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- वक्त से पहले बालों में सफेदी आना आजकल आम समस्या बन चुकी है, 20 से 25 साल के युवा भी इससे खासे परेशान नजर आते हैं. कई बार इसके जेनेटिक कारण हो सकते हैं, लेकिन मौजूदा दौर की बदलती लाइफस्टाइल और अनहेल्दी फूड हैबिट्स भी इसके पीछे की अहम वजह है. कई बार महंगे प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करने के बाद भी सफेद बाल नैचुरल तरीके से काले नहीं हो पाते. ऐसे में आपको कुछ दादी मां के घरेलू नुस्खे अपनाने होंगे जिसकी मदद से मनचाहा रिजल्ट पाया जा सकता है.आंवला पाउडरसबसे पहले एक कप आंवला पाउडर लें और इसे लोहे के बर्तन में तब तक गर्म करते रहें जब तक कि वो राख न बन जाए. फिर इसमें 500 एमएल नारियल का तेल मिक्स करें और कम आंच पर 20 मिनट तक गर्म करें. इसे ठंडा करने के बाद 24 घंटे के लिए छोड़ दें. फिर इसे एयरटाइट बोतल में बंद कर दें. एक हफ्ते में इस तेल से दो बार बालों में मालिश करें.करी पत्ताएक गुच्छा करी पत्ता लें और इसे 2 चम्मच आंवला पाउडर और ब्राह्मी पाउडर के साथ मिलाकर पीसें. इस हेयर मास्क को बालों पर ऐसे लगाएं ताकि ये जड़ों तक पहुंच जाए. इसे 1 घंटे तक छोड़ दें, फिर बालों को शैम्पू से धो लें.नील और हिनानील को नैचुरल कलर माना जाता है और इसका इस्तेमाल बालों को रंगने में भी किया जाता है. इसमें हिना (Henna) को मिलाकर सफेद बालों पर लगाएं जिससे व्हाइट हेयर भी डार्क हो जाएंगे.नारियल तेलनारियल तेल के साथ नींबू के रस को मिला लें, ये सफेद बालों का काला बनाने का बेहतरीन उपाय है. इन दोनों को मिलाने से केमिकल रिएक्शन होता है जिससे बाल नैचुरल तरीके से काले हो जाते हैं.ब्लैक टीब्लैक टी (Black Tea) सफेद बालों को काला करने का शानदार उपाय है. इसे शैम्पू का झाग बनाने के बाद बालों में लगाएं. इसके अलावा ब्लैक टी की कुछ पत्तियों को 2 घंटे तक गर्म पानी में भिगो दें और इसे पीसकर पेस्ट बना लें. फिर इस पेस्ट को नींबू के साथ मिक्स कर लें और 40 मिनट तक बालों में लगाए रखें. इससे आपके बाल डार्क हो जाएंगे.
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गर्मी का मौसम आ चुका है और इसमें लोगों को सबसे ज्यादा स्किन प्रॉब्लम्स फेस करनी पड़ती है. तेज धूप और पसीने की वजह से स्किन पर जलन, रेशैज या लालपन हो जाता है. मौसम में ज्यादातर लोगों को स्किन प्रॉब्लम्स और धूप से स्किन डैमेज ( Skin damage ) होने का खतरा बना रहता है. इसी कारण लोग बाहर निकलने से परहेज करते हैं. इस दौरान स्किन पर होने वाली चिपचिपाहट ( Sticky skin ) और बदबू से राहत पाने के लिए लोग दिन में कई बार नहाते भी हैं. नहाने से भले ही स्किन को थोड़ी देर के लिए राहत महसूस हो, लेकिन कुछ समय बाद फिर से वहीं परेशानियां होने लगती हैं. अगर नहाने के तरीकों में थोड़ा बदलाव करते हैं, तो इससे लंबे समय तक फ्रेश फील किया जा सकता है. साथ ही स्किन प्रॉब्लम्स भी दूर रहती है. हम आपको ऐसे 3 तरह के नहाने के तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं. इन तरीकों अपनाना काफी आसान है और इनके रिजल्ट भी बेस्ट होते हैं. चलिए आपको बताते हैं नहाने के तीन स्पेशल तरीकों के बारे में…
कच्चे दूध से नहाएं
स्किन के लिए कच्चे दूध को काफी लाभकारी माना जाता है. इसमें मौजूद पोषक तत्वों से स्किन को हेल्दी बनाते हैं, साथ ही स्किन में हाइड्रेशन बनी रहती है. मिल्क बाथ लेने के लिए टब में पानी भरें और इसमें 1 गिलास कच्चा दूध डालें. साथ इसमें दो चम्मच गुलाब जल और एक चम्मच शहद भी मिलाएं. आप चाहे तो तैयार किए हुए पानी में एशेंशियल ऑयल की कुछ बूंदें भी मिला लें. टब में करीब आधे घंटे के लिए जरूर बैठें. आप चाहे तो इस दौरान स्किन को रब भी कर सकते हैं. ऐसा बाथ लेने से स्किन का रूखापन दूर किया जा सकता है.
नीम की पत्तियों से नहाएं
नीम में मौजूद औषधीय गुणों से हेल्थ ही नहीं स्किन प्रॉब्लम्स को दूर किया जा सकता है. इसके एंटी बैक्टीरियल गुणों से स्किन की डीप क्लीनिंग की जा सकती है. नीम की पत्तियों का पेस्ट बनाकर उसे नहाने के पानी में मिलाएं. इस पानी में कटे हुए नींबू के दो से तीन टुकडे़ डालें. नीम बाथ लेने तरोताजा तो फील होता है, साथ ही स्किन पसीने से होने वाले रैशेज या लालपन दूर होता है. शरीर पर मौजूद कीटाणुओं को दूर करने में नीम बेहद कारगर है.
एशेंशियल ऑयल बाथ
एशेंशियल ऑयल से बाथ लेने से स्किन पर सॉफ्टनेस आती है और नमी भी बनी रहती है. इसके लिए आप लैवेंडर ऑयल से बाथ ले सकते हैं. कहते हैं कि लैवेंडर तेल मूल रूप से एक एसेंशियल ऑयल है. ये सिर्फ त्वचा के लिए ही नहीं बल्कि बालों और हमारी इंद्रियों के लिए भी अच्छा है. जब अरोमाथेरेपी की बात आती है तो इसका इस्तेमाल प्रमुख रूप से किया जाता है. नहाने के पानी में लैवेंडर ऑयल की कुछ बूंदें मिलाएं. इस ऑयल से नहाने से दिमाग शांत होता है और मांसपेशियों में आराम मिलता है. -
ऑलिव ऑयल या जैतून के तेल का इस्तेमाल अधिकतर खाना पकाने के लिए किया जाता है. ये वजन घटाने के साथ बैड कोलेस्ट्रॉल को भी कम करने में मदद करता है. ये पोषक तत्वों से भरपूर होता है. ये स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है. जैतून का तेल न केवल स्वास्थ्य के लिए बल्कि बालों और त्वचा के लिए भी बहुत फायदेमंद है. इस तेल में एंटी-एजिंग, एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन जैसे पोषक तत्व होते हैं. ये बालों, त्वचा और नाखूनों के लिए बहुत फायदेमंद है. ये एक बेहतरीन मॉइस्चराइजर के रूप में काम करता है. ये आपकी त्वचा को यूवी किरणों से बचाता है. बालों और त्वचा के लिए आप किस तरह इस तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं आइए जानें.
जैतून के तेल की मसाज के फायदे
जैतून का तेल धूप से झुलसी त्वचा के लिए फायदेमंद है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं. ये यूवी किरणों से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करते हैं. जैतून के तेल में पर्याप्त मात्रा में स्क्वैलिन होता है. ये एक हाइड्रेटिंग एजेंट है. ये त्वचा को हाइड्रेट और मॉइस्चराइज करने में मदद करता है. इसमें ओमेगा 6 और ओमेगा 9 जैसे फैटी एसिड होते हैं जो त्वचा को मॉइस्चराइज रखने में भी मदद करते हैं.
त्वचा और बालों के लिए जैतून के तेल के फायदे
विटामिन ए जैतून के तेल में पाया जाने वाला एक एंटीऑक्सीडेंट है. ये बालों को मुलायम और मजबूत बनाने में मदद करता है. ये बालों के पतला होने से बचाता है. जैतून के तेल को हल्का गर्म करके आप इससे मसाज कर सकते हैं. ये आपके बालों को तेजी से बाढ़ने में मदद करता है. इससे बाल चमकदार और मुलायम बनते हैं.
निखरी त्वचा के लिए जैतून का तेल
वर्जिन जैतून का तेल त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होता है. जैतून का तेल और नींबू के रस को बराबर मात्रा में मिलाकर आप त्वचा पर लगा सकते हैं. नींबू के रस में प्राकृतिक ब्लीचिंग गुण होते हैं. ये त्वचा के काले धब्बे को दूर करने में मदद करता है. ये त्वचा पर निखार लाता है और त्वचा को ग्लोइंग बनाने में मदद करता है.
नाइटस्किनकेयर रूटीन
आप एक कॉटन बॉल को थोड़े से जैतून के तेल में लें. इसे अपने चेहरे पर बहुत कम मात्रा में लगा सकते हैं. आप वैकल्पिक रूप से अपने पसंदीदा नाइटटाइम लोशन या मॉइस्चराइजर के साथ भी बहुत कम मात्रा में जैतून का तेल मिला सकते हैं. इसे त्वचा पर लगाएं. अधिक तेल का इस्तेमाल न करें वरना रोमछिद्र बंद हो सकते हैं. -
बेहद व्यस्त लाइफस्टाइल में हम अपनी नींद पर ध्यान नहीं देते हैं. जबकि एक अच्छी नींद लेना स्वस्थ जीवन के लिए बेहद जरूरी है. विशेषज्ञों का मानना है कि एक इंसान को 24 घंटे में 8 घंटे की नींद लेनी ही चाहिए. ऐसे में समस्या उन लोगों को आती है जिन्हें नींद आती ही नहीं है, या आती भी है तो बिस्तर पर लेटने के बहुत देर बाद.
=आइये आपको बताते हैं जल्दी नींद लाने के पांच आसान टिप्स.
नींद के 5 आसान टिप्स
रिपोर्ट में नींद विशेषज्ञ एंड्रिया ग्रेस ने कहा है कि वयस्क कभी-कभी अपनी नींद की जरूरतों की उपेक्षा कर सकते हैं, विशेष रूप से सोने के समय तक. ऐसे में जरूरी है कि बिस्तर पर लेटते ही नींद आ जाए, नींद का इंतजार न करना पड़े. अच्छी नींद और बिस्तर पर लेटते ही नींद के लिए हम ये पांच आसान टिप्स आजमा सकते हैं.
1. सोने से आधा घंटा पहले स्क्रीन बंद कर दें
इससे आपके शरीर को सोने से पहले आराम करने का समय मिल जाएगा. यह नियम बच्चों के लिए बेहद जरूरी है. वयस्कों को भी यह आदत डाल लेनी चाहिए. इसके लिए आप अपने बेडरूम से टीवी या कंप्यूटर स्क्रीन हटा सकते हैं. यहां यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि आप सोने के समय अपना मोबाइल बिल्कुल न देखें.
2. बिस्तर पर जाने से पहले सीधे गर्म स्नान या शॉवर लें
स्लीप फाउंडेशन के अनुसार सोने से पहले नहाने से हाथों और पैरों में रक्त का प्रवाह तेज होता है. नहाने के बाद आप सीधे बेड पर चले जाएं. लेकिन अगर आप नहाने के बाद फिर लिविंग रूम में वापस आते हैं और टीवी देखना शुरू करते हैं, तो आप अपने आप को फिर से सक्रिय कर देंगे.
3. बेडरूम में अंधेरा और शांति जरूरी
अतिरिक्त लाइट आपके शरीर के मेलाटोनिन उत्पादन (स्लीप हार्मोन) में दिक्कत करेगा. सुनिश्चित करें कि आपकी खिड़कियों पर पर्दे पड़े हैं. अगर आपके कमरे में फिर भी रोशनी आती है, तो आई मास्क पहनकर सोएं.
4. बिस्तर पर फोन, कंप्यूटर या टीवी से बचें
बहुत से लोगों के लिए उनका फोन ही आखिरी चीज है जो वे सोने से पहले देखते हैं और फोन ही सबसे पहली चीज है जो वे सुबह देखते हैं. तमाम स्टडी में पाया गया है कि सोने से पहले स्क्रीन टाइम सोने में लगने वाले समय को बढ़ा सकता है, नींद की गुणवत्ता को कम कर सकता है और अगले दिन ध्यान को प्रभावित कर सकता है.
5. अपने कैफीन के सेवन पर नजर रखें
स्लीप एजुकेशन के अनुसार सोने से छह घंटे पहले कैफीन का सेवन करने से नींद एक घंटे कम हो जाती है. वृद्ध और वयस्कों में ये दिक्कतें ज्यादा देखने को मिलती हैं. क्योंकि कैफीन कैफीन को संसाधित करने में उनके शरीर को अधिक समय लगता है. - ज्योतिष में रत्नों का विशेष महत्व माना गया है और इन्हें किसी न किसी ग्रह से संबन्धित माना जाता है. आपकी कुंडली में अगर कोई ग्रह कमजोर है या अशुभ प्रभाव दे रहा है, तो ये रत्न उसे बल देने और दुष्प्रभावों को दूर करने का काम करते हैं. इन रत्नों को बेहद बहुमूल्य पत्थरों को तराशकर तैयार किया जाता है. वैसे तो रत्न कई प्रकार के होते हैं, लेकिन नौ ग्रहों के नौ रत्नों को खास मान्यता दी गई है. ज्योतिषी व्यक्ति की कुंडली में ग्रह दशा को देखकर उसे रत्न धारण करने की सलाह देते हैं. लेकिन ये रत्न इतने महंगे होते हैं कि हर किसी के लिए इन्हें खरीदकर पहन पाना मुमकिन नहीं होता. ऐसी स्थिति में आप रत्न की जगह जड़ीबूटियों का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. ज्योतिष में ऐसी तमाम जड़ी बूटियों के बारे में बताया गया है, जिनका संबन्ध नौ ग्रहों से होता है. यहां जानिए इनके बारे में.– आपकी कुंडली में सूर्य के दुष्प्रभावों को दूर करने के लिए ज्योतिष विशेषज्ञ माणिक्य रत्न धारण करने की सलाह देते हैं, लेकिन अगर आप ये रत्न खरीदने में सक्षम नहीं हैं तो बेल के पेड़ की जड़ को लाल कपड़े में बांधे और इसका पूजन करें. इस जड़ को धारण कर लें. ये भी माणिक्य का ही काम करेगी.– यदि चंद्र कमजोर है तो खिरनी की जड़ को सोमवार के दिन धारण करना चाहिए. खिरनी की जड़ सफेद मोती के समान कार्य करती है. इसका चयन भी सोमवार के दिन ही किया जाना चाहिए.– मंगल के शुभ फल प्राप्त करने के लिए अनंतमूल की जड़ को मंगलवार के दिन लाल कपड़े में बांधकर धारण करें. इसे मूंगे के विकल्प के तौर पर देखा जाता है.– बुध ग्रह के शुभ फल प्राप्त करने के लिए विधारा की जड़ को हरे कपड़े में बांधकर बुधवार के दिन धारण करना चाहिए. ये जड़ पन्ने के समान फलदायी मानी जाती है.– अगर आप गुरु ग्रह के शुभ प्रभाव प्राप्त करना चाहते हैं तो केले की जड़ को गुरुवार के दिन पीले कपड़े में बांधकर पहनना चाहिए. ये पुखराज जैसा शुभ परिणाम देती है. आप हल्दी के टुकड़े को भी पीले कपड़े में बांधकर इस्तेमाल कर सकते हैं. ये भी बृहस्पति की स्थिति को मजबूत करता है.– गूलर के पेड़ की जड़ को शुक्र ग्रह के शुभ प्रभाव पाने के लिए उपर्युक्त माना जाता है. ये हीरे के समान फलदायी होती है. अगर आप हीरा नहीं पहन सकते तो इस जड़ को शुक्रवार के दिन धारण करें.– शनि ग्रह के शुभ प्रभाव के लिए शमी की जड़ को नीले कपड़े में बांधकर इस्तेमाल करना चाहिए. शनि का रत्न नीलम होता है, लेकिन नीलम हर किसी के लिए शुभ साबित हो ये जरूरी नहीं, इसलिए आप नीलम की जगह शमी की जड़ का इस्तेमाल कर सकते हैं.– सफेद चंदन के टुकड़े को नीले कपड़े में बांधकर बुधवार के दिन धारण करें. ये राहु के कष्टों को दूर करने के लिए बेहतर माना जाता है. जबकि केतु से शुभ प्रभाव प्राप्त करने के लिए अश्वगंधा की जड़ को नीले वस्त्र में बांधकर गुरुवार के दिन धारण करना चाहिए.
- नाश्ते के लिए पोहा एक बढ़िया विकल्प है. पोहा (Poha) का इस्तेमाल आप कई तरह के व्यंजन (Poha Recipes) बनाने के लिए कर सकते हैं. ये खाने में (Breakfast Recipes) बहुत ही हल्का होता है. पोहा पचने में आसान होता है. ये ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखता है. इसमें आयरन भरपूर मात्रा में होता है. इसमें कैलोरी की मात्रा कम होती है. ये प्रोबायोटिक का एक अच्छा विकल्प है और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होता है. अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो इसे डाइट में शामिल कर सकते हैं. इसे पकाने में भी बहुत कम समय लगता है. पोहा का इस्तेमाल करके आप कई तरह के दिलचस्प व्यंजन बना सकते हैं.झटपट बनाएं पोहा परांठाइसे बनाने के लिए आपको 1 कप पोहा, 1 छोटा चम्मच जीरा पाउडर, 1 छोटा चम्मच अदरक लहसुन का पेस्ट, 1 छोटा चम्मच लाल मिर्च पाउडर, 1/2 कप गेहूं का आटा, 1 बड़ा चम्मच जैतून का तेल, 1 छोटा चम्मच कटी हुई हरी मिर्च, 1 कप पानी, चुटकी भर हल्दी पाउडर, 2 उबले आलू, 2 बड़े चम्मच कटी हुई धनिया पत्ती, 2 बड़े चम्मच दही, नमक स्वादानुसार और 1 कप कद्दूकस की हुई गाजर की जरूरत होगी.पोहा परांठा बनाने की विधिमिक्सर ग्राइंडर में एक कप पोहा डालकर बारीक पीस लें. एक गर्म पैन में तेल, जीरा पाउडर, हरी मिर्च, अदरक-लहसुन का पेस्ट और एक चुटकी हल्दी पाउडर डालें. एक कप पानी, स्वादानुसार नमक और पोहा का बारीक मिश्रण डालें. जब पोहा का मिश्रण गाढ़ा हो जाए तो गैस बंद कर दें. एक बाउल में निकाल लें. कद्दूकस की हुई गाजर, उबले आलू, हरा धनिया, स्वादानुसार नमक, मैदा डालकर सभी चीजों को गूंद कर आटा गूंथ लें. आटे को मुलायम बनाने के लिए दही डालें. अब आटे की लोई में ये फिलिंग भरे. परांठे को बेल लें. इसे गर्म तवे पर सकें. इसे दोनों तरफ से घी लगाकर सकें. इसे आप रायता या टमाटर केचप के साथ परोस सकते हैं.स्वादिष्ट पोहा लड्डूइसके लिए आपको 250 ग्राम पोहा, 1 कप कद्दूकस किया हुआ नारियल, 1 बड़ा चम्मच घी, 4 बड़े चम्मच काजू, 1 बड़ा चम्मच इलायची पाउडर, 1 कप गुड़, 2 बड़े चम्मच किशमिश और 1/2 कप घी की जरूरत पड़ेगी.पोहा लड्डू बनाने की विधिएक पैन लें और इसमें पोहा भून लें. इसे धीमी आंच पर कम से कम 10 मिनट के लिए रख दें. पोहा को कुछ मिनट के लिए ठंडा होने दें. इसे बारीक पीसकर पाउडर बना लें. एक पैन में एक बड़ा चम्मच घी डालें और कद्दूकस किए हुए नारियल को हल्का ब्राउन होने तक भूनें. नारियल और गुड़ को ग्राइंडर में डालकर बारीक पाउडर बना लें. एक गहरे बाउल में गुड़, नारियल, इलाइची पाउडर और पिसा हुआ पोहा डालें. गर्म तवे पर एक कप घी डालकर इसमें काजू और किशमिश भून लें. इसे पिसे हुए मिश्रण में डालें और सभी चीजों को अच्छी तरह मिला लें. हाथ में थोड़ा सा मिश्रण लेकर इसे लड्डू का आकार दें. आप इन्हें बादाम या किसी अन्य सूखे मेवे से गार्निश करके परोस सकते हैं.
- होली रंगों का त्योहार है. इस दिन लोग एक दूसरे को रंग लगाकर होली की बधाई देते हैं. त्योहार के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले अधिकतर रंग केमिकल युक्त होते हैं. ऐसे में त्वचा और बालों का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है. त्वचा की तरह की होली के रंग बालों को भी काफी नुकसान पहुंचाते हैं. होली (Holi) के रंग के कारण बाल रूखे और उलझे हो जाते हैं. स्कैल्प पर खुजली और जलन की समस्या होने लगती है. ऐसे में जरूरी है कि आप होली के उत्सव के दौरान सावधान रहें. बालों (Hair Care Tips) की देखभाल करें. बालों को होली के रंगों से बचाने के लिए कई तरीके हैं. होली के रंगों के कारण बालों को खराब होने से बचाने के लिए आप कौन से तरीके आजमा सकते हैं आइए जानें.मॉइस्चराइज करेंहोली खेलने से पहले बालों को धोकर हाइड्रेटिंग कंडीशनर लगाएं. बालों में लीव-इन कंडीशनर लगाएं. इन्हें एक बन में बांध लें. अगर आपने बालों के लिए केराटिन या स्मूदनिंग आदि जैसे ट्रीटमेंट लिए हुए हैं तो बालों को शैंपू करें. हाइड्रेटिंग और पौष्टिक हेयर कंडीशनर का इस्तेमाल करें. आप नारियल या जैतून का तेल भी बालों में लगा सकते हैं. इससे सिर की मसाज करें.होली खेलते समय बरती जाने वाली सावधानियांऑर्गेनिक होली के रंगों का इस्तेमाल करें. ये रंग केमिकल रहित होते हैं.बालों पर लीव-इन कंडीशनर लगाएंहोली खेलने जाने से पहले बालों में तेल लगाकर मासज करें.बालों से होली के रंग हटाने के तरीकेहोली खेलने के बाद अपने बालों को सामान्य पानी से धो लें, ताकि बालों का अधिकतर रंग निकल जाए.अपने बालों को तुरंत धोने के लिए एक माइल्ड शैंपू और कंडीशनर का इस्तेमाल करें.अपने बालों और स्कैल्प पर अच्छी तरह से पौष्टिक पैक लगाएंइस पैक को बालों में 30 मिनट तक लगा रहने फिर बालों को माइल्ड शैंपू और हल्के गर्म पानी से धोएं.होममेड हेयर पैक1 अंडे की जर्दी लें और इसमें 1 बड़ा चम्मच जैतून का तेल डालें. इसमें विटामिन ई ऑयल की 3 बूंद डालें. इन्हें अच्छे से मिलाएं और इस मिश्रण से अपने बालों की अच्छी तरह मसाज करें. इसे 20 से 30 मिनट बालों में लगा रहने दें. इसके बाद माइल्ड क्लींजर से धो लें.हेयर पैक2 बड़े चम्मच जैतून का तेल लें. इसमें 2 बड़े चम्मच शहद मिलाएं. नींबू के रस की कुछ बूंदें डालें. इस मिश्रण का इस्तेमाल अपने बालों पर मालिश करने के लिए करें. इसे 15-20 मिनट के लिए छोड़ दें और माइल्ड क्लींजर से धो लें.
- जो लोग बालों में सरसों को तेल इस्तेमाल करते हैं, उनके लिए ये खबर काम ही हो सकती है, क्योंकि कई ऐसे लोग हैं, जो बालों में यह तेल लगा तो लेते हैं, लेकिन उन्हें इसका सही तरीका नहीं पता होता है। जैसे ्क ये तेल कैसे लगाना चाहिए और इस तेल के लगाने के बाद शैंपू करना चाहिए या नहीं। गलत तरीके से बालों में सरसों का तेल लगाने के चलते आपके बालों को फायदे के जगह नुकसान होता है, तो चलिए जानते हैं इसका सही तरीका क्या है।बालों का विकास करता है सरसों का तेलबता दें कि सरसों के तेल में आयरन, मैग्नीशियम, जिंक, सेलेनियम और कैल्शियम होता है। यह विटामिन ए, डी, ई और के जैसे विटामिन से भरपूर होता है। इसके साथ ही सरसों का तेल एंटीऑक्सीडेंट से भी भरपूर होता है। इस तेल को बालों में लगाने पर बालों के विकास होता है।बालों में सरसों का तेल लगाते हुए कभी न करें ये गलतियां- सबसे पहले तो सरसों का तेल बिना टेस्ट के इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। माना जाता है कि सरसों के तेल में मिलावट भी आजकल होती है। इसलिए हमेशा इसे शरीर के किसी अंग पर लगा कर टेस्ट करें।- इसके अलावा ऑयली स्कैल्प करना बेहद जरूरी है। बालों के लिए बालों का स्कैल्प होना बेहद जरूरी है।- कई लोग रात भर बालों में सरसों का तेल लगा कर छोड़ देते हैं, लेकिन उन्हें ऐसा बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।- इसके साथ ही बिना गर्म किए सरसों को तेल को बालों में लगाने की कभी गलती न करें। सरसों तेल को गर्म करके लगाने से इसके चिपके हुए फैट मॉलिक्यूल्स अलग-अलग हो जाते हैं और ये हल्का हो जाता है।
- जैसे-जैसे मौसम बदलता है बीमारियां भी अपना रूप बदलने लगती हैं और मौसम के बदलने के साथ ही अपने पैर पसारने लगती हैं. ऐसी ही कुछ बीमारियां होती हैं, जो गर्मियों में लोगों पर ज्यादा तेजी से अटैक करती हैं. वैसे तो ये बीमारियां काफी सामान्य होती हैं, लेकिन अगर समय पर सही इलाज न किया जाए तो यह काफी घातक भी साबित हो सकती हैं. हालांकि इन बीमारियों का घर में भी इलाज संभव है, लेकिन बस जरूरत है सही जानकारी की. तो आइए, आपको बताते हैं कुछ ऐसी बीमारियों के बारे में जो गर्मियों में लोगों पर ज्यादा तेजी से अटैक करती हैं और इनसे बचने के कुछ घरेलू उपायों के बारे में.गर्मियों में होने वाली बीमारियां1. हीट स्ट्रोकहीट स्ट्रोक या कहें लू, गर्मियों की सबसे कॉमन बीमारी है, जो शरीर में पानी की कमी की वजह से इसे अपनी चपेट में ले लेती है. वैसे तो गर्मियों में लू लगना काफी कॉमन माना जाता है, लेकिन अगर सही समय पर इलाज न किया जाए तो यह जानलेवा भी हो सकती है. हीट स्ट्रोक में फूड प्वॉइजनिंग, बुखार, पेट दर्द और उल्टी आने की समस्याएं होने लगती हैं, ऐसे में जरूरी है इसका उचित इलाज.हीट स्ट्रोक से बचने के लिए क्या करें?हीट स्ट्रोक से बचने का सबसे आसान तरीका है खान-पान का ध्यान रखना. जी हां, गर्मियों के दौरान शरीर में पानी की कमी इसे कमजोर बना देता है. ऐसे में बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए जरूरी है कि गर्मियों के दौरान आप बॉडी को हाईड्रेट रखें. इसके लिए आप ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं और हरी सब्जियों, सलाद और फलों का सेवन जरूर करें. इससे शरीर में पानी की कमी नहीं होगी, जिससे लू का खतरा भी कम हो जाएगा.2. एसिडिटीएसिडिटी गर्मियों में होने वाली सबसे बड़ी समस्या है और यात्रा के दौरान अगर एसिडिटी की प्रॉब्लम हो जाए तब तो बस लगता है जान ही निकल गई. एसिडिटी में सीने में जलन और दर्द, उल्टी जैसा महसूस होना जैसी और भी समस्याएं होने लगती हैं. ऐसे में जब यह तकलीफ बार-बार होने लगती है तो यह गंभीर समस्या का रूप ले लेती है और कई बार तो यह लोगों को हॉस्पिटल तक पहुंचा देती है. ऐसे में जरूरी है कि इससे बचने के लिए पहले से ही सतर्क हो जाएं और खान पान पर कंट्रोल करें.एसिडिटी से बचने के लिए क्या करें?एसिडिटी से बचने का सबसे आसान तरीका है तले-भुने और मसालेदार खाने को बाय-बाय कह दें, क्योंकि यह एसिडिटी की सबसे बड़ी वजह होती है. इसके साथ ही खाने का समय निर्धारित कर लें और रोजाना उसी समय पर खाना खाएं. इसके अलावा मुलेठी का चूर्ण या काढ़ा बनाकर उसका सेवन करनें. इससे एसिडिटी में फायदा होता है.3. पीलियागर्मियों के मौसम में बच्चे हों या बड़े उनमें पीलिया का खतरा बढ़ जाता है. पीलिया को हेपेटाइटिस ए भी कहा जाता है. पीलिया होने का सबसे बड़ा कारण है दूषित पानी और दूषित खाना. पीलिया में रोगी की आंखे व नाखून पीले हो जाते हैं और पेशाब भी पीले रंग की होती है. सही इलाज न मिलने पर यह काफी गंभीर रूप ले सकता है, इसलिए जरूरी है इसकी जद में आने से पहले ही सावधान हो जाएं.पीलिया से बचाव के उपायपीलिया हो जाने पर दूषित खाना खाने से बचें. इसके अलावा तला-भुना खाना बिल्कुल भी न खाएं, हो सके तो सिर्फ उबला हुआ हल्का खाना ही खाएं और उबला हुआ या छना हुआ ही पानी पीएं.4. चेचकगर्मियों की शुरुआत मतलब चेचक की दस्तक. चेचक के होने से शरीर में लाल दाग पड़ जाते हैं. इसके साथ ही सिरदर्द, बुखार और गले में खराश भी चेचक के ही लक्षण हैं, चेचक में खांसी या जुखाम होना भी आम बात है, जिससे आस-पास के लोगों में भी यह संक्रमण होने की आशंका बढ़ जाती है. ऐसे में सावधानी ही इसका सबसे पहला इलाज है.चेचक से बचाव के उपायबच्चों और युवाओं को इस बीमारी का खतरा सबसे ज्यादा रहता है. चेचक से बचने के लिए वैसे तो टीके लगाए जाते हैं, जो इससे बचाव का सबसे सही तरीका माना जाता है, लेकिन इसके अलावा कुछ सावधानियों के जरिए भी चेचक से बचा जा सकता है. जैसे बाहर से घर आने पर अपने हाथों को धोएं और चेचक से पीड़ित को अलग कमरे में रखें.
- नाखून को चबाने की आदत ज्यादातार लोगों को होती है. आमतौर पर ये आदत कभी- कभी स्ट्रेस के कारण भी हो सकती है. कई लोगों को ये आदत बचपन से होती है तो कई लोगों के ये स्ट्रेस होने के बाद लग जाती है. ऐसे में हम आपके लिए कुछ घरेलू नुस्खे लेकर आए हैं, जिससे नाखुन चबाने की आदत से छुटकारा मिल सकता है. तो चलिए जानते हैं वो टिप्स, जिससे इस प्रकार की आदत से छुटकारा मिल सकता है.इन तरीकों से नाखून चबाने की छूटेगी आदत- सबसे पहला इलाज तो यह है कि आप अपने नाखूनों को छोटा रखें. इससे नाखून कभी चबाने की आदत नहीं लगेगी. क्योंकि जैसे ही आप नाखून को चबाएंगे तो आपके हाथ में नाखून छोटे होंगे, जिससे आपको संक्रमण भी नहीं होगा.- मैनीक्योर की प्रक्रिया में नाखूनों को खूबसूरत बनाया जाता है जब आपके नाखून दिखने में खूबसूरत होते हैं, तब इन्हे चबाने से बचाया जा सकता है.- इस आदत से बचने के लिए आप नाखूनों में खराब स्वाद का नेलपेंट लगा सकती हैं. इससे भी आपकी आदत छूट जाएगी. क्योंकि इस दौरान जब आप नाखून चबाती हैं तो इसका खराब स्वाद आपको ऐसा करने से रोकने में मदद कर सकता है.-आप अपने नाखूनों में कोई नेल एक्सेसरीज का इस्तेमाल कर सकते हैं या आप किसी बैंडेज से इसको कवर कर दें. ऐसा करने से नाखून चबाने की आदत छूट जाएगी.- इसके अलावा यह पहचानने की कोशिश करें कि किस स्थिति में आपको नाखून चबाने की इच्छा होती है. साथ ही साथ ऐसे में आप अपना ध्यान इस तरफ से हटाएं, जिससे कि आपकी नाखून चबाने की आदत छूट जाए.
- नयी दिल्ली. जानी-मानी अभिनेत्री शबाना आज़मी ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की अहमियत बताते हुए मंगलवार को कहा कि पुरुषों के प्रभुत्व वाले समाज में यह महिला शक्ति के उत्सव का प्रतीक है । अभिनेत्री (71) का मानना है कि हर साल आठ मार्च को मनाए जाने वाला दिवस दुनिया का ध्यान महिलाओं से संबंधित मुद्दों की ओर आकर्षित करने में मदद करता है। उन्होंने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट कर कहा, महिलाओं के लिए एक विशेष दिन क्यों होना चाहिए? क्यों हर दिन महिला दिवस नहीं होता है? यह सवाल अक्सर पूछा जाता है। इसका जवाब है कि पितृसत्तावादी, पुरुष प्रधान समाज में हर दिन महिलाओं का दिन नहीं होता है।” उन्होंने कहा, “ आखिरकार हमारे पास पुरुष दिवस नहीं है, क्योंकि यह माना जाता है कि हर दिन पुरुषों का दिन है।
- होली के मौके पर रंग खेलना बहुत लोगों को पसंद होता है। लेकिन अगर रंग खेलने के बाद इन्हें छुड़ाने के लिए स्क्रब या फिर पार्लर के प्रोडक्ट का इस्तेमाल करते हैं। तो ये त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं। रंगो को छुड़ाने के लिए घरेलू नुस्खे बड़े कारगर होते हैं। जिन्हें इस्तेमाल करने से रंग छूट जाता है और त्वचा को कोई नुकसान भी नही होता। तो इस बार रंग खेलने के बाद इन घरेलू नुस्खों को आजमाएं। ये बड़े काम आएंगे।घर में केमिकल वाले रंगों को छुड़ाने के बहुत सारे नुस्खे हैं। इन्हीं में से एक है केला। केले को मैश कर इसमे नींबू का रस मिला लें। फिर इसे त्वचा पर लगाकर छोड़ दें। जब सूखने लगे तो हल्का सा गुलाबजल लगाकर रगड़ें। इससे त्वचा का रंग आसानी से निकल जाएगा और त्वचा में नमी बरकरार रहेगी।बेसन एक नेचुरल स्क्रब है। रंग को छुड़ाने के लिए बस बेसन में नींबू का रस और मलाई मिलाकर अच्छे से मिक्स कर लें। फिर इसे पूरे चेहरे और रंग वाले एरिया पर लगाकर छोड़ दें। जब ये सूखने लगे तो हल्के हाथों से रगड़कर छुड़ाएं। इससे रंग भी छूट जाएगा और त्वचा को कोई नुकसान भी नहीं होगा।गेंहू के आटे के चोकर को नुचरल स्क्रब के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं। बस इस चोकर को दूध में मिलाकर पेस्ट बना लें। फिर इस पेस्ट को त्वचा पर लगाकर छोड़ दें। कुछ देर बाद हल्के हाथों से मसाजकर पानी से धो लें। त्वचा पर लगा रंग आसानी से छूट जाएगा।मसूर की दाल और चने की दाल को पीसकर पाउडर बनाकर रख लें। फिर इस पाउडर में दूध या फिर गुलाबजल मिलाकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को त्वचा पर लगाकर छोड़ दें। फिर हल्के हाथों से मलकर साफ कर लें। इस पेस्ट के त्वचा पर जमा रंग भी छूट जाएगा और चेहरे पर कांति भी आएगी। तो इस होली जमकर रंग खेलें और इन घरेलू नुस्खों की मदद से रंग को छुड़ाएं। त्वचा को कोई नुकसान नही होगा।
- होली का त्योहार नजदीक है। घरों में पापड़ के साथ ही लजीज व्यंजनों को बनाने की तैयारी शुरू हो गई होगी। ऐसे में अगर इस होली आप कुछ नई डिश ट्राई करने की सोच रही हैं। तो जलेबी और गुझिया को ये टेस्टी ट्विस्ट दें। इसे खाने के बाद मेहमान रेसिपी पूछे बगैर नहीं रह पाएंगे। तो चलिए जानें कौन से ट्विस्ट से जलेबी और गुझिया को नया फ्लेवर दिया जा सकता है।जलेबी बनाने की विधिइस होली के मौके पर आलू से जलेबी तैयार करें। ये करारी होने के साथ ही काफी स्वादिष्ट भी लगेंगी। वहीं इसका अलग सा स्वाद मेहमानों को रेसिपी पूछने पर मजबूर कर देगा। तो चलिए जानें आलू की जलेबी बनाने के लिए किन सामग्री की जरूरत होगी।आलू की जलेबी के लिए सामग्रीआलू की जलेबी बनाने के लिए जरूरत होगी तीन से चार मध्यम आकार के आलू, दही एक कप, आरारोट एक कप, चीनी एक कप, केसर के तीन से चार रेशे, इलायची चार से पांच, गुलाबजल, देसी घी तलने के लिए।आलू की जलेबी बनाने की विधिआलू की जलेबी बनाने के लिए सबसे पहले चाशनी तैयार कर रख लें इसके लिए चीनी एक कप और एक कप पानी रख कर इसे पका लें। फिर इस चाशनी में इलायची डालकर रख दें। अब आलू को उबालकर छील लें। फिर मैश कर लें। इसमे दही और आरारोट डालकर गाढ़ा पेस्ट बना वैसा ही जैसा कि जलेबी के घोल के लिए तैयार किया जाता है। अब इस घोल में केसर के रेशे मिला दें। जिससे कि जलेबी का रंग अच्छा आए। अब कड़ाही में घी गर्म कर उसमे जलेबी को आकार देते हुए तलें। गरम चाशनी में जलेबी डालते जाएं। और बस तैयार है आलू से तैयार जलेबी। इसका स्वाद लाजवाब होगा और हर किसी को पसंद आएगा।पान की गुझियागुझिया को अलग फ्लेवर देने के लिए इसे पान के साथ तैयार करें। वैसे तो खोवे से ही गुझिया तैयार की जाती है। लेकिन थोड़े से अलग भरावन के साथ इसे अलग टेस्ट दिया जा सकता है। पान गुझिया को बनाने के लिए इन सामग्री की जरूरत होगी। मैदा दो कप, भुनी हुई सूजी दो चम्मच, भुना खोवा एक कप, चीनी पिसी हुई, दो पान के पत्ते, गुलकंद दो बड़े चम्मच, नारियल का बुरादा दो चम्मच, टूटीफ्रूटी दो चम्मच, मीठा पान मसाला, सौंफ एक चम्मच, बादाम बारीक कटे हुए और तलने के लिए घी।पान गुझिया बनाने की विधिसबसे पहले गुझिया का भरावन बनाने के लिए भुने हुए खोवे के साथ पिसी चीनी और सारी सामग्री को मिला लें। पान को छोटे टुकड़ों में काटकर इसी में मिक्स कर लें। अब गुझिया के लिए आटा गूंथ लें। मैदे में दो बड़े चम्मच घी डालकर खूब नर्म आटा गूंथे। अब इस आटे को गीले कपड़े से ढंककर रखें। ऐसा करने से आटा सूख ना जाए। सारे मसाले को मिलाकर भरावन तैयार कर लें। अब मैदे की लोई बनाकर छोटी पूरियां बेल लें। फिर इसमे भरावन भरकर गुझिया का आकार दें। कड़ाही में घी गर्म करें और सारी गुझिया को तल लें। तैयार है पान के स्वाद वाली गुझिया।
- अभिनेत्री समीरा रेड्डी ने हाल ही में अपने सोशल अकाउंट के जरिए अपनी कुछ तस्वीरें शेयर की हैं, जिसमें समीरा का पहले और अब के बीच का ट्रांसफॉर्मेशन नजर आ रहा है। समीरा ने अपने फैन्स के साथ शेयर किया कि उन्होंने 11 किलो वजन कम कर लिया है, इसके लिए समीरा ने खास डाइट और एक्सरसाइज फॉलो की, आइए जानते हैं समीरा का वेट लॉस सीक्रेट।समीरा ने अपनी पोस्ट में बताया कि वजन कम करके अब वो पहले से ज्यादा एनर्जी का अहसास कर पा रही हैं। समीरा ने अपने फैन्स को ये भी बताया कि वजन कम करना उनके लिए जरूरी नहीं था, जरूरी था हेल्दी रहना। समीरा ने फैन्स को ये भी बताया कि उन्होंने वेट लॉस के लिए एक साथ पहले फिटनेस की जर्नी शुरू की थी तब उनका वजन 92 किलो था और आज उनका वजन करीब 81 किलो है। समीरा ने बताया कि सेल्फ मोटिवेशन जरूरी है, जब तक आप खुद अपने आप को बदलाव के लिए तैयार नहीं करेंगे तब तक बदलाव संभव नहीं है। समीरा ने ये भी बताया कि फिट रहने के लिए आपका स्ट्रेस फ्री रहना भी जरूरी है जिसके लिए आप खुद से प्यार करें और तनाव से बचने के लए मेडिटेशन करें।समीरा ने घर पर रहकर वजन घटाया है। उन्होंने बताया कि मुझे रात को स्नैक्स खाने की आदत थी जिसे छोड़ते हुए मैंने इंटरमिटेंट फास्टिग का तरीका अपनाया। तुरंत वजन कम करने के पीछे न भागें, सही गोल सेट करें। आप वेट लॉस जर्नी को ट्रैक करें, इसमें किसी भी मदद ले सकते हैं जो आपकी हर वीक की प्रोग्रेस बताए।आपको वेट लॉस करने के लिए कोई एक स्पोट्र्स एक्टिविटी जरूर करनी चाहिए, फिटनेस को एंजॉय करना जरूरी है। बॉडी के साथ-साथ मन को भी पॉजिटिव रखना जरूरी है ताकि आपके मन में नेगेटिव विचार न आएं। ऐसा भी होगा कि आप फोकस नहीं कर पाएंगे पर उस दौरान दोबारा ट्रैक पर आने की कोशिश करें।समीरा ने इंटरमिटेंट फास्टिंग से घटाया वजनसमीरा ने बताया कि उन्होंने इंटरमिटेंट फास्टिंग के जरिए वजन कम किया । इंटरमिटेंट फास्टिंग की मदद से समीरा रात को लगने वाली भूख पर भी काबू पा पाईं। इंटरमिटेंट फास्टिंग में आपको प्रोटीन और फाइबर की मात्रा पर ज्यादा और कॉर्बस की मात्रा पर कम फोकस किया जाता है जिससे शरीर का वजन कम हो सके। इंटरमिटेंट फास्टिंग में आपको 12 से 15 घंटे कुछ नहीं खाना होता।इंटरमिटेंट फास्टिंग कैसे करें?इंटरमिटेंट फास्टिंग में आपको एक मील छोडऩा होता है खासकर रात का भोजन। इंटरमिटेंट फास्टिंग में आपको करीब 12 से 15 घंटे फास्ट करना होता है। जिसे गैप में आपको खाना है उसमें आप प्रोटीन, फाइबर, फैट का सेवन कर सकते हैं, कॉब्र्स का सेवन थोड़ा कम करें। इंटरमिटेंट फास्टिंग में कुछ लोग अनहेल्दी खाना खाते हैं पर आपको ध्यान रखना है कि उपवास के दौरान के बाद आप जो भी खाएं वो भी हेल्दी होना चाहिए।सबके शरीर का मेटाबॉलिज्म अलग होता है इसलिए वजन कम करने के लिए आप किसी डायटीशियन या फिटनेस एक्सपर्ट व डॉक्टर से सलाह लें।
- अपनी स्किन का ध्यान रखना हर किसी को खास रूप से पसंद होता है, और बात जब फेस स्किन केयर की हो तो बात ही अलग है. हमारा फेस पूरी पर्सनालिटी को दर्शाने में एक अहम भूमिका निभाता है. यही कारण है कि चेहरे की हेल्दी और खूबसूरत दिखाने के लिए महिलाएं कई तरह की चीजों को ट्राई करती हैं. कई बार ऐसा भी होता है कि कई तरह की चीजें यूज करने के बाद भी फेस पर कोई खास अंतर नहीं दिख पाता है. ऐसे में आज हम आपको कुछ खास आयुर्वेदिक टिप्स बताएं, अगर आप ग्लोइंग स्किन चाहती हैं तो रोजाना इन 5 बातों को फॉलो करें, इससे आपको हेल्दी स्किन मिलेगी.स्किन का खास रखें ध्यानहर किसी को सुंदर दिखना पसंद होता है. चेहरे पर ग्लो बना रहे इसलिए कई चीजों को यूज किया जाता है. आमतौर पर महिलाएं फेस ग्लो के लिए कई तरह के ब्यूटी प्रोडक्ट का यूज करती हैं. हालांकि इन प्रोडक्ट से चेहरे पर निखार और ग्लो लाना आसान नहीं होता. ऐसे में रोजाना कुछ बातों का खास ध्यान रखें, तो स्किन प्रॉब्लम से भी छुटकारा पाया जा सकता है.शुगर इनटेक बंद कर देंहम जो भी खाते हैं उसका असर त्वचा पर भी देखने को मिलता है, ऐसे में अगर हम अनहेल्दी चीजों का सेवन करते हैं तो इससे पिंपल जैसी कई परेशानियां देखने को मिलती हैं. अगर हम हेल्दी स्किन चाहते हैं तो फिर अपनी डाइट से प्रोसेस्ड फूड, जंक, और शुगर इनटेक बंद कर दें. अच्छी स्किन के लिए हमेशा हेल्दी चीजों का सेवन करें.रोजाना पर्याप्त नींद लेना है बेहद जरूरीअच्छी स्किन के लिए पर्याप्त नींद बहुत जरूरी है. क्योंकि अगर ठीक से नींद नहीं लेते हैं तो उम्र से पहले ही बूढ़े दिखना शुरू हो जाता है. ऐसे में हमेशा से 7 से 8 घंटे की नींद हर किसी को लेना चाहिए. अच्छी नींद लेने से हमारी थकान को दूर करती है, जिससे चेहरा ग्लो करने लगता है.अपने रूटीन में शामिल करें एक्सरसाइजहेल्दी स्किन के लिए यह बिल्कुल जरूरी नहीं है कि आप कितनी देर तक एक्सरसाइज करते हैं. लेकिन हां आप डेली वर्कआउट को अपनी लाइफ में शामिल करें, इसका असर त्वचा पर जरूर देखने को मिलता है.अगर आप अंदर से स्वस्थ होते हैं तो इसका असर त्वचा हमेशा ग्लो लाता है.प्राणायाम और मेडिटेशन भी है जरूरीआजकल की लाइफ में स्ट्रेस से भरी हो गई है, ऐसे में में तनाव से त्वचा पर झुर्रियां या फिर पिंपल की समस्याशुरू हो जाती हैं. ऐसे में हर रोज हर किसी को प्राणायाम और मेडिटेशन करना चाहिए, ये इन समस्याओं को दूर करने में मदद करता है. एक्सपर्ट के अनुसार, रोजाना इन्हें करने से आप न सिर्फ फिजिकली और मेंटली स्वस्थ रहेंगे बल्कि त्वचा भी ग्लो करेगी.खुद को हाइड्रेट रखेंअच्छी स्किन के लिए बिना प्यास के भी आपको ज्यादा से ज्यादा पानी पीना होगा. यह सेहत के साथ-साथ त्वचा के लिए भी काफी फायदेमंद है. अगर आप अपनी स्किन को ग्लो से भरा चाहते हैं तो पानी का सेवन खूब करें.---file photo
- राजस्थान के बहुत सारे व्यंजन हर जगह पसंद किए जाते हैं। इन फूड की लिस्ट में शामिल है पापड़ की सब्जी। जिसे राजस्थानी लोग खाना और बनाना बेहद पसंद करते हैं। अगर पापड़ खाना आपको भी पसंद है तो इससे बनी सब्जी जरूर चखें। ये खाने में जायकेदार होने के साथ ही बनाने में भी काफी आसान होती है। तो चलिए जानें कैसे तैयार होगी पापड़ की सब्जी।पापड़ की सब्जी बनाने के लिए जरूरत होगी दही डेढ़ कप, मूंग के पापड़ दो से तीन, बेसन सौ ग्राम, बूंदी सौ ग्राम, जीरा, एक इंच कटा अदरक का टुकड़ा, लाल मिर्च पाउडर, हल्दी, गरम मसाला, धनिया पाउडर, सूखी लाल मिर्च दो से तीन, हरी धनिया, हींग एक चुटकी, नमक स्वादानुसार, तेल डेढ़ चम्मच।दही और पापड़ की सब्जी तैयार करने के लिेए सबसे पहले दही को किसी बाउल में निकालकर अच्छे से फेंट लें। फिर इस दही में बेसन, लाल मिर्च और हल्दी डालकर चलाएं। जब ये अच्छे से फेंट जाए तो इसमे दो कप पानी मिला दें। तैयार घोल को छान लें। किसी पैन में तेल गर्म करें और उसमे जीरा चटकाएं। जब जीरा चटक जाए तो सूखी लाल मिर्च के टुकड़े और हींग भून लें। साथ में धनिया का पाउडर एक से डेढ़ चम्मच डाल दें। भूनने के बाद अदरक का टुकड़ा भी भूनें।अब इन भुने हुए मसालों में दही और बेसन का घोल मिला दें। साथ में स्वादानुसार नमक डालकर चलाते जाएं। जिससे की इसमे गुठलियां ना पड़े। इसे तब तक पकाएं जब तक कि घोल गाढ़ा ना हो जाए। दूसरे पैन में पापड़ को सेंक लें। और इसके छोटे टुकड़े कर लें। दही और बेसन के घोल में बूंदी डालें। साथ में इन भूने हुए मूंग के पापड़ों को भी डाल दें। इसे पकने दें। फिर सब्जी में गरम मसाला, डालकर चलाएं और एक मिनट बाद गैस बंद कर दें। स्वादिष्ट दही और पापड़ की सब्जी बनकर तैयार है। इसे गर्मागर्म हरी धनिया सजाकर सर्व करें।
- बॉडी को फिट रखने के लिए लोग कई तरह के एक्सरसाइज करते हैं, लेकिन एक वर्कआउट ऐसा भी है, जो काफी दिलचस्प है. इस वर्कआउट का नाम जुंबा डांस वर्कआउट है. ये दूसरे व्यायाम से ज्यादा फायदेमंद होता है. इससे जिससे मसल्स टोन होती हैं, फैट कम होता है और कैलोरी बर्न करने में मदद मिलती है. आइए डिटेल से जानते हैं कि जुंबा वर्कआउट कितना फायदेमंद है.जुंबा डांस वर्कआउट के 4 बेहतरीन फायदेजुंबा डांस वर्कआउट में बेली डांस, सालसा, हिप-हॉप आदि सभी डांस स्टाइल के डांस स्टेप शामिल होते हैं. जिसे करने से 4 तरीके के फायदे होते हैं.1. ताकत में बढ़ोतरी होती हैजब आप जुंबा वर्कआउट करते हैं, तो तेज गति से शरीर मूव करता है. मांसपेशियों में रक्त प्रवाह बेहतर होता है और वह मजबूत बनती हैं. कुछ हफ्ते में ही आपको जुंबा वर्कआउट के फायदे देखने को मिल जाएंगे.2. तनाव कम होता हैजुंबा एक डांस वर्कआउट है, जो कि आपके शरीर में बेहतर महसूस करवाने वाले हॉर्मोन सेरोटोनिन का उत्पादन बढ़ाने में मदद करता है. जब आपका मूड बेहतर होगा तो उससे आपका तनाव कम होगा.3. रक्तचाप सुधरता हैजुंबा वर्कआउट करने से शरीर में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ता है और रक्त धमनियां स्वस्थ होती हैं. जिससे रक्त धमनियों में से खून का प्रवाह सही होता है. इस कारण अगर आपको ब्लड प्रेशर की समस्या है, तो वह कम होती है.4. कैलोरी बर्निंग में मददजब आप जुंबा डांस वर्कआउट करते हैं, तो शरीर की सभी मसल्स सक्रिय होती हैं और दिल की धड़कन बढ़ जाती है. जिस कारण इसे कार्डियो वर्कआउट माना जाता है. एक अनुमान के मुताबिक, 40 मिनट जुंबा वर्कआउट करने से करीब 370 कैलोरी बर्न की जा सकती है.
- गाजर के अलावा इसके बीज भी काफी फायदेमंद होते हैं. गाजर के बीज इंसान की त्वचा और बालों के लिए बेहद फायदेमंद है. बता दें कि गाजर के बीज का तेल एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है. माना जाता है कि इस तेल में काफी मात्रा में विटामिन ए, कैरोटीन, लिमोनिन, कैरोटौल जैसे तत्व होते हैं. ये बालों को स्वास्थ्य रखते हैं. इसके अलावा इसमें मौजूद ऑक्सीडेटिव तनाव से लड़ता है. गाजर के बीज का तेल एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है. यही वजह है कि ये त्वचा के एलर्जी, मुंहासों और छिद्रों में सहायक है.गाजर के बीज के तेल से मिलेंगे ये फायदेगाजर के बीज के तेल से फेस के ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स की समस्या में मदद मिलती है. इसके अलावा ये स्कैल्प को भी साफ रखता है. वहीं बालों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए भी ये तेल काफी फायदेमंद है. अगर आप गाजर के तेल का नियमित रूप से इस्तेमाल करेंगे तो इससे आप झुर्रियों की समस्या से भी छुटकारा पा सकते हैं.इस तेल का ऐसे करें इस्तेमालबालों के लिए गाजर के बीज का तेल बेहद फायदेमंद है. अगर आपको भी बालों से संबंधित कोई समस्या है तो इस तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं. इससे बेजान बाल और रूखे बालों की समस्या दूर हो जाती है. इसके अलावा कंडीशनर में गाजर के तेल को मिलाकर भी इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके साथ ही आप गाजर के बीज के तेल से स्क्रब बना सकते हैं. ये स्क्रब आपकी त्वचा में गंदगी को साफ करता है. इस तेल में नारियल तेल और शहद मिलाकर भी आप लगा सकते हैं.-
- भारत में दांतों की समस्याओं को गंभीरता से नहीं लिया जाता है, यहां कई लोंगों को मसूड़ों की बीमारी होती है लेकिन इसे नजरअंदाज करते हैं दांतों की सेंस्टिविटी एक और बड़ी समस्या है, लेकिन काफी कम लोग डेंटिस्ट के पास सलाह लेने के लिए जाते हैं.दांतों पर गंभीर असरजिंदगी में टेंशन की वजह से कई लोग शराब पीना और स्मोकिंग शुरू कर देते हैं, जिसका आगे चलकर दांतों पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है. जागरुकता की कमी के चलते ग्रामीण इलाकों में दांतों की समस्या ज्यादा मिलती है. शहरों में जंक फूड और जीवनशैली की अन्य कुछ गलत आदतों के कारण दांतों में परेशानियां पैदा हो जाती हैं. अनहेल्दी डाइट और खाने में चीनी ज्यादा होने के कारण भी लोग दांतों की बीमारे के शिकार हो रहे हैं.दांतों में सेंस्टिविटीदांतों में थोड़ी सी भी परेशानी को अनदेखी नहीं करनी चाहिए और जितनी जल्दी हो सके डेंटिस्ट से मिलना चाहिए. दांत दर्द, मसूड़ों से खून निकलना और दांतों में सेंस्टिविटी को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए. युवाओं के अलावा, दांतों की समस्याएं बच्चों में भी आम होती है. दूध की बोतल का इस्तेमाल करने वाले शिशुओं के आगे के चार दूध के दांत अक्सर खराब हो जाते हैं.दूध की बोतल से हो सकते हैं दांत खराबदूध की बोतल से बच्चों के दांत खराब हो सकते हैं. माताओं को हर फीड के बाद एक साफ कपड़े से शिशुओं के मसूड़े और दांत पोंछने चाहिए. अगर अनदेखा छोड़ दिया जाए तो दांतों से जुड़ी परेशानी हो सकती है. सबसे बेहतर उपाय है कि महिलाएं बच्चों को अपना दूध पिलाएं.दांतों की देखभाल करने के 6 उपाय1. दिन में दो बार ब्रश करें.2. फ्लॉसिंग के जरिए उन दरारों को साफ करें जहां ब्रश नहीं पहुंच पाता है.3. बहुत ज्यादा चीनी खाने से बचें. स्टार्चयुक्त भोजन से भी दांत खराब हो सकते हैं4. जीभ को भी नियमित रूप से साफ करें.5. किसी भी असामान्य संकेत की उपेक्षा न करें. यदि मसूड़ों में सूजन हो या खून आ जाए तो डेंटिस्ट से सलाह लो.6. दांतों की जांच हर 6 महीने में कराएं. दांतों की सफाई बेहद जरूरी है.
- कोरोना काल के बाद भले ही यात्रा प्रतिबंध हट गया हो लेकिन सफर के दौरान खाने-पीने को लेकर अभी भी सतर्कता बरत रहे हैं। संक्रमण से बचाव के लिए सड़क मार्ग से सफर करने वाले यात्री पहले की तरह रास्ते में मिलने वाले ढाबे या रेस्तरां में खाना नहीं खाना चाहते हैं। वहीं कई यात्री ऐसे भी है तो सफर में घर का खाना ले जाना ही पसंद करते हैं। कई बार सफर के दौरान रुक कर खाना खाने का मौका न मिल पाने के कारण भी लोग घर का खाना पैक कर लेते हैं ताकि उसे सफर के दौरान खा सकें। ऐसे में लोग घर का बना खाना सफर के लिए पैक तो कर लेते हैं लेकिन जब उसे खाने के लिए निकालते हैं तो वह खराब हो जाता है। लंबे समय तक रखा खाना खाने योग्य नहीं रह जाता है। ऐसे में अगर आप सफर के दौरान घर का बना खाना ले जाना चाहते हैं तो कुछ ऐसी रेसिपी को शामिल करें जो लंबे समय तक खाने योग्य हो और जल्दी खराब न हो।सूखा चिवड़ा या नमकीनसफर पर जा रहे हों तो नाश्ते के लिए फ्राई सूखा चिवड़ा पैक कर सकते हैं। इसमें मूंगफली के दाने, नमकीन आदि मिलाकर इसे हल्की फुल्की भूख में भी खा सकते हैं। नमक पारे, मठरी, भुनी चना दाल, बिस्किट, खाखरा आदि चीजें भी पैक कर सकते हैं।सूखी सब्जीसफर लंबा है तो लंच या डिनर के लिए ग्रेवी या करी रखने के बजाए सूखी सब्जी को पैक करें। आप करेले की सब्जी, आलू की सब्जी, भिंडी की सब्जी, दाल के कबाब आदि रख सकते हैं। ध्यान दें कि सूखी सब्जी पकाते समय उसमें पानी न डालें। तेल की मात्रा भी ज्यादा रखें। इससे सब्जी अधिक समय तक खराब नहीं होगी।पराठेसब्जी के साथ पराठे या पूरी पैक करें। पराठे पूरी को बनाने के लिए जब आटा गूंथे तो पानी की जगह दूध का इस्तेमाल करें। इससे पराठा पूरी जल्दी खराब नहीं होते। आप उड़द या चने की दाल के पराठे भी सफर के लिए पैक कर सकते हैं।मिठाईमीठा खाने का शौक है तो सफर में ऐसी मिठाई को भी अपने सामान के साथ पैक कर सकते हैं जो दूध या मावे से न बनी हो। तिल के लड्डू, गजक, चिक्की ये सब लंबे समय तक टिके रहते हैं और स्वाद भी नहीं जाता। आप आटे या रवा के लड्डू बना कर भी पैक कर सकते हैं।
- अगर आप ध्यान न दें तो एड़ियां फटने की परेशानी होना कोई बड़ी बात नहीं, सर्दियों के मौसम में ये समस्या और ज्यादा हो जाती है. ऐसी स्थिति में आपके पैरों की खूबसूरती पूरी तरह बिगड़ जाती है. हालांकि कुछ घरेलू नुस्खों को अपनाकर इस दिक्कत से निजात पाया जा सकता है.क्यों फटती हैं एड़ियां?अगर आपकी एड़ी पानी और धूल मिट्टी के संपर्क में ज्यादा आती है तो इसके फटने की संभावनाएं ज्यादा बढ़ जाती है. अगर एड़ियां गहराई तक फट जाए तो इसमें काफी दर्द होता है. बेहतर है कि ज्यादा क्रैक आने से पहले ही कुछ उपाय कर लिए जाएं ताकि ऐसी परेशानियों से बचा जा सके.फटी एड़ियों को ठीक करने के घरेलू उपाय1. नारियल तेलनारियल का तेल हम अक्सर बालों में लगाने के लिए करते हैं लेकिन इसका इस्तेमाल फटी एड़ियों को ठीक करने के लिए भी किया जाता है. इससे न सिर्फ एड़ियां मॉइश्चराइज रहेंगी बल्कि उन्हें इंफेक्शन से भी बचाया जा सकता है.2. केलाकेला (Banana) आपके स्किन को ड्राई होन से बचाता है. 2 पके हुए केले को मसलकर पेस्ट बना लें और इसे अच्छी तरह पैर की एड़ियों में 20 मिनट तक लगाए रखें फिर पैरों की अच्छी तरह धोकर साफ कर लें. करीब 2 हफ्तों में आपकी एड़ियां ठीक हो जाएंगी.3. गुनगुने पानी से सफाईअपनी फटी एड़ियों को दुरुस्त करने के लिए हल्के गर्म पानी में पैर को तकरीबन 20 मिनट तक डुबोएं स्क्रबर से एड़ियों को रगड़ें और उसमें मौजूद डेड स्किन को धीरे-धीरे निकालें. पानी से बाहर निकालने उसपर सरसों तेल लगाएं और फिर मोजे पहन लें और कुछ दिनों में आपकी एड़ी ठीक हो जाएगी.
- नारियल पानी आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है. ये एक पौष्टिक पेय है. एक गिलास ताजा नारियल पानी पीना आपको ऊर्जावन रखने में मदद करता है. ये हमारे बालों और त्वचा के लिए भी बहुत फायदेमंद है. नारियल के पानी का इस्तेमाल आप बालों के लिए कई तरह से कर सकते हैं. नारियल पानी के साथ नींबू का रस, शहद, एलोवेरा और सेब का सिरका मिलाकर इस्तेमाल कर सकते हैं. ये आपके बालों (Coconut Water for Hair Care) को मजबूत करता है और बालों (Hair Care) को बढ़ाने में मदद करता है. ये रूखे बालों को हाइड्रेट करता है. आइए जानें बालों के लिए आप किस तरह से इसका इस्तेमाल कर सकते हैं.नारियल पानी का स्प्रेबालों को हाइड्रेट करने के लिए आप नारियल पानी के स्प्रे का इस्तेमाल कर सकते हैं. एक चौथाई कप ताजा नारियल पानी लें. इसे एक कप सामान्य पानी में मिला लें. इसे एक साथ मिलाएं और इस मिश्रण को एक स्प्रे बोतल में डालें. इसे हमारे बालों के लिए दैनिक हाइड्रेशन स्प्रे के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है. गीले बालों और स्कैल्प पर स्प्रे करें.नारियल पानी और नींबू का रसआधा कप ताजा नारियल पानी लें. इसमें 2 टेबल स्पून ताजा नींबू का रस मिलाएं. इसे एक साथ मिलाएं और परिणामी मिश्रण को अपने बालों पर लगाएं. इसे 20-30 मिनट तक लगाकर रखें. इसके बाद इसे सादे पानी से धो लें. बालों की देखभाल के लिए इस उपाय को हफ्ते में दो बार इस्तेमाल कर सकते हैं.नारियल पानी और शहदएक कप ताजा नारियल पानी लें और इसमें 4 बड़े चम्मच शहद मिलाएं. इन्हें आपस में मिला लें. इस मिश्रण को बालों और स्कैल्प पर लगाएं और कुछ मिनट के लिए स्कैल्प पर हल्के हाथों से मसाज करें. इसके बाद अपने सिर को लपेटने के लिए एक नम गर्म पानी का तौलिया लें. ये आपके स्कैल्प में गहराई से प्रवेश करेगा. माइल्ड शैम्पू से धोने से पहले 30 मिनट तक इसे बालों में लगा रहने दें. बालों की देखभाल के लिए इस उपचार को सप्ताह में एक बार दोहराएं. इससे बाल डैंड्रफ मुक्त हो जाएंगे.नारियल पानी और एलोवेराआधा कप ताजे नारियल पानी में दो चम्मच एलोवेरा जेल मिलाएं. इसे एक साथ मिलाएं और मिश्रण को एक स्प्रे बोतल में डालें. सप्ताह में कम से कम तीन बार इसका इस्तेमाल करें.नारियल पानी और सेब का सिरकाएक कप ताजे नारियल पानी में एक बड़ा चम्मच एप्पल साइडर विनेगर मिलाएं. एक साथ मिलाएं और परिणामी मिश्रण को अपने बालों पर लगाएं. इसे 10 मिनट से भी कम समय के लिए लगा रहने दें. इसे माइल्ड शैंपू से धो लें. हेल्दी बालों के लिए आप सप्ताह में 1 या 2 इसका इस्तेमाल कर सकते हैं.
- प्यार के लिए हर रोज होता है. ऐसे में अगर आप कभी भी अपने पार्टनर के साथ कुछ शांति के पल जीना चाहते हैं, जहां आप सामने वाले से रोमांटिक प्लेस पर दिल की बात कह पाएं तो फिर आज हम आपको भीड़भाड़ से दूर कुछ खास प्लेस के बारे में बताएंगे जहां आप सुकून के पल जी सकते हैं.अगर खूबसूरती को आंखों में कैद करने के शौकीन हैं तो फिर आप लेह के एक छोटे से हेमिस का रूख करिए. पार्टनर के साथ वक्त गुजारने के लिए ये जगह खास है. यहां प्रसिद्ध हेमिस मठ लोगों को अपनी तरफ खींचने का काम करता है.भारत के स्विट्जरलैंड के रूप में जाना जाने वाला कौसानी हर किसी को पसंद आता है. ये जगह अल्मोड़ा से लगभग 50 किमी दूरी पर स्थित है. भीड़ भाड़ से दूर खूबसूरत नजारों में खो जाने के लिए ये जगह एक दम परफेक्ट है.मौसिनराम मेघालय में बसी एक ना भूलने वाली जगह है. इस प्लेस को भला घूमने का शौक रखने वाले लोग कैसे भूल सकते हैं. कम भीड़ वाला ये छोटा सा गांव सुकून के पल जीने के लिए बहुत खास है. आप यहां का रूख एक बार जरूर करिए.पश्चिम में बसा पेलिंग 2150 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, अगर आप गंगटोक घूमने जा रहे हैं, तो यहां का रूख करना तो बनता ही है. खूबसूरत बर्फ के पहाड़ों को पेश करती ये जगह अपने आप में बहुत खास है. यहां का कंचनजंगा के ऊपर उगते सूरज को देखना बेहद खास है.खज्जियार, हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला के पास बसा एक छोटा सा प्लेस है. अगर आप भीड़ भाड़ से दूर कुछ रोमांटिक पल चाहते हैं तो यहां का ही रूख करिए. ये डेस्टिनेशन अपनी प्राकृतिक सुंदरता और भव्य नजारों के लिए जाना जाता है.ओरछा मध्य प्रदेश में बसा एक शहर है. इतिहासिक रूप को पेश करने वाला ओरछा घूमने के लिए खास है.यहां आपको 16वीं और 17वीं शताब्दी के बने महलों और मंदिरों में यकीनन खो जाएंगे. इस जगह का भगवान राम से भी खास कनेक्शन है.
- अचार भारतीय खाने का अहम हिस्सा हैं। यह आपके खाने का स्वाद बढ़ा देते हैं। कई बार सब्जी मन की न हो तो अचार से भी पूरा खाना खाया जा सकता है। अचार से साधारण से खान का टेस्ट भी बढ़ जाता है। बात करें हरी मिर्च के अचार की तो इसकी बात ही कुछ और है। कई लोग अचार के नाम से हिम्मत हार जाते हैं कि इसके लिए काफी मेहनत करनी पड़ेगी। अगर आपको अचार पसंद हैं तो यहां बताई गई मिर्च के अचार की रेसिपी सीख सकते हैं। यह इंस्टंट रेसिपी है जिसके लिए आपको कोई खास तामझाम नहीं करना पड़ेगा।सामग्रीहरी मिर्च, सरसों के बीज या राई, जीरा, खड़ा धनिया, सौंफ, मेथी, हल्दी, अजवाइन, नमक, काला नमक, सरसों ता केल, नींबू, हींग और सिरका। आप थोड़ी सी क्वॉन्टिटी में अचार बनाकर देखना चाहते हैं तो 10 मिर्च लें। इसमें चौथाई कप तेल से काम चल जाएगा।विधिसबसे पहले मिर्च को धो लें। इन्हें हवा में सुखाकर कपड़े से पोंछ लें। अब मिर्ची का डंठल काटकर इनको छोटे टुकड़ों में काट लें। आप चाहें तो दो बराबर हिस्सों में भी काट सकते हैं। अब अचार के लिए मसाला तैयार करें। इसके लिए एक कढ़ाई में जीरा, धनिया, राई, मेथी, सौंफ और अजवाइन डालें। अब इन्हें धीमी आंच पर भूनें। इसके बाद मसाले को ठंडा करके मिक्सर में पीस लें। इसमें हल्दी, नमक और काला नमक और नींबू मिलाएं। अगर आपने मिर्च दो हिस्सों में काटी है तो चीरा लगाकर मसाला इसमें भर लें। छोटे टुकड़े काटे हैं तो मसाला मिर्च में मिला लें। अब कढ़ाही में तेल गर्म करें। इसमें हींग डालें। तेल ठंडा करके मिर्चों में डाल लें। इनको कंटेनर में भकर रख दें। बाद में 10 मिर्च में 2 चम्मच के हिसाब से सिरका डाल दें। आप चाहें तो इन्हें 1-2 दिन धूप में रख लें। वर्ना कुछ घंटों बाद ही खा सकते हैं।
- सब्जी को करना हो गार्निश या खाने के साथ परोसनी हो चटनी, हरा धनिया के बिना दोनों ही काम अधूरे हैं। खाने में हरा धनिया का इस्तेमाल न सिर्फ स्वाद बढ़ाता है बल्कि पाचन को दुरूस्त करके सेहत का भी ध्यान रखता है। हालांकि घर की महिलाओं की हरे धनिया को लेकर एक शिकायत यह जरूर बनी रहती है कि बाजार से लाने के कुछ ही दिन बाद यह खराब हो जाता है। अगर आपकी भी हरा धनिया से यही शिकायत है तो आपकी समस्या को दूर करने के लिए बताते हैं कुछ ऐसे टिप्स जो आपके धनिया को रखेंगे लंबे समय तक फ्रेश।धनिया को फ्रिज में ऐसे करें स्टोर-अगर आप धनिया को स्टोर करने के लिए टिशू और एयर टाइट डिब्बे का इस्तेमाल करते हैं तो धनिया दो हफ्तों तक फ्रेश बना रह सकता है। इसके लिए सबसे पहले धनिया को अच्छे से दो-तीन बार पानी से धोकर निकाल लें। इसके बाद धनिया का पानी सूखा लें। पानी सूखने के बाद धनिया को टिशू में लपेटकर एयर टाइट डिब्बे में रख दें। ध्यान रखें डिब्बे में रखने से पहले भी नीचे टिशू लगा लें। अब इस डिब्बे को बंद करके फ्रिज में रख दें।धनिया स्टोर करने का दूसरा तरीका-प्लास्टिक बैग में धनिया-इस तरीके को अपनाने के लिए आप सबसे पहले धनिया साफ करके अच्छे से धोकर सुखा लें। इसके बाद टिशू में लपेट कर आप इसे प्लास्टिक बैग में भरकर फ्रिज में स्टोर करना है। इस तरह आप धनिया को दो हफ्ते तक फ्रेश रख सकती है। ध्यान रखें, प्लास्टिक बैग में किसी तरह का मॉइश्चर न हो।धनिया फ्रेश रखने के लिए पानी का इस्तेमाल -धनिया को स्टोर करने के लिए उसे जड़ों से आधे पानी में भरकर किचन काउंटर पर भी रखा जा सकता है। इस तरह आप धनिया को 4-5 दिन तक फ्रेश बनाए रख सकती हैं। ध्यान रखें, धनिया फ्रेश रहे इसके लिए पानी को समय-समय पर बदलते रहें।20-25 दिन तक धनिया फ्रेश रखने के लिए टिप्स-धनिया को दो हफ्ते से ज्यादा दिन तक स्टोर करके रखना है तो आप इसे मलमल के कपड़े में लपेट कर रखें। इस लिए भी धनिया को धोकर सूखाने के बाद इसकी टहनी काटकर बस इसकी पत्तियों को स्टोर करना है।