- Home
- देश
- नई दिल्ली। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने कोविड-19 के इलाज के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। सूंघने और स्वाद की क्षमता का खत्म होने को कोरोना वायरस के संक्रमण के नए लक्षण में शामिल किया गया है।मंत्रालय ने सुझाव दिया है कि दवा रेमडेसिविर, कन्वालेसेंट, प्लाज्मा थेरेपी, टूसिलूजिमाब तथा हाइड्रोक्सी-क्लोरोक्वीन का इस्तेमाल कोविड-19 के मरीजों की स्थिति को देखते हुए ही किया जाना चाहिए। मंत्रालय ने सलाह दी है कि रेमडेसिविर उन रोगियों को दी जा सकती है जो संक्रमण से माध्यम स्तर पर संक्रमित हैं और ऑक्सीजन पर हैं। कन्वालेसेंट प्लाज्मा उन रोगियों को दिया जाना चाहिए जो ऑक्सीजन पर हैं और स्टेरॉयड के इस्तेमाल के बावजूद उनकी ऑक्सीजन की आवश्यकता लगातार बढ़ रही है। हाइड्रोक्सी-क्लोरोक्वीन का इस्तेमाल संक्रमण की शुरूआत में किया जाना चाहिए और गंभीर रूप से पीडि़त मरीजों को यह नहीं दी जानी चाहिए।सामान्य तौर पर दवा देने से पहले मरीज की ई सी जी की जानी चाहिए।
- नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने स्वास्थ्य देखभाल संबंधी सामग्री की आपूर्ति के लिए एक पोर्टल आरोग्य-पथ बनाया गया है जो कोविड-19 महामारी से प्रभावी तरीके से निपटने में विनिर्माताओं, वितरकों और उपभोक्ताओं के लिए सहायक होगा। यह पोर्टल आपूर्ति श्रृंखला में आ रही बाधाओं को दूर करने में मदद करेगा।इस पोर्टल का उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर पर देखभाल संबंधी सामग्री के संबंध में सूचना प्रबंधन और भविष्य की जरूरतों का आकलन करना है। इस पर स्वास्थ्य देखभाल संबंधी वस्तुओं की मांग और आपूर्ति की जानकारी दर्ज होगी। इससे अस्पतालों, प्रयोगशालाओं, शोध संस्थानों, चिकित्सा कॉलेजों और रोगियों को मदद मिलेगी। यह पोर्टल वितरकों, विनिर्माताओं और आयातकों को चिकित्सा उपकरणों, दवा, व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण और अन्य वस्तुओं की मांग का आकलन करने में मदद करेगा।वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद ने कहा है कि आने वाले वर्षों में आरोग्य पथ स्वास्थ्य देखभाल की सूचना देने वाला प्रमुख केंद्र होगा। इससे उपभोक्ताओं और आपूर्तिकताओं के बीच दूरी घटेगी तथा उचित दरों पर चिकित्सा उपकरण उपलब्ध हो सकेंगे।
- ऋषिकेश। लगभग ढाई महीने के अंतराल के बाद कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की बिजरानी, ढेला और झिरना सहित लोकप्रिय रेंज शनिवार को पर्यटकों के लिए खोल दी गई।कॉर्बेट टाइगर रिजर्व को मार्च में कोविड-19 महामारी के मद्देनजर लागू लॉकडाउन के बाद पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया था। हालांकि, ढिकाला जोन को पर्यटकों के लिए नहीं खोला गया है क्योंकि यह आमतौर पर मानसून के दौरान 15 जून से बंद कर दिया जाता है।कॉर्बेट की उप निदेशक कल्याणी नेगी ने कहा कि सामाजिक दूरी के दिशानिर्देशों का अनुपालन करते हुए पशु सफारी के लिए जाने वाले वाहन में लोगों की संख्या को चालक सहित छह से घटाकर चार कर दी गई है। सामान्यत:, छह-छह सवारियों को लेकर इस तरह के 60 वाहनों को दिन और रात की सफारी के लिए जाने की अनुमति थी।
- नई दिल्ली। वीडियो ब्लॉगिंग प्रतियोगिता माई लाइफ माई योगा की प्रविष्टियां भेजने की अंतिम तारीख 21 तक बढ़ा दी गई है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के सिलसिले में इस प्रतियोगिता का आयोजन केंद्रीय आयुष मंत्रालय और भारतीय संस्कृति संबंध परिषद ने संयुक्त रूप से किया है। पहले इस प्रतियोगिता की अंतिम तिथि 15 जून थी।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 31 मई को प्रसारित अपने मन की बात कार्यक्रम में सभी लोगों से इस प्रतियोगिता में भाग लेने का आहवान किया था। प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए तीन योग क्रियाओं का तीन मिनट का एक वीडियो किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड करना होगा। एक संक्षिप्त वीडियो मैसेज भी डालना होगा, जिसमें यह बताया गया हो कि योग क्रियाओं से प्रतियोगिता में भाग लेने वाले को कैसे लाभ पहुंचा है। प्रतियोगिता के संबंध में विस्तृत जानकारी आयुष मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है।तीन कैटेगिरी में होगी प्रतियोगिता1.महिला औऱ पुरुष2.युवा (18 साल तक)3.व्यस्क और योग प्रोफेशनल्स (18 साल से ऊपर)इतनी है प्रतियोगिता की राशि-पहले स्थान के लिए 1 लाख रुपए का नाम- दूसरे स्थान के लिए 50 हजार रुपए का इनाम-तीसरे स्थान के लिए 25 हजार रुपए का इनाम- यह इनाम राशि हर कैटेगिरी के लिए है। वैश्विक प्रतियोगिता के लिए इनाम राशि की घोषणा बहुत जल्द की जाएगी।---
-
मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में रफ्तार का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार की सुबह जिले में बड़ा हादसा हुआ। इसमें एक होमगार्ड जवान और एक ट्रक ड्राइवर की मौत हो गई। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सुबह एक ट्रक ने कांटी थाना क्षेत्र के एनएच-28 छपरा काली मंदिर के समीप खड़े ट्रक को टक्कर मार दी। जिसके बाद पीछे से आ रही पुलिस गश्ती दल के वाहन से भी टकरा गई। इस हादसे में एक होमगार्ड जवान और ट्रक चालक की मौत हो गई। हादसे में तीन अन्य जवान घायल हो गए।
-
मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में रफ्तार का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार की सुबह जिले में बड़ा हादसा हुआ। इसमें एक होमगार्ड जवान और एक ट्रक ड्राइवर की मौत हो गई। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सुबह एक ट्रक ने कांटी थाना क्षेत्र के एनएच-28 छपरा काली मंदिर के समीप खड़े ट्रक को टक्कर मार दी। जिसके बाद पीछे से आ रही पुलिस गश्ती दल के वाहन से भी टकरा गई। इस हादसे में एक होमगार्ड जवान और ट्रक चालक की मौत हो गई। हादसे में तीन अन्य जवान घायल हो गए।
- नई दिल्ली। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 को फैलने से रोकने के उपायों के बारे में कार्यालयों के लिए दिशा-निर्देश जारी किये है।केवल ऐसे कर्मचारियों या आगंतुकों को ही कार्यालय में प्रवेश की अनुमति होगी, जिनमें कोविड-19 के लक्षण नहीं होंगे। प्रवेश द्वार या कक्ष में सैनिटाइजर और थर्मल स्क्रीनिंग का प्रावधान अनिवार्य होगा। कर्मचारियों और आगंतुकों के लिए प्रवेश और निकास द्वार अलग-अलग होंगे। पार्किंग स्थलों और कार्यालय परिसरों के बाहर भीड़ से बचने के पर्याप्त इंतजाम होने चाहिए। समय-समय पर प्रभावी, स्वच्छता और नियमित साफ-सफाई भी की जानी चाहिए। फेसकवर, मास्क, दस्तानों के सुरक्षित निपटान की व्यवस्था होनी चाहिए। कोविड-19 को फैलने से रोकने के उपायों के बारे में हर समय प्रचार-प्रसार की व्यवस्था होनी चाहिए।स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि धार्मिक स्थलों में जाते समय जूते-चप्पल अपने वाहन के अंदर रखने चाहिए। मूर्तियों, धार्मिक ग्रन्थों या पुस्तकों को स्पर्श करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। समूह में पूजा या भजन अथवा मंत्रोच्चारण की अनुमति नहीं होनी चाहिए। इसके बजाय रिकॉर्ड किये गये भजन और आरती की व्यवस्था होनी चाहिए।शॉपिंग मॉल में डिलीवरी करने वाले कर्मचारियों की थर्मल स्क्रीनिंग होनी चाहिए। मॉल, दुकानों के बाहर, एलिवेटर, कैफे जैसी जगहों पर सुरक्षित दूरी रखी जानी चाहिए।
- नई दिल्ली। अरुणाचल प्रदेश से राज्यसभा की एकमात्र सीट के लिए भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार नबाम रेबिया को निर्विरोध चुन लिया गया है। राजधानी ईटानगर में, राज्य विधानसभा के अध्यक्ष पी.डी. सोना, मुख्यमंत्री पेमा खांडू, मंत्रिमंडल के सहयोगियों और विधायकों की मौजूदगी में, श्री रेबिया को निर्वाचन प्रमाणपत्र सौंपा गया।मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने श्री रेबिया को निर्वाचन पर बधाई देते हुए कहा कि यह भाजपा के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है क्योंकि यह पहला मौक़ा है जब राज्य से तीनों सांसद भाजपा के हैं। इनमें से दो सांसद लोकसभा के जबकि एक सांसद राज्यसभा के हैं।वहीं कर्नाटक से पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा, वरिष्ठ कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडग़े, दो भाजपा उम्मीदवार तथा अरुणाचल से भाजपा के ही एक उम्मीदवार को राज्यसभा के लिए शुक्रवार (12 जून) को सर्वसम्मति से निर्वाचित घोषित कर दिया गया। कर्नाटक में राज्यसभा चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी विधासभा सचिव एम.के. विशालाक्षी ने जद (एस) और कांग्रेस से क्रमश: देवेगौड़ा और खडग़े तथा भाजपा से इरन्ना कडाडी और अशोक गस्ती को सर्वसम्मति से निर्वाचित घोषित कर दिया क्योंकि कोई अतिरिक्त उम्मीदवार चुनाव मैदान में नहीं था।अधिकारियों ने कहा, वैध रूप से नामांकित चारों उम्मीदवारों में से किसी के नामांकन वापस न लेने के साथ ही उन्हें सर्वसम्मति से निर्वाचित घोषित कर दिया गया। 77 वर्षीय श्री खडग़े राज्यसभा के लिए पहली बार निर्वाचित हुए हैं। इससे पहले वह अपने चार दशक से अधिक समय के राजनीतिक करियर में लोगों द्वारा सीधे चुने जाते रहे हैं।वहीं 87 वर्षीय श्री देवेगौड़ा दूसरी बार राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए हैं। पहली बार वह 1996 में निर्वाचित हुए थे जब वे प्रधानमंत्री थे। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में श्री खडग़े और श्री देवेगौड़ा दोनों ही गुलबर्गा तथा तुमकुर निर्वाचन क्षेत्रों से हार गए थे। भाजपा के इरन्ना कडाडी और अशोक गस्ती कम जाने-पहचाने चेहरे हैं और यह उनके राजनीतिक कॅरिअर की पहली बड़ी छलांग है। भगवा दल के केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदेश भाजपा की सिफारिश को खारिज करते हुए कडाडी तथा गस्ती को राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाकर सबको आश्चर्यचकित कर दिया था।
- नई दिल्ली। केन्द्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को देशभर के राजमार्गों पर आवश्यक वस्तुओं का निर्बाध आवागमन सुनिश्चित करने को कहा है। मुख्य सचिवों को लिखे पत्र में रात नौ से सुबह पांच बजे तक राष्ट्रव्यापी कफ्र्यू का हवाला देते हुए श्री भल्ला ने कहा कि ये दिशा-निर्देश देशभर में व्यक्तियों के अनावश्यक आवागमन को सख्ती से रोकने के लिए है। उन्होंने कहा कि आपूर्ति श्रृंखला के रूप में आवश्यक वस्तुओं के लदान और उतारने पर ये प्रतिबंध लागू नहीं है। यात्रियों को ले जा रही बसों के आवागमन पर कोई प्रतिबंध नहीं है।श्री भल्ला ने कहा कि राज्य सरकारों को राज्य और राष्ट्रीय राजमार्गों पर ट्रकों और मालवाहनों का आवागमन सुगम बनाना चाहिए। बसों, रेलगाडिय़ों और विमानों से उतरने के बाद यात्रियों को अपने गन्तव्य स्थलों तक जाने की अनुमति होनी चाहिए।गृह सचिव ने कहा कि रात के कफ्र्यू के दौरान व्यक्तियों के आवागमन पर प्रतिबंध केवल भीड़भाड़ से बचने और देशभर में आवश्यक वस्तुओं के आवागमन में बाधा पहुंचाए बिना सुरक्षित दूरी बनाये रखने के इरादे से लगाया गया है।
- नई दिल्ली। कोविड-19 महामारी की मौजूदा स्थिति को देखते हुए केरल सरकार ने सबरीमला अयप्पा मंदिर में श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं देने का निर्णय लिया है। ये फैसला मंदिर के ट्रस्ट के साथ हुई बैठक में लिया गया। 19 जून से शुरू होने वाले सबरीमाला मंदिर का दस दिन का वार्षिक उत्सव रद्द कर दिया गया है, लेकिन केवल अनुष्ठान सम्पन्न करने का फैसला किया गया है। पहले ऑनलाइन आरक्षण के जरिए मंदिर खोलने का निर्णय लिया गया था। अधिकारियों ने बताया प्रसिद्ध तीर्थस्थल सबरीमला में विभिन्न राज्यों से भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आने को देखते हुए संक्रमण का खतरा काफी अधिक था।मार्च में शुरू हुए लॉकडाउन के दौरान ही मंदिर को बंद किया गया था। अभी दो दिन पहले ही मंदिर के मुख्य पुजारी ने ट्रस्ट को पत्र लिखकर मंदिर न खोलने का अनुरोध किया था। ये फैसला कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए लिया गया है।---
- नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने विदेशी प्रजातियों के जीव-जंतुओं के आयात और उन्हें पालने की प्रक्रिया को सुचारू बनाने के लिए परामर्श जारी किया है।ये ऐसी प्रजातियों के जीव-जंतु हैं जो अपने मूल स्थान से देश में लाए गए हैं। भारत के अनेक नागरिकों के पास लुप्त हो रही प्रजातियों के व्यापार से संबंधित अंतर्राष्ट्रीय संधि के अंतर्गत सूचीबद्ध विदेशी जीव-जंतु की प्रजातियां हैं, लेकिन देश में केंद्र या राज्यों के स्तर पर कोई एकीकृत सूचना प्रणाली उपलब्ध नहीं है, जिसमें इन प्रजातियों के बारे में जानकारी उपलब्ध हो।पर्यावरण मंत्रालय ने इस तरह की प्रजातियों के मालिकों से अगले छह महीनों में स्वैच्छिक घोषणा के जरिए जानकारी एकत्र करने का फैसला किया है। इसके अंतर्गत जीव-जंतुओं, उनसे उत्पन्न जीवों तथा उनके आयात और अदला-बदली का पंजीकरण करने का फैसला किया गया है। इससे इन प्रजातियों का बेहतर प्रबंधन किया जा सकेगा और उनके मालिकों को इस तरह के जीव-जंतुओं की देखभाल, उनको ठीक से रखने और उनके कल्याण तथा अन्य बातों के बारे में निर्देश दिए जा सकेंगे। विदेशी प्रजातियों के जीव-जंतुओं के डेटाबेस से पशुओं की बीमारियों की रोकथाम और प्रबंधन में भी मदद मिलेगी और उनसे मनुष्यों तथा जानवरों में फैलने वाली बीमारियों को रोका जा सकेगा।विदेशी प्रजातियों के बारे में घोषणा करने वालों को पंजीकरण के लिए इस परामर्श के जारी होने के छह महीने तक कोई दस्तावेज नहीं देना होगा। छह महीने बीत जाने के बाद उन्हें दस्तावेज संबंधी जरूरतों को पूरा करना होगा। विदेश प्रजातियों के जीव-जंतुओं के मालिकों को वेबसाइट 222.श्चड्डह्म्द्ब1द्गह्यद्ध.ठ्ठद्बष्.द्बठ्ठपर जाकर निर्धारित फॉर्म भरना होगा और जीवों के पंजीकरण की प्रक्रिया पूरी करनी होगी।--
- नई दिल्ली। रेल विभाग राज्य सरकारों को कोविड उपचार केंद्र मुहैया कराएगा। इसके लिए विभाग ने दस-दस बोगियों वाली रेलगाडिय़ां तैयार की हैं जिनमें से प्रत्येक बोगी में सोलह कोरोना मरीज़ रखे जा सकेंगे।रेल मंत्रालय के अनुसार, कोरोना मरीज़ों की देखभाल के लिए अब तक पांच हज़ार दो सौ इकतीस बोगियों को तैयार किया जा चुका है। तेलंगाना सरकार ने राज्य के तीन स्टेशनों- सिकंदराबाद, कांचीगुड़ा और आदिलाबाद के लिए ऐसी बोगियों की मांग की है। वहीं, उत्तर प्रदेश सरकार ने 24 स्टेशनों पर इनकी तैनाती की योजना बनाई है। दिल्ली में शकूरबस्ती स्टेशन पर पहले ही से ऐसी 10 बोगियां मौजूद हैं।रेल मंत्रालय के अऩुसार, इन बोगियों का उपयोग कोरोना के सामान्य मरीज़ों की देखभाल के लिए किया जा सकता है। ये बोगियां ऐसे इलाक़ों के लिए हैं जहां राज्य सरकार के अपने संसाधन पर्याप्त नहीं रह गए हैं और कोरोना के संदिग्ध तथा पुष्ट मामलों के लिए सुविधाएं बढ़ाना ज़रुरी हो गया है। फिलहाल, कोरोना मरीज़ों के लिए 158 स्टेशनों पर पानी और चार्जिंग की तथा 58 स्टेशनों पर पानी की विशेष सुविधा उपलब्ध है।
- प्रयागराज। कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिये देशभर में घोषित लॉकडाउन के दौरान प्रवासी कामगारों की रोजगार की समस्या दूर करने के लिए सरकार देशभर में क्लस्टर के जरिए रोजगार के अवसरों का सृजन करने पर काम कर रही है। इसके साथ ही महानगरों की भीड़ कम करने के लिये स्मार्ट शहर और गांवों के विकास पर भी बल दिया जा रहा है।केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को कहा कि देशभर से लोग रोजगार के लिए मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरू, जैसे महानगरों का रुख करते हैं जिससे इन शहरों का ढांचा बिगड़ गया है। महानगरों में भीड़ घटाने और लोगों को स्थानीय स्तर पर ही रोजगार मुहैया करने के लिए सरकार स्मार्ट शहर और गांवों के विकास पर काम कर रही है।सीईईडब्लू इंडिया द्वारा आयोजित एक वेबिनार को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा, मुंबई-दिल्ली एक्सप्रेस राजमार्ग का निर्माण तीन साल में पूरा हो जाएगा। 62 पैकेज में से 32 पैकेज दिए जा चुके हैं.. भूमि अधिग्रहण का काम पूरा हो चुका है और कार्य प्रगति पर है। हम इस राजमार्ग के दोनों ओर औद्योगिक संकुलों का निर्माण कर रहे हैं। उन्होंने कहा, हम वहां स्मार्ट शहर और स्मार्ट गांव विकसित कर सकते हैं। उदाहरण के तौर पर हम ठाणे जिले में लेदर क्लस्टर बना सकते हैं जहां धारावी के एक लाख 50 हजार लोगों को ले जा सकते हैं। प्रवासी कामगार महानगरों में क्यों आते हैं, यह मेरे लिए बहुत पीड़ादायक है। श्री गडकरी ने कहा, पैसा और प्रौद्योगिकी कोई समस्या नहीं है। पारदर्शिता, समयबद्ध निर्णय, भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था के बल पर हम विदेशी निवेश और प्रौद्योगिकी को आकर्षित कर सकते हैं। हमें आयात घटाने और निर्यात बढ़ाने की जरूरत है। हमें शहरों के साथ ही ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, हमें वन उत्पादों का उपयोग औद्योगिक क्षेत्रों में करने, ग्रामीण क्षेत्रों में खाद्य प्रसंस्करण इकाइयां लगाने की जरूरत है। कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण हम बेहद गंभीर समस्या का सामना कर रहे हैं..हमें जल्द ही इसका वैक्सीन मिलने की उम्मीद है, लेकिन आगे आर्थिक युद्ध मौजूद है यह आसान रास्ता नहीं है क्योंकि पूरी दुनिया इससे जूझ रही है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा, लेकिन सकारात्मकता और आत्मविश्वास के साथ हम होंगे कामयाब। कोशिश करने वालों की हार नहीं होती। इस वेबिनार में उद्योग जगत से जमशेद एन गोदरेज, डॉक्टर नौशाब फोब्र्स, डॉक्टर रतिन राय, डॉक्टर अनुभा घोष और सुश्री शुवा राहा ने अपने विचार रखे।
- नई दिल्ली। केन्द्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक खुफिया सूचना के आधार पर गुरुवार को उत्तर कश्मीर के कुपवाडा जिले के हंदवाडा इलाके से लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकवादियों को गिरफ्तार कर पाकिस्तान प्रायोजित नार्को टैरर मॉडयूल का पर्दाफाश किया है।पुलिस ने इनके पास से एक सौ करोड रुपये कीमत की 21 किलोग्राम हेरोइन, एक करोड 34 लाख रुपये नकद और रुपये गिनने वाली मशीन बरामद की है। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान अब्दुल मोइन पीर, इस्?लामुल हक पीर, सैयद इफ्तीखार इंद्राबी के रूप में की गई है, जो हंदवाड़ा के निवासी हैं। मॉडयूल के अन्य सहयोगियों की भी पहचान कर ली गई है और उनकी गिरफ्तारी की कोशिश की जा रही है।पुलिस ने बताया कि यह मॉडयूल पाकिस्तान स्थित आतंकवादी हैंडलर के संपर्क में थे और मादक पदार्थ की तस्करी में शामिल थे। यह लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों को वित्तीय सहायता पहुंचा रहे थे। बरामद की गई चीजों से आतंकवादियों और मादक पदार्थ तस्करों के बीच गहरे संबंध उजागर होते हैं। इनके खिलाफ हंदवाडा पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है और इन लोगों के आतंकवादी गुटों, उग्रवादी तत्वों, तस्करों और अन्य राष्ट्र विरोधी तत्वों के साथ संबंधों की जांच के लिए एक विशेष जांच दल भी गठित किया गया है।
- नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने पश्चिम रेलवे के विद्युतीकरण क्षेत्र में ओवरहैड इक्यूपमेंट वाली पहली हाईराइज डबल स्टैक कंटेनर सेवा को सफलतापूर्वक चलाकर एक नया विश्व कीर्तिमान स्थापित किया है।पूरे विश्व में यह अपने किस्म का पहली उपलब्धि है, जिससे ग्रीन इंडिया जैसे महत्वाकांक्षी अभियान को बढ़ावा मिलेगा। रेल मंत्रालय ने कहा कि इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के साथ रेलवे हाईराइज ओवरहैड इक्यूपमेंट टेरिटरी में हाइरीच पेंटोग्राफ सुविधा के साथ डबल स्टैक कंटेनर रेलगाडी चलाने वाली पहली रेलवे बन गई है। गुजरात के पालमपुर और बोटाड रेलवे स्टेशन से दस जून को इसका सफल संचालन किया गया।मंत्रालय ने बताया कि रेलवे ने इस वर्ष पहली अप्रैल से 10 जून तक 17 करोड 80 लाख टन वस्तुओं की ढुलाई की। लॉकडाउन के दौरान 32 लाख से ज्यादा वैगनों के जरिए आपूर्ति जारी रखी गई। इनमें से 18 लाख वैगनों में देश भर में कोयला और उर्वरक, पेट्रोलियम पदार्थ, फल और सब्जियां, प्याज, खाद्य तेल, दूध, चीनी, नमक और खाद्यान्न जैसी आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई की गई।
- भुवनेश्वर। दक्षिण-पश्चिम मानसून आधिकारिक तौर पर गुरुवार को ओडिशा पहुंच गया जिससे राज्य के कई हिस्सों में बारिश हुई। यह जानकारी मौसम विज्ञान विभाग ने दी।मानसून आने से मलकानगिरि, कोरापुट, रायगढ़ा, गजपति और गंजाम सहित कई जिलों में दिन में बारिश हुई। किसानों के चेहरों पर बारिश देख कर खुशी आ गई। मौसम विज्ञान केंद्र, भुवनेश्वर के निदेशक एच आर बिस्वास ने कहा, दक्षिण-पश्चिम मानसून ने ओडिशा में दस्तक दे दी है। मानसून अब तक राज्य के कई दक्षिणी जिलों में छा गया है। बिस्वास ने कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढऩे में पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र से काफी हद तक मदद मिल रही है।मौसम विभाग के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि मानसून के राज्य के अन्य हिस्सों में बढऩे के लिए स्थितियां अनुकूल हैं। अधिकारी ने कहा कि अब दक्षिण-पश्चिम मानसून पूरे ओडिशा को एक सप्ताह में कवर कर सकता है। मौसम विभाग के केंद्र ने कहा है कि ओडिशा के अधिकतर हिस्सों में कम दबाव के प्रभाव से मध्यम से भारी वर्षा होने की संभावना है। मॉनसून की शुरुआत चार महीने लंबे बरसात के मौसम की शुरुआत होती है। पिछले 24 घंटे से ओडिशा के कई हिस्सों में मॉनसून-पूर्व वर्षा हो रही थी। विशेषकर दक्षिणी और पूर्वी क्षेत्र में, जिनमें गंजाम, कोरापुट, गजपति, रायगढ़ा, कंधमाल, खुर्दा, पुरी, कटक, जगतसिंहपुर और बालासोर जैसे जिले शामिल हैं। मौसम विभाग के अनुसार, इस साल ओडिशा सहित मध्य भारत में सामान्य मानसून अपेक्षित है।--
- मुंबई। दक्षिण पश्चिम मानसून ने आज महाराष्ट्र में दस्तक दे दी है और राज्य के कुछ तटवर्ती हिस्सों में वर्षा हुई। यह जानकारी मौसम विभाग के एक अधिकारी ने यहां दी। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे में राज्य के कुछ हिस्सों में भारी वर्षा होने का पूर्वानुमान जताया है।विभाग के मुंबई केंद्र के उप महानिदेशक के एस होसलीकर ने कहा दक्षिण पश्चिम मानसून महाराष्ट्र पहुंच गया है। यह हरनई, सोलापुर, रामागुंडम (तेलंगाना) और जगदलपुर (छत्तीसगढ़) के ऊपर से गुजर रहा है। उन्होंने कहा, अगले 48 घंटों में महाराष्ट्र के कुछ और हिस्सों में इसके आगे बढऩे के लिए परिस्थितियांं अनुकूल हैं। भारी वर्षा की चेतावनी जारी की जाती है। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि तटीय सिंधुदुर्ग जिले के कुछ हिस्सों में आज पूर्वाह्न 11 बजे से बारिश हुई है जो कि महाराष्ट्र के दक्षिणी छोर पर स्थित है। साथ ही अंबोली, वेंगुरला और अन्य पड़ोसी इलाके में भी बारिश हुई है। पिछले कुछ दिनों में मुंबई और उसके उपनगरीय क्षेत्रों सहित राज्य के कई हिस्सों में मॉनसून-पूर्व वर्षा हुई है।
- -मास्क के बाहरी परत पर हाइड्रोफोबिक सतह है, जो वायरस-युक्त पानी की बूंदों को दूर हटा देगीनई दिल्ली। नावेल कोरोना वायरस से निपटने के लिए अब तक कोई वैक्सीन या दवा उपलब्ध नहीं है। मास्क का उपयोग, एक-दूसरे से दूरी बनाये रखना और लगातार हाथ धोना ही ऐसे उपाय हैं, जिससे लोगों की जान बच सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी ऐसे मास्क की सिफारिशें की हैं जो कोरोना वायरस से सुरक्षा के लिए सबसे उपयुक्त हों। लेकिन लंबे समय तक मास्क पहनने से घुटन हो सकती है और मास्क के सही इस्तेमालमें भी मुश्किलें आती हैं।इन समस्याओं के समाधान के लिए, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी -बीएचयू) के स्कूल ऑफ बायोमेडिकल इंजीनियरिंग के डॉ मार्शल और उनकी टीम ने एक ऐसा फेस मास्क विकसित किया है जो सूक्ष्मजीव-रोधी है और पांच परतों से युक्त है।दावा किया जा रहा है कि यह फेस मास्क रोगाणुओं को ख़त्म कर सकता है जो इसकी बाहरी सतह से चिपके रहते हैं और यह द्वितीयक संक्रमण को फलने से रोकता है। इंडिया साइंस वायर के साथ बात करते हुए (आईआईटी -बीएचयू) के स्कूल ऑफ बायोमेडिकल इंजीनियरिंग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. मार्शल ने कहा, बाजार में उपलब्ध मास्क मुंह और नाक में रोगाणुओं के प्रवेश को रोकने के लिए एक फिल्टर के रूप में काम करते हैं, लेकिन मास्क के बाहरी सतह से चिपके रोगाणुओं पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।मास्क की बाहरी सतह पर अधिक मात्रा में वायरल या जीवाणु की उपस्थिति, चिकित्सा और पैरामेडिकल स्टाफ के लिए खतरनाक हो सकती है। डॉ मार्शल की टीम ने मास्क की इस कमी को दूर किया है। इसके लिए प्रोटॉनेटेड अमीन मैट्रिक्स के साथ संयुग्मित नैनोमेटल की विभिन्न परतें दी गयी हैं।मास्क की पहली परत किसी भी प्रकार के आरएनए को विघटित कर सकती है, दूसरी परत सूक्ष्मजीव-रोधी (एंटी-माइक्रोबियल) है, तीसरी हवा के फि़ल्टर के लिए है, और चौथी और पांचवीं परत आरामदायक परतें हैं, जो नाक और मुंह के करीब रहती हैं। डॉ. मार्शल ने कहा,.तांबा और चांदी डी-ट्रांजीशन तत्व हैं और हमारे ज्ञान के अनुसार वे इस वायरस और सार्स वायरस के अन्य सभी सदस्यों को विघटित कर सकते हैं। हमने तांबा, कॉपर ऑक्साइड, चांदी और आवेशित चांदी का मिश्रण लिया, जो आरएनए को विघटित करने में मदद कर सकता है।विघटन-परीक्षण के लिए, शोधकर्ताओं ने फेफड़ों की कोशिकाओं से आरएनए को लिया क्योंकि नावेल कोरोना वायरस फेफड़ों में तेजी से फैलता है। अन्य कोशिकाओं के आरएनए को भी लिया गया। शोधकर्ता ने कहा, हमने कैंसर और गैर-कैंसर,दोनों कोशिकाओं को लिया है। हमने इन अणुओं के विघटन की जांच की है। हमने इसका द्रव में और कोटिंग बेस विधियों से परीक्षण किया है। इस परीक्षण से पता चला कि आरएनए का विघटन हो रहा था। इसके बाद, हमने इसे और उन्नत किया है। मास्क के बाहरी परत पर हाइड्रोफोबिक सतह है, जो वायरस-युक्त पानी की बूंदों को दूर हटा देती है। उत्पाद के पेटेंट के लिए आवेदन किया गया है।--
- नई दिल्ली। कैंसर की दवा के विकास से जुड़े अपने अध्ययन में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंटिग्रेटिव मेडिसिन (आईआईआईएम), जम्मू के शोधकर्ताओं को एक महत्वपूर्ण सफलता मिली है। अपने अध्ययन में शोधकर्ताओं ने एक ऐसे तत्व का पता लगाया है, जिसमें अग्नाशय के कैंसर से संबंधित शुरुआती अध्ययनों में कैंसर-रोधी गुण देखे गए हैं।कैंसर-रोधी नई रासायनिक इकाई के रूप में पहचाने गए इस तत्व को सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (सीडीएससीओ) के न्यू ड्रग्स डिविजन से इन्वेस्टिगेशनल न्यू ड्रग के रूप में मंजूरी मिली है। यह मंजूरी मिलने के बाद अग्नाशय के कैंसर से पीडि़त मरीजों पर आईआईआईएम-290 नामक इस तत्व के चिकित्सीय परीक्षण के रास्ते खुल गए हैं। इस प्रस्तावित चिकित्सीय परीक्षण का उद्देश्य अग्नाशय के कैंसर से ग्रस्त रोगियों में इस तत्व के सुरक्षित उपयोग, सहनशीलता और जोखिम का आकलन करना है।पश्चिमी घाट में पाए जाने वाले सफेद देवदार की पत्तियों से इस दवा उम्मीदवार तत्व को प्राप्त किया गया है। वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) से संबद्ध आईआईआईएम के निदेशक डॉ राम विश्वकर्मा ने कहा है कि कैंसर सेल लाइन पैनल एनसीआई-60 और चिकित्सकीय रूप से मान्य कैंसर में शामिल प्रोटीन काइनेज के खिलाफ कैंसर-रोधी परीक्षण में प्राकृतिक रूप से प्राप्त तत्व रोहिटुकीन को प्रभावी पाया गया है। एनसीआई-60 कैंसर सेल लाइन पैनल संभावित कैंसर-रोधी गतिविधि का पता लगाने के लिएयौगिकों की स्क्रीनिंग के लिए उपयोग की जाने वाली मानव कैंसर सेल (कोशिका)लाइनों का एक समूह है।इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने फाइटोकेमिकल परीक्षण किए हैं। आईआईआईएम के शोधकर्ता संदीप भराटे ने कहा है कि चिकित्सीय परीक्षण के लिए एनिमल मॉडल्स में इस तत्व की कैंसर-रोधी गतिविधि पर्याप्त नहीं थी। इसीलिए, प्राकृतिक रूप से प्राप्त इस तत्व में संशोधन करके कुछ नई रासायनिक इकाइयां प्राप्त की गई हैं। इन रासायनिक इकाइयों का परीक्षण प्रोटीन काइनेज पर किया गया है। यह प्रोटीन मनुष्य के ऊतकों में पाया जाता है और कैंसरग्रस्त ऊतकों में इस प्रोटीन की मात्रा सामान्य से अधिक पायी जाती है। काइनेज को वास्तव में कैंसर के प्रसार के लिए जिम्मेदार माना जाता है। शोधकर्ताओं ने जिस दवा उम्मीदवारतत्व को अलग किया है, वह काइनेज को बाधित करने के साथ-साथ उसकी सघनता को कम करने में भी प्रभावी पाया गया है।डॉ. शेखर सी. मांडे, महानिदेशक, सीएसआईआर ने इस उपलब्धि पर आईआईआईएम के शोधकर्ता संदीप भराटे, सोनाली भराटे, दिलीप मोंढे, शशि भूषण और सुमित गांधी की सराहना की है, जो डॉ राम विश्वकर्मा के नेतृत्व में इस अध्ययन में शामिल थे। इन शोधकर्ताओं ने अग्नाशय के कैंसर के खिलाफ चिकित्सीय परीक्षणों के लिए विनियामक अनुमोदन प्राप्त करने से पहले करीब एक दशक तक अनुसंधान किया है।अग्नाशय का कैंसर दुनिया के सबसे आम कैंसर रूपों में 12वें स्थान पर है, लेकिन यह कैंसर से होने वाली मौतों का चौथा प्रमुख कारण है। भारत में अग्नाशय के कैंसर की दर प्रति एक लाख पुरुषों पर 0.5-2.4 और प्रति एक लाख महिलाओं पर 0.2-1.8 है। वैश्विक रूप से, यह सालाना एक लाख से अधिक मौतों का कारण बनता है। इस कैंसर को अनुपचारित कैंसर के प्रकार में से एक माना जाता है, क्योंकि इसका निदान बहुत देर से हो पाता है। अग्नाशय के कैंसर के उपचार के लिए दवाओं की कमी भी एक समस्या है।
- नई दिल्ली। राष्ट्रीय शिक्षण संस्थान रैंकिंग फ्रेमवर्क के अनुसार भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास देश में उच्च शिक्षा का सर्वश्रेष्ठ संस्थान है। भारतीय विज्ञान संस्थान बेंगलूरू दूसरे और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली तीसरे स्थान पर हैं।महाविद्यालयों की श्रेणी में मिरांडा हाउस पहले, लेडी श्रीराम कॉलेज दूसरे और हिन्दु कॉलेज तीसरे स्थान पर है। विश्वविद्यालयों के वर्ग में भारतीय विज्ञान संस्थान बेंगलूरू पहले, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय दूसरे और काशी हिन्दु विश्वविद्यालय तीसरे स्थान पर है। केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने आज नई दिल्ली में यह सूची जारी की।
-
ट्रैक्टर की टक्कर से पिता-पुत्र और पुत्री की मौत
सायला। राजस्थान जालौर के सायला पुलिस थाना क्षेत्र के ओटवाड़ा सरहद में मामाजी मंदिर के पास ट्रैक्टर व बाइक की आमने-सामने भिड़ंत हो गई। इस भिड़ंत में बाइक सवार पिता, पुत्र और पुत्री तीनों की मौत हो गई।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आहोर के वर्धमान कॉलोनी निवासी खुशालसिंह (47) पुत्र नैनसिंह जाति रावणा राजपूत अपने पुत्र दलपतसिंह (22) व पुत्री मनीषा (17) के साथ बाइक पर सायला से आहोर की तरफ आ रहे थे। इस दौरान ओटवाड़ा के मामाजी मंदिर के समीप ट्रैक्टर ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में बाइक सवार पिता-पुत्र ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया। जबकि पुत्री मनीषा को गंभीर हालत में सायला के अस्पताल ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। हादसे में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत के बाद आहोर कस्बे में शोक की लहर छा गई। इधर, हादसे के बाद क्षतिग्रस्त बाइक के अलावा पिता और पुत्र के शव काफी देर तक सड़क पर पड़े रहे। इससे रोड के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई। पुलिस ने मौके पर पहुंच शवों को कब्जे में लेकर रास्ता खुलवाया।
-
देहरादून। हरिद्वार-देहरादून हाईवे पर रायवाला थाना क्षेत्र में हुए अलग-अलग हादसों में बाइकों में सवार दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे में दो बाइक में सवार महिलाओं की मौत हो गई। दोनों घटनाएं निर्माणाधीन फ्लाईओवर के पास की हैं।
पहली घटना रायवाला क्षेत्र में मोतीचूर फाटक से कुछ दूरी पर हुई। बाइक सवार युवक व युवती हरिद्वार की तरफ जा रहे थे। निर्माणाधीन फ्लाईओवर के पास बाइक रपट गई। जिससे बाइक चालक और पीछे बैठी महिला सड़क पर गिर पड़ी। इस दौरान महिला एक ट्रक के पिछले पहिये की चपेट में आ गई। रायवाला पुलिस दोनों को हरिद्वार जिला चिकित्सालय ले गई। जहां महिला की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि मृतक नैंसी नेहरू कॉलोनी देहरादून की रहने वाली थी। वह बैंक में कार्यरत थी।
दूसरी घटना में गायत्री तपोवन के पास ट्रक और बाइक की भिड़ंत में बाइक सवार युवक और महिला घायल हो गए। घायल युवक विनय और महिला गुड्डी निवासी ज्वालापुर हरिद्वार को एम्स लाया गया। जहां गुड्डी की मौत हो गई। थानाध्यक्ष रायवाला हेमंत खंडूरी ने बताया कि दोनों घटनाओं में शामिल ट्रक चालक वाहन छोड़कर फरार हो गए। तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। - औरंगाबाद। महाराष्ट्र की लोनार झील के पानी का रंग बदलकर गुलाबी हो गया है। विशेषज्ञ इसकी वजह लवणता तथा जलाशय में शैवाल की मौजूदगी को मान रहे हैं।लोनार झील मुंबई से 500 किमी दूर बुलढाणा जिले में है। यह पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय है। माना जाता है कि इस झील का निर्माण करीब 50 हजार साल पहले धरती से उल्कापिंड के टकराने से हुआ था। दुनियाभर के वैज्ञानिकों की भी इस झील में बहुत दिलचस्पी है।करीब 1.2 किमी के व्यास वाली झील के पानी की रंगत बदलने से स्थानीय लोगों के साथ-साथ प्रकृतिविद और वैज्ञानिक भी हैरान हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब झील के पानी का रंग बदला है, लेकिन इस बार यह एकदम साफ नजर आ रहा है। लोनार झील संरक्षण एवं विकास समिति के सदस्य गजानन खराट के अनुसार यह झील अधिसूचित राष्ट्रीय भौगोलिक धरोहर स्मारक है। इसका पानी खारा है और इसका पीएच स्तर 10.5 है। उन्होंने कहा, जलाशय में शैवाल है। पानी के रंग बदलने की वजह लवणता और शैवाल हो सकते हैं। खराट ने बताया, पानी की सतह से एक मीटर नीचे ऑक्सीजन नहीं है। ईरान की एक झील का पानी भी लवणता के कारण लाल रंग का हो गया था। उन्होंने बताया कि लोनार झील में जल का स्तर अभी कम है क्योंकि बारिश नहीं होने से इसमें ताजा पानी नहीं भरा है। जलस्तर कम होने के कारण खारापन बढ़ा होगा और शैवाल की प्रकृति भी बदली होगी।औरंगाबाद के डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय में भूगोल विभाग के प्रमुख डॉ. मदन सूर्यवंशी ने कहा कि जिस बड़े पैमाने पर पानी का रंग बदला है उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि इसमें मानवीय दखल का मामला नहीं है। उन्होंने कहा, पानी में मौसम के मुताबिक बदलाव आता है और लोनार झील में भी मामला यही हो सकता है। अगर हम एक हफ्ते में वहां जा सकते हैं तो बदलाव की जांच कर पाएंगे। तभी इसके बारे में कुछ और बता सकेंगे।
- कोलकाता। पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में दक्षिणेश्वर काली मंदिर के कपाट 13 जून से श्रद्धालुओं के लिए खुलेंगे।कोविड-19 महामारी फैलने के कारण धार्मिक स्थल डेढ़ महीने से अधिक समय तक बंद रहे। मंदिर समिति के न्यासी और सचिव कौशल चौधरी ने संवाददाताओं को बताया कि मंदिर के दरवाजे 13 जून से श्रद्धालुओं के लिए सुबह सात बजे से दस बजे तक और दोपहर साढ़े तीन बजे से शाम साढ़े छह बजे तक खुलेंगे। उन्होंने कहा कि मंदिर में प्रवेश करने से पहले श्रद्धालुओं की थर्मल जांच होगी और उन्हें सेनिटाइज किया जाएगा लेकिन उन्हें मंदिर के गर्भ गृह में जाने की अनुमति नहीं होगी। चौधरी ने कहा, मंदिर के अंदर श्रद्धालु सामाजिक दूरी का पालन करेंगे और पूजा करने के बाद उन्हें मंदिर परिसर में रूकने की अनुमति नहीं होगी।----
- नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा बुधवार को नीरव मोदी और मेहुल चोकसी से संबंधित फर्मों के 1,350 करोड़ रुपये मूल्य के 2,300 किलोग्राम से अधिक तराशे हुए हीरे और मोती हांगकांग से वापस लाया गया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।अधिकारियों ने बताया कि मुंबई में उतरने वाली 108 खेपों में से 32 नीरव मोदी द्वारा नियंत्रित यूएई और हांगकांग में विदेश संस्थाओं से संबंधित हैं जबकि बाकी मेहुल चोकसी की फर्मों से हैं। ईडी इन दोनों व्यवसायियों से मुंबई में पीएनबी की एक शाखा में दो अरब अमेरिकी डॉलर की कथित बैंक धोखाधड़ी के सिलसिले में धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत जांच कर रहा है। एजेंसी ने बताया कि इन कीमती सामानों में पॉलिश किये गये हीरे, मोती और चांदी के आभूषण शामिल हैं और इनकी कीमत करीब 1,350 करोड़ रुपये है।उसने बताया कि ईडी ने इन कीमती सामान को वापस लाने के लिए हांगकांग में अधिकारियों के साथ सभी कानूनी औपचारिकताओं को पूरा किया। अधिकारियों ने बताया कि 2018 की शुरूआत में इन मूल्यवान सामान को दुबई से हांगकांग ले जाया गया था ताकि उन्हें ईडी या किसी अन्य जांच एजेंसी द्वारा जब्त करने या कुर्क करने से बचाया जा सके। केन्द्रीय जांच एजेंसी ने बताया कि यह सामान हांगकांग में एक रसद कंपनी के गोदाम में रखा गया था। उसने कहा, अधिकारी इन मूल्यवान सामान को भारत वापस लाने के लिए हांगकांग में विभिन्न अधिकारियों से लगातार बातचीत कर रहे थे। सभी कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद इन खेपों को वापस भारत लाया गया।