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नयी दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार में बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में कमजोरी के रुख के अनुरूप दिल्ली सर्राफा बाजार में सोमवार को सोना 362 रुपये की गिरावट के साथ 52,443 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। इससे पिछले कारोबारी सत्र में सोना 52,805 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।
चांदी की कीमत भी 612 रुपये की गिरावट के साथ 69,665 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई, जो पिछले कारोबारी सत्र में 70,277 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव गिरावट के साथ 1,970 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रह था। वहीं चांदी 25.58 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रही। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा, ‘‘सोमवार को न्यूयॉर्क स्थित जिंस एक्सचेंज कॉमेक्स में सोने का हाजिर भाव 0.90 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,970 डॉलर प्रति औंस रह गया। अमेरिकी बांड आय में वृद्धि होने के साथ सोने की कीमतों में गिरावट आई जिससे यहां सोना कमजोर रहा।'' - नयी दिल्ली. शहरी क्षेत्रों में 15 साल और उससे अधिक उम्र के व्यक्तियों के लिए बेरोजगारी दर अप्रैल-जून, 2021 में घटकर 12.6 प्रतिशत रह गई, जो इससे पिछले साल की इसी अवधि में 20.8 प्रतिशत थी। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के सोमवार को जारी श्रमबल सर्वेक्षण से यह जानकारी मिली है। बेरोजगारी दर (यूआर) को श्रमबल में बेरोजगार व्यक्तियों के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया गया है। बेरोजगारी दर अप्रैल-जून, 2020 में सबसे अधिक थी। ऐसा कोरोना वायरस महामारी को नियंत्रण में रखने के लिए लगाए गए देशव्यापी लॉकडाउन के चलते था। एनएसओ के 11वें आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) के मुताबिक, जनवरी-मार्च, 2021 में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए बेरोजगारी दर शहरी क्षेत्रों में 9.3 प्रतिशत थी। सर्वेक्षण के मुताबिक, शहरी क्षेत्रों में महिलाओं (15 वर्ष और उससे अधिक आयु) की बेरोजगारी दर भी अप्रैल-जून, 2021 में घटकर 14.3 प्रतिशत रह गई, जो इससे एक साल पहले इसी अवधि में 21.1 प्रतिशत थी। यह आंकड़ा जनवरी-मार्च, 2021 में 11.8 प्रतिशत था। इसी तरह शहरी क्षेत्रों में पुरुषों की बेरोजगारी दर भी घटकर 12.2 प्रतिशत रह गई, जो इससे एक साल पहले इसी अवधि में 20.7 प्रतिशत थी। यह आंकड़ा जनवरी-मार्च 2021 में 8.6 फीसदी था।
- नयी दिल्ली. खाद्य वस्तुओं के दामों में आई कमी के बावजूद फरवरी, 2022 में थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित (डब्ल्यूपीआई) मुद्रास्फीति बढ़कर 13.11 प्रतिशत पर पहुंच गई। खाद्य वस्तुओं में आई गिरावट का लाभ कच्चे तेल और गैर-खाद्य वस्तुओं की कीमतों में तेजी की वजह से नहीं मिल पाया। सरकारी आंकड़ों से सोमवार को यह जानकारी मिली है। थोक मुद्रास्फीति अप्रैल, 2021 से लगातार 11वें माह 10 प्रतिशत से ऊंची बनी हुई है। जनवरी, 2022 में डब्ल्यूपीआई 12.96 प्रतिशत थी, जबकि पिछले वर्ष फरवरी में यह 4.83 प्रतिशत पर थी। 24 फरवरी को यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस के दाम बढ़ने लगे थे, इसी ने थोक मूल्य सूचकांक पर दबाव डाला क्योंकि खाद्य वस्तुओं में सब्जियों से लेकर दालों और प्रोटीन वाली वस्तुओं तक की श्रेणियों में दामों में नरमी रही। कच्चे तेल के दाम वैश्विक स्तर पर बढ़ने के कारण फरवरी में कच्चे पेट्रोलियम की मुद्रास्फीति बढ़कर 55.17 प्रतिशत हो गई, जो जनवरी में 39.41 फीसदी थी। आंकड़ों के अनुसार, फरवरी, 2022 में खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति कम होकर 8.19 प्रतिशत पर आ गई, जो जनवरी में 10.33 प्रतिशत थी। इसी तरह समीक्षाधीन महीने में सब्जियों की मुद्रास्फीति 26.93 फीसदी रही जो जनवरी में 38.45 प्रतिशत पर पहुंच गई थी। अंडा, मांस और मछली में मुद्रास्फीति 8.41 प्रतिशत रही, वहीं प्याज के दाम 26.37 प्रतिशत तक कम हुए जबकि आलू के दाम 14.78 प्रतिशत बढ़ गए। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘फरवरी, 2022 में मुद्रास्फीति बढ़ने की प्रमुख वजह खनिज तेलों, मूल धातुओं, रसायनों और रासायनिक उत्पादों, कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस और गैर-खाद्य वस्तुओं आदि की कीमतों में वृद्धि है।'' विनिर्मित वस्तुओं की मुद्रास्फीति फरवरी में 9.84 प्रतिशत रही, जो जनवरी में 9.42 प्रतिशत थी।
- नयी दिल्ली. फ्रांस की कार कंपनी रेनो ने अपनी प्रवेश स्तर की कार क्विड का नया संस्करण उतारा है। इसकी शुरुआती शोरूम कीमत 4.49 लाख रुपये है। यह वाहन 0.8 लीटर और एक लीटर पेट्रोल इंजन के साथ मैनुअल और ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन विकल्प दोनों में उपलब्ध है। कंपनी ने सोमवार को बयान में कहा कि क्विड माई22 क्लाइंबर श्रृंखला के तहत ग्राहकों को नए रंगों का विकल्प भी मिलेगा। कंपनी ने कहा कि यह मॉडल भारतीय बाजार की सभी सुरक्षा जरूरतों का अनुपालन करता है। कंपनी ने दावा किया है कि एआरएआई परीक्षण प्रमाणन के तहत क्विड 0.8 लीटर कार एक लीटर ईंधन में 22.25 किलोमीटर दौड़ सकती है।
- कोलकाता. कैफे कारोबार में आम तौर पर पुरुषों का वर्चस्व देखा जाता है, लेकिन पश्चिम बंगाल के कोलकाता में महिला उद्यमियों ने इस क्षेत्र में स्वयं को साबित किया है और नए जमाने के ‘थीम' आधारित कैफे खोले हैं। इन उद्यमियों में अभिनेत्री से उद्यमी बनी स्वरालिपि चटर्जी भी शामिल हैं, जो कोलकाता के जोधपुर पार्क का लोकप्रिय कैफे ‘अबर बैठक' संचालित करती हैं। यह फिल्मकार सत्यजीत रे के लोकप्रिय जासूसी किरदार ‘फेलुदा' की ‘थीम' पर आधारित पहला कैफे है। वर्ष 2014 तक बंगाली धारावाहिकों का लोकप्रिय चेहरा रहीं चटर्जी ने कहा, ‘‘रवींद्र सरोबर इलाके में 2010 में हमारे शुरुआती स्टार्टअप कैफे के त्रुटिपूर्ण योजना के कारण सफल नहीं हो पाने के कुछ साल बाद हमने यह कैफे खोला, लेकिन मेरे पति से मेरा तलाक हो जाने के बाद मुझे अब इसे अकेले संचालित करना पड़ रहा है।'' चटर्जी ने कहा कि उन्होंने और उनके पूर्व पति ने ग्राहकों के लिए 'अड्डा', स्वादिष्ट भोजन और अच्छा माहौल मुहैया कराने के अपने जुनून के कारण कैफे शुरू किया था। उन्होंने कहा कि उनके पूर्व पति बहुत स्वादिष्ट खाना पकाते हैं और उन्हें टेलीविजन पर ‘‘अर्थपूर्ण भूमिकाएं'' भी नहीं मिल रही थीं, जिसके कारण उन दोनों ने यह कारोबार शुरू करने का फैसला किया । इस साल अभिनय करियर फिर से शुरू करने की योजना बना रहीं चटर्जी ने कहा कि महिलाओं को हर कदम पर स्वयं को साबित करना होता है और ऐसा करने के लिए दृढ़ संकल्प बहुत अहम है। उन्होंने शहर के दक्षिणी इलाके के बाहर नरेंद्रपुर इलाके में एक अन्य कैफे खोला है। इसी प्रकार संगीतकार आर डी बर्मन के गीतों की थीम पर ‘हिंदुस्तान पार्क' में स्थित एक अन्य लोकप्रिय कैफे ‘पंचम एर अड्डे' की मालिक अमृता एनी ने कहा कि 1970 और 80 के दशक के संगीत की थीम पर आधारित कैफे खोलना उनका सपना था, जो अगस्त 2019 में पूरा हुआ। एनी ने कहा कि उन्हें लॉकडाउन के बाद अपना कैफे फिर से चालू करने के लिए अपने सभी गहने बेचने पड़े। उन्होंने कहा, ‘‘मैं किसी भी सूरत में इसे डूबते नहीं देख सकती थी।'' विवेकानंद पार्क के एक लोकप्रिय कैफे ‘होला' की मालिक अरुणिमा धवन ने कहा कि उन्हें स्वादिष्ट व्यंजनों का बहुत शौक है और उन्हें यह कारोबार शुरू करने में अपने पति का पूरा सहयोग मिला। उन्होंने कहा, ‘‘यह चार साल पुरानी यात्रा है और हम अब भी सीख रहे हैं। हमने जब यह कारोबार शुरू किया था, उस समय हमें व्यंजनों और पेय पदार्थों के बारे में अधिक जानकारी नहीं थी।'' इस बीच, चाय कैफे ‘टीटॉनिक' की सह मालिक राजरीता सेन ने कहा कि उद्यमिता में पारंपरिक रूप से पुरुषों का वर्चस्व रहा है, लेकिन अब चीजें बदलनी शुरू हो गई हैं।
- कोलकाता. टाटा स्टील लिमिटेड ने शनिवार को कहा कि वह रूस-यूक्रेन संघर्ष के बीच रूसी आपूर्तिकर्ताओं और बैंकों के साथ अनिश्चितता का सामना कर रही है और कोयले के आयात के लिए वैकल्पिक बाजारों की तलाश कर रही है। टाटा स्टील के प्रबंध निदेशक टी वी नरेंद्रन ने कहा कि रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण के बाद के भू-राजनीतिक हालात ने यूरोप में इस्पात निर्यात के नए अवसर भी खोले हैं। इस संघर्ष के चलते रूस और यूक्रेन की आपूर्ति बाधित होने से यूरोप में 4.5 करोड़ टन इस्पात की कमी हो गई है। नरेंद्रन ने सीआईआई पूर्वी क्षेत्र की वार्षिक बैठक के मौके पर कहा कि टाटा स्टील कोयले के आयात के लिए वैकल्पिक बाजारों की तलाश करेगी। इस समय रूसी आपूर्तिकर्ताओं और बैंकरों को लेकर काफी अनिश्चितता है। उन्होंने कहा कि टाटा स्टील अपनी कोयला जरूरतों का 10-15 फीसदी रूस से खरीदती है। उन्होंने कहा कि कंपनी के यूरोपीय परिचालन के लिए उत्तरी अमेरिका से अधिक कोयला खरीदना होगा। नरेंद्रन ने कहा कि टाटा स्टील बेहतर मार्जिन के लिए दक्षिणी यूरोप को अधिक निर्यात करने पर जोर देगी। उन्होंने कहा कि यदि यूक्रेन-रूस संघर्ष अगले कुछ महीनों तक जारी रहता है, तो लागत में वृद्धि सभी को प्रभावित करेगी।
- मुंबई. एडोब के चेयरमैन और मुख्य कार्यपालक अधिकारी शांतनु नारायण ने शनिवार को कहा कि भारत को लेकर कंपनी की आकांक्षाएं सिर्फ उत्पादों से ही संबंधित नहीं बल्कि देश से वैश्विक कारोबार का संचालन करने की है। नारायण ने डिजिटल तरीके से आयोजित एक वैश्विक कारोबारी सम्मेलन में कहा, ‘‘भारत को लेकर हमारी आकांक्षाएं केवल उत्पादों को लेकर नहीं बल्कि देश से वैश्विक कारोबारों का संचालन करने की है। हम भारत में अनुपातहीन रूप से निवेश कर रहे हैं और यह जारी रहने वाला है।'' उन्होंने कहा कि एडोब भारत में अपनी मौजूदगी का लगातार विस्तार करेगी।
- नयी दिल्ली. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने एचडीएफसी बैंक से सभी प्रतिबंध हटा लिए हैं और उसे नई डिजिटल पहलें शुरू करने की इजाजत दे दी है। एचडीएफसी बैंक ने शनिवार को एक बयान में कहा, ‘‘आरबीआई ने बैंक के डिजिटल 2.0 कार्यक्रम के तहत कारोबार बढ़ाने के लिए की जाने वाली गतिविधियों से प्रतिबंध हटा दिया है। इस बाबत केंद्रीय बैंक ने 11 मार्च 2022 को एक पत्र जारी किया था।'' बैंक का डिजिटल 2.0 कार्यक्रम ग्राहकों को बाधा रहित वित्तीय अनुभव देने के लिए उत्पाद उपलब्ध करवाने से संबंधित है। दिसंबर 2020 में आरबीआई ने बार-बार तकनीकी खामियां आने की शिकायतों के बाद एचडीएफसी बैंक द्वारा नए कार्ड जारी करने पर रोक लगा दी थी।
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नईए दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक ने पेटीएम भुगतान बैंक पर तत्काल प्रभाव से नए खाते खोलने पर रोक लगा दी है। रिजर्व बैंक ने पेटीएम भुगतान बैंक को अपने आईटी सिस्टम का व्यापक लेखा परीक्षा के लिए एक आईटी ऑडिट फर्म नियुक्त करने का भी निर्देश दिया है। एक वक्तव्य में रिजर्व बैंक ने कहा कि आईटी ऑडिट रिपोर्ट की समीक्षा के बाद नए ग्राहकों को जोड़ने की अनुमति देने पर विचार किया जायेगा। पर्यवेक्षण से जुड़ी कुछ चिंताओं के आधार पर यह रोक लगायी गयी है।
- मुंबई। बैंकों का ऋण 25 फरवरी को समाप्त पखवाड़े में 7.9 प्रतिशत बढ़कर 116.27 लाख करोड़ रुपये और जमा 8.6 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 162.17 लाख करोड़ रुपये हो गई। भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। रिजर्व बैंक द्वारा गुरुवार को जारी अनुसूचित बैंकों की स्थिति के विवरण के अनुसार 26 फरवरी, 2021 को समाप्त पखवाड़े में बैंक ऋण 107.75 लाख करोड़ रुपये, जबकि जमा 149.33 करोड़ रुपये थी। इससे पिछले यानी 11 फरवरी, 2022 को समाप्त पखवाड़े में बैंक ऋण 7.86 प्रतिशत और जमा 9.11 प्रतिशत बढ़ी थी।
- मुंबई। किर्लोस्कर फेरस ने 670 करोड़ रुपये में इंडियन सीमलेस मेटल ट्यूब्स (आईएसएमटी) में बहुलांश हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया है। किर्लोस्कर फेरस पिग आयरन और ग्रे आयरन कास्टिंग्स की प्रमुख विनिर्माता है। वहीं आईएसएमटी विशेष सीमलेस ट्यूब बनाती है। दोनों कंपनियों ने गुरुवार को जारी बयान में कहा कि इस समझौते में किर्लोस्कर ने इंडियन सीमलेस में 670 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इसमें से 476.63 करोड़ रुपये का निवेश 51.25 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने और शेष 194 करोड़ रुपये ट्यूब विनिर्माता को बिना गारंटी वाले कर्ज के रूप में दिए गए हैं ।
- नई दिल्ली। प्रोविडेंट फंड (पीएफ) नियमों में एक अप्रैल, 2022 से बदलाव होने जा रहा है। नए वित्त वर्ष से अगर आप पीएफ खाते में 2.50 लाख रुपये से ज्यादा निवेश करते हैं तो इसके ब्याज पर टैक्स का भुगतान करना होगा। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने 2021-22 के आम बजट में पीएफ में 2.50 लाख रुपये से ज्यादा निवेश पर टैक्स लगाने की घोषणा की थी।केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) इस संबंध में अधिसूचना भी जारी कर चुका है। इसके तहत, अगर आप एक साल में अपने पीएफ खाते में 2.50 लाख से ज्यादा योगदान करते हैं तो इस पर मिलने वाली ब्याज आय पर टैक्स का भुगतान करना होगा। सरकारी कर्मचारियों के लिए यह सीमा 5 लाख रुपये है। पीएफ खाते में निवेश पर आयकर कानून की धारा 80सी के तहत टैक्स छूट मिलती है। अगर किसी नौकरीपेशा का पीएफ खाते में सालाना योगदान 2.50 लाख से ज्यादा होगा तो उसके दो अलग-अलग खाते बनाए जाएंगे। पहले पीएफ खाते में 2.50 लाख जमा होंगे, जबकि उससे ज्यादा की राशि दूसरे खाते में जमा होगी। इससे कर गणना आसान होगी।एक अप्रैल से लागू होने वाले नियम का असर 1.23 लाख अमीरों (हाई इनकम इंडिविजुअल) पर पड़ेगा। सरकार का कहना है कि ये लोग अब तक एक साल में औसतन 50 लाख रुपये से ज्यादा कमाई ब्याज से कर रहे है, जिस पर कोई टैक्स नहीं लगता है। नए नियम से इनकी कमाई पर रोक लगेगी। अब तक पीएफ योगदान पर मिलने वाले ब्याज पर कोई टैक्स नहीं लगता है। जीएसटी संग्रह बढ़ाने और टैक्स चोरी रोकने के लिए सरकार लगातार इस प्रणाली में बदलाव कर रही है। एक अप्रैल से ई-इनवॉयस प्रणाली में बदलाव हो है। बिजनेस-टु-बिजनेस (बी2बी) लेनदेन वाली कंपनियां जिनका सालाना टर्नओवर 20 करोड़ से ज्यादा है, उनके लिए ई-इनवॉयस जरूरी होगा। 1 अक्तूबर, 2020 को सरकार ने 500 करोड़ तक टर्नओवर वाली कंपनियों के लिए इसे जरूरी बनाया था। 1 जनवरी, 2021 को इसे घटाकर 100 करोड़ किया गया। नए वित्त वर्ष से इसे फिर बदलकर 50 करोड़ तक टर्नओवर तय कर दिया।वहीं अगर आपने डाकघर की छोटी बचत योजनाओं में निवेश किया है तो एक अप्रैल, 2022 से इसके नियमों में बदलाव हो रहा है। नए नियमों के तहत अब ग्राहकों को टाइम डिपॉजिट खाता, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना और मासिक आय योजना (एमआईएस) में निवेश करने के लिए बचत खाता या बैंक खाता खोलना जरूरी है।---
- नयी दिल्ली. रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद (जीजेईपीसी) ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत का सोने का आयात वर्ष 2021 में 1,067.72 टन हो गया, जो कोविड-19 महामारी के कारण वर्ष 2020 के दौरान 430.11 टन था। एक बयान में कहा गया है कि वर्ष 2021 में सोने का आयात वर्ष 2019 के 836.38 टन के आयात से 27.66 प्रतिशत अधिक रहा है। इसमें कहा गया है कि स्विट्जरलैंड से सबसे अधिक 469.66 टन सोना आयात किया गया। इसके बाद संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से 120.16 टन, दक्षिण अफ्रीका से 71.68 टन और गिनी से 58.72 टन सोने का आयात किया गया। चीन के साथ भारत अबतक दुनिया का सबसे बड़ा सोने का आयातक और उपभोक्ता देश है। जीजेईपीसी के अध्यक्ष कॉलिन शाह के अनुसार, ‘‘वर्ष 2021 में लगभग 1,067 टन सोने के आयात के लिए, एक साल पहले की असामान्य महामारी की स्थिति को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। उस समय आयात 430.11 टन तक गिर गया था।'' पिछले वर्ष देश ने 58,763.9 करोड़ डॉलर मूल्य के सोने के आभूषणों का निर्यात किया था। जीजेईपीसी ने कहा कि आभूषण उद्योग में निर्यात में वृद्धि देखी जा रही है और महामारी के बाद सोने के आभूषण (सादे और जड़े हुए) की घरेलू बिक्री बढ़ रही है।
- मुंबई.अमेरिकी ब्रोकरेज कंपनी मॉर्गन स्टेनली ने बृहस्पतिवार को वित्त वर्ष 2022-23 के लिए भारत के वृद्धि दर के अनुमान को घटाकर 7.9 प्रतिशत कर दिया है। कच्चे तेल की कीमतों पर रूस-यूक्रेन संघर्ष के असर को देखते हुए यह बदलाव किया गया है। मॉर्गन स्टेनली के विश्लेषकों ने भारत में मुद्रास्फीति के अनुमान को भी बढ़ाकर छह प्रतिशत कर दिया है जो कि भारतीय रिजर्व बैंक के संतोषजनक दायरे का ऊपरी स्तर है। इसके अलावा मौजूदा घटनाक्रम की वजह से मुद्रास्फीतिजन्य मंदी की आशंका भी जताई है। ब्रोकरेज फर्म ने एक बयान में कहा, ‘‘हमारा मत है कि मौजूदा भू-राजनीतिक तनाव बाह्य जोखिमों को बढ़ा रहे हैं और अर्थव्यवस्था के लिए मुद्रास्फीति-जनित मंदी की आशंका भी पैदा हो रही है।'' मुद्रास्फीति-जनित मंदी का आशय ऐसी स्थिति से है जब उत्पादन या वृद्धि में गतिहीनता आ जाए और मुद्रास्फीति भी ऊंचे स्तर पर बनी रहे। विश्लेषकों ने चक्रीय पुनरुद्धार का रुझान कायम रहने की उम्मीद जताते हुए कहा कि ऐसा थोड़ा नरमी के साथ ही जारी रहेगा। उन्होंने भारत पर भू-राजनीतिक तनावों का कई तरह से असर पड़ने का जिक्र करते हुए कहा कि तेल एवं अन्य जिंसों के दामों में वृद्धि, व्यापार में गिरावट और कारोबारी धारणा को पहुंचे नुकसान से वित्तीय परिस्थितियां बिगड़ने की आशंका है। मॉर्गन स्टेनली के उलट रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए भारत का वृद्धि दर अनुमान 7.8 प्रतिशत पर बरकरार रखा है।
- नयी दिल्ली. प्रमुख कृषि मार्केटप्लेस एग्रीबाजार ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने एक 'सुदूर संवेदी फसल मॉडल' की पेशकश की है जो किसानों को आसानी से कम लागत वाली लाभप्रद खेती (प्रिसिजन फार्मिंग) को अपनाने में मदद करेगा। कंपनी ने एक बयान में कहा कि अगले 12 महीनों में 10 लाख से अधिक अतिरिक्त किसानों के इस सेवा से लाभान्वित होने की उम्मीद है। मौजूदा समय में, एग्रीबाजार में पंजीकृत तीन लाख से अधिक किसानों को ये सेवाएं दी जा रही हैं। एग्रीबाजार ने कहा कि यह भारत में पहली बार 'सुदूर संवेदी फसल मॉडल' (रिमोट सेंसिंग क्रॉप मॉडल) की पेशकश कर रहा है, जबकि यह विश्वस्तर पर पहले से उपलब्ध है। भारत सरकार ने एग्रीबाजार को अपने इंडिया एग्री-स्टैक प्रोग्राम के लिए माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के साथ एक भागीदार के रूप में चुना है, जो इस तकनीक का व्यापक रूप से उपयोग करेगा। इस पेशकश के मौके पर एग्रीबाजार के सह-संस्थापक और प्रबंध निदेशक अमित मुंडावाला ने कहा कि यह मॉडल लाखों छोटे भारतीय किसानों और किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) को कम जोखिम वाले तरीके से खेती करने में मदद करेगा, जिसमें खर्च कम होगा और उपज अधिक होगी।
- मुंबई। स्थानीय शेयर बाजारों में तेजी तथा पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के परिणामों के बीच गुरुवार को रुपया 19 पैसे की मजबूती के साथ 76.43 प्रति डॉलर पर पहुंच गया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 76.27 प्रति डॉलर पर खुलने के बाद 76.07 प्रति डॉलर के उच्च स्तर तक गया। इसने 76.46 प्रति डॉलर के निचले स्तर को भी छुआ। अंत में रुपया 19 पैसे की तेजी के साथ 76.43 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। बुधवार को रुपया 76.62 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। पांच राज्यों- उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में हुए विधानसभा चुनावों की मतगणना जारी है। भाजपा उत्तर प्रदेश में लगातार दूसरी बार सरकार बनाने की ओर बढ़ रही है। आम आदमी पार्टी पंजाब में बड़े बहुमत की ओर है। वहीं अन्य तीन राज्यों में भी भाजपा आगे है। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा कि जोखिम लेने की धारणा में सुधार आने से रुपया मजबूत हुआ। उन्होंने कहा कि भू-राजनीतिक जोखिम अब कम हो रहे हैं और जिंसों के दाम नीचे आ रहे हैं। इसके अलावा उभरते बाजारों की मुद्राओं तथा शेयरों में भी तेजी है। परमार ने कहा कि निकट भविष्य में रुपया 76 से 76.70 प्रति डॉलर के दायरे में रह सकता है।इस बीच, छह मुद्राओं की तुलना में डॉलर का रुख दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.13 प्रतिशत बढ़कर 98.09 पर पहुंच गया। ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 4.76 प्रतिशत की बढ़त के साथ 116.43 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 817.06 अंक की तेजी के साथ 55,464.39 अंक पर बंद हुआ।विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे हैं। उन्होंने बुधवार को 4,818.71 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
- नयी दिल्ली। सरकार ने भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के प्रबंध निदेशक अश्विनी भाटिया को भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) का पूर्णकालिक सदस्य नियुक्त किया है।सूत्रों ने बताया कि मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति (एसीसी) ने भाटिया की नियुक्ति को शुरुआत में तीन साल की अवधि के लिए मंजूरी दी और यह अवधि प्रभार संभालने की तारीख से शुरू होगी।उन्होंने कहा कि भाटिया को पूर्णकालिक सदस्य (डब्ल्यूटीएम) बनाए जाने के साथ ही अब सेबी में पूर्णकालिक सदस्य का केवल एक पद रिक्त है। भाटिया को अगस्त 2020 में एसबीआई का प्रबंध निदेशक बनाया गया था, वह इस वर्ष मई में सेवानिवृत्त होने वाले हैं।
- नयी दिल्ली। जर्मनी की लग्जरी कार निर्माता कंपनी बीएमडब्ल्यू ने एसयूवी कूप एक्स4 का नया संस्करण भारतीय बाजार में उतारा है और इसकी कीमत 70.5 लाख रुपये रखी गई है। कंपनी की ओर से गुरुवार को कहा गया कि पेट्रोल वाले संस्करण की कीमत 70.5 लाख रुपये और डीजल वाले संस्करण की कीमत 72.5 लाख रुपये रखी गई है।कंपनी ने कहा कि कूप की डिजाइन में बदलाव किए गए, कुछ और उपकरण एवं विशेषताएं शामिल की गई हैं। इस कार का विनिर्माण स्थानीय स्तर पर, कंपनी के चेन्नई स्थित संयंत्र में किया जाता है। यह गाड़ी देशभर में बीएमडब्ल्यू के डीलरों के यहां गुरुवार से मिलने लगेगी। बीएमडब्ल्यू ग्रुप इंडिया के अध्यक्ष विक्रम पावाह ने कहा कि अपने नए लुक और कई प्रौद्योगिकी खासियतों के साथ नई एक्स4 इस वर्ग की गाडिय़ों में अपना स्थान बनाए रखने को तैयार है।
- नयी दिल्ली। इस्पात मंत्री राम चंद्र प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में एक प्रतिनिधिमंडल भारतीय इस्पात क्षेत्र में निवेश को आकर्षित करने के लिए इस सप्ताह दुबई में निवेशकों से मुलाकात करेगा। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई। इस्पात मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि दुबई में चल रहे भारत एक्सपो 2020 में 'स्टील वीक' की 11 मार्च, 2022 से मेजबानी करने के लिए भारतीय पवेलियन (मंडप) पूरी तरह तैयार है। मंत्रालय ने कहा, ‘‘इस्पात मंत्री राम चंद्र प्रसाद सिंह की अध्यक्षता वाले प्रतिनिधिमंडल में मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों और सेल, जेएसडब्ल्यू, जेएसपीएल, टाटा स्टील, एएम/एनएस इंडिया समेत प्रमुख इस्पात उत्पादक शामिल होंगे।'' बयान में कहा गया कि यह प्रतिनिधिमंडल भारतीय इस्पात क्षेत्र में निवेश के अवसरों का पता लगाने के लिए अबू धाबी की मुबाडाला निवेश कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात करेगा। बयान के अनुसार भारतीय इस्पात कंपनियों के सहयोग के अवसरों का पता लगाने और भारत में निवेश के अवसरों को प्रदर्शित करने के लिए दुबई चैंबर ऑफ कॉमर्स, यूएई स्थित स्टील निर्माताओं और स्टील उपयोगकर्ता कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठकों की व्यवस्था भी की गई हैं।
- नयी दिल्ली. रियल एस्टेट कंपनी कल्पतरु लिमिटेड अपनी विस्तार योजना के तहत पुणे में एक आवासीय परियोजना विकसित करने के लिए 250 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। कंपनी ने बुधवार को एक बयान में कहा कि उसने पुणे के बाणेर में प्रीमियम आवासीय परियोजना ‘कल्पतरु ऑरम' शुरू की है। 2.33 एकड़ में बनाई जाने वाली इस परियोजना में 450 अपार्टमेंट होंगे और उनकी शुरुआती कीमत 1.10 करोड़ रुपये होगी। परियोजना पर काम मार्च 2022 से शुरू हो जाएगा और दिसंबर 2026 में घर मालिकों को कब्जा मिल जाएगा।
- नयी दिल्ली. देश का कपड़ा निर्यात चालू वित्त वर्ष में 40 अरब डॉलर के आंकड़े को पार कर सकता है। कपड़ा सचिव यू बी सिंह ने बुधवार को एक समारोह में यह संभावना जतायी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर निर्यात में अधिकतम वृद्धि सूती धागे के माध्यम से होती है तो वह अधिक संतोषजनक स्थिति नहीं होगी। सिंह ने कहा, ‘‘इस साल हम न केवल 40 अरब डॉलर का निर्यात लक्ष्य हासिल करेंगे, बल्कि इसको पार भी करेंगे।'' उन्होंने कपड़ा उद्योग से इस पर ध्यान रखने को कहा कि निर्यात आंकड़े में वृद्धि मात्रा के आधार पर आ रही है या दाम बढ़ने की वजह से। उन्होंने कहा, ‘‘यदि यह वृद्धि मात्रा की वजह से हासिल होगी तो मुझे खुशी होगी।''सचिव ने कहा कि परिधान उद्योग के कुछ घटकों ने सूती धागे या कच्ची कपास के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने का सुझाव दिया है, लेकिन सरकार ने जानबूझकर इस पर निर्णय नहीं लिया क्योंकि वह बाजार ताकतों में अधिक हस्तक्षेप नहीं करना चाहती है। व्यापक एकीकृत वस्त्र क्षेत्र और परिधान (पीएम-मित्र) पार्क को लेकर उन्होंने उम्मीद जताई कि 12 राज्य इसका हिस्सा बनने के लिए आगे आएंगे।
- मुंबई. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बुधवार को यह साफ किया कि उसने किसी भी बाहरी एजेंसी को विनियमित इकाइयों के खिलाफ आने वाली सार्वजनिक शिकायतों के निपटारे का जिम्मा नहीं सौंपा है। आरबीआई ने सोशल मीडिया पर आई कुछ टिप्पणियों को देखते हुए अपने एक बयान में स्थिति साफ करने की कोशिश की है। रिजर्व बैंक- समेकित ओम्बड्समैन योजना 2021 (आरबी-आईओएस) के तहत शिकायतों के निपटान की व्यवस्था पहले से की गई है। केंद्रीय बैंक ने कहा कि सोशल मीडिया पर प्रसारित इस संदेशों में लोगों से कहा जा रहा था कि वे रिजर्व बैंक की निगरानी में आने वाली इकाइयों के खिलाफ शिकायत शुल्क देकर तीसरे पक्षों से कर सकते हैं और जल्द सुनवाई भी करवा सकते हैं। केंद्रीय बैंक ने कहा, ‘‘यह साफ किया जाता है कि आरबीआई का विनियमित इकाइयों के खिलाफ शिकायतों के निपटान के लिए किसी भी एजेंसी के साथ कोई प्रावधान नहीं है। आरबीआई ने आरबी-आईओएस के तहत नि:शुल्क शिकायत निपटान व्यवस्था लागू की हुई है जिसमें किसी भी शुल्क भुगतान का प्रावधान नहीं है।'' रिजर्व बैंक ने कहा कि विनियमित इकाइयों के खिलाफ किसी भी तरह की शिकायत को ग्राहक संतोषजनक कार्रवाई न होने पर सीधे केंद्रीय बैंक के पोर्टल या ई-मेल के जरिये दर्ज करवा सकते हैं। आरबीआई ने कहा कि शिकायत प्रबंधन प्रणाली (सीएमएस) पोर्टल पर की गई शिकायत की प्रगति को भी देखा जा सकता है।
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नई दिल्ली। भारत में भी अब लोग इलेक्ट्रिक कार , स्कूटर और बाइक लेना पसंद कर रहे हैं। इसे देखते हुए कई कंपनियां अपने प्रोजेक्ट लेकर आ रही हैं। TVS iQube Electric इंडिया के सबसे पॉप्युलर इलेक्ट्रिक स्कूटर्स में शुमार किया जाता है। इस स्कूटर से आपको डेली कम्यूट के लिहाज से बढ़िया रेंज मिलती है। एक बार चार्ज होने पर यह स्कूटर करीब 80KM तक चल सकता है। TVS के iQube Electric में पावर के लिए 4.4 kW का इलेक्ट्रिक मोटर दिया गया है। रफ्तार की बात करें तो इस इलेक्ट्रिक स्कूटर की टॉप स्पीड 78 किलोमीटर प्रति घंटा है। यह इलेक्ट्रिक स्कूटर 4.2 सेकेंड में 0 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार हासिल कर सकता है। टीवीएस का यह इलेक्ट्रिक स्कूटर नेक्स्ट जेनरेशन TVS SmartXonnect प्लेटफार्म पर काम करता है। इसमें एडवांस्ड टीएफटी क्लस्टर दिया गया है। ग्राहक TVS iQube एप के जरिए स्कूटर के कई फीचर्स को एक्सेस कर सकते हैं। इनमें जियो फेंसिंग, रिमोट बैटरी चार्ज स्टेटस, नेविगेशन असिस्ट, लास्ट पार्क लोकेशन, इनकमिंग कॉल एलर्ट/एसएमएस एलर्ट शामिल हैं।
अगर आप इस किफायती इलेक्ट्रिक स्कूटर को खरीदने का मन बना रहे हैं तो आप इसे 15,000 रुपये के मामूली डाउन पमेंट पर खरीद सकते हैं। स्कूटर की कीमत 1,45,778 रुपये है। डाउनपेमेंट के बाद आपको बाकी अमाउंट के लिए लोन लेना होगा जो आप आसान किश्तों में चुका सकते हैं। अगर आप यह स्कूटर 60 महीने यानी 5 साल के लिए लोन पर लेते हैं तो हर महीने आपकी मंथली EMI 2759 रुपये बनेगी। 60 महीनो तक यह EMI चुकाने के बाद आप 1,65,540 रुपये चुकाएंगे। यानी 34,762 रुपये आपको लोन के ब्याज के रूप में अतिरिक्त देने होंगे। लोन अमाउंट पर 9.7 फीसदी की ब्याज दर लागू होती है। - मुंबई। यूक्रेन संकट दूर करने के लिए कूटनीतिक प्रयासों से उम्मीद लगाए बैठे निवेशकों के अनुकूल रुख से घरेलू शेयर बाजारों में बुधवार को तेजी देखी गई। इस दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी में हुई लिवाली से सेंसेक्स और निफ्टी दो प्रतिशत से अधिक चढ़ गए। तीस शेयरों वाले सूचकांक की शुरुआत सकारात्मक हुई और निवेशकों के समर्थन से एक समय यह 1,469.64 अंक तक की बढ़त लेने में सफल रहा। हालांकि, बाद में थोड़ा मुनाफावसूली होने से इसमें कुछ कमी आई। कारोबार के अंत में यह 1,223.24 अंक यानी 2.29 प्रतिशत की तेजी के साथ 54,647.33 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में भी 331.90 अंक यानी 2.07 प्रतिशत तक की देखी दर्ज की गई और कारोबार के अंत में यह 16,345.35 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में से एशियन पेंट्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, बजाज फाइनेंस, महिंद्रा एंड महिंद्रा, इंडसइंड बैंक, बजाज फिनसर्व, मारुति सुजुकी, एचडीएफसी बैंक और अल्ट्राटेक सीमेंट फायदे में रहीं। इन कंपनियों के शेयर 5.56 प्रतिशत तक के उछाल के साथ बंद हुए। सर्वाधिक 5.56 प्रतिशत के लाभ में एशियन पेंट्स रही। इसके बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 5.24 प्रतिशत की बढ़त लेने में सफल रहा। बजाज फिनसर्व में पांच प्रतिशत और एचडीएफसी बैंक में 3.29 प्रतिशत का लाभ रहा। इसकी तुलना में पावरग्रिड कॉरपोरेशन, एनटीपीसी, टाटा स्टील, नेस्ले इंडिया और विप्रो के शेयर नुकसान में रहे। बुधवार के कारोबार की एक खास बात यह रही कि विमानन क्षेत्र की कंपनियों को तगड़ा समर्थन मिला। दो साल के लंबे अंतराल के बाद अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने की सरकार की घोषणा से विमानन क्षेत्र के शेयरों की मांग बढ़ गई। इंटरग्लोब एविएशन के शेयर 6.94 प्रतिशत और स्पाइसजेट के शेयर 6.05 प्रतिशत चढ़ गए। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘घरेलू सूचकांकों ने मंगलवार को बाजार में आई तेजी का सिलसिला आज भी कायम रखा। यूरोपीय बाजारों एवं अमेरिकी वायदा कारोबार में सुस्ती के बीच निवेशकों को भारतीय बाजार अपना मौजूदा मूल्यांकन बेहतर लग रहा है।'' नायर ने कहा कि घरेलू बाजार विधानसभा चुनावों पर आए एग्जिट पोल पर सकारात्मक रुख दिखा रहा है। उन्होंने कहा कि पांच राज्यों के चुनाव नतीजों के सकारात्मक या नकारात्मक रहने के आधार पर बाजार का अगला रुख निर्भर करेगा। एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग, शंघाई और तोक्यो में गिरावट रही। अमेरिका के शेयर बाजार मंगलवार को नकारात्मक स्तर पर बंद हुए थे। वहीं यूरोपीय बाजारों में दोपहर के सत्र में बढ़त देखी गई।इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.22 प्रतिशत की गिरावट के साथ 126.4 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। भारतीय बाजार में विदेशी निवेशकों की बिकवाली का सिलसिला कायम है। उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को 8,142.60 करोड़ रुपये के शेयर बेचे
- मुंबई। घरेलू शेयर बाजारों में तेजी और कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बीच अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को रुपया 44 पैसे मजबूत होकर 76.56 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर पहुंच गया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 76.90 प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के दौरान यह 76.55 प्रति डॉलर के उच्चस्तर तक गया और 76.92 के निचले स्तर तक आया। अंत में रुपया 15:30 बजे तक 76.56 प्रति डॉलर के स्तर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव के मुकाबले 44 पैसे की बढ़त को दर्शाता है। इससे पहले मंगलवार को रुपया कच्चे तेल की कीमतों में छलांग के बीच सात पैसे टूटकर 77 प्रति डॉलर के अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ था। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा कि जोखिम वाली संपत्तियों में वापस निवेश और बॉन्ड बाजारों में प्रवाह बढ़ने की उम्मीदों के बाद रुपये में मजबूती देखी गई। इस बीच, छह मुद्राओं की तुलना में डॉलर का रुख दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.40 प्रतिशत की गिरावट लेकर 98.66 पर रहा। वैश्विक मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 1.88 प्रतिशत की गिरावट के साथ 125.57 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। वही बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,223.24 अंक चढ़कर 54,647.33 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में भी 331.90 अंक की मजबूती देखी गई। शेयर बाजार के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने मंगलवार को 8,142.60 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।