ने कहा कि यह एक जन-संचालित आंदोलन बन गया है और हमारे देश के 60 शहरों में दो सौ से अधिक बैठकें आयोजित की गई हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी अध्यक्ष देश ने कभी भी इतने विशाल और विविध स्तर पर कार्यक्रम आयोजित नहीं किये है। प्रधान मंत्री ने कहा कि भारत की जी-20 की अध्यक्षता ने मतभेद दूर करने, बाधाएं खत्म करने और सहयोग बढाने का प्रयास किया है।
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जयपुर। राजस्थान पुलिस ने प्रतापगढ़ जिले के देवगढ़ सर्कल के खूंटगढ़ गांव के जंगल में दिव्यांग युवती की हत्या कर शव को पेड़ से लटकाने के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बताया कि आरोपी युवक कुलदीप गहलोत को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को मृतका के मामा भंवरलाल गुर्जर ने धमोतर थाने में तहरीर दी थी कि उसकी मानसिक रूप से कमजोर और दिव्यांग भांजी घर पर किसी को बिना बताए कहीं चली गई है। इसी दौरान शनिवार को थाना देवगढ़ सर्कल के खूंटगड गांव के जंगल में एक युवती का शव पेड़ से लटका मिला। जिसकी पहचान भंवरलाल ने अपनी भांजी के रूप में की। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि विशेष पुलिस दल ने साइबर सेल की मदद से आरोपी कुलदीप गहलोत को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने बताया कि पूछताछ में आरोपी ने बताया कि घटना के दिन वह युवती को बहला फुसलाकर खूंटगड के जंगल में ले गया। जहां उसने युवती पर शादी का दबाव बनाया। मना करने पर दोनों का झगड़ा हो गया। अधिकारी ने बताया, युवती ने उसे धमकी दी थी कि वह अपने मामा को कहकर उसका गांव छुड़ा देगी। इस पर गुस्से में आकर आरोपी ने गला दबाकर युवती की हत्या कर दी और फिर उसी के दुपट्टे से बांधकर शव को पेड़ पर लटका दिया।
- जयपुर। राजस्थान में बाड़मेर जिले के धोरीमन्ना थाना क्षेत्र में रविवार देर रात पानी की टंकी में नाबालिग युवक-युवती के शव पाये गये। थानाधिकारी सुखराम विश्नोई ने बताया कि लुखू गांव में 17 वर्षीय एक किशोर और 16 वर्षीय एक किशोरी के शव एक खेत में पानी की टंकी में पाये गये। उनके अनुसार दोनों रिश्ते में चचेरे भाई-बहन थे। विश्नोई ने बताया कि किशोर 11 वीं कक्षा में पढ़ता था जबकि किशोरी नौवीं कक्षा की छात्रा थी। उनके मुताबिक शव के आसपास दोनों की चप्पल आदि मिले हैं लेकिन कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला लग रहा है। उन्होंने बताया कि सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिये गये। उन्होंने बताया कि परिजनों ने बकरियां चराने के दौरान पैर फिसल जाने से उनके टंकी में गिरने की रिपोर्ट दी है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। file photo
- नयी दिल्ली। मानवीय गतिविधियां ग्रह को लगातार प्रभावित कर रही हैं, जिसके चलते पृथ्वी की समग्र परिस्थितियों में भारी परिवर्तन का जोखिम बढ़ गया है। ‘ग्रहीय सीमा ढांचा' के अद्यतन शोध में यह जानकारी सामने आई है। शोधकर्ताओं ने कहा कि मानवीय जीवन की बेहतरी के लिये नौ “ग्रहीय सीमाएं” वैश्विक पर्यावरण के घटकों का प्रतिनिधित्व करती हैं जो ग्रह की स्थिरता और लोगों के लिए रहने की स्थितियों के लिहाज से उसको नियंत्रित करती हैं। उन्होंने कहा कि सुरक्षित ग्रहीय सीमा स्तरों के उल्लंघन का अनुपात मानव-संचालित गतिविधियों पर निर्भर करता है, जो घटकों को प्रभावित करता है। ग्रहीय सीमाओं की रूपरेखा मानवता के लिए ‘‘रहने के सुरक्षित स्थान'' की पहचान करने के वास्ते पृथ्वी के तंत्र के कामकाज की नवीनतम वैज्ञानिक समझ को लागू करती है। यह उस सीमा का निर्धारण करता है, जिस हद तक मानवीय गतिविधियों को पृथ्वी की उन स्थितियों में संभावित परिवर्तन के जोखिम की अनुमति दी जा सकती है, जो मानव जीवन को प्रभावित नहीं करे। शोधकर्ताओं ने कहा कि पहली बार, सभी ग्रहीय सीमाओं के लिए पैमाना प्रस्तुत किया गया है।उन्होंने कहा कि यह पाया गया कि इसकी छह सीमाओं का अतिक्रमण किया गया है और पृथ्वी की ओजोन परत के क्षरण को छोड़कर सभी सीमाओं का उल्लंघन बढ़ रहा है। शोधकर्ताओं के अनुसार, जलवायु को लेकर वैश्विक स्तर पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उनके मुताबिक, ‘पृथ्वी प्रणाली मॉडल' विकसित करना एक तत्कालिक प्राथमिकता है, जो ग्रहीय सीमाओं, विशेष रूप से जलवायु और जीवमंडल के बीच संबंधों को सटीक तौर पर नए सिरे से पेश करता है। जर्नल ‘साइंस एडवांसेज' में प्रकाशित शोध आठ अलग-अलग देशों के 29 वैज्ञानिकों द्वारा किए गए ग्रहीय सीमा ढांचे के तीसरे अद्यतन अध्ययन को पेश करता है। डेनमार्क में कोपेनहेगन विश्वविद्यालय की प्रोफेसर और अध्ययन की नेतृत्वकर्ता कैथरीन रिचर्डसन ने कहा कि ग्रहीय सीमाओं के बढ़ते उल्लंघन की प्रवृत्ति चिंताजनक है। रिचर्डसन ने कहा, ‘‘छह ग्रहीय सीमाओं का उल्लंघन करने से यह जरूरी नहीं है कि कोई आपदा आएगी, लेकिन यह एक स्पष्ट चेतावनी संकेत है। हम इसे अपने रक्तचाप के रूप में मान सकते हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘120/80 से अधिक का रक्तचाप दिल के दौरे की गारंटी नहीं है, लेकिन इससे दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए, हम इसे नीचे लाने की कोशिश करते हैं। अपने और अपने बच्चों के हित के लिए हमें इन छह ग्रहीय सीमाओं पर दबाव कम करने की जरूरत है।