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अदरक एक ऐसा इंग्रेडिएंट है, जो खाने-पीने की अधिकतर चीजों में इस्तेमाल होता है। इसके कई हेल्थ बेनिफिट्स होने के चलते आयुर्वेद में इसके सेवन की खास सलाह दी गई है। खाने का स्वाद बढ़ाने वाली अदरक को लोग चाय में डालकर भी पीते हैं। चाय का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ ये उसे हेल्दी भी बना देती है. वैसे आप अदरक के अचार से भी खुद को हेल्दी बना सकते हैं. भारत में अधिकतर लोग आम के अचार का सेवन करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि अदरक का अचार सेहत के लिए कितना लाभदायक है।
ये नेशनल न्यूट्रिशन वीक है और इस मौके पर आपको अदरक का सेव करना चाहिए। आप अदरक का अचार खा सकते हैं, जो टेस्टी होने के साथ-साथ हेल्दी भी है।
अगर आप बैड कोलेस्ट्रॉल से ग्रसित हैं, तो आपको अदरक के अचार का सेवन करना चाहिए. अदरक का अर्क में मौजूद एंटी एपिडेमिक कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करके आपको हेल्दी बनता है, साथ ही ये गुड कोलेस्ट्रॉल के लेवल को भी बढ़ाएगा।
अदरक के अचार में हाई प्रोबायोटिक मटेरियल मौजूद होता है. इसका पीएच लेवल कम होता है, जो आंत में अच्छे रोगाणुओं के लिए अच्छा माना जाता है। अदरक के अचार की खासियत है कि ये आंत माइक्रोबायोटा को बढ़ावा देता है। हिसाब से अदरक भूख को कंट्रोल करती है। फूड क्रेविंग को कंट्रोल करके आप वजन घटा सकते हैं। इसका एरिल अल्केन्स गुण अदरक को तीखा स्वाद देता है। इससे भूख बढ़ती है लेकिन न्यूट्रिएंट्स ओबस्र्व हो पाते हैं। ऐसे में हर समय भूख नहीं लगती। - खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए कलौंजी का इस्तेमाल किया जाता है। वहीं, नींबू का इस्तेमाल स्किन और स्वास्थ्य संबंधी कई परेशानियों को दूर कर सकता है। इन दोनों का मिश्रण वजन को कम कर सकता है। साथ ही यह कई अन्य तरह की परेशानियों को दूर करने में प्रभावी होता है। आज हम इस लेख में कलौंजी और नींबू से शरीर को होने वाले लाभ के बारे में बताएंगे।वजन कम करने मेंकलौंजी का बीज वजन कम करने के लिए प्रभावी माना जाता है। इसके लिए 1 चुटकी कलौंजी का बीज लें। अब इसे बारीक पीस लें। इसके बाद 1 गिलास गर्म पानी में कलौंजी का पाउडर, 1 चम्मच नींबू का रस और 1 चम्मच शहद मिक्स कर लें। सभी चीजों को अच्छे से मिक्स करने के बाद इसे पिएं। इस मिश्रण का सेवन करने से शरीर का वजन तेजी से कम किया जा सकता है।डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंदकलौंजी और नींबू डायबिटीज मरीजों के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकती है। इसका मिश्रण ब्लड में शुगर के स्तर को कंट्रोल करता है। साथ ही इंसुलिन को भी प्रभावित कर सकता है। अगर आप नियमित रूप से गर्म पानी में कलौंजी का तेल और नींबू को मिक्स करके पीते हैं जो डायबिटीज में होने वाली कई परेशानियों को कम किया जा सकता है।अर्थराइटिस की समस्याओं को करे कमअर्थराइटिस में होने वाली परेशानियों से राहत पाने के लिए कलौंजी और नींबू के पानी का सेवन करें। यह जोड़ों में दर्द और सूजन को कम कर सकता है। साथ ही आप कलौंजी के तेज से नियमित रूप से मसाज करें। इससे आपको काफी राहत महसूस होगी।अपच की परेशानी से दिलाए राहतअपच की परेशानी को दूर करने के लिए कलौंजी और नींबू का सेवन करें। इसके लिए 1 गिलास गुनगुना पानी लें, इसमें 2 से 3 बूंदे कलौंजी का तेल डालें. इसके बाद इसमें 1 चम्मच काला नमक और 1 चम्मच नींबू का रस मिक्स कर लें. इसके बाद इसे पानी को पिएं। इससे आपको अपच, गैस और बदहजमी से राहत मिल सकती है।आंखों के लिए हेल्दीआंखों की परेशानियों को कम करने के लिए कलौंजी और नींबू का रस फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके लिए कलौंजी के तेल में नींबू का रस मिक्स करें। इसके बाद इसमें थोड़ा सा शहद मिलाएं। अब इन तीनों का मिश्रण पी लें. नियमित रूप से इस मिश्रण का सेवन करने से आंखों की समस्याओं को दूर किया जा सकता है।कलौंजी और नींबू का रस स्वास्थ्य संबंधी कई तरह की परेशानियों को दूर कर सकता है। इससे आप कई तरह की समस्याओं से राहत पा सकते हैं। हालांकि, ध्यान रखें कि अगर आपकी परेशानी काफी ज्यादा बढ़ रही है तो इस स्थिति में डॉक्टर से जरूर सलाह लें।
- आजकल मार्केट में लाल भिंडी की मांग काफी ज्यादा बढ़ गयी है। दरअसल इसमें मौजूद गुणों की वजह से लाल भिंडी का सेवन सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है, यही कारण है कि हरी भिंडी की जगह लोग लाल भिंडी का सेवन तेजी से कर रहे हैं। लाल भिंडी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है और कई बीमारियों में भी इसका सेवन करना फायदेमंद माना जाता है। कई शोध और अध्ययनों में इस बात की पुष्टि की गयी है कि लाल भिंडी में मौजूद गुण मोटापे, हाई कोलेस्ट्रॉल और शुगर जैसी समस्या में फायदेमंद होते हैं। आइए जानते हैं लाल भिंडी खाने के फायदे।1. एनीमिया में फायदेमंदलाल भिंडी का सेवन करने से शरीर में खून की कमी या एनीमिया की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। इसमें आयरन की पर्याप्त मात्रा होती है। शरीर में खून की कमी होने पर आप अपनी डाइट में लाल भिंडी को शामिल करें। इससे रिकवरी तेजी से करने में फायदा मिलेगा।2. शुगर में उपयोगीलाल भिंडी का सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। शरीर में ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल करने के लिए लाल भिंडी खाना फायदेमंद होता है। लाल भिंडी में फाइबर की पर्याप्त मात्रा होती है और इसमें मौजूद अन्य गुण शरीर में शुगर को कम करते हैं।3. हाई कोलेस्ट्रॉल में फायदेमंदहाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या सेहत के लिए बहुत गंभीर मानी जाती है। शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल यानी पॉली अनसेचुरेटेड फैट को कम करने के लिए लाल भिंडी खाना बहुत फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद पैक्टिन नामक तत्व शरीर में बढ़े बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है।4. भ्रूण के विकास में सहायकगर्भ में पल रहे भ्रूण के सही विकास के लिए लाल भिंडी का सेवन बहुत फायदेमंद माना जाता है। लाल भिंडी में मौजूद फॉलेट गर्भ में पल रहे भ्रूण के मस्तिष्क विकास में बहुत उपयोगी होता है। गर्भवती महिलाओं को इसका सेवन करना चाहिए।5. ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में उपयोगीलाल भिंडी में सोडियम की मात्रा हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए बहुत उपयोगी होती है। इसका सेवन करने से हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को फायदा मिलता है। हाई बीपी के मरीज नियमित रूप से लाल भिंडी का सेवन कर सकते हैं।लाल भिंडी में मौजूद गुण शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। इसमें प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा पायी जाती है जो शरीर में मांसपेशियों के विकास में बहुत लाभदायक होती है और चयापचय को ठीक रखने का काम करती है। शरीर के मेटाबॉलिक सिस्टम को ठीक रखने के लिए लाल भिंडी का सेवन कर सकते हैं।
- कई लोग अपने दिन की शुरुआत खजूर से करते हैं। खजूर एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होते हैं, जो अल्जाइमर, कैंसर जैसी बीमारियों को रोकने में मदद करते हैं। ये दिल के स्वास्थ्य में सुधार करते हैं। इसके अलावा हेल्दी फाइबर कब्ज के इलाज में मदद करती है और मेटाबॉलिज्म में सुधार करती है और वजन घटाने को बढ़ावा देती है। खजूर को कुछ लोग भिगोकर खाते हैं और कुछ इसे कच्चा खाते हैं, लेकिन क्या खाली पेट खजूर खाना अच्छा है?यहां जानिए खजूर से जुड़ी कुछ बातें और इसे खाने का सही समय और तरीका---पोषक तत्वों से भरा है खजूरखजूर आयरन, फोलेट, प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, विटामिन बी 6 की अच्छाइयों से भरपूर होते हैं। इसके अलावा ये काफी टेस्टी होते हैं और ज्यादातर लोग इसके मीठे स्वाद के कारण इसे खाना पसंद करते हैं। यह भी पढ़ें:दिन स्टार्ट करने के लिए बेहतरीन है तेज पत्ते का पानी, जानिए फायदे और बनाने का तरीकाक्या है खजूर खाने का सही समयखजूर के मामले में फ्रुक्टोज की मौजूदगी खाली पेट खाने पर परेशानी और पेट खराब कर सकती है। हालांकि, खाने के बाद खजूर खाना भी परेशानी भरा हो सकता है, खासकर अगर आपको पाचन संबंधी समस्या है। ऐसा इसलिए है क्योंकि खजूर फाइबर से भरपूर होते हैं, जो आपको जल्दी भरा हुआ महसूस कराता है, लेकिन पाचन प्रक्रिया में बहुत लंबा समय लगता है, जिसकी वजह से सूजन की समस्या हो सकती है।अगर आपको आपको खजूर से एलर्जी है या आपको लूज मोशन हो रहे हैं तो आपको खजूर खाने से बचना चाहिए क्योंकि वे सोर्बिटोल नामक शक्कर अल्कोहल से भरपूर होते हैं, जो परेशानी को बढ़ाता है और ज्यादा मल त्याग करता है। इन कुछ स्थितियों के अलावा, आप खजूर को नाश्ते के रूप में या दिन में कभी भी खा सकते हैं।सुबह क्यों खाएं खजूर?सुबह-सुबह खजूर खाने से आपके शरीर को बहुत एनर्जी मिलती है। सुबह खजूर खाने से आंतों के कीड़ों को मारने में मदद मिलती है। इसके अलावा खजूर जरूरी अंगों को साफ करने में भी मदद करता है। ये दिल और लिवर के स्वास्थ्य में सुधार करता है। इसके अलावा खजूर में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट स्किन और बालों को एक नेचुरल चमक देते हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो खजूर खाने से शक्ति में सुधार होता है और यह कामोत्तेजक के रूप में भी काम करता है
- बदलते लाइफस्टाइल में लोगों को खानपान और फिजिकल एक्टिविटी न करने की वजह से कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना कर पड़ रहा है। इन्हीं स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में से एक है अचानक हाथ और पैर का सुन्न पडऩा। अक्सर लगातार बैठे रहने, लैपटॉप और मोबाइल पर काम करते वक्त लोगों के हाथ-पैर सुन्न पड़ जाते हैं। हाथ-पैर के सुन्न पडऩे का मतलब है कुछ वक्त के लिए शरीर के उस हिस्से का महसूस न होना। हाथ-पैर सुन्न पडऩे की समस्या को ज्यादातर लोग यूं ही ले लेते हैं। उन्हें लगता है कि ये ऐसे ही हो गया होगा, लेकिन वो इस बात से बेखबर होते हैं कि ये बड़ी बीमारी की वजह बन सकता है। आइए जानते हैं हाथ-पैर के सुन्न होने के पीछे कौन से विटामिन की कमी है और इसे कैसे राहत पाई जा सकती है।विटामिन बी12 की कमी होने पर हाथ-पैर के सुन्न होने की समस्या होती है। हाथ-पैर के सुन्न होने की समस्या ज्यादातर 50 साल के बाद देखी जाती है, हालांकि अब इस तरह की समस्या छोटे बच्चों में भी देखने को मिलती है।कैसे पाएं इस समस्या से राहतहाथ-पैर के सुन्न होने की समस्या से राहत पाने के लिए अपनी डाइट में पर्याप्त मात्रा में विटामिन बी12 का सेवन करें। शरीर में विटामिन बी 12 की कमी न हो इसके लिए आप निम्नलिखित फूड को अपने खाने में शामिल कर सकते हैं:अंडा: अंडा प्रोटीन का बेस्ट सोर्स माना जाता है। डेली डाइट में अंडे का सेवन करने से शरीर में विटामिन बी12 की कमी को आसानी से पूरा किया जा सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि एक व्यक्ति को सप्ताह में 5 से ज्यादा अंडों का सेवन नहीं करना चाहिए।दही: दही में पर्याप्त मात्रा में विटामिन बी2, बी 1 और बी12 पाया जाता है। शरीर में विटामिन बी12 की कमी को पूरा करने के लिए प्रतिदिन एक कटोरी दही का सेवन जरूर करें।पनीर : पनीर भी विटामिन बी 12 का अच्छा सोर्स माना जाता है। सप्ताह में 2 बार पनीर का सेवन करने से शरीर का वजन घटाने और विटामिन बी12 की कमी को पूरा करने में मदद मिलती है।इसके अलावा आप विटामिन बी12 की कमी को पूरा करने के लिए मछली, चिकन और ब्रोकली जैसी चीजों को भी अपनी डेली डाइट का हिस्सा बना सकते हैं।
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वजन घटाने के लिए नियमित रूप से व्यायाम करने के साथ हेल्दी डाइट लेना बहुत ही जरूरी है. ऐसे में आप कई तरह की टी भी डाइट में शामिल कर सकते हैं. ये आपके मेटाबॉलिज्म को तेज करने का काम करती है. ये तेजी से वजन घटाने में मदद करती हैं.
ग्रीन टी - वजन घटाने के लिए ग्रीन टी का सेवन लोकप्रिय रूप से किया जाता है. ये मेटाबॉलिज्म को तेज करने में मदद करती है. इसमें पॉलीफेनॉल्स होते हैं. इसका सेवन करने से आसानी से वजन घटाने में मदद मिलती है.
ब्लैक टी - ब्लैड टी में फ्लोवोनोइड्स गुण होते हैं. ये मेटाबॉलिज्म को तेज करने में मदद करते हैं. ये तेजी से वजन घटाने में मदद करते हैं. आप रोजाना ब्लैक टी का सेवन भी कर सकते हैं.
व्हाइट टी - व्हाइट टी के बारे में शहद ज्यादा लोगों को जानकारी न हो लेकिन ये भी वजन घटाने में तेजी से मदद करती हैं. इसमें अन्य चाय की तुलना में बहुत ही कम कैफीन होता है.
सौंफ की चाय - सौंफ एक बेहतरीन माउथ फ्रेशनर के रूप में काम करता है. सौंफ का इस्तेमाल करके आप चाय भी बना सकते हैं. इसमें फाइबर अधिक मात्रा में होता है. ये चाय पाचन तंत्र को स्वस्थ रखती है और तेजी से वजन घटाने में मदद करती है. - मौसम बदलते ही लोगों के बीच बालों के झड़ने की समस्या आम हो जाती है। लेकिन आजकल बिगड़ा लाइफस्टाइल और खान-पान की खराब आदतें, इस समस्या को और बढ़ा रही हैं। अगर आप भी बालों के झड़ने और रूखे होने से परेशान हैं तो अमरूद की पत्तियां आपकी मदद कर सकती है। जी हां, आज तक आपने अमरूद खाने के तो कई फायदे सुने होंगे लेकिन इसकी पत्तियां भी बेहद गुणकारी होती हैं। अमरूद की पत्तियों की मदद से आप अपने हेयर फॉल की समस्या को बड़ी आसानी से रोक सकते हैं। अमरूद की पत्तियों में कई ऐसे औषधीय गुण पाए जाते हैं जो आपकी सेहत ही नहीं आपके बालों के लिए भी बेहद फायदेमंद हैं।कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करना हो या फिर वजन, अमरूद के पत्ते इन सबका रामबाण इलाज हैं। इतना ही नहीं अमरूद की पत्तियां बालों का झड़ना कम करके हेयर डैमेज होने से भी रोक सकती हैं।अमरूद के पत्ते पोषक तत्वों के साथ एंटीऑक्सिडेंट से भी भरपूर होते हैं, जो बालों को खूबसूरत बनाए रखने के साथ उनकी ग्रोथ में भी मदद करते हैं। इन पत्तों को बालों पर लगाने से बाल मुलायम और चमकदार बनते हैं। इन पत्तियों में मौजूद विटामिन सी हेयर फॉल की समस्या को भी ठीक करती है। ऐसे में आइए जानते हैं हेयर फॉल को रोकने के लिए अमरूद की इन पत्तियों का इस्तेमाल करने का सही तरीका क्या है।हेयर फॉल रोकने के लिए ऐसे करें अमरूद की पत्तियों का इस्तेमाल-हेयर फॉल रोकने के लिए सबसे पहले एक बर्तन में एक लीटर पानी को कम से कम 20 मिनट उबाल ले, उसमें अमरूद की पत्तियां डाल दे। अब इस घोल का ठंडा होने का इंतजार करें। अब इस घोल को आगे भी यूज करने के लिए एक बोतल में भरकर रख दे। यह घोल बालों का रुखापन कम करके उन्हें चमकदार और हेल्दी बनाने में मदद करेगा। अब इस घोल को हथेली पर पूरी तरह फैलाकर बालों की जड़ों पर अच्छी तरह लगा लें। शैम्पू करने से कुछ घंटो पहले तक इसे बालों में लगे रहने दें। इसके बाद हेयर वॉश कर दें।
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हेल्दी नाश्ता आपको दिनभर ऊर्जावान रखने का काम करता है. आप नाश्ते में बीन स्प्राउट्स शामिल कर सकते हैं. इन्हें टमाटर, प्याज, मिर्च, या नींबू जैसी चीजों का इस्तेमाल करके बनाया जाता है. बीन स्प्राउट्स का सेवन करने से आपकी सेहत को कई फायदे मिलते हैं.
पाचन में सुधार - बीन स्प्राउट्स में अघुलनशील फाइबर होता है. स्प्राउट्स का सेवन आंतों को स्वस्थ रखने का काम करता है. ये कब्ज की समस्या से राहत दिलाता है. बीन स्प्राउट्स का सेवन पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने का काम करता है. पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाए रखने के लिए आप बीन स्प्राउट्स का सेवन भी नियमित रूप से कर सकते हैं.
ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए - बीन स्प्राउट्स का सेवन करने से बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद मिलती है. ये हृदय संबंधित समस्याओं से बचाने का काम करते हैं. ये ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है. बीन स्प्राउट्स हृदय को स्वस्थ रखने और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करते हैं.
हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए - स्प्राउट्स विटामिन का एक बेहतरीन स्त्रोत हैं. बीन स्प्राउट्स हड्डियों को मजबूत बनाने का काम भी करते हैं. ये हड्डियों संबंधित समस्याओं से बचाने का काम करते हैं. ये ऑस्टियोपोरोसिस के जोखिम को कम करते हैं. आप इन्हें भी डाइट शामिल कर सकते हैं.
वजन घटाने के लिए - वजन घटाने वाली डाइट में आप बीन स्प्राउट्स शामिल कर सकते हैं. ये पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं. इसमें फाइबर और प्रोटीन जैसे पोषक तत्व होते हैं. इनमें कैलोरी बहुत ही कम मात्रा में होती है. ये तेजी से वजन घटाने में मदद करते हैं. -
ये सच है कि किसी दिन ज्यादा थक जाए, तो उस दिन बहुत बेहतर नींद आती है. बेहतर नींद को एक तरह का मेडिटेशन तक माना जाता है, क्योंकि इससे हमारा शरीर ही नहीं दिमाग भी रिलैक्स होता है. जो लोग नियमित रूप से 8 घंटे की नींद लेते हैं, वे अगले दिन उठने पर फ्रेश फील करते हैं. पुराने समय में अधिकतर लोग ऐसे जीवन को जीते थे, लेकिन अब समय बदल गया है. आज बिजी लाइफ, शेड्यूल और जिम्मेदारियों के कारण लोग ठीक से सो नहीं पाते हैं. वे फिजिकली ही नहीं मेंटली भी बहुत थक जाते हैं, लेकिन फिर भी उन्हें नींद न आने की प्रॉब्लम परेशान करती है.
थकान के साथ रात में घंटों जागना रहना एक तरह की बीमारी है, जिसकी चपेट में अधिकतर लोग रहते हैं. कहीं आपको भी तो इस तरह की दिक्कत का सामना करना नहीं पड़ रहा है. इसे इंग्लिश में स्लीपिंग डिसऑर्डर कहा जाता है. इस हेल्थ प्रॉब्लम से राहत पाना चाहते हैं, तो इन आयुर्वेदिक टिप्स को अपनाएं.
तलवों की मालिश--
क्या आप जानते हैं कि अगर पैर रिलैक्स होते हैं, तो हमारा दिमाग भी शांत रहता है. पैरों को आराम मिलेगा, तो आप बेहतर नींद ले पाएंगे. थकान के बीच पैरों में लगातार दर्द बहुत प्रभावित करता है और नींद नहीं आती है. आपको बस थोड़ा सा सरसों का तेल गर्म करना है और इसकी पैरों के तलवों पर मालिश करनी है. करीब 5 से 7 मिनट तलवों की मसाज करें और कपड़े से तेल को हटाकर सो जाएं.
मेडिकेटेड मिल्क--
यहां मेडिकेटेड मिल्क का मतलब आयुर्वेदिक तरीके से दूध को तैयार करना है. इसके लिए गुनगुना दूध लें और इसमें 1/4 चम्मच जायफल पाउडर, चुटकी भर हल्दी और इलायची पाउडर मिलाएं. दूध में इन चीजों को मिला लेने के बाद इसे फिर से उबाल लें और गुनगुना होने पर सिप-सिप करके पिएं. आयुर्वेदिक तरीके से तैयार इस दूध को पीने से आपका शरीर रिलैक्स फील करेगा और आपको बेहतर नींद आएगी. साथ ही इससे थकान भी दूर होगी.
डाइट का खयाल रखें--
हमारी डाइट हमारे सेहतमंद रहने का राज होती है. आप जो भी खाते हैं, वो आपकी सेहत पर वैसा ही असर डालता है. आयुर्वेदिक एक्सपर्ट्स का कहना है कि हमेशा कम तेल और कम मसालों वाले भोजन का सेवन करें. हमेशा सूर्यास्त से पहले भोज कर लें और ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं. इसके अलावा शाम में चाय, गरमा गरम खाने का सेवन जैसी गंदी आदतों से दूरी बनाएं. -
अच्छे भले दिखने वाले इंसान को कब हार्ट अटैक हो जाए पता नहीं। बीते कुछ सालों में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। खासकर 40 से ऊपर कई फिल्मी हस्तियों के साथ ऐसा हुआ तो लोग सोचने पर मजबूर हो गए। आपका दिल अगर कमजोर हो रहा है तो संकेत मिलने लगते हैं। हालांकि हमें नहीं पता चल पाता कि इनको इग्नोर करना कितना भारी पड़ सकता है। सबसे अच्छी बात यह है कि दिल की 80 फीसदी बीमारियों से बचाव संभव है। अगर आपको पहले से लक्षण पता हैं तो आप सतर्क हो सकते हैं।
लाइफस्टाइल से जुड़ी है दिल की बीमारीदिल की बीमारी या स्ट्रोक्स काफी हद तक हमारी लाइफस्टाइल पर भी निर्भर करते हैं। Eat This, Not That की रिपोर्ट में फ्लोरिडा के कार्डियोथोरेसिक सर्जरी के डायरेक्टर डॉक्टर जेफ्री न्यूमैन ने बताया कि कैसे लक्षणों को पहचानकर हार्टअटैक से बचा जा सकता है।हांफने को न करें इग्नोरडॉक्टर न्यूमैन बताते हैं, अपनी डेली ऐक्टिविटी में चलने-फिरने में आप हांफने लगते हैं तो यह अच्छा संकेत नहीं है। अगर आप बेडरूम से किचन तक जाने में आपकी सांस फूलने लगती है या बैठने का मन करता है तो यह लक्षण आपका दिल कमजोर होने का है। इसका मतलब यह है कि आपका हार्ट ठीक से पंपिंग नहीं कर रहा और आपका ब्लड लंग्स में वापस आ रहा है।मेहनत करने में हो सीने में दर्द...अगर थोड़ी दूरी पर चलने या कुछ सामान उठाने में आपको सीने में दर्द महसूस होा है तो आपको हार्ट अटैक का खतरा है।बेहोशी पर रहें अलर्टबेहोश होना भी खतरनाक लक्षण है। इसका मतलब है कि आपके हार्ट के वॉल्व में सिकुड़न है।सूजन पर दें ध्यानडॉक्टर न्यूमैन बताते हैं कि सूजन होने का मतलब है कि आपका दिल ठीक से पंप नहीं कर रहा। यह भी दिल की बीमारी का लक्षण है। यह सूजन आपके पंजों या पैरों में भी हो सकती है।बढ़ी हो हार्टबीटथोड़ी सी ऐक्टिविटी में आपकी हार्ट बीट बहुत बढ़ जाती है या हार्ट रेट बेवजह तेज है तो अपना हार्ट चेकअप करवा लें। -
कई बार ऐसा होता है जब खाना खाने का मन तो कह रहा होता है लेकिन सब्जी को देख कर इच्छा कम हो जाती है। अक्सर ऐसा तब होता है जब सब्जी मनपसंद न हो। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो आप लहसुन की इंस्टेंट चटनी बना सकते हैं। ये चटनी खाने के जायके को पूरी तरह से बदल देगी। अच्छी बात यह है कि इसे बनाने में बहुत ज्यादा कोई तामझाम नहीं होता। आप आसानी से और फटाफट इसे बनाकर तैयार कर सकते हैं। साउड इंडियन डिश के साथ भी इसे सर्व किया जा सकता है। यहां सीखें इसे बनाने का तरीका।
कैसे बनाएं लहसुन की चटनीलहसुन चटनी बनाने के लिए आपको चाहिए लहसुन की कलियां, छोटा टमाटर, सांबर पाउडर, जीरा पाउडर, नमक, तेल। इसे बनाने के लिए लहसुन को अच्छे से छील लें और फिर मूसल में इसे दरदरा मैश कर लें, बारी-बारी से आप इसे ब्लेंड कर सकते हैं फिर टमाटर को कद्दूकस करें और इसके छिलके को हटा दें। अब तेल छोड़कर सारी सामग्री मिला लें। फिर गर्मा गर्म तेल डालकर इसे अच्छी तरह मिला लें। लहसुन की इंस्टेंट चटनी तैयार है। इसे डोसा, उत्तपम, रोटी, पराठा, चावल के साथ सर्व किया जा सकता है।लहसुन छीलने के लिए अपनाएं आसान तरीकाचटनी फटाफट बनाकर तैयार करने के लिए लहसुन छीलने के लिए आसान तरीके को अपनाएं। इसके लिए कलियों को कुछ देर के लिए पानी में भिगोएं और फिर छीलें या फिर एक बॉक्स में लहसुन की कलियों को डालें और फिर डब्बे को अच्छे से शेक करें। लहसुन का छिलका निकलकर एक तरह हो जाएगा।-- - बालों के समय से पहले सफेद होने की समस्या का एक बड़ा कारण खराब खानपान या पोषक तत्वों से भरपूर आहार नहीं लेना है। इसलिए शारीरिक स्वास्थ्य की बात हो या त्वचा और बालों को स्वस्थ रखने की, आपको संतुलित आहार और डाइट में पोषक तत्वों से भरपूर फूड्स को डाइट में शामिल करना चाहिए। लेकिन अक्सर लोग इस बात को लेकर लोग काफी असमंजस में रहते हैं, कि सफेद बालों को काला करने और बालों का झडऩा, कमजोर दो मुंहे बाल, ड्राई हेयर और समय से पहले बाल सफेद होने जैसी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए क्या खाएं? या डाइट में किन फूड्स को शामिल करें? इस लेख में हम आपको सफेद बालों को काला करने और हेल्दी बालों के लिए 10 फूड्स बता रहे हैं।1. विटामिन से भरपूर फूड्सऐसे फूड्स डाइट में शामिल करें जिनमें बालों को स्वस्थ रखने वाले जरूरी विटामिन मौजूद हों जैसे विटामिन बी और बी12, बी7 या बायोटिन, डी, ई, ए आदि। यह बालों को हेल्दी रखने में अहम भूमिका निभाते हैं।2. जरूरी मिनरल वाले फूड्सजिंक, लोहा, मैग्नीशियम, सेलेनियम, कॉपर आदि जैसे जरूरी मिनरल्स बालों को हेल्दी रखने के लिए आपके फूड्स में होना जरूरी है। फल, हरी पत्तेदार सब्जियों में जरूरी विटामिन और मिनरल्स अच्छी मात्रा में मौजूद होते हैं।3. अदरक का सेवन करेंअदरक कई औषधीय गुणों से भरपूर होती है। इसलिए रोजाना नियमित रूप से अदरक वाली चाय, अदरक का पानी, या 1 चम्मच अदरक को कूटकर या कद्दूकस करके इसमें एक चम्मच शहद मिलाकर सेवन करें।4. ब्लैकस्ट्रैप गुड़ का सेवन करेंहफ्ते में कम से कम 3 दिन एक चम्मच ब्लैकस्ट्रैप गुड़ का सेवन जरूर करें। इसमें विटामिन बी 6, मैग्नीशियम, पोटेशियम और आयरन जैसे बालों के लिए जरूरी विटामिन और मिनरल्स प्रचुर मात्रा में होते हैं।5. आंवला खाएंआंवला का सेवन करने से बालों की लगभग सभी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। यह शरीर में पित्त दोष को भी संतुलित करता है, जो समय से पहले बालों के सफेद होने का कारण बनता है।6. काले तिल खाएंसफेद तिल की तुलना में काले तिल बालों के लिए अधिक फायदेमंद माने जाते हैं। यह बालों को सफेद होने से रोकता है और सफेद बालों को फिर से नैचुरली काला करने में मददगार है। कोशिश करें कि सप्ताह में 2-3 बार एक चम्मच काले तिल में गुड़ या शहद मिलाकर खाएं।7. व्हीटग्रास जूससफेद बालों से छुटकारा पाने के लिए एक गिलास ताजा व्हीटग्रास जूस का रोजाना सेवन करना चाहिए। आप अपने शेक और स्मूदीज में भी एक चम्मच व्हीटग्रास पाउडर मिलाकर इसका सेवन कर सकते हैं।8. गाजर और गाजर का रसबालों को हेल्दी रखने के लिए रोजाना गाजर का सेवन या एक गिलास गाजर के जूस का सेवन जरूर करना चाहिए।9. केटालेज एंजाइम से भरपूर फूड खाएंयह एंजाइम ऑक्सीडेटिव डैमेज को रोकने में मदद करता है और बालों को हेल्दी रखने में अहम भूमिका निभाता है। यह लहसुन, गोभी, शकरकंद, केल, ब्रोकली, बादाम आदि में प्रचुर मात्रा में मौजूद होता है।10. अश्वगंधाअश्वगंधा का सेवन सिर्फ बालों को ही हेल्दी नहीं रखने में मदद नहीं करता है, बल्कि इससे सेहत को अनेक फायदे मिलते हैं। आप अश्वगंधा का पाउडर, सप्लीमेंट आदि का दूध के साथ सेवन कर सकते हैं।एक्सपर्ट क्या सलाह देते हैंअगर सफेद बालों की समस्या अनुवांशिक है, तो ऐसे में आप कुछ खास नहीं कर सकते हैं। मेडिकल कंडीशन के कारण बाल सफेद होने की समस्या में डॉक्टर से परामर्श करना सबसे ज्यादा बेहतर है। हालांकि आपको बालों को हेल्दी और नैचुरली काले बनाने के लिए जीवनशैली में कुछ बदलाव करना भी जरूरी है, जैसे:-स्मोकिंग से सख्त परहेज करें, क्योंकि इससे बालों के रोम को नुकसान पहुंचता है।-धूप में अधिक समय बिताने से बचें, साथ ही बालों को हीट भी न करें।-हेयर ड्रायर जैसी मशीनों के प्रयोग से बालों को नुकसान न पहुंचाएं।-बालों में नियमित रूप से तेल जरूर लगाएं, सप्ताह में 2-3 बार पर्याप्त है।-ज्यादा केमिकल वाले शैंपू, और अन्य हेयर केयर प्रोडक्ट्स के प्रयोग से बचें।
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मुंह के छालों का दर्द वे लोग ही ज्यादा समझ सकते हैं, जिन्हें यह प्रॉब्लम कभी न कभी हुई है। इन फफोले के कारण न तो कोई पी सकता है और न ही कोई ठीक से खा सकता है। वहीं, बात करना कई बार असंभव सा हो जाता है। अल्सर का कारण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न होता है, लेकिन सबसे सामान्य कारण आवश्यक विटामिन की कमी, डिहाइड्रेशन और और फूड एलर्जी भी है। माउथ अल्सर के लिए आपको कई जेल भी मिल जाएंगे लेकिन अल्सर का का घरेलू इलाज आपको किचन में ही मिल जाएगा। आइए, जानते हैं कुछ टिप्स-
हल्दीहल्दी अपने औषधीय गुणों के कारण किसी भी तरह के जख्म को कुछ ही समय में ठीक कर सकती है। मुंह के अल्सर को ठीक में यह कारगर है। हल्दी का गाढ़ा पेस्ट बनाने के लिए थोड़ा पानी और हल्दी मिलाएं। इस हल्दी के पेस्ट को दिन में तीन बार छालों पर लगाएं।एप्पल साइडर विनेगरएप्पल साइडर विनेगर के मुंह के अंदर के कीटाणुओं से लड़ने में मदद करते हैं जो अल्सर का कारण होते हैं। एक छोटे कप गुनगुने पानी में एक बड़ा चम्मच विनेगर मिलाएं। घोल को अच्छी तरह मिलाएं, इसमें से कुछ को मुंह के अंदर लें और कुल्ला करें। इसे रिपीट करें और जब घोल खत्म हो जाए, तो अपने मुंह को ताजे पानी से धो लें। ऐसा रोज सुबह-शाम करने से अल्सर जल्दी ठीक हो जाएगा।कोकोनट मिल्कनारियल के दूध का मुंह के छालों पर लगाने से ठंडक मिलती है। इसके लिए सबसे पहले दिन में दो या तीन बार नारियल के दूध से गरारे करने से अल्सर का का दर्द कम हो जाएगा। आप नारियल के दूध से कुल्ला भी कर सकते हैं।शहदशहद के औषधीय और रोगाणुरोधी गुण घावों को तुरंत भरने में मदद करते हैं। शहद की कुछ अच्छी मात्रा को छालों पर लगाएं। इसे हर दो घंटे में लगाते रहें आपको एक दिन में ही फायदा दिखने लग जाएगा। -
वेट लॉस के लिए एक दिन में कितने अंडे खाने चाहिए
वेट लॉस के लिए कोशिशों में लगे लोग अंडे और चिकन को डाइट में जरूर शामिल करते हैं क्योंकि दोनों प्रोटीन का बेस्ट सोर्स हैं। आप अगर अंडे खाते हैं, तो आपको वेट लॉस के लिए अंडों को डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए। अंडे पोषक तत्वों, विशेष रूप से प्रोटीन का भंडार हैं। एक अंडे में आयरन, विटामिन और मिनरल के साथ 75 कैलोरी, 7 ग्राम हाई क्वालिटी प्रोटीन, 5 ग्राम फैट और 1.6 ग्राम सैचुरेटेड फैट होता है। इतने पोषक तत्व होने के बाद भी सलाह दी जाती है कि आपको रोजाना अंडे ज्यादा नहीं खाने चाहिए। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें, ज्यादा अंडे खाने से शरीर पर बुरा असर पड़ सकता है।एक दिन में ज्यादा अंडे क्यों नहीं खाने चाहिएप्रोटीन मेटबॉलिज्म को बढ़ावा देने के साथ इम्यूनिटी को बढ़ाता है लेकिन सिर्फ अंडे खाने से उस व्यक्ति में वजन बढ़ सकता है और दूसरी हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती हैं, जो इसे अधिक मात्रा में लेती हैं। बहुत सारे अंडे कुछ लोगों में सूजन का कारण भी बन सकते हैं। जर्दी के अधिक सेवन से कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है और वजन भी बढ़ सकता है। यह आहार कोलेस्ट्रॉल और वसा से भरा है। एक औसत वयस्क के लिए, एक दिन के लिए दो पूरे अंडे काफी होते हैं। जैसे एक अंडे का सफेद भाग और एक पूरा अंडा।वेट लॉस के लिए ऐसे खाएं अंडेकुछ पोषण विशेषज्ञ यह भी सलाह देते हैं कि आपको खाने में अंडे के अलावा शुद्ध शाकाहारी प्रोटीन स्रोत होना चाहिए। रोजाना अंडे के अलावा आपको पालक, एवोकाडो, मशरूम, केल, हरा मटर भी खाना चाहिए। आप चाहें, तो उबले अंडे को उबली हुई सब्जियों के साथ खा सकते हैं, इससे भी वेट लॉस बहुत जल्दी होता है। -
फिट और हेल्दी रहने के लिए अपनाएं ये बेहद आसान टिप्स
इन दिनों हार्ट अटैक एक कॉमन समस्या हो गई है। हर कोई अपने बिजी शेड्यूल के कारण इन दिनों कम समय होने की शिकायत करते हैं। ऐसे में हेल्थ और फिटनेस को मेंटेन करने के लिए उनके पास समय ही नहीं होता। लेकिन आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि कुछ टिप्स को अपनाकर आप हेल्दी और फिट रह सकते हैं।एचटी के साथ बातचीते के दौरान हेल्थ विशेषज्ञ और स्टार इमेजिंग और पाथ लैब के निदेशक डॉ समीर भाटी ने हेल्थ और फिट रहने के लिए कुछ सुझाव दिए हैं।1) हेल्दी नाश्ता- सुबह की पहली मील यानी आपका नाश्ता हमेशा हेल्दी और पौष्टिक होना चाहिए क्योंकि यह आपको पूरे दिन के लिए चार्ज करता है। सुबह का नाश्ता स्किप करना गलत है क्योंकि ऐसा करने से आपका वजन बढ़ सकता है। इसके अलाव दिल की बीमारी, मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल और के खतरे को बढ़ा सकता है।2) फल और सब्जियां- फल और सब्जियां जरूरी विटामिन और खनिजों का सबसे अच्छा स्रोत हैं। इसमें फाइबर होता है जो आपको वेट मैनेज करने में भी मदद करता है। कई तरह की परेशानियों से निपटने में ये मददगार है।3) खाने की सही चॉइस- ग्रोसरी शॉपिंग के दैरीन प्रोटीन बार, मखाना, बाजरा पफ जैसे हेल्दी स्नैक्स को चुनें। टेंशन में खाना, चीनी और नमक ज्यादा खाना, पैकेज वाला खाना या जंक फूड खाने से बचें।4) कैफीन की मात्रा पर दें ध्यान- अपने कैफीन की मात्रा पर ध्यान दें। चाय-कॉफी की जगह पानी, नींबू का रस, नारियल पानी, स्मूदी, दूध और ठंडे ड्रिंक्स से खुद को हाइड्रेट करें।5) फिजिकल एक्टिविटी पर दें ध्यान- हेल्दी मेटाबॉलिज्म के लिए शारीरिक एक्टिविटी जरूरी है। इसे करने से स्लीप साइकिल बेहतर होती है और ब्लड फ्लो होता बूस्ट है। रोजाना सुबह 15 मिनट की सैर करें।6) विटामिन डी और विटामिन बी12 पर रखें नजर- विटामिन डी3 और विटामिन बी12 की कमी को आजकल एक साइलेंट महामारी के रूप में देखा जाता है। यह बहुत ही चिंताजनक है क्योंकि इसका सीधा प्रभाव हड्डी और हार्मोनल हेल्थ पर पड़ता है। इन विटामिनों की कमी के लिए आप रोजाना सुबह धूप में बिताएं, मशरूम, दूध और डेयरी प्रोडक्ट ले सकते हैं और डॉक्टर की सलाह से सप्लीमेंट ले सकते हैं। - सुबह के पहले और आखिरी भोजन का खास ख्याल रखना चाहिए। जिसे लेकर हर कोई अलग-अलग बात करता है। कुछ खाने के समय को लेकर तो कुछ लोग खाने में क्या खाएं जैसे टॉपिक्स पर बात करते हैं। यहां हम बता रहे हैं आयुर्वेद के मुताबिक आपको रात के भोजन में क्या खाना चाहिए और किन चीजों को खाने से बचना चाहिए।डिनर में खाने के लिए बेस्ट चीजेंआयुर्वेद के मुताबिक रात के खाने में लो कार्ब डायट को चुनने की सलाह दी जाती है। ऐसे में आप रात के खाने में करी पत्ता, दाल, हल्दी और थोड़ी मात्रा में अदरक जैसी चीजों को खाने में शामिल कर सकते हैं। डिनर में आप जो भी कुछ खा रहे हैं, उसे खाने के बाद आपके पेट को हल्का महसूस करना चाहिए। डिनर के बाद भारीपन नहीं होना चाहिए। रात में ज्यादा हैवी खाने से फैट जमा हो जाता है और वजन बढ़ जाता है। हालांकि, आपको इस बात का भी ध्यान रखना है कि जो खा रहे हैं उसकी सही हो।रात के खाने में क्या नहीं खाना चाहिएआयुर्वेद के मुताबिक डिनर में ऑयली खाना, जंक फूड, मिठाई, चॉकलेट, पचाने में हैवी खाना, मांसाहारी खाना, ठंडा या जमा हुआ खाना, आइसक्रीम और दही जैसी चीजों को खाने से बचना चाहिए। जब इन खाने की चीजों को खाया जाता है, तो कफ बढ़ जाता है। जिसकी वजह से खांसी, जुखाम और सर्दी का बिगडऩा, एलर्जी, वजन बढऩा, उल्टी अपच जैसी परेशानियां हो सकती हैं।
- कटहल मोरेसी प्लांट फैमिली का हिस्सा है, जिसमें अंजीर, शहतूत और ब्रेडफ्रूट भी शामिल हैं। दुनिया का सबसे बड़ा पेड़ फल है और वजन में 80 पाउंड (35 किलो) तक पहुंच सकता है। पके कटहल का स्वाद मीठा होता है। यह सेब, अनानास, आम और केले जैसे स्वाद से मिलता-जुलता है। कच्चे कटहल की बात करें, तो आपने कटहल की सब्जी या बिरयानी तो बहुत बार खाई होगी। कटहल स्वाद में ही मजेदार नहीं लगता बल्कि यह गुणों से भरा हुआ है। कटहल के अंदर कई पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं जैसे, विटामिन ए, सी, थाइमिन, पोटैशियम, कैल्शियम, राइबोफ्लेविन, आयरन जैसे पोषक तत्व होते हैं। इसमें काफी फाइबर पाया जाता है। सबसे खास बात यह है कि इसमें बिल्कुल भी कैलोरी नहीं होती है। आप अगर वेट लॉस के लिए कटहल खा रहे हैं, तो आपके लिए यह बेस्ट सब्जी है।कैंसर से बचाव करता हैकटहल में लिग्नांस, आइसोफ्लेवोंस और सैपोनिन जैसे फाइटोन्यूट्रिएंट्स से समृद्ध होता है, जो एंटी कैंसर गुणों के लिए जाना जाता है। कैंसर से बचाव के लिए आपको यह सब्जी जरूर खानी चाहिए।दिल को मजबूत बनाता हैकटहल में मौजूद विटामिन बी 6 रक्त में होमोसिस्टीन के स्तर को कम करने में मदद करता है। इससे दिल की बीमारियों का खतरा काफी हद तक कम होता है। ऐसे में आपको इसे डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।इम्यूनिटी बूस्टर होता हैआप अगर बार-बार बीमार पड़ते हैं, तो आपको कटहल जरूर खाना चाहिए। कटहल का सेवन करने पर यह एंटीऑक्सीडेंट क्षमता और लैक्टिक एसिड को बढ़ाता है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मददगार हैं।वेट लॉस के लिए कारगरआप कटहल को लंच ऑप्शन के रूप में खा सकते हैं। कटहल फाइबर से भरपूर होता है, जो वजन कम करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, कटहल में बहुत कम कैलोरी होती है, जो इसे वेट लॉस फ्रेंडली बनाता है।आंखों की रोशनी बढ़ाता हैयह विटामिन ए से भरपूर होता है, जो आंखों की रोशनी को बनाए रखने के लिए अच्छा माना जाता है। आपको अगर आंखों में दर्द की शिकायत रहती है, तो आपको डाइट में कटहल को जरूर शामिल करना चाहिए।
- खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए तेज पत्ता का इस्तेमाल अक्सर किया जाता है। ये पत्तियां खुश्बू से पूर्ण होती हैं जो खाने में स्वाद और खुशबू दोनों भर देती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जीरा और अजवाइन की तरह आप तेज पत्ता के पानी से भी अपने दिन की शुरुआत कर सकते हैं। इसे आप दो तरह से इस्तेमाल कर सकते हैं। यहां दोनों तरीके और इसके फायदे बताए गए हैं। पढ़ें-तेज पत्ता पानी के फायदे1) हार्ट हेल्थ के लिए बेहतरीन- तेजपत्ते की चाय आपके दिल के लिए अच्छी है, इसमें पोटेशियम, एंटीऑक्सिडेंट और आयरन है। ये पोषक तत्व हृदय गति के साथ-साथ ब्ल प्रेशर को कम करने में मदद करते हैं।2) बूस्ट होगा इम्यून सिस्टम-तेज पत्ता चाय विटामिन सी का एक स्रोत है, यह इम्यून सिस्टम के लिए भी बहुत अच्छा है और इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो संक्रमण को दूर रखते हैं।3) वजन घटाने में मददगार- तेजपत्ते की चाय में दालचीनी के गुण शामिल होते हैं जो मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देते हैं और वजन घटाने में मदद करती है। इसके अलावा ये आपके तनाव के स्तर को भी कम कर सकते हैं।4) केंसर के इलाज नें मददगार- इसके औषधीय गुणों के कारण, कुछ लोग कैंसर के इलाज के लिए भी तेज पत्ते की चाय का पीते हैं। इसके अलावा, इसके एंटी इंफ्लामेटरी गुण आपके शरीर को सूजन से बचाते हैं।5) कब्ज रोकने में मददगार- तेज पत्ते पाचन में सुधार करने के लिए भी जाने जाते हैं। यह कब्ज से छुटकारा दिलाने में कारगर है।कैसे बनाएं तेज पत्ता का पानीइसे बनाने के लिए एक पैन में पानी गर्म करें और फिर इसमें एक तेज पत्ता डालें। कुछ देर के लिए ढक दें और फिर इसे ढ़क दें। जब पानी उबल जाए तो इस एक ग्लास में डालें और सिप-सिप करते पीएं।बना सकते हैं तेज पत्ता की चायइसे बनाने के लिए, तेज पत्ते, एक चुटकी दालचीनी पाउडर, पानी, नींबू और शहद लें। फिर पत्तों को धो लें और एक बर्तन में पानी डालकर उबाल लें। फिर तेज पत्ता और दालचीनी पाउडर डालें और इसे 10 मिनट तक उबलने दें। आंच बंद कर दें और चाय को एक कप में छान लें। अब, अपने स्वाद के अनुसार कोई शहद या नींबू का रस मिलाएं। और फिर इस ड्रिंक का मजा लें।
- कई बार जल्दबाजी में गर्म खाना खाने या फिर चाय या कॉफी जैसे गर्म पेय पीने से व्यक्ति की जीभ जल जाती है। जो बाद में जीभ पर छाले या दर्द की वजह बन जाते हैं। जली हुई जीभ की वजह से व्यक्ति का कुछ भी खाना-पीना मुश्किल हो जाता है। अगर आप भी इस तरह की समस्या झेल चुके हैं तो अगली बार इस समस्या से तुरंत राहत पाने के लिए ये देसी नुस्खे अपनाना न भूलें।आइसक्रीम-तेज मिर्च या गर्म खाने की वजह से जीभ जलने पर आइसक्रीम का सेवन किया जा सकता है। आइसक्रीम जीभ की सूजन को कम करेगी और जीभ को आराम देगी। इसके लिए आप आइसक्रीम की छोटी-छोटी बाइट लें। इसको मुंह में रखकर तुरंत न खाएं बल्कि जीभ पर मेल्ट होने तक रखा रहने दें। इससे जलन में आराम मिलता है।शहद का सेवन-शहद में जीवाणुरोधी और सूजनरोधी गुण मौजूद होते हैं, जो जलन को कम करने में बेहद मददगार है। अपने मुंह में एक चम्मच शहद डालें और इसे निगलने से पहले थोड़ी देर मुंह में रहने दें। जल्द छालों से निजात पाने के लिए इसे दो-तीन बार इसी तरह मुंह में रखें।च्युइंग गम-पेपरमिंट वाले च्युइंग गम आपकी जीभ को ठंडक पहुंचाएंगे और आपको आराम मिलेगा। ये मुंह में थूक बनाने का काम जल्दी करते हैं जिससे मुंह हमेशा गीला रहेगा और दर्द से आराम मिलेगा।दही -जली हुई जीभ का इलाज करने के लिए दही सबसे अच्छा घरेलू उपचार है। इसमें ठंडक देने वाले गुण मौजूद होते हैं। जीभ जलने के तुरंत बाद एक चम्मच दही खाएं। एक चम्मच दही लें और इसे निगलने से पहले कुछ मिनटों के लिए अपनी जीभ पर रखें आपको आराम मिलेगा।पुदीना का सेवन-पुदीना में मेन्थॉल के गुण मौजूद रहते हैं जो जलन वाले हिस्से को सुन्न करके सूजन को कम करते हैं। पुदीने में मौजूद जीवाणुरोधी गुण स्किन को नुकसान पहुंचाने से बचाते हैं। आप जली हुई जीभ पर पुदीने का टूथपेस्ट लगा सकते हैं, ऐसा करने से आपको आराम मिलेगा।
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व्यस्त जीवनशैली और खानपान की खराब आदतें, एसिडिटी, कब्ज और ब्लोटिंग जैसी समस्याओं का कारण बनती हैं। आज इस तरह की समस्याओं से लगभग हर शख्स परेशान है। चिंता की बात यह है कि लगातार कब्ज रहने से शरीर के पाचन तंत्र पर भी काफी बुरा असर पड़ता है। जिसकी वजह से व्यक्ति को सिरदर्द, गैस, भूख में कमी, कमजोरी, जी-मिचलाना आदि समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं। जो कई बार तमाम इलाज और दवाइयों के बाद भी पहले जैसी ही बनी रहती हैं।
एसिडिटी का इलाज अगर समय पर नही किया जाए तो यह समस्या बढ़ जाती है, जिससे हार्ट और अन्य कई तरह की बीमारियां हो सकती है। ऐसे में अगर आप भी कब्ज और एसिडिटी जैसी किसी समस्या से परेशान हैं तो उससे छुटकारा पाने के लिए काला नमक और अजवायन का ये घरेलू नुस्खा अपना सकते हैं।
ये है काला नमक और अजवायन का ये असरदार नुस्खा-
काला नमक और अजवायन का ये नुस्खा बनाने के लिए सबसे पहले एक पैन में अजवायन सेंक कर इसका पाउडर बना लें। इसमें काला नमक मिलाएं। इसे खाने के बाद गुनगुने पानी के साथ लेने से एसिडिटी दूर होती है। अजवायन में मौजूद थायमॉल और काले नमक में अल्केलाइड्स होते हैं। इन दोनों को मिलाकर खाने से एसिडिटी दूर होती है।
कब्ज और गैस से राहत पाने के लिए-
अगर ऐसिडिटी और गैस से परेशान रहते हैं तो आपके लिए अजवाइन का नियमित सेवन बेहद फायदेमंद है। अगर नियमित नहीं लेते तो जिस दिन ज्यादा तेल-मसाले वाली चीजें खा लें, उस दिन अजवाइन जरूर खाएं। यह पेट में मौजूद हानिकारक तत्वों को खत्म करती है। खाना खाने के 10 मिनट बाद एक छोटा चम्मच साबुत अजवाइन चुटकीभर काला या सेंधा नमक के साथ लें और साथ में आधा गिलास पानी पी लें। हर दिन इसे सब्जियों में डालकर भी खा सकते हैं।
अत्यधिक सेवन से बचें-
अजवायन को आधे चम्मच से ज्यादा न लें, क्योंकि इसकी अधिक मात्रा लेने से उल्टी या फिर एलर्जी हो सकती है। विशेषज्ञों की मानें तो इसे दो बार से ज्यादा इस्तेमाल न करें। यदि आपको लिवर संबंधी समस्या है या मुंह में छाले हैं तो इसका सेवन न करें। - अधिकांश लोग, बिना सोचे-समझे अपने स्वाद को प्राथमिकता देते हुए कुछ भी खा लेते हैं। चाहे परिणाम कुछ भी हो। ऐसा करने में युवा सबसे आगे हैं। युवाओं में देखा गया है कि वह पोषक तत्वों की आवश्यकताओं को दरकिनार करते हुए अनहेल्दी खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं। जिसके नुकसान बाद में होते हैं। इसलिए यह सुनिश्चित करें कि आप जो भी खाएं वह हेल्दी हो और घर का बना हो। इस लेख में हम आपको 10 ऐसे खाद्य पदार्थों की लिस्ट दे रहे हैं, जो सेहत के लिए काफी फायदेमंद हैं। इनका सेवन एक साथ करें....1. बींस और टमाटरबींस और टमाटर एक साथ खाना ज्यादा फायदेमंद होता है। आप जब भी बींस की सब्जी बनाएं तो उसमें टमाटर जरूर डालें। टमाटर और बींस दोनों में ही आयरन प्रचुर मात्रा में होता है। जिन लोगों में खून की कमी है उन्हें इन दोनों फूड का सेवन जरूर करना चाहिए। बींस मसल्स बढ़ाने में भी मददगार है।2. सैंडविच और पालकआप ब्रेकफास्ट में या स्नैक्स के रूप में सैंडविच का सेवन जरूर करते होंगे। अगर आप सैंडविच में पालक का एक पत्ता भी मिलाकर खाएंगे तो एक दिन की जरूरत का 20 प्रतिशत तक विटामिन ए प्राप्त कर सकते हैं। इससे सैंडविच टेस्टी बन जाता है। सैंडविच में अधिक से अधिक सब्जियों को मिलाकर खाने से यह पोषक तत्वों से युक्त हो जाता है। इसके सेवन से आपको किसी तरह की प्रॉब्लम भी नहीं होती है।3. सालसा और सफेद चनेसालसा में थोड़ी मात्रा में भी अगर सफेद चने का मिश्रण करके सेवन करते हैं तो आपको काफी मात्रा में प्रोटीन मिल सकता है। प्रोटीन का विकल्प तलाश रहे लोगों के लिए सालसा और सफेद चने का मिश्रण बहुत फायदेमंद हो सकता है। यह आपके पेट को भी हेल्दी रखने में आपकी मदद करता है। आप बिना कैलोरी बढ़ाए हेल्दी डाइट ले सकते हैं।4. ग्रीन टी और लेमन जूसग्रीन टी और नींबू का रस आप एक साथ ले सकते हैं। इसके सेवन से आप शरीर के विषाक्त पदार्थों को आसानी से बाहर निकाल पाते हैं। इसके सेवन से आपको भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट प्राप्त होता है जिससे आपका शरीर बीमारियों से मजबूती के साथ लड़ता है। इसमें मौजूद विटामिन सी आपको कई तरह से फायदा पहुंचाता है।5. दही और केलेयह एक्सरसाइज करने वालों और मसल्स बढ़ाने वालों के लिए एक बेहतरीन मिश्रण है, इसके सेवन से आप तेजी से मसल्स बढ़ा सकते हैं। वर्कआउट के बाद आप दही में केले को मैस कर के खा सकते हैं। दही में मौजूद प्रोटीन और कैल्शियम हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत करता है। इसके अलावा केले में भरपूर मात्रा में पोटैशियम पाया जाता है, जो पुरुषों और महिलाओं के लिए काफी फायदेमंद होता है।
- हमारी जीभ में सबसे ज्यादा बैक्टीरिया होते हैं। फिर भी लोग जीभ को साफ करना जरूरी नहीं समझते और सफाई को हल्के में लेते हैं जिसके कारण मुंह के स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं। जीभ को साफ करते समय गलती करेंगे, तो मुंंह की बदबू, दांतों में सडऩ और मसूड़े खराब होना आदि समस्याएं हो सकती हैं। आपको रात में सोने से पहले भी दांत और जीभ को साफ करके सोना चाहिए। जीभ को साफ रखने से मुंह का स्वाद बरकरार रहता है। आपको रोजाना 2 बार जीभ की सफाई करना चाहिए। आइये जानते हैं कि जीभ की सफाई के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए....जीभ को तेज रगडऩाजीभ साफ करते समय आपको ध्यान रखना है कि जीभ को ज्यादा जोर से न रगड़ें। ऐसा करने पर जलन हो सकती है। अगर टंग क्लीनर से जीभ साफ करने में मुश्किल होती है, तो आप चम्मच का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। टूथब्रश का इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन जीभ को खरोंच लगने से बचाने के लिए कोमल ब्रश इस्तेमाल करें। कई लोग माउथवॉश के जरिए जीभ को साफ करते हैं, लेकिन इससे भी जीभ में जलन हो सकती है।टंग क्लीनर को साफ न करनाजीभ को साफ करने के साथ-साथ टंग क्लीनर को भी साफ करना जरूरी है। अगर आप गंदे टंग क्लीनर का इस्तेमाल रोजाना करेंगे, तो जीभ के बैक्टीरिया खत्म होने के बजाय बढ़ जाएंगे। टंग क्लीनर को इस्तेमाल के बाद साफ पानी से क्लीन करें। उसके बाद एक बाउल में पानी लें और उसमें लक्विड सोप डालें। विनेगर और नींबू भी मिलाएं ब्रश की मदद से टंग क्लीनर को साफ करें। फिर उसे धूप में सुखाना न भूलें। इससे टंग क्लीनर में मौजूद कीटाणु पूरी तरह से नष्ट हो जाएंगे।जीभ साफ कैसे करें?-जितना हो सके अपनी जीभ को बाहर निकालें।-इसके बाद टंग क्लीनर की मदद से जीभ को ऊपर से नीचे की ओर साफ करें।-जीभ को टंग क्लीनर से साफ करने के बाद साफ पानी से कुल्ला करें।-पानी को मुंह में अच्छी तरह से घुमाकर बाहर निकालें।-इससे जो गंदगी निकली है वो मुंह से बाहर निकल जाएगी।-जीभ साफ करने का सही तरीका आपने जान ही लिया है। इन टिप्स को प्रयोग में जरूर लाएं।
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केला खाने के बाद उसका छिलका फेंक देते हैं तो अगली बार ऐसा करने से पहले एक बार जरूर सोच लें। जी हां, सिर्फ केला ही नहीं उसके छिलके भी आपकी कई समस्याओं को दूर करने में आपकी मदद कर सकते हैं। केले के छिलकों में विटामिन बी-6, बी-12, पोटेशियम और मैग्नीशियम की भरपूर मात्रा होती है, जो त्वचा संबंधी कई समस्याओं को दूर करने में फायदेमंद माने जाते हैं। आइए जानते हैं कैसे।
मस्सों से दिलाए छुटकारा-
मस्सों की समस्या से छुटकारा दिलाने में भी केले का छिलका बेहद फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, एक शोध में माना गया है कि केले के छिलके में मौजूद कुछ खास तत्व मस्सों से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकते हैं। इसके लिए आप केले के छिलके के टुकड़े को मस्से वाले स्थान पर रात भर के लिए रखें। इस प्रक्रिया को नियमित अपनाने से मस्सा धीरे-धीरे खत्म हो सकता है।
मुंहासों से करे बचाव-
केले के छिलके में एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। यह गुण मुंहासे पैदा करने वाले बैक्टीरिया को नष्ट करके त्वचा को रिपेयर करने में मदद कर सकते हैं। इसके लिए आप केले के छिलके को पीसकर उसका फेसपैक चेहरे पर लगा सकते हैं या छिलके को प्रभावित त्वचा पर सीधे रगड़ कर उपयोग कर सकते हैं।
झुर्रियां कम करें-
केले के छिलके में मौजूद एंटी-माइक्रोबियल (बैक्टीरिया को नष्ट करने वाले) और एंटी-ऑक्सीडेंट (सूजन को कम कर त्वचा को रिपेयर करने में सहायक) गुण त्वचा संबंधी कई समस्याओं को ठीक करने के साथ झुर्रियों को भी दूर करने में लाभकारी परिणाम दे सकते हैं।
अल्ट्रा वायलेट किरणों से करे बचाव-
विशेषज्ञों के मुताबिक, केले के छिलके में फेनोलिक कंपाउंड अधिक मात्रा में उपलब्ध होते हैं। शोध में इस बात का भी जिक्र मिलता है कि फेनोलिक कंपाउंड त्वचा को अल्ट्रा वायलेट किरणों से बचाने में मददगार साबित हो सकते हैं। यही वजह है कि यह माना जा सकता है कि केले के फेस पैक को नियमित चेहरे पर उपयोग करने से सूरज से होने वाले अल्ट्रा वायलेट रेडिएशन से बचा जा सकता है।
दांतों को बनाए चमकदार-
अगर आपके दांतों में पीलापन आ रहा है तो आप केले के छिलके का प्रयोग करके उन्हें मोतियों जैसा चमका सकते हैं। केले के छिलके में पोटैशियम, मैग्नीशियम और मैंगनीज की अच्छी मात्रा माई जाती है। ये दांतों में अवशोषित होकर उन्हें सफेद और चमकदार बनाने में मदद कर सकते हैं। इस उपाय को करने के लिए केले के छिलके का एक टुकड़ा लेकर दांतों पर कुछ देर घिस लें। -
अंगूर का खट्टा मीठा स्वाद कई लोगों को पसंद होता है. खासतौर पर बच्चों को अंगूर काफी ज्यादा पसंद होते हैं. यह स्वाद के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी काफी फायदेमंद होती है. हाल ही में रिसर्च हुआ है कि अंगूर का नियमित रूप से सेवन करने से लंबी आयु की जा सकती है. दरअसल, इसमें हाई क्वालिटी के फैट होते हैं, जो लिवर डिजीज के खतरे को कम कर सकते हैं. इसके अलावा यह कई गुणों से भरपूर होता है, इसमें कई जरूरी पोषक तत्व जैसे- विटामिन सी, विटामिन ए, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं. यह गुण आपकी उम्र को बढ़ाने में असरदार होते हैं.
एक रिपोर्ट्स के मुताबिक, अंगूर में एंटी-इंफ्लोमेटरी गुण और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो आपके शरीर को फ्री-रेडिकल्स से सुरक्षित रख सकते हैं. इसके सेवन से शरीर में होने वाली सूजन को कम किया जा सकता है. साथ ही यह शरीर के सेल्स और डीएनए को हेल्दी रखने में मददगार हो सकते हैं.
अंगूर खाने से सेहत को होने वाले फायदे-------
बढ़ा सकता है आपकी उम्र
अंगूर का सेवन करने से आपकी उम्र लंबी हो सकती है. रिसर्च के मुताबिक, अंगूर अन्य चीजों की तुलना में करीब 4 से 5 साल अधिक उम्र बढ़ा सकता है.
कैंसर का खतरा होता है कम
अंगूर में एंटी-ऑक्सीडेंट आपके शरीर को फ्री रेडिकल्स से नुकसान होने में बचाते हैं. इससे शरीर में कैंसर के सेल्स को बढ़ने से रोका जा सकता है, जिससे आप कैंसर के खतरे को कम कर सकते हैं.
इम्यूनिटी होती है मजबूत
अंगूर विटामिन सी का काफी अच्छा स्त्रोत माना जाता है. यह संक्रमण से लड़ने में आपकी मदद कर सकता है. इसके अलावा यह बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने में काफी मददगार हो सकता है. यह कई तरह की छोटी-छोटी से बीमारियों को दूर कर सकता है.
हाई ब्लड प्रेशर करे कम
अंगूर में सोडियम की मात्रा कम होती है, जो हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को कंट्रोल कर सकता है. अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर है तो आप अंगूर का सेवन कर सकते हैं. यह आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है.
दिल की बीमारी रखे दूर
अंगूर में सोडियम की मात्रा कम होती है. साथ ही पोटैशियम की मात्रा भी काफी अच्छी होती है, जो हार्ट संबंधी बीमारियों को दूर करने में प्रभावी होता है. इसके अलावा अंगूर का नियमित रूप से सेवन करने से आपकी हड्डियां भी मजबूत रहती हैं. -
अच्छे स्वास्थ्य के लिए दैनिक आहार में फलों को शामिल करने की सलाह हमेशा से दी जाती है। फलों का सेवन शरीर को बीमारियों से बचाने के साथ-साथ त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए भी किया जाना जरूरी है। फलों में अगर सेब की बात की जाए तो इसे सबसे खास माना जाता है। ‘सेब’ आंतरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ स्किन को कई तरीके से लाभ पहुंचा सकता है। यही कारण है कि इसका प्रयोग कई सौंदर्य प्रसाधनों में किया जाने लगा है।
आइए जानते हैं सेब आपकी स्किन के लिए कैसे काम करता है।
1. स्किन की सूजन कम करता है
अच्छी सेहत के लिए सेब खाने के लाभ तो आपने सुने ही होंगे। इसके साथ ही सेब का इस्तेमाल स्किन से जुड़ी सूजन की परेशानी जैसे एक्जिमा (त्वचा पर लाल चकत्तों के साथ खुजली और सूजन) और पफीनेस में भी लाभकारी हो सकता है। असल में, इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाया जाता है, जो स्किन से जुड़ी इंफ्लेमेटरी परेशानियों में राहत पहुंचाने का कार्य कर सकता है।
2. त्वचा में निखार लाता है
सेब का उपयोग ग्लोइंग त्वचा पाने के लिए भी किया जा सकता है। एनसीबीआई की रिसर्च में जिक्र मिलता है कि इसमें विटामिन-सी और एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव पाया जाता है। जो एजिंग के लक्षण जैसे झुर्रियों को कम कर सकते हैं और स्किन को चमकदार बनाने का कार्य कर सकते हैं।
3. एंटी-एजिंग गुणों से भरपूर
बढ़ती उम्र के साथ स्किन से संबंधित कई परेशानियां हो सकती हैं, जिनमें स्किन पर दिखने वाले एजिंग प्रभाव (जैसे चेहरे पर झुर्रियां) भी शामिल हैं। सेब में एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव पाया जाता है, जो एजिंग के प्रभाव को कम कर झुर्रियों की परेशानियों से बचाव या उन्हें कम करने में सहायता कर सकता है।
4. मुंहासों को दूर करे
सेब का प्रयोग अच्छी स्किन को पाने के साथ ही मुंहासों की परेशानी से बचाव और इसे कम करने के लिए भी किया जा सकता है। सेब में विटामिन-सी पाया जाता है और विटामिन-सी मुंहासों को कम करने में सहायता कर सकता है। साथ ही इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी प्रभाव भी पाया जाता है, जो मुहांसों के कारण होने वाली सूजन को कम करने में सहायक हो सकता है।
अब जानिए स्किन के लिए कैसे करें सेब का प्रयोग----------
स्किन पर सेब के रस को सीधे प्रयोग किया जा सकता है।
सेब के छिलके के पाउडर को गुलाब जल के साथ मिक्स करके चेहरे पर पैक की तरह लगाया जा सकता है।
आधे सेब को चेहरे पर धीरे-धीरे रगड़ते हुए क्लींजर की तरह प्रयोग किया जा सकता है।
सेब के पाउडर को मुल्तानी मिट्टी के साथ मिक्स करके एप्पल फेस पैक बनाकर लगाया जा सकता है।
रोजाना एक सेब का सेवन स्किन को झुर्रियों से बचाने के साथ ही स्किन पर ग्लो लाने में मददगार हो सकता है।
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