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भिलाईनगर। नगर पालिक निगम भिलाई अंतर्गतत नागरिकों को शासकीय योजनाओं का लाभ घर बैठे कम समय में देने के लिए मोर संगवारी सेवा योजना चलाया जा रहा है। इस योजना के माध्यम से क्षेत्र नागरिक घर बैठे टाॅल फ्री नबंर 14545 पर काॅल कर मोर संगवारी के एजेंट को बुला सकते है। आवश्यकता अनुसार जो भी प्रमाण पत्र बनवाना है, उससे संबंधित दस्तावेज देकर प्रमाण पत्र बनवा सकते है। एजेंट दस्तावेज लेकर कम से कम समय में आपके घर पर ही प्रमाण पत्र डिलिवर कर देगें। जिससे आपको कही आने जाने एवं सरकारी कार्यालयों के चक्कर काटने की आवश्यकता नहीं है। इससे समय एवं पैसे की भी बचत होगी। शासन की यह सबसे सस्ता एवं अच्छा योजना है, नागरिक इसका भरपुर लाभ उठावें।
मोर संगवारी से नागरिको को 27 प्रकार के सुविधाओं का लाभ दिया जा रहा है, अभी तक घर बैठे बैठे कितने प्रकार के लोग सुविधा पा चुके हैं। विवाह प्रमाण पत्र 2856, मृत्यु प्रमाण पत्र 1339, जन्म प्रमाण पत्र 2182, दुकान एवं स्थापना पंजीयन/गुमस्ता लाइसेंस 355, 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों का आधार पंजीयन 12857, पैन कार्ड सेवा 271, आधार मोबाईल नबंर अपडेट 13462, मूल निवासी प्रमाण पत्र 1358, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति प्रमाण पत्र 61, पिछड़ा वर्ग प्रमाण पत्र 284, आय प्रमाण पत्र 3420, एपीएल राशन कार्ड 266, विवाह सुधार 133 इस प्रकार कुल 41208 प्रमाण पत्र बनाकर नागरिकों को लाभान्वित किया जा चुका है।नागरिको को पहले यही सब प्रमाण पत्र बनाने नगर निगम भिलाई में आकर अपना समय एवं पैसा खर्च करना पड़ता था। अब यही काम घर बैठे कम से कम समय पर हो जा रहा है। इसके लिए मात्र 50 रूपये खर्च करके घर पर ही प्रमाण पत्र डिलिवर कर दिया जा रहा है। वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन, महापौर नीरज पाल एवं आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय का क्षेत्र के सभी नागरिको से अपील है कि शासन द्वारा यह योजना आपके सब के लिए चलाया जा रहा है। इसमें कम से कम समय पर अपने आवश्यकता के सभी प्रमाण पत्र बनवा सकते है। इसका लाभ अवश्य उठावें। -
भिलाईनगर। नगर पालिक निगम भिलाई में प्रधानमंत्री आवास येाजना अंतर्गत लोगो को मकान आबंटित करके दिया गया है। जिसमें लोग अपने परिवार सहित निवास कर रहे है। आज आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय, कार्यपालन अभियंता विनीता वर्मा, उपअभियंता दीपक देवांगन को लेकर वहां के निवासियों की मूलभूत आवश्यकताओ की पूर्ति हो रही है कि नहीं की जानकारी लेने गये। सर्वप्रथम आम्रपाली फेस-02 स्वप्निल बिल्डर्स, एनारा स्टेट खम्हरिया के निवासरत परिवारो से मिले एवं उनकी समस्याओ की जानकारी प्राप्त किए। स्वप्निल बिल्डर्स के नागरिको की शिकायत थी कि उन्हे पानी पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल रहा है, कुछ देर आने के बाद बंद हो जाता है। संबंधित एजेंसी को तत्काल पानी सप्लाई बहाल करने निर्देश किया गया। यह भी जानकारी दी गई थी आने-जाने का जो मार्ग है वह घूम करके आना पड़ता है जिससे बहुत परेशानी होती है स्वप्निल बिल्डर के प्रबंधन द्वारा आने जाने का रास्ता के मध्य में दिवाला खड़ा कर दी गई है उसके बारे में भूखंड निगम को स्थानांतरित करते समय नियम एवं शर्तें क्या थी आवा गमन का मार्ग क्या था इसका पता करने के लिए आयुक्त ने निर्देशित किया है। उसके बाद संबंधित एजेंसी को रास्ता खोलने के लिए कहा जाएगा
आम्रपली के निवासीयो की शिकायत थी कि उनके सामने रिक्त भूखण्ड पर किसी अन्य सामाजिक संस्था द्वारा अवैध कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है। टेम्प्रेरी रूप से फैसिंग लगाकर तार की जाली बना दी गई थी और कुछ पेड़ो को भी काट दिया गया था। जोन आयुक्त येशा लहरे को अवैध कब्जा रिक्त करने संबंधित के खिलाफ कार्यवाही करने का निर्देश किये। आयुक्त वहां के निवासियों से कहे कि निगम आप लोगो को पेड़ उपलब्ध करा देगा। वहां खाली जगह पर सब लोग मिलकर वृक्षारोपण कर दें, जिससे वहां कोई अवैध कब्जा न कर सकें।एनार स्टेट खमरिया के निवासियो का पानी पर्याप्त नहीं आने की शिकायत थी। उसके साथ ही कुछ जगहो पर बरसात का जल भराव हो गया था। वहां पर मच्छर बहुत पनप रहे थे। जोन स्वास्थ्य अधिकारी अंकित सक्सेना को आइल का छिड़काव करने के लिए निर्देशित किये। पानी की समस्या का भी निराकरण किया गया। आगामी मानसून को देखते हुए सभी प्रधानमंत्री आवास कालोनियों में सघन वृक्षारोपण किया जाएगा। जिससे क्षेत्र हरा-भरा रहे एवं बच्चो के खेलने के लिए मैदान, पार्क इत्यादि का भी निर्माण किया जाएगा। - -कर्मियों का अनुभव हमारी बहुमूल्य पूंजी - आर.के.शुक्लारायपुर। छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी डंगनिया मुख्यालय के भारप्रेषण कक्ष में आज 7 कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति पश्चात् विदाई दी गई। इस अवसर पर पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री राजेश कुमार शुक्ला ने सेवानिवृत्तजनों को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृतिचिन्ह भेंट कर उनके सुखमय जीवन की कामना की। उन्होंने कहा कि तीन से चार दशकों तक तक सेवा करने वाले बिजली कर्मियों के पास बहुमूल्य अनुभव की पूंजी है। उनके योगदान से उपभोक्ता संतोष के लक्ष्य को हम प्राप्त कर रहे हैं।आज सेवानिवृत्त कर्मचारियों में भिलाई से वरिष्ठ पर्यवेक्षक श्री हरिनंदन मंडल, कनिष्ठ पर्यवेक्षक श्री राजेंद्र कुमार तिवारी, लाइन सहायक श्रेणी-2 श्री श्याम लाल निषाद, श्री राजेश कुमार चिंदेकर, दफ्तरी, बिलासपुर से श्री राजेंद्र प्रसाद पाण्डेय, दफ्तरी, रायपुर से श्री नेहरू बेहरा, दफ्तरी एवं जगदलपुर से श्री चैतराम नाग, भृत्य शामिल हैं।विदाई समारोह में कार्यपालक निदेशक श्री के.एस.मनोठिया, श्री एमएस चौहान, श्रीमती ज्योति नंनौरे, श्री वीके दीक्षित, मुख्य अभियंता श्रीमती शारदा सोनवानी, श्री ए.एम.परियल एवं श्री संजय तिवारी आदि भी उपस्थित थे। संचालन प्रकाशन अधिकारी श्री गोविंद पटेल ने किया।
- बेमेतरा । जिले में सुशासन समाधान शिविरों का आयोजन 05 मई 2025 से 31 मई 2025 तक आयोजित किया गया, कल अंतिम 31 मई तक कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा | अभी तक जिले में कुल 64 शिविरों का आयोजन हुआ इन शिविरों में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा अभियान चलाकर भारतीय डॉक विभाग के समन्वय से 222 कन्याओं का सुकन्या समृद्धि योजना अंतर्गत खाते खुलवाये गये। उल्लेखनीय है कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा विशेष अभियान चलाकर जिले में महतारी वंदन योजना के 2.5 लाख से अधिक महतारियों को प्रोत्साहित करके 17.5 हजार से अधिक सुकन्या समृद्धि के खाते खोले गये है। जिसमें महतारियों द्वारा प्रतिमाह महतारी वंदन योजना से प्राप्त राशि का सदुपयोग करते हुए अपनी कन्याओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए बचत की जा रही है।इसी प्रकार समाधान शिविरों में नोनी सुरक्षा योजना अंतर्गत 68 नोनीयों को नोनी सुरक्षा योजना का बांड पेपर वितरित किया गया। योजना का प्रचार-प्रसार करते हुए 81 नोनीयों का नोनी सुरक्षा योजना नवीन पंजीयन किया गया। जब ये नोनी 18 साल की होगी और 12 वीं पास कर लेगी तो उसे 1 लाख रु. की राशि राज्य शासन के द्वारा प्रदाय की जावेगी। इस प्रकार जिले के नोनीयों को 81 लाख रू. की राशि प्राप्त होगी। इसी तरह किशोरी बालिकाओं की स्वास्थ्य का चिन्ता करते हुए जिले की 466 नोनीयों का हिमोग्लोबिन का परीक्षण किया गया एवं उन्हे मासिक धर्म स्वच्छता एवं साफ-सफाई का विशेष जागरूक करते हुए 616 नोनीयों को सेनेटरी नेपकीन का निशुल्क वितरण किया गया।इसी प्राकर 569 नोनीयों का आधार कार्ड बनवाया गया। इस तरह सुशासन समाधान शिविर के माध्यम से जिले के नोनीयों के सुखद भविष्य संवारने हेतु सकारात्मक प्रयास किया गया।
- जशपुर। विदेशी नागरिकों की निगरानी और सुरक्षा नियमों के बीच एक गंभीर मामला जिले में सामने आया है, जहाँ नाइजीरियन मूल का एक व्यक्ति बिना वीजा और पासपोर्ट के अवैध रूप से भारत में घूमता पाया गया। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर विदेशियों विषयक अधिनियम 1946 की धारा 14 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है।एसएसपी शशि मोहन सिंह ने बताया कि 29 मई को रात्रि लगभग 8 बजे सिटी कोतवाली पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि नेशनल हाइवे 43 स्थित गम्हरिया गर्ग उद्यान के पास एक काले रंग की स्कूटी (क्रमांक CG14MT7848) में दो संदिग्ध व्यक्ति घूम रहे हैं, जिनमें से एक अफ्रीकन मूल का प्रतीत हो रहा है। सूचना पुलिस मौके पर पहुँची और संदेहियों को रोककर पूछताछ की।उन्होंने बताया कि पूछताछ में स्कूटी चालक ने अपना नाम राहुल खलखो, उम्र 21 वर्ष, निवासी ग्राम कस्तूरा खूंटीटोली, थाना दुलदुला बताया, जबकि दूसरा व्यक्ति — जो कि अफ्रीकन मूल का प्रतीत हो रहा था — ने अपना नाम गैरी पिता इकवाबोर, उम्र 46 वर्ष, निवासी इंडम्बो ऑफ साकपोड़ा रोड, बैनी सिटी, नाइजीरिया बताया। जब पुलिस ने उससे वीजा, पासपोर्ट और अन्य पहचान दस्तावेज मांगे, तो वह कोई भी वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सका।उन्होंने बताया कि पुलिस ने गैरी को संदेह के आधार पर हिरासत में लेकर विस्तृत पूछताछ की। पूछताछ में खुलासा हुआ कि वह अपनी एक महिला मित्र के साथ जो कि मुंबई में निवासरत है ग्राम खूंटीटोली (थाना दुलदुला क्षेत्र) घूमने आया था। उसकी महिला मित्र ने ही उसे गांव लाकर ठहराया था, लेकिन किसी भी प्रकार की सूचना पुलिस को नहीं दी गई।मामले में पुलिस ने विदेशियों विषयक अधिनियम 1946 की धारा 14 के अंतर्गत अपराध दर्ज कर विदेशी नागरिक गैरी को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। और आगे कि जांच जारी हैंएसएसपी शशि मोहन सिंह ने इस मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि "विदेशी नागरिक के खिलाफ विधिक कार्यवाही की जा रही है। जिस परिवार के पास वह रह रहा था, उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना नहीं दी। यह नियमों का उल्लंघन है।"उन्होंने आम नागरिकों से अपील करते हुए कहा, "यदि आपके पास या क्षेत्र में कोई भी विदेशी नागरिक आता है, तो उसका विवरण फार्म नंबर 'C' में भरकर नजदीकी थाना या पुलिस कार्यालय को तत्काल सूचित करें।
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-किसान संघर्ष समिति के संयोजक भूपेंद्र शर्मा ने सहकारिता विभाग और जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक के अधिकारियों को सौंपा था ज्ञापन
रायपुर। जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक रायपुर के अधीनस्थ मंदिर हसौद शाखा में शाखा प्रबंधक के रिक्त पड़े पद पर ज्ञापन सौंप ध्यानाकर्षण के बाद शाखा प्रबंधक की पदस्थापना कर दी गयी है ।शाखा प्रबंधक नहीं होने की वजह से प्रतिदिन लगभग 70- 80 लाख रुपये का संव्यवहार करने वाले इस बैंक में किसानों सहित अन्य लेन देन करने वालों को आ रही समस्या सहित इस शाखा के अधीन आने वाले 7 सहकारी समितियों के 60 ग्रामों के किसानों को सामयिक खाद - बीज लेन-देन में पर्यवेक्षण न हो पाने की ओर बीते 27 मई को किसान संघर्ष समिति के संयोजक भूपेंद्र शर्मा ने सहकारिता विभाग के पंजीयक कुलदीप शर्मा व जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अपेक्षा व्यास को ज्ञापन सौंप ध्यानाकृष्ट कराया था । शाखा प्रबंधक के रूप में नारायण परगनिहा की पोस्टिंग की गयी है जिन्होंने बीते कल 29 मई को कार्यभार ग्रहण कर लिया है । - -हाइड्रोपोनिक खेती से लेकर ऑनलाइन कोचिंग तक आधुनिक शिक्षा की नई दिशामहासमुंद / जिले के सुदूरवर्ती वनांचल में स्थित सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले की सीमा से लगे गाँव बिरकोल में संचालित प्री-मैट्रिक अनुसूचित जाति बालक छात्रावास बिरकोल आदिवासी विभाग द्वारा, छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना के तहत संचालित किया जा रहा है। यह योजना विशेष रूप से अनुसूचित जाति वर्ग के बच्चों को शैक्षणिक सुविधा, सुरक्षित आवास और समुचित देखभाल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से चलाई जाती है। घने जंगलों और पहाड़ियों की गोद में बसा यह छात्रावास प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण है, जो बच्चों को शांत और एकाग्र वातावरण प्रदान करता है। वर्तमान में छात्रावास अपने नवीन स्वामित्व भवन में संचालित हो रहा है, जिसमें अध्ययन कक्ष, भोजनालय, पुस्तकालय, खेल सामग्री तथा अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं।बच्चों के सर्वांगीण विकास को ध्यान में रखते हुए छात्रावास में अनेक योजनाबद्ध गतिविधियों की व्यवस्था की गई है, जो उनके शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक एवं शैक्षणिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ बनाने में सहायक हैं। प्रत्येक दिन की शुरुआत प्रातःकालीन सैर और योगाभ्यास से होती है, जिससे बच्चों में न केवल स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ती है, बल्कि उनके भीतर अनुशासन, आत्मनियंत्रण और एकाग्रता जैसी मूलभूत योग्यताओं का भी विकास होता है।छात्रावास परिसर में विकसित किया गया किचन गार्डन आकर्षण का केंद्र है। इसमें हाइड्रोपोनिक तकनीक के माध्यम से बिना मिट्टी के गोभी, पालक, धनिया, मिर्च आदि सब्जियाँ उगाई जा रही हैं। यह तकनीक पोषक तत्वों से भरपूर जल घोल के माध्यम से पौधों की वृद्धि सुनिश्चित करती है। साथ ही मिट्टी आधारित बागवानी भी समानांतर रूप से की जा रही है, जिससे बच्चों को जैविक खेती का प्रत्यक्ष अनुभव मिल रहा है।छात्रावास में विभिन्न त्योहारों, महापुरुषों की जयंती एवं राष्ट्रीय पर्वों को पारंपरिक उत्साह और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इन अवसरों पर बच्चों और अधीक्षक की सहभागिता से सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिसमें गीत, नृत्य, नाटक आदि के माध्यम से बच्चों की रचनात्मकता और सांस्कृतिक समझ को प्रोत्साहन मिलता है। इन आयोजनों में पारंपरिक छत्तीसगढ़ी भोजन पकाया जाता है, जिससे बच्चों को अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ाव का अनुभव होता है। छात्रावास में संचालित बचत बैंक की अवधारणा बच्चों को छोटी उम्र से ही धन की महत्ता और उसके उचित प्रबंधन की शिक्षा देने का एक प्रभावशाली माध्यम है। इस प्रणाली के अंतर्गत छात्र अपने दैनिक या साप्ताहिक जेब खर्च से एक निश्चित राशि बचाकर उसे बचत बैंक में जमा करते हैं। यह नियमित जमा करने की प्रक्रिया न केवल उन्हें धन संचय की आदत सिखाती है, बल्कि आर्थिक अनुशासन और आत्मनियंत्रण जैसे गुणों का भी विकास करती है।बच्चों की सुरक्षा को अत्यधिक प्राथमिकता दी गई है। इसी उद्देश्य से छात्रावास परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनसे हर गतिविधि पर निरंतर निगरानी रखी जाती है। यह व्यवस्था न केवल बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करती है, बल्कि उनके माता-पिता को भी मानसिक शांति प्रदान करती है।यह छात्रावास बच्चों के लिए केवल एक निवास स्थान नहीं है, बल्कि एक ऐसा स्नेहिल परिवेश है, जहां वे आत्मीयता और अपनापन महसूस करते हैं। प्रत्येक बच्चे के जन्मदिन को विशेष रूप से मनाया जाता है, जिससे उनमें आत्मसम्मान, खुशी और सामाजिकता की भावना विकसित होती है। प्रतिदिन संध्या समय बच्चे स्वयं वाद्य यंत्रों के साथ भजन प्रस्तुत करते हैं, जिससे उनमें आध्यात्मिक चेतना का संचार होता है और भावनात्मक स्थिरता मिलती है।शैक्षणिक क्षेत्र में भी नवाचार को अपनाते हुए छात्रावास में प्रोजेक्टर के माध्यम से ऑनलाइन कोचिंग की व्यवस्था की गई है। इससे बच्चों को न केवल गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो रही है, बल्कि वे आधुनिक तकनीकी माध्यमों के प्रति भी जागरूक हो रहे हैं। यह पहल उन्हें प्रतिस्पर्धात्मक परीक्षाओं की तैयारी में भी अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो रही है।यह छात्रावास केवल एक आवासीय सुविधा नहीं है, बल्कि यह आदिवासी और अनुसूचित जाति समुदायों के बच्चों के लिए शैक्षणिक, सामाजिक और सांस्कृतिक उन्नयन का एक प्रभावशाली केंद्र बन गया है।
- -मृतक के परिजन क़ो सौंपा सहयता राशि का चेकबलौदाबाजार / राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा आज जिला अस्पताल बलौदाबाजार पहुंचे। उन्होंने आकाशीय बिजली गिरने से झुलस जाने के कारण ईलाज हेतु भर्ती लोगों से मिलकर उनके स्वास्थ्य और कुशलक्षेम पूछा। उन्होंने उपचाररत सभी से मिले और उनके स्वास्थ्य एवं ईलाज की जानकारी ली।इसके साथ ही घटना के बारे में भी पूछ -ताछ की। उन्होंने वहां उपस्थित परिजनों से भी मुलकात की। बेहतर ईलाज हेतु चिकित्सकों क़ो निर्देशित किया।राजस्व मंत्री श्री वर्मा ने सीएमएचओ डॉ.राजेश कुमार अवस्थी से उपचाररत सभी पीड़ितों की स्थिति की जानकारी ली। सीएमएचओ ने बताया कि जिला अस्पताल में भर्ती 8 लोगों का ईलाज जारी है तथा उनकी स्थिति सामान्य है। आज अपरान्ह तक सभी क़ो डिस्चार्ज कर दिया जयेगा। उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति ईलाज हेतु निजी अस्पताल में भर्ती है।इस दौरान राजस्व मंत्री ने अस्पताल में ईलाज कराने आये मरीजों से भी मिले और अस्पताल में मिल रहे ईलाज व सुविधाओं के बारे में पूछ -ताछ की। उन्होंने मातृ एवं शिशु अस्पताल का भी जायजा लिया और माह में डिलीवरी की संख्या व सुविधाओं की जानकारी ली।इसके उपरांत राजस्व मंत्री ने ग्राम पहंदा पहुंचकरआकाशीय बिजली की चपेट में आने से मृतक प्रतीक कोसले के शोक संतप्त परिवार से मिले और उन्हें ढाढंस बंधया। उन्होंने आरबीसी 6- 4 के प्रावधान के तहत मृतक के परिजन क़ो सहायता राशि 4 लाख रूपये का चेक प्रदान किया।गौरतलब है कि गुरुवार क़ो बलौदाबाजार तहसील के ग्राम पहंदा में आकाशीय बिजली गिरने से एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई जबकि 9 लोग घायल हो गए थे।इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष अशोक जैन, स्काउट गाइड के राज्य उपाध्यक्ष विजय केशरवानी,एसडीएम अमित गुप्ता, सिविल सर्जन डॉ अशोक वर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
- -फाफाडीह चौक स्थित मेहंदी बर्ड्स हाउस, अली बर्ड्स सेंटर, गरीब नवाज बर्ड एवं फिश शॉप तथा के.जी.एन. डॉग एवं बर्ड सेंटर को दी गई समझाइशरायपुर, // छत्तीसगढ़ राज्य जीव-जंतु कल्याण बोर्ड के संयुक्त संचालक डॉ. आर. के. सोनवाने, पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञ डॉ. इला धुरंधर सहित बोर्ड के अन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों की संयुक्त टीम द्वारा रायपुर जिले में संचालित पालतु पशु दुकानों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान फाफाडीह चौक, डागा पेट्रोल पंप के सामने मेहंदी बर्ड्स हाउस, अली बर्ड्स सेंटर, गरीब नवाज बर्ड एवं फिश शॉप तथा के.जी.एन. डॉग एवं बर्ड सेंटर का जायजा लिया साथ ही समझाइश दी गई।निरीक्षण टीम ने पाया कि कुछ दुकानों में पेट शॉप नियम 2018 के अनुरूप आवश्यक सुविधाओं का पालन नही कर रहे है। इस पर सभी दुकानदारों को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि वे आगामी 7 दिन के भीतर नियमों का पूर्ण पालन करते हुए पशुओं के रख-रखाव हेतु न्यूनतम स्थान एवं अन्य अनिवार्य व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें, जिससे यातायात प्रभावित ना हो। अधिकारियों ने चेतावनी दी कि यदि निर्धारित समयावधि में आवश्यक सुधार नहीं किए गए, तो नियमों के उल्लंघन की स्थिति में संबंधित दुकानों का पंजीयन निरस्त कर दिया जाएगा।
- रायपुर। छत्तीसगढ़ में बाढ़ आदि नैसर्गिक विपत्तियों से निपटने हेतु गठित उच्च स्तरीय बाढ़ नियंत्रण समिति की बैठक आज यहां मंत्रालय महानदी भवन में अपर मुख्य सचिव वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग श्रीमती ऋचा शर्मा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में बरसात के मौसम में राज्य के जिलों के विभिन्न स्थानों पर बाढ़ आने पर उससे निपटने की तैयारियों के संबंध में विचार-विमर्श किया गया। बाढ़ के दौरान विभिन्न स्थानों पर राहत शिविरों की व्यवस्था सहित राज्य शासन के विभिन्न विभागों द्वारा किए जाने वाली कार्यवाही एवं तैयारियों के संबंध में व्यापक चर्चा हुई। बैठक में बताया गया कि राज्य के सभी जिलों के कलेक्टर एवं अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को आगामी मानसून 2025 में प्राकृतिक आपदा से बचाव एवं राहत एवं राहत व्यवस्था करने के संबंध में भारत सरकार राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के निर्देशानुसार आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दे दिए गए है।बैठक में राज्य एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में माह जून में मानसून सक्रिय होने की संभावना है। इसलिए सभी जिलों में वर्षा की जानकारी संकलित की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष की स्थापना भी की गई है। इसका दूरभाष क्रमांक 0771-2223471 एवं फैक्स क्रमांक 0771-2223472 है। इसके अतिरिक्त बाढ़ नियंत्रण कक्ष से 0771-2221242 दूरभाष पर भी सम्पर्क किया जा सकता है। इसके अलावा जिला स्तर पर भी बाढ़ नियंत्रण कक्षों की स्थापना की गई है। बैठक में बताया गया कि बाढ़ की स्थिति को देखते हुए पहुंचविहीन क्षेत्रों में खाद्य सामग्री, नमक, केरोसिन, जीवन रक्षक दवाईयां, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चिकित्सा दलों का गठन सहित अन्य जरूरी सामग्री अभी से संग्रहित करने के निर्देश संबंधित विभाग के अधिकारियों को दे दिए गए है। बरसात के दिनों में पेयजल स्त्रोतों के आस-पास साफ-सफाई एवं वहां पर ब्लिचिंग पावडर की व्यवस्था करने के निर्देश लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को दिए गए है। इसी प्रकार से ऐसे क्षेत्रों की पहचान कर ली जाए। जहां प्रतिवर्ष प्रायः बाढ़ आती ही है। इन क्षेत्रों में सतत् निगरानी रखने एवं अवश्यकता पड़ने पर वहां के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और उनके ठहरने के लिए राहत शिविर आदि की समूचित योजना बनाने के निर्देश दिए गए है। बाढ़ से बचाव संबंधित उपकरणों की मरम्मत करने और जिन जिलों में मोटरबोट उपलब्ध है उनकी जानकारी शीघ्र ही राहत कार्यालय को दिए जाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए नगर सेना एवं नागरिक सुरक्षा के अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही करने कहा गया है। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के अधिकारियों को नगरीय क्षेत्रों में तमाम नालियों की साफ-सफाई बरसात के दिनों में निरंतर कराये जाने कहा गया है। नगरीय निकायों के अधिकारियों को अभी से ही शहरों की नालियों की साफ-सफाई करने कहा गया है।श्रीमती शर्मा ने कहा है कि नगरीय क्षेत्रों में जर्जर भवनों की निगरानी लगातार की जाए। इन भवनों में निवासरत लोगों को अन्य सुरक्षित स्थानों पर बसाए जाने की भी व्यवस्था की जाए। ऐसे जिले जहां बड़ी नदियां बहती है वहां पर जल स्तर पर बराबर नजर रखी जाए। जल स्तर के खतरे के निशान पर पहुंचने की संभावना होने पर इसकी पूर्व सूचना राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष तथा निचले जिलों को लगातार देने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इसी तरह से बड़े जलाशयों पर कंट्रोल रूम स्थापित कर जल स्तर की जानकारी समय-समय पर शासन को उपलब्ध करायी जाए। बांधों का जल स्तर बढ़ने पर जल निकासी हेतु निचले जिलों एवं सीमावर्ती राज्यों को 12 घण्टे पूर्व सूचना दिए जाने के निर्देश दिए गए है। प्रदेश में कमजोर हो चुके पुल-पुलियों एवं ईमारतों की पहचान कर मरम्मत कर ली जाए। साथ ही बाढ़ के समय दुर्घटना जन्य स्थलों पर सूचना फलक और बेरियर आदि की व्यवस्था करने कहा गया है।उच्च स्तरीय बाढ़ नियंत्रण समिति की बैठक में राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव श्री अविनाश चम्पावत, लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह, आयुक्त मनरेगा श्री तारण प्रकाश सिन्हा सहित गृह, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, लोक निर्माण, वित्त विभाग, जल संसाधन, ऊर्जा, जनसम्पर्क, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, नगरीय प्रशासन एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग सहित नगर सेना एवं नागरिक सुरक्षा, रेल्वे, दूरदर्शन, रेडक्रास सोसायटी, मौसम विज्ञान एवं भारत दूरसंचार निगम के अधिकारी शामिल हुए।
- रायपुर । मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज सुकमा जिले के विकासखंड तोंगापाल में आयोजित शिविर में अचानक पहुंचे। अपने मुख्या का इस तरह अचानक पहुंचने से ग्रामीणों में अत्यंत उत्साह का संचार हुआ। वे मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर पारंपरिक नृत्य करते हुए अपनी खुशी का इजहार किया। मुख्यमंत्री समाधान शिविर में लोगों से योजनाओं की फीडबैक लेकर 16 करोड़ 25 लाख से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण किया। उन्होंने कुकानार से बढ़ाईपारा 4.80 किमी सड़क निर्माण हेतु 4 करोड़ 03 लाख 73 हजार, एल 53 चिंतलनार से किस्टारम 4.50 किमी सड़क हेतु 01 करोड़ 52 लाख 41 हजार, एल 80 बुरकापाल से तोकनपल्ली 3.86 किमी सड़क हेतु 01 करोड़ 24लाख 61 हजार, एल 67 मुकरम से तोंगपल्ली 5 किमी सड़क हेतु 01 करोड़ 24लाख 13 हजार की लागत से निर्माण कार्य किया गया है । इसके अलावा गादीरास से मानकापाल 12 किमी सड़क, 13 नग पुल पुलिया निर्माण हेतु 6 करोड़ 86 लाख 15 हजार, सुकमा दंतेवाड़ा 23 किमी से कासरगुड़ा 2 किमी सड़क निर्माण कार्य के लिए 01 करोड़ 34 लाख की लागत से निर्माण किया गया ।इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध सिंह, मुख्ममंत्री के सचिव डॉ बसव राजू एस, कलेक्टर श्री देवेश ध्रुव, पुलिस अधीक्षक श्री किरण चौहान सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीगण उपस्थित थे ।
- रायपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने अपने निवास कार्यालय में स्वातंत्र्य वीर विनायक दामोदर सावरकर के जीवन पर आधारित स्मारिका 'सावरकर सौरभ' का विमोचन किया। स्मारिका 'सावरकर सौरभ' का प्रकाशन अखिल भारतीय साहित्य परिषद, छत्तीसगढ़ द्वारा सावरकर जयंती के अवसर पर किया गया है।मुख्यमंत्री श्री साय ने 'सावरकर सौरभ' स्मारिका के प्रकाशन पर अखिल भारतीय साहित्य परिषद, छत्तीसगढ़ के सदस्यों को हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि वीर सावरकर हमारे देश के सच्चे सपूत थे। उन्होंने मातृभूमि की सेवा में असंख्य कष्ट सहते हुए स्वतंत्रता की अलख जगाई। उनके साहसपूर्ण जीवन के प्रेरणादायी संस्मरणों से सभी को प्रेरणा मिलेगी।मुख्यमंत्री को 'सावरकर सौरभ' के संपादक और अखिल भारतीय साहित्य परिषद छत्तीसगढ़ के प्रांत संयोजक श्री प्रभात मिश्र ने बताया कि इस स्मारिका में स्वातंत्र्य वीर विनायक दामोदर सावरकर के जीवनकाल की घटनाओं को संपादित कर स्मारिका का रूप दिया गया है। स्मारिका में विभिन्न लेखकों ने वीर सावरकर के जीवन के विभिन्न आयामों को लेकर अपने विचार व्यक्त किए हैं।इस अवसर पर अखिल भारतीय साहित्य परिषद, छत्तीसगढ़ से श्री रामेश्वर शर्मा, श्री शिवरतन गुप्ता, श्री मनीष शर्मा,श्री संतोष बरलोटा, श्री भास्कर किन्हेकर , श्री अभय मिश्रा, श्री कौशल साहू सहित अन्य गणमान्य जन उपस्थित थे।
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देवी अहिल्या बाई होल्कर की 300वीं जयन्ती पर विविध गतिविधियाँ
रायपुर - राज्य नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के निर्देश के परिपालन में नगर निगम रायपुर की महापौर श्रीमती मीनल चौबे, संस्कृति विभाग अध्यक्ष श्री अमर गिदवानी, आयुक्त श्री विश्वदीप के निर्देश पर नगर निगम संस्कृति विभाग और जोनों के माध्यम से दिनांक 21 मई से 31 मई 2025 तक विविध सकारात्मक गतिविधियाँ की जा रही हैँ. इस क्रम में आज नगर निगम जोन 8 स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य विभाग अध्यक्ष श्रीमती गायत्री सुनील चंद्राकर, जोन 8 जोन अध्यक्ष श्री प्रीतम सिंह ठाकुर, माधव राव सप्रे वार्ड क्रमांक 69 के पार्षद श्री महेन्द्र औसर, जोन 8 जोन कमिश्नर श्रीमती राजेश्वरी पटेल के निर्देश पर जोन स्वास्थ्य अधिकारी श्री गोपीचंद देवांगन और स्वच्छता निरीक्षक श्री रितेश झा की उपस्थिति main नगर निगम जोन 8 क्षेत्र के अंतर्गत माधव राव सप्रे वार्ड क्रमांक 69 के तहत महादेवघाट रायपुरा में मोबाइल मेडिकल यूनिट एमएमयू के माध्यम से नगर निगम जोन 8 क्षेत्र के सफाई मित्रों, स्वच्छता दीदियों, नागरिकों का चिकित्सकों से स्वास्थ्य परीक्षण करवाया जाकर उन्हें जीवन में स्वस्थ रहने चिकित्सकीय परामर्श सहित आवश्यक दवाइयां दी गयीं. -
रायपुर/ नगर पालिक निगम रायपुर में सेवाएं देकर कल दिनांक 31 मई 2025 शनिवार को सेवानिवृत्त हो रहे नगर निगम कर्मचारी श्री पारस राम सिन्हा और मो. अमीन को आज नगर निगम मुख्यालय भवन महात्मा गाँधी सदन में कार्यालयीन ड्यूटी पर पहुंचने पर कल दिनांक 31 मई को शनिवार का शासकीय अवकाश दिवस होने पर नगर पालिक निगम की प्रभारी अपर आयुक्त सामान्य प्रशासन विभाग श्रीमती कृष्णा खटीक ने बुके देकर सेवाओं हेतु सम्मानित किया और उनके सुदीर्घ, स्वस्थ, सुखी, समृद्ध जीवन हेतु हार्दिक शुभकामनायें दीं. इस अवसर पर नगर निगम के सेवानिवृत्त कर्मचारियों श्री पारस राम सिन्हा और श्री मो. अमीन को प्रभारी अधीक्षक सामान्य प्रशासन विभाग श्री मोहित दरों सहित सभी उपस्थित निगम कर्मचारियों ने बुके देकर उनकी सेवाओं को सराहा और दोनों सेवानिवृत्त निगम कर्मचारियों को उज्जवल भविष्य की हार्दिक शुभकामनायें दीं.
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बालोद/भारतीय अग्निवीर थलसेना 2025 में बालोद जिले के आवेदक निःशुल्क लिखित परीक्षा हेतु प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते है। जिला रोजगार अधिकारी ने बताया कि आवेदकों को अपने थलसेना के ऑनलाईन पंजीयन फार्म के साथ जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र में 03 जून तक उपस्थित होना होगा। उल्लेखनीय है कि भारतीय अग्निवीर थलसेना 2025 अंतर्गत पहले चरण में लिखित परीक्षा और द्वितीय चरण में शारीरिक दक्षता परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ऑनलाईन लिखित परीक्षा जून 2025 में आयोजित होना संभावित है।
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तांदुला इको रिसार्ट में स्व सहायता समूह एवं केन्द्रीय योजनाओं के लाभान्वित हितग्राहियों से करेंगे मुलाकात
बालोद/राज्यपाल श्री रमेन डेका शुक्रवार 30 मई एवं शनिवार 31 मई 2025 को बालोद जिले के प्रवास पर रहंेगे। इस दौरान वे शनिवार 31 मई को तांदुला इको रिसार्ट सिवनी, बालोद में स्व सहायता समूह एवं केन्द्रीय योजनाओं के लाभान्वित हितग्राहियों से मुलाकात करेंगे। प्रवास कार्यक्रम के अनुसार राज्यपाल श्री रमेन डेका शुक्रवार 30 मई को शाम 04.30 बजे पुलिस लाईन नारायणपुर स्थित हैलीपेड से हेलीकाॅप्टर द्वारा प्रस्थान कर शाम 05 बजे तांदुला इको रिसाॅर्ट सिवनी, बालोद पहुँचेंगे। इसके पश्चात वे शाम 05.30 बजे तांदुला इको रिसार्ट में स्व सहायता समूहों एवं केन्द्रीय योजनाओं के लाभान्वित हितग्राहियों से मुलाकात करेंगे। राज्यपाल श्री डेका शनिवार 31 मई को सुबह 09.30 बजे तांदुला इको रिसार्ट सिवनी, बालोद से कार द्वारा कलेक्टोरेट आॅफिस मोहला के लिए प्रस्थान करेंगे। -
बालोद/ श्रम पदाधिकारी ने बताया कि श्रम विभाग द्वारा संचालित विभिन्न मंडल अंतर्गत योजनाओं का लाभ प्राप्त करने हेतु अपने बैंक खाते को आधार नंबर से लिंक कराना आवश्यक है। उल्लेखनीय है कि श्रम विभाग द्वारा संचालित विभिन्न मंडल अंतर्गत योजनाओं की राशि का 17 सितम्बर, 2024 से डी.बी.टी. के माध्यम से श्रमिकों के खाते में स्थानांतरित किया जा रहा है परन्तु बहुत से ऐसे श्रमिक जिनका बैंक खाता के साथ आधार लिंक नही होने के कारण डी.बी.टी के माध्यम से राशि स्थानान्तरित करने में असुविधा हो रही है। उन्होंने बताया कि उक्त संबंध में अधिक जानकारी कार्यालय श्रम पदाधिकारी बालोद एवं समस्त विकासखण्ड में संचालित श्रम संसाधन केन्द्र से संपर्क कर सकते हैं।
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बालोद/ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मंशानुरूप शासन के जन कल्याणकारी योजनाओं को राज्य के जरूरतमंद व्यक्ति तक पहुँचाने शुरू की गई ’सुशासन तिहार 2025’ के अंतर्गत तृतीय एवं अंतिम चरण में समाधान शिविरों का निरंतर आयोजन किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत शुक्रवार, 30 मई 2025 को डौण्डी विकासखण्ड के ग्राम कुसुमकसा के हाई स्कूल मैदान और गुण्डरदेही विकासखण्ड के ग्राम रजोली के शासकीय प्राथमिक शाला प्रांगण में ’समाधान शिविर’ का आयोजन किया जाएगा। अपर कलेक्टर एवं जिला पंचायत के प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री चन्द्रकांत कौशिक ने बताया कि डौण्डी विकासखण्ड के ग्राम कुसुमकसा में आयोजित शिविर में कुसुमकसा के अलावा गिधाली, भर्रीटोला 43, चिपरा, रजही, पथराटोला, अरमुरकसा, कारूटोला, धोबेदण्ड, बिटाल, खम्हारटोला, धुर्वाटोला के निवासी शामिल होंगे। इसी तरह गुण्डरदेही विकासखण्ड के ग्राम रजोली के अलावा ग्राम चारभाठा, पेण्डरी, कलंगपुर, बोरगहन फु, बोदल, मोखा, परसदा मो, कजराबांधा, बरबसपुर, खपरी ब, कुथरेल, अचैद, भूसरेंगा, सतमरा के निवासी शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि समाधान शिविर का आयोजन निर्धारित तिथि को सुबह 10 बजे से दोपहर 03 बजे तक किया जाएगा।
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वृद्धजनों एवं मानसिक दिव्यांग बच्चों के साथ बैठकर की आत्मीय बातचीत, फल एवं खाद्य सामग्रियों का किया वितरण
कलेक्टर के मधुर एवं आत्मीय व्यवहार से अभिभूत हुए बच्चे एवं वृद्धजन
बालोद/कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा ने आज संयुक्त जिला कार्यालय के समीप स्थित ’अपना घर’ वृद्धाश्रम एवं जिला मुख्यालय बालोद के जयस्तंभ चैक में स्थित मानसिक रूप से दिव्यांग बच्चों का आश्रय स्थल घरौंदा का निरीक्षण कर वहाँ के व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस अवसर पर वृद्धाश्रम एवं घरांैदा में निवासरत बच्चें एव बुजुर्ग कलेक्टर श्रीमती मिश्रा के मधुर एवं आत्मीय व्यवहार से बहुत ही अभिभूत नजर आ रहे थे। इस मौके पर अपर कलेक्टर श्री नूतन कंवर, उप संचालक समाज कल्याण विभाग श्री अजय गेडाम सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
इस दौरान कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने संयुक्त जिला कार्यालय के समीप स्थित ’अपना घर’ वृद्धाश्रम में पहुँचकर वहाँ के व्यवस्थाओं का अवलोकन किया। श्रीमती मिश्रा ने ’अपना घर’ वृद्धाश्रम में पुरूष एवं महिला वृद्धजनों के लिए अलग-अलग बनाए गए कक्ष में पहुँचकर वृद्धजनांे का हालचाल जाना। उन्होंने वृद्धजनों के साथ खाट में बैठकर उनका कुशलक्षेम की भी जानकारी ली। कलेक्टर ने वृद्धजनों को वृद्धाश्रम में उन्हें प्रतिदिन प्रदान की जाने वाली भोजन, नाश्ता, शुद्ध पेयजल, इलाज एवं मनोरंजन आदि के सुविधाओं के अलावा वृद्धाश्रम मंे शौचालय एवं स्नानागार की स्थिति के संबंध में भी जानकारी ली। इस दौरान कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने वृद्धाश्रम में निवासरत बुजुर्ग श्री लक्ष्मी नारायण श्रीवास्तव और श्रीमती ज्योति, चमेली एवं बेला बाई से बातचीत कर उनके तबीयत के अलावा आज उन्हें मिले भोजन एवं नाश्ते के संबंध में भी जानकारी ली। वृद्धजनों के द्वारा ’अपना घर’ वृद्धाश्रम में उन्हें मिलने वाले भोजन, नाश्ता एवं अन्य सुविधाओं को बेहतर बताया। इस दौरान कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने समाज कल्याण विभाग के उप संचालक से ’अपना घर’ वृद्धाश्रम में वृद्धजनों के लिए कुल सीट तथा वर्तमान में यहाँ निवासरत वृद्धजनों की संख्या की जानकारी ली। उप संचालक समाज कल्याण विभाग ने बताया कि ’अपना घर’ वृद्धाश्रम में वर्तमान में कुल 15 सीट है जिसमें कुल 12 वृद्धजन निवासरत् है।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने बुजुर्ग महिलाओं के कक्ष में पहुँचकर वहाँ निवासरत बुजुर्ग महिला श्रीमती सपना भद्रा एवं अन्य बुजुर्ग महिलाओं से उनका हालचाल पूछा। कलेक्टर श्रीमती मिश्रा से बात करते समय कलेक्टर के स्नेहिल व्यवहार एवं अपनापन के कारण बुजुर्ग श्रीमती सपना भद्रा की आँखे सजल हो गई। इस दौरान कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने ’अपना घर’ वृद्धाश्रम के रसोई एवं भण्डार कक्ष, बैठक कक्ष आदि का भी निरीक्षण किया। उन्होंने वृद्धाश्रम के रसोई कक्ष में वृद्धजनों के लिए बनाए जा रहे भोजन का भी अवलोकन किया। श्रीमती मिश्रा ने वृद्धाश्रम के कर्मचारियों को वृद्धाश्रम में साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था करने तथा वृद्धाश्रम परिसर में पौधरोपण करने के भी निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने मौके पर उपस्थित समाज कल्याण विभाग के उप संचालक को चलने-फिरने में असमर्थ बुजुर्गों की फिजियोथेरेपी आदि कराने के भी निर्देश दिए।
इस दौरान कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने जय स्तंभ चैक बालोद में स्थित 18 वर्ष से अधिक की आयु के मानसिक दिव्यांग बच्चों के आश्रय स्थल ’घरौंदा’ में पहुँचकर वहाँ के व्यवस्थाओं का अवलोकन किया। श्रीमती मिश्रा ने वहाँ निवासरत बच्चों से बातचीत कर उनकी पढ़ाई-लिखाई, भोजन, नाश्ता, मनोरंजन, आवास आदि की व्यवस्था के अलावा उनके अभिरूचि के संबंध में भी जानकारी ली। इस दौरान कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने मानसिक दिव्यांग बच्चों को सामान्य जानकारी प्रदान करने हेतु दीवाल में प्रदर्शित की गई फलों के नाम एवं अन्य जानकारियों के संबंध में भी पूछताछ की। कलेक्टर ने दिव्यांग बच्चों से बातचीत कर घरौंदा आश्रय गृह के परिवेश एवं उन्हें मिलने वाली सुविधाओं की संतुष्टि के संबंध में भी जानकारी ली। इस दौरान कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने घरौंदा आश्रय गृह के मनोरंजन कक्ष में पहुँचकर बच्चों के द्वारा बनाए गए पेंटिंग एवं अन्य कला-कृतियों का अवलोकन कर इसकी सराहना की। कलेक्टर ने बच्चों को खूब पढ़ाई-लिखाई एवं निरंतर ज्ञानार्जन की सीख दी। श्रीमती मिश्रा ने घरौंदा आश्रय गृह के रसोई एवं भण्डार कक्ष के अलावा शौचालय एवं स्नानागार आदि का भी निरीक्षण किया। इसके अलावा घरौंदा आश्रय गृह में निर्मित स्वालंबन केन्द्र का अवलोकन कर वहाँ के गतिविधियों के संबंध में जानकारी ली। इस मौके पर कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने घरौंदा आश्रय गृह में निवासरत बच्चों को फल, बिस्किट एवं अन्य खाद्य सामग्री भी प्रदान किया। -
दुर्ग/ परियोजना अधिकारी एकीकृत बाल विकास परियोजना दुर्ग ग्रामीण के अंतर्गत आंगनबाड़ी सहायिका के रिक्त पदों पर भर्ती किया जाना है। आंगनबाड़ी सहायिका के लिए आवेदन पत्र समस्त प्रमाण पत्रों सहित 9 जून 2025 तक परियोजना अधिकारी एकीकृत बाल विकास परियोजना दुर्ग ग्रामीण में कार्यालयीन समय में सीधे अथवा पंजीकृत डॉक द्वारा जमा किया जा सकता है। आंगनबाड़ी केन्द्र निकुम केन्द्र क्रमांक 02 में आंगनबाड़ी सहायिका के लिए आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए हैं। निर्धारित तिथि के पश्चात प्राप्त आवेदन स्वीकार नही किए जाएंगे। आवेदन पत्र आमंत्रण की सूचना संबंधित ग्राम पंचायतों/ग्रामों को दी जा चुकी है। अधिक जानकारी के लिए संबंधित ग्राम पंचायत एवं परियोजना कार्यालय से संपर्क किया जा सकता है।
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दुर्ग/ जिले में जल संरक्षण को लेकर एक विशेष पहल मोर गांव, मोर पानी महाअभियान के अंतर्गत व्यापक गतिविधियां संचालित की जा रही है, जिसे “एकेच गोठ, एकेच बानी ’’बूँद-बूँद बचाबो पानी” का नाम दिया गया है। कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह के निर्देशानुसार एवं सीईओ श्री बजरंग कुमार दुबे के मार्गदर्शन में यह अभियान गांव-गांव में सक्रियता से संचालित किया जा रहा है।
पाटन विकासखंड के ग्राम भरर में समाधान शिविर के दौरान मनरेगा कार्यक्रम अधिकारी ने जल संरक्षण की शपथ दिलाई। इस अवसर पर जनप्रतिनिधियों, पंचायत पदाधिकारियों, महिला स्व-सहायता समूहों और मनरेगा श्रमिकों ने जल संरक्षण एवं उसके संवर्धन की जिम्मेदारी ली। जनपद पंचायत पाटन में “जल है तो कल है” के नारों के साथ ग्रामीणों ने जल स्रोतों के संरक्षण का संदेश दिया और जल बचाने के लिए सामूहिक संकल्प लिया। अभियान का उद्देश्य केवल जल को बचाना नहीं, बल्कि समाज में जल के विवेकपूर्ण उपयोग की आदत विकसित करना और पारंपरिक जल स्त्रोतों के पुनर्जीवन को बढ़ावा देना भी है। कार्यक्रम के दौरान वर्षा जल संचयन के महत्व को समझाया गया और भूजल स्तर में गिरावट को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। सभी ग्राम पंचायतों को मानसून से पहले और बाद में भूजल स्तर की निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही वृक्षारोपण, भूजल दोहन में कमी और समुदाय की भागीदारी को प्रोत्साहित कर इसे जन आंदोलन का स्वरूप देने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।
इस अभियान में महिला स्व-सहायता समूहों, विशेष रूप से बिहान की दीदियों ने प्रमुख भूमिका निभाई। उन्होंने ग्रामीणों को जल संरक्षण के सरल उपायों की जानकारी दी। घर-घर जाकर उन्होंने लोगों को बताया कि किस तरह वर्षा जल संग्रहण किया जा सकता है, पुराने कुओं और तालाबों का जीर्णाेद्धार किया जा सकता है, नलों की लीकेज को रोका जा सकता है और फसल चक्र अपनाकर कम पानी में खेती की जा सकती है।
कार्यक्रम में एक शपथ समारोह भी आयोजित किया गया, जिसमें उपस्थित लोगों ने पानी की बर्बादी रोकने, वर्षा जल संचयन करने और जल स्रोतों को प्रदूषण से बचाने का संकल्प लिया। साथ ही, गांव की दीवारों पर जल संरक्षण से जुड़े प्रेरणादायक नारे लिखे गए और एक पोस्टर प्रदर्शनी के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया। जिले की अन्य पंचायतों में भी इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इस कार्यक्रम के माध्यम से ग्रामीणों में जल संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ी है। अब गांव के लोग घर-घर में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाने और पानी का सुदपयोग करने के लिए प्रेरित हुए हैं। इस तरह के सामूहिक प्रयासों से न केवल भूजल स्तर में सुधार होगा, बल्कि भविष्य में संभावित जल संकट से भी प्रभावी ढंग से निपटा जा सकेगा। -
दुर्ग/ कलेक्टर अभिजीत सिंह के मार्गदर्शन और जनपद पंचायत धमधा के सहयोग से ग्राम पंचायत पथरिया एस में फिकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट (एफएसटीपी) का सफल क्रियान्वयन किया गया है। कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह एवं सीईओ के नेतृत्व में इस स्वच्छता संबंधी महत्वपूर्ण परियोजना को वित्तीय वर्ष 2022-23 में प्रारंभ किया गया।
एफएसटीपी की स्थापना ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। चूंकि सेप्टिक टैंक तकनीक से निर्मित शौचालयों का उपयोग 3 से 4 वर्ष हो चुका है, अब इन टैंकों को खाली कराने का अभियान भी सक्रिय रूप से प्रारंभ कर दिया गया है। फिकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट का उद्देश्य सेप्टिक टैंकों से निकलने वाले ठोस और तरल अपशिष्टों का सुरक्षित रूप से निपटान करना, रोगाणुओं, बैक्टीरिया और विषाणुओं को समाप्त करना, पर्यावरण को प्रदूषण से बचाना तथा स्वच्छता और सार्वजनिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाना है।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री बजरंग कुमार दुबे ने बताया कि फिकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट एक अत्यंत महत्वपूर्ण स्वच्छता सुविधा है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन को मजबूती प्रदान करती है। इस प्लांट में फिकल स्लज को संकलित कर विशेष वाहनों के माध्यम से प्लांट तक लाया जाता है, जहाँ उसका वैज्ञानिक तरीके से उपचार किया जाता है। उपचार के बाद ठोस अपशिष्ट को वर्मी कंपोस्ट या खाद के रूप में पुनः उपयोग के लिए तैयार किया जाता है, वहीं तरल अपशिष्ट को उपचारित कर जल पुनः प्रयोग में लाया जा सकता है।
प्रारंभिक चरण में सबसे बड़ी चुनौती बिना डी-स्लज वाहन के प्लांट को सक्रिय करना था। इस समस्या के समाधान हेतु जिला प्रशासन द्वारा नगर पंचायत धमधा एवं अहिवारा में उपलब्ध डी-स्लज वाहनों की सहायता से कार्य प्रारंभ किया गया। इसके साथ ही राज्य कार्यालय से ग्रामीण क्षेत्र हेतु स्थायी डी-स्लज वाहन की मांग की गई, जिसके तहत आईसीआईसीआई बैंक रायपुर के सीएसआर फंड से जिला दुर्ग को एक डी-स्लज वाहन प्रदाय किया गया। यह वाहन अब ग्राम पंचायत पथरिया एस एवं लिटिया में स्थापित एफएसटीपी में उपयोग किया जा रहा है। वर्तमान में यह वाहन ग्राम पंचायत पथरिया एस को सौंपा गया है और उसका संचालन एवं संधारण ग्राम पंचायत द्वारा किया जा रहा है।
ग्राम पंचायत पथरिया एस की सरपंच श्रीमती लुकेश्वरी साहू ने बताया कि विगत एक माह में कुल 14 सेप्टिक टैंकों को खाली किया गया है, जिससे लगभग 21,000 का राजस्व प्राप्त हुआ है। इस राशि का उपयोग डी-स्लज वाहन चालक, सहायक के वेतन और वाहन के रखरखाव में किया जा रहा है।
ग्रामीणों की सुविधा के लिए जनपद पंचायत धमधा द्वारा दूरभाष नंबर 7869847187 सार्वजनिक किया गया है। इस नंबर पर संपर्क कर डी-स्लज वाहन को घर बुलाया जा सकता है। ग्राम पंचायत द्वारा शुल्क भी तय किया गया है। 5 किलोमीटर की परिधि में 1500, 5 से 15 किलोमीटर के भीतर 3000 और उससे अधिक दूरी के लिए दूरी के अनुसार राशि निर्धारित की गई है। -
किसानों को उन्नत तकनीकों और योजनाओं की दी जाएगी जानकारी, वैज्ञानिक करेंगे गांव-गांव संवाद
दुर्ग/ जिले में 29 मई से 12 जून 2025 तक विकसित कृषि संकल्प अभियान खरीफ 2025 प्रारंभ होने के पूर्व कृषि कार्यों की तैयारी के संबंध में खरीफ मौसम के प्रमुख फसलों से संबंधित आधुनिक तकनीकों, किसानों के लिए उपयोगी विभिन्न विभागीय योजनाओं, मृदा स्वास्थ्य कार्ड में फसलवार अनुशंसित मात्रा अनुसार संतुलित उर्वरक के प्रति जागरूक करने तथा किसानों द्वारा किये गये नवाचार के संबंध में फीडबैक के आधार वैज्ञानिक द्वारा कृषि अनुसंधान की आवश्यक दिशा निर्धारण के उद्देश्यांे से चलाया जाना है।
जिले में इस अभियान के क्रियान्वयन के लिए तीन टीमें प्रति विकासखण्ड हेतु बनाई गई हैं। ये टीमें प्रतिदिन 2-2 ग्राम प्रति विकासखण्ड एवं जिले में कुल 78 ग्रामों में शिविर आयोजित कर किसानों से सीधा संवाद करेंगी। विकासखण्ड पाटन हेतु रथ को सासंद श्री विजय बघेल, विकासखण्ड दुर्ग हेतु रथ की रवानगी विधायक दुर्ग ग्रामीण श्री ललित चन्द्राकर एवं कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह तथा विकासखण्ड धमधा हेतु रथ की रवानगी विधायक अहिवारा श्री डोमन लाल कोर्सेवाड़ा द्वारा हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। इस अवसर पर आई.सी.ए.आर./ कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकगण, कृषि/उद्यानिकी / मत्स्य पालन / पशुपालन विभाग के अधिकारीगण तथा कृषकगण उपस्थित रहें।
जिले के किसानों से अपील की गई है कि वे इस अभियान में सक्रिय सहभागिता कर उन्नत खेती अपनाएं, शासन की योजनाओं का अधिकतम लाभ लें और वैज्ञानिकों से प्रत्यक्ष संवाद कर अपनी कृषि संबंधी समस्याओं का निराकरण पायें। -
नगर निगम रायपुर द्वारा कराई गई थी चित्रकला और निबंध स्पर्धा
रायपुर। महान शिव भक्तिनी, समाज सुधारिका, कुशल प्रशासिका देवी अहिल्या बाई होल्कर की 300वीं जयंती के अवसर पर नगर पालिक निगम रायपुर द्वारा कराए गए चित्रकला, निबंध स्पर्धा का पुरस्कार वितरण और संगोष्ठी कार्यक्रम रायपुर नगर निगम संस्कृति विभाग के तत्वावधान में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग अरुण साव के मुख्य आतिथ्य में 30 मई को दोपहर 12:30 बजे राजधानी शहर के न्यू सर्किट हाउस के द्वितीय तल कनवेंशन हाल में रखा गया है। इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष नारायण चंदेल, रायपुर लोकसभा सांसद बृजमोहन अग्रवाल, रायपुर पश्चिम विधायक राजेश मूणत, दक्षिण विधायक सुनील सोनी, उत्तर विधायक पुरंदर मिश्रा, ग्रामीण विधायक मोतीलाल साहू, धरसींवा विधायक पद्मश्री अनुज शर्मा, नगर पालिक निगम रायपुर की महापौर श्रीमती मीनल चौबे, सभापति सूर्यकान्त राठौड़, संस्कृति विभाग अध्यक्ष अमर गिदवानी सहित सभी एमआईसी सदस्यगण, जोन अध्यक्ष गण,जनप्रतिनिधि पार्षदगण विशेष अतिथि के रूप में सम्मिलित होंगे।
- धमतरी, । शासकीय श्रवण बाधितार्थ बालिका विद्यालय धमतरी में कक्षा पहली से आठवीं तक की श्रवण बाधित दिव्यांग बालिकाओं के लिए प्रवेश शुरू हो गया है। संस्था के अधीक्षक ने बताया कि इस आवासीय विद्यालय में प्रवेश के लए 6 से 14 साल तक के आयु की दिव्यांग बालिकाएं प्रवेश ले सकतीं हैं। आवेदन के साथ पिछली कक्षा की अंकसूची, नगरनिगम या चिकित्सा विभाग द्वारा जारी जन्म प्रमाण पत्र, सक्षम अधिकारी द्वारा अभिप्रमाणित जाति, निवास आय प्रमाण पत्र, समाज कल्याण विभाग द्वारा जारी यूडीआईडी कार्ड लगाना होगा। इसके साथ ही आधार कार्ड की छायाप्रति, जिला चिकित्सालय द्वारा जारी दिव्यांग प्रमाण पत्र, पासपोर्ट साईज के 10 फोटो, ब्लड ग्रुप, बैंक पासबुक, राशनकार्ड की छायाप्रति सहित पहचान का निशान और सिकलसेल अथवा अन्य कोई बीमारी हो तो उसका भी उल्लेख करना होगा। अधीक्षक ने यह भी बताया कि यदि पहले से अध्ययनरत है, तो स्थानांतरण प्रमाण पत्र मूल में और जिले के बाहर के टीसी में जिला शिक्षा अिकारी का प्रतिहस्ताक्षर जरूरी होगा।