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- केले न केवल स्वास्थ्य के लिए बल्कि त्वचा के लिए बहुत लाभदायक हैं. ऐसे में बहुत से लोग केले के छिलके को कूड़ेदान में फेंक देते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि केले का छिलका भी त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद है. केले के छिलके में पोषक तत्व और फाइटोन्यूट्रिएंट्स होते हैं. ये त्वचा संबंधित समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकते हैं. एक अध्ययन के अनुसार केले का छिलका एंटीऑक्सीडेंट गुणों का एक समृद्ध स्रोत है. ये फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करता है.ये त्वचा की जलन को कम करने में मदद करता है. ये फैटी एसिड का भी एक समृद्ध स्रोत है जो एक्जिमा और सोरायसिस जैसी समस्याओं का इलाज कर सकता है. इसके अलावा ये पोटैशियम और नमी में समृद्ध है जो रूखी त्वचा को हाइड्रेट करने में मदद करता है. ये विटामिन ए, जिंक और मैंगनीज जैसे कई पोषक तत्वों से भी भरपूर होता है जो सूजन-रोधी होते हैं. त्वचा के लिए आप केले के छिलकों का इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं आइए जानें.केले के छिलके से मसाज करेंत्वचा के लिए केले के छिलके का इस्तेमाल करने का ये सबसे आसान तरीका है. इस तरह ये झुर्रियों को कम करने में मदद कर सकता है. ये त्वचा का रूखापन और ब्रेकआउट को रोक सकता है. इसके लिए सबसे पहले अपने चेहरे को क्लींजर से अच्छी तरह धो लें और सुखा लें. एक केले का छिलका लें और इससे अपने चेहरे पर मसाज करें. इसका इस्तेमाल लगभग 10 मिनट तक करते रहें. अगर छिलका भूरा हो जाए तो ताजा छिलके का इस्तेमाल करें. 10 मिनट बाद ठंडे पानी से अपना चेहरा धो सकते हैं.केले के छिलके का मास्ककेले शरीर के लिए बहुत ही पौष्टिक होते हैं. इसमें कई सारे पोषक तत्व होते हैं. ये विटामिन बी 6, बी 12, एंटीऑक्सीडेंट और जिंक से भी भरपूर होते हैं. केले का मास्क बनाने के लिए सबसे पहले आधा केला लें और इसे छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें. केले के छिलके को मिक्सर की मदद से पीस लें. इसे तब तक अच्छे से मिलाएं जब तक कि ये एक स्मूद पेस्ट न बन जाए. एक चम्मच शहद और दही मिलाएं. मिश्रण को अच्छी तरह से मिलाएं. इस फेस पैक में आप गुलाब जल भी मिला सकते हैं. इस पेस्ट को अपने चेहरे और गर्दन पर लगाएं. इसे कुछ मिनट के लिए सूखने दें और फिर अपने चेहरे को गुनगुने पानी से धो लें.
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बच्चों के मन में कई तरह के सवाल होते हैं। कई बार हम बच्चों के सवालों का जवाब बता देते हैं तो कई बार उन्हें इगनोर कर देते हैं। ऐसे में बच्चे मनमानी करने लगते हैं और वह जिद्दी हो जाते हैं। वहीं घर में मौजूद बड़े उनको खूब लाड़-प्यार करते हैं और बच्चों की खूब बात मानते हैं। हर चीज को पूरा करते हैं। जिसके बाद अंत में बच्चे जिद्दी हो जाते हैं। शुरूआत में भी हम बच्चों की कई जिद्दों को पूरा करते हैं और फिर बच्चों को आदत हो जाती है। वह फिर अपना हर काम जिद्द से पूरा करवाने लगते हैं। तो चलिए जानते हैं कि बच्चों में बदलाव के लिए क्या करें।
1) कई बच्चे मां बाप की बात सुने बिना ही बहस शुरू कर देते हैं। ऐसे में बतौर मां बाप पहले बच्चों को प्यार से अपनी बात समझाएं। इससे हो सकता है कि बच्चा आपकी बात समझ जाए।
2) आपको बच्चों की बात सुननी भी जरूरी है। अगर आप बच्चे की बात नहीं सुनते हैं तो आपका बच्चा निगेटिव हो जाता है। इसलिए बच्चे की बात को भी ध्यान से सुनें।
3) कई बार बच्चों को लगता है कि वह सही हैं। ऐसे में आप उन्हें सही गलत में फर्क बताएं। उन्हें उद्हारण देकर बताएं। अगर आप बच्चे पर हमेशा अपना फैसला देंगे तो हो सकता है कि वह आपकी बात को ना मानें।
4) बच्चों को ज्यादा गुस्सा ना करें। समझने और समझाने से स्वस्थ्य रिश्ता बनता है। इसलिए बच्चों को भी बोलने का मौका दें। अगर आप उसको बोलने का मौका देंगे तो वह भी आपको अच्छी तरह से सुनेगा। - विटामिन सी हेल्दी त्वचा के लिए आवश्यक है. ये काले धब्बे, रेडनेस और झुर्रियों को कम करने में मदद करता है. विटामिन सी से भरपूर गुड़हल और आंवला त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं. ये त्वचा को हेल्दी और ग्लोइंग बनाने में मदद करते हैं.गुड़हल के पत्तों का इस्तेमाल ना केवल त्वचा के लिए बल्कि बालों के लिए हेयर पैक बनाने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है. वहीं आंवला प्राकृतिक तरीके से मुंहासों के निशान और धब्बों को हटाने में मदद कर सकता है.त्वचा के लिए कैसे फायदेमंद हैं गुड़हल और आंवलाआंवला विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है. ये एंटी-एजिंग लाभ प्रदान करता है. ये त्वचा को ग्लोइंग बनाता है. वहीं हिबिस्कस भी विटामिन सी से भरपूर होता है. ये सुस्त त्वचा के लिए फायदेमंद है. हिबिस्कस में एएचए भी होते हैं. ये मृत त्वचा कोशिकाओं और गंदगी को हटाकर एक एक्सफोलिएटिंग प्रभाव प्रदान करते हैं. इस फूल में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो फ्री रेडिक्लस से लड़ने में मदद करते हैं. ये आपकी त्वचा को महीन रेखाओं और उम्र के धब्बों से बचाने में मदद करते हैं.इस तरह तैयार करें गुड़हल और आंवला फेस पैक1 गुड़हल का फूल या 2 चम्मच गुड़हल का पाउडर लें.अब 1 चम्मच शहद, 2 बड़े चम्मच आंवला पाउडर या 1 आंवला लें.अगर आपके पास हिबिस्कस पाउडर नहीं है, तो आपको गुड़हल के फूल को रात भर पानी में भिगोकर रखें.इसके बाद फूल को पीसकर पेस्ट बना लें.इसी तरह, अगर आपके पास आंवला पाउडर नहीं है, तो आंवला को ब्लेंड करें और इसे एक पेस्ट में बदल दें.इसके बाद पेस्ट या पाउडर में शहद मिलाएं.अब इस पेस्ट को अपने चेहरे को 5 से 7 मिनट तक भाप दें.इसे लगभग 20 मिनट के लिए छोड़ दें.फिर अपने चेहरे को सादे पानी से धोएं और फेस वॉश के इस्तेमाल से बचें.
- गर्भावस्था के दौरान कैल्शियम की काफी जरूरत होती है. दूध, दही और पनीर जैसे डेयरी उत्पादों को कैल्शियम का अच्छा स्रोत माना जाता है. लेकिन जिन लोगों को लैक्टोज इन्टॉलरेंस की समस्या होती है, उन्हें डेयरी प्रोडक्ट्स को पचाने में समस्या होती है. ऐसे में शरीर में किस तरह कैल्शियम की खुराक को पूरा किया जाए, ये एक बड़ी चुनौती होती है. हालांकि प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को कई तरह के सप्लीमेंट भी दिए जाते हैं, लेकिन सिर्फ सप्लीमेंट पर निर्भर नहीं रहा जा सकता. यहां जानिए ऐसी चीजों के बारे में जिनमें भरपूर मात्रा में कैल्शियम होता है.1. सोया मिल्क : इसे डेयरी प्रोडक्ट्स का बेहतरीन विकल्प माना जाता है. यदि आप दूध-दही नहीं ले सकतीं, तो सोया मिल्क का सेवन करें. सोया मिल्क को सोयाबीन से तैयार किया जाता है. कैल्शियम के अलावा इसमें प्रोटीन भी भरपूर होता है.2. बादाम : बादाम में भी भरपूर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है. कैल्शियम के अलावा बादाम में फाइबर, गुड फैट मैग्नीशियम, मैंगनीज, प्रोटीन और विटामिन-ई भी होता है. लेकिन बादाम का सेवन हमेशा भिगोकर करें और डॉक्टर की सलाह लेकर ही करें.3. संतरा-केला : संतरे और केले के अंदर कैल्शियम भी पाया जाता है. आप नियमित रूप से संतरा और एक केला खाएं. इससे आपको कैल्शियम मिलने के साथ अन्य पोषक तत्व भी मिलेंगे.4. टोफू : सोया मिल्क से तैयार पनीर टोफू कहलाता है. आधा कप टोफू में 126 ग्राम कैल्शियम पाया जाता है. आप नियमित रूप से टोफू को अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं.5. ओट्स : ओट्स को आज के समय में हेल्दी नाश्ते के तौर पर लिया जाता है. एक कप ओट्स के अंदर लगभग 200 मिलीग्राम कैल्शियम होता है. आप शरीर में कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए डाइट में ओट्स को शामिल कर सकती हैं.6. पालक : कैल्शियम की पूर्ति के लिए आप पालक का सेवन करें. ये शरीर में कैल्शियम के साथ आयरन की कमी को भी दूर करेगी और शरीर को खून की कमी से बचाएगी. लेकिन गर्भावस्था के दौरान किसी भी चीज के इस्तेमाल से पहले एक बार विशेषज्ञ की सलाह जरूर ले लें.
- सफेद बाल आपके पूरे लुक को प्रभावित करते हैं. इन बालों को छिपाने के लिए कलर्स या मेहंदी का विकल्प सामने रहता है. कलर्स में मौजूद केमिकल की वजह से कई सारे साइड इफेक्ट्स सामने आते हैं. वहीं मेहंदी लगाने से बालों में रूखापन आ जाता है. धीरे धीरे ये रूखापन बालों को काफी खराब कर देता है. यदि इस समस्या से बचना है तो आपको बालों का नरिशमेंट पर खास ध्यान देने की जरूरत है. इसका एक ही तरीका है कि मेहंदी के बाद बालों की डीप कंडीशनिंग की जाए. यहां जानिए डीप कंडीशनिंग के लिए क्या करना चाहिए.1. बालों के रूखेपन को कम करने के लिए केले का पैक काफी मददगार है. इसके लिए आप एक केला, एलोवेरा और दो चम्मच कोई भी हेयर ऑयल लेकर मिक्सर में डालकर एकदम बारीक पेस्ट की तरह बना लें. इसे बालों पर लगाएं. करीब आधा से एक घंटे तक लगा रहने दें. इसके बाद बालों को धो लें. केला बालों के टेक्सचर को सुधारता है, उन्हें मुलायम बनाता है और बालों में चमक लाता है.2. दही को भी बालों को नमी देने के लिए बेहतरीन उपाय माना जाता है. आप एक कटोरी दही में दो चम्मच ऑलिव ऑयल या कोकोनट ऑयल को मिक्स करें और कुछ बूंदें नींबू की डालें. इसे बालों पर करीब आधा घंटे के लिए लगाएं. इसके बाद माइल्ड शेंपू से बालों को वॉश कर लें. इससे भी आपके बालों की डीप कंडीशनिंग हो जाती है और बाल मुलायम हो जाते हैं.3. एक अंडे का सफेद हिस्सा, एक चम्मच ऑलिव ऑयल, एक चम्मच शहद, दो चम्मच नींबू का रस और एक चम्मच विनेगर को मिक्स करें और इसे बालों पर लगाएं. करीब 20 मिनट बाद बालों को धो लें. इससे आपके बालों की ड्राईनेस काफी हद तक कम हो जाएगी.4. जब भी मेहंदी लगाएं तो इसमें आंवला पाउडर डालें, साथ में दही या अंडे में से कोई एक चीज मिलाएं. इसके बाद मेहंदी को बालों में लगाएं. ऐसा करने से बालों में मेहंदी का रूखापन नहीं आता. इससेबाल स्मूद बनते हैं और बालों में शाइन आती है. आप चाहें तो मेहंदी में आंवले का तेल या बादाम का तेल भी मिक्स कर सकते हैं. इससे भी रूखापन काफी हद तक कम हो जाता है.5. एक कटोरी दही में, दो चम्मच नारियल तेल, दो चम्मच शहद, दो चम्मच नींबू का रस और दो चम्मच गुलाबजल मिक्स करें और इसे बालों पर करीब 20 से 25 मिनट के लिए लगाएं. इसके बाद बालों को धो लें. इससे बालों की डीप कंडीशनिंग हो जाती है और मेहंदी का रूखापन दूर होता है.
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हर कोई अपनी स्किन का ख्याल रखने के लिए काफी कुछ करता है। कई तरह के ब्यूटी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल किया जाता है और एक अच्छी डाइट ली जाती है। लेकिन बावजूद इसके लोग अपनी स्किन से परेशान रहते हैं और वो भी खासतौर पर ऑयली स्किन वाले लोग। वैसे तो इन्हें ज्यादातर समय दिक्कत होती है, लेकिन मानसून के मौसम में इनको ऑयली स्किन की वजह से ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसमें चेहरे का चिपचिपा होना, चेहरे पर पसीना होना, चेहरे पर पिंपल्स होना और त्वचा के पोर्स में गंदगी का जमा होने जैसी कई दिक्कतें शामिल हैं। ऐसे में अगर आप भी ऑयली स्किन की वजह से इन समस्याओं से जूझ रहे हैं, तो हम आपको कुछ घरेलू फेस मास्क के बारे में बताने जा रहे हैं। यकीनन इनको लगाने के बाद आपकी त्वचा फ्रेश और ग्लोइंग नजर आ सकती है।
नींबू और केले से बना मास्क
एक केला लेना है और उसमें थोड़ा नींबू का रस और थोड़ा एक्सट्रा वर्जिन ऑयल मिलाएं। इसके बाद लगभग 15 मिनट तक चेहरे पर लगाने के बाद इसे गर्म पानी से धो लें। इससे आपको काफी मदद मिल सकती है।
दही और नींबू से बना मास्क
इसके लिए आपको दो चम्मच नींबू का रस और दो चम्मच दही मिलानी है और फिर इस तैयार किए गए मिश्रण को अपने चेहरे पर लगभग 10 मिनट तक लगाना है और फिर हल्के गर्म पानी से इसे धो लेना है। इसके बाद आखिर में ऑयल फ्री मॉइस्चराइजर लगा लें। इससे आपको फायदा मिलेगा।
बेसन और टमाटर से बना मास्क
आपको एक टमाटर को आधा काटना है और फिर इसको ब्लेंड करके इसका रस निकाल लेना है। अब इस रस को एक कप बेसन में मिला लें और ऊपर से एक चम्मच नींबू का रस मिला लें। इसके बाद इसके तैयार मिश्रण को अपने चेहरे पर लगभग 15 मिनट तक लगाएं और फिर ठंडे पानी से धो लें।
अंडे और ओटमील से बना मास्क
आपको पक्के हुए ओट्स में एक अंडा मिलाना है और एक चम्मच नींबू का रस ऊपर से डालना है। इसके बाद सभी चीजों को मिलाकर तैयार किए गए मिश्रण को अपने चेहरे पर लगा लें और लगभग 10-15 मिनट बाद पानी से साफ करके धो लें। -
पढ़कर आप भी कहेंगे गजब के हैं ये किचन हैक्स
सुबह की चाय से लेकर रात के खाने में परोसे जाने वाले डेजर्ट तक को टेस्टी बनाने का काम चीनी करती है। पर क्या आप जानते हैं चीनी का इस्तेमाल सिर्फ भोजन और ड्रिंक्स का स्वाद बढ़ाने के लिए ही नहीं किया जाता है। जी हां इसका इस्तेमाल खाने में मिठास खोलने के अलावा घर के कॉकरोच भगाने से लेकर सौंदर्य बढ़ाने तक के लिए किया जा सकता है। आइए जानते हैं कैसे।
चीनी से जुड़े ये हैं गजब के किचन हैक्स-
बर्तन चमकाएं-
अक्सर जो बर्तन ज्यादा इस्तेमाल में आते हैं उन पर पानी के दाग पड़ने शुरू हो जाते हैं। जो बाद में आसानी से नहीं जाते है। ये अंदर से देखने में मेले लगते है, इन्हें चमकाने के लिए पानी में चीनी मिलाकर एक घंटे के लिए छोड़ दे। ऐसा करने से पानी की जमी परत अपने आप निकलकर बाहर आ जाएगी।
कॉकरोच भगाएं -
रसोई में छिपे कॉकरोच न सिर्फ घर की महिलाओं की परेशानी बढ़ाते हैं बल्कि कई तरह की बीमारियों की वजह भी बनते हैं। इनसे छुटकारा पाने के लिए दस ग्राम बोरिक एसिड पाउडर, एक बड़ा चम्मच चीनी, एक बड़ा चम्मच दही और एक बड़ा चम्मच गेहूं के आटे को मिलाकर उसकी गोलियां बना लें। अब इन गोलियों को जहां कॉकरोच आते हैं वहां रख दें। आपको कॉकरोच से छुटकारा मिल जाएगा।
फूलदान का पानी सड़ने से बचाएं -
यदि आप चाहते हैं कि आपको अपने फूलदान का पानी जल्दी-जल्दी बदलना ना पड़ें तो लगभग 10-12 लीटर पानी में एक औंस हाइड्रोजन सल्फेट मिलाकर थोड़ी-सी चीनी डाल दें, इस घोल से फूल 15-20 दिनों तक ताजे बने रहेंगे।
जली हुई जीभ ठीक करें-
कुछ भी गर्म खाने या पीने से अगर आपकी जीभ जल गई है तो जल्दी से चीनी के कुछ दानें अपनी जीभ पर रख दें। आपके जीभ का दर्द चला जाएगा।
बादाम खराब होने से बचाए-
अगर आप बादाम को लंबे समय तक के लिए स्टोर करके रखना चाहती हैं तो उन्हें कंटेनर में रखने से पहले उसमें तीन-चार चम्मच शक्कर डाल दें, इससे आपके बादाम सालों-साल खराब नहीं होंगे। - शिक्षक दिवस पर विशेषबात जब टीचर्स की आती है, तो सबसे पहले हर किसी के दिमाग में स्कूल से लेकर कॉलेज तक के शिक्षक आ जाते हैं। इसमें कोई दो राय नहीं है कि इनके द्वारा दी गई शिक्षा ही उस नींव को तैयार करती है, जो व्यक्ति को ज्ञान की सीढ़ी पर चढ़कर सफल होने व बेहतर जीवन जीने में मदद करती है। हालांकि, इनके अलावा भी हमारे जीवन में ऐसे लोग हैं, जिनका महत्व किसी टीचर से कम नहीं है। जाने-अनजाने ये हमें ऐसी सीख दे जाते हैं, जो हमें हमारा जीवन बेहतर बनाने में मदद करती है।माता-पिताये हमारे जिंदगी के पहले गुरु होते हैं। मुंह से निकले पहले शब्द के साथ ही खड़े होकर लिया गया पहला कदम, सब इनके कारण ही संभव हो पाता है। इसके बाद भी जब तक वे हमारे साथ होते हैं, हम उनसे कुछ न कुछ सीखते ही रहते हैं। कभी प्यार तो कभी डांट से ये हमें सही रास्ते और सफलता की ओर बढऩे के लिए प्रेरित करते हैं और बस यही उम्मीद करते हैं कि हम खुश व स्वस्थ रहें।दादा-दादी, नाना-नानीकहा जाता है कि लोग अपने बच्चों से भी ज्यादा पोते-पोतियों को प्यार करते हैं और ऐसा शायद आपने भी महसूस किया ही होगा। स्नेह, दया, सम्मान, छोटी-छोटी खुशियों के मजे लेना जैसी कई चीजें दादा-दादी या नाना-नानी बड़े लाड से खेल-खेल या बातों-बातों में ही सिखा जाते हैं। वहीं इनकी कहानियां मॉरल साइंस का वो ज्ञान देती हैं, जो शायद लोगों को किताबों से भी न मिल पाएं और जो व्यक्ति के व्यक्तित्व को बचपन से ही निखारने में मदद करती है।दोस्तकहते हैं कि व्यक्ति की पहचान उसके दोस्तों से होती है। ये दिखाता है कि हम सभी के जीवन पर दोस्तों का कितना बड़ा असर होता है। बचपन से फ्रेंडशिप करने का जो सफर शुरू होता है, वो हमेशा जारी ही रहता है। कभी कोई नया दोस्त मिलता है, तो कोई पीछे छूट जाता है। हालांकि, जो चीज हमारे साथ रहती है वो है इनके साथ बिताए पल और उससे मिले अनुभव। ये एक्सपीरियंस हमारी पर्सनैलिटी पर जबरदस्त असर डालते हैं।ऑफिस में मिले लोगव्यक्ति जब करिअर शुरू करता है, तो उसे अपने आसपास हर तरह के लोग मिलते हैं, जो जाने-अनजाने में ही उसके व्यक्तित्व को प्रभावित करते जाते हैं। अच्छे कलीग और हेड आपके आत्मविश्वास को बढ़ाते हुए आगे बढऩे में मदद करते हैं। वहीं अगर साथी कर्मचारी या लीड अच्छा न हो, तो उनके साथ के अनुभव आपको खुद को मजबूत बनने के लिए मजबूर कर देते हैं। ऐसा जब होता है तब आप भविष्य में आने वाली चुनौतियों का सामना करने में भी सक्षम हो जाते हैं।बच्चेअब आप सोचेंगे कि भला बच्चे क्या सिखा सकते हैं? लेकिन सच तो ये है कि इनका आसपास होना भी कई चीजें सिखा जाता है। बच्चे व्यक्ति की भावनाओं को जीवित रखने में सबसे ज्यादा मदद करते हैं और सिखाते हैं कि कैसे छोटी सी चीज में भी खुशी का अनुभव किया जा सकता है। कभी-कभी तो वे बातों-बातों में कुछ ऐसा कह जाते हैं कि पैरंट्स तक की बोलती बंद हो जाती है।एक्ट्रेस काजोल तक ने अपनी जिंदगी में इसका अनुभव किया है। उन्होंने करीना कपूर के शो में बताया था कि कैसे उन्होंने जब अपनी बेटी न्यासा के पूजा में बैठने से इनकार करने पर उसे डांटा था और जबरन बिठाया था, तब उनके बेटे युग ने उनसे कहा था कि सच बोलने पर उन्हें न्यासा को डांटना नहीं चाहिए था। काजोल ने इसे अपने लिए 'उल्टे हाथ का थप्पड़' बताया था।
- योग एक ऐसी क्रिया है जिससे आप तन और मन दोनों को स्वस्थ रख सकते हैं। खासतौर पर वर्तमान समय में ज्यादतर लोग तनाव का सामना करने के साथ शारीरिक रूप से भी स्वस्थ महसूस नहीं कर रहे हैं। ऐसे में आपको योग को अपने जीवन का खास हिस्सा बनाना चाहिए। वहीं, बात करें आपके चेहरे की तो आपको अगर फेस डबल चिन (Face Double Chin) की समस्या है, तो हम आपको ऐसे फेशियल योगा बताने जा रहे हैं, जिससे आप अपने चेहरे की चर्बी को कम कर सकते हैं।-सेल्फी क्लिक करते समय जैसे आप पाउट बनाते हैं, यह योगा कुछ वैसा ही है। इसके लिए आपको बस अपने गालों को अंदर की ओर करना है और 30 सेकंड के लिए स्थिति में रहना है। अब अपने चेहरे को आराम दें और इसे 4-5 बार दोहराएं।-आपको अगर तेजी से फेस पर जमा चर्बी हटानी है, तो इस तकनीक के लिए, बस अपनी ठोड़ी को ऊपर उठाएं और छत को देखें। अब अपने मुंह को 10-15 सेकंड के लिए लगातार खोलें और बंद करें। आराम करें और अपने चेहरे को नीचे लाएं। अपने चेहरे के फैट को जल्दी से बर्न करने के लिए इस प्रक्रिया को 3-4 बार दोहराएं।-सबसे आसान योग आसन में आपको केवल पानी से नहीं बल्कि हवा से अपने मुंह को कुल्ला करना होगा। बस अपना मुंह हवा से भरें और कुल्ला करें। हवा को बाईं ओर, फिर दाईं और फिर मध्य की ओर ले जाएं। इसे कम से कम 20-30 सेकंड तक जारी रखें और फिर साँस छोड़ें। इसे 3-4 दोहराव करें।इस तरीके से न सिर्फ आपके चेहरे की चर्बी कम होती है बल्कि इससे आपकी थकान भी दूर होती है। इस मुद्रा के लिए, पैरों को पीछे की ओर मोड़ें और अपनी हथेलियों को अपनी जांघों पर रखें। अपनी पीठ को सीधा रखें और अपनी जीभ बाहर निकालें। अपनी जीभ को जितना हो सके उतना फैलाएं। याद रखें कि आप मांसपेशियों पर दबाव नहीं डालें। अब एक गहरी सांस लें और जब आप साँस छोड़ते हैं, तो एक ध्वनि होती है। इस क्रिया को 6-7 बार दोहराएं।
- बॉलीवुड एक्ट्रेस और भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली की पत्नी अनुष्का शर्मा ने इस साल जनवरी के महीने में बेटी को जन्म दिया था। बेटी के जन्म के बाद अनुष्का शर्मा को पोस्टपार्टम हेयर फॉल की समस्या हो रही थी। एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा ने पोस्टपार्टम हेयर फॉल यानि डिलीवरी के बाद बाल झडऩे की समस्या से बचने के लिए अनोखा तरीका अपनाया और अपने बालों को छोटा करवा लिया। साथ ही अपनी डाइट पर विशेष ध्यान दिया।क्यों होती है पोस्टपार्टम हेयर फॉल की समस्याप्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन लेवल नॉर्मल हो जाता है जिसकी वजह से बाल झडऩे की समस्या होती है। अधिकतर महिलाओं ने यह देखा होगा कि प्रेग्नेंसी के दौरान उनके बाल अधिक घने और स्वस्थ हो जाते हैं। इस दौरान लगभग 90 प्रतिशत बाल बने रहते हैं लेकिन 10 प्रतिशत बाल रेस्टिंग फेज में चले जाते हैं। जिसके बाद इन बालों के झडऩे की समस्या शुरू हो जाती है। इस फेज को टेलोजेन फेज भी कहते हैं। टेलोजेन फेज खत्म होते ही बालों का झडऩा शुरू होता है जिसे पोस्टपार्टम हेयर फॉल कहा जाता है। महिलाओं को डिलीवरी के बाद 3 महीने से लेकर 6 महीने तक इस समस्या से जूझना पड़ता है।पोस्टपार्टम हेयर फॉल से बचने के उपायमहिलाएं डिलीवरी के बाद हेयर फॉल की समस्या से बचने के लिए इन तरीकों को अपना सकती हैं।1. डिलीवरी के बाद बाल झडऩे की समस्या से बचने के लिए आपको हेल्दी और पौष्टिक डाइट लेना चाहिए। इस दौरान शरीर में पानी की कमी भी नहीं होनी चाहिए। पोस्टपार्टम हेयर फॉल की समस्या से बचने के लिए आप अपनी डाइट में फल, हरी सब्जियां और प्रोटीन युक्त आहार के साथ नट्स आदि को शामिल करें।2. पोस्टपार्टम हेयर फॉल से बचने के लिए आप मेथी के दाने का इस्तेमाल भी कर सकती हैं। इसके लिए कुछ मेथी के दानों को रात में पानी में भिगो दें। इसके बाद सुबह इस पानी को बालों में लगायें और इसे सूखने के लिए छोड़ दें। सूखने के बाद बालों में शैंपू कर लें। इसके अलावा अगर आप चाहें तो मेथीदाने का पेस्ट भी अपने बालों में लगा सकती हैं।3. पोस्टपार्टम हेयर फॉल की समस्या से बचने के लिए आप एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा की तरह हेयर कट भी करा सकतीं हैं। बालों को ट्रिम करवाने से हेयर फॉल की समस्या से बचा जा सकता है।4. डिलीवरी के बाद हेयर फॉल की समस्या से बचने के लिए एवोकाडो का इस्तेमाल भी फायदेमंद होता है। पके हुए एवोकाडो को एक चम्मच नारियल के तेल में मिलकर मैश कर लें। इसे अपने बालों पर अच्छी तरह से लगायें। और उसके बाद बालों को शैंपू की सहायता से धुल लें। यह नुस्खा पोस्टपार्टम हेयर फॉल में फायदेमंद माना जाता है।5. पोस्टपार्टम हेयर फॉल से बचने के लिए आप दही का इस्तेमाल कर सकती हैं। दही को बालों और खोपड़ी में मालिश करने से बालों को पोषण और मजबूती मिलती है। आप डिलीवरी के बाद हेयर फॉल की समस्या से बचने के लिए हफ्ते में दो से तीन बार दही से अपने बालों और खोपड़ी की मालिश करें। इससे आपके बाल झडऩे बंद हो जायेंगे और नए बाल भी आने शुरू होंगे।
- योग स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखते हैं. वहीं इम्युनिटी को बेहतर बनाए रखने में भी योग की महत्वपूर्ण भूमिका है. इन आसन के जरिए स्वास्थ्य (Health) ठीक रहता है और तनाव (Stress) से भी मुक्ति मिलती है. इन आसनों के जरिये शरीर लचीला बना रहता है और हाथों, पैरों में मजबूती आती है. योगाभ्यास करते समय इस बात का ध्यान रखें कि इन्हें धीरे-धीरे करना चाहिए. व्यायाम से पहले ये तीन नियम जरूर ध्यान रखें कि अच्छा गहरा लंबा श्वास लें, गति का पालन करें और अपनी क्षमता के अनुसार ही योग करें.योग से पैरों को करें मजबूतसबसे पहले योगा मैट पर बैठ जाएं और अपने पैरों को सामने की ओर फैला कर सीधा कर लें. अपनी कमर को सीधी रखें. इसके बाद अपने हाथों को अपनी जांघों पर रख लें. अब अपने पैरों के पंजे और पैर की उंगलियों को पहले श्वास लेते हुए शरीर की तरफ मोड़ें, फिर सांस छोड़ते हुए इन्हें दूसरी ओर झुकाएं. दरअसल, जिन लोगों को चलने की वजह से पैरों, एड़ियों और पंजों में दर्द की शिकायत रहती है, उन्हें ये अभ्यास करने से बहुत आराम मिलता है. अगर आप ज्यादा देर सीधे नहीं बैठ पाते तो इस अभ्यास को करते समय पीछे की ओर जमीन पर हाथ टिका सकते हैं. कुछ देर ऐसा करने के बाद आप पैरों को अपनी जगह पर रखे हुए ही क्लॉक वाइज घुमाएं.सूर्य नमस्कार: सूर्य नमस्कार ऐसा योग है जो आपको शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखता है. पर सूर्य नमस्कार को करने का सही तरीका बहुत कम लोग जानते हैं.प्रणाम आसन: इस आसन को करने के लिए सबसे पहले अपने दोनों पंजे जोड़कर अपने आसन मैट के किनारे पर खड़े हो जाएं. फिर दोनों हाथों को कंधे के समान्तर उठाएं और पूरा वजन दोनों पैरों पर समान रूप से डालें. दोनों हथेलियों के पृष्ठभाग एक दूसरे से चिपकाए रहें और नमस्कार की मुद्रा में खड़े हो जाएं.हस्ततुन्नासन: इस आसन को करने के लिए गहरी सांस भरें और दोनों हाथों को ऊपर की ओर उठाएं. अब हाथ और कमर को झुकाते हुए दोनों भुजाओं और गर्दन को भी पीछे की ओर झुकाएं.
- कम उम्र में ही लोगों के सफेद बाल हो जाते हैं. इसके पीछे मानसिक तनाव और अनहेल्दी लाइफस्टाइल कारण हो सकता है. लोग सफदे बालों (white hair) दोबारा काला करने के लिए लोग बहुत सारे केमिकल्स प्रोडक्ट का इस्तेमाल करते हैं, जो कई बार आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं. इस खबर में हम आपके लिए कुछ ऐसे घरेलू उपाय बता रहे हैं, जो बालों को सफेद होने से रोकेगी .1. आंवला का ऐसे करें उपयोगआंवला बालों की देखभाल के लिए जाना जाता है.इसके लिए आप सूखे आंवले को पानी में उबाल लें और तब तक गरम कर लें जब तक पानी आधा न हो जाए.अब इसमें मेहंदी और नींबू का रस मिलाकर बालों पर लगाएं.ऐसा करने से कम उम्र में जो बाल सफेद हो जाते हैं, उससे छुटकारा मिलेगा.2. बालों पर ऐसे करें दही का उपयोगदही बालों के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है.आप दही को पिसे हुए टमाटर के साथ मिला लें.इसमें थोड़ा सा नींबू का रस और नीलगिरी का तेल मिलाएं.इन सब को अच्छे से मिलाकर सिर की मालिश करें वो भी हफ्ते में 2-3 बार.ये ना केवल बालो को सफेद होने से रोकेगा बल्कि बालों को मजबूत भी करेगा.3. अदरक और शहद का ऐसे करें इस्तेमालअदरक को पीसकर शहद के रस में मिलाएं.इसे हफ्ते में कम से कम 2 बार बालों में लगाएं.इससे बालों का सफेद होना धीरे धीरे कम हो जाएगा.4. बालों पर लगाएं नारियल तेल और कपूरनारियल के तेल या जैतून के तेल को हल्का गरम करके उसमें 4 ग्राम कपूर मिला लें.जब कपूर में अच्छे से तेल में मिल जाए तो उससे अपने बालों की मालिश करें.ये सफ़ेद बाल कम करने का एक जादुई नुस्खा है.5. बालों के लिए लौकी और नारियल तेलबालों को काला करने के लिए एक नुस्खा ये भी है कि आप लौकी को नारियल तेल में उबाल के गरम करेंअब उस तेल को छान लें.इस तेल से अब अपने सिर की मालिश करें.इससे सफेद बालों की समस्या से राहत मिलेगी.
- कद्दू के बीज न केवल स्वास्थ्य के लिए बल्कि त्वचा के लिए भी लाभदायक हैं. ये सुपरफूड पोषक तत्वों से भरपूर होता है. इसमें ओमेगा 3 फैटी एसिड, विटामिन बी, मैग्नीशियम, आयरन और प्रोटीन आदि होता है. इसके अलावा ये बाजार में बहुत आसानी से उपलब्ध होते हैं. कद्दू त्वचा के लिए भी फायदेमंद है. त्वचा के लिए इसका इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं आइए जानें.– त्वचा को मॉइस्चराइज करता है – पोटैशियम और नमी से भरपूर, कद्दू के बीज आपकी त्वचा को हाइड्रेट और मॉइस्चराइज करते हैं. इससे आपकी त्वचा मुलायम बनी रहती है. ये आपकी त्वचा को ड्राई होने से भी रोकता है.– त्वचा को जवां रखता है – कद्दू विटामिन सी से भरपूर होता है जो कोलेजन के उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद करता है. इससे त्वचा हेल्दी बनी रहती है. ये हानिकारक यूवी किरणों से होने वाले काले धब्बे और अन्य प्रकार की क्षति को भी कम करता है.– मुंहासे का इलाज करता है – ये सुपरफूड कई विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जो मुंहासों को दूर रख सकता है.– टैनिंग को हटाता है – टैनिंग से छुटकारा पाने के लिए कद्दू के कसैले गुण टैन को कम करने के लिए बहुत प्रभावी माने जाते हैं.इसका इस्तेमाल कैसे करेंदो चम्मच कद्दू की प्यूरी, 1 चम्मच शहद, 1/4 चम्मच जायफल पाउडर और 1 छोटा चम्मच सेब का सिरका लें और एक बाउल में अच्छी तरह मिला लें. इस पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाएं. स्वस्थ और पोषित त्वचा के लिए 10 मिनट के बाद ठंडे पानी से धो लें.1 चम्मच पिसे हुए अखरोट में एक चम्मच कद्दू की प्यूरी मिलाएं और फिर 1 चम्मच कच्चा शहद और दही मिलाएं. एक चुटकी दालचीनी पाउडर डालकर थोड़ा गाढ़ा पेस्ट बनाएं. धीरे से मास्क को अपने चेहरे पर गोलाकार मोशन में लगाएं. इसे लगभग 20-25 मिनट तक लगा रहने दें. 20 मिनट के बाद अपने चेहरे को ठंडे पानी से धो लें और फिर मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल करें.1 चम्मच कद्दू की प्यूरी में 1 चम्मच शहद और एक फेंटा हुआ अंडा मिलाकर एक पेस्ट बनाएं. लोबान एसेंशियल ऑयल की कुछ बूंदे मिलाएं. इसे अच्छी तरह से मिलाएं. इसे अपने चेहरे और गर्दन पर समान रूप से लगाएं. इसे 20 मिनट तक लगा रहने दें. इसे फेस वॉश से अच्छी तरह से धो लें.
- नाखून हमारी हाथों की खूबसूरती बढ़ाते है। अगर ये खराब और डैमेज होते हैं तो इनसे हमारे हाथों की खूबसूरती भी खराब हो जाती है। इसलिए नाखून की सही देखभाल करना बेहद जरूरी है। नाखून की देखभाल की बात आते ही सबसे पहली बात आती है नाखून काटने की। नाखून काटने को लेकर अक्सर हमारे यहां घरों में कहा जाता है कि रात में नाखून नहीं काटना चाहिए । इसका कारण पूछने पर ज्यादातर लोग यही कहते हैं कि इससे आप बीमार पड़ जाते हैं। पर क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों कहा जाता है या इसके पीछे साइंस क्या है? दरअसल, रात में नाखून काटने से नाखून के टुकड़े इधर-उधर गिरते हैं और उन्हें इक_ा करना और फेंकना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में ये नाखून के टुकड़े स्वच्छता के लिए खतरा हैं और अनजाने में खाद्य पदार्थों में जाकर मिल सकते हैं और एलर्जी का कारण बन सकते हैं। पर अगर ऐसा है तो नाखून काटने का सही समय क्या है ? आइए हम आपको बताते हैं।- अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी एसोसिएशन की मानें तो, नहाने के बाद या शॉवर लेने के बाद अपने नाखूनों को काटने का सबसे अच्छा समय होता है क्योंकि तब हमारे नाखून पानी या साबुन के पानी में भिगे हुए रहते हैं और बहुत ही आराम से कट जाते हैं।नाखून काटने का सही तरीका-1. हमेशा नाखून गीला करके काटेंनाखून काटने का सही तरीका यही है कि आप अपने नाखूनों को पहले हल्के तेल में डाल कर रखें या फिर पानी में डाल कर रखें। इससे आपके नाखून नरम हो जाएंगे और आप इन्हें अच्छे से काट पाएंगे। इसलिए अपने नाखूनों को ट्रिम करने के लिए नहाने के बाद का समय चुनें।2. सही नेल कटर चुनेंनाखून काटने के लिए एक सही नेल कटर का होना बेहद जरूरा है। इसके लिए आप नाखून क्लिपर या नाखून के लिए कैंची का प्रयोग कर सकते हैं। अपने पैर की उंगलियों के लिए एक टोनेल क्लिपर का प्रयोग करें।-सबसे पहले तो अपना खुद का पर्शनल नेल कटर रखें और उसे किसी के साथ शेयर ना करें।-नाखून काटने से पहले नेल कटर को डिसइंफैक्टेंट में डाल कर रखें और फिर इसे ब्रश से स्क्रब करके साफ कर लें।-अब नाखून जब आप काट लें तो उसके बाद भी नेल कटर को गर्म पानी में धो लें और उन्हें रखने से पहले पूरी तरह से सुखा लें।3. नाखून काटने के लिए सही जगह चुनेंअक्सर लोगों की आदत होती है कि वो कहीं भी बैठ कर नाखून काटना शुरू कर देते हैं। जो कि बहुत गलत आदत है। कोशिश करें कि किसी बोर्ड का उपयोग करें या फि किसी मजबूत सतह पर हाथ रख कर आराम से नाखून काटें। नाखून काटने के बाद उस बोर्ड को उठाएं और नाखून को डस्टबिन में डाल लें। नाखून कभी भी कपड़ों या फर्नीचर जैसी चीजों पर ना काटें।4. नाखूनों को ट्रिम करने का सही तरीका जानेंअपने नाखूनों को ट्रिम करने के लिए, लगभग सीधे नाखून के आर-पार काटें। कोनों पर नाखूनों को थोड़ा गोल करें। अब एक नेल फाइल या एमरी बोर्ड का उपयोग करके असमान या खुरदुरे किनारों को चिकना करें। नाखून को हमेशा एक ही दिशा में फाइल करें, क्योंकि आगे-पीछे फाइल करने से आपके नाखून कमजोर हो सकते हैं।5. क्यूटिकल्स को ना काटेंक्यूटिकल्स नाखून की जड़ की रक्षा करते हैं, इसलिए अपने क्यूटिकल्स को काटने या उन्हें पीछे करने से बचें। जब आप अपने क्यूटिकल्स को काटते हैं, तो बैक्टीरिया और अन्य कीटाणुओं का आपके शरीर में प्रवेश करना और नाखून में इंफेक्शन का कारण बनना आसान हो जाता है। ऐसे में अगल नाखून में संक्रमण हो जाता है, तो कभी-कभी इसे ठीक होने में एक लंबा समय भी लग सकता है।ध्यान रहे कि नाखून काटने के बाद उन्हें मॉइस्चराइज करना न भूलें। साथ ही कोशिश करें कि नाखून काटने के बाद अपने हाथ धो कर आएं, फिर उसे सूखने दें और तब मॉइस्चराइजर या तेल लगाएं। इससे आपके नाखून हमेशा खूबसूरत रहेंगे।
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करेला यानी बिटर गॉर्ड बालों के लिए आश्चर्यजनक फायदे प्रदान करता है। यह सुनकर आप चौंक गई होंगी। क्योंकि करेला अपने कड़वे स्वाद की वजह से कम ही लोग खाना पसंद करते हैं। आयुर्वेद में करेले को एक बेहतरीन औषधि माना गया है। जो आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होती है। लेकिन यदि हम कहें कि इस बार आपको इसको डाइट में शामिल नहीं करना, बल्कि इस के जूस को बालों में लगाना है, तो यकीनन आपको ज्यादा खुशी होगी।
जी हां करेले का जूस आपके बालों के लिए बहुत फायदेमंद है। यह केवल आपके स्वास्थ्य व स्किन के लिए नहीं, आपके बालों के लिए भी एक बेहतरीन दवा है। एक अकेला करेला आपकी बालों से जुड़ी सभी समस्याओं का समाधान कर सकता है।
शोध अनुसारफार्माकोग्नॉसी और फाइटोकेमिस्ट्री जर्नल के मुताबिक करेला विटामिन बी1, बी2, बी3 और सी के अपने समृद्ध स्रोत के लिए जाना जाता है। इसमें लोहा, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फोलेट, फास्फोरस, जस्ता और मैंगनीज भी शामिल हैं। स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने के अलावा, यह बालों के विकास में सहायक है। तो, आपको बस अपने मन से कड़वे स्वाद को हटाकर उनके अंतहीन लाभों को याद रखना है। -
रक्षाबंधन का त्योहार आते ही मिठाईयों की दुकानों पर भीड़ लग जाती हैं। बहनें अपने भाईयों का मुंह मीठा करवाने के लिए बाजार से सबसे अच्छी मिठाई खरीदकर लाना चाहती हैं। लेकिन इस राखी आप घर पर ही नारियल के लड्डू बनाकर अपने भाई का मुंह मीठा करवा सकती हैं। ये लड्डू खाने में इतने टेस्टी होते हैं कि यकीन मानिए आप बेसन और मोतीचूर के लड्डू का स्वाद भूल जाएंगे। तो आइए जान लेते हैं क्या है इन लड्डूओं को बनाने की आसान रेसिपी।
नारियल के लड्डू बनाने के लिए सामग्री-
-1 ½ कप कसा हुआ हल्का भुना हुआ गोला
-1 चम्मच घी
-1 कप दूध
-2 चम्मच खोया
-काजू
-बादाम
-लड्डू पर लगाने के लिए घिसा हुआ गोला
नारियल के लड्डू बनाने का तरीका-
नारियल के लड्डू बनाने के लिए सबसे पहले पैन में कसे हुए गोले को हल्की आंच पर भून लें। एक पैन में घी डालें और खोया डालकर 1-2 मिनट भून लें। अब थोड़ा सा खोया अलग निकालकर, बाकी खोया और दूध को कसे गोले में डालकर मिला लें। इसे तब तक भूने, जब तक यह पैन के साइड को न छोड़ दे।अब एक दूसरे पैन में घी डालें और उसमें बादाम और काजू को फ्राई करें। अब इसमें भुना खोया डालें और मिक्स करें।आखिर में अपनी हथेलियों का इस्तेमाल कर लड्डू बना लें और कसा हुआ गोला लड्डूओं पर लगाकर सर्व करें।
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मलाई पूरी जिसे मलाई मालपुआ भी कहते हैं। यह हर जगह अलग तरीके से बनाई जाती है। इसे मैदा या आटे में चीनी डाल कर, पानी या दूध की सहायता से घोल बना कर बनाया जाता है, इस घोल में इलायची पीस कर मिलाने से इसमें खुशबू तो आती ही है, साथ ही इसका स्वाद भी बढ़ जाता है। आप राखी पर यह रेसिपी ट्राई कर सकते हैं-
सामग्री-----
चीनी- 1.5 कप
गुलाब जामुन रेडी मिक्स- 1 कप
पिस्ता- 10-12
इलायची- 12 छोटी चम्मच
केसर के धागे - 15-20
घी- तलने के लिए
विधि&&&&
मलाई पूरी बनाने के लिए एक बर्तन में 1.5 कप चीनी और 1.5 कप पानी डाल कर चीनी घुलने तक बीच- बीच में चलाते हुए पका लीजिए।
अब एक बर्तन में 1 कप गुलाब जामुन रेडी मिक्स लेकर थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए चिकना घोल बना लीजिए। इतने घोल को बनाने में हमने कप पानी का इस्तेमाल किया है (घोल बनाते हुए ध्यान रखिए कि घोल को ज्यादा पतला नहीं करना है)।
पानी में चीनी घुल जाने के बाद पानी में 15-20 केसर के धागे छोटी चम्मच इलायची पाउडर डाल कर 3-4 मिनट तक पका लीजिए। 3-4 मिनट बाद चाशनी को गैस से हटा कर ठंडा होने रख दीजिए।
अब एक पैन में तलने के लिए घी डाल कर गर्म कर लीजिए।
घी के गर्म हो जाने के बाद एक सर्विग स्पून बैटर को घी में डाल कर धीमी आंच पर तल लीजिए।
कलछूल से घी को मलाई पूरी के ऊपर डालते हुए पका लीजिए, एक साइड से गोल्डन ब्राउन होने पर मलाई पूरी को पलट कर दूसरी साइड भी तल लीजिए। दोनो साइड गोल्डन ब्राउन हो जाने पर मलाई पूरी को पैन से निकाल कर प्लेट पर रख दीजिए और इसी तरह बाकी बैटर की मलाई पूरी तल लीजिए। इतने बैटर से 10-12 मलाई पूरी बन कर तैयार हुई है।
सभी मलाई पूरी तल जाने के बाद उन्हे चाशनी में डाल कर 3-4 मिनट डुबे रहने दीजिए। 4 मिनट बाद चाशनी में से निकाल कर बाकी बचे हुए चाशनी में डाल दीजिए। चाशनी में से मलाई पूरी निकाल कर गार्निशिंग के लिए थोडे से पिस्ता डाल दीजिए। मलाई पूरी सर्व करने के लिए तैयार है। - फटे होंठ चेहरे की खूबसूरती को तो कम करते ही हैं, दर्द भी बहुत देते हैं. जब आपके होंठ फट जाते हैं तो इनसे न केवल डेड स्किन (Dead skin) बल्कि कभी-कभी खून भी निकलने लगता है. फटे होंठ आपके सुंदरता को बिगाड़ते हैं. अगर आपको भी फटे होंठों की वजह से दिक्कत हो रही है, तो परेशान होने की जरूरत नहीं है. कुछ घरेलू उपायों से आप होंठों को कोमल और खूबसूरत बना सकती हैं.फटे होंठों के लिए कैसे खूबसूरत बनाएं1. हल्दी का उपयोग करेंहोंठ फटने पर आप हल्दी से उनकी देखभाल कर सकते हैं.2 चुटकी हल्दी को चौथाई चम्मच दूध में मिलाकर होठों पर लगाएं.रोज़ाना रात को सोने से पहले ऐसा करें.अगर आप कच्ची हल्दी को पीसकर इस्तेमाल करते हैं तो और भी जल्दी आराम मिलेगा.2. बादाम का तेल लगाएंरात को सोने से पहले होंठो पर बादाम का तेल लगाएं.पांच मिनट तक उंगली से होंठों की मसाज करें.इससे नमी अंदर तक पहुंचेगी और होंठों की स्किन मुलायम होगी.साथ ही होंठों का रंग भी गुलाबी होगा.4. नारियल का तेल लगाएंनारियल का तेल भी फटे होठों पर लगाने से फायदा पहुंचाता है.आप अपने होठों पर रोज़ाना नारियल का तेल दिन में दो-तीन बार लगाएं.साथ ही रात को सोने से पहले भी इसको होठों पर इस्तेमाल करें.इससे त्वचा मुलायम होगी और होठों में दर्द से भी आराम मिलेगा.5. चीनी के साथ शहद लगाएंआप दो चुटकी शक़्कर में दो बूंद शहद को मिलाकर होंठों पर स्क्रब की तरह से इस्तेमाल करें.इससे होंठों से निकलने वाली डेड स्किन से छुटकारा मिलेगा. साथ ही होंठ मुलायम होंगे.
- डैंड्रफ एक बहुत ही आम समस्या है। डैंड्रफ को खत्म करने के लिए कई उपाय हो सकते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि नीम का इस्तेमाल सबसे प्रभावी उपायों में से एक है। इसे कोई भी आजमा सकता हैं। नीम आयुर्वेदिक दवा का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसका इस्तेमाल सदियों से किया जा रहा है। इसका इस्तेमाल स्वास्थ्य समस्याओं, त्वचा और बालों की समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता है। डैंड्रफ दूर करने के लिए नीम का इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं आइए जानें....नीम का पानीआपको 35-40 नीम के पत्ते और एक से डेढ़ लीटर पानी की जरूरत होगी। सबसे पहले पानी को उबाल लें और फिर गैस से उतार लें। नीम के पत्तों को पानी में डालकर रात भर के लिए छोड़ दें। सुबह इस पानी से अपने बालों को धो लें। इसके इस्तेमाल से डैंड्रफ के कारण होने वाली खुजली और परेशानी कम हो जाती है। इस समस्या से पूरी तरह छुटकारा पाने के लिए हफ्ते में दो या तीन बार इसका इस्तेमाल करें। नीम अपने एंटी बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुणों के लिए जाना जाता है।हेयर मास्क का इस्तेमाल करेंआपको 30-40 नीम के पत्ते, 1 लीटर पानी और 1 चम्मच शहद जरूरत होती है। सबसे पहले पानी को उबाल लें और फिर गैस से उतार लें. अब इसमें नीम की पत्तियां डालकर रात भर के लिए रख दें। पत्तों को पानी से छान लें और फिर पत्तियों को पीसकर पेस्ट बना लें। पेस्ट में शहद मिलाएं और इस मास्क को अपनी जड़ों और बालों पर लगाएं। इसे 25-30 मिनट के लिए छोड़ दें और फिर धो लें। ऐसा हफ्ते में एक बार करने से कुछ ही समय में डैंड्रफ की मात्रा कम हो जाएगी।नीम और नारियल का तेलआपको आधा कप नारियल का तेल, 10 नीम के पत्ते, आधा छोटा चम्मच नींबू का रस और 2 चम्मच अरंडी के तेल की जरूरत होगी। सबसे पहले नारियल का तेल गर्म करें और फिर इसमें नीम की पत्तियां डालें। 10-15 मिनट तक उबलने के बाद इसे आंच से उतार लें। तेल ठंडा होने के बाद इसमें अरंडी का तेल और नींबू का रस मिलाएं। इस मिश्रण को किसी बोतल में भरकर रख लें और इसे हफ्ते में कम से कम 2 बार लगाएं। इस मिश्रण को लगाएं और इसे धोने से पहले एक घंटे तक लगा रहने दें। इससें डैंड्रफ की समस्या दूर हो जाएगी।
- नीम का इस्तेमाल सदियों से सौंदर्य उत्पादों में किया जाता रहा है। नीम का फेस पैक त्वचा को निखारने में मदद कर सकता है, काले धब्बे, रेडनेस, महीन रेखाओं और झुर्रियों को कम कर सकता है। ये त्वचा को स्वस्थ रख सकता है। नीम का इस्तेमाल आमतौर पर मुंहासों के इलाज के लिए किया जाता है। नीम की पत्ती का पाउडर और नीम का तेल दोनों ही आपकी त्वचा की देखभाल के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। आइए जानें इसके फायदे....नीम फेस पैक के फायदेइवन्स स्किन टोन - नीम का फेस पैक त्वचा की रंगत को समान करने में मदद करता है। नीम में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट काले धब्बे और अन्य समस्या को कम करने में मदद करते हैं। इससे त्वचा बेदाग हो जाती है।मुंहासे का इलाज करता है - नीम का फेस पैक अपने एंटी बैक्टीरियल के कारण मुंहासों को कम करने में मदद करता है। ये किसी भी तरह के ब्रेकआउट को खत्म करता है। खुजली वाली त्वचा को भी शांत करता है। इसमें ऐसे एजेंट होते हैं जो मुंहासे पैदा करने वाले बैक्टीरिया को मारते हैं। ये मुंहासों के इलाज के लिए बेहद फायदेमंद है।ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स को कम करता है - ब्लैकहेड्स या व्हाइटहेड्स से छुटकारा पाने के लिए महंगे उत्पादों की बजाए प्राकृतिक विकल्प भी चुन सकते हैं। एक नीम फेस पैक न केवल सभी गंदगी को बाहर निकालता है, बल्कि बड़े छिद्रों को भी सिकोड़ता है।त्वचा के संक्रमण को रोकता है - नीम फेस पैक को ऊपर से लगाने से त्वचा के संक्रमण से बचा जा सकता है। नीम के एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण त्वचा के लिए फायदेमंद है।हल्के निशान - नीम फेस पैक मुंहासों या पिंपल्स द्वारा छोड़े गए दाग- धब्बों को हल्का करने में मदद करता ह।एंटी-एजिंग लाभ प्रदान करता है - नीम फेस पैक त्वचा के पतलेपन और झुर्रियों और महीन रेखाओं को कम करने में मदद करता है। नीम में विटामिन ई और फैटी एसिड होते हैं जो त्वचा को टाइट करते हैं। ये उम्र बढऩे के संकेतों को रोकने में मदद करते हैं।नीम और एलोवेरा फेस पैक - ये फेस पैक आपकी त्वचा को प्राकृतिक रूप से ग्लोइंग बनाने में मदद करेगा। इसके लिए 1 चम्मच नीम पाउडर और ताजा एलोवेरा जेल लें। सबसे पहले एक बाउल में सामग्री को मिलाएं और पेस्ट को अपनी त्वचा पर लगाएं। इसे 15 मिनट तक लगा रहने दें, फिर त्वचा की मसाज करते हुए ठंडे पानी से अपना चेहरा धो लें।
- इन दिनों मॉनसून का सीजन चल रहा है. ऐसे में आप ब्राइट कलर की शर्ट को शॉर्ट्स के साथ पहन सकते हैं. मोटे फैब्रिक की जगह लाइट फैब्रिक लें. साथ ही बहुत ज्यादा गहरे रंग और एक ही रंग के कपड़े पहनने से बचें. मल्टीकलर शर्ट या स्टाइलिश कोट्स वाली टी-शर्ट काफी अच्छा लुक देगी.सिल्क कुर्ते पर हाफ जैकेट का फैशन भी काफी ट्रेंड में है. आप भी इसे आजमा सकते हैं. मार्केट में कुर्ते और जैकेट दोनों प्लेन और प्रिंटेड डिजायन में मौजूद हैं. इसके अलावा कुर्ते के साथ पजामी और धोती दोनों के ट्रेंड हैं. आप अपनी चॉइस के हिसाब से इसका चुनाव कर सकते हैंव्हाइट, ब्लैक और डेनिम की शर्ट का फैशन कभी खत्म नहीं होता. इन्हें आप कभी भी और कहीं भी पहन सकते हैं. लेकिन अगर आप अक्सर फॉर्मल शर्ट पहनते हैं तो प्लेन शर्ट के अलावा कलरफुल चेक शर्ट भी ट्राई कीजिए. इसे ऑफिस के अलावा अन्य जगहों पर भी पहना जा सकता है.आजकल लड़कों के बीच प्रिंटेड शर्ट की भी काफी डिमांड है. इसके अलावा विद्आउट कॉलर शर्ट्स भी काफी पसंद की जा रही हैं. ये काफी स्टाइलिश लुक देती हैं.लड़कों पर डेनिम जैकेट के साथ कलरफुल टीज देखने में काफी कूल लगती है. आप भी इस तरह की टी-शर्ट और डेनिम जैकेट को पहन सकते हैं. इससे आपकी उम्र भी कम नजर आती है.
- बारिश के मौसम में ज्यादातर लोग अपनी स्किन समस्याओं को लेकर परेशान रहते हैं, क्योंकि मॉनसून के दौरान हवा में नमी मौजूद होती है जो स्किन की टेक्सचर को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती है. स्किन एक्सपर्ट्स की मानें तो जिस तरह अलग-अलग सीजन में लोग विभिन्न प्रकार के कपड़े पहनते हैं, ठीक वैसे ही बदलते मौसम में स्किन केयर रूटीन में भी बदलाव करना चाहिए.स्किन को हमेशा स्वस्थ और खूबसूरत कैसे रखें --हेल्थ एक्सपर्ट्स मानते हैं कि बरसात का मौसम कई बार स्किन को रूखा, बेजान और खुजलीदार बना सकता है, जो पिंपल्स और दूसरी स्किन एलर्जी का खतरा बढ़ाता है. इसके अलावा चेहरे पर ज्यादा पसीना आने से स्किन में कीटाणु जम सकता है. ऐसे में नहाते समय नीम का तेल और एलोवेरा नियमित रूप से इस्तेमाल करना चाहिए, यह आपकी स्किन को हमेशा स्वस्थ और खूबसूरत बनाए रखेंगे.स्किन के लिए नीम तेल और ऐलोवेरा से मिलने वाले फायदे --नीम का तेल और ऐलोवेरा त्वचा को पोषण देते हैं, आराम पहुंचाते हैं और गंदगी और धूल-मिट्टी से सुरक्षित रखने में मददगार होते हैं.नीम और एलोवेरा में एंटी-बैक्टीरियल व एंटी-इंफ्लेमेट्री प्रॉपर्टीज होती हैं, जो सभी तरह की स्किन टाइप के लिए फायदेमंद होती हैं.यह दोनों त्वचा को पूरी तरह से साफ करने और तेल के उत्पादन को नियंत्रित करने में भी मददगार हैं. इसके साथ ही, ये दोनों तत्व बरसात के मौसम में होने वाली कई स्किन प्रॉब्लम्स को दूर करने में सहायक होती हैं.नीम और एलोवेरा स्किन को डीप क्लीन करने में मदद करता है. साथ ही, ये स्किन स एक्सेस ऑयल को बाहर निकालने मं मदद करता है.यह दोनों चीजें त्वचा से मुंहासों और लालीपन को कम करने में भी सहायक होती हैं. इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं. जो स्किन को बेहतर बनाने में मददगार होते हैं.एलोवेरा में वॉटर डेंस प्रॉपर्टीज होती हैं, जो नेचुरल हाइड्रेटर का कार्य करता है और त्वचा को डिहाइड्रेशन से बचाता है.इस तरह करें उपयोगनीम में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-वायरल एजेंट पाए जाते हैं, जो जिनसे इंफेक्शन का खतरा कम होता है. आप चाहें तो बॉडीवॉश में भी एलोवेरा का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके अलावा सीधे चेहरे पर भी इन दोनों चीजों को लगा सकते हैं.
- यदि आप दक्षिण भारत घूमने का प्लान कर रहे हैं, तो आपको हम वहां की 5 ऐसी खूबसूरत हिट स्टेशनों के बारे में आज बता रहे हैं, जो ना सुंदर है, बल्कि आपको वहां जाकर सुकून भी मिलेगा। ज्यादातर पर्यटक दक्षिण भारत को समुद्र तटों और मंदिरों के लिए स्वर्ग मानते हैं, लेकिन दक्षिण भारत में हिल स्टेशनों की खूबसूरती भी मशहूर हैं। यहां पर पहाड़ों के बीच आप एक शांत वातावरण का अनुभव कर सकते हैं। इन हिल स्टेशनों में पर्यटकों के लिए बहुत कुछ है।मुन्नारमुन्नार केरल में स्थित है और अपने दोस्तों, परिवार या जीवनसाथी के साथ घूमने के लिए एक अच्छी जगह है। मुन्नार के खूबसूरत झरने, हर जगह हरियाली और चाय के बागानों की सुगंध किसी को सम्मोहित कर लेगी। अगर आप मुन्नार में कुछ अनोखे पर्यटक आकर्षण स्थलों की तलाश कर रहे हैं, तो आप निराश नहीं होंगे क्योंकि आप चिन्नार वन्यजीव अभयारण्य, अनामुडी पीक, इको पॉइंट और कई अन्य जगहों पर जा सकते हैं। मुन्नार घूमने का सबसे अच्छा समय सितंबर से मई के बीच का है।कूर्गकूर्ग कर्नाटक में स्थित है। ये हिल स्टेशन पर्यटकों के बीच बहुत प्रसिद्ध है। ये अपने चाय के बागानों के लिए जाना जाता है। प्रकृति प्रेमियों के लिए ये स्वर्ग के समान है। अपने व्यस्त जीवन के बीच कुछ दिनों आराम के लिए अपने जीवन का समय बिताने के अलावा, कूर्ग में ट्रेकिंग, रॉक क्लाइम्बिंग, रैपलिंग और कई अन्य एडवेंचर एक्टिविटी भी कर सकते हैं। कूर्ग घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से अप्रैल तक है।ऊटीतमिलनाडु में स्थित, ऊटी सालों से दक्षिण भारत में पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता रहा है। यहां आप बहुत से अनुभव कर सकते हैं। आप वनस्पति उद्यान, टोडा हट्स, टॉय ट्रेन की सवारी आदि का आनंद ले सकते हैं। सबसे अच्छी बात ये है कि इस जगह की यात्रा के लिए कोई विशेष समय नहीं है। आप यहां किसी भी समय घूमने का प्लान बना सकते हैं।गवीकेरल में स्थित गवी की यात्रा भी कर सकते हैं। ये अन्य हिल स्टेशन से अलग है। ये आपकी छुट्टियों को उबाऊ नहीं होने देगा क्योंकि आपके पास चुनने के लिए कई तरह की एडवेंचर एक्टिविटी होंगी जैसे लंबी पैदल यात्रा, ट्रेकिंग, कैम्पिंग और बहुत कुछ। गवी की यात्रा का सबसे अच्छा समय जुलाई और सितंबर के महीनों के बीच है।कोडईकनालकोडाईकनाल तमिलनाडु में स्थित है। इसे दक्षिण भारत का सबसे ठंडा हिल स्टेशन माना जाता है। घाटियां, झरने और घास के मैदान आराम के लिए एक शांतिपूर्ण छुट्टी के लिए यहां जा सकते हैं। अपनी छुट्टियों को थोड़ा और मजेदार बनाने के लिए आप ट्रेकिंग और बोटिंग जैसी एक्टिविटी भी कर सकते हैं। कोडाईकनाल घूमने का सबसे अच्छा समय अप्रैल से जून और सितंबर से अक्टूबर तक है।
- दुनियाभर में पिछले डेढ़ साल से जारी कोरोना संक्रमण ने लोगों के स्वास्थ्य को कई तरह से प्रभावित किया है। हृदय और फेफड़ों को क्षति पहुंचाने के साथ कोरोना के चलते लोगों की नींद पर भी प्रतिकूल प्रभाव देखने को मिल रहा है। कई अध्ययनों में स्पष्ट हो चुका है कि कोरोना के चलते संक्रमित और गैर संक्रमित, दोनों ही तरह के लोगों को नींद से संबंधित कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। शरीर को स्वस्थ और सक्रिय बनाए रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में नींद लेना बेहद आवश्यक माना जाता है। नींद पूरी न होना या फिर नींद आने में समस्या महसूस होना, स्वास्थ्य संबंधी कई सारी दिक्कतों का कारण बन सकता है।स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक खान-पान के साथ हमारे जीवनशैली की कई आदतें नींद को प्रभावित कर सकती हैं। आमतौर पर लोग सोने से पहले कई ऐसी चीजें करते हैं जो अनिद्रा की समस्या को बढ़ा सकती है, इन आदतों के बारे में जानकर इनसे समय रहते दूरी बना लेना बेहद आवश्यक है--स्क्रीन का ज्यादा इस्तेमालस्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक अक्सर सोने से कुछ समय पहले तक मोबाइल देखते रहना हमारी आदत का हिस्सा हो गया है, हालांकि हमें ध्यान रखना चाहिए कि सोने से पहले स्क्रीन का ज्यादा इस्तेमाल अनिद्रा की समस्या का कारण बन सकता है। स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी सर्कैडियन रिदम को खराब कर सकती है जिससे अनिद्रा का खतरा बढ़ जाता है। यदि आपको देर रात तक काम करना होता है, तो आप मोबाइल या लैपटॉप में उन फीचरों का इस्तेमाल कर सकते हैं जो नीली रोशनी को कम कर देती हों।सोने से पहले चाय-कॉफी का सेवनआहार विशेषज्ञों की मानें तो रात के समय में उन सभी चीजों से बचना चाहिए जिनमें कैफीन की मात्रा अधिक हो सकती है। कई खाद्य पदार्थों में कैफीन हो सकता है, जिसके बारे में आपको अक्सर पता भी नहीं होता है, इसकी जांच के लिए संबंधित खाद्य पदार्थ के पोषण लेबल को चेक कर लें। चाय और सोडा में कैफीन होता है, इसके आलावा कुछ आइसक्रीम और डेसर्ट के साथ कॉफी और चॉकलेट में भी कैफीन की मात्रा अधिक होती है। नींद की समस्याओं से बचे रहने के लिए रात के समय इन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।खाने के बाद तुरंत बाद सोने की आदतखाने के बाद तुरंत बाद बेड पर चले जाने से पेट में जलन, एसिडिटी जैसी समस्या हो सकती है जो नींद में बाधा उत्पन्न कर देती है। इन समस्याओं से बचने के लिए खाना खाने के बाद जरूर टहले। सोने जाने से कम से कम 2 घंटे पहले भोजन करें। इसके अलावा रात के समय हमेशा हल्का भोजन करना चाहिए, भारी भोजन करने से बचें क्योंकि इसे पचने में अधिक समय लग सकता है। रात में ज्यादा तली-भुनी चीजों को खाने से बचना चाहिएकिसी भी तरह के नशे का इस्तेमालरात में सोने से पहले शराब या धूम्रपान जैसे किसी भी तरह का नशा नहीं करना चाहिए। शराब, पाचन तंत्र पर बुरा असर डालने के साथ नींद की समस्या को बढ़ा देती है। अक्सर कई लोगों की आदत होती है कि वे रात के समय अधिक मात्रा में शराब पी लेते हैं, लेकिन विशेषज्ञ कहते हैं कि शराब का अधिक सेवन आपकी प्रतिरोधी क्षमता को कमजोर कर सकता है। इसलिए इससे बचें। इसी तरह से धूम्रपान या तंबाकू युक्त चीजें भी नींद के साथ सेहत को नुकसान पहुंचा सकती हैं, इसलिए रात में इनसे सेवन का बचने का प्रयास करना चाहिए।
- जब एक कपल माता-पिता बनता है, तो उसका जीवन पूरी तरह बदल जाता है। अब उसकी जिंदगी उसके बच्चे के इर्द-गिर्द ही घूमती है। वे अपने बच्चे का पूरा ख्याल रखते हैं, उसको अच्छी शिक्षा देने की तरफ कई जरूरी कदम उठाते हैं, उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखते हैं आदि। लेकिन इसके अलावा हमेशा माता-पिता को एक चिंता सताती है कि क्या उनका बच्चा इस दौड़ती-भागती जिंदगी में जीवन की रेस जीत पाएगा? क्या उनके बच्चे का दिमाग तेज हो पाएगा? कहीं उनके बच्चे को कहीं हार का सामना तो नहीं करना पड़ेगा? आदि। ऐसे ही कई सवाल माता-पिता की चिंता को कई गुना बढ़ा देते हैं। ऐसे में बच्चे का दिमाग तेज करने के लिए माता-पिता उन्हें एक अच्छी डाइट देते हैं, लेकिन यहां आपको बता दें कि इसके साथ ही आपको कुछ अन्य काम भी करने पड़ेंगे जिससे आपके बच्चे का दिमाग तेज होने में मदद मिल सकती है।पहले दिखाएं, फिर सवाल पूछेंआप बच्चे से कई तरह के सवाल पूछ सकते हैं। जैसे- आप अगर कहीं घूमने गए हैं तो वहां आपके बच्चे ने क्या-क्या देखा? उस जगह के बारे में पूछ सकते हैं? वहां कोई खास चीज थी, तो उसके बारे में पूछ सकते हैं? आपने वहां क्या खाया? आदि। इन सवालों से आपके बच्चे का दिमाग तेज होने में मदद मिलेगी और वे पिछली चीजों को नहीं भूलेगा। इसलिए आप ये कर सकते हैं।घर के काम सिखाएंबच्चों को आप घर के काम सिखा सकते हैं और उनके बारे में बता भी सकते हैं। ऐसा करने से वे एक्टिव बनने के साथ ही उनका दिमाग भी तेज होगा। आप कुछ काम कर रहे हैं, तो उन्हें उसके बारे में बताएं, आप खाना बना रहे हैं, तो जरूरत की चीजों को पकड़ने के लिए उन्हें बोलें और आखिर में उन्हीं चीजों को वापिस उनकी जगह पर रखने को कहें। ऐसा करने से उन्हें चीजें याद रहेंगी और वे कभी भूलेंगे नहीं, जिससे उनका दिमाग तेज होने में मदद मिलेगी।खुद करने दें कामअक्सर देखा जाता है कि जब बच्चे खेल लेते हैं या अपने कमरे से सोकर उठते हैं, तो उनकी मां उनके खिलौनों को संभालती हैं और उनके रूम को साफ भी करती हैं। लेकिन आपको अपने बच्चे को ये काम खुद करने देने चाहिए। उसे सीखाना चाहिए कि खेलने के बाद खिलौने कहां रखने हैं, कैसे रूम को साफ करना है आदि। इससे वे अपनी चीजों का ध्यान रखेंगे और उनका दिमाग भी चीजों को लेकर तेज होने में मदद मिलेगी।उनको खेल-खेल में पढ़ाएं और फिर पूछेंआपको बच्चों को पढ़ाना चाहिए, लेकिन आपको थोड़ा सा अलग करते हुए उन्हें खेल के जरिए पढ़ाना चाहिए। आप उन्हें नंबर्स, उनकी किताबें और आदि चीजें पढ़ा सकते हैं। इसके बाद उनसे कुछ समय बाद इन चीजों को पूछते रहें। इससे उनका दिमाग तेज होगा और वे चीजों को जल्दी से नहीं भूलेंगे।