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ईटानगर. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को दावा किया कि उनकी सरकार ने पिछले पांच साल में पूर्वोत्तर भारत में जिस तरह का विकास कार्य किया है, उसे करने में कांग्रेस को 20 साल लग जाते। प्रधानमंत्री क्षेत्र में 55,600 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण करने के बाद अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में ‘विकसित भारत विकसित पूर्वोत्तर' कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मोदी ने कहा, ‘‘दक्षिण एशिया और पूर्वी एशिया के साथ भारत के व्यापार, पर्यटन और अन्य संबंधों में पूर्वोत्तर एक मजबूत कड़ी बनेगा। आज यहां 55,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया।'' उन्होंने कहा, ‘‘हमने पूर्वोत्तर में पिछले पांच साल में जो किया है, उसे करने में कांग्रेस को 20 साल लग जाते।'' उन्होंने कहा कि दिनभर में राज्य के 35,000 गरीब परिवारों को पक्का घर मिल गया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश आने वाला कोई भी व्यक्ति स्पष्ट रूप से देख सकता है कि ‘‘मोदी की गारंटी'' क्या है। उन्होंने कहा, ‘‘पूरा पूर्वोत्तर देख रहा है कि मोदी की गारंटी कैसे काम कर रही है।'' प्रधानमंत्री ने कहा कि जब वह देश के विकास के लिए काम कर रहे हैं, तब विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस' (इंडिया) के नेता उन पर ‘‘हमला कर'' रहे हैं। मोदी ने कहा, ‘‘आजादी से लेकर 2014 तक पूर्वोत्तर में 10,000 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग बने, जबकि पिछले 10 साल में 6,000 किलोमीटर से ज्यादा राष्ट्रीय राजमार्ग बने हैं। हमने एक दशक में लगभग उतना ही काम किया है जितना सात दशकों में हुआ था।'' उन्होंने कहा, ‘‘जब मैंने 2019 में विकास परियोजनाओं की नींव रखी, तो कुछ लोगों की राय थी कि मैंने ‘चुनाव' के लिए ऐसा किया। लेकिन देखिये, यह मैंने आपके लिए किया है, चुनाव के लिए नहीं। समय, साल या महीना कोई भी हो, मेरा काम लोगों के लिए है।'' मोदी ने कहा कि पूर्वोत्तर को ध्यान में रखते हुए सरकार ने विशेष रूप से ‘मिशन पाम ऑयल' शुरू किया है।
उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर और अरुणाचल प्रदेश कई विकास कार्यों में देश में शीर्ष पर हैं।
मोदी ने सामरिक रूप से महत्वपूर्ण सेला सुरंग का शनिवार को उद्घाटन किया जो अरुणाचल प्रदेश के तवांग तक हर मौसम में संपर्क सुविधा उपलब्ध कराएगी। उन्होंने कहा कि 2019 में सेला सुरंग की नींव रखे जाने के बाद इस परियोजना का उद्घाटन ‘‘मोदी की गारंटी का प्रमाण'' है। प्रधानमंत्री मोदी ने फरवरी 2019 में इस परियोजना की नींव रखी थी।
मोदी ने कहा, ‘‘कुछ लोगों ने सोचा था कि मैंने सामरिक रूप से महत्वपूर्ण इस सुरंग की नींव चुनावी एजेंडे के तौर पर रखी, लेकिन वे आज गलत साबित हुए।'' करीब 825 करोड़ रुपये की लागत से बनी सेला सुरंग इंजीनियरिंग का एक चमत्कार है। एक अधिकारी ने बताया कि इस सुरंग का निर्माण सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने 13,000 फुट की ऊंचाई पर किया है। यह अरुणाचल प्रदेश में बालीपारा-चारीद्वार-तवांग रोड पर सेला दर्रे से गुजरते हुए तवांग तक हर मौसम में संपर्क उपलब्ध कराएगी। यह क्षेत्र में न केवल तेज और अधिक सुगम परिवहन मार्ग उपलब्ध कराएगी बल्कि चीन के साथ लगी सीमा के समीप स्थित होने के कारण देश के लिए सामरिक महत्व की भी है। मोदी ने उनके परिवार को लेकर सवाल उठा रहे विपक्षी नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि पूरा पूर्वोत्तर और पूरा देश उनका परिवार है। मोदी ने कहा, ‘‘विकसित भारत के सपने को पूरा करने के लिए देश के हर परिवार को स्वच्छ पेयजल, घर, गैस कनेक्शन, बिजली और इंटरनेट की सुविधा सुनिश्चित करना मेरी प्राथमिकताएं होंगी।'' पूर्वोत्तर के लोग क्षेत्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार द्वारा शुरू की गई विकास गतिविधियों को देख रहे हैं। मोदी ने कहा, ‘‘मेरे तीसरे कार्यकाल में मेरा जोर पर्यटन क्षेत्र, होम-स्टे (पर्यटकों के लिए स्थानीय लोगों के घर में रुकने की सुविधा) और बेरोजगार युवाओं के लिए स्टार्ट-अप पर होगा और मैं उन लोगों को पूर्ण समर्थन की गारंटी देता हूं जो ऐसे उद्यम शुरू करना चाहते हैं। -
नयी दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता किशोर मकवाना को राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनीएससी) का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। एक आधिकारिक आदेश से यह जानकारी मिली। मकवाना भाजपा की गुजरात इकाई के प्रवक्ता हैं। वह पत्रकार और स्तंभकार भी हैं।
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा जारी आदेश में कहा गया है, ‘‘राष्ट्रपति ने एनसीएससी में अध्यक्ष के पद पर नियुक्ति के वारंट को मंजूरी दे दी और उस पर हस्ताक्षर किए हैं।'' पिछले साल, भाजपा नेता विजय सांपला ने एनसीएससी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद अरुण हलदार ने कार्यवाहक अध्यक्ष का पद संभाला था। -
नयी दिल्ली. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बच्चों को अपनी मातृभाषा में प्रारंभिक शिक्षा के लिए शनिवार को जनजातीय भाषाओं सहित भारतीय गैर-अनुसूचित भाषाओं में 52 लघु पाठ्यपुस्तकें जारी की। उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय गैर-अनुसूचित भाषाओं में 52 लघु पाठ्यपुस्तकें युवा शिक्षार्थियों के लिए एक परिवर्तनकारी कदम बनने जा रही हैं, विशेष रूप से बच्चों की शुरुआती शिक्षा के लिए, जो उन्हें उनकी मातृभाषा, स्थानीय भाषा में शिक्षा तक पहुंच प्रदान करेगा।'' प्रधान ने कहा, ‘‘यह बच्चों के लिए एक प्रेरणादायक यात्रा शुरू करेगा। यह गहरी समझ, निरंतर सीखने और स्वदेशी संस्कृति से जुड़ाव के साथ शिक्षा के साथ अन्य क्षेत्रों में बड़ी सफलता का मार्ग प्रशस्त करता है।'' छात्रों को किसी विषय से परिचित कराने के लिए लघु पाठ्यपुस्तकें राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) द्वारा केंद्रीय भारतीय भाषा संस्थान, मैसूर के सहयोग से तैयार की गई हैं। गैर-अनुसूचित भाषाएं भारत में बोली जाने वाली अन्य सभी भाषाओं को संदर्भित करती हैं जिन्हें आधिकारिक मान्यता नहीं दी गई है। मंत्री ने कहा, ‘‘भारतीय भाषाओं में 52 प्रारंभिक पाठ्यपुस्तकों ने एक नयी सभ्यता के पुनर्जागरण की शुरुआत का मार्ग तैयार किया है। ये पहल एक निर्बाध और भविष्यवादी शिक्षण परिदृश्य तैयार करेगी, भारतीय भाषाओं में सीखने को बढ़ावा देगी, राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी)-2020 के दृष्टिकोण को साकार करेगी और स्कूली शिक्षा को समग्र रूप से बदल देगी।'' उन्होंने कहा कि यह पहल एनईपी-2020 के अनुरूप, सभी स्तरों पर शिक्षा में भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने के सरकार के प्रयासों के अनुरूप है। मंत्री ने शिक्षकों और शिक्षार्थियों के सशक्तीकरण तथा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को अधिक समावेशी, नवीन और तर्कसंगत बनाने के उद्देश्य से उत्कृष्टता के जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डीआईईटी), शिक्षकों के लिए राष्ट्रीय व्यावसायिक मानक, परामर्श के लिए राष्ट्रीय मिशन की भी घोषणा की। राष्ट्रीय विद्या समीक्षा केंद्र का राज्य इकाइयों और 200 टीवी डीटीएच चैनलों के साथ एकीकरण का भी निर्णय लिया गया है।
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सिलीगुड़ी(पश्चिम बंगाल) . प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भ्रष्टाचार एवं वंशवादी राजनीति के मुद्दे पर शनिवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर निशाना साधा और कहा कि विपक्षी ‘इंडिया' गठबंधन में शामिल टीएमसी तथा कांग्रेस जैसी पार्टियों को केवल अपने परिवारों के विकास की चिंता है। प्रधानमंत्री मोदी ने सिलीगुड़ी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी नीत पार्टी को हराने का आह्वान किया और कहा, पश्चिम बंगाल से भ्रष्ट टीएमसी सरकार को अपदस्थ करने का मार्ग लोकसभा चुनावों से खुलेगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैंने देश की माताओं को मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष करते देखा है। यही कारण है कि मैं स्वच्छता, मुफ्त बिजली, बैंक खाते और नल से जल पर जोर देता हूं ताकि हमारी माताओं-बहनों का जीवन आसान बन सके। लेकिन यहां पहले वाम मोर्चा और फिर टीएमसी सरकार ने राज्य के लोगों की मूलभूत जरूरतों को नजरअंदाज किया। मोदी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस राज्य के लोगों को लूट रही है और इसने मनरेगा के तहत केंद्र से भेजी गई केंद्रीय निधि को लूटने के लिए फर्जी रोजगार कार्ड बनाए। विपक्षी दलों की वंशवादी राजनीति पर प्रहार करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘टीएमसी को केवल अपने भतीजे की, जबकि कांग्रेस को केवल राजपरिवार की चिंता है।''
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सिलीगुड़ी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तरी पश्चिम बंगाल में 4,500 करोड़ रुपये से अधिक की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का शनिवार को लोकार्पण किया। प्रधानमंत्री ने इस महीने राज्य की अपनी तीसरी यात्रा के दौरान क्षेत्र के सबसे बड़े शहर सिलीगुड़ी में एक कार्यक्रम में परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। कार्यक्रम में राज्यपाल सीवी आनंद बोस भी मौजूद थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोदी ने आरोप लगाया कि आजादी के बाद पूर्वी भारत की उपेक्षा की गई लेकिन उनकी सरकार इसे देश का विकास इंजन मानती है। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले 10 वर्षों में, बंगाल, विशेषकर उत्तरी बंगाल का विकास हमारी सरकार की प्राथमिकता रही है।'' एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री ने रेलवे लाइन विद्युतीकरण की कई परियोजनाओं का उद्घाटन किया, जिससे उत्तरी पश्चिम बंगाल और आसपास के इलाकों के लोगों को फायदा मिलेगा। इसमें कहा गया है कि इन रेलवे लाइन में एकलाखी-बालुरघाट खंड, बारसोई-राधिकापुर खंड, रानीनगर जलपाईगुड़ी-हल्दीबाड़ी खंड, बागडोगरा के माध्यम से सिलीगुड़ी-अलुआबाड़ी खंड, और सिलीगुड़ी-सिवोक-अलीपुरद्वार जंक्शन-समुक्तला खंड शामिल हैं। बयान के अनुसार इन परियोजनाओं से रेल संपर्क में सुधार होगा, माल ढुलाई की सुविधा मिलेगी और क्षेत्र में रोजगार सृजन और आर्थिक विकास में योगदान मिलेगा। प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल में 3,100 करोड़ रुपये की दो राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया। ये चार-लेन घोषपुकुर-धूपगुड़ी खंड और राष्ट्रीय राजमार्ग 27 पर चार-लेन का इस्लामपुर बाईपास हैं। घोषपुकुर-धूपगुड़ी खंड उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारे का हिस्सा है, जो पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ता है। इस महीने अपनी पहली दो यात्राओं के दौरान, प्रधानमंत्री ने दक्षिणी पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों - हुगली, नदिया और उत्तर 24 परगना का दौरा किया था और इन जिलों को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का गढ़ माना जाता है।
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जोरहाट (असम) .प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्वी असम के जोरहाट में ‘अहोम सेनापति' लचित बोड़फूकन के समाधि स्थल पर उनकी 125 फुट ऊंची कांसे की प्रतिमा का शनिवार को अनावरण किया। इस ‘स्टैच्यू ऑफ वेलर' (वीरता की प्रतिमा) की ऊंचाई 84 फुट है और इसे 41 फुट की चौकी पर स्थापित किया गया है। इससे यह संरचना 125 फुट ऊंची हो गयी है। प्रधानमंत्री ने टोक के समीप होलोंगापार में लचित बोड़फूकन मैदाम डेवलेपमेंट प्रोजेक्ट में इस प्रतिमा का अनावरण किया। 16.5 एकड़ से अधिक के इस क्षेत्र का विकास एक पर्यटक स्थल के रूप में किया जा रहा है जो क्षेत्र के इतिहास को दर्शाता है। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने फरवरी 2022 में इस प्रतिमा की नींव रखी थी। लचित बोड़फूकन अहोम साम्राज्य (1228-1826) के एक महान सेनापति थे।
उन्हें 1671 की ‘‘सरायघाट की लड़ाई' में उनके नेतृत्व के लिए जाना जाता है जिसमें राजा रामसिंह-प्रथम के नेतृत्व में असम को वापस हासिल करने के लिए शक्तिशाली मुगल सेना के प्रयास को विफल कर दिया गया था। उनका बीमारी के कारण 49 वर्ष की आयु में एक साल बाद निधन हो गया था और उन्हें अहोम के शाही परिवार के लिए बने होलोंगापार के इस ‘मैदाम' में दफनाया गया था, जहां स्मारक का निर्माण किया जा रहा है। अनुभवी मूर्तिकार व पद्म भूषण से सम्मानित राम वनजी सुतार को इस प्रतिमा के निर्माण का काम सौंपा गया। यह प्रतिमा उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में सुतार के स्टूडियो में बनायी गयी। सुतार ने गुजरात में ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' का भी निर्माण किया था। सरदार पटेल को समर्पित ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' का 31 अक्टूबर 2018 को प्रधानमंत्री मोदी ने उद्घाटन किया। यह 182 मीटर की ऊंचाई वाली दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है। लचित बोड़फूकन की प्रतिमा के कुछ हिस्से पिछले कुछ महीनों में उत्तर प्रदेश से असम लाए गए और उन्हें यहां जोड़ा गया। होलोंगापार में अहोम वंश के 600 साल के शासन के इतिहास को दर्शाने वाले एक प्रदर्शनी स्थल का निर्माण किया जा रहा है जबकि राज्य के समकालीन इतिहास को दर्शाने वाला एक अन्य प्रदर्शनी स्थल तैयार किया जा रहा है। 500 लोगों के बैठने की क्षमता वाला एक सभागार भी बनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने बताया कि इस परियोजना पर कुल लागत 214 करोड़ रुपये आएगी। - ईटानगर ।' प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को दावा किया कि उनकी सरकार ने पिछले पांच साल में पूर्वोत्तर भारत में जिस तरह का विकास कार्य किया है, उसे करने में कांग्रेस को 20 साल लग जाते। प्रधानमंत्री ने अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर में एक जनसभा में कहा, ‘‘दक्षिण एशिया और पूर्वी एशिया के साथ भारत के व्यापार, पर्यटन और अन्य संबंधों में पूर्वोत्तर एक मजबूत कड़ी बनेगा। आज यहां 55,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया गया।'' उन्होंने कहा, ‘‘हमने पूर्वोत्तर में पिछले पांच साल में जो किया है, उसे करने में कांग्रेस को 20 साल लग जाते।'' प्रधानमंत्री ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश आने वाला कोई भी व्यक्ति स्पष्ट रूप से देख सकता है कि ‘‘मोदी की गारंटी'' क्या है। उन्होंने कहा, ‘‘पूरा पूर्वोत्तर देख रहा है कि मोदी की गारंटी कैसे काम कर रही है।''प्रधानमंत्री ने कहा कि जब वह देश के विकास के लिए काम कर रहे हैं, तब विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस' (इंडिया) के नेता उन पर ‘‘हमला कर'' रहे हैं। मोदी ने सामरिक रूप से महत्वपूर्ण सेला सुरंग का शनिवार को उद्घाटन किया जो अरुणाचल प्रदेश के तवांग तक हर मौसम में संपर्क सुविधा उपलब्ध कराएगी। उन्होंने कहा कि 2019 में सेला सुरंग की नींव रखे जाने के बाद इस परियोजना का उद्घाटन ‘‘मोदी की गारंटी का प्रमाण'' है। प्रधानमंत्री मोदी ने फरवरी 2019 में इस परियोजना की नींव रखी थी।मोदी ने कहा, ‘‘कुछ लोगों ने सोचा था कि मैंने सामरिक रूप से महत्वपूर्ण इस सुरंग की नींव चुनावी एजेंडे के तौर पर रखी, लेकिन वे आज गलत साबित हुए।'' करीब 825 करोड़ रुपये की लागत से बनी सेला सुरंग इंजीनियरिंग का एक चमत्कार है। एक अधिकारी ने बताया कि इस सुरंग का निर्माण सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने 13,000 फुट की ऊंचाई पर किया है। यह अरुणाचल प्रदेश में बालीपारा-चारीद्वार-तवांग रोड पर सेला दर्रे से गुजरते हुए तवांग तक हर मौसम में संपर्क उपलब्ध कराएगी। यह क्षेत्र में न केवल तेज और अधिक सुगम परिवहन मार्ग उपलब्ध कराएगी बल्कि चीन के साथ लगी सीमा के समीप स्थित होने के कारण देश के लिए सामरिक महत्व की भी है। मोदी ने उनके परिवार को लेकर सवाल उठा रहे विपक्षी नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि पूरा पूर्वोत्तर और पूरा देश उनका परिवार है। मोदी ने कहा, ‘‘विकसित भारत के सपने को पूरा करने के लिए देश के हर परिवार को स्वच्छ पेयजल, घर, गैस कनेक्शन, बिजली और इंटरनेट की सुविधा सुनिश्चित करना मेरी प्राथमिकताएं होंगी।'' पूर्वोत्तर के लोग क्षेत्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार द्वारा शुरू की गई विकास गतिविधियों को देख रहे हैं। मोदी ने कहा, ‘‘मेरे तीसरे कार्यकाल में मेरा जोर पर्यटन क्षेत्र, होम-स्टे (पर्यटकों के लिए स्थानीय लोगों के घर में रुकने की सुविधा) और बेरोजगार युवाओं के लिए स्टार्ट-अप पर होगा और मैं उन लोगों को पूर्ण समर्थन की गारंटी देता हूं जो ऐसे उद्यम शुरू करना चाहते हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘हमारा लक्ष्य देश की तीन करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाना है।
- जोरहाट। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस पर दशकों तक पूर्वोत्तर की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए शनिवार को कहा कि विकसित भारत के उद्देश्य को पूरा करने के लिए क्षेत्र का विकास महत्वपूर्ण है। मोदी ने असम में 17,500 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद यहां मेलेंग मेतेली पोथार में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि विरासत और विकास ‘‘डबल इंजन सरकार का मंत्र'' है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार की ‘‘असंवेदनशील और अनियोजित संरक्षण रणनीति'' के कारण यूनेस्को (संयुक्त राष्ट्र शैक्षणिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन) विश्व धरोहर स्थल काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में पशुओं का शिकार हुआ। उन्होंने कहा कि 2013 में लगभग 27 गैंडे मारे गए थे लेकिन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार की नीतियों के कारण 2022 में अवैध शिकार की ऐसी घटनाओं की संख्या शून्य हो गई।
- काजीरंगा (असम) । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार सुबह असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान एवं बाघ अभयारण्य में हाथी की सवारी की और जीप सफारी का आनंद लिया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। संयुक्त राष्ट्र शैक्षणिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) द्वारा घोषित विश्व धरोहर स्थल की अपनी पहली यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने उद्यान में दो घंटे बिताए।इस दौरान मोदी ने संरक्षण के प्रयासों में अग्रणी महिला वन रक्षकों की टीम ‘वन दुर्गा’ की सदस्यों, महावतों और वन अधिकारियों से बातचीत की।मोदी ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘काजीरंगा गैंडों के लिए जाना जाता है, लेकिन यहां बड़ी संख्या में हाथी और कई अन्य प्रजातियां भी हैं।’’प्रधानमंत्री ने सबसे पहले उद्यान के मध्य कोहोरा रेंज के मिहिमुख क्षेत्र में हाथी की सवारी की।अधिकारी ने बताया कि जंगल छलावरण पोशाक, जैकेट और टोपी पहने मोदी ‘प्रद्युम्न’ नामक हाथी पर सवार हुए, जिसके महावत का नाम राजू है। मोदी डैगलैंड और फोलियोमारी क्षेत्र के सफारी मार्ग से गुजरे। उनके पीछे 16 हाथियों का काफिला था।काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में उन्होंने तीन हाथियों - लाखीमाई, प्रद्युम्न और फूलमती को गन्ना खिलाया।इसके बाद प्रधानमंत्री ने इसी वन क्षेत्र में जीप सफारी की और वह अभयारण्य का नजारा देखने के लिए ‘दफलांग वॉच टॉवर’ पर रुके।अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री के काफिले के रास्ते से एक बाघ गुजरा। उन्होंने बताया कि मोदी ने जंगल में एक सींग वाले गैंडे, जंगली भैंस, हिरण और कई पक्षियों को देखा।काजीरंगा दौरे में प्रधानमंत्री मोदी ने जंगल और वन्यजीवों की कई तस्वीरें लीं।इस दौरान उनके साथ काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान निदेशक सोनाली घोष भी थीं। अन्य वरिष्ठ वन अधिकारी और सुरक्षाकर्मी भी वहां मौजूद रहे।प्रधानमंत्री ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘महिला वन रक्षकों की टीम वन दुर्गा के साथ बातचीत की, जो संरक्षण प्रयासों में अग्रणी हैं और हमारे जंगलों एवं वन्यजीवों की बहादुरी से रक्षा कर रही हैं। हमारी प्राकृतिक विरासत की सुरक्षा के प्रति उनका समर्पण और साहस वास्तव में प्रेरणादायक है।’’प्रधानमंत्री की यात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर मध्य कोहोरा रेंज में आम पर्यटकों के लिए जीप और हाथी सफारी सात मार्च से बंद है और पर्यटक 10 मार्च से फिर से सफारी का आनंद ले सकेंगे।प्रधानमंत्री राज्य के दो दिवसीय दौरे पर शुक्रवार शाम को काजीरंगा पहुंचे थे।मोदी दोपहर में जोरहाट लौटेंगे और महान अहोम सेनापति लचित बोरफुकन की 125 फुट ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ वेलर’ (बहादुरी की प्रतिमा) का उद्घाटन करेंगे। अधिकारियों ने बताया कि इसके बाद मोदी जोरहाट के मेलेंग मेतेली पोथार जाएंगे, जहां वह लगभग 18,000 करोड़ रुपये की केंद्रीय और राज्य परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। प्रधानमंत्री जनसभा को भी संबोधित करेंगे ।
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नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले मध्य प्रदेश में कांग्रेस को झटका देते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, पूर्व सांसद गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी और पूर्व विधायकों सहित कई अन्य लोग शनिवार को यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए। पचौरी, राजूखेड़ी और अन्य नेता सुबह पार्टी के राज्य मुख्यालय में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वी डी शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुए।
कांग्रेस के पूर्व विधायक संजय शुक्ला, अर्जुन पलिया, विशाल पटेल भी उन नेताओं में शामिल थे, जो सत्तारूढ़ दल में शामिल हुए। गांधी परिवार के करीबी माने जाने वाले पचौरी केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री (रक्षा उत्पादन और आपूर्ति) रह चुके हैं। वह कांग्रेस के चार बार राज्यसभा सदस्य भी रहे चुके हैं।पचौरी पहले कांग्रेस में कई प्रमुख पदों पर रहे थे, जिसमें पार्टी की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष का पद भी शामिल था। वह युवा कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष भी रहे।प्रमुख आदिवासी नेता राजूखेड़ी को कांग्रेस के टिकट पर धार (अनुसूचित जनजाति) लोकसभा सीट से तीन बार – 1998, 1999 और 2009 में सांसद चुना गया था। कांग्रेस में शामिल होने से पहले, वह 1990 में भाजपा विधायक के रूप में चुने गए थे। -
नई दिल्ली। केन्द्रीय जनजातीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा है कि वर्ष 2025-26 तक 740 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय हो जायेंगे। आज नई दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्री मुंडा ने कहा कि इनमें से 401 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय शुरू हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि इन विद्यालयों में दस हजार शिक्षकों की नियुक्ति की गई है और जल्द ही दस हजार और शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। श्री मुंडा ने कहा कि सेमी कंडक्टर क्षेत्र में जनजातीय विद्यार्थियों को कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए भारतीय विज्ञान संस्थान बेंगलुरु के साथ समन्वय किया गया है।
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- राजनांदगांव से भूपेश बघेल, रायपुर से विकास उपाध्याय, महासमुन्द से ताम्रध्वज साहू, कोरबा से ज्योत्सना महंत , दुर्ग से राजेन्द्र साहू और कोरबा से डॉ. शिवकुमार डहरिया कांग्रेस उम्मीदवार
नई दिल्ली। कांग्रेस ने लोक सभा चुनावों के लिए अपने 39 उम्मीदवारों की पहली सूची शुक्रवार की शाम जारी की। इस सूची में पार्टी नेता राहुल गांधी सहित 17 मौजूदा सांसदों का नाम शामिल है। राहुल गांधी केरल की वायनाड सीट से चुनाव लड़ेंगे। इस सूची से यह अंदाजा मिलता है कि पार्टी का अपने दिग्गज नेताओं को चुनाव क्षेत्र में उतारने का इरादा है।कांग्रेस द्वारा जारी इन 39 उम्मीदवारों में छत्तीसगढ़ की 11 सीट में से छह सीट के लिए उम्मीदवार, कर्नाटक के 7 उम्मीदवार (कुल सीट 28) और केरल के 16 उम्मीदवार के नाम शामिल हैं। कांग्रेस ने राजनांदगांव से भूपेश बघेल, रायपुर से विकास उपाध्याय, महासमुन्द से ताम्रध्वज साहू, कोरबा से ज्योत्सना महंत , दुर्ग से राजेन्द्र साहू और कोरबा से डॉ. शिवकुमार डहरिया को अपना उम्मीदवार बनाया है। शेष 5 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों पर मंथन चल रहा है।
कांग्रेस के महासचिव (संगठन) के सी वेणुगोपाल केरल की अलप्पुझा सीट से चुनाव लड़ेंगे। यह राज्य की 20 लोक सभा सीट में से एकमात्र ऐसी सीट है जिसे कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) ने 2019 के लोक सभा चुनाव में गंवा दिया था।
वेणुगोपाल ने कहा, ‘हमारा लक्ष्य केरल की सभी 20 सीट पर पर जीत दर्ज करना है।’ वह फिलहाल राज्य सभा के सदस्य हैं और उनका कार्यकाल 2026 में खत्म होगा।कांग्रेस ने घोषणा की कि छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राज्य की राजनंदगांव सीट से चुनाव लड़ेंगे। इसी राज्य के पूर्व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू महासमुंद से चुनाव लड़ेंगे। तिरुवनंतपुरम से तीन बार सांसद रहे शशि थरूर को इस बार इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर चुनौती देंगे।केरल के पत्तनमतिट्टा सीट से कांग्रेस के तीन बार सांसद रहे एंटो एंटनी इसी सीट से फिर चुनाव लड़ेंगे। भाजपा ने कांग्रेस नेता, पूर्व रक्षा मंत्री ए के एंटनी के बेटे अनिल को इस सीट से उतारा है और केरल के वित्त मंत्री थॉमस आइजक इस सीट के लिए माकपा के उम्मीदवार होंगे।वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस, पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस सहित ‘इंडिया’ गठबंधन के सहयोगियों के साथ अपने मतभेद सुलझाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस भाजपा की सीटों को ज्यादा से ज्यादा घटाने के मकसद से काम कर रही है और यह इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए अपने हितों का बलिदान करने के लिए भी तैयार है। वेणुगोपाल ने कहा, ‘हम अपने सहयोगियों से इसी स्तर की प्रतिबद्धता की उम्मीद कर रहे हैं।’कांग्रेस,ने कहा कि 39 उम्मीदवारों में से 15 ‘सामान्य’ श्रेणी के हैं और बाकी 24 उम्मीदवार अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और अल्पसंख्यक हैं। पार्टी ने कहा कि इसके करीब एक दर्जन उम्मीदवार 50 वर्ष से कम उम्र के हैं।इसमें लक्षद्वीप के मोहम्मद हमदुल्ला सईद का नाम भी शामिल है। कर्नाटक में डी के सुरेश अपनी मौजूदा बेंगलूरु ग्रामीण सीट से चुनाव लड़ेंगे। सुरेश तीन बार सांसद रह चुके हैं और वह 2019 के चुनाव में राज्य से कांग्रेस के एकमात्र सांसद थे। सुरेश, कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डी के शिवकुमार के भाई हैं। वर्ष 2019 में राहुल गांधी ने अमेठी से भी चुनाव लड़ा था जहां से वह 2004 से सांसद रहे थे। लेकिन 2019 के चुनाव में भाजपा की स्मृति इरानी ने उन्हें अमेठी से हरा दिया। कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश से किसी भी उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। प्रियंका गांधी के रायबरेली से चुनाव लड़ने की अटकलें लगाईं जा रही हैं। - भोपाल. वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह अगले दो साल तक चुनाव नहीं लड़ेंगी और इसके बजाय गंगा नदी के पुनरुद्धार के लिए काम करेंगी। लेकिन उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि वह राजनीति से संन्यास नहीं लेंगी। उनकी यह घोषणा सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा लोकसभा चुनाव के लिए 195 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची घोषित किये जाने के कुछ दिनों बाद आई है। इस सूची में भारती का नाम नहीं है। उन्होंने यहां पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "22 जनवरी को, राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान, मैंने अशोक सिंघल, (विश्व हिंदू परिषद के पूर्व अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष) के दृढ़ संकल्प को देखा, जिन्होंने पवित्र मंदिर के निर्माण के लिए काम किया था। उस दिन, मैंने पवित्र गंगा (पुनरुद्धार) का काम पूरा करने का फैसला किया।” मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री भारती ने कहा, "मैं दो साल तक चुनाव नहीं लड़ूंगी। मैंने 24 जनवरी (जनवरी) को भाजपा के संगठन महासचिव बी एल संतोष को यह बता दिया था। परसों मैंने अपना निर्णय सार्वजनिक करने के लिए भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा को ईमेल किया था।'' भारती ने कहा, "गंगा जी मेरी मां हैं। मैंने गंगा के लिए सरकार और पार्टी से समर्थन का अनुरोध किया है।" भारती नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री थीं। उन्होंने कहा कि चूंकि (चुनाव नहीं लड़ने के) उनके फैसले के बारे में जनता को नहीं बताया गया, इसलिए उन्होंने इस बारे में मीडिया से बात करने का फैसला किया। पिछले कुछ वर्षों के दौरान, भारती ने कहा था कि वह 2024 का आम चुनाव लड़ेंगी।सांसद रहते हुए भी गंगा के लिए काम करने के बारे में पूछे जाने उन्होंने कहा, "ऐसा नहीं हो सकता। मैं अपनी संसद सीट को बहुत गंभीरता से लेती हूं। मैं हमेशा झांसी के लोगों के लिए उपलब्ध हूं, जिसका मैं प्रतिनिधित्व करती हूं।" उन्होंने कहा, "मैं राजनीति से संन्यास नहीं लूंगी। मैं वंचितों के लिए काम करना चाहती हूं।"लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची में, भाजपा ने भोपाल की मौजूदा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर का नाम हटा दिया है और उनकी जगह आलोक शर्मा को मौका दिया है। ठाकुर के बारे में पूछे जाने पर, भारती ने केवल इतना कहा कि उनके मन में ठाकुर के लिए बहुत सम्मान और आदर है, जिन्होंने जेल में अत्यधिक यातना सही थी। ठाकुर 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में आरोपी हैं। भारती के मुताबिक, देश में मोदी लहर कायम है और आम चुनाव में भाजपा की आंधी चलने वाली है।
- नयी दिल्ली. आर्थिक मामलों के सचिव अजय सेठ ने बृहस्पतिवार को कहा कि बड़े और मजबूत बहुपक्षीय विकास बैंक तेजी से जटिल होती दुनिया में भारत जैसी उभरती अर्थव्यवस्थाओं की जटिल मांगों का प्रभावी समाधान करने में मदद करेंगे। सेठ ने ‘भविष्य के लिए तैयार भारत के लिए बहुपक्षीय विकास बैंकों (एमडीबी) के साथ रणनीतिक जुड़ाव की सुविधा' विषय पर आयोजित एक सेमिनार में कहा, ‘‘जो बड़ा काम किया जाना है वह बुनियादी ढांचे को लेकर है। मुझे याद है कि विश्व बैंक ने दो साल पहले 'इंडिया एट 100' के लिए एक अध्ययन किया था... आवश्यक बुनियादी ढांचे का 75 प्रतिशत अभी बनाया जाना बाकी है...।'' उन्होंने कहा, ‘‘साथ ही, हम सीमित संसाधनों वाली दुनिया में रह रहे हैं। निश्चित रूप से, कुछ संसाधन सीमापार हैं और कुछ संसाधन भारत की सीमाओं के भीतर हैं। उनकी अपनी सीमाएं हैं। इसीलिए, हमें खुद को व्यवस्थित करने के अधिक कुशल तरीके खोजने पर विचार करना होगा।'' एक आधिकारिक बयान के अनुसार, आर्थिक मामलों के सचिव ने कहा कि जहां तक विभिन्न क्षेत्रों के लिए बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का सवाल है, उत्पादकता और दक्षता में सुधार की जरूरत है। इससे पहले, आर्थिक मामलों के विभाग (डीईए) में अतिरिक्त सचिव मनीषा सिन्हा ने विभिन्न पक्षों की भागीदारी के लिए रूपरेखा के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने अपनी प्रस्तुति में भारत में बाह्य सहायता प्राप्त परियोजनाओं (ईएपी) की ताकत, अवसरों और चुनौतियों की बात कही और वित्तपोषण के मामले में नवोन्मेष तथा निजी क्षेत्रों की बड़ी भागीदारी के साथ बहुपक्षीय विकास बैंक (एमडीबी) से भारत की अपेक्षाओं को स्पष्ट किया। सेमिनार के दौरान चर्चा एमडीबी के साथ रणनीतिक जुड़ाव को सुविधाजनक बनाने, विकास वित्तपोषण के सहयोगी मॉडल की खोज करने और परिवर्तनकारी विकास के लिए उभरती प्रौद्योगिकियों का लाभ उठाने पर केंद्रित रही।
- जौनपुर . जौनपुर के थाना सिकरारा क्षेत्र स्थित बोधापुर गांव में बदमाशों ने बृहस्पतिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जिला मंत्री प्रमोद कुमार यादव की गोली मार कर हत्या कर दी। एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल कर रही है।पुलिस अधीक्षक (नगर) बृजेश कुमार ने बताया कि बोधापुर निवासी भाजपा के जिला मंत्री प्रमोद कुमार यादव अपने काम के सिलसिले में रोज सुबह जिला मुख्यालय आते थे। उन्होंने कहा कि यादव आज सुबह 10 बजे के आसपास बोधापुर गांव से स्कॉर्पियो गाड़ी से निकलकर गांव के मोड़ पर ही पहुंचे थे तभी मोटरसाइकिल सवार दो बदमाशों ने शादी का कार्ड देने के बहाने इशारा करके गाड़ी रूकवायी। अधिकारी ने बताया कि जैसे ही प्रमोद ने शीशा खोला तभी एक बदमाश ने पिस्तौल निकालकर उन्हें चार गोली मारीं और दोनों वहां फरार हो गये। घायल प्रमोद को गांव वाले तत्काल जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस अधीक्षक अजय पाल शर्मा ने कहा कि हत्याकांड का जल्द खुलासा करके बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा। घटना की सूचना मिलते ही जिला अस्पताल में जौनपुर लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी कृपा शंकर सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष पुष्पराज सिंह सहित अनेक भाजपा नेता पहुंच गए।
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नोएडा. विदेशी नागरिकों से कथित रूप से करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले एक कॉल सेंटर का पुलिस ने खुलासा कर वहां से 14 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस उपायुक्त (जोन प्रथम) विद्यासागर मिश्रा ने बताया कि थाना सेक्टर 39 पुलिस ने एक सूचना के आधार पर सेक्टर 108 में चल रहे एक कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। उन्होंने बताया कि मौके से पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि इनके पास से पुलिस ने 4 कार, 18 लैपटॉप, 17 हैडफोन, नेट राउटर आदि बरामद किये हैं। मिश्रा ने बताया कि पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि ये लोग अमेरिका और अन्य देशों में रहने वाले लोगों के कंप्यूटर में वायरस डाल देते हैं, तथा उसे ठीक करने के नाम पर उनसे मोटी रकम वसूलते हैं। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों ने करोड़ों रुपए की ठगी करने की बात स्वीकार की है।
- नयी दिल्ली. कामकाज और निजी जिंदगी के बीच संतुलन महिलाओं के लिए करियर में आगे बढ़ने की राह में एक बड़ी बाधा है। एक सर्वेक्षण से यह नतीजा निकला है। शिक्षा-प्रौद्योगिकी स्टार्टअप 'हीरो वायर्ड' की तरफ से कराए गए इस सर्वेक्षण के मुताबिक, 70 प्रतिशत लोगों का मानना है कि महिलाओं के लिए काम एवं जिंदगी के बीच संतुलन साधना एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। इससे महिलाओं का करियर विकास भी प्रभावित होता है। सर्वेक्षण रिपोर्ट के मुताबिक, लगभग 77 प्रतिशत प्रतिभागियों का मत है कि पिछले वर्षों की तुलना में नेतृत्व वाले पदों पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ा है। हीरो वायर्ड ने एक विज्ञप्ति में कहा कि 'भारत में आधुनिक कार्यस्थलों में महिलाएं' शीर्षक रिपोर्ट को दो लाख महिलाओं के बीच कराए गए सर्वेक्षण के आधार पर तैयार किया गया है। यह सर्वेक्षण आठ मार्च को मनाए जाने वाले 'अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस' से पहले आया है। इस रिपोर्ट में एक अंतराल के बाद काम पर लौटने वाली महिलाओं को पेश आने वाली चुनौतियों का भी जिक्र किया गया है। रिपोर्ट कहती है, "इन महिलाओं के लिए संपर्क से बाहर महसूस करना, कौशल में गिरावट को लेकर चिंता और नौकरी के उपयुक्त अवसर तलाशने में परेशानियां जैसे कारक बड़ी बाधाएं बनकर उभरते हैं।" रिपोर्ट के मुताबिक, करियर में दोबारा सहज होने और आगे बढ़ने की इच्छा के बावजूद ये चुनौतियां अक्सर महिलाओं को कार्यस्थल में अपनी क्षमता का पूरी तरह लाभ उठाने से रोकती हैं। हालांकि 59 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना है कि आज के कार्यबल में महिलाओं के पास पुरुषों के समान अवसर हैं, जो कार्यस्थल समानता की दिशा में बदलती गतिशीलता को दर्शाता है। इसके अलावा, 78 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने नेतृत्व पदों पर अधिक महिलाओं की मौजूदगी से होने वाले लाभ को स्वीकार किया। उनका मानना है कि यह कार्यस्थल संस्कृति में विविधता और समावेशन को बढ़ावा देने में योगदान देता है। हीरो वायर्ड के संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी अक्षय मुंजाल ने कहा कि महिला कर्मचारियों के लिए मददगार माहौल को बढ़ावा देने, पूर्वाग्रहों को दूर करने और पेशेवर विकास के लिए अवसर प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयासों की जरूरत है।
- नयी दिल्ली. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 10,372 करोड़ रुपये के व्यय के साथ पांच साल के लिए ‘इंडिया एआई मिशन' को मंजूरी दे दी है। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बृहस्पतिवार को हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के बाद यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि केंद्र के इस कदम से देश में एआई विकास को प्रोत्साहन मिलेगा। गोयल ने कहा, ‘‘केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 10,372 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ एक महत्वाकांक्षी एआई मिशन को मंजूरी दी है। इससे एआई खंड और इस क्षेत्र में जारी शोध को प्रोत्साहन मिलेगा। इस मिशन का क्रियान्वयन डिजिटल इंडिया कॉरपोरेशन (डीआईसी) के तहत इंडियाएआई स्वतंत्रा कारोबार खंड (आईबीडी) के जरिये किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस राशि का इस्तेमाल सार्वजनिक-निजी भागीदारी में उच्चस्तर के एआई परिवेश के निर्माण में किया जाएगा। गोयल ने संवाददाताओं से कहा एआई परिवेश बनाने के लिए 10,000 से अधिक जीपीयू (ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट) वाली सुपरकंप्यूटिंग क्षमता विभिन्न संबद्ध पक्षों को उपलब्ध कराई जाएगी। गोयल ने कहा कि स्टार्टअप, शिक्षा जगत, शोधकर्ताओं और उद्योग को भारत एआई (कृत्रिम मेधा) मिशन के तहत स्थापित एआई सुपरकंप्यूटिंग बुनियादी ढांचे तक पहुंच प्रदान की जाएगी। मिशन के तहत एक राष्ट्रीय डेटा प्रबंधन अधिकारी नियुक्त किया जाएगा जो डेटा की गुणवत्ता में सुधार करने और उन्हें एआई विकास और उपयोग के लिए उपलब्ध कराने को लेकर विभिन्न सरकारी विभागों और मंत्रालयों के साथ समन्वय करेगा। इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर लिखा है कि एआई भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘यह कार्यक्रम भारत के एआई परिवेश को उत्प्रेरित करेगा और इसे भारत और दुनिया के लिए एआई के भविष्य को आकार देने वाली ताकत के रूप में स्थापित करेगा। एआई हमारे समय के महानतम खोजों में से एक है, भारत इसके भविष्य को आकार देने में एक प्रमुख भूमिका निभाएगा। यह ‘मोदी की गारंटी' है।''
- अयोध्या .अयोध्या में भव्य राम मंदिर के मुख्य शिखर और एक अन्य शिखर के निर्माण का काम तेजी से जारी है और इस साल दिसंबर तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। राम मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी अनिल मिश्रा ने बृहस्पतिवार को बताया कि राम मंदिर के दोनों शिखर 300 दिन में तैयार हो जाएंगे, मंदिर का मुख्य शिखर 161 फुट ऊंचा बनाया जा रहा है, इस पर सोने की परत चढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा कि राम मंदिर में कुल पांच शिखर होंगे, इनमें से तीन इसी साल 22 जनवरी को हुए प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से पहले तैयार किए जा चुके थे। उन्होंने बताया कि मानसून आने से पहले 'परकोटा' भी तैयार हो जाएगा, यात्रियों को बारिश और धूप से बचाने के लिए परकोटा बनाने का काम भी तेजी से जारी है। मिश्रा ने बताया कि फिलहाल 1500 कर्मचारी हैं, हाल ही में मंदिर निर्माण समिति की बैठक हुई जिसमें इस साल के अंत तक राम जन्मभूमि परिसर में सभी निर्माण कार्य पूरे करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि राम मंदिर के शिखर के परकोटे के किनारे छह देवी-देवताओं के मंदिर बनाए जाएंगे और राम जन्मभूमि परिसर में सात ऋषियों के मंदिर भी बनाए जाएंगे, ये भी साल के अंत तक बनकर तैयार हो जाएंगे। मिश्रा ने बताया कि मंदिर का निर्माण करने वाली कंपनी एलएंडटी बड़ी संख्या में मजदूरों को काम पर लगाने जा रही है, फिलहाल 1500 मजदूर काम कर रहे हैं जो राजस्थान, गुजरात, बिहार और उत्तर प्रदेश से हैं, जल्द ही 3500 से अधिक अतिरिक्त श्रमिकों को काम पर लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि राम जन्मभूमि में महर्षि वाल्मीकि, वशिष्ठ, विश्वामित्र, अगस्त्य के साथ-साथ निषादराज, अहिल्या सहित प्राचीन धार्मिक ग्रंथों में वर्णित हिंदू संतों के मंदिर भी बनाए जाने हैं। मिश्र ने बताया कि राम मंदिर का गर्भगृह भूतल पर है, श्री राम का दरबार प्रथम तल पर स्थापित किया जाएगा, इससे रामलला के दर्शन करने के बाद भक्त सीढ़ियां चढ़कर राम के दरबार के दर्शन कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि इसके अलावा राम जन्मभूमि के पश्चिमी छोर टेढ़ी बाजार से अशर्फी भवन और विभीषण कुंड होते हुए डाकघर तक की सड़क को 15 मीटर चौड़ा किया जाएगा। अयोध्या के जिलाधिकारी नितीश कुमार ने बताया कि सड़कों की नापजोख की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए इस सड़क को चौड़ा किया जा रहा है। प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के बाद अब तक 75 लाख श्रद्धालु अयोध्या के मंदिर में श्रीराम के दर्शन कर चुके हैं। राम मंदिर ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि रविवार, शनिवार और मंगलवार को दो लाख से अधिक भक्त राम मंदिर पहुंच रहे हैं, जबकि अन्य दिनों में लगभग 1.5 लाख भक्त दर्शन करने के लिए आ रहे हैं।
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नयी दिल्ली. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर, दक्षिण पूर्व एशिया के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की क्षेत्रीय निदेशक साइमा वाजेद ने लैंगिक समानता हासिल करने की दिशा में तेजी लाने के लिए महिलाओं के स्वास्थ्य पर विशेष रूप से ध्यान दिये जाने की आवश्यकता पर बृहस्पतिवार को जोर दिया। उन्होंने कहा कि महिलाओं और लड़कियों के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सबसे पहले समग्र स्वास्थ्य में पर्याप्त निवेश करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, ‘‘इस मामले में हमारा क्षेत्र पिछड़ा हुआ है। हमारे क्षेत्र के देश सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी)का लगभग 2.9 प्रतिशत ही आवंटित करते हैं, जबकि वैश्विक स्तर पर यह चार प्रतिशत है।'' वाजेद ने कहा, ‘‘जब परिवारों को अपनी जेब से भुगतान करना पड़ता है, तो वे अक्सर बहुत आवश्यक देखभाल में देरी करेंगे या छोड़ देंगे। इसका महिलाओं पर क्या प्रभाव पड़ता है? जैसा कि हम जानते हैं, परिवार के बीमार या वृद्ध सदस्यों की देखभाल का ज्यादातर बोझ महिलाओं और लड़कियों पर पड़ता है।'' उन्होंने कहा कि महिलाएं और लड़कियां पहले से ही घरों में ज्यादातर अवैतनिक काम करती हैं, पुरुषों की तुलना में ऐसे काम करने में उन्हें हर दिन दो से पांच गुना अधिक खर्च करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि यह असमान स्थिति महिलाओं को आर्थिक और राजनीतिक जीवन में पूरी तरह से शामिल होने से रोकती है। उन्होंने कहा, ‘‘हम जानते हैं कि हमें लैंगिक समानता और सभी के लिए स्वास्थ्य की दिशा में प्रगति लाने की जरूरत है। हमने इसमें कुछ सफलता हासिल की है, लेकिन असमानताएं बनी हुई हैं।'' वाजेद ने कहा, ‘‘हमारे क्षेत्र में महिलाओं को सेवाओं तक पहुंच हासिल करने में विभिन्न बाधाओं का सामना करना पड़ता है।'' उन्होंने कहा कि महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा अस्वीकार्य रूप से व्यापक है। उन्होंने कहा कि यह उनके मानवाधिकारों के उल्लंघन से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘बेहतर जानकारी रखने वाली माताएं आने वाली पीढ़ियों को आजीवन लाभ पहुंचाती हैं। वे बच्चों को बेहतर पोषण प्रदान करती हैं, सक्रिय जीवनशैली को प्रोत्साहित करती हैं, साफ-सफाई और स्वच्छता और अन्य स्वस्थ आदतें पैदा करती हैं।
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श्रीनगर. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को निरस्त किए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है और स्वतंत्र रूप से सांस ले रहा है। मोदी ने ‘विकसित भारत, विकसित जम्मू-कश्मीर' कार्यक्रम के तहत करोड़ों रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर अनुच्छेद 370 पर न केवल जम्मू-कश्मीर के लोगों को बल्कि पूरे देश को गुमराह करने का आरोप लगाया। प्रधानमंत्री ने आगामी रमजान के पवित्र महीने और महाशिवरात्रि के पर्व के लिए अपनी ‘अग्रिम शुभकामनाएं' दीं। महाशिवरात्रि शुक्रवार को है। श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम में उमड़ी भीड़ को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद जम्मू-कश्मीर आज विकास की नयी ऊंचाइयों को छू रहा है क्योंकि वह आज खुलकर सांस ले रहा है। जम्मू-कश्मीर ने अनुच्छेद 370 हटने के बाद की बेड़ियां तोड़ दी हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘ये वो नया जम्मू कश्मीर है, जिसका इंतजार हम सभी को कई दशकों से था। ये वो नया जम्मू कश्मीर है, जिसके लिए डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने बलिदान दिया था। इस नए जम्मू कश्मीर की आंखों में भविष्य की चमक है, इस नए जम्मू कश्मीर के इरादों में चुनौतियों को पार करने का हौसला है।'' भाजपा नीत केंद्र सरकार द्वारा पांच अगस्त 2019 को पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर राज्य को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के बाद से प्रधानमंत्री की कश्मीर की यह पहली यात्रा है। करीब 5,000 करोड़ रुपये का समग्र-कृषि विकास कार्यक्रम राष्ट्र को समर्पित करने के बाद मोदी ने कहा कि वह श्रीनगर के लोगों के बीच आकर प्रफुल्लित हैं। उन्होंने कहा, ‘‘आज जो विकास परियोजनायें समर्पित की जा रही हैं, उनसे जम्मू-कश्मीर के विकास को बल मिलेगा। एक विकसित जम्मू-कश्मीर विकसित भारत की प्राथमिकता है।'' जम्मू-कश्मीर को देश का मुकुट बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित जम्मू-कश्मीर के निर्माण का रास्ता पर्यटन संभावनाओं और किसानों के सशक्तीकरण से निकलेगा। उन्होंने कहा, ‘‘जम्मू कश्मीर केवल एक क्षेत्र नहीं है। जम्मू कश्मीर भारत का मस्तक है। और ऊंचा उठा मस्तक ही विकास और सम्मान का प्रतीक होता है। इसलिए विकसित जम्मू कश्मीर, विकसित भारत की प्राथमिकता है।'' उन्होंने कहा, ‘‘विकास की शक्ति, पर्यटन की संभावनाएं, किसानों का सामर्थ्य और जम्मू-कश्मीर के युवाओं का नेतृत्व...विकसित जम्मू-कश्मीर के निर्माण का रास्ता यहीं से निकेलगा।'' प्रधानमंत्री ने जनता से मिले प्यार के लिए उनका आभार जताया और और कहा कि वह इस कर्ज को चुकाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘साल 2014 के बाद मैं जब भी आया, मैंने यही कहा कि मैं ये मेहनत आपका दिल जीतने के लिए कर रहा हूं। और मैं दिनों-दिन देख रहा हूं कि आपका दिल जीतने की सही दिशा में मैं जा रहा हूं।'' प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर स्वदेश दर्शन और प्रसाद योजना के तहत 14,00 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। प्रसाद योजना धार्मिक स्थल पुनरुद्धार और आध्यात्मिक विरासत को प्रोत्साहन देने का अभियान है। उन्होंने देशभर में धार्मिक और पर्यटन स्थलों के विकास के लिए लगभग 43 परियोजनाओं की शुरुआत भी की। यह धार्मिक और पर्यटन स्थल आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, पुद्दुचेरी, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश और गोआ में है। प्रधानमंत्री ने ‘देखो अपना देश' लोगों की पंसद का पर्यटन स्थल सर्वेक्षण और ‘चलो इंडिया' वैश्विक प्रवासी समुदाय अभियान की शुरुआत भी की। उन्होंने चुनौती पर आधरित पर्यटन स्थल विकास योजना के तहत चुने गए पर्यटन स्थलों की घोषणा भी की। मोदी ने जम्मू-कश्मीर में नवनियुक्त लगभग एक हजार सरकारी कर्मियों को नियुक्ति पत्र भी प्रदान किए। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धि हासिल करने वाली महिलाओं, लखपति दीदियों, किसानों, उद्यमियों सहित विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद भी किया।
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चंडीगढ़. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बुधवार को ‘मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन' योजना के तहत श्रद्धालुओं को करनाल से अयोध्या ले जाने वाली एक बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। बस में 52 श्रद्धालु सवार थे। खट्टर ने इस अवसर पर कहा कि राज्य सरकार ने एक योजना शुरू की है जिसके तहत श्रद्धालुओं को अयोध्या, अमृतसर (स्वर्ण मंदिर), वाराणसी (काशी विश्वनाथ मंदिर) और देश के अन्य तीर्थ स्थलों पर भेजा जाएगा। सरकार ने एक पोर्टल की शुरुआत की है और इस पोर्टल के जरिए पंजीकृत तीर्थयात्रियों को मुफ्त यात्रा की सुविधा प्रदान की जाएगी। बस को हरी झंडी दिखाने के बाद खट्टर ने कहा कि लगभग 700 तीर्थयात्री पहले ही पोर्टल पर पंजीकरण करा चुके हैं। अभी यह सुविधा सालाना 1.80 लाख रुपये से कम आमदनी वाले और 60 साल से अधिक आयु के लोगों के लिए मुफ्त मुहैया करायी जा रही है। खट्टर ने एक अन्य कार्यक्रम में कहा कि राज्य की 5,000 महिलाओं को ड्रोन प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण मुख्य रूप से कृषि क्षेत्र में उपयोग के लिए दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पहले चरण में 500 स्वयं सहायता समूहों का चुनाव किया गया है और उनमें से प्रत्येक समूह की 10 महिलाओं को ड्रोन प्रशिक्षण दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने करनाल में 'लखपति दीदी' सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम के तहत 102 महिलाओं को ड्रोन प्रशिक्षण दिया गया है और विभिन्न विभागों में उन्हें काम भी मुहैया कराया गया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के कृषिप्रधान राज्य होने के कारण यहां के किसानों के लिए ड्रोन की काफी जरूरत है। उन्होंने कहा कि किसान खेतों में हाथों से ही यूरिया का छिड़काव करते हैं। उन्होंने कहा कि अब ड्रोन से नैनो यूरिया (तरल यूरिया) के छिड़काव की काफी मांग है और ये काम महिलाएं करेंगी। उन्होंने कहा कि 5,000 ड्रोन भी उपलब्ध कराए जाएंगे जिससे गांवों में महिलाओं की आजीविका बढ़ेगी।
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पटना. बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने बुधवार को भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 14 वरिष्ठ अधिकारियों का तबादला कर दिया। बिहार सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) द्वारा जारी एक अधिसूचना के अनुसार, 1992 बैच के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी दीपक कुमार सिंह को राज्य के राजस्व विभाग और भूमि सुधार विभाग का अपर मुख्य सचिव (एसीएस) बनाया गया है। वे फिलहाल बिहार सहकारिता विभाग में एसीएस के पद पर तैनात थे। इसी तरह राज्य सरकार के खान एवं भूविज्ञान विभाग के एसीएस के पद पर तैनात 1992 बैच के आईएएस अधिकारी परमार रवि मनुभाई को अगले आदेश तक राज्य के मुख्य सतर्कता आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। वहीं, 1996 बैच के आईएएस अधिकारी और बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर को नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। इसी तरह,फिलहाल नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव के पद पर तैनात 1997 बैच के आईएएस अधिकारी संतोष कुमार मल्ल को बिहार सहकारिता विभाग का प्रधान सचिव नियुक्त किया गया है। वहीं, कैबिनेट सचिवालय के सचिव के पद पर तैनात 2003 बैच के आईएएस अधिकारी अनुपम कुमार को संसदीय कार्य विभाग के सचिव का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। इसी तरह, बिहार शहरी बुनियादी ढांचा विकास निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक के पद पर तैनात 2006 बैच के आईएएस अधिकारी धर्मेंद्र सिंह को सामान्य प्रशासन विभाग के सतर्कता आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
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मथुरा (उप्र) .पर्यटकों को ब्रजभूमि में ग्रामीण जीवन का अनुभव प्रदान करने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के उत्थान की सुविधा के लिए उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने क्षेत्र में ‘होमस्टे' योजना शुरू करने का का निर्णय लिया है। परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्रा ने बताया कि इस योजना के लागू होने से तीर्थयात्री मंदिरों में पूजा-अर्चना कर सकेंगे और यह भी देख सकेंगे कि ग्रामीण इलाकों में लोग कैसे सौहार्दपूर्ण माहौल में रह रहे हैं। मिश्रा ने बताया कि इस योजना के तहत तीर्थ यात्रियों को सस्ती दरों पर शहर जैसी सुविधाएं मिल सकेंगी।
उन्होंने कहा, "यह योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था के उत्थान के द्वार भी खोलेगी और ग्रामीण युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करेगी।" इस योजना को मॉडल के रूप में बरसाना क्षेत्र या वृन्दावन क्षेत्र के किसी गांव में शुरू किया जाएगा। मिश्रा ने बताया कि यह योजना इको-पर्यटन को बढ़ावा देगी और पर्यटकों को लोक कला और मथुरा के विश्व प्रसिद्ध चरकुला नृत्य से रूबरू कराएगी। -
मुंबई. केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार ने मुद्रास्फीति को पांच प्रतिशत से नीचे रखा हुआ है जबकि कांग्रेस की अगुवाई वाली पिछली सरकार के समय यह दहाई अंक में पहुंच गई थी। शाह ने यहां 'इंडिया ग्लोबल फोरम' के वार्षिक निवेश शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि 2014 से पहले भारतीय अर्थव्यवस्था की हालत नाजुक थी, मुद्रास्फीति ऊंचे स्तर पर थी और राजकोषीय घाटा भी नियंत्रण से बाहर था। उन्होंने कहा, "कांग्रेस की अगुवाई वाली संप्रग सरकार के समय मुद्रास्फीति दहाई अंक में पहुंच गई थी लेकिन हमारी सरकार ने इसे पांच प्रतिशत से नीचे रोक दिया है। संप्रग सरकार के समय 12 लाख करोड़ रुपये के विभिन्न घोटालों से देश का विश्वास हिल गया था और साठगांठ वाला (क्रॉनी) पूंजीवाद अपने चरम पर था।" उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में हुई प्रगति की तुलना पिछली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के शासनकाल से की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, "जब तक आप यह नहीं जानते कि गड्ढा कितना गहरा है, आप प्रगति को नहीं समझ सकते हैं।" शाह ने कहा, "भारत एक आत्मविश्वासी और आत्मनिर्भर देश है, जिसने खुद को निष्क्रिय सरकार से गतिशील सरकार में, प्रतिगामी से प्रगतिशील विकास में और नाजुक अर्थव्यवस्था से शीर्ष अर्थव्यवस्था में बदल दिया है।" इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आज भारत एक नीति-संचालित राज्य के रूप में उभरा है।
उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव के संदर्भ में कहा, "हम अपनी सरकार के पिछले 10 वर्षों के प्रदर्शन और अगले 25 वर्षों के रोडमैप के साथ चुनाव में उतर रहे हैं।" उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को 'दूरदर्शी प्रधानमंत्री' बताते हुए कहा कि वर्ष 2047 में आजादी के सौ साल पूरा होने तक भारत पूरी तरह से विकसित, आत्मनिर्भर और दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में से एक होगा।