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- नई दिल्ली। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) विशेषज्ञ सेवा सहित बर्हिगमन मरीज विभाग (ओपीडी) बंद होने के मद्देनजर जल्द ही 24 मार्च और उसके बाद पंजीकृत मरीजों और फालोअप मरीजों को फोन पर चिकित्सा परामर्श देने की सुविधा शुरू करेगा।यह सुविधा इस हफ्ते के अंत तक शुरू होने की उम्मीद है। एम्स ने इससे पहले संसाधनों को कोरोना वायरस की महामारी से निपटने में इस्तेमाल करने के उद्देश्य से 23 मार्च से ओपीडी सेवाएं अस्थायी रूप से स्थगित कर दी थी। एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने बताया, टेली कंसल्टेशन सुविधा की शुरुआत करने का उद्देश्य टेलीफोन के जरिये फॉलो आप मरीजों (पुराने मरीज जिनका इलाज चल रहा है) की मदद करना है। उन्होंने बताया कि कई मरीजों को दी गई तारीख रद्द कर दी गई। गुलेरिया ने बताया कि गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीज भी इस व्यवस्था से डॉक्टरों की सलाह ले सकते हैं।
- नई दिल्ली। निर्वाचन आयोग ने कोविड-19 के फैलाव को देखते हुए स्वास्थ्य अधिकारियों को घर पर क्वारंटीन कर रहे लोगों की पहचान करने के लिए न मिटने वाली स्याही का इस्तेमाल करने की इजाजत दे दी है। एक बयान में आयोग ने कहा है कि स्वास्थ्य मंत्रालय को इसके लिए लगाए जाने वाले चिन्ह के मानकीकरण करने और इसे शरीर पर किस स्थान पर लगाया जाना है इस बारे में विचार करना चाहिए ताकि चुनाव के समय इसकी वजह से किसी तरह की बाधा उत्पन्न न हो।निर्वाचन आयोग ने यह भी कहा है कि संबंधित अधिकारियों को न मिटने वाली स्याही का उपयोग किसी व्यक्ति की बांये हाथ की उंगली पर नहीं करने का भी निर्देश दिया जाना चाहिए।निर्वाचन आयोग ने कहा है कि संबंधित अधिकारियों को उन लोगों का रिकॉर्ड रखने को कहा जाएगा जिनमें इस स्याही का उपयोग किया गया। आयोग ने कहा है कि अधिकारियों को न मिटने वाली स्याही का उपयोग किसी अन्य कार्य के लिए न करने के निर्देश भी दिए जाने चाहिए।--
- नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से अपने निर्वाचन क्षेत्र-वाराणसी के लोगों से बातचीत करते हुए कहा कि वाराणसी के सांसद होने के नाते उन्हें इस समय में उनके बीच रहना चाहिए था लेकिन जो चीजें दिल्ली में चल रही हैं, उनके कारण यह संभव नहीं हो सका। उन्होंने कहा कि व्यस्तता होने के बावजूद, वे अपने सहयोगियों से वाराणसी के बारे में नियमित अपडेट लेते रहते हैं। देश में कोरोना वायरस फैलने के बाद वाराणसी के लोगों के साथ यह प्रधानमंत्री की पहली बातचीत थी।प्रधानमंत्री ने वाराणसी के लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया कि उन्होंने हमारे देश को कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लडऩे की पूरी शक्ति मिलने के लिए देवी शैलपुत्री से प्रार्थना और अनुष्ठान किया। उन्होंने कहा कई बार लोग ऐसी बातों पर ध्यान नहीं देते हैं जो कि बहुत महत्वपूर्ण होती हैं, वही भारत में हो रहा है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे तथ्यों को समझें और अफवाहों पर विश्वास न करें। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस अमीर और गरीब के बीच कोई भेदभाव नहीं करता है और यह किसी पर भी दया नहीं दिखाएगा। उन्होंने काबुल के गुरुद्वारे में हुए आतंकी हमले में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि सरकार द्वारा कोरोनो वायरस के बारे में सही जानकारी उपलब्ध कराने के लिए व्हाट्सएप के साथ मिलकर एक हेल्पडेस्क का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी या हिंदी में नमस्ते लिखकर व्हाट्सएप नंबर के माध्यम से इस 9013151515 नंबर तक तक पहुंचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि महाभारत के युद्ध को जीतने में 18 दिनों का समय लगा था और भारत को नोवल कोरोना वायरस के खिलाफ युद्ध जीतने में 21 दिन लगेंगे।प्रधानमंत्री ने सभी नागरिकों से अपील की कि अगर वे कोई ऐसी कोई घटना देखें, जहां पर डॉक्टरों और नर्सों जैसे पेशेवरों के साथ किसी प्रकार का दुव्र्यवहार किया जाता है, तो उन्हें ऐसा करने वाले लोगों को समझाने के लिए पहल करनी चाहिए कि वे गलत कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने गृह मंत्रालय और डीजीपी से कहा है कि वे उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें, जो इस नाजुक समय में हमारी सेवा कर रहे डॉक्टरों, नर्सों और अन्य पेशेवरों का समर्थन या सहयोग नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस देश का आम आदमी सही समय पर सही कदम उठाने में विश्वास रखता है। उन्होंने कहा कि 22 मार्च को यह स्पष्ट रूप से दिखाई दिया कि कैसे सभी नागरिकों ने जनता कफ्र्यू का समर्थन किया और फिर शाम 5 बजे आवश्यक सेवाओं में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने वाले पेशेवरों के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में सफेद पोशाक में काम करने वाले हेल्थकेयर पेशेवर आज हमारे लिए भगवान के समान हैं, वे अपनी जान को जोखिम में डालकर इस बीमारी से हमारी रक्षा कर रहे हैं। उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले विभिन्न कार्यक्षेत्रों के लोगों के प्रश्नों और शंकाओं का भी उत्तर दिया
- नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों पर कैबिनेट समिति (सीसीईए) ने 2019-20 के बाद एक और वर्ष के लिए यानी 2020-21 तक आरआरबी को न्यूनतम नियामकीय पूंजी प्रदान कर क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) के पुनर्पूंजीकरण की प्रक्रिया को जारी रखने को अपनी स्वीकृति दे दी है।इसके तहत उन आरआरबी को न्यूनतम नियामकीय पूंजी दी जाएगी जो 9 प्रतिशत के पूंजी-जोखिम भारित परिसंपत्ति अनुपात (सीआरएआर) को बनाए रखने में असमर्थ हैं, जैसा कि भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा निर्दिष्ट नियामकीय मानदंडों में उल्लेख किया गया है।सीसीईए ने आरआरबी के पुनर्पूंजीकरण की योजना के लिए केंद्र सरकार के हिस्से के रूप में 670 करोड़ रुपये (यानी 1340 करोड़ रुपये के कुल पुनर्पूंजीकरण सहयोग का 50 प्रतिशत) का उपयोग करने को भी मंजूरी दे दी है। हालांकि, इसमें यह शर्त होगी कि प्रायोजक बैंकों द्वारा समानुपातिक हिस्सेदारी को जारी करने पर ही केंद्र सरकार का हिस्सा जारी किया जाएगा।बेहतर सीआरएआर वाले वित्तीय दृष्टि से सुदृढ़ क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक दरअसल ग्रामीण क्षेत्रों में ऋण संबंधी जरूरतों को पूरा करने में सक्षम होंगे।आरबीआई के दिशा-निर्देशों के अनुसार, आरआरबी को अपने कुल ऋण का 75 प्रतिशत पीएसएल (प्राथमिकता वाले क्षेत्रों को ऋण देना) के तहत प्रदान करना पड़ता है। आरआरबी मुख्यत: छोटे एवं सीमांत किसानों, सूक्ष्म व लघु उद्यमों, ग्रामीण कारीगरों और समाज के कमजोर वर्गों पर फोकस करते हुए कृषि क्षेत्र और ग्रामीण क्षेत्रों की कर्ज तथा बैंकिंग संबंधी आवश्यकताओं को पूरा कर रहे हैं। इसके अलावा, आरआरबी ग्रामीण क्षेत्रों के सूक्ष्म/लघु उद्यमों और छोटे उद्यमियों को भी ऋण देते हैं। सीआरएआर बढ़ाने के लिए पुनर्पूंजीकरण या नई पूंजी संबंधी सहयोग मिलने पर आरआरबी अपने पीएसएल लक्ष्य के तहत उधारकर्ताओं की इन श्रेणियों को निरंतर ऋण देने में समर्थ साबित होंगे, इसलिए वे ग्रामीण आजीविकाओं के लिए निरंतर सहयोग देना जारी रखेंगे।
- नई दिल्ली। जनगणना 2021 के प्रथम चरण और एनपीआर का अपडेशन तथा फील्ड से जुड़े अन्य कार्य, जो कि 01 अप्रैल, 2020 से शुरू होने थे, को अगले आदेश तक स्थगित कर दिया गया है।देश में जनगणना 2021 दो चरणों में की जानी थी। प्रथम चरण में मकान सूचीकरण और मकान गणना-अप्रैल से सितंबर, 2020 और दूसरा चरण में जनसंख्या गणना-9 फरवरी से 28 फरवरी, 2021 तक प्रस्तावित थी । जनगणना 2021 के प्रथम चरण के साथ राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) का अपडेशन असम के अतिरिक्त सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में भी प्रस्तावित था ।कोविड-19 के प्रकोप के कारण, भारत सरकार के साथ-साथ राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा भी हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। गृह मंत्रालय के आदेश के तहत देश में कोविड -19 महामारी के रोकथाम के लिए उठाए जाने वाले उपायों पर भारत सरकार के मंत्रालयों/ विभागों तथा राज्य/ केंद्र शासित प्रदेश सरकारों द्वारा उनके सख्त कार्यान्वयन के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। अनेक राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा लॉकडाउन भी घोषित कर दिया गया है। भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने सामाजिक सावधानी सहित विभिन्न एहतियाती उपायों के लिए सलाह जारी की है। इन बातों को ध्यान में रखते हुए ही जनगणना का कार्य स्थगित कर दिया गया है।
- नई दिल्ली। कोरोना वायरस को लेकर उपजे हालात को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज शाम 5 अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के लोगों से सीधे संवाद करेंगे। साथ ही लोगों से सुझाव भी मांगेंगे।प्रधानमंत्री ने इस बात की जानकारी ट्वीट कर दी है। उन्होंने लिखा है- इस बार की जानकारी कोरोना वायरस को लेकर उपजे हालात पर मैं अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के लोगों से संवाद करूंगा। 25 मार्च को शाम 5 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से होने वाली इस बातचीत से आप जुड़ सकते हैं। अगर आपके पास कोई सुझाव या सवाल हो तो नरेन्द्र मोदी एप के कमेंट सेक्शन में जाकर साझा कर सकते हैं।
- मुंबई। कोरोना वायरस से बचाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऐलान के बाद देश में पूरी तरह से लॉकडाउन (देशबंदी) लागू कर दिया गया है।बॉलीवुड सितारे इसका समर्थन कर रहे हैं। अभिनेता अमिताभ बच्चन ने लोगों से घरों में रहने की अपील की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के बाद अमिताभ बच्चन ने एक ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा, हाथ हैं जोड़ते विनम्रता से आज हम, सुनें आदेश प्रधान का, सदा तुम और हम। ये बंदिश जो लगी है, जीवदायी बनेगी, 21 दिनों का संकल्प निश्चित कोरोना दफनाएगी। इस ट्वीट के साथ अमिताभ ने दो तस्वीरें भी शेयर की हैं। एक तस्वीर में वो हाथ जोड़े नजर आ रहे हैं। जबकि दूसरी तस्वीर में भारत का नक्शा है जिस पर ताला लगा है। अमिताभ के इस ट्वीट पर लोग लगातार कमेंट कर रहे हैं और उनकी बात का समर्थन कर रहे हैं।
- नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने देश के विभिन्न भागों में भारतीय नव वर्ष के उपलक्ष्य में मनाये जाने वाले पर्व उगादि, गुड़ी पड़वा, चैत्र शुक्लादि, साजीबू चेराओबा, नवरेह तथा चेटीचंड की देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने आम जनता से कोरोना वायरस जनित संकट की वजह से अपने घर में रहकर ही ये पर्व मनाने की अपील की है।श्री नायडू ने अपने संदेश में कहा कि भारत के विभिन्न क्षेत्रों में नववर्ष के आगमन पर ये उत्सव मनाये जाते हैं। उन्होंने देशवासियों से स्वच्छ एवं स्वस्थ जीवनचर्या अपनाने तथा कोरोना वायरस के विरुद्ध सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों को कारगर बनाने में सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा, उगादि, गुड़ी पड़वा, चैत्र शुक्लादि, साजीबू चेराओबा, नवरेह तथा चेटीचंड के शुभ अवसर पर देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। हर्षोल्लास से मनाए जाने वाले ये पर्व बसंत तथा नववर्ष के आगमन का संकेत हैं। ये पर्व हमारी खुशहाली और समृद्धि को अभिव्यक्ति देते हैं। श्री नायडू ने कहा, आज जब हम इन पर्वों को बेहतर और खुशहाल भविष्य की आशा से मना रहे हैं, हमें यह स्मरण रहे कि आज हम वैश्विक स्तर पर एक अभूतपूर्व स्वास्थ्य आपदा का सामना भी कर रहे हैं। हमें निरापद रहने के लिए सभी जरूरी सावधानियां और परहेज़ बरतने होंगे। उन्होंने देशवासियों से इन पर्वों को घर के अंदर ही रह कर मनाने और भीड़ भाड़ वाले सामुदायिक आयोजनों से बचने की अपील की। नायडू ने कोरोना वायरस के संक्रमण के विरुद्ध सरकार और चिकित्सा कर्मियों के प्रयासों को कारगर बनाने में सहयोग देने की अपील करते हुये कहा कि आपसी सहयोग और एकजुटता से ही इन प्रयासों को सफल बनाया जा सकेगा।
- नई दिल्ली। आज आधी रात से 31 मार्च तक कोई भी वाणिज्यिक विमान यात्रा संचालित नहीं की जा सकेगी। देश में कोरोना वायरस की महामारी के प्रकोप को देखते हुए यह कदम उठाया गया है, लेकिन ये पाबंदियां माल वाहक विमानों पर लागू नहीं होंगी।भारत ने एक सप्ताह के लिए अंतर्राष्ट्रीय विमान सेवाओं पर भी रविवार से प्रतिबंध लगा दिया है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा है कि ऑपरेटरों को अपने विमानों की समय सारिणी इस तरह से निर्धारित करनी होगी जिससे उनकी उड़ान रात ग्यारह बजकर 59 मिनट तक गन्तव्य हवाई अड्डे पर पहुंच जाए।--
- भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1985 बैच के अधिकारी इकबाल सिंह बैस को प्रदेश का मुख्य सचिव बनाया है। वे वर्तमान में मध्यप्रदेश के ग्वालियर राजस्व मंडल के अध्यक्ष हैं।इस संबंध में मध्यप्रदेश सामान्य प्रशासन विभाग की प्रमुख सचिव कार्मिक दीप्ति गौड मुखर्जी ने आदेश जारी कर दिये हैं। श्री बैस को एम गोपाल रेड्डी के स्थान पर मुख्य सचिव बनाया गया है। रेड्डी को तत्कालीन कमलनाथ की सरकार ने इसी महीने 16 मार्च को मुख्य सचिव बनाया था। शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में सोमवार रात बनी नई सरकार ने यह पहली नियुक्ति की है।---
- भोपाल। कोरोना वायरस से बचाव के लिए मुख्यमंत्री बनने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने पहला और बड़ा फैसला लिया। उन्होंने राजधानी भोपाल और जबलपुर में कर्फ्यू लगाने का आदेश दिया।शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर बताया कि जबलपुर और भोपाल में कोरोना वायरस के एक-एक मामले सामने आने के बाद एहतियात के तौर पर यह फैसला लिया गया है। उन्होंने लिखा-जबलपुर और भोपाल में कोरोना वायरस के पॉज़िटिव केस पाए गए हैं। आज दिनांक 24 मार्च से इन दोनों शहरों में कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया गया है। सभी नागरिकों को बताना चाहता हूं कि यह आप सबकी सुरक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
- भोपाल। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज विधानसभा में विश्वास मत के जरिये बहुमत साबित किया।कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा की कार्यवाही का बहिष्कार किया। इसके बाद सदन की कार्यवाही 27 मार्च तक स्थगित कर दी गई। विधानसभा अध्यक्ष एन पी प्रजापति ने देर रात इस्तीफा दे दिया। इससे पहले, शिवराज सिंह चौहान ने राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।श्री चौहान चौथी बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बने हैं। बुधनी से विधायक श्री चौहान ने देर रात राजभवन में शपथ ली। राज्यपाल लालजी टंडन ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।इससे पहले, श्री कमलनाथ ने कांग्रेस के 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद पिछले सप्ताह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। 230 सदस्यों की राज्य विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के 107 विधायक हैं। 22 विधायकों के त्यागपत्र के बाद कांग्रेस के 92 विधायक रह गये हैं। फिलहाल विधानसभा में 24 सीटें खाली हैं।----
- नई दिल्ली। केन्द्रीय वित्त मंत्रालय ने कहा है कि लॉकडाउन के दौरान ड्यूटी पर न पहुंचने वाले अनुबंध कर्मचारियों को भी भुगतान किया जाएगा।केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने एक ट्वीट कर कहा कि कोविड-19 के प्रसार के कारण परस्पर सुरक्षित दूरी बनाए रखने की आवश्यकता को देखते हुए यह सम्भव है कि भारत सरकार के लिए कार्यरत अनुबंध कामगार और कर्मचारी ड्यूटी पर न पहुंच पाएं।उन्होंने कहा कि मजदूरी में कमी से उत्पन्न कठिनाइयों के कारण भी ऐसा हो सकता है। इसे देखते हुए ही लॉकडाउन की अवधि के दौरान अनुबंध कर्मियों को ड्यूटी पर उपलब्ध माना जाएगा और उन्हें इस अवधि के लिए भुगतान किया जाएगा।यह आदेश भारत सरकार के सम्बद्ध और अधिनस्थ कार्यालयों, स्वायत्त और सांविधिक निकायों पर भी लागू होगा और इस वर्ष 30 अप्रैल तक प्रभावी रहेगा।
- नई दिल्ली। कोरोना वायरस से उत्पन्न संकट को देखते हुए तीस राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों ने पूर्ण बंदी की घोषणा की है।आंध्र प्रदेश, बिहार, चंडीगढ़ दिल्ली, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, केरल, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल सहित अन्य राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों के पांच सौ 48 जिलों में लॉकडाउन प्रभावी हो गया है। उत्तर प्रदेश के 17, मध्य प्रदेश के 37 और ओडिशा के 5 जिलों में पूर्ण बंदी लागू है। लक्षद्वीप में कुछेक गतिविधियों पर पाबंदी लगाई गईं है।स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कल नई दिल्ली में संवाददाताओं को बताया कि मंत्रिमंडल सचिव ने सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों से कहा है कि प्रतिबंधों का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए और उल्लंघनकर्ताओं के विरुद्ध कार्रवाई की जानी चाहिए। श्री अग्रवाल ने बताया कि प्रतिबंधों का मुख्य उद्देश्य संक्रमण की संभावित श्रृंखला को तोडऩा है। उन्होंने कहा कि सरकार स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ा रही है। राज्यों से कहा गया है कि वे कोरोना रोगियों के इलाज के लिए अलग से अस्पताल तैयार करें।---
- नई दिल्ली। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉक्टर बलराम भार्गव ने बताया कि पंद्रह हज़ार संग्रह केंद्रों वाली बारह निजी प्रयोगशालाओं में भी कोरोना जांच शुरू कर दी गयी है।उन्होंने बताया कि अब तक दो किट विनिर्माताओं को भी मंज़ूरी दी जा चुकी है। कोविड संक्रमण के लिए रोग निरोधक के रूप में हाइड्रॉक्सी क्लोरोक्विन के इस्तेमाल पर उन्होंने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण की पुष्टि वाले और संदिग्ध मरीज़ों का इलाज करने वाले चिकित्साकर्मियों को यह औषधि दी जा सकती है। हाइड्रो क्लोरोक्विन की कमी की खबरों को ख़ारिज करते हुए डॉक्टर भार्गव ने कहा कि देश में इसका भरपूर भंडार है।--
- नई दिल्ली। केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि 19 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने पूर्ण लॉकडाउन का आदेश जारी किया है।ये राज्य हैं--चंडीगढ़, दिल्ली गोवा, जम्मू-कश्मीर, नगालैंड, राजस्थान, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, लद्दाख, झारखंड, अरुणाचल प्रदेश, बिहार, त्रिपुरा, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश। श्री अग्रवाल ने बताया कि कैबिनेट सचिव ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों से कहा है कि वे प्रतिबंधों को लॉकडाउन के दौरान कड़ाई से लागू करें और इनका पालन न करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। गृह सचिव ने राज्यों के पुलिस महानिदेशकों के साथ बैठक में उन्हें कड़ाई से प्रतिबंधों का पालन करने को कहा।श्री अग्रवाल ने यह भी बताया कि देश में अब तक नोवल कोरोना के चार सौ पंद्रह मामलों की पुष्टि हुई है और सात लोगों की मौत हुई है। उन्होंने बताया कि मुख्य उद्देश्य संक्रमण के फैलाव की श्रृंखला को तोडऩा है। उन्होंने बताया कि सरकार स्वास्थ्य देखभाल क्षमता में वृद्धि कर रही है और राज्यों से अनुरोध किया गया है कि वे कोरोना रोगियों के इलाज के लिए विशेष अस्पताल तैयार करे।---
- नई दिल्ली। देश में घरेलू व्यावसायिक विमान कंपनियों का परिचालन बंद किया जा रहा है। यह आदेश 24 मार्च, 2020 को मध्यरात्रि (23:59 बजे) से प्रभावी होगा।विमान कंपनियों को अपने परिचालन की योजना तैयार करनी होगी ताकि विमान 24 मार्च 2020 को मध्यरात्रि (23:59 बजे) से पहले अपने गंतव्य पर पहुंच जाएं। केवल कार्गो ले जाने वाले जहाजों पर यह प्रतिबंध लागू नहीं होगा।केन्द्रीय नागर विमानन मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इस दौरान किसी भी घरेलू यात्री विमान को परिचालन की अनुमति नहीं होगा। देश में कोरोना वायरस संक्रमण को नियंत्रित करने के लिहाज से यह कदम उठाया जा रहा है। यह पाबंदी माल वाहक जहाजों पर लागू नहीं होगी।----
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नई दिल्ली। राज्यसभा ने सेवानिवृत्त होने जा रहे अपने 50 से अधिक सदस्यों को सोमवार को विदाई दी जिनमें कांग्रेस के मोतीलाल वोरा, बी के हरिप्रसाद, कुमारी शैलजा, एम वी राजीव गौड़ा, भाजपा के सी पी ठाकुर, विजय गोयल, सत्यनारायण जटिया, प्रभात झा, जदयू की कहकशां परवीन आदि शामिल हैं। बजट सत्र को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने से पहले उच्च सदन में इन सदस्यों को विदाई दी गयी। इन 55 सदस्यों में से चार का इस्तीफा हुआ था और वे चुनकर आ चुके हैं। इसके अलावा सेवानिवृत्त होने जा रहे कुछ अन्य सदस्य भी चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। सभापति एम वेंकैया नायडू ने सेवानिवृत्त होने जा रहे इन सदस्यों के सदन में दिये गये योगदान की सराहना करते हुए उनके बेहतर भविष्य की कामना की। नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा कि वह भारी मन से सदस्यों को विदाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी विदा हो तो अफसोस होता है। उन्होंने कहा कि कई लोगों के साथ तो अपनी पार्टी से भी ज्यादा संपर्क रहता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के 15 सदस्य अवकाशग्रहण कर रहे हैं लेकिन इनमें से सिर्फ दिग्विजय सिंह ही फिर से लौट रहे हैं। उन्होंने सेवानिवृत्त होने जा रहे मोतीलाल वोरा को भीष्म पितामह करार देते हुए कहा कि वह इस उम्र में भी इतने सक्रिय रहे हैं। सदन के नेता थावरचंद गहलोत ने फिर से चुनकर आने वाले सदस्यों को शुभकामनाएं दी और जो लोग सदन में वापस नहीं आ पा रहे हैं, उनके सुखद भविष्य की कामना करते हुए उम्मीद जतायी कि वे समाज में सक्रिय रहेंगे। अपने विदाई भाषण में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा ने अपने पुराने अनुभवों और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पूर्व वित्त मंत्री अरूण जेटली को विशेष तौर पर याद किया। अन्नाद्रमुक की विजिला सत्यनाथन ने अपनी पार्टी की पूर्व प्रमुख जयललिता को याद करते हुए सदन में अपने अनुभवों की चर्चा की। कांग्रेस के मोहम्मद अली खान, बी के हरिप्रसाद, के वी पी रामचंद्र राव, भाजपा के शंभुप्रसाद टुंडिया, रामनारायण डूंडी, नारायणलाल पंचारिया, प्रभात झा, सत्यनारायण जटिया ने भी सदन में अपने अनुभवों को साझा किया। -
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के लोगों से कोरोना वायरस की वजह से उपजे हालात के मद्देनजर 25 मार्च को शाम 5 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये संवाद करेंगे। प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा, कोरोना वायरस को लेकर उपजे हालात पर मैं अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के लोगों से संवाद करूंगा। उन्होंने कहा कि 25 मार्च को शाम 5 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से होने वाली इस बातचीत से आप जुड़ सकते हैं। मोदी ने कहा, अगर आपके पास कोई सुझाव या सवाल हो तो ‘नरेन्द्र मोदी ऐप' के कमेंट सेक्शन में जाकर साझा कर सकते हैं। इससे पहले एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लोगों से लॉकडाउन को गंभीरता से लेने की अपील की। उन्होंने कहा, कृपया करके अपने आप को बचाएं, अपने परिवार को बचाएं, निर्देशों का गंभीरता से पालन करें।
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नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के मकसद से महानगर सरकार की तरफ से किए गए लॉकडाउन के चलते सड़कों पर वाहनों की संख्या में काफी कमी आई है और इस कारण सोमवार को शहर में प्रदूषण के स्तर में गिरावट दर्ज की गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के डेटा के मुताबिक शहर का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक सुबह नौ बजे 112 दर्ज किया गया जो मध्यम श्रेणी में आता है। सीपीसीबी के एक अधिकारी ने कहा, हवा की गति भले ही अनुकूल नहीं है फिर भी प्रदूषण का स्तर तुलनात्मक रूप से कम है क्योंकि बड़ी संख्या में वाहन सड़क पर नहीं हैं। कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते निजी कंपनियों और गैर जरूरी सरकारी सेवाओं के कर्मचारियों को घर से ही काम करने के लिए कहा गया है। दिल्ली की सीमाओं को सील कर दिया गया है और आस-पास के इलाकों में यातायात प्रतिबंधित है । किराने की दुकानें, केमिस्ट और दूध के बूथ छोड़कर सभी बाजार, मॉल और दुकानें 31 मार्च तक बंद हैं। शहर में न्यूनतम तापमान 16.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहने का अनुमान है। भारतीय मौसम विभाग ने कहा है कि पश्चिमी विक्षोभ के चलते बुधवार को हल्की बारिश होने का अनुमान है। शहर में इस महीने में अब तक पहले ही 101.9 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जा चुकी है जो मार्च में सबसे ज्यादा है।
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नई दिल्ली। सोमवार को संसद ने अमर शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू तथा छत्तीसगढ़ के सुकमा में शनिवार को नक्सली हमले में शहीद हुए 17 सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि दी। लोकसभा की कार्यवाही अपराह्न दो बजे शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शहीद दिवस की चर्चा की। भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू को 23 मार्च 1931 को ब्रिटिश साम्राज्य के दौरान फांसी पर लटकाया गया था। इस दिन को शहीद दिवस के तौर पर मनाया जाता है। अध्यक्ष ने सदन को गत 21 मार्च को छत्तीसगढ के सुकमा में पुलिस दल पर माओवादियों के हमले में 17 जवानों के शहीद होने और 15 जवानों के घायल होने की भी जानकारी दी। सदस्यों ने कुछ पल का मौन रखकर शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू तथा सुकमा हमले में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। उधर राज्यसभा में सभापति एम वेंकैया नायडू ने आज शहीद दिवस होने का जिक्र किया। नायडू ने मातृभूमि के लिए तीनों शहीदों की देशभक्ति और उनके सर्वोच्च बलिदान का उल्लेख किया। नायडू ने भी सुकमा में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में 17 सुरक्षाकर्मियों की मौत होने तथा 15 जवानों के घायल होने का जिक्र किया। उन्होंने इस घटना की निंदा करते हुए मृतक जवानों के परिवारों के प्रति संवेदना जतायी और घायल सुरक्षाकर्मियों के जल्द स्वाथ्य होने की कामना की। उन्होंने कहा कि प्रतिबद्धता के साथ ही ऐसी घटनाओं का मुकाबला किया जा सकता है।
- जम्मू। उत्तरी कश्मीर में कुपवाड़ा जिले के केरन सेक्टर में आतंकवादियों के सहयोगियों से बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है।इससे पहले, सोपोर पुलिस ने आतंकवादियों को सहयोग देने वाले पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। इन लोगों की निशानदेही पर आठ ऐ.के. असाल्ट बंदूकें, नौ एमएम की नौ पिस्तौलें, सत्तर हथगोले और एक हजार गोलियां बरामद की हैं। पुलिस ने इस सिलसिले में कुछ और लोगों को गिरफ्तार करने की संभावना व्यक्त की है।---
- नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया से अनुरोध किया है कि वह लोगों को घर पर ही बने रहने के लिए संदेश देने का अभियान चलाए। उन्होंने आज विभिन्न संचार माध्यमों के प्रमुखों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बातचीत में कहा कि इससे लोग मामले की गंभीरता को समझेंगे और लॉकडाउन को भी गंभीरता से लेंगे।प्रधानमंत्री ने मीडिय़ा कर्मियों से भी सभी तरह की सावधानी बरतने का अनुरोध किया।प्रधानमंत्री के साथ सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी संचार माध्यमों के प्रमुखों से चर्चा की। उन्होंने कोरोना संक्रमण के बारे में लोगों को जागरूक बनाने में मीडिया की भूमिका पर चर्चा की।--
- भोपाल। मध्यप्रदेश में सियासी उठापटक के बीच आज भाजपा के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान चौथी बार मुख्यमंत्री पद की कमान संभाल सकते हंै।बताया जा रहा है कि भाजपा हाईकमान ने मध्यप्रदेश के अगले मुख्यमंत्री के लिए शिवराज सिंह चौहान का नाम लगभग तय कर दिया है। अगर कोई रद्दोबदल न हो तो देर रात 9 बजे शिवराज सिंह चौहान राजभवन में मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री के साथ 6-8 मंत्रियों को भी शपथ दिलाई जा सकती है। अब से कुछ देर बाद भोपाल में विधायकों की होने जा रही बैठक में विधायक दल के नेता के रूप में शिवराज सिंह चौहान के नाम पर मुहर लगने की संभावना है।20 मार्च को कमलनाथ के इस्तीफे के बाद सीएम पद की दौड़ में शिवराज ही सबसे मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं।शिवराज सिंह चौहान 2005 से 2018 तक लगातार 13 साल सीएम रह चुके हैं। इस दौरान उन्होंने तीन बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके फिर सीएम बनने पर मध्यप्रदेश के इतिहास में पहला मौका होगा, जब कोई चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेगा। शिवराज के अलावा अब तक अर्जुन सिंह और श्यामाचरण शुक्ल तीन-तीन बार मध्यप्रदेश के मुख्यंत्री रह चुके हैं।
- नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस के संकट से बचाव के लिए देश के उद्योगपति भी सामने आए हैं।जाने माने उद्योगपति और वेदांता समूह के कार्यकारी अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने ट्वीट कर कहा कि, मैं इस महामारी से निपटने के लिए 100 करोड़ देने का वादा करता हूं। उन्होंने कहा कि इस वक्त हमारे देश को हमारी सबसे ज्यादा जरूरत है। हम हर तरह से देश की मदद करेंगे।दरअसल माइनिंग सेक्टर की प्रमुख कंपनी वेदांता लिमिटेड ने रविवार को कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए 100 करोड़ रुपये के कोष की घोषणा की है। वेदांता ने एक बयान में कहा कि दिहाड़ी मजदूरों, कंपनी के कर्मचारियों और ठेका श्रमिकों के साथ ही कंपनी के संयंत्रों के आसपास के इलाकों में लोगों की स्वास्थ्य देखभाल के लिए इस कोष का इस्तेमाल किया जाएगा।अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा, महामारी से लडऩे के लिए मैं 100 करोड़ रुपये देने की प्रतिबद्धता जता रहा हूं। जरूरत पडऩे पर हम कोष में वृद्धि भी कर सकते हैं। वेदांता ने कहा कि कंपनी इस संकट की अवधि में अस्थायी कर्मचारियों सहित अपने कर्मचारियों के वेतन में कटौती नहीं करेगी या किसी भी कर्मचारी को निकालेगी नहीं। इसके अलावा कंपनी ने कोविड-19 के लिए वेदांता के कर्मचारियों और उनके परिवारों को विशेष बीमा कवर देने का फैसला भी किया है।