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- मुजफ्फरनगर . शामली के जिला सरकारी अस्पताल में मृत एक महिला के कानों से सोने की बालियां निकालने के आरोप में एक वार्ड ब्वॉय को रविवार को गिरफ्तार किया गया। शामली के पुलिस क्षेत्राधिकारी अमरदीप मोरये ने बताया कि आरोपी की पहचान वार्ड ब्वॉय विजय के तौर पर हुई है और उसके कब्जे से चोरी की गई सोने की बालियां भी बरामद की गयी हैं। जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डॉक्टर किशोर आहूजा ने ' बताया कि सचिन कुमार नामक व्यक्ति की पत्नी श्वेता (26) की शनिवार को एक सड़क हादसे में मौत हो गयी थी और शव को पोस्टमार्टम के लिये जिला अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में लाया गया था। आहूजा ने बताया, ''जब पुलिस ने शव को सील करना शुरू किया तो महिला की सोने की बालियां गायब थीं। उसके परिवार के सदस्यों ने शिकायत की तो सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में वार्ड ब्वॉय आरोपी विजय को शव के कानों से बालियां निकालते हुए देखा गया।'' घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया जिसमें आरोपी वार्ड ब्वॉय को यह हरकत करते हुए देखा गया है। मृतका के पति सचिन कुमार सहित परिवार ने आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर अस्पताल में विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने मामले को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए पुलिस को सौंप दिया। आरोपी वार्ड ब्वॉय पहले तो आपातकालीन वार्ड से भाग गया था लेकिन बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
- नर्मदापुरम. मध्यप्रदेश के नर्मदापुरम में रविवार को एक महिला और उसकी बेटी की हत्या कर दी गई। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक गुरुचरण सिंह ने कहा, ‘‘घटना इटारसी रोड पर पीलीखंती इलाके में हुई। पूजा मोरे (45) और उनकी बेटी पल्लवी (20) की घर के पास संभवत: धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। मामले की जांच जारी है।'' क्षेत्र के निवासियों ने घटना का विरोध किया और इसमें शामिल लोगों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।
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नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज सोमवार को सिविल सर्विस डे की बधाई दी है। उन्होंने सिविल सेवकों को उनके योगदान के लिए सराहा। उन्होंने कहा कि सिविल सेवकों की भूमिका, नीति निर्माण और कार्यान्वयन ने नागरिकों की भलाई और देश के विकास को प्रभावित किया है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “सिविल सेवा दिवस पर सभी सिविल सेवकों को हार्दिक शुभकामनाएं। सार्वजनिक सेवा में आपकी भूमिका, नीति निर्माण और कार्यान्वयन में आपके योगदान ने नागरिकों के जीवन और देश के विकास को प्रभावित किया है। आशा है आप देश को उसके महत्वाकांक्षी लक्ष्यों को साकार करने और सुशासन में नए मानदंड स्थापित करने में सराहनीय भूमिका निभाएंगे।”रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सिविल सर्विस डे की बधाई देते हुए एक्स पर लिखा, “सिविल सेवा दिवस पर सभी सिविल सेवकों और उनके परिवारों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। वे भारत की प्रगति को आगे बढ़ाने और नागरिक कल्याण सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। यह दिन उन्हें नए जोश और उत्कृष्टता के साथ राष्ट्र की सेवा जारी रखने के लिए प्रेरित करे।”इससे पहले लोकसभा स्पीकर ओम बिरला और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई नेताओं ने सिविल सर्विस डे की बधाई दी।लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स अकाउंट पर लिखा, “सिविल सर्विस डे पर देश के सभी सिविल सेवा अधिकारियों को हार्दिक शुभकामनाएं। देश के विकास और व्यवस्था के सुचारु संचालन में सिविल सेवकों की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। सिविल सेवा अधिकारी शासन और जनता के बीच सेतु की तरह काम करते हैं। संसद और विधान सभाओं में विधायिका जो कानून बनाती हैं, उन्हें जमीन पर उतारने और पालन करवाने में सिविल सेवक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।”उन्होंने आगे लिखा, “हर वर्ष भारतीय सिविल सेवा के प्रशिक्षु अधिकारी भारत की संसद में स्टडी विजिट के लिए आते हैं। संसदीय कार्यप्रणाली पर उन्हें दक्ष बनाने के लिए लोकसभा का शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान प्राइड ओरिएन्टेशन कार्यक्रम का आयोजन करता है। इस दौरान प्रशिक्षु अधिकारियों से मिलकर, उनसे संवाद कर सुखद अनुभव होता है। देश के लिए युवा अधिकारियों के प्रगतिशील दृष्टिकोण को जानकर खुशी होती है।” -
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित 17वें लोक सेवा दिवस कार्यक्रम में शिरकत की। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कई अधिकारियों को सम्मानित किया। पीएम मोदी ने ‘लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार के लिए जिलों का समग्र विकास’ और ‘लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार से चुनिंदा नवाचार’ पर ई-कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया। पीएम मोदी ने कहा कि हम आज जिन नीतियों पर काम कर रहे हैं, जो निर्णय ले रहे हैं, वे एक हजार साल का भविष्य तय करने वाले हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, “इस बार का सिविल सर्विस डे कई वजहों से बहुत विशेष है। इस साल हम अपने संविधान का 75वां वर्ष मना रहे हैं और यह सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती का भी साल है। 21 अप्रैल, 1947 को सरदार वल्लभभाई पटेल ने आप सभी को ‘भारत का स्टील फ्रेम’ कहा था यानी ईमानदारी और अनुशासन से भरे सिविल सेवक।”उन्होंने कहा, “सरदार वल्लभभाई पटेल ने स्वतंत्र भारत की ब्यूरोक्रेसी की नई मर्यादाएं तय की थीं। एक ऐसा सिविल सर्वेंट जो राष्ट्र की सेवा को अपना सर्वोत्तम कर्तव्य माने, जो लोकतांत्रिक तरीके से प्रशासन चलाए, जो ईमानदारी, अनुशासन और समर्पण से भरा हुआ हो।”पीएम मोदी ने कहा कि बीते 10 सालों में भारत ने वृद्धिशील परिवर्तन से आगे बढ़कर प्रभावशाली परिवर्तन का सफर देखा है। आज भारत का शासन मॉडल देश जनरेशन रिफॉर्म पर ध्यान दे रहा है। हम तकनीक, नवाचार और नवीन अभ्यास के जरिए सरकार और नागरिकों के बीच की दूरी समाप्त कर रहे हैं। इसका प्रभाव ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ दूर दराज के इलाकों में भी दिख रहा है।उन्होंने आगे कहा कि आज हम एक ऐसी दुनिया में हैं जो बहुत तेजी से बदल रही है। हमारी नौकरशाही और नीति-निर्माण पुरानी प्रणालियों पर काम नहीं कर सकते। यही कारण है कि 2014 से ही व्यवस्थागत बदलाव को सक्रिय रूप से आगे बढ़ाया गया है। हम बहुत तेजी से खुद को बदल रहे हैं। भारत का आकांक्षी समाज – चाहे वह युवा हो, किसान हो या महिलाएं – अभूतपूर्व सपने और महत्वाकांक्षाएं रखता है। इन आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए हमें उतनी ही अभूतपूर्व गति से प्रगति की आवश्यकता है।पीएम मोदी ने विकसित भारत की बात करते हुए कहा, “विकसित भारत के हमारे लक्ष्य की प्राप्ति के लिए भी विकास रथ के हर चक्र को मिलकर चलना है। दृढ़ प्रतिज्ञ होकर हर क्षण, हर दिन इस लक्ष्य के लिए काम करना है। लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जीना है, जिंदगी खपानी है।”उन्होंने सिविल सेवा की थीम “भारत का समग्र विकास” पर कहा, “मुझे खुशी है कि इस साल की सिविल सेवा की थीम भारत का समग्र विकास है। यह सिर्फ एक थीम नहीं है बल्कि यह राष्ट्र के प्रति हमारी प्रतिबद्धता है। समग्र विकास का मतलब है कि कोई भी परिवार, नागरिक या गांव पीछे न छूटे। वास्तविक प्रगति छोटे-मोटे बदलावों के बारे में नहीं है, बल्कि बड़े पैमाने पर सार्थक प्रभाव के बारे में है। हर घर में साफ पानी होना चाहिए और हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलनी चाहिए।”इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले की प्राचीर पर दिए अपने भाषण का जिक्र करते हुए कहा, “कुछ समय पहले मैंने लाल किले से कहा था कि आज के भारत को आने वाले 1 हजार साल की नींव को मजबूत करना है। एक हिसाब से देखें तो 1 हजार साल की सहस्त्राब्दी के पहले 25 साल बीत गए हैं। यह नई शताब्दी का 25वां साल है और नई सहस्त्राब्दी का भी 25वां साल है। हम आज जिन नीतियों पर काम कर रहे हैं, जो निर्णय ले रहे हैं, वे 1 हजार साल का भविष्य तय करने वाले हैं।”उन्होंने आगे कहा कि आज हम एक ऐसी दुनिया में जी रहे हैं, जो तेजी से बदल रही है। हमारी नौकरशाही और नीति-निर्माण पुरानी प्रणालियों पर काम नहीं कर सकते। यही कारण है कि 2014 से ही व्यवस्थागत बदलाव को सक्रिय रूप से आगे बढ़ाया जा रहा है। हम खुद को बहुत तेजी से बदल रहे हैं। भारत का आकांक्षी समाज- चाहे वह युवा हो, किसान हो या महिलाएं, वह अभूतपूर्व सपने और महत्वाकांक्षाएं रखता है। इन आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए हमें उतनी ही अभूतपूर्व गति से प्रगति की आवश्यकता है। -
नई दिल्ली। भारत के रक्षा निर्यात को बढ़ावा देने के लिए ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल सिस्टम की बैटरियों का दूसरा बैच फिलीपींस भेजा गया है।पहली बैटरी अप्रैल 2024 में भारतीय वायुसेना के विमान में भेजी गई थी, जिसमें सिविल एयरक्राफ्ट एजेंसियों से सहायता मिली थी। ये खेप दोनों देशों के बीच हुए रक्षा समझौते के तहत भेजी गई है।
ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की सप्लाई के लिए फिलीपींस के साथ सौदे की घोषणा जनवरी 2022 में की गई थीरिपोर्ट्स के अनुसार, उपकरणों के फिलीपींस के पश्चिमी हिस्से में पहुंचने तक हेवी लोड के साथ लंबी दूरी की यह उड़ान, बिना रुके करीब 6 घंटे की थी। ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की सप्लाई के लिए फिलीपींस के साथ सौदे की घोषणा जनवरी 2022 में की गई थी। फिलीपींस को मिसाइल सिस्टम के लिए तीन बैटरियां मिलेंगी, जिसकी रेंज 290 किलोमीटर है और इसकी गति 2.8 मैक (लगभग 3,400 किलोमीटर, ध्वनि की गति से तीन गुना) है। ब्रह्मोस मिसाइल को सबमरीन, जहाज, विमान या जमीन से लॉन्च किया जा सकता है।भारत में रक्षा उत्पादन वर्ष 2014 में 40,000 करोड़ रुपये से बढ़कर वर्तमान में 1.27 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया हैकेंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अनुसार, भारत का लक्ष्य वर्ष 2029 तक 3 लाख करोड़ रुपये के रक्षा उपकरण बनाना है। भारत में रक्षा उत्पादन वर्ष 2014 में 40,000 करोड़ रुपये से बढ़कर वर्तमान में 1.27 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। केंद्रीय मंत्री के अनुसार, “इस वर्ष रक्षा उत्पादन के 1.60 लाख करोड़ रुपए को पार करने की उम्मीद है, जबकि हमारा लक्ष्य वर्ष 2029 तक 3 लाख करोड़ रुपये के रक्षा उपकरण बनाना है।”मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम न केवल देश के रक्षा उत्पादन को मजबूत कर रहा है बल्कि ग्लोबल डिफेंस सप्लाई चेन को मजबूत और लचीला बनाने में भी मदद कर रहा हैदेश आयात पर अपनी निर्भरता कम करेगा और एक डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉम्प्लेक्स बनाएगा जो न केवल भारत की जरूरतों को पूरा करेगा बल्कि रक्षा निर्यात की क्षमता को भी मजबूत करेगा। ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम न केवल देश के रक्षा उत्पादन को मजबूत कर रहा है बल्कि ग्लोबल डिफेंस सप्लाई चेन को मजबूत और लचीला बनाने में भी मदद कर रहा है। भारत की रक्षा विनिर्माण क्षमताएं राष्ट्रीय सुरक्षा और रणनीतिक स्वायत्तता के उद्देश्य से जुड़ी हैं, साथ ही यह क्षमताएं ‘विनिर्माण’ को ग्लोबल सप्लाई शॉक से भी बचा रही हैं। भारत आज मिसाइल टेक्नोलॉजी (अग्नि, ब्रह्मोस), सबमरीन (आईएनएस अरिहंत) और विमान वाहक जहाज (आईएनएस विक्रांत) जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में विकसित देशों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। -
नई दिल्ली। उत्तराखंड में 30 अप्रैल से चारधाम यात्रा का शुभारंभ होने जा रहा है। इस यात्रा के शुरू होने से पहले ही लाखों यात्रियों ने रजिस्ट्रेशन करा लिया है। जानकारी के अनुसार, चार धाम यात्रा के लिए अब तक 19 लाख से अधिक यात्रियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है।
यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के लिए 3-3 लाख से अधिक लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवायायमुनोत्री और गंगोत्री धाम के लिए 3-3 लाख से अधिक लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है, जबकि केदारनाथ के लिए सबसे अधिक रजिस्ट्रेशन हुआ है। केदारनाथ के लिए अब तक लगभग 6 लाख 48 हजार से ज्यादा लोगों ने अपना रजिस्ट्रेशन किया है। इसके अलावा, बदरीनाथ धाम के लिए 5 लाख 74 हजार से अधिक लोगों ने रजिस्ट्रेशन किया है।हेमकुंड साहिब जाने के लिए भी 32 हजार से अधिक लोगों ने कराया रजिस्ट्रेशनइतना ही नहीं, हेमकुंड साहिब जाने के लिए भी 32 हजार से अधिक लोगों ने रजिस्ट्रेशन किया है। चारधाम यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में अभी से ही उत्साह देखने को मिल रहा है। प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा से पहले रजिस्ट्रेशन कराएं और सभी दिशा-निर्देशों का पालन करें, ताकि यात्रा सुचारू रूप से संपन्न हो सके।उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद नियमित तौर पर चार धाम की तैयारियों का ले रहे हैं जायजाइस बीच, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद नियमित तौर पर चार धाम की तैयारियों का जायजा ले रहे हैं। सीएम धामी ने बीते दिनों देहरादून में आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में चारधाम यात्रा की तैयारियों का जायजा लिया था। उन्होंने बताया था, “हमारा लक्ष्य है कि उत्तराखंड आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु को बिना किसी परेशानी के चार धाम के दर्शन कराए जाएं। इसके लिए यात्रा से जुड़े सभी स्टेकहोल्डर्स के साथ लगातार संवाद किया जा रहा है।”मुख्यमंत्री धामी ने कहा चारधाम यात्रा उत्तराखंड की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहचान का महत्वपूर्ण हिस्सा हैमुख्यमंत्री धामी ने कहा था कि चारधाम यात्रा उत्तराखंड की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहचान का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस यात्रा को और सरल बनाने के लिए अगर कोई अतिरिक्त कार्य करने की आवश्यकता होगी, तो उसे तत्काल पूरा किया जाएगा। उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिए कि यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की कमी न रहे और श्रद्धालुओं को बेहतर अनुभव प्रदान किया जाए। -
नई दिल्ली। अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस अपनी पहली आधिकारिक भारत यात्रा पर आज नई दिल्ली पहुंच गए। उनकी सुरक्षा के मद्देनजर राजधानी में कड़े इंतजाम और ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की गई है। वेंस ने राजधानी पहुंचने पर सबसे पहले स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर का दौरा किया। शाम को वो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करेंगे।
जयपुर और आगरा भी जाएगा वेंस और उनका परिवारअमेरिका के उपराष्ट्रपति वेंस, उनकी पत्नी उषा वेंस, उनके तीन बच्चे इवान, विवेक और मीराबेल चार दिवसीय भारत यात्रा पर पूर्वाह्न 10 बजे पालम हवाई अड्डे पर पहुंचें। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हवाई अड्डे पर वेंस परिवार का स्वागत किया। वेंस और उनका परिवार इस दौरान जयपुर और आगरा भी जाएगा।प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका के उपराष्ट्रपति वेंस के साथ व्यापार, शुल्क, क्षेत्रीय सुरक्षा और समग्र द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने के तरीकों सहित कई प्रमुख मुद्दों पर सोमवार को बातचीत करेंगे और फिर शाम को उनके एवं उषा के लिए रात्रिभोज की मेजबानी करेंगे। -
नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा कि भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “दूरदर्शी नेतृत्व” और एक सतत सरकार द्वारा प्रदान की गई स्थिरता से प्रेरित होकर सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बन गया है।
अमेरिका में भारतीय प्रवासियों को किया संबोधितअमेरिका में भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा, “जब हम कहते हैं कि भारत एक तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है तो इस तथ्य को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक (वर्ल्ड बैंक) भी स्वीकार करते हैं। वे मानते हैं कि अपनी विकास क्षमता के कारण भारत विश्व व्यापार को बढ़ाने वाले एक इंजन के रूप में काम कर सकता है।”मौजूदा ट्रेंड में ग्रोथ और ट्रेड दोनों ही कमवित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आगे कहा कि इस क्षमता के विकास के साथ हम वैश्विक स्तर पर विभिन्न अनिश्चितताओं के कारण देखे जा रहे ट्रेंड को बदल सकते हैं। मौजूदा ट्रेंड में ग्रोथ और ट्रेड दोनों ही कम हैं, लेकिन कुछ स्थानों पर मुद्रास्फीति अधिक है, जिसकी वजह से लोग सोच रहे हैं कि भविष्य में मंदी आने वाली है।इन मौजूदा परिस्थितियों में भी भारत की क्षमता को पहचाना जा रहा हैउन्होंने आगे कहा, “अगर इन मौजूदा परिस्थितियों में भी भारत की क्षमता को पहचाना जा रहा है और इसकी आर्थिक ताकत को स्वीकारा जा रहा है तो इस क्षेत्र में उच्च उपलब्धि प्राप्त करने वाले लोग भारत के साथ व्यक्तिगत या व्यावसायिक रूप से, कॉरपोरेशन टू कॉरपोरेशन की साझेदारी से लाभ पा सकते हैं।”अमेरिका और भारत की साझेदारी से दोनों ही देशों को मिलता है लाभवित्त मंत्री ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत की साझेदारी से दोनों ही देशों को लाभ मिलता है। अमेरिका में भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “साथ मिलकर, हम वैश्विक व्यापार और विकास को आगे बढ़ाएंगे। मुझे लगता है कि यह एक बहुत बड़ा योगदान है जो यहां रहने वाले भारतीय प्रवासी दे सकते हैं।”वित्त मंत्री ने भारतीय प्रवासियों से की अपीलवित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारतीय प्रवासियों से अपील की कि वे अधिक रुचि लें और अपने चुने हुए क्षेत्रों में भारत के साथ साझेदारी करें। भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के कदमों पर वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा, “कोविड-19 महामारी के दौरान, हमारा राजकोषीय घाटा बढ़ गया था। लेकिन 2021 में, हम एक स्पष्ट संकेत के साथ आए कि हम अपने राजकोषीय घाटे का प्रबंधन किस तरह करना चाहते हैं। हमने साल-दर-साल लक्ष्य निर्धारित किए और 2026 तक राजकोषीय घाटे को 4.5 प्रतिशत से नीचे लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम हर साल बिना किसी चूक के इसका पालन कर रहे हैं।”सरकार का प्राथमिक ध्यान ‘विकसित भारत’ के लक्ष्य परउन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार का प्राथमिक ध्यान 2047 तक ‘विकसित भारत’ के लक्ष्य को प्राप्त करना है। इस दृष्टिकोण में महिलाओं, गरीबों, युवाओं और किसानों को प्रभावित करने वाले क्षेत्रों में सुधार शामिल हैं। वित्त मंत्री सीतारमण ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत ‘सूर्योदय क्षेत्रों’ को प्राथमिकता देता है और डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना में अग्रणी के रूप में खड़ा है, जो नवाचार और विकास को बढ़ावा देता है।उन्होंने यह भी कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय प्रवासियों से जुड़ने के लिए अपनी हर विदेश यात्रा का हिस्सा बनाते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि यह महत्वपूर्ण है कि भारत आप में से हर एक से जुड़े, जो दुनिया के किसी भी हिस्से में स्थित हैं, दुनिया में योगदान देने और एक उदाहरण के रूप में खड़े होने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं।”वित्त मंत्री पांच दिवसीय अमेरिकी यात्रा परवित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पांच दिवसीय अमेरिकी यात्रा पर हैं। सैन फ्रांसिस्को पहुंचने पर उनका स्वागत भारतीय राजदूत विनय मोहन क्वात्रा ने किया। अपने विजिट के दौरान वित्त मंत्री स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में मुख्य भाषण देंगी और सैन फ्रांसिस्को में निवेश और तकनीकी प्रगति पर सीईओ के साथ चर्चा करेंगी।इस यात्रा में उनका प्रवासी कार्यक्रमों में भाग लेना भी शामिल होगा, जिससे भारत की वैश्विक सांस्कृतिक उपस्थिति बढ़ेगी।वाशिंगटन डीसी में, वित्त मंत्री सीतारमण आईएमएफ और विश्व बैंक स्प्रिंग मीटिंग्स और जी20 वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक गवर्नर्स की बैठकों में भाग लेंगी। वह अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, सऊदी अरब और अन्य देशों के समकक्षों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों के शीर्ष अधिकारियों के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगी। अपनी अमेरिकी यात्रा पूरी करने के बाद, वित्त मंत्री 26 से 30 अप्रैल तक पेरू की यात्रा पर जाएंगी। -
बेंगलुरु. कर्नाटक के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओम प्रकाश रविवार को रहस्यमय परिस्थितियों में बेंगलुरु स्थित अपने आवास में मृत पाए गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। शव पर चोटों के निशान हैं, जिससे संदेह है कि उनकी हत्या की गई होगी। पुलिस ने बताया कि प्रकाश की पत्नी पल्लवी ने घटना की जानकारी दी। सूचना मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे। शव एचएसआर लेआउट में स्थित उनके तीन मंजिला आवास के भूतल पर खून से लथपथ मिला। पुलिस ने घटना के संबंध में प्रकाश की पत्नी और बेटी से पूछताछ शुरू कर दी है।
खबरों में कहा गया है कि सेवानिवृत्त डीजीपी ने पहले भी अपने कुछ करीबी सहयोगियों से अपनी जान को खतरा होने की बात कही थी। पुलिस को घटना में परिवार के किसी करीबी सदस्य के शामिल होने का संदेह है।
शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और जांच जारी है। 1981 बैच के 68 वर्षीय आईपीएस अधिकारी बिहार के चंपारण के मूल निवासी थे और उन्होंने भूविज्ञान में स्नातकोत्तर की पढ़ाई की थी। प्रकाश को 1 मार्च 2015 को कर्नाटक का पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया गया था। -
जयपुर. फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप के खिलाफ एक जाति विशेष के बारे में अपशब्द कहने के आरोप में यहां बजाज नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। बजाज नगर थाने के पुलिस उपनिरीक्षक राम कृपाल ने बताया कि बरकत नगर के रहने वाले अनिल चतुर्वेदी ने शनिवार रात फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत के अनुसार, कश्यप ने ब्राह्मणों को लेकर विवादित पोस्ट सोशल मीडिया पर की है।
उल्लेखनीय है कि फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप की इसी महीने रिलीज होने वाली फिल्म 'फुले' को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। यह फिल्म समाज सुधारक दंपत्ति ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले के जीवन पर आधारित है। फिल्म रिलीज होने से पहले इस पर जातिवाद को बढ़ावा देने का आरोप लग रहा है। कश्यप ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए सोशल मीडिया पर विवादित बयान पोस्ट किया था, जिसके बाद लोगों ने उन्हें 'ट्रोल' किया था। जब अनुराग को ट्रोल किया गया तो उन्होंने ब्राह्मण समुदाय पर दिए गए अपने आपत्तिजनक बयान के लिए माफी मांगी। उन्होंने ‘इंस्टाग्राम' पर पोस्ट किया था, "मैं माफी मांगता हूं, लेकिन मैं अपनी पोस्ट के लिए नहीं बल्कि उस एक लाइन के लिए माफी मांग रहा हूं, जिसे गलत तरीके से लिया गया और नफरत फैलाई गई।” कश्यप ने कहा, “कोई भी कार्रवाई या भाषण आपकी बेटी, परिवार, दोस्तों और परिचितों से ज़्यादा महत्वपूर्ण नहीं है। उन्हें बलात्कार की धमकियां मिल रही हैं, जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। और यह सब खुद को संस्कारी कहने वाले लोग कर रहे हैं। -
संबलपुर (ओडिशा). प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रधान सचिव पी.के. मिश्रा ने भारत में प्रतिवर्ष 80 लाख से एक करोड़ नौकरियां सृजित करने की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए शनिवार को छात्रों से स्वयं को तकनीकी ज्ञान के साथ-साथ व्यावहारिक कौशल से भी लैस करने की अपील की। भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) संबलपुर के नौवें दीक्षांत समारोह में मिश्रा ने कहा, ‘‘सालाना 80 लाख से एक करोड़ नौकरियों का सृजन किये जाने की जरूरत है। इसलिए केंद्र सरकार ने इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए ‘डिजिटल इंडिया' और ‘स्किल इंडिया' जैसी पहल शुरू की हैं। आपको कौशल के साथ-साथ तकनीकी ज्ञान की भी जरूरत है।'' उन्होंने छात्रों को यह भी बताया कि भारत ने वैश्विक मंच पर मजबूत स्थान हासिल कर लिया है। उन्होंने कहा कि यह न केवल छात्रों के लिए बल्कि देश के लिए भी महत्वपूर्ण समय है। मिश्रा ने कहा, ‘‘आज भारत एक मजबूत वैश्विक स्थिति में है, इसकी अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है, आबादी युवा है और रणनीतिक साझेदारियां मजबूत हैं। देश का बढ़ता प्रभाव प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद करेगा।'' उन्होंने कहा कि भारत का डिजिटल बुनियादी ढांचा दिन-प्रतिदिन मजबूत होता जा रहा है।
उन्होंने कहा, डिजिटल अर्थव्यवस्था बढ़ रही है। वर्ष 2024-25 में लगभग 18.5 करोड़ यूपीआई लेनदेन किए गए।'' उन्होंने कहा कि देश अब ‘अमृत काल' के युग में प्रवेश कर चुका है। मिश्रा ने कहा, ‘‘मोदी ने देश को समृद्ध बनाने का लक्ष्य रखा है। वर्ष 2047 तक विकसित भारत बनाने के लिए सभी को मिलकर काम करने की जरूरत है।'' उन्होंने छात्रों से कहा, ‘‘आपको अपने भविष्य को आकार देने के लिए पहल करनी होगी तथा आज आपने जो ठोस आधार स्थापित किया है, उस पर आगे बढ़ते हुए कई और उपलब्धियां हासिल करने पर ध्यान केंद्रित करना होगा। आईआईएम संबलपुर के निदेशक प्रो. महादेव जायसवाल ने पिछले दशक में संस्थान की उपलब्धियों को रेखांकित किया। -
नयी दिल्ली. अगले सप्ताह दो दिन के लिए सऊदी अरब जा रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इस यात्रा के दौरान दोनों पक्ष ऊर्जा, रक्षा और व्यापार जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाते नजर आने वाले हैं तथा भारत के लिए रियाद की 100 अरब डॉलर की निवेश योजना में तेजी भी आने वाली है। मोदी संपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने तथा पश्चिम एशिया की संपूर्ण स्थिति समेत क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर विचारों के आदान-प्रदान करने के वास्ते सऊदी अरब के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान के साथ व्यापक चर्चा करने के लिए दो दिन के लिए मंगलवार को वहां जा रहे हैं। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने शनिवार को यहां प्रेसवार्ता में कहा कि मोदी-सलमान वार्ता के बाद दोनों पक्षों द्वारा हरित हाइड्रोजन पर करार समेत कई समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये जाने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि भारत-सऊदी अरब ऊर्जा सहयोग में एक ‘रणनीतिक' आयाम जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। हालांकि उन्होंने इसके बारे में विस्तार से नहीं बताया। विदेश सचिव ने कहा कि मोदी की यात्रा भारत एवं सऊदी अरब के बीच पहले से ही मजबूत रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने का अवसर प्रदान करेगी। मिसरी ने यह भी संकेत दिया कि भारत में 100 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश करने की सऊदी अरब की योजना को आगे बढ़ाने के तौर-तरीकों पर चर्चा हो सकती है। वर्ष 2019 में क्राउन प्रिंस की भारत यात्रा के दौरान, सऊदी अरब ने ऊर्जा क्षेत्र और कुछ अन्य क्षेत्रों में 100 अरब डालर का निवेश करने की अपनी योजना की घोषणा की थी। मिसरी ने कहा, ‘‘कुछ मुद्दे हैं जो उन्होंने उठाए थे और हमने उन मुद्दों पर बहुत रचनात्मक तरीके से काम किया है। निवेश पर उच्च स्तरीय कार्यबल (एचएलटीएफआई) की स्थापना अक्टूबर 2023 में की गई थी और पिछले साल इसकी पहली बैठक हुई थी और तब से इसकी कई बैठकें हो चुकी हैं।'' प्रस्तावित निवेश में तेजी लाने के लिए एचएलटीएफआई की स्थापना की गई थी।
मिसरी ने कहा कि भारत ने सऊदी अरब द्वारा उठाए गए मुद्दों पर ‘बहुत खुले दिमाग' से विचार किया और उसकी ‘चिंताओं' को दूर करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि महत्वाकांक्षी भारत-मध्य-पूर्व-यूरोप-आर्थिक गलियारा (आईएमईसी) परियोजना के कार्यान्वयन पर मोदी और सलमान के बीच वार्ता के दौरान चर्चा हो सकती है। इजराइल-हमास संघर्ष के साथ-साथ यूक्रेन की स्थिति पर भी बातचीत में चर्चा होने की उम्मीद है।
विदेश सचिव ने कहा कि भारत और सऊदी अरब द्वारा अपने रक्षा संबंधों को भी मजबूत करने की उम्मीद है, जिसमें अधिक सैन्य अभ्यास और उच्च स्तरीय संपर्कों के लिए रूपरेखा तैयार करना शामिल हो सकता है। प्रधानमंत्री के रूप में यह मोदी की सऊदी अरब की तीसरी यात्रा होगी।
विदेश मंत्रालय (एमईए) ने एक बयान में कहा कि भारत और सऊदी अरब के बीच सामाजिक-सांस्कृतिक और व्यापारिक संपर्कों का लंबा इतिहास है तथा उनके बीच घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं। -
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में रविवार सुबह भारी बारिश के बाद सेरी बागना इलाके में बादल फटने की दुखद घटना सामने आई। इसमें जनहानि की भी खबरें आ रही हैं। इस आपदा के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय पुलिस और राहत दलों ने तेजी से मोर्चा संभाला और करीब 100 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया।
रामबन में हुए भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ से जान-माल का काफी नुकसान हुआ है, सीएम ने कहा मेरी संवेदनाएं प्रभावित परिवारों के साथ हैंराज्य के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस त्रासदी पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा, “रामबन में हुए दुखद भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ से बेहद दुखी हूं, जिससे जान-माल का काफी नुकसान हुआ है। मेरी संवेदनाएं प्रभावित परिवारों के साथ हैं।” उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार स्थानीय प्रशासन के संपर्क में है और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि जहां भी जरूरत हो, वहां तत्काल बचाव और राहत कार्य पहुंचे।फिलहाल प्रशासन का पूरा ध्यान जमीनी स्तर पर हालात को संभालने पर हैमुख्यमंत्री ने यह भी जानकारी दी कि वे जल्द ही बहाली, राहत और मरम्मत योजनाओं की समीक्षा करेंगे। फिलहाल प्रशासन का पूरा ध्यान जमीनी स्तर पर हालात को संभालने पर है। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि वे मौसम और यात्रा संबंधी सलाहों का पालन करें तथा संवेदनशील और जोखिम भरे क्षेत्रों में अनावश्यक रूप से आवाजाही से बचें।जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिससे भूस्खलन और बाढ़ जैसी आपदाओं का खतरा बना हुआ हैगौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिससे भूस्खलन और बाढ़ जैसी आपदाओं का खतरा बना हुआ है। प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है और स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। मौसम विभाग के मुताबिक 20 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के अधिकांश इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश और ऊंचे क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना है। पूरे दिन आसमान में आमतौर पर बादल छाए रहेंगे, जबकि देर शाम तक कुछ स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश या बर्फबारी भी हो सकती है। वहीं, 21 अप्रैल को भी कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश और गर्जन के साथ बादल छाए रहने की संभावना जताई गई है। 22 से 28 अप्रैल के बीच मौसम सामान्य रूप से शुष्क रहेगा, हालांकि 25 अप्रैल को आसमान में बादल छाए रह सकते हैं।लोग अपना कार्यक्रम मौसम पूर्वानुमान के अनुसार तय करें और प्रशासन या यातायात विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करेंमौसम विभाग ने सभी संबंधित विभागों और आम जनता से अपील की है कि वे अपने कार्यक्रम मौसम पूर्वानुमान के अनुसार तय करें और प्रशासन या यातायात विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें। खासतौर पर किसानों को सलाह दी गई है कि वे 21 अप्रैल तक कोई भी कृषि कार्य स्थगित रखें, ताकि मौसम जनित जोखिम से बचा जा सके।( -
नई दिल्ली। अगर आप अपने माता-पिता या परिवार के किसी सदस्य को चारधाम यात्रा पर भेजने की तैयारी कर रहे हैं, तो पहले ये खबर जरूर पढ़ लें। गृह मंत्रालय के अधीन इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) ने देशभर के श्रद्धालुओं और पर्यटकों को ऑनलाइन बुकिंग से जुड़े फर्जीवाड़ों को लेकर चेतावनी जारी की है।
केदारनाथ हेलीकॉप्टर बुकिंग, गेस्ट हाउस आरक्षण, टैक्सी सेवा और हॉलिडे पैकेज जैसी सेवाओं के नाम पर फर्जी वेबसाइट्स और सोशल मीडिया अकाउंट्स के ज़रिए भोले-भाले लोगों से पैसे वसूले जा रहे हैं। I4C ने स्पष्ट किया है कि ये ठग गूगल, फेसबुक और व्हाट्सएप पर आकर्षक विज्ञापनों और ‘स्पॉन्सर्ड लिंक’ के माध्यम से लोगों को जाल में फंसा रहे हैं।कैसे हो रहा है फ्रॉड?I4C के अनुसार, ये स्कैमर्स पेशेवर दिखने वाली वेबसाइट्स और फेसबुक पोस्ट, व्हाट्सएप नंबर और गूगल पर विज्ञापनों के ज़रिए भोले-भाले श्रद्धालुओं को निशाना बना रहे हैं। लोग जब इन पोर्टल्स पर पैसे जमा करते हैं, तो न तो कोई कन्फर्मेशन मिलता है और न ही संबंधित नंबरों से संपर्क हो पाता है।ये सेवाएं हैं टारगेट पर:-केदारनाथ और चारधाम के लिए हेलीकॉप्टर बुकिंग-तीर्थयात्रियों के लिए गेस्ट हाउस और होटल बुकिंग-ऑनलाइन टैक्सी और कैब सेवा-हॉलिडे पैकेज और धार्मिक पर्यटन योजनाएंखुद को ऐसे करें सुरक्षित:=किसी भी वेबसाइट पर भुगतान करने से पहले उसकी सत्यता की जांच अवश्य करें=गूगल, फेसबुक या व्हाट्सएप पर “Sponsored” या अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचें=बुकिंग हमेशा सरकारी वेबसाइट या विश्वसनीय ट्रैवल एजेंसी से ही करें=अगर किसी फर्जी वेबसाइट या फ्रॉड की जानकारी मिले तो www.cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें या 1930 नंबर पर कॉल करेंये हैं आधिकारिक पोर्टल:-केदारनाथ हेलीकॉप्टर बुकिंग: https://www.heliyatra.irctc.co.in-सोमनाथ ट्रस्ट की वेबसाइट और गेस्ट हाउस बुकिंग: https://somnath.orgफ्रॉड रोकने के लिए सरकार की रणनीति:-Scam Signal Exchange: गूगल, व्हाट्सएप, फेसबुक जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म्स से मिलकर संदिग्ध गतिविधियों की पहचान-एनफोर्समेंट: जहां से साइबर क्राइम हो रहे हैं, उन राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को अलर्ट करना-साइबर पेट्रोलिंग: फर्जी वेबसाइट्स और सोशल मीडिया अकाउंट्स को बंद कराना-सस्पेक्ट चेकिंग फीचर: National Cybercrime Reporting Portal पर रिपोर्टिंग को आसान बनानाI4C ने देशवासियों से अपील की है कि वे धार्मिक या पर्यटक यात्रा की कोई भी बुकिंग करने से पहले पूरी सावधानी बरतें और किसी भी तरह की शंका होने पर तुरंत साइबर पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराएं। -
अलीगढ़ (उप्र) .अलीगढ़ पुलिस ने 39 वर्षीय महिला और उसकी बेटी के मंगेतर को करीब 48 घंटे की पूछताछ और परामर्श सत्र के बाद शुक्रवार देर रात रिहा कर दिया। महिला, अपनी बेटी के मंगेतर के साथ ही भाग गई थी। मनोहरपुर गांव की निवासी सपना देवी (39) और राहुल (25) को बुधवार शाम को गिरफ्तार किया गया, जब दोनों ने 10 दिन तक फरार रहने के बाद स्थानीय पुलिस थाने में आत्मसमर्पण कर दिया। दोनों इस बात पर अड़े थे कि उन्होंने शादी करने का फैसला कर लिया है और कोई भी सपना को उसके पति और बच्चों के पास वापस जाने के लिए मजबूर नहीं कर सकता। शुक्रवार रात दोनों की रिहाई के बाद पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अमृत जैन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘दोनों वयस्क हैं और कानून में ऐसा कुछ भी नहीं है जो उन्हें अपना मन बदलने के लिए मजबूर करे। इसलिए हमने उन्हें रिहा करने का फैसला किया।'' दो दिन तक सपना देवी के पति जितेंद्र और उनके तीन बच्चों और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ ग्रामीणों और पड़ोसियों ने मंडराक पुलिस स्टेशन पर विरोध प्रदर्शन किया और उन पर वापस लौटने का दबाव बनाया। सपना के परिवार के सदस्यों ने संवाददाताओं से कहा कि अगर वह ‘‘अपने किए पर खेद व्यक्त करती है तो हम उसे माफ करने और स्वीकार करने के लिए तैयार हैं।'' उसके परिवार ने मांग की कि अगर वह फिर भी नरम पड़ने से इनकार करती है तो ‘‘उसे पांच लाख रुपये और गहने वापस करने के लिए कहा जाना चाहिए जो वह कथित तौर पर भागते समय लेकर भाग गई थी।'' सपना के गांव मनोहरपुर के कई ग्रामीणों ने भी आरोप लगाया है कि राहुल का इस तरह की शरारती गतिविधियों का पिछला रिकॉर्ड रहा है।
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नई दिल्ली। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की बेटी हर्षिता केजरीवाल की शादी 18 अप्रैल 2025 को बड़ी धूमधाम और शाही अंदाज में हुई। यह समारोह राजधानी के ऐतिहासिक कपूरथला हाउस में आयोजित किया गया, जो कभी पंजाब के कपूरथला रियासत के महाराजा का आवास हुआ करता था।
विदाई से पहले भावुक हुए पिता, लेकिन छा गया डांस वाला अंदाजबेटी की विदाई किसी भी पिता के लिए एक भावुक क्षण होता है, फिर चाहे वह आम हो या खास। अरविंद केजरीवाल के लिए भी यह पल कुछ ऐसा ही रहा। लेकिन विदाई से पहले शादी के संगीत समारोह में केजरीवाल एक अलग अंदाज में नजर आए। पत्नी सुनीता के साथ केजरीवाल ने साउथ की सुपरहिट फिल्म ‘पुष्पा 2’ का गाना ‘अंगारों का अंबर सा लगता है मेरा सामी’ पर मंच पर डांस कर सभी को चौंका दिया। आमतौर पर गंभीर छवि में दिखने वाले केजरीवाल का यह मस्तीभरा अंदाज शायद ही पहले कभी किसी को देखने को मिला हो। केजरीवाल का ये डांस वीडियो सोशल मीडिया पर काफी पसंद किया जा रहै है। उनके इस डांस परफॉर्मेंस को Big Day Dance ग्रुप ने कोरियोग्राफ किया और इंस्टाग्राम पर शेयर किया है।स्टार्टअप पार्टनर से की शादीहर्षिता केजरीवाल, अरविंद केजरीवाल और उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल की बड़ी बेटी है। इन्होंने अपने बैचमेट और स्टार्टअप पार्टनर संभव जैन के साथ सात फेरे लिए। हर्षिता का जीवन केवल एक राजनेता की बेटी होने तक सीमित नहीं है। उन्होंने IIT दिल्ली से केमिकल इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की है। पढ़ाई के दौरान ही उनकी मुलाकात संभव जैन से हुई, जो अब उनके जीवनसाथी बन चुके हैं। यह रिश्ता सिर्फ प्यार तक सीमित नहीं रहा, बल्कि अब दोनों ने साथ मिलकर एक हेल्थकेयर स्टार्टअप ‘Basil Health’ की भी शुरुआत की है।इस स्टार्टअप की नींव खुद हर्षिता के निजी अनुभवों पर आधारित है। अनहेल्दी ईटिंग हैबिट्स से जूझने के बाद उन्होंने इस दिशा में कुछ नया करने की ठानी। Basil Health का उद्देश्य ऑटोमेशन की मदद से लोगों को उनकी सेहत के मुताबिक कस्टमाइज्ड हेल्दी मील्स उपलब्ध कराना है—यानी एक ऐसा टेक-सपोर्टेड सिस्टम जो आपकी डाइट को आपकी बॉडी और जरूरतों के हिसाब से स्मार्टली डिज़ाइन करे।परिवार की बात करें तो हर्षिता के छोटे भाई पुलकित केजरीवाल भी IIT दिल्ली में पढ़ाई कर रहे हैं।राजनीतिक दिग्गजों की मस्तीइस भव्य समारोह में आम आदमी पार्टी के कई वरिष्ठ नेता भी शरीक हुए। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी इस खास मौके पर मौजूद रहे। आमतौर पर राजनीतिक मंचों पर गंभीर चर्चा करने वाले ये नेता यहां अपने जीवनसाथियों के साथ संगीत में झूमते नजर आए। समारोह में राजनीति की गंभीरता को छोड़ सभी ने खुशी और मस्ती के पलों का आनंद लिया। -
नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 20-25 अप्रैल के बीच अमेरिका दौरे पर रहेंगी, जहां वह कई बहुपक्षीय संवादों में भाग लेंगी। यह जानकारी वित्त मंत्रालय की ओर से दी गई। वित्त मंत्री सीतारमण का यह दौरा ऐसे समय पर हो रहा है, जब भारत और अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौते को लेकर सक्रिय रूप से बातचीत कर रहे हैं।
अमेरिका दौरे पर वित्त मंत्री सैन फ्रांसिस्को और वाशिंगटन डीसी जाएंगीमंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, अपने अमेरिका दौरे पर वित्त मंत्री सैन फ्रांसिस्को और वाशिंगटन डीसी जाएंगी। सैन फ्रांसिस्को में, वित्त मंत्री सीतारमण स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के हूवर इंस्टीट्यूशन में ‘विकसित भारत 2047 की नींव’ विषय पर मुख्य भाषण देंगी, जिसके बाद एक फायरसाइड चैट सेशन होगा।वित्त मंत्री निवेशकों के साथ एक गोलमेज बैठक के दौरान प्रमुख फंड मैनेजमेंट फर्मों के शीर्ष सीईओ के साथ बातचीत करेंगीवित्त मंत्री निवेशकों के साथ एक गोलमेज बैठक के दौरान प्रमुख फंड मैनेजमेंट फर्मों के शीर्ष सीईओ के साथ बातचीत करेंगी, इसके अलावा सैन फ्रांसिस्को स्थित शीर्ष आईटी फर्मों के सीईओ के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगी। मंत्रालय ने कहा कि वह सैन फ्रांसिस्को में भारतीय प्रवासियों से जुड़े एक कार्यक्रम में भी भाग लेंगी और वहां बसे भारतीय समुदाय के साथ बातचीत करेंगी।बैठकों के साइडलाइन में वित्त मंत्री कई देशों के समकक्षों के साथ बैठक भी करेंगीवाशिंगटन डीसी में, वित्त मंत्री सीतारमण अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक की वसंतकालीन बैठकों, जी-20 वित्त मंत्रियों की दूसरी और केंद्रीय बैंक गवर्नरों (एफएमसीबीजी) की बैठकों, विकास समिति के पूर्ण अधिवेशन, आईएमएफसी के पूर्ण अधिवेशन और जीएसडीआर बैठक में भाग लेंगी। इन बैठकों के साइडलाइन में वित्त मंत्री कई देशों के समकक्षों के साथ बैठक भी करेंगी, जिसमें अर्जेंटीना, बहरीन, जर्मनी, फ्रांस, लक्जमबर्ग, सऊदी अरब, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका का नाम शामिल है।वित्त मंत्री भारत-पेरू व्यापार मंच की बैठक की अध्यक्षता भी करेंगीइसके अलावा वित्त मंत्री 26-30 अप्रैल के बीच पेरू का दौरा करेंगी। अपनी यात्रा के दौरान वित्त मंत्री पेरू के राष्ट्रपति दीना बोलुआर्टे और प्रधानमंत्री गुस्तावो एड्रियनजेन से मुलाकात करने के अलावा, पेरू के वित्त और अर्थव्यवस्था, रक्षा, ऊर्जा और खान मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगी। साथ ही, सीतारमण स्थानीय जन प्रतिनिधियों के साथ भी बातचीत कर सकती हैं। मंत्रालय ने कहा कि वित्त मंत्री भारत-पेरू व्यापार मंच की बैठक की भी अध्यक्षता करेंगी, जिसमें भारत और पेरू दोनों देशों के प्रमुख व्यापार प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे। - जयपुर। अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेम्स डेविड (जेडी) वेंस 21 अप्रैल को भारत यात्रा पर आ रहे हैं। उनके स्वागत के लिए जयपुर में जोर-शोर से तैयारियां की जा रही हैं। वे चार दिन की भारत यात्रा पर रहेंगे, जिस दौरान ‘पिंक सिटी’ का भी भ्रमण करेंगे। उपराष्ट्रपति वेंस फिलहाल इटली में अपने परिवार के साथ हैं और सोमवार (21 अप्रैल) को भारत पहुंचेंगे। वह सबसे पहले दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे, जिसके बाद उसी शाम जयपुर के लिए रवाना हो जाएंगे। जयपुर एयरपोर्ट पर उनका रेड कार्पेट वेलकम किया जाएगा।वेंस 21 से 24 अप्रैल तक जयपुर में रहेंगेवेंस 21 से 24 अप्रैल तक जयपुर में रहेंगे। 22 अप्रैल की सुबह वह ऐतिहासिक आमेर किले का दौरा करेंगे, जहां उनका पारंपरिक राजस्थानी अंदाज में स्वागत किया जाएगा। वेंस और उनके परिवार को जोधपुरी साफा पहनाया जाएगा और राजस्थानी कठपुतली शो, लोक नृत्य, पारंपरिक भोजन और सांस्कृतिक कार्यक्रम दिखाए जाएंगे।23 अप्रैल को आगरा जाकर ताजमहल का दीदार करेंगेइसके बाद वे राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में होने वाले यूएस-इंडिया बिजनेस समिट में हिस्सा लेंगे और दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों को लेकर अपना विजन साझा करेंगे। 23 अप्रैल को वे अमेरिकी वायुसेना के विशेष विमान से आगरा जाकर ताजमहल का दीदार करेंगे। वहां लगभग तीन घंटे रुकने के बाद वे दोपहर में फिर से जयपुर लौट आएंगे और उसी दिन जयपुर सिटी पैलेस भी देखेंगे।जयपुर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं24 अप्रैल की सुबह 6:30 बजे वे वाशिंगटन डीसी के लिए रवाना हो जाएंगे। जयपुर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, जिनमें राजस्थान पुलिस के सादे कपड़ों में अधिकारी, 20 गाड़ियों का काफिला और विशेष एम्बुलेंस शामिल हैं। आमेर किले को वेंस की यात्रा के दौरान ढाई घंटे के लिए आम जनता के लिए बंद रखा जाएगा। विदेश मंत्री एस. जयशंकर दिल्ली में वेंस की अगवानी करेंगे और उनके साथ आमेर किले की यात्रा में भी शामिल हो सकते हैं।वेंस के साथ उनकी पत्नी उषा, बच्चे इवान, विवेक और मिराबेल समेत अन्य वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी भी होंगेबिजनेस समिट के बाद उपराष्ट्रपति वेंस राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े से भी मुलाकात करेंगे।वेंस के साथ उनकी पत्नी उषा, बच्चे इवान, विवेक और मिराबेल समेत अन्य वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी भी होंगे। पिछले 13 वर्षों में यह पहली बार है जब कोई अमेरिकी उपराष्ट्रपति भारत का दौरा कर रहा है। इससे पहले 2013 में जो बाइडेन भारत आए थे।
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नयी दिल्ली. उत्तर-पूर्वी दिल्ली के शक्ति विहार इलाके में शनिवार तड़के एक बहुमंजिला आवासीय इमारत के ढहने से 11 लोगों की मौत हो गई और 11 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), अग्निशमन सेवा, दिल्ली पुलिस और अन्य बचावकर्मियों की टीम ने राष्ट्रीय राजधानी के मुस्तफाबाद इलाके में तड़के करीब तीन बजे ढही 20 साल पुरानी चार मंजिला इमारत के घटनास्थल पर 12 घंटे से अधिक समय तक बचाव कार्य चलाया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि भूतल पर ‘‘दो-तीन दुकानों'' में हो रहे निर्माण कार्य के कारण इमारत ढह गई।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इमारत ढहने की घटना की जांच के आदेश दिए हैं और घटना पर दुख जताया है। स्थानीय लोगों ने कहा कि नयी दुकान पर निर्माण कार्य के कारण यह इमारत ढह गई। उन्होंने चार से पांच अन्य इमारतों की गंभीर स्थिति पर भी चिंता जताई। एक अन्य निवासी सलीम अली ने कहा, ‘‘सीवर का गंदा पानी वर्षों से इमारतों की दीवारों में रिस रहा है। समय के साथ नमी के कारण ढांचे कमजोर होने से दीवारों में दरारें आ गई हैं।'' दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने एक बयान में कहा कि यह इमारत लगभग 20 साल पुरानी थी। -
नयी दिल्ली/ गंगा में बढ़ते प्लास्टिक प्रदूषण से निपटने के लिए सरकार द्वारा वित्तपोषित एक अध्ययन में ‘‘जाल के लिए नकद'' योजना का प्रस्ताव किया गया है, जिसका उद्देश्य मछुआरों को उनके पुराने या छोड़े गए मछली पकड़ने वाले जाल देने के लिए प्रोत्साहित करना है। ये छोड़े गए, खोए हुए या फेंके गए सिंथेटिक जाल जलीय पारिस्थितिकी तंत्र के लिए एक गंभीर, दीर्घकालिक खतरा पैदा करते हैं। भारतीय वन्यजीव संस्थान द्वारा पांच वर्षों में किया गया यह अध्ययन दीर्घकालिक संरक्षण पहल - स्वच्छ गंगा के लिए गंगा नदी बेसिन में जलीय प्रजातियों के संरक्षण एवं पारिस्थितिकी तंत्र के रखरखाव के लिए योजना और प्रबंधन- का हिस्सा है। व्यापक नदी और सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षणों के आधार पर, अध्ययन में मछली पकड़ने वाले जाल आदि उपकरणों में जलीय प्रजातियों के उलझने की 72 घटनाएं दर्ज की गईं - सक्रिय और परित्यक्त दोनों। शोधकर्ताओं ने नदी के किनारे हर पांच किलोमीटर पर मछली पकड़ने के उपकरण और सामग्री का दस्तावेजीकरण किया। सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण के लिए 150 प्रमुख सूचनादाताओं के साक्षात्कार, मछुआरों के साथ 10 केन्द्रित समूह चर्चाएं तथा व्यक्तिगत अवलोकन का उपयोग किया गया। सबसे अधिक संख्या भारतीय फ्लैपशेल कछुए के फंसने की थी, जबकि घड़ियाल के फंसने की संख्या 11 थी। हालांकि, अध्ययन में चेतावनी दी गई है कि ये आंकड़े वास्तविक पैमाने को कम दर्शाते हैं। छोड़े गए जालों को विघटित होने में 600 वर्ष तक का समय लग सकता है, तथा इनमें लंबे समय तक मछली, कछुए और अन्य नदी प्रजातियां फंसती रहती हैं। ये जैसे-जैसे विघटित होते हैं, माइक्रोप्लास्टिक में बदलते हैं, खाद्य श्रृंखला को प्रदूषित करते हैं और पानी की गुणवत्ता को और खराब करते हैं। पश्चिम बंगाल में प्रदूषण का स्तर विशेष रूप से गंभीर पाया गया, जहां एक ही सर्वेक्षण क्षेत्र में 4,600 से अधिक परित्यक्त जालों का दस्तावेजीकरण किया गया। रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘नदी के निचले हिस्सों में मछली पकड़ने वाले जालों का सर्वाधिक संकेन्द्रण देखा गया, जिसमें पश्चिम बंगाल (4,690) सबसे आगे रहा, उसके बाद उत्तर प्रदेश (2,131), बिहार (1,194) और झारखंड (191) का स्थान रहा।'' लगभग 30 लाख मछुआरे अपनी आजीविका के लिए गंगा पर निर्भर हैं। इस समस्या से सीधे प्रभावित होने के बावजूद, अधिकांश मछुआरे परित्यक्त जाल से होने वाले दीर्घकालिक नुकसान से अनजान हैं। प्रस्तावित ‘‘जाल के लिए नकद'' योजना में मछुआरों को घिसे-पिटे या छोड़े गए जालों को निर्दिष्ट संग्रहण बिंदुओं पर जमा करने के लिए पुरस्कृत करने का सुझाव दिया गया है, जो संभवतः उचित मूल्य की दुकानों के मौजूदा नेटवर्क के माध्यम से प्रबंधित किए जा सकते है। जालों को फिर ब्लॉक-स्तरीय प्रसंस्करण इकाइयों में स्थानांतरित किया जाएगा और बाद में जिला स्तर पर समेकित किया जाएगा। सरकार द्वारा नियुक्त पहचाने गए पुनर्चक्रण साझेदार पुनर्चक्रण के लिए जालों को एकत्रित करेंगे।
इस मॉडल में बहु-हितधारक, बहु-स्तरीय दृष्टिकोण की आवश्यकता बतायी गई है, जो मजबूत नीतिगत उपायों द्वारा समर्थित हो। एकमुश्त भुगतान के अलावा, इस पहल में पुरस्कार-आधारित प्रणाली का प्रस्ताव है। जो मछुआरे जिम्मेदारी से जाल का उपयोग करते हैं, वे इस बदलने के लिए सब्सिडी वाली दरों का लाभ उठा सकते हैं - जिसकी बायोमेट्रिक पहचानपत्र के माध्यम से निगरानी की जाएगी। -
नयी दिल्ली. विश्व यकृत दिवस के अवसर पर शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रयासों की सराहना करते हुए तेल का सेवन कम करने और मोटापे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाने जैसे छोटे कदम उठाने का आह्वान किया तथा फिट और स्वस्थ भारत के निर्माण पर बल दिया। हर साल विश्व यकृत दिवस मनाया जाता है जिसके तहत यकृत स्वास्थ्य और बीमारियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया जाता है। इस वर्ष का इस दिवस का ध्येय वाक्य है:‘भोजन ही औषधि है।' मोदी ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया,‘‘विश्व यकृत दिवस को उपयुक्त खानपान एवं स्वस्थ जीवन जीने के आह्वान के साथ मनाने का सराहनीय प्रयास। तेल का सेवन कम करने जैसे छोटे कदम भी बड़ा बदलाव ला सकते हैं। आइए, हम सब मिलकर मोटापे के बारे में जागरूकता बढ़ाकर एक स्वस्थ और तंदुरुस्त भारत का निर्माण करें।'' प्रधानमंत्री केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा के उस पोस्ट का जवाब दे रहे थे कि जिसमें लोगों से खाद्य तेल के सेवन में कम से कम 10 प्रतिशत की कमी लाने तथा स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का संकल्प लेने की अपील की गयी थी। पहले भी, मोदी ने मोटापे को रोकने के लिए यही आह्वान किया था। नड्डा ने यह भी कहा, ‘‘आइए मोटापे और हमारे समाज पर इसके बढ़ते प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाने का संकल्प लें। साथ मिलकर हम ऐसे भविष्य की दिशा में काम करें जहां स्वस्थ जीवन शैली आदर्श हो तथा उसकी शुरुआत हम अपने खानपान से करें।'' उन्होंने कहा कि जब भोजन को दवा के रूप में लिया जाता है तो छोटे-छोटे बदलाव बड़े परिणाम ला सकते हैं।
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22-23 अप्रैल को सऊदी अरब के दौरे पर रहेंगे। उन्हें इस यात्रा का निमंत्रण क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान ने दिया है। 2016 और 2019 के बाद यह पीएम मोदी की सऊदी अरब की तीसरी यात्रा होगी।
वर्ष 2023 में सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस नई दिल्ली की राजकीय यात्रा पर आए थे। उन्होंने G20 शिखर सम्मेलन में भाग लिया था और भारत-सऊदी अरब रणनीतिक साझेदारी परिषद की पहली बैठक की सह-अध्यक्षता की थी।भारत और सऊदी अरब के बीच घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं। दोनों देशों के बीच सामाजिक-सांस्कृतिक और व्यापारिक संपर्कों का लंबा इतिहास है। रणनीतिक साझेदारों के रूप में, नई दिल्ली और रियाद राजनीतिक, रक्षा, सुरक्षा, व्यापार, निवेश, ऊर्जा, टेक्नोलॉजी, स्वास्थ्य, शिक्षा, संस्कृति और लोगों के बीच संपर्कों सहित विभिन्न क्षेत्रों में मजबूत द्विपक्षीय संबंध साझा करते हैं।प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा भारत की ओर से सऊदी अरब के द्विपक्षीय संबंधों दिए जाने वाले महत्व को दर्शाती है। यह दोनों देशों की बहुआयामी साझेदारी को अधिक गहरा और मजबूत बनाने के साथ-साथ आपसी हितों के विभिन्न क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करने का अवसर प्रदान करेगी।पीएम मोदी की आगामी यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब ईरान और अमेरिका अप्रत्यक्ष परमाणु वार्ता कर रहे हैं। आपको बता दें, उनकी यह यात्रा अगले महीने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सऊदी अरब यात्रा से पहले हो रही है।उल्लेखनीय है, भारत और सऊदी अरब ने 1947 में राजनयिक संबंध स्थापित हुए थे। 2010 में द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक साझेदारी में बदल दिया गया। -
नई दिल्ली। भारत ने शनिवार को बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के एक प्रमुख नेता भाबेश चंद्र रॉय के अपहरण और क्रूर हत्या की निंदा की। विदेश मंत्रालय ने इसे देश की अंतरिम सरकार के तहत अल्पसंख्यकों के ‘व्यवस्थित उत्पीड़न के पैटर्न’ का हिस्सा बताया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि यह घटना बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यक समूहों के खिलाफ लक्षित हिंसा की खतरनाक ट्रेंड को दर्शाती है।
जायसवाल ने सोशल मीडिया प्लटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “हमने बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यक नेता भाबेश चंद्र रॉय के अपहरण और क्रूर हत्या को व्यथित रूप से देखा। यह हत्या अंतरिम सरकार के तहत हिंदू अल्पसंख्यकों के व्यवस्थित उत्पीड़न के पैटर्न का अनुसरण करती है, जबकि पिछली ऐसी घटनाओं के अपराधी बेखौफ घूम रहे हैं।”प्रवक्ता ने कहा, “हम इस घटना की निंदा करते हैं और एक बार फिर अंतरिम सरकार को याद दिलाते हैं कि वह बिना कोई बहाना बनाए या भेदभाव किए, हिंदुओं सहित सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की अपनी जिम्मेदारी निभाए।”बांग्लादेश पूजा उडजापान परिषद की बिराल इकाई के उपाध्यक्ष रॉय को गुरुवार शाम दिनाजपुर जिले में उनके घर से अगवा कर लिया गया। पुलिस और परिवार के अनुसार, उन्हें शाम करीब 4:30 बजे एक फोन आया, जिसके बाद चार अज्ञात लोग मोटरसाइकिल पर आए और उन्हें जबरन नाराबारी गांव ले गए।कथित तौर पर रॉय पर हमला किया गया और वे बेहोश पाए गए। उन्हें दिनाजपुर के एक अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।भारत में विपक्षी नेताओं ने भी पड़ोसी देश में हुई इस घटना की निंदा की।कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों, विशेषकर हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं। उन्होंने कहा, “अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों पर भी हमले जारी हैं। हाल ही में बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार ने भारत के पूर्वोत्तर राज्यों के बारे में बहुत ही निंदनीय और निराशाजनक टिप्पणी की। बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर अत्याचार, मानवाधिकारों का उल्लंघन, 1971 के मुक्ति संग्राम की यादों को मिटाने की कोशिश, भारत और बांग्लादेश के बीच संबंधों को कमजोर करने का प्रयास है। 1971 से लेकर आज तक भारत ने हमेशा बांग्लादेश के सभी लोगों के लिए शांति और समृद्धि की कामना की है। यही उपमहाद्वीप के सर्वोत्तम हित में है।” -
नयी दिल्ली. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को सभी छिपे हुए नक्सलियों से यथाशीघ्र आत्मसमर्पण करने और मुख्यधारा में शामिल होने का आह्वान करते हुए कहा कि सरकार 31 मार्च 2026 से पहले देश को नक्सलवाद के अभिशाप से मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। शाह ने कहा कि कोबरा कमांडो और छत्तीसगढ़ पुलिस ने राज्य के बीजापुर जिले में संचालित विभिन्न अभियानों में आधुनिक हथियारों और विस्फोटक सामग्री के साथ 22 कुख्यात नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा कि सुकमा के बड़ेसेट्टी पंचायत में 11 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है, जिससे यह पंचायत पूरी तरह नक्सल-मुक्त हो गई है। शाह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर जारी एक पोस्ट में कहा, ‘‘छिपे हुए नक्सलियों से मेरी अपील है कि मोदी सरकार की आत्मसमर्पण नीति को अपनाकर यथाशीघ्र हथियार डालें और मुख्यधारा में शामिल हों। इकत्तीस मार्च 2026 से पहले हम देश को नक्सलवाद के दंश से मुक्त करने के लिए संकल्पित हैं।'' केंद्रीय गृहमंत्री ने एक अन्य पोस्ट में कहा कि ‘‘सुकमा (छत्तीसगढ़) में अन्य 22 नक्सलियों ने भी आत्मसमर्पण किया, जिससे आत्मसमर्पण करने वालों की कुल संख्या बढ़कर 33 हो गई है।'' उन्होंने कहा, ‘‘नक्सलमुक्त भारत अभियान की दिशा में इस सफलता के लिए मैं सुरक्षा बल के जवानों और छत्तीसगढ़ पुलिस को बधाई देता हूं।'' गृहमंत्री ने मध्य प्रदेश के नीमच में बृहस्पतिवार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि नक्सलवाद अब भारत के सिर्फ चार जिलों तक सीमित रह गया है। उन्होंने कहा, ‘‘नक्सलवाद भारत के सिर्फ चार जिलों तक सीमित रह गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि 31 मार्च 2026 तक देश से यह समस्या समाप्त हो जाएगी। सीएपीएफ (केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल) और सीआरपीएफ, विशेषकर इसकी कोबरा बटालियन देश से नक्सलवाद को खत्म करने में प्रमुख भूमिका निभा रही है।'' कमांडो बटालियन फॉर रेजोल्यूट एक्शन (कोबरा) सीआरपीएफ की एक विशेष इकाई है, जो गुरिल्ला और जंगल युद्ध, विशेष रूप से नक्सली खतरे से निपटने में, अपनी दक्षता के लिए जानी जाती है। शाह ने कहा कि सीआरपीएफ ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में 400 से अधिक अग्रिम परिचालन चौकियां स्थापित की हैं और इसके कारण इन क्षेत्रों में हिंसा में 70 प्रतिशत से अधिक की कमी आई है तथा ‘‘हम अब इसे समाप्त करने के करीब हैं।''
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नई दिल्ली। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी-एनटीए ने आज सुबह संयुक्त प्रवेश परीक्षा-जेईई मेन 2025 के दूसरे सत्र के परिणाम जारी कर दिए हैं। इस बार, कुल 24 विद्यार्थियों ने 100 का परफेक्ट एनटीए स्कोर प्राप्त किया है। सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वालों में राजस्थान के मोहम्मद अनस और आयुष सिंघल, दिल्ली के दक्ष और हर्ष झा, पश्चिम बंगाल के देवदत्त माझी और महाराष्ट्र के आयुष रवि चौधरी शामिल हैं। कट-ऑफ के साथ परिणाम जेईई मेन की आधिकारिक वेबसाइट – जेईई मेन डॉट एनटीए डॉट एन आई सी डॉट आई एन jeemain.nta.nic.in पर उपलब्ध है।
इस परीक्षा में कुल 9 लाख 92 हजार 350 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इनमें 6 लाख 81 हजार 871 महिलाएं और 3 लाख 10 हजार 479 पुरुष शामिल हैं।एनटीए ने 2 से 9 अप्रैल के बीच यह परीक्षा आयोजित की थी। इस वर्ष जेईई मेन 2025 दो सत्र में जनवरी और अप्रैल में आयोजित की गई थी।