- Home
- देश
- रायपुर. कांग्रेस ने गुरुवार को 'भारत जोड़ो यात्रा' की पहली वर्षगांठ मनाने के लिए राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में रैली निकाली। कांग्रेस की ओर से जारी एक बयान में बताया गया कि भारत जोड़ो यात्रा की प्रथम वर्षगांठ पर राज्य के प्रत्येक जिले में प्रदेश कांग्रेस ने भारत जोड़ो यात्रा रैली निकाली। इसके बताया गया कि यात्रा के दौरान जनता को भारत जोड़ो यात्रा के उद्देश्य से अवगत कराया गया और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विभाजनकारी राजनीति के विरुद्ध जन जागरूकता अभियान चलाया गया। बयान में बताया गया है कि इस कार्यक्रम के लिए प्रत्येक जिले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को प्रभारी नियुक्त किया गया था। बयान के अनुसार रायपुर में प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज और सरगुजा में उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव प्रभारी के रूप में शामिल हुए। बयान के अनुसार राज्य के अन्य जिलों में रैली में मंत्री और विधायक भी शामिल हुए। बयान के अनुसार इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बैज ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा एक तीर्थ यात्रा थी और तीर्थ यात्रा कभी समाप्त नहीं होती। बयान में कहा गया कि भारत जोड़ो यात्रा का इतिहास स्याही से नहीं लिखा जा सकता, यह पसीने से लिखा गया है। बैज ने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की 145 दिनों तक चली चार हजार किलोमीटर की भारत जोड़ो यात्रा में निडर भारतीयों ने ना केवल कदम जोड़े, बल्कि दिल भी जोड़े। उन्होंने कहा कि कांग्रेस वचन देती है कि भारत जोड़ो यात्रा के आदर्श, प्रेरणा और उद्देश्य निरंतरता में जारी रहेंगे।
- नयी दिल्ली. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि पिछले लगभग चार वर्षों में आर्थिक अपराधियों और भगोड़ों से 1.8 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक की संपत्ति बरामद की गई है। यहां केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) मुख्यालय में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में अपराधियों और भगोड़ों के प्रत्यर्पण में खासी वृद्धि हुई है, खासकर अक्टूबर 2022 में भारत की मेजबानी में हुई 90वीं इंटरपोल महासभा के बाद से इसमें इजाफा हुआ है। कार्मिक राज्य मंत्री सिंह ने कहा कि इस साल अब तक 19 अपराधियों/भगोड़ों को भारत वापस लाया गया है, जबकि पहले हर साल औसतन लगभग 10 अपराधी/भगोड़े भारत लौटते थे। मंत्री ने कहा कि 2022 में यह आंकड़ा 27 और 2021 में 18 रहा।कार्मिक मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में सिंह के हवाले से कहा गया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आर्थिक अपराध अधिनियम लाए जाने के बाद, पिछले लगभग चार वर्षों में आर्थिक अपराधियों और भगोड़ों से 1.8 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक की संपत्ति बरामद की गई है, जबकि धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के जरिये 2014 के बाद से अपराधियों की 12 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक की सपंत्ति कुर्क करने में मदद मिली है।'' सिंह ने एजेंसी मुख्यालय में एक अलंकरण समारोह के दौरान सीबीआई अधिकारियों को भारतीय पुलिस पदक से सम्मानित किया। उन्होंने पहले ‘अंतरराष्ट्रीय पुलिस सहयोग दिवस' पर अपने संबोधन में कहा कि मोदी सरकार आर्थिक अपराधियों पर आक्रामक तरीके से कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि 2023 सीबीआई का हीरक जयंती वर्ष है और अपने 60 वर्षों के कार्यकाल में यह भारत की प्रमुख जांच और भ्रष्टाचार-रोधी एजेंसी के रूप में उभरी है। सिंह ने सीबीआई अधिकारियों को पुलिस पदक प्रदान किए और पुरस्कार विजेताओं और उनके परिवार के सदस्यों को बधाई दी। इससे पहले, कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीबीआई निदेशक प्रवीण सूद ने कहा कि इंटरपोल के लिए राष्ट्रीय केंद्रीय ब्यूरो के रूप में एजेंसी ने जटिल मामलों के समाधान, विदेशों से सबूत एकत्र करने, अपराधियों/भगोड़ों का प्रत्यर्पण सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि बढ़ते अंतरराष्ट्रीय पुलिस सहयोग के परिणामस्वरूप, विदेशों से अपराधियों और भगोड़ों को वापस लाने में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
- जौनपुर .उत्तर प्रदेश के जौनपुर जनपद के थाना बदलापुर क्षेत्र स्थित खतुवापार गांव के पास बृहस्पतिवार शाम मोटरसाइकिल सवार हमलवारों ने एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी जबकि इस हमले में एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया। यह जानकारी पुलिस ने दी। पुलिस उपाधीक्षक (बदलापुर) अशोक कुमार सिंह ने बताया कि मजदूरी का काम करने वाले दो युवक काम करने के बाद एक मोटरसाइकिल से अपने घर जा रहे थे। उन्होंने बताया कि रास्ते में खतुवापार गांव के पास मोटरसाइकिल सवार दो व्यक्तियों ने दोनों पर गोलियां चलाईं जिसमें शिवकुमार बिन्द (35) और जितेन्द्र बिन्द (25) घायल हो गए। उन्होंने बताया कि दोनों घायलों को तत्काल बदलापुर के एक अस्पताल ले जाया गया जहां पर चिकित्सकों ने शिवकुमार बिन्द को मृत घोषित कर दिया। उन्होंने बताया कि इस घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया जबकि घायल जितेन्द्र को जिला अस्पताल भिजवाया। पुलिस का मानना है कि यह हमला जमीन विवाद के चलते हुआ है। पुलिस ने मृतक के परिवार की तहरीर पर एक मामला दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है।
- जयपुर. राजस्थान के चूरू जिले के भानीपुरा थानाक्षेत्र में बृहस्पतिवार शाम को एक ट्रक और एक चार पहिया वाहन की आमने सामने की भिड़ंत में तीन महिलाओं एवं एक बच्ची समेत पांच व्यक्तियों की मौत हो गई जबकि 12 से अधिक अन्य घायल हो गये। यह जानकारी पुलिस ने दी। थानाधिकारी गौरव खिडिया ने बताया कि चार पहिया वाहन में सवार परिवार के लोग हनुमानगढ़ के एक धार्मिक स्थान से वापस लौट रहे थे। उन्होंने बताया कि साडासर और सावर के बीच सरदारशहर की तरफ से आ रहे एक ट्रक से उक्त चार पहिया वाहन की भिडंत हो गई। उन्होंने बताया कि इस दुर्घटना में चार पहिया वाहन में सवार तीन महिलाओं एवं एक बच्ची समेत पांच व्यक्तियों की मौत हो गई जबकि 12 से अधिक अन्य लोग घायल हो गये। उन्होंने बताया कि घायलों में कई बच्चे भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान कमलादेवी (35), अन्नाराम (62), संतोष (35), मोनिका (10), सरोज (28) के रूप में की गई है। उन्होंने बताया कि घायलों को उपचार के लिये सरदारशहर के राजकीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।
-
बेंगलुरु. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 'स्मार्ट लैंडर फॉर इन्वेस्टिगेटिंग मून' (एसएलआईएम) के सफल प्रक्षेपण पर जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (जेएएक्सए) को बृहस्पतिवार को बधाई दी। अंतरिक्ष एजेंसी ने ‘एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, ''वैश्विक अंतरिक्ष समुदाय के एक और सफल चंद्र मिशन के लिए बहुत-बहुत बधाई।'' जेएएक्सए ने बृहस्पतिवार को एक एक्स-रे दूरबीन ले जाना वाला रॉकेट प्रक्षेपित किया, जो ब्रह्मांड की उत्पति का पता लगाएगा। जापान ने साथ ही एक एसएलआईएम भी भेजा है जो चांद पर जानकारी जुटाएगा। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि चंद्रयान-3 मिशन के बाद इसरो का अगला चंद्रमा मिशन जेएएक्सए के साथ साझेदारी में हो सकता है। चंद्र ध्रुवीय अन्वेषण मिशन (लूपेक्स) जेएएक्सए और भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी के बीच एक सहयोगी मिशन है।
जेएएक्सए और इसरो साथ मिलकर रोवर और लैंडर विकसित कर रहे हैं।
यह रोवर न सिर्फ इसरो और जेएएक्सए के बल्कि अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा व यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) के उपकरणों को अपने साथ ले जाएगा। नेशनल स्पेस पॉलिसी पर जापान मंत्रिमंडल समिति के उपाध्यक्ष और जापान की राष्ट्रीय खगोलीय वेधशाला के महानिदेशक साकू सुनेता ने पिछले महीने यहां इसरो मुख्यालय का दौरा किया था और अंतरिक्ष एजेंसी के अध्यक्ष एस. सोमनाथ के साथ मुलाकात कर लूपेक्स मिशन की प्रगति पर चर्चा की थी। इसरो के अधिकारी ने कहा, ''अन्य चीजों के साथ लूपेक्स मिशन के लिए एक छोटे लैंडर के निर्माण पर चर्चा हुई।'' जेएएक्सए के मुताबिक, लूपेक्स मिशन का मकसद स्थायी गतिविधियों के लिए एक चंद्र आधार स्थापित कर चांद के ध्रुवीय क्षेत्र की उपयुक्तता की खोज करना है। इसके साथ चांद की सतह पर जल-बर्फ संसाधनों की उपलब्धता के संबंध में जानकारी जुटाना और वाहन-परिवहन व रात में जीवित रहने जैसी चांद और ग्रहों की सतह से जुड़ी खोज तकनीकों का प्रदर्शन करना है। इसरो के एक अधिकारी के मुताबिक, लूपेक्स मिशन साल 2025 में शुरू किया जाना प्रस्तावित है। -
बेंगलुरु। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बृहस्पतिवार को देश के पहले सूर्य मिशन ‘आदित्य-एल1' में लगे कैमरे द्वारा ली गई अंतरिक्ष यान की "सेल्फी" और पृथ्वी तथा चंद्रमा की तस्वीरें जारी कीं। अंतरिक्ष एजेंसी ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "सूर्य-पृथ्वी एल1 बिंदु से संबंधित ‘आदित्य-एल1' ने सेल्फी और पृथ्वी तथा चंद्रमा की तस्वीरें लीं। तस्वीरों में ‘विजिबल एमिशन लाइन कोरोनाग्राफ' (वीईएलसी) और सोलर अल्ट्रावॉयलेट इमेजर (एसूयआईटी) उपकरण दिखाई देते हैं, जैसा कि 4 सितंबर, 2023 को आदित्य-एल1 पर लगे कैमरे द्वारा देखा गया था। इसरो ने कैमरे द्वारा ली गईं पृथ्वी और चंद्रमा की तस्वीरें भी साझा कीं।
- मथुरा (उप्र)। मथुरा स्थित श्री कृष्ण जन्मस्थान मंदिर में आगामी जन्माष्टमी समारोह भारतीय अन्तरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के उन वैज्ञानिकों को समर्पित होगा जिन्होंने चंद्रयान -3 मिशन को सफल बनाने में अहम योगदान दिया। भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन इस बार सात सितंबर (बृहस्पतिवार) की रात को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाने के लिए मथुरा में बड़े पैमाने पर तैयारियां जारी हैं और सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं। इस वर्ष श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व चंद्रयान-3 की थीम पर मनाया जाएगा, जिसमें बृहस्पतिवार की मध्य रात्रि के बाद भगवान श्री कृष्ण ‘प्रज्ञान-पोषाक' धारण किए ‘सोमनाथ पुष्प बंगला' में विराजमान होंगे। इस बार यह महोत्सव देश के विकास व हिन्दू राष्ट्र के संकल्प के साथ मनाया जाएगा।श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा और सदस्य गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी ने बताया कि इस साल भगवान श्रीकृष्ण के 5250 वें जन्मोत्सव के अवसर पर जन्मस्थान की साज-सज्जा, ठाकुरजी की पोशाक और श्रृंगार आदि पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। शर्मा ने कहा, ‘‘मंदिर में आने वाले भक्तों को भगवान के दर्शन की सुविधा देने के लिए उसके कपाट सुबह 5.30 बजे से देर रात 1.30 बजे तक खुले रहेंगे। प्रसाद के लिए जल्दी न खराब होने वाली वस्तुएं बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।'' शर्मा के मुताबिक, श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर ब्रज की पंरपराओं के अनुरूप श्रद्धालुओं को प्रसाद, बधाई पोटली, खिलौने, मिष्ठान, फल, कपड़े आदि सामग्री वितरित की जाएगी। उन्होंने बताया कि नंदोत्सव के दिन कढ़ी-चावल और पुआ का विशेष प्रसाद सभी श्रद्धालुओं को बांटा जाएगा। शर्मा ने कहा, “जन्माष्टमी का दिन मंदिर में ढोल-शहनाई बजाने के साथ शुरू होगा। सुबह-सुबह किए जाने वाले अभिषेक समारोह में हर भक्त को ‘चरणामृत' दिया जाएगा। इसके अलावा, श्रीकृष्ण जन्मस्थान की ओर जाने वाले तीन बिंदुओं पर अस्थायी ‘क्लॉक रूम' स्थापित किए जाएंगे, ताकि श्रद्धालु अपना सामान रख सकें।” शर्मा ने बताया जन्मभूमि के अंदर और परिसर के बाहर से श्रद्धालु जिस भी दिशा से भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन करें, उन्हें वहीं से जन्मभूमि की अद्भुत छटा की अनुभूति हो, ऐसा प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की प्राकट्य भूमि और कारागार के रूप में प्रसिद्ध गर्भगृह तथा पूरे श्रीकृष्ण चबूतरा की साज-सज्जा भी अद्भुत एवं मनमोहक होगी। शर्मा ने कहा, “देश-विदेश से आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जन्मभूमि के सभी संपर्क मार्गों पर जूता घर और सामान घर की व्यवस्था की गई है। सभी प्रमुख जगहों पर पेयजल उपलब्ध कराने का प्रयास भी किया जा रहा है।” उन्होंने बताया कि जन्माष्टमी के अवसर पर केवल बृहस्पतिवार को श्रद्धालुओं का मंदिर परिसर में प्रवेश मुख्य द्वार की जगह गोविंद नगर द्वार (गेट संख्या 3) से और निकास मुख्य द्वार (गेट संख्या 1) से होगा। प्रशासन भी जन्माष्टमी का त्योहार शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के प्रयास में जुटा हुआ है।आगरा जोन की अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) अनुपम कुलश्रेष्ठ खुद श्रीकृष्ण जन्मस्थान का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था का मुआयना कर चुकी हैं और जिला प्रशासन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। कुलश्रेष्ठ ने कहा कि इस बार पहले से भी अधिक सुरक्षित एवं सुगम माहौल में दर्शन उपलब्ध कराने की तैयारी है। वहीं, पुलिस अधीक्षक (सुरक्षा) आनंद कुमार ने कहा कि श्रद्धालुओं की भारी आमद की संभावनाओं को देखते हुए श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर तैनात नियमित बल के अलावा, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और त्वरित कार्य बल(आरएएफ) के जवान भी तैनात किए जाएंगे। श्री कृष्ण जन्म के पश्चात ठाकुरजी को आसन ग्रहण कराए जाने वाले पुष्प बंगले का नामकरण भी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) प्रमुख ‘एस सोमनाथ' के नाम पर किया गया है। जिस पोशाक में भगवान दर्शन देंगे, उसका नाम भी रोवर प्रज्ञान के नाम पर ‘प्रज्ञान-प्रभास' रखा गया है। श्रीकृष्ण जन्मभूमि ट्रस्ट एवं श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने कहा कि चंद्रयान-3 की सफलता से सभी भारतवासी अभिभूत एवं आनंदित हैं। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में चन्द्रमा को विशिष्ट स्थान प्राप्त है। उन्होंने कहा, ‘‘सनातन धर्म में जितनी सुन्दर प्रामाणिक व्याख्या चन्द्र आदि नवग्रहों के बारे में की गई है, उतनी कहीं और देखने को नहीं मिलती। सनातन धर्म की उसी परंपरा को इसरो के यशस्वी वैज्ञानिकों ने पुनर्स्थापित किया है।'' उन्होंने कहा, ‘‘चंद्रयान-3 ने दक्षिणी-ध्रुव पर पहुंचकर विलक्षण कार्य संभव किया है। ऐसी महान उपलब्धि पर राष्ट्र का प्रत्येक नागरिक वैज्ञानिकों के तप, त्याग और परिश्रम को नमन कर रहा है। इसीलिए, चन्द्रवंशी भगवान श्रीकृष्ण के 5250 वें जन्मोत्सव के विशिष्ट एवं भव्य आयोजन में उनके पुष्प-बंगले का नाम भी इसरो के प्रमुख के नाम अनुरूप ‘सोमनाथ पुष्प-बंगला' रखा गया है।'' इस बीच, मुख्य चिकित्सा अधिकारी अजय कुमार वर्मा ने कहा कि श्री कृष्ण जन्मस्थान मंदिर में प्रत्येक अस्थायी ‘‘क्लॉक रूम'' में चिकित्सा सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी। file photo
-
जम्मू. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने रविवार को कहा कि चंद्रयान-3 और आदित्य एल1 मिशन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रगतिशील नीतिगत फैसलों का नतीजा है। उन्होंने कहा कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पास अब अंतरिक्ष विज्ञान में अमेरिकी एजेंसी नासा और रूसी एजेंसी रोसकॉसमोस से मुकाबला करने की क्षमता है। चंद्रयान-3 का लैंडर मॉड्यूल इसरो के चंद्रयान कार्यक्रम के तहत तीसरा मिशन था, जिसने 23 अगस्त को चंद्रमा के सतह पर सफल ‘सॉफ्ट लैंडिंग' की। इसके साथ ही भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर उतारने वाला पहला और चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कराने वाला चौथा देश बन गया। इसरो ने शनिवार को सूर्य के वातावरण का अध्ययन करने के लिए आदित्य-एल1 को प्रक्षेपित किया।
-
जयपुर. राजस्थान में सिरोही जिले के आबूरोड सदर थाना क्षेत्र में रविवार सुबह एक ट्रक और कार की टक्कर होने से कार सवार दो महिलाओं समेत तीन लोगों की मौत गई और दो अन्य लोग घायल हो गये। थानाधिकारी प्रवीण आचार्य ने बताया कि हनुमान टेकरी के पास हुई ट्रक और कार की टक्कर में कार चालक हीरालाल (35) की मौके पर ही मौत हो गई तथा दो महिलाओं लीला बाई (65) और प्राची (19) ने अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि दो अन्य घायलों को पालनपुर रेफर किया गया है। उन्होंने बताया कि कार में सवार पुणे निवासी लोग सिरोही के शिवगंज से अहमदाबाद जा रहे थे। आचार्य ने बताया कि हादसे के बाद ट्रक सड़क किनारे खाई में जा गिरा और चालक फरार हो गया।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिये अस्पताल के शवगृह में रखा गया है। उन्होंने बताया कि मृतकों के परिजन को सूचित कर दिया गया है और उनके पुणे से सोमवार को यहां पहुंचने पर पोस्टमार्टम कराया जाएगा। -
नयी दिल्ली. उत्तर रेलवे ने 300 से अधिक इंटरसिटी और एक्सप्रेस ट्रेनों की सूची जारी की है, जिनका परिचालन दिल्ली में नौ-दस सितंबर को होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन के कारण प्रभावित रहेगा। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि सुरक्षा व्यवस्था के लिए जारी परामर्श के मद्देनजर इन ट्रेन को आठ से 11 सितंबर के बीच या तो रद्द कर दिया गया है या फिर इनके मार्ग या गंतव्य स्थान में परिवर्तन किया गया है। बयान के मुताबिक, यात्रियों की असुविधा को कम करने के लिए जम्मूतवी-नयी दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस, तेजस राजधानी हजरत निजामुद्दीन एक्सप्रेस, वाराणसी-नयी दिल्ली एक्सप्रेस सहित 70 ट्रेन के रुकने के लिए अतिरिक्त स्टेशन निर्धारित किए गए हैं। बयान के अनुसार, 36 ट्रेन के प्रस्थान एवं गंतव्य स्टेशन को बदल दिया गया है। इसमें बताया गया है कि जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान तीन ट्रेन दिल्ली के किशनगंज रेलवे स्टेशन पर नहीं रुकेंगी। रेलवे के एक अधिकारी ने कहा, “जिन लोगों ने उक्त अवधि में यात्रा की योजना बनाई है, उन्हें सलाह दी जाती है कि वे किसी भी असुविधा से बचने के लिए पहले से ही ट्रेन के समय और मार्गों की जांच कर लें।
- देवरिया। उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में 65 वर्षीय एक बुजुर्ग की लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।पुलिस क्षेत्राधिकारी (रुद्रपुर) जिलाजीत ने रविवार को बताया कि गौरी बाजार थाना क्षेत्र के नगरौली गांव के रहने वाले शिक्षक परशुराम (65) शनिवार रात लगभग 10 बजे गांव लौट रहे थे, तभी दूसरे समुदाय के कुछ लोगों से पुरानी रंजिश को लेकर उनका विवाद हो गया, जिसके बाद दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई।जिलाजीत के मुताबिक, इस घटना में परशुराम की मौत हो गई, जबकि उनका बेटा कृष्ण चंद (22) गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे देवरिया के महर्षि देवराहा बाबा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। जिलाजीत के अनुसार, इस वारदात में मृतक का एक अन्य पुत्र रवि शंकर और पुत्री पिंकी व रिंकी भी घायल हो गईं।उन्होंने बताया कि मामला एक विशेष समुदाय से जुड़ा होने के कारण गांव में एहतियात के तौर पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। जिलाजीत ने बताया कि पुलिस ने मामले में उचित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।
- नयी दिल्ली,। पलवल से नयी दिल्ली आ रही एक लोकल ईएमयू ट्रेन दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थल प्रगति मैदान के पास रविवार सुबह पटरी से उतर गई।इस संबंध में एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पलवल-नयी दिल्ली ईएमयू (इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) ट्रेन का पांचवां डिब्बा सुबह 9.47 बजे पटरी से उतर गया। उन्होंने कहा कि घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।अधिकारी के मुताबिक, ‘ट्रेन में ज्यादा भीड़ नहीं थी। सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया।’उन्होंने बताया कि ट्रेन डाउन मेन लाइन पर निजामुद्दीन और तिलक ब्रिज के बीच पटरी से उतर गई।पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। रेलवे कर्मी मरम्मत के लिए पहुंच गए हैं।’उत्तर रेलवे ने 300 से अधिक रेलगाड़ियों की सूची जारी की है, जिनकी सेवाएं 9-10 सितंबर को होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन के कारण प्रभावित रहेंगी।इसने कहा कि 207 ट्रेन रद्द कर दी गई हैं, जबकि 15 के टर्मिनल और छह के मार्ग बदले गए हैं।एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि यात्रियों की असुविधा को कम करने के लिए जम्मू तवी-नयी दिल्ली राजधानी, तेजस राजधानी हजरत निजामुद्दीन और वाराणसी-नयी दिल्ली तेजस राजधानी सहित 70 रेलगाड़ियों के लिए ठहराव के अतिरिक्त स्टेशनों की व्यवस्था की गई है।
-
श्रीहरिकोटा (आंध्र प्रदेश) .चंद्रयान-3 के रोवर 'प्रज्ञान' ने चंद्रमा की सतह पर अपना काम पूरा कर लिया है और अब यह निष्क्रिय (स्लीप मोड) अवस्था में चला गया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने शनिवार को यह जानकारी दी। इससे कुछ घंटे पहले, इसरो के प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा था कि चंद्रमा पर भेजे गए चंद्रयान-3 के रोवर और लैंडर ठीक से काम कर रहे हैं और चूंकि चंद्रमा पर अब रात हो जाएगी इसलिए इन्हें ‘‘निष्क्रिय'' किया जाएगा। इसरो ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘ रोवर ने अपना कार्य पूरा कर लिया है। इसे अब सुरक्षित रूप से 'पार्क' (खड़ा) किया गया है और निष्क्रिय (स्लीप मोड) अवस्था में सेट किया गया है। एपीएक्सएस और एलआईबीएस 'पेलोड' बंद हैं। इन पेलोड से आंकड़े लैंडर के माध्यम से पृथ्वी पर प्रेषित किए जाते हैं। '' वर्तमान में रोवर की बैटरी पूरी तरह से चार्ज है और उसका सौर पैनल 22 सितंबर, 2023 को चंद्रमा पर अपेक्षित अगले सूर्योदय पर प्रकाश प्राप्त करने के लिए उन्मुख है। इसरो ने कहा, ‘‘ चंद्रयान का रिसीवर चालू रखा गया है। अपने कार्य के दूसरे चरण के लिए इसके सफलतापूर्वक पुन: जागृत होने की आशा है! अन्यथा, यह हमेशा के लिए भारत के चंद्र राजदूत के रूप में वहीं रहेगा।'' सोमनाथ ने कहा कि लैंडर ‘विक्रम' और रोवर ‘प्रज्ञान' अब भी काम कर रहे हैं और ‘‘हमारी टीम अब वैज्ञानिक साजो-सामान के साथ ढेर सारा काम कर रही है।'' उन्होंने कहा, ‘‘अच्छी खबर यह है कि लैंडर से रोवर कम से कम 100 मीटर दूर हो गया है और हम आने वाले एक या दो दिन में इन्हें निष्क्रिय करने की प्रक्रिया शुरू करने जा रहे हैं, क्योंकि वहां (चांद पर) रात होने वाली वाली है।'' इसरो प्रमुख ने पहले सूर्य मिशन ‘आदित्य एल1' का आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित अंतरिक्ष केंद्र से सफल प्रक्षेपण होने के बाद मिशन नियंत्रण केन्द्र से अपने संबोधन में यह जानकारी दी।
-
भोपाल. मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक विधायक और पार्टी के एक पूर्व विधायक शनिवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। मध्य प्रदेश में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं।
विधायक वीरेंद्र रघुवंशी और पूर्व विधायक भवर सिंह शेखावत कांग्रेस के राज्य मुख्यालय में पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष कमल नाथ और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) की मध्य प्रदेश इकाई के प्रभारी महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला की उपस्थिति में अन्य लोगों के साथ पार्टी में शामिल हुए। रघुवंशी ने कुछ दिन पहले ही भाजपा से इस्तीफा दिया है।
कमलनाथ ने इस अवसर पर सत्तारूढ़ भाजपा पर मध्य प्रदेश को एक भ्रष्ट राज्य में बदलने का आरोप लगाया और विश्वास जताया कि उनकी पार्टी विधानसभा चुनाव जीतेगी। उन्होंने दावा किया कि जब कांग्रेस (2018 से मार्च 2020 तक) सत्ता में थी, तब 27 लाख किसानों का कर्ज माफ किया गया और कई लोक कल्याणकारी फैसले लिए गए। सुरजेवाला ने कहा कि 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के 13 मंत्री हार गए और आगामी चुनाव में 31 मंत्री हारेंगे। सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि राज्य की भाजपा सरकार दलितों, आदिवासियों और महिलाओं की रक्षा करने में विफल रही है। -
रतलाम. जिले के एक गांव में 12 वर्षीय लड़की को नदी में डूबने से बचाने के प्रयास में उसके पिता और चाचा डूब गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। आलोट थाना प्रभारी दिनेश कुमार भोजक ने बताया कि जिले के दादियाखेड़ी गांव में शिप्रा नदी के पास धार्मिक अनुष्ठान के दौरान 12 साल की बच्ची का पैर फिसल गया और वह नदी में गिर गई। उन्होंने बताया कि उसे डूबता देख लड़की के पिता और चाचा भी पानी में कूद गए और उन्होंने लड़की को बचा लिया लेकिन इस दौरान उन दोनों की डूबने से मौत हो गई। उन्होंने बताया कि परिवार और ग्रामीणों ने लड़की के पिता का शव बाहर निकाला और बाद में बचाव दल ने उसके चाचा का शव बाहर निकाला।
-
नयी दिल्ली. कांग्रेस ने शनिवार को ‘आदित्य एल1' मिशन को देश के लिए शानदार उपलब्धि करार दिया और इसकी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि का जिक्र करते हुए कहा कि परियोजना को साल 2009 में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की मंजूरी मिली थी। सूर्य मिशन से संबंधित उपग्रह ‘आदित्य एल1' को शनिवार पूर्वाह्न 11.50 बजे श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र के दूसरे लॉन्च पैड से प्रक्षेपित किया किया गया। इस उपग्रह को सूर्य परिमंडल के दूरस्थ अवलोकन और पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर दूर ‘एल1' (सूर्य-पृथ्वी लैग्रेंजियन बिंदु) पर सौर हवा का वास्तविक अवलोकन करने के लिए डिजाइन किया गया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया, ‘‘तमसो मा ज्योतिर्गमय - मुझे अंधकार से प्रकाश की ओर ले चलो। हम अपने वैज्ञानिकों, अंतरिक्ष इंजीनियरों, शोधकर्ताओं और अपने कड़ी मेहनत करने वाले कर्मियों के ऋणी और आभारी हैं। हम सब मिलकर उनकी सफलता का जश्न मनाते हैं और कृतज्ञता के साथ उनका सम्मान करते हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘भारत ने सूर्य की यात्रा 2006 में शुरू की, जब हमारे वैज्ञानिकों ने सूर्य के लिए एक ही उपकरण के साथ एक सौर वेधशाला का प्रस्ताव रखा। जुलाई 2013 में इसरो ने आदित्य-1 मिशन के लिए सात पेलोड का चयन किया, जिसे अब आदित्य-एल1 मिशन का नाम दिया गया है। नवंबर 2015 में इसरो ने औपचारिक रूप से आदित्य-एल1 को मंजूरी दे दी।'' कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘चंद्रयान मिशन (पहला- 2008, दूसरा- 2019 और तीसरा- 2023) और मंगलयान मिशन (2013) की शानदार सफलताओं के बाद, सूर्य का अध्ययन करने के लिए उपग्रह स्थापित करने की दिशा में हमारा रास्ता थोड़ा और सुरक्षित हो गया।'' उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्र विज्ञान, प्रौद्योगिकी और अनुसंधान की क्षमता का निर्माण केवल कुछ वर्षों में नहीं, बल्कि पूरे दशकों में करते हैं, और अंतरिक्ष अनुसंधान और अन्वेषण में भारत की सफलता उस अदम्य साहस और प्रतिबद्धता का एक ज्वलंत उदाहरण है। तमाम बाधाओं के बावजूद हमने जीत हासिल की है।'' खरगे ने कहा, ‘‘इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए हमारे दिग्गज वैज्ञानिकों और अनगिनत शोधकर्ताओं की दूरदर्शिता, सरलता और जोरदार समर्पण को हमारा नमन। हमें उम्मीद है कि यह हमारी युवा पीढ़ी को प्रेरित करती रहेंगी और हमारे लोगों में गहरी वैज्ञानिक सोच पैदा करेंगी।'' कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने ‘एक्स' पर पोस्ट कर कहा, ‘‘भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने आज एक बार फिर से इतिहास रचा है। चंद्रयान-3 की ऐतिहासिक सफलता के बाद अब सूर्य मिशन आदित्य एल 1 का सफल प्रक्षेपण करके इसरो ने अंतरिक्ष में भारत की ताकत को स्थापित किया है। इसरो की पूरी टीम और सभी देशवासियों को शुभकामनाएं। जयहिंद।'' कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर पोस्ट किया, "आज आदित्य एल 1 का प्रक्षेपण इसरो और भारत के लिए एक और शानदार उपलब्धि है। इसरो को एक बार फिर सलाम करते हुए, इसकी निरंतरता को समझने के लिए आदित्य एल1 की हाल की टाइमलाइन को याद करना सही होगा।" उन्होंने कहा, "2006 में 'एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया' और 'इंडियन एकेडमी ऑफ साइंसेज' के वैज्ञानिकों ने एक उपकरण के साथ सौर वेधशाला की अवधारणा का प्रस्ताव रखा। मार्च 2008 में वैज्ञानिकों ने इसरो के साथ इस प्रस्ताव को साझा किया।" रमेश के अनुसार, "दिसंबर 2009 में इसरो ने एक उपकरण के साथ आदित्य-1 परियोजना को मंजूरी दी। अप्रैल 2013 में पूर्व अध्यक्ष यूआर राव के हस्तक्षेप के बाद इसरो ने एक अवसर के बारे में घोषणा की, जिसमें वैज्ञानिक समुदाय से अधिक वैज्ञानिक उपकरणों (पेलोड) के प्रस्तावों की मांग की गई थी।" उन्होंने कहा, "जून 2013 : इसरो ने प्राप्त वैज्ञानिक प्रस्तावों की समीक्षा की। जुलाई 2013 में इसरो ने आदित्य-1 मिशन के लिए सात पेलोड का चयन किया। इस मिशन का अब नाम बदलकर आदित्य एल1 मिशन कर दिया गया है। नवंबर 2015 में इसरो ने औपचारिक रूप से आदित्य-एल 1 को मंजूरी दी।
-
नयी दिल्ली. देश के प्रतिष्ठित साहित्यिक पुरस्कार ‘जेसीबी प्राइज फॉर लिटरेचर' ने अपने छठे संस्करण की चयनित सूची (लांग लिस्ट) की शनिवार को घोषणा की और प्रतिष्ठित लेखक मनोरंजन ब्यापारी तथा पेरूमल मुरूगन की रचनाओं को तीसरी बार इस सूची में स्थान मिला है। सूची में कुल दस लेखकों की अनूदित रचनाओं को शामिल किया गया है। लेखक और अनुवादक, श्रीनाथ पेरूर की अध्यक्षता में विभिन्न विधाओं से सम्बंधित एक प्रतिष्ठित निर्णायक मंडल द्वारा चयन सूची को शनिवार को जारी किया गया । निर्णायक मंडल ने देश भर से प्राप्त प्रविष्टियों में 24 शहरों के लेखकों द्वारा अंग्रेजी समेत अलग-अलग आठ भाषाओं में लिखी साहित्यिक रचनाओं पर गौर किया । इनमें छह पुस्तकें मूल रूप से अंग्रेजी भाषा में लिखीं गयी थीं और चार पुस्तकें मूल रूप से बंगाली, हिंदी और तमिल भाषा में लिखी गयी चार पुस्तकों का अंग्रेजी अनुवाद थीं।
जेसीबी प्राइस फॉर लिटरेचर द्वारा आज यहां जारी की गई एक विज्ञप्ति के अनुसार मनोरंजन ब्यापारी (दी नेमेसिस)और पेरुमल मुरुगन (फायर बर्ड) के अलावा लेखक तनुज सोलंकी (मांझीज मेहम ) दूसरी बार सूची में शामिल हुए हैं। लम्बे समय से एक लेखक के रूप में पुरस्कार के लिए सूचीबद्ध होते रहे हंसदा सोवेंद्र शेखर ने इस बार मनोज रूपड़ा के उपन्यास (आई नेम्ड माई सिस्टर साइलेंस) के अनुवादक के रूप में सूची में स्थान प्राप्त किया है । यह हंसदा द्वारा किसी पुस्तक का पहला अनुवाद है। गीत चतुर्वेदी द्वारा लिखित प्रथम उपन्यास सिमसिम, जो श्रीमती अनीता गोपालन द्वारा किसी उपन्यास के अनुवाद का प्रथम प्रयास है, इस वर्ष की लॉन्गलिस्ट में शामिल किया गया है। तेजस्विनी आप्टे-रहम (दी सीक्रेट आफ मोर) और बिक्रम शर्मा के उपन्यास (दी कॉलोनी आफ शैडोज) को भी इस सूची में स्थान मिला है। इनके अलावा, बृंदा चारी का ‘द ईस्ट इंडियन', जेनिस पारिएट का ‘एवरीथिंग द लाईट टचेस', विक्रमजीत राम द्वारा लिखित ‘मंसूर', को भी इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के दावेदारों की सूची में शामिल किया गया है।
विज्ञप्ति के अनुसार, वर्ष 2023 के जेसीबी लिटरेचर पुरस्कार के लिए इन उपरोक्त उपन्यासों की शार्टलिस्ट की घोषणा 20 अक्टूबर को की जाएगी और पुरस्कार समारोह 18 नवंबर को आयोजित किया जाएगा। इस पुरस्कार के तहत विजेता लेखक और अनुवादक को क्रमशः 25 लाख रुपये और 10 लाख रुपये का पुरस्कार प्रदान किया जाता है। -
खरगोन. मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में शनिवार सुबह एक कार के सड़क किनारे खड़े ट्रक से टकरा जाने से उसमें सवार तीन पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि घटना सुबह करीब पांच बजे सनावद थाना क्षेत्र के बदुद गांव के पास हुई।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) धर्मवीर सिंह ने कहा कि कार के सड़क किनारे खड़े ट्रक से टकरा जाने से उसमें सवार सनावद पुलिस थाने के दो उपनिरीक्षकों और एक आरक्षक की मौके पर ही मौत हो गई। उन्होंने बताया, "इस दुर्घटना में वाहन में सवार दो अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए इंदौर रेफर किया गया है।" सिंह के मुताबिक, पांचों पुलिसकर्मी एक धार्मिक जुलूस में लगी ड्यूटी पूरी करने के बाद खरगोन से सनावद लौट रहे थे। -
नयी दिल्ली. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने विश्वविद्यालयों से कहा है कि छात्रों की डिग्री और अनंतिम प्रमाणपत्रों (प्रोविजनल सर्टिफिकेट) पर आधार नंबर छापने की अनुमति नहीं है। उच्च शिक्षा नियामक का यह निर्देश उन खबरों के बीच आया है कि राज्य सरकारें विश्वविद्यालयों की ओर से जारी होने वाली डिग्रियों और अनंतिम प्रमाणपत्रों पर छात्रों का पूरा आधार नंबर छापने पर विचार कर रही हैं। इसका मकसद नियुक्ति या दाखिले की प्रक्रिया के दौरान सत्यापन में उक्त दस्तावेजों के इस्तेमाल की सुविधा देना है। यूजीसी के सचिव मनीष जोशी ने विश्वविद्यालयों को पत्र लिखकर कहा, ‘‘नियम के अनुसार आधार नंबर रखने वाली कोई भी संस्था इससे जुड़े किसी भी डेटाबेस या रिकॉर्ड को तब तक सार्वजनिक नहीं करेगी, जब तक कि नंबर को उचित तरीकों से संपादित या ब्लैक आउट न कर दिया गया हो।'' पत्र में कहा गया, ‘‘छात्रों की डिग्री और अनंतिम प्रमाणपत्रों पर आधार नंबर छापने की अनुमति नहीं है। उच्च शिक्षण संस्थानों को यूआईडीएआई के नियमों का सख्ती से पालन करना चाहिए।
-
भदोही . भदोही के गोपीगंज थाना इलाके में एक बक्से में शनिवार शाम एक युवती का आधा जला हुआ शव मिला। पुलिस ने दुष्कर्म के बाद युवती की हत्या किए जाने का अंदेशा जताया है। पुलिस के अनुसार, गोपीगंज थाना क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग 19 पर लाला नगर टोल प्लाजा के पास पड़े एक बक्से से पेट्रोल से जलने की गंध आने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और बक्सा खोलने पर उसमें एक युवती का आधा जला हुआ शव मिला। भदोही पुलिस अधीक्षक (एसपी) मीनाक्षी कात्यायन ने बताया कि यह शव लगभग 20 साल की युवती का है, जिसने सफ़ेद रंग का सूट पहन रखा था। उन्होंने संभावना जताई कि युवती की हत्या कर उसकी पहचान छिपाने के लिए उसके शरीर एवं चेहरे को पेट्रोल डाल कर जला दिया गया। उन्होंने बताया कि मौके पर श्वान दस्ते समेत फोरेंसिक टीम ने जांच शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि शव की पहचान करने का प्रयास जारी है। उन्होंने कहा कि शव को पोस्ट मार्टम के लिए भेजा जा रहा है। एसपी ने बताया कि शुरुआती जांच में हत्या से पहले लड़की के साथ दुष्कर्म किये जाने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि मामले के हर पहलू की जांच की जा रही है।
-
नई दिल्ली। उत्तर रेलवे ने 9 और 10 सितंबर को दिल्ली में जी-20 सम्मेलन के कारण 40 मेल और एक्सप्रेस रेलगाड़ियां रद्द कीं है। इसके अलावा 64 रेलगाड़ियों के मार्ग बदले गए हैं। उत्तर रेलवे ने बताया कि सम्मेलन के लिए सुरक्षा और अन्य महत्वपूर्ण व्यवस्थाओं को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। रेलवे ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे इसे ध्यान में रखते हुए ही अपनी यात्रा की योजना बनाएं। रेलवे के अनुसार, 8 से 11 सितंबर तक नई दिल्ली आने वाली या नई दिल्ली से चलने वाली रेलगाड़ियों का पडाव गाजियाबाद या हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन होगा।
-
नयी दिल्ली. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अपने पहले सौर मिशन आदित्य-1 के सफल प्रक्षेपण की पृष्ठभूमि में, आइए हम दुनिया भर की अंतरिक्ष एजेंसियों के उन प्रमुख मिशन के माध्यम से इसे जानने का प्रयास करें, जो सूर्य के गूढ़ रहस्य को सुलझाने के लिए समर्पित हैं। अमेरिका: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) ने अगस्त 2018 में पार्कर सोलर प्रोब का प्रक्षेपण किया था। दिसंबर 2021 में, पार्कर ने सूर्य के ऊपरी वायुमंडल ‘कोरोना' से उड़ान भरी और वहां कणों और चुंबकीय क्षेत्रों की जानकारी लेने का प्रयास किया। नासा के अनुसार, यह पहली बार था कि किसी अंतरिक्ष यान ने सूर्य से संबंधित पहलुओं का अध्ययन किया। नासा ने फरवरी 2020 में यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) के साथ हाथ मिलाया और डेटा एकत्र करने के लिए ‘सोलर ऑर्बिटर' का प्रक्षेपण किया, ताकि यह पता लगाया जा सके कि सूर्य ने पूरे सौर मंडल में लगातार बदलते अंतरिक्ष वातावरण को कैसे निर्मित और नियंत्रित किया।
नासा की ओर से अन्य सक्रिय सौर मिशन में अगस्त, 1997 में प्रक्षेपित ‘एडवांस्ड कंपोज़िशन एक्सप्लोरर', अक्टूबर, 2006 में प्रक्षेपित सोलर टेरेस्ट्रियल रिलेशन्स ऑर्ब्जवेट्री; फरवरी, 2010 में प्रक्षेपित सोलर डायनेमिक्स वेधशाला; और जून 2013 में प्रक्षेपित इंटरफ़ेस रीजन इमेजिंग स्पेक्ट्रोग्राफ शामिल हैं। इसके अलावा, दिसंबर, 1995 में नासा, ईएसए और जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (जेएएक्सए) ने संयुक्त रूप से सोलर एंड हेलिओस्फेरिक ऑब्ज़र्वेटरी (एसओएचओ) का प्रक्षेपण किया था। जापान: जापान की अंतरिक्ष एजेंसी जेएएक्सए ने 1981 में अपना पहला सौर प्रेक्षण उपग्रह, हिनोटोरी (एस्ट्रो-ए) प्रक्षेपित किया। जेएएक्सए के अनुसार, इसका उद्देश्य कठोर एक्स-रे का इस्तेमाल करके सौर ज्वालाओं का अध्ययन करना था। जेएएक्सए के अन्य सौर अन्वेषण मिशन में 1991 में प्रक्षेपित योहकोह (सोलर-ए), 1995 में प्रक्षेपित एसओएचओ (नासा और ईएसए के साथ); और 1998 में नासा के साथ ट्रांजिएंट रीजन एंड कोरोनल एक्सप्लोरर (ट्रेस) शामिल हैं। वर्ष 2006 में, हिनोड (सोलर-बी) लॉन्च किया गया था, जो परिक्रमा करने वाली सौर वेधशाला योहकोह (सोलर-ए) का उत्तराधिकारी था। जापान ने इसे अमेरिका और ब्रिटेन के साथ मिलकर प्रक्षेपित किया था। हिनोड का उद्देश्य पृथ्वी पर सूर्य के प्रभाव का अध्ययन करना है। योहकोह का उद्देश्य सौर ज्वालाओं और सौर कोरोना का निरीक्षण करना था। जेएएक्सए की वेबसाइट के अनुसार, यह लगभग पूरे 11 साल के सौर गतिविधि चक्र को ट्रैक करने वाला पहला उपग्रह था। यूरोप: अक्टूबर, 1990 में, ईएसए ने सूर्य के ध्रुवों के ऊपर और नीचे अंतरिक्ष के पर्यावरण का अध्ययन करने के लिए यूलिसिस का प्रक्षेपण किया, जिससे वैज्ञानिकों को सूर्य के आसपास के अंतरिक्ष पर पड़ने वाले परिवर्तनशील प्रभाव के बारे में जानकारी मिली। नासा और जेएएक्सए के सहयोग से प्रक्षेपित विभिन्न सौर मिशन के अलावा, ईएसए ने अक्टूबर, 2001 में प्रोजेक्ट फॉर ऑनबोर्ड ऑटोनोमी (प्रोबा)-2 प्रक्षेपित किया। प्रोबा-2, प्रोबा शृंखला का दूसरा मिशन है, जो लगभग आठ वर्षों के प्रोबा-1 के सफल अनुभव पर आधारित है। यह बात और है कि प्रोबा-1 सौर अन्वेषण मिशन नहीं था। ईएसए के आगामी सौर मिशनों में 2024 के लिए निर्धारित प्रोबा-3 और 2025 के लिए निर्धारित स्माइल शामिल हैं। चीन: एडवांस्ड स्पेस-बेस्ड सोलर ऑब्जर्वेट्री (एएसओ-एस) को नेशनल स्पेस साइंस सेंटर, चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज (सीएएस) द्वारा अक्टूबर, 2022 में सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया गया था। सेंटर की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, एएसओ-एस मिशन को सौर चुंबकीय क्षेत्र, सौर ज्वालाएं और कोरोनल मास इजेक्शन (सीएमई) के बीच संबंधों की जानकारी हासिल करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। सौर ज्वालाएं और सीएमई विस्फोटक सौर घटनाएं हैं, जिनके बारे में माना जाता है कि ये सूर्य के चुंबकीय क्षेत्र में परिवर्तन से प्रेरित होती हैं।
-
- श्रीहरिकोटा (आंध्र प्रदेश), दो सितंबर (भाषा) भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने कुछ दिन पहले चंद्रमा पर सफल ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ करने के बाद एक बार फिर इतिहास रचने के उद्देश्य से शनिवार को देश के पहले सूर्य मिशन ‘आदित्य एल1’ का यहां स्थित अंतरिक्ष केंद्र से सफल प्रक्षेपण किया।इसरो ने बताया कि आदित्य-एल1 यान पीएसएलवी रॉकेट से सफलतापूर्वक अलग हो गया है। भारत का यह मिशन सूर्य से संबंधित रहस्यों से पर्दा हटाने में मदद करेगा।इसरो के अधिकारियों ने बताया कि जैसे ही 23.40 घंटे की उलटी गिनती समाप्त हुई, 44.4 मीटर लंबा ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) चेन्नई से लगभग 135 किलोमीटर दूर श्रीहरिकोटा स्थित अंतरिक्ष केंद्र से सुबह 11.50 बजे निर्धारित समय पर शानदार ढंग से आसमान की तरफ रवाना हुआ।इसरो के अनुसार, ‘आदित्य-एल1’ सूर्य का अध्ययन करने वाली पहली अंतरिक्ष-आधारित वेधशाला है। यह अंतरिक्ष यान 125 दिन में पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर लंबी यात्रा करने के बाद लैग्रेंजियन बिंदु ‘एल1’ के आसपास एक प्रभामंडल कक्षा में स्थापित होगा, जिसे सूर्य के सबसे करीब माना जाता है। यह वहीं से सूर्य पर होने वाली विभिन्न घटनाओं का अध्ययन करेगा।पिछले महीने 23 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ में सफलता प्राप्त कर भारत ऐसा कीर्तिमान रचने वाला दुनिया का पहला और अब तक का एकमात्र देश बन गया है।आदित्य एल1’ सूर्य के रहस्य जानने के लिए विभिन्न प्रकार के वैज्ञानिक अध्ययन करने के साथ ही विश्लेषण के वास्ते इसकी तस्वीरें भी धरती पर भेजेगा।वैज्ञानिकों के मुताबिक, पृथ्वी और सूर्य के बीच पांच ‘लैग्रेंजियन’ बिंदु (या पार्किंग क्षेत्र) हैं, जहां पहुंचने पर कोई वस्तु वहीं रुक जाती है। लैग्रेंज बिंदुओं का नाम इतालवी-फ्रांसीसी गणितज्ञ जोसेफ-लुई लैग्रेंज के नाम पर पुरस्कार प्राप्त करने वाले उनके अनुसंधान पत्र-‘एस्से सुर ले प्रोब्लेम डेस ट्रोइस कॉर्प्स, 1772’ के लिए रखा गया है।लैग्रेंज बिंदु पर सूर्य और पृथ्वी के बीच गुरुत्वाकर्षण बल संतुलित होता है, जिससे किसी उपग्रह को इस बिंदु पर रोकने में आसानी होती है। सूर्य मिशन को ‘आदित्य एल-1’ नाम इसलिए दिया गया है, क्योंकि यह पृथ्वी से 15 लाख किलोमीटर दूर लैग्रेंजियन बिंदु1 (एल1) क्षेत्र में रहकर अपने अध्ययन कार्य को अंजाम देगा।यहां स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से रवाना हुए अंतरिक्ष यान को वैज्ञानिक शुरू में पृथ्वी की निचली कक्षा में रखेंगे, और बाद में इसे अधिक दीर्घवृत्तकार किया जाएगा।अंतरिक्ष यान को फिर इसमें लगी प्रणोदन प्रणाली का इस्तेमाल कर ‘एल1’ बिंदु की ओर भेजा जाएगा, ताकि यह पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र के प्रभाव से बाहर निकल सके और एल1 की ओर बढ़ सके। बाद में, इसे सूर्य के पास एल1 बिंदु के इर्दगिर्द एक बड़ी प्रभामंडल कक्षा में भेजा जाएगा।इसरो ने कहा कि आदित्य-एल1 को प्रक्षेपण से लेकर एल1 बिंदु तक पहुंचने में लगभग चार महीने लगेंगे।सूर्य का अध्ययन करने का कारण बताते हुए इसरो ने कहा कि यह विभिन्न ऊर्जा कणों और चुंबकीय क्षेत्रों के साथ-साथ लगभग सभी तरंगदैर्ध्य में विकिरण उत्सर्जित करता है।पृथ्वी का वातावरण और उसका चुंबकीय क्षेत्र एक सुरक्षा कवच के रूप में कार्य करता है और हानिकारक तरंगदैर्ध्य विकिरण को रोकता है। ऐसे विकिरण का पता लगाने के लिए अंतरिक्ष से सौर अध्ययन किया जाता है।मिशन के प्रमुख उद्देश्यों में सूर्य के परिमंडल की गर्मी और सौर हवा, सूर्य पर आने वाले भूकंप या ‘कोरोनल मास इजेक्शन’ (सीएमई), पृथ्वी के निकट अंतरिक्ष मौसम आदि का अध्ययन करना शामिल है।अध्ययन को अंजाम देने के लिए ‘आदित्य-एल1’ उपग्रह अपने साथ सात वैज्ञानिक उपकरण लेकर गया है। इनमें से ‘विजिबल एमिशन लाइन कोरोनाग्राफ’ (वीईएलसी) सूर्य के परिमंडल और सीएमई की गतिशीलता का अध्ययन करेगा।वीईएलसी यान का प्राथमिक उपकरण है, जो इच्छित कक्षा तक पहुंचने पर विश्लेषण के लिए प्रति दिन 1,440 तस्वीरें धमती पर स्थित केंद्र को भेजेगा। यह आदित्य-एल1 पर मौजूद ‘सबसे बड़ा और तकनीकी रूप से सबसे चुनौतीपूर्ण’ उपकरण है।‘द सोलर अल्ट्रावॉयलेट इमेजिंग टेलीस्कोप’ सूर्य के प्रकाशमंडल और वर्णमंडल की तस्वीरें लेगा तथा सौर विकिरण विविधताओं को मापेगा।आदित्य सोलर विंड पार्टिकल एक्सपेरिमेंट’ (एएसपीईएक्स) और ‘प्लाज्मा एनालाइजर पैकेज फॉर आदित्य’ (पीएपीए) नामक उपकरण सौर पवन और ऊर्जा आयन के साथ-साथ ऊर्जा वितरण का अध्ययन करेंगे।‘सोलर लो एनर्जी एक्स-रे स्पेक्ट्रोमीटर’ और ‘हाई एनर्जी एल1 ऑर्बिटिंग एक्स-रे स्पेक्ट्रोमीटर’ (एचईएल1ओएस) विस्तृत एक्स-रे ऊर्जा क्षेत्र में सूर्य से आने वाली एक्स-रे फ्लेयर का अध्ययन करेंगे।‘मैग्नेटोमीटर’ नामक उपकरण ‘एल1’ बिंदु पर अंतरग्रहीय चुंबकीय क्षेत्र को मापने में सक्षम है।आदित्य-एल1’ के उपकरण इसरो के विभिन्न केंद्रों के सहयोग से स्वदेशी रूप से विकसित किए गए हैं।
-
सोनीपत। हरियाणा में सोनीपत के बेगा गांव में एक बेटे ने कथित रूप से अपनी मां के साथ मारपीट की और उसे जान से मारने की धमकी दी । गन्नौर थाना प्रभारी रवि कुमार ने बताया कि बेगा की निवासी जसवंती देवी ने शिकायत की कि उसके बेटे आरोपी सुरेंद्र ने 30 अगस्त की रात को उसके साथ गाली-गलौच की और उसने जब विरोध किया तो आरोपी सुरेंद्र ने उसके साथ मारपीट की। जसवंती देवी का आरोप है कि आरोपी सुरेंद्र ने उसे जान से मारने की धमकी भी दी है।
थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। - नई दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 3 सितंबर तक भारत के विभिन्न हिस्सों में आंधी और बिजली गिरने के साथ भारी बारिश की भविष्यवाणी की। मौसम कार्यालय के अनुसार, 2 सितंबर के आस-पास आसपास मध्य भारत में बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने इस सप्ताह नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, तमिलनाडु, केरल, माहे, पुडुचेरी, कराईकल और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। छत्तीसगढ़ में विशेष रूप से 2-3 सितंबर को भारी बारिश हो सकती है।आईएमडी ने एक बयान में कहा, “अगले 5 दिनों के दौरान नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में अलग-अलग भारी वर्षा की संभावना है। ” इस बीच, अगले 5 दिनों के दौरान देश के शेष हिस्सों में हल्की बारिश की संभावना है। उत्तर भारतीय राज्यों – दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और अन्य में बारिश की संभावना नहीं है। मौसम विभाग ने यह भी खुलासा किया कि पूर्वी मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, विदर्भ, छत्तीसगढ़, ओडिशा, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश, यानम और रायलसीमा के अलग-अलग इलाकों में 3 सितंबर को बिजली गिरने के साथ आंधी आने की संभावना है।दूसरी तरफ, अगस्त के बाद, सितंबर में मानसून फिर से सक्रिय होने की उम्मीद है। एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, आईएमडी के महानिदेशक, मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि 1901 के बाद से देश में सबसे सूखा अगस्त रहा है। हालांकि दक्षिण-पश्चिम मानसून के इस हफ्ते के अंत में फिर से सक्रिय होने की उम्मीद है। जिससे देश के मध्य और दक्षिणी हिस्सों में बारिश होगी। आईएमडी महानिदेशक ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि दक्षिण प्रायद्वीपीय क्षेत्र के कुछ क्षेत्रों और पश्चिम-मध्य भारत के कुछ हिस्सों को छोड़कर, भारत के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से ऊपर अधिकतम तापमान रहने की संभावना है। महापात्र ने कहा कि सुदूर उत्तर भारत के कुछ क्षेत्रों को छोड़कर, देश के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से ऊपर रहने की संभावना है।राज्यवार आईएमडी मौसम भविष्यवाणी-पूर्वोत्तर भारत में हल्की से मध्यम छिटपुट वर्षा होने की संभावना है। इस सप्ताह असम और मेघालय में भारी वर्षा देखी जा सकती है. इसी तरह, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अगले पांच दिनों में ऐसी मौसम स्थितियों का सामना करने की संभावना है।-पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में 3 सितंबर को इन स्थितियों की उम्मीद हो सकती है, जबकि ओडिशा में 2-4 सितंबर को इनका अनुभव होने की संभावना है.-इसके अलावा, मध्य भारत भी गरज और बिजली के साथ हल्की से भारीवर्षा देखने के लिए तैयार है.-छत्तीसगढ़ में विशेष रूप से 2-3 सितंबर को भारी बारिश हो सकती है।-देश के दक्षिणी हिस्से में, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में 2 सितंबर तक हल्की से मध्यम छिटपुट बारिश होने की उम्मीद है।-केरल भी 1 सितंबर तक इसी तरह के मौसम पैटर्न के अनुरूप है।-इसके अलावा, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के उत्तरी तटीय क्षेत्रों में 4 सितंबर को अलग-अलग भारी वर्षा होने की संभावना है।