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नयी दिल्ली । पूंजी बाजार नियामक सेबी ने मंगलवार को कहा कि उसने एनएसडीएल डेटाबेस मैनेजमेंट लिमिटेड (एनडीएमएल) को तीन वर्षों के लिए प्रमाणन संस्था के तौर पर मान्यता दी है। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने एक बयान में कहा कि इस रूप में एनएमडीएल 'मान्यता-प्राप्त निवेशकों' को प्रमाण-पत्र जारी करेगी। किसी व्यक्ति को शुद्ध संपत्ति या आय के आधार पर मान्यता-प्राप्त निवेशक घोषित किया जाएगा। नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) के पूर्ण-स्वामित्व वाली इकाई एनएमडीएल 10 मई, 2022 से तीन वर्षों के लिए प्रमाणन एजेंसी के तौर पर काम करेगी। संतोषजनक प्रदर्शन होने पर इसका नवीनीकरण भी किया जा सकेगा। इसके पहले सेबी ने सीडीएसएल वेंचर्स को फरवरी, 2022 से तीन वर्षों के लिए प्रमाणन एजेंसी के तौर पर मान्यता दी थी।
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मुंबई |बांड निर्गमों में 40 प्रतिशत की भारी गिरावट के बावजूद राज्यों को अपने बाजार कर्ज के लिए अधिक भुगतान करना पड़ रहा है। राज्य सरकार की प्रतिभूतियों की ताजा नीलामी के अनुसार भारित औसत ब्याज दर रिकॉर्ड 7.69 प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गई है। चालू वित्त वर्ष में अभी तक राज्य विकास ऋण (एसडीएल) को जारी करने में 40 प्रतिशत की कमी आई है क्योंकि 10 राज्यों ने अभी तक नीलामी में भाग नहीं लिया है। रेटिंग एजेंसी इक्रा रेटिंग्स के एक नोट के मुताबिक, मंगलवार को हुई नीलामी में कुल बांड निर्गम पूर्व में दिए गए संकेतों से सात प्रतिशत ऊंचा रहा। इस नोट के अनुसार, मंगलवार की नीलामी में भारित औसत ब्याज दर 0.34 प्रतिशत बढ़कर 7.69 प्रतिशत पर पहुंच गई।
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नई दिल्ली |बोइंग और एआई इंजीनियरिंग सर्विसेस लिमिटेड (एआईईएसएल) ने दो बी777 विमानों के रख-रखाव, मरम्मत और जांच-परख (एमआरओ) के लिए मंगलवार को साझेदारी की घोषणा की। इन विमानों का उपयोग राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की यात्रा के लिए किया जाता है। संयुक्त बयान में दोनों कंपनियों ने कहा कि उनके बीच साझेदारी से भारतीय नौसेना के बढ़ रहे पी-8आई विमानों के बेड़े को भी समर्थन मिलेगा। बयान के अनुसार इस साझेदारी से स्वदेशी एमआरओ क्षमताओं का निर्माण करने में सहायता मिलेगी।
बोइंग डिफेंस इंडिया के प्रबंध निदेशक सुरेंद्र आहूजा ने कहा, ‘‘एआईईएसएल के साथ हमारी सुनियोजित साझेदारी हमें स्थानीय स्तर पर हमारे रक्षा ग्राहकों को महत्वपूर्ण सहायता प्रदान करने योग्य बना सकती है।'' उन्होंने कहा, ‘‘भारत सरकार के देश को क्षेत्रीय एमआरओ केंद्र बनाने की आत्मनिर्भर भारत वाली सोच के प्रति हमारी कटिबद्धता के तहत यह एक महत्वपूर्ण कदम है।'' बोइंग ने अक्टूबर 2020 में आवश्यकता के अनुसार डिजाइन दोनों वीवीआईपी विमानों की आपूर्ति भारत सरकार को की थी। -
नयी दिल्ली| भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के निदेशक मंडल ने चालू वित्त वर्ष में विदेशी बाजारों से बांड के जरिये दो अरब डॉलर या 15,430 करोड़ रुपये जुटाने की मंजूरी दे दी है। सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक इस राशि का इस्तेमाल अपना विदेशी कारोबार बढ़ाने में करेगा।एसबीआई ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा कि उसके निदेशक मंडल ने एक या कई किस्तों में कोष जुटाने की मंजूरी दे दी है।
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मुंबई | उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में शेयर बाजारों में मंगलवार को लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में गिरावट आई और सेंसेक्स 106 अंक और टूट गया। हालांकि, वैश्विक बाजारों की स्थिति कुछ सुधरी है, लेकिन इसका लाभ यहां नजर नहीं आया। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये ने भी एक दिन पहले की रिकॉर्ड गिरावट से उबरते हुए वापसी की, लेकिन कारोबारी धारणा मोटे तौर पर जोखिम से बचने की रही। विदेशी निवेशकों की बिकवाली से भी घरेलू बाजारों पर दबाव देखा गया। बीएसई के 30 शेयरों वाले सेंसेक्स की शुरुआत बढ़त के साथ हुई थी और दोपहर के सत्र में इसने मजबूती भी पकड़ी। लेकिन मुनाफावसूली के दबाव में अंतिम घंटे में बिकवाली का जोर रहा। अंत में सेंसेक्स 105.82 अंक यानी 0.19 प्रतिशत के नुकसान से 54,364.85 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 61.80 अंक यानी 0.38 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16,240.05 अंक पर आ गया। सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में टाटा स्टील सर्वाधिक 6.95 प्रतिशत के नुकसान में रही। इसके अलावा सन फार्मा, एनटीपीसी, टाइटन, बजाज फाइनेंस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टेक महिंद्रा और आईटीसी के शेयर भी नीचे आए। इसके उलट हिंदुस्तान यूनिलीवर, एशियन पेंट्स, इंडसइंड बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, मारुति सुजुकी, कोटक महिंद्रा, एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी लिमिटेड के शेयर 3.24 प्रतिशत तक की बढ़त पर रहे। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘भारतीय बाजार ने वैश्विक बाजारों के अनुरूप चलना शुरू कर दिया है। घरेलू संस्थागत निवेशकों और खुदरा निवेशकों से मिलने वाला समर्थन घट रहा है। वित्तीय तरलता कम होने से अर्थव्यवस्था के सुस्त पड़ने और शेयर की कीमत घटने का अंदेशा है।'' एचडीएफसी सिक्योरिटीज के खुदरा शोध प्रमुख दीपक जसानी ने कहा, ‘‘निफ्टी दिन के ऊंचे स्तर पर टिक नहीं पाया और लगातार तीसरे दिन गिरावट के साथ बंद हुआ। यूरोपीय शेयर बाजार बढ़त पर रहे क्योंकि निचले स्तर पर खरीद के लिए निवेशक सामने आए।'' व्यापक बाजार में बीएसई स्मॉलकैप 2.11 प्रतिशत और मिडकैप 1.98 प्रतिशत की गिरावट पर रहा।
एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की, हांगकांग का हैंगसेंग और द. कोरिया का कॉस्पी गिरावट के साथ बंद हुए, जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट बढ़त पर रहा। यूरोप के शेयर बाजारों में दोपहर के सत्र में मजबूती का रुख देखा गया। इसके पहले सोमवार को अमेरिका के शेयर बाजारों में बड़ी गिरावट दर्ज की गई थी। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.82 फीसदी की गिरावट के साथ 104 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती रहने से यह अपने रिकॉर्ड निचले स्तर से उबरने में सफल रहा। सोमवार को यह 77.44 रुपये प्रति डॉलर के निम्नतम स्तर पर रहा था। विदेशी संस्थागत निवेशकों का भारतीय बाजारों से निकासी का सिलसिला जारी है। शेयर बाजारों से मिले आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी निवेशकों ने सोमवार को 3,361.80 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। -
नयी दिल्ली | कृषि प्रौद्योगिकी स्टार्टअप ग्राम उन्नति ने मंगलवार को कहा कि उसने पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा को अपने निदेशक मंडल का नया गैर-कार्यकारी चेयरमैन नियुक्त किया है। अरोड़ा सेवानिवृत्त भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी हैं। उनके पास नेतृत्व का 36 वर्ष से अधिक का अनुभव है। उन्होंने दो प्रमुख मंत्रालयों - सूचना और प्रसारण मंत्रालय और कौशल विकास और उद्यमिता के सचिव के रूप में कार्य किया है। ग्राम उन्नति के सीईओ और संस्थापक अनीश जैन ने कहा, ‘‘हमें सुनील अरोड़ा के साथ जुड़ने की खुशी है। उनके मार्गदर्शन और निर्देशन के तहत काम करना सम्मान की बात है। उनका समृद्ध अनुभव, अंतर्दृष्टि और निर्देशन ग्राम उन्नति को किसानों के लिए बाजार से जुड़े समाधानों को और बेहतर बनाने और उनकी आय को स्थायी रूप से बढ़ाने में मदद करेगा।
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नयी दिल्ली | बिजलीचालित दोपहिया वाहन बनाने वाली कंपनी हीरो इलेक्ट्रिक ने सड़क पर वाहन खराब होने पर मदद उपलब्ध कराने वाली कंपनी ‘रेडिअसिस्ट' के साथ भागीदारी की घोषणा की है। इस भागीदारी के तहत हीरो इलेक्ट्रिक अपने बी2बी (बिजनेस-टू-बिजनेस) ग्राहकों को सेवा (सर्विस) और वार्षिक रखरखाव की सुविधा उपलब्ध कराएगी। हीरो इलेक्ट्रिक ने एक बयान में कहा कि इस पहल का उद्देश्य बी2बी ग्राहकों के लिए कारोबार में सुधार लाना है। इसके तहत ई-बाइक के जरिये डिलिवरी सेवाएं प्रदान करने वाले ग्राहकों के वाहनों के बेड़े के लिए तेज और कुशल सेवाएं प्रदान की जा सकेंगी। इस भागीदारी पर टिप्पणी करते हुए हीरो इलेक्ट्रिक के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सोहिंदर गिल ने कहा, ‘‘यह पहल इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर जागरूकता बढ़ाने पर केंद्रित है। इससे लोगों का स्वच्छ परिवहन की ओर रुझान बढ़ाने में मदद मिलेगी।'' इससे पहले दोनों कंपनियों ने देशभर में 20,000 मैकेनिक को इलेक्ट्रिक वाहनों को दुरुस्त करने का प्रशिक्षण देने की घोषणा की थी।
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नयी दिल्ली | दूरसंचार नियामक ट्राई ने सोमवार को कहा कि आईएमटी/ 5जी सेवाओं के लिए 27.5-28.5 गीगाहर्ट्ज की फ्रीक्वेंसी रेंज आवंटित या उसकी नीलामी करने के बारे में दूरसंचार विभाग को फैसला करना है। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने 3,300-3,670 मेगाहर्ट्ज और 24.25-27.5 गीगाहर्ट्ज बैंड के लिए निर्धारित अलग-अलग बैंड विशेष के लिए न्यूनतम रोलआउट दायित्वों पर अपने सिफारिशों का बचाव किया। दूरसंचार विभाग (डॉट) द्वारा न्यूनतम रोलआउट दायित्वों को 3,300-3,670 मेगाहर्ट्ज बैंड और 24.25-27.5 गीगाहर्ट्ज बैंड पर संयुक्त तरीके से लागू करने की बात कहने पर ट्राई ने तर्क दिया कि इन बैंडों की नीलामी एक साथ नहीं, बल्कि अलग से की जाएगी। ट्राई ने कहा कि इन दोनों बैंडों की तकनीकी विशेषताएं काफी अलग हैं और इन स्पेक्ट्रम बैंडों के उपयोग के मामले भी अलग होने की संभावना है। -
मालमो (स्वीडन)| भारतीय ग्रैंडमास्टर अर्जुन एरिगेसी ने सोमवार को यहां टेप सिजेमैन राउंड रोबिन शतरंज टूर्नामेंट में सात दौर में चार अंक जुटाकर दूसरा स्थान हासिल किया। एरिगेसी ने अंतिम दौर की बाजी में अपने से बेहतर रैंकिंग वाले चेक गणराज्य के डेविड नवारा को 59 चाल में बराबरी पर रोका। इस 18 वर्षीय भारतीय के अलावा इंग्लैंड के अनुभवी माइकल एडम्स और स्वीडन के निल्स ग्रेंडेलियस के भी चार अंक थे लेकिन एरिगेसी ने बेहतर टाईब्रेक स्कोर के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। एरिगेसी ने दो जीत दर्ज की जबकि चार बाजी ड्रॉ रही। उन्होंने एक बाजी में हार का सामना करना पड़ा।
अमेरिका के हेन्स मोक नीमैन ने पांच अंक के साथ खिताब जीता। एरिगेसी ने स्पेन के अनुभवी एलेक्सेई शिरोव को हराकर शुरुआत की और फिर यूएई के सालेह सलेम एआर को भी मात दी। उन्हें तीसरे दौर में नीमैन के खिलाफ हार झेलनी पड़ी जिसका उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ा। भारतीय ग्रैंडमास्टर ने आखिर चार दौर में ग्रेंडेलियस, नीदरलैंड के जोर्डन वान फोरेस्ट, एडम्स और नवारा से ड्रॉ खेला। -
नयी दिल्ली | सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एनटीपीसी ने ताप-बिजली संयंत्रों में घरेलू कोयले के साथ मिलाने के लिए 45.3 लाख टन आयातित कोयले की खरीद के लिए बोलियां आमंत्रित की हैं। निविदा दस्तावेजों से पता चलता है कि एनटीपीसी ने गत शनिवार को आयातित कोयले की खरीद के लिए तीन अलग- अलग निविदाएं जारी कीं। ये निविदाएं 15 लाख टन, 16 लाख टन और 14.3 लाख टन की हैं। इस महीने की शुरुआत में बिजली मंत्रालय ने सभी राज्यों और बिजली उत्पादक कंपनियों को मिश्रण के लिए जरूरी कोयले का कम-से-कम 10 फीसदी हिस्सा आयात करने को कहा था। आयातित कोयले को ताप-विद्युत संयंत्रों में घरेलू कोयले के साथ मिलाया जाता है। देश के अधिकांश हिस्सों में बढ़ती गर्मी के बीच बिजली की मौजूदा किल्लत को देखते हुए कोयला आयात का फैसला लिया गया है। कोयला-आधारित बिजली संयंत्रों के पास जरूरी स्टॉक नहीं रहने से बिजली उत्पादन पर असर पड़ा है। एनटीपीसी ने पिछले महीने भी 49.3 लाख टन आयातित कोयले की खरीद के लिए बोलियां आमंत्रित की थीं। उसे वित्त वर्ष 2022-23 में मिश्रण के लिए 200 लाख टन आयातित कोयले की खरीद की मंजूरी मिली है। -
नयी दिल्ली| भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) सोमवार को करीब तीन गुना अभिदान के साथ बंद हुआ। घरेलू निवेशकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया जबकि विदेशी निवेशकों की प्रतिक्रिया ‘ठंडी' रही। यह देश के इतिहास का सबसे बड़ा आईपीओ है। देश की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी में सरकार को अपनी 3.5 फीसदी हिस्सेदारी की बिक्री से 20,500 करोड़ रुपये मिले। हालांकि, विदेशी निवेशकों की कम भागीदारी को सरकार ने ज्यादा तवज्जो न देते हुए कहा कि यह 'आत्म-निर्भर भारत' का एक उदाहरण है और निर्गम को निवेशकों के विभिन्न वर्गों का तगड़ा समर्थन मिला है। एलआईसी के आईपीओ के तहत 16,20,78,067 शेयरों की पेशकश की गई थी लेकिन इसकी तुलना में 2.95 गुना बोलियां लगाई गई हैं। शेयर बाजारों पर शाम सात बजे तक उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, इन शेयरों के लिए निवेशकों की तरफ से 47,83,25,760 बोलियां लगाई गईं। बोलियां लगाने वाले निवेशकों को एलआईसी के शेयर 12 मई को आवंटित किए जाएंगे जबकि शेयर बाजारों में एलआईसी को 17 मई को सूचीबद्ध किया जाएगा। पात्र संस्थागत खरीदार (क्यूआईबी) श्रेणी के शेयरों को 2.83 गुना अभिदान मिला। इस श्रेणी के लिए आरक्षित 3.95 करोड़ शेयरों के लिए 11.20 करोड़ बोलियां लगाई गईं। गैर-संस्थागत निवेशक (एनआईआई) श्रेणी के तहत 2,96,48,427 शेयरों की पेशकश की गई थी जिनके लिए 8,61,93,060 बोलियां लगाई गईं। इस तरह एनआईआई खंड को 2.91 गुना अभिदान मिला है। खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों ने 6.9 करोड़ शेयरों की पेशकश पर 13.77 करोड़ शेयरों की बोलियां लगाईं। इस खंड में 1.99 गुना अभिदान मिला है। एलआईसी के पॉलिसीधारकों के लिए आरक्षित खंड में छह गुना से अधिक अभिदान मिला जबकि एलआईसी के पात्र कर्मचारियों के खंड में 4.4 गुना बोलियां मिली हैं। एलआईसी ने चार मई को खुले इस निर्गम के लिए 902-949 रुपये प्रति शेयर का मूल्य दायरा तय किया था। इसमें पात्र पॉलिसीधारकों एवं कर्मचारियों के लिए कुछ शेयर आरक्षित रखे जाने के अलावा उन्हें छूट भी दी गई थी। सरकार ने इस निर्गम के जरिये एलआईसी में अपनी 3.5 फीसदी हिस्सेदारी की बिक्री करने का फैसला किया है। इस हिस्सेदारी की बिक्री से सरकार को करीब 20,557 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद थी। इस राशि के साथ एलआईसी का निर्गम देश का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ साबित हुआ है। इसके पहले वर्ष 2021 में आया पेटीएम का आईपीओ 18,300 करोड़ रुपये का था। उससे पहले वर्ष 2010 में कोल इंडिया का आईपीओ करीब 15,500 करोड़ रुपये का था। एलआईसी का गठन एक सितंबर, 1956 को 245 निजी जीवन बीमा कंपनियों का राष्ट्रीयकरण कर किया गया था। उस समय इसमें पांच करोड़ रुपये की पूंजी डाली गई थी। निवेश एवं लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव तुहीन कांत पांडेय ने निर्गम की अवधि खत्म होने के बाद संवाददाताओं से कहा कि एलआईसी के आईपीओ को सभी खंडों में निवेशकों का तगड़ा समर्थन मिला है। उन्होंने कहा, ‘‘घरेलू निवेशकों ने एलआईसी के आईपीओ को सफलतापूर्वक अंजाम तक पहुंचाया है। यह आत्मनिर्भर भारत का उदाहरण है।'' उन्होंने कहा कि अब विदेशी निवेशकों पर निर्भरता नहीं रही। पांडेय ने कहा, ‘‘आईपीओ में बोलियां लगाने वालों को 12 मई को शेयर आवंटित किए जाएंगे।'' इसके साथ ही एलआईसी के शेयर को शेयर बाजारों में 17 मई को सूचीबद्ध किया जाएगा।
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नयी दिल्ली| इंडियन ओवरसीज बैंक ने 10 मई से रेपो आधारित ऋण दर को बढ़ाकर 7.25 प्रतिशत कर दिया है। बैंक ने सोमवार को यह जानकारी दी। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ने शेयर बाजार को बताया, ‘‘हमारे बैंक ने रेपो से जुड़ी ऋण दर (आरएलएलआर) को संशोधित कर 7.25 प्रतिशत (यानी 4.40 प्रतिशत + 2.85 प्रतिशत = 7.25 प्रतिशत) कर दिया है।'' इससे पहले दिन में एचडीएफसी बैंक, केनरा बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र और करुड़ वैश्य बैंक ने भी अपनी ऋण दरों को बढ़ाया था। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पिछले सप्ताह नीतिगत दर को 0.40 प्रतिशत बढ़ाकर 4.40 प्रतिशत कर दिया था। इसके बाद कई बैंकों ने अपने कर्ज को महंगा किया है। -
नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की मिनी रत्न कंपनी रेलटेल ने प्रधानमंत्री वाईफाई एक्सेस नेटवर्क इंटर फेस-पीएम- वानी योजना आरंभ की है। इस योजना से देशभर के सौ रेलवे स्टेशनों में वाईफाई सेवाएं उपलब्ध करायी जाएंगी। जन कल्याण की इस योजना का कल रेलटेल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक पुनीत चावला ने शुभारंभ किया।
इस वाईफाई नेटवर्क का लाभ लेने के लिए एंड्रॉइड उपयोग कर्ता अपने फोन पर गूगल प्ले स्टोर से मोबाइल ऐप वाई डॉट डाउन लोड कर सकते हैं। इस एप को सी डॉट के सहयोग से विकसित किया गया है। लोग इन स्टेशनों पर रेलवायर सर्विस सेट आइडेंटीफायर-एसएसआईडी का चयन कर परंपरागत पद्धति के अलावा मोबाइल ऐप से भी वाईफाई सुविधा ले सकते हैं।पीएम वानी दूरसंचार विभाग की महत्वाकांक्षी योजना है जिसका उद्देश्य आम जनता के लिए वाईफाई नेटवर्क और ब्रॉडबैंड सेवाओं का विस्तार करना है। सरकार पीएम वानी को जून 2022 तक चरणबद्ध रूप से सभी छह हजार एक सौ दो रेलवे स्टेशनों तक पहुंचाना चाहती है। -
नई दिल्ली। भारतीय जीवन बीमा निगम एलआईसी से जारी अब तक के देश के सबसे बड़े आईपीओ को सभी श्रेणियों के निवेशकों का भारी समर्थन मिला है। कल इस आईपीओ के लिए आवेदन के अंतिम दिन निर्धारित शेयरों से लगभग तीन गुना आवेदन प्राप्त हुए। एलआईसी के पॉलिसी धारकों ने सर्वाधिक छह गुना आवेदन दिए। शेयरों का आवंटन बारह मई को होगा जबकि बॉम्बे शेयर बाजार और राष्ट्रीय शेयर बाजार में इस शेयर को 17 मई को सूचीबद्ध किया जाएगा।
शेयर की कीमत 902 से 949 रूपये निर्धारित की गयी है। इस आईपीओ के जरिए भारतीय जीवन बीमा निगम में सरकार की साढे तीन प्रतिशत भागीदारी कम हो गयी है। -
मुंबई. लिथियम-आयन बैटरी कंपनी रुचिरा ग्रीन अर्थ को तेजी से बढ़ते घरेलू इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) क्षेत्र में लिथियम-आयन बैटरियों की बढ़ती मांग से 2025 तक अपने राजस्व के 500 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है। कंपनी ने सोमवार को यह जानकारी दी। कंपनी ने एक विज्ञप्ति में कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की तेजी से बढ़ती मांग और लिथियम आयन बैटरी की बढ़ती खपत के कारण रुचिरा ग्रीन अर्थ को अगले तीन साल में तेज वृद्धि की उम्मीद है। रुचिरा ग्रीन अर्थ के निदेशक दीपन गर्ग ने कहा, ‘‘हम अगले तीन वर्षों में 500 करोड़ रुपये के कारोबार का लक्ष्य लेकर अपनी योजनाओं के साथ आगे बढ़ रहे हैं। हम इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए कुछ बड़े मूल उपकरण विनिर्माताओं (ओईएम) को अपने साथ ला रहे हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘कंपनी पहले ही अत्याधुनिक लिथियम बैटरी के विनिर्माण और असेंबलिंग के लिए बुनियादी ढांचा स्थापित कर चुकी है। हम माह-दर-माह अपनी क्षमता बढ़ा रहे हैं। -
मुंबई. बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं और बीमा क्षेत्र (बीएफएसआई) के साथ-साथ खुदरा क्षेत्र में सुधार की वजह से नियुक्ति परिदृश्य में सुधार हुआ है। सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कारोबारी धारणा में सुधार के कारण अप्रैल में सालाना आधार पर नियुक्ति गतिविधियों में 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। मॉन्स्टर इंडिया के ऑनलाइन रोजगार गतिविधियों के मासिक विश्लेषण मॉन्स्टर एम्प्लॉयमेंट इंडेक्स (एमईआई) के अनुसार, भारत ने सकारात्मक कारोबारी धारणा के परिणामस्वरूप नियुक्ति मांग में सालाना आधार पर 15 प्रतिशत और माह-दर-माह आधार पर चार प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 महामारी का प्रकोप कम होने के साथ खुदरा क्षेत्र ने दो अंकों के साथ उल्लेखनीय सुधार दर्ज किया है। एमईआई के मुताबिक, बीएफएसआई 54 प्रतिशत की वार्षिक बढ़त के साथ सबसे तेजी से उबरने वाला क्षेत्र बना रहा। इसके बाद दूसरे नंबर पर खुदरा क्षेत्र में सालाना 47 प्रतिशत की वृद्धि हुई। उत्पादन और विनिर्माण उद्योगमें विनिर्माण गतिविधियां सालाना आधार पर 35 प्रतिशत बढ़ीं। रिपोर्ट में कहा गया है कि जहां बीएफएसआई क्षेत्र में रोजगार के अवसरों में तेजी आई है, वहीं गली-मोहल्ले की दुकानें फिर खुलने से खुदरा रोजगार बाजार में तेज बढ़त देखने को मिली है। एमईआई ने कहा कि कोविड-19 से संबंधित प्रतिबंधों में ढील के बाद से उपभोक्ताओं के मॉल जैसे मनोरंजन केंद्रों में बार-बार आने से खुदरा क्षेत्र में प्रतिभाओं की मांग बढ़ी है। -
नयी दिल्ली. पिछले दो कारोबारी सत्रों में रुपये में गिरावट के बाद आयात महंगा होने से दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में सोमवार को सरसों एवं मूंगफली तेल-तिलहन, सोयाबीन तेल और बिनौला तेल कीमतों में गिरावट आई। अधिक भाव पर मांग कमजोर होने से कच्चा पामतेल (सीपीओ) और पामोलीन तेल कीमतें पूर्वस्तर पर बंद हुईं। साधारण मांग के बीच सोयाबीन तिलहन के भाव भी पूर्वस्तर पर बंद हुए। बाजार सूत्रों ने बताया कि मलेशिया एक्सचेंज में 0.34 प्रतिशत की तेजी थी, जबकि शिकॉगो एक्सचेंज में आधा प्रतिशत की गिरावट थी। लेकिन बाजार में खाद्य तेलों में आई गिरावट, शिकॉगो एक्सचेंज की वजह से नहीं, बल्कि ऊंचे भाव पर मांग प्रभावित होने के कारण आई है। पिछले दो कारोबारी सत्रों में रुपये में गिरावट रहने से आयात महंगा हो गया है, जिससे गिरावट को बल मिला। सूत्रों ने कहा कि सरकार को तिलहन उत्पादन बढ़ाने और आयात पर निर्भरता कम से कम करने की ओर ध्यान केन्द्रित करना होगा, जो हमें सही मायने में आत्मनिर्भरता की ओर ले जायेगा और इससे विदेशी मु्द्रा की बचत भी होगी। किसानों को अच्छे दाम मिलें तो वे खुद की उत्पादन बढ़ाने की कोशिश करेंगे। सूत्रों ने कहा कि विदेशों में यदि खाद्य तेलों के भाव लुढ़कते हैं तो ऐसी स्थिति में भी सरकार को अपने किसानों के बचाव में उतरना होगा और स्थिति पर पैनी नजर बनाये रखनी होगी। ऐसा करना तिलहन उत्पादन के मामले में आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिहाज से महत्वपूर्ण है, क्योंकि ऐसे उपायों से किसानों का भरोसा बढ़ेगा। सूत्रों ने कहा कि विदेशी तेलों के महंगा होने के बाद जिस तरह से सरसों का रिफाइंड बनाने पर जोर है, उससे आगे जाकर सरसों के मामले में दिक्कत आ सकती है और इसलिए यह बेहद महत्वपूर्ण है कि हाफेड (जिनकी दो तेल मिलें भी हैं) बाजार भाव पर खरीद कर सरसों का स्टॉक तैयार करे, जो आगे जाकर संकट के समय हमारी मदद करेगा। सोमवार को तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे:
सरसों तिलहन - 7,615-7,665 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये प्रति क्विंटल।
मूंगफली - 6,910 - 7,045 रुपये प्रति क्विंटल।
मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) - 15,900 रुपये प्रति क्विंटल।
मूंगफली सॉल्वेंट रिफाइंड तेल 2,660 - 2,850 रुपये प्रति टिन।
सरसों तेल दादरी- 15,300 रुपये प्रति क्विंटल।
सरसों पक्की घानी- 2,405-2,485 रुपये प्रति टिन।
सरसों कच्ची घानी- 2,445-2,555 रुपये प्रति टिन।
तिल तेल मिल डिलिवरी - 17,000-18,500 रुपये प्रति क्विंटल।
सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 17,000 रुपये प्रति क्विंटल।
सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 16,400 रुपये प्रति क्विंटल।
सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 15,450 रुपये प्रति क्विंटल।
सीपीओ एक्स-कांडला- 15,200 रुपये प्रति क्विंटल।
बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 15,650 रुपये प्रति क्विंटल।
पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 16,750 रुपये प्रति क्विंटल।
पामोलिन एक्स- कांडला- 15,600 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल।
सोयाबीन दाना - 7,050-7,150 रुपये प्रति क्विंटल।
सोयाबीन लूज 6,750- 6,850 रुपये प्रति क्विंटल।
मक्का खल (सरिस्का) 4,000 रुपये प्रति क्विंटल। -
मुंबई. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा अचानक अपने मौद्रिक रुख को सख्त किए जाने के बाद एचडीएफसी बैंक ने भी अपनी ऋण दरों में 0.25 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। देश में निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक की वेबसाइट पर डाली गई सूचना के अनुसार, सात मई से विभिन्न अवधि के लिए सीमांत लागत आधारित ऋण दर (एमसीएलआर) में 0.25 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। एक वर्षीय एमसीएलआर को संशोधित कर 7.50 प्रतिशत कर दिया गया है, जबकि एक दिन की एमसीएलआर 7.15 प्रतिशत है। ज्यादातर उपभोक्ता ऋण एक साल की एमसीएलआर दर से जुडे होते हैं। रिजर्व बैंक ने मुद्रास्फीति पर काबू पाने के लिए रेपो दर में 0.40 प्रतिशत की बढ़ोतरी की थी। इसके साथ ही नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) को 0.50 प्रतिशत बढ़ाया था. - मुंबई। वैश्विक बाजारों के कमजोर संकेतों और घरेलू स्तर पर दिग्गज कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में बड़े नुकसान से स्थानीय शेयर बाजारों में गिरावट का सिलसिला सोमवार को भी जारी रहा और मानक सूचकांक सेंसेक्स करीब 365 अंक लुढ़क गया। विश्लेषकों के मुताबिक, विदेशी कोषों का भारतीय शेयर बाजारों से निकासी का सिलसिला जारी रहने और डॉलर के मुकाबले रुपये के अब तक के निम्नतम स्तर पर आने से भी कारोबारी धारणा पर असर पड़ा। तीस शेयरों वाला सूचकांक बीएसई सेंसेक्स कारोबार के अंत में 364.91 अंक यानी 0.67 प्रतिशत की गिरावट के साथ 54,470.67 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 917.56 अंक तक फिसलते हुए 53,918.02 अंक पर आ गया था। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 109.40 अंक यानी 0.67 प्रतिशत गिरकर 16,301.85 अंक पर आ गया। सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज को सर्वाधिक 3.97 फीसदी का नुकसान उठाना पड़ा। रिलायंस इंडस्ट्रीज के मार्च तिमाही के नतीजे बाजार की उम्मीदों के अनुरूप नहीं रहने से इसके शेयरों में बिकवाली देखी गई। रिलायंस ने शुक्रवार को घोषित अपने तिमाही नतीजों में शुद्ध लाभ 22.5 फीसदी बढ़कर 16,203 करोड़ रुपये रहने की जानकारी दी थी। हालांकि, इसका शुद्ध लाभ दिसंबर तिमाही की तुलना में 12.6 फीसदी घट गया। इसके अलावा नेस्ले, इंडसइंड बैंक, टेक महिंद्रा, टाटा स्टील, भारतीय स्टेट बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर और आईटीसी के शेयर भी 2.97 प्रतिशत तक के नुकसान में रहे। इसके उलट पावरग्रिड कॉरपोरेशन, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, इन्फोसिस, मारुति सुजुकी, बजाज फिनसर्व और एचडीएफसी के शेयर 2.83 फीसदी तक की बढ़त पर रहे। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘ब्याज दरों में वृद्धि और बढ़ते बॉन्ड प्रतिफल से अमेरिकी डॉलर सूचकांक में लगातार हो रही बढ़ोतरी ने निवेशकों को जोखिम लेने से रोकने का काम किया है। निवेशक सुरक्षित निवेश वाली परिसंपत्तियों का रुख करने के लिए मजबूर हो रहे हैं।'' व्यापक बाजार में बीएसई स्मॉलकैप 1.67 फीसदी गिर गया जबकि मिडकैप में 1.89 प्रतिशत की गिरावट आई।कुल 2,416 कंपनियों के शेयर गिरावट में रहे, जबकि 1,052 कंपनियों में बढ़त देखी गई। वहीं 146 कंपनियों के शेयर अपरिवर्तित रहे। बीएसई के अधिकांश खंडों के सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए। ऊर्जा क्षेत्र में 2.47 फीसदी और यूटिलिटी क्षेत्र में 2.46 फीसदी की गिरावट रही। हेम सिक्योरिटीज में पीएमएस प्रमुख मोहित निगम ने कहा कि मानक सूचकांक नकारात्मक भाव पर बंद हुए। शंघाई में लगे सख्त लॉकडाउन से निवेशकों की चिंता बढ़ी है। इससे एशियाई बाजारों में गिरावट आई। एशिया के बाजारों में जापान का निक्की और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी गिरावट के साथ बंद हुए, जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट बढ़त पर रहा। हांगकांग में अवकाश की वजह से बाजार बंद रहा। यूरोप में शेयर बाजार दोपहर के सत्र में निचले स्तर पर कारोबार कर रहे थे। इसके पहले शुक्रवार को अमेरिका में बाजार गिरावट के साथ बंद हुए थे। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल का मानक ब्रेंट क्रूड 1.17 फीसदी गिरकर 111 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया अब तक के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) का भारतीय बाजारों से निकासी का सिलसिला जारी है। शेयर बाजारों से मिले आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार को एफआईआई ने 5,517.08 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
- नयी दिल्ली। दिल्ली सर्राफा बाजार में सोमवार को सोना 43 रुपये की गिरावट के साथ 51,227 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। वहीं चांदी की कीमत भी 62 रुपये टूटकर 62,393 रुपये प्रति किग्रा रह गई। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी है। इससे पिछले कारोबारी सत्र में सोना 51,270 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।सोने की तर्ज पर चांदी की कीमत भी 62 रुपये लुढ़ककर 62,393 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई। पिछले कारोबारी सत्र में चांदी 62,455 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव गिरावट के साथ 1,871 डॉलर प्रति औंस रह गया जबकि चांदी 22.24 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रही। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा, ‘‘सोमवार को न्यूयॉर्क स्थित जिंस एक्सचेंज कॉमेक्स में सोने का हाजिर भाव 0.35 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,871 डॉलर प्रति औंस चल रहा था जिससे सोने की कीमतों में मजबूती रही। डॉलर के मजबूत होने और अमेरिकी बांड आय बढ़ने से सोने की कीमतों पर दबाव रहा। यह 1,900 डॉलर प्रति औंस के नीचे एक सीमित दायरे में बनी रही।''
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नयी दिल्ली | रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का अनुमान है कि अक्टूबर में देश में प्राकृतिक गैस के दाम फिर बढ़ सकते हैं। वैश्विक स्तर पर ऊर्जा कीमतों में वृद्धि का लाभ कंपनी के गैस अन्वेषण व्यवसाय को मिल रहा है। कंपनी में वरिष्ठ उपाध्यक्ष (अन्वेषण एवं उत्पादन) संजय रॉय ने निवेशकों के साथ चर्चा में कहा कि केजी-डी6 ब्लॉक से निकलने वाली गैस की बिक्री के लिए मूल्य सीमा मौजूदा 9.92 डॉलर प्रति दस लाख ब्रिटिश थर्मल यूनिट (एमएमबीटीयू) से अधिक हो सकती है। सरकार हर छह महीने में अंतरराष्ट्रीय कीमतों के आधार पर गैस के दाम तय करती है। पुराने या नियमित क्षेत्र से निकलने वाली गैस के दाम एक अप्रैल से दोगुने होकर 6.1 डॉलर एमएमबीटीयू हो गए हैं। वहीं गहरे समुद्र में स्थित मुश्किल तेल क्षेत्रों से निकलने वाली गैस के लिए यह दर 9.92 डॉलर एमएमबीटीयू है। गैस की दरों में अगला बदलाव अब अक्टूबर में होने वाला है। मौजूदा अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य में ऐसा अनुमान जताया जा रहा है कि सार्वजनिक क्षेत्र की तेल एवं गैस कंपनी ओएनजीसी के क्षेत्रों से मिलने वाली गैस के दाम बढ़कर नौ डॉलर एमएमबीटीयू होंगे जबकि मुश्किल तेल क्षेत्रों के लिए ये दहाई अंकों में पहुंच जाएंगे। रॉय ने कहा, ‘‘ऐसा अनुमान है कि आगे चलकर वित्त वर्ष की पहली छमाही में गैस मूल्य सीमा 9.92 डॉलर तक हो सकती है, इसके बाद दूसरी छमाही में कीमतें और भी बढ़ सकती हैं। -
नयी दिल्ली । सार्वजनिक क्षेत्र की ऊर्जा कंपनी एसजेवीएन लिमिटेड को 'साल की सबसे सक्षम एवं लाभपरक मिनी-रत्न' का पुरस्कार मिला है। कंपनी ने रविवार को एक बयान में कहा कि दलाल स्ट्रीट इंवेस्टमेंट जर्नल (डीएसआईजे) ने देश की आर्थिक प्रगति में अहम भूमिका निभाने के लिए एसजेवीएन को इस पुरस्कार के लिए चुना है। एसजेवीएन के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक नंद लाल शर्मा ने कहा, ‘‘वित्त वर्ष 2021-22 में हमने 5,259.39 करोड़ रुपये के सर्वकालिक पूंजीगत व्यय स्तर को हासिल किया जो 5,000 करोड़ रुपये के लक्ष्य से ज्यादा है।'' उन्होंने कहा कि एसजेवीएन देश के भीतर और कुछ पड़ोसी देशों में भी ऊर्जा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी बनकर उभरी है। अगले पांच वर्षों में कंपनी की 75,000 करोड़ रुपये और अगले दस वर्षों में 1.8 लाख करोड़ रुपये निवेश करने की योजना है। एसजेवीएन का कुल पोर्टफोलियो 31,000 मेगावाट है और इसकी 52 परियोजनाएं विकास के विभिन्न चरणों में हैं।
- नयी दिल्ली. वित्त मुहैया कराने वाली कंपनी श्रीराम सिटी यूनियन फाइनेंस दोपहिया वाहन की मांग में आई कमी के बीच चालू वित्त वर्ष में प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियों (एयूएम) में 18 फीसदी वृद्धि का लक्ष्य पाने के लिए व्यक्तिगत ऋण, स्वर्ण ऋण एवं छोटे व्यवसायों को ऋण देने पर ध्यान देगी। कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) वाई एस चक्रवर्ती ने कहा कि ग्रामीण और अर्द्ध शहरी इलाकों में मांग अब बेहतर है लेकिन अर्थव्यवस्था में मांग ने अभी पूरा जोर नहीं पकड़ा है। उन्होंने कहा कि कंपनी का व्यवसाय अर्द्ध-शहरी और ग्रामीण इलाकों पर निर्भर करता है और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए अगर कुछ अच्छा होता है तो इससे कंपनी के व्यवसाय को भी बढ़ावा मिलेगा। चक्रवर्ती ने कहा, ‘‘हमारा ध्यान व्यक्तिगत कर्ज, सोने के बदले कर्ज और छोटे व्यवसायों को कर्ज देने पर होगा। आर्थिक पुनरुद्धार की बात करें तो हम अभी पूरी तरह से उबरे नहीं हैं, शहरी इलाके अभी भी संघर्ष कर रहे हैं हालांकि ग्रामीण अर्थव्यवस्था में कुछ हद तक सुधार आया है। इसका एक कारण पैदावार अच्छी होना है, वहीं इस साल भी अच्छी बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है।'' चक्रवर्ती ने कहा कि कंपनी के लिए मोटे तौर पर मांग अच्छी है हालांकि दो पहिया वाहना श्रेणी में फाइनेंस की मांग कई कारणों से कम है। इनमें से एक कारण यह है कि आज एक दोपहिया वाहन लेने पर लगभग एक लाख रुपये का खर्च आता है। वहीं पेट्रोल की कीमतें बढ़ने का भी इस मांग पर असर पड़ा है।
- नयी दिल्ली। सेंसेक्स की शीर्ष 10 कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में बीते सप्ताह सामूहिक रूप से 2,85,251.65 करोड़ रुपये की गिरावट आई। सबसे अधिक नुकसान में रिलायंस इंडस्ट्रीज रही। बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 2,225.29 अंक या 3.89 प्रतिशत और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 691.30 अंक या 4.04 प्रतिशत के नुकसान में रहा। समीक्षाधीन सप्ताह में रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण 1,14,767.5 करोड़ रुपये के नुकसान से 17,73,196.68 करोड़ रुपये पर आ गया। सबसे अधिक नुकसान में रिलायंस इंडस्ट्रीज ही रही। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) का बाजार मूल्यांकन 42,847.49 करोड़ रुपये टूटकर 12,56,152.34 करोड़ रुपये रह गया। एचडीएफसी बैंक की बाजार हैसियत 36,984.46 करोड़ रुपये के नुकसान से 7,31,068.41 करोड़ रुपये रह गई। हिंदुस्तान यूनिलीवर का मूल्यांकन 20,558.92 करोड़ रुपये घटकर 5,05,068.14 करोड़ रुपये रह गया। समीक्षाधीन सप्ताह में आईसीआईसीआई बैंक का बाजार पूंजीकरण 16,625.96 करोड़ रुपये टूटकर 5,00,136.52 करोड़ रुपये पर और भारती एयरटेल का 16,091.64 करोड़ रुपये के नुकसान से 3,90,153.62 करोड़ रुपये पर आ गया। एचडीएफसी के मूल्यांकन में 13,924.03 करोड़ रुपये की गिरावट आई और यह 3,90,045.06 करोड़ रुपये पर आ गया। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की बाजार हैसियत 10,843.4 करोड़ रुपये घटकर 4,32,263.56 करोड़ रुपये रह गई। इन्फोसिस का बाजार पूंजीकरण 10,285.69 करोड़ रुपये घटकर 6,49,302.28 करोड़ रुपये रह गया। अडाणी ग्रीन एनर्जी की बाजार हैसियत 2,322.56 करोड़ रुपये घटकर 4,49,255.28 करोड़ रुपये पर आ गई। शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर कायम रही। उसके बाद क्रमश: टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईसीआईसीआई बैंक, अडाणी ग्रीन एनर्जी, एसबीआई, भारती एयरटेल और एचडीएफसी का स्थान रहा।
- नयी दिल्ली. सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अदार पूनावाला ने रविवार को एलन मस्क को टेस्ला इलेक्ट्रिक कारों के विनिर्माण के लिए भारत में निवेश करने को आमंत्रित किया और कहा कि यह उनका अबतक का श्रेष्ठ निवेश होगा। मस्क ट्विटर के अधिग्रहण के लिए 44 अरब डॉलर का सौदा कर चुके हैं। उन्होंने टेस्ला इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री के लिए पहले भी भारत से आयात शुल्क घटाने की मांग की थी लेकिन सरकार ने स्थानीय विनिर्माण पर जोर दे रही है। पूनावाला ने ट्विटर पर मस्क को ट्वीट करते हुए पोस्ट किया, ‘‘अगर ट्विटर खरीदने का आपका सौदा पूरा नहीं होता, तो उसमें से कुछ पूंजी टेस्ला कारों के उच्च गुणवत्ता वाले और बड़े पैमाने पर विनिर्माण के लिए भारत में निवेश करने के बारे में विचार करें।'' उन्होंने आगे लिखा, ‘‘मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि यह आपका सर्वश्रेष्ठ निवेश होगा।''पिछले महीने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि अगर टेस्ला इलेक्ट्रिक कारों के भारत में विनिर्माण के लिए तैयार है, तो इसमें कोई समस्या नहीं है लेकिन कंपनी कारें चीन से आयात न करे। मस्क ने पिछले वर्ष अगस्त में कहा था कि टेस्ला भारत में विनिर्माण इकाई लगा सकती है बशर्ते उसे देश में आयातित वाहनों के जरिये सफलता मिल जाए। उन्होंने कहा था कि टेस्ला भारत में अपने वाहन उतारना चाहती है लेकिन किसी भी अन्य बड़े देश की तुलना में यहां आयात शुल्क सबसे ज्यादा है। देश में पूर्ण रूप से आयातित कारों पर लागत, बीमा और मालभाड़ा मिलाकर 100 फीसदी आयात शुल्क लगता है।